आज के मुख्य समाचार

राष्ट्रपति कोविंद ने प्रधानमंत्री मोदी की मां से की मुलाकात
Posted Date : 13-Oct-2019 3:10:40 pm

राष्ट्रपति कोविंद ने प्रधानमंत्री मोदी की मां से की मुलाकात

अहमदाबाद,13 अक्टूबर । राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने प्रधानमंत्री मंत्री नरेन्द्र मोदी की मां हीरा बा से रविवार सुबह गांधीनगर के निकट उनके घर पर मुलाकात की. गुजरात की दो दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन राष्ट्रपति पत्नी सविता कोविंद के साथ प्रधानमंत्री की मां हीरा बा से रायसन गांव स्थित उनके घर पर मिलने पहुंचे. हीरा बा अपने छोटे बेटे पंकज मोदी के साथ रहती हैं. उन्होंने उनके साथ करीब आधा घंटा बिताया.

मामल्लापुरम समुद्र तट पर प्लॉगिंग करते वक्त मोदी के हाथ में था एक्यूप्रेशर रोलर
Posted Date : 13-Oct-2019 3:10:25 pm

मामल्लापुरम समुद्र तट पर प्लॉगिंग करते वक्त मोदी के हाथ में था एक्यूप्रेशर रोलर

नईदिल्ली,13 अक्टूबर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को तमिलनाडु में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की. लेकिन इस मुलाकात से पहले पीएम मोदी ने चेन्नई के महाबलीपुरम बीच पर प्लॉगिंग की. इस दौरान पीएम मोदी के हाथ में एक उपकरण दिखाई दिया. जिसके बारे में सवाल किए जा रहे थे कि आखिर ये उपकरण क्या था. अब प्रधानमंत्री ने खुद ट्वीट कर जवाब दिया है.
पीएम मोदी ने रविवार को ट्वीट कर बताया कि वह एक्यूप्रेशर रोलर था जिसका वह अक्सर इस्तेमाल करते हैं. पीएम मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी चिनपिंग  के साथ दो दिवसीय अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए तटीय नगर में मौजूद थे. शनिवार को वार्ता के दूसरे दिन पीएम मोदी को उनकी सुबह की सैर के दौरान समुद्र तट से प्लास्टिक एवं अन्य तरह का कूड़ा बीनते देखा गया था.
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘कल से आप में से कई लोग पूछ रहे हैं कि महाबलीपुरम में समुद्र तट पर प्लॉगिंग के वक्त मेरे हाथ में क्या था. वह एक एक्यूप्रेशर रोलर था जिसका मैं अक्सर इस्तेमाल करता हूं. मुझे यह बहुत मददगार लगता है.’
उन्होंने उस एक्यूप्रेशर रोलर की तस्वीरें भी पोस्ट की जो वह समुद्र तट पर लिए खड़े थे. पीएम मोदी ने शनिवार को समुद्र तट पर प्लॉगिंग का अपना तीन मिनट का एक वीडियो जारी किया जिसमें वह कूड़ा उठाते और लोगों से सार्वजनिक स्थानों को साफ एवं स्वच्छ रखने की अपील कर रहे हैं.

ड्रीमलैंड सिनेमा के पास रिहायशी इमारत में लगी आग, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
Posted Date : 13-Oct-2019 3:09:57 pm

ड्रीमलैंड सिनेमा के पास रिहायशी इमारत में लगी आग, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

मुंबई,13 अक्टूबर । मुंबई में चरनी रोड पर ड्रीमलैंड सिनेमा के पास आज सुबह एक रिहायशी बिल्डिंग आदित्य आर्केड में आग लग गई है। आग की सूचना मिलते ही दमकल विभाग के कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंच गए। लगभग घंटे भर चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद आग में फंसे लगभग 8 लोगों को बचा लिया गया है। मामूली रुप से झुलसे 3 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शुरुआती जानकारी के अनुसार आग में कई लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही थी, फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां मौके पर पहुंच गई। बताया गया था कि यह लेवल 3 की आग है। इसके बाद फायर ब्रिगेडकर्मियों ने क्रेन और सीढ़ी की सहायता से लोगों को जलती इमारत से सकुशल बाहर निकाल लिया गया है।
आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है। आग बुझाने और रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा करने के लिए फायर ब्रिगेडकर्मी इमारत के अंदर दाखिल हो गए हैं। इसी सप्ताह बुधवार को भी मुंबई के वाशी स्टेशन पर लोकल ट्रेन में आग लगी थी, हालांकि उसमें कोई हताहत नहीं हुआ था। लेकिन आग की जानकारी मिलते ही मुंबई और पनवेल के बीच लोकल ट्रेनों की सेवाओं को रोक दिया गया था।

भारत-जापान संयुक्त सैन्य अभ्यास धर्म गार्जियन 19 से
Posted Date : 12-Oct-2019 3:20:59 pm

भारत-जापान संयुक्त सैन्य अभ्यास धर्म गार्जियन 19 से

नईदिल्ली,12 अक्टूबर । भारत और जापान सैन्य सहयोग को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘धर्म गार्जियन-2019’ का आयोजन 19 अक्टूबर से 2 नवम्बर तक भारत के वैरेंटे में स्थित काउंटर इन्सर्जेंसी वारफेयर स्कूल में आयोजित किया जा रहा है। इस सैन्य अभ्यास में भारतीय सेना और जापान ग्राउंड सेल्फ डिफेंस फोर्स (जेजीएसडीएफ) के 25-25 सिपाही अपने-अपने देशों में आतंकी गतिविधियों से निपटने के लिए अपने अनुभवों को साझा करेंगे।
‘धर्म गार्जियन’ दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग सहित सामरिक संबंधों को सुदृढ़ करने की दिशा में भारत में 2018 में शुरू किया था। विशेष रूप से, भारत द्वारा विभिन्न देशों के साथ शुरू किए गए सैन्य प्रशिक्षण अभ्यासों की श्रृंखला में, ‘धर्म गार्जियन’ जापान के साथ शुरू किया एक महत्वपूर्ण अभ्यास है जो वैश्विक आतंकवाद की पृष्ठभूमि में दोनों राष्ट्रों के सामने आने वाली सुरक्षा चुनौतियों के संदर्भ में और भी महत्वपूर्ण है। दोनों पक्ष शहरों में युद्ध जैसी स्थिति बनने पर संभावित खतरों के निराकरण के लिए अनगिनत सामरिक सैन्य अभ्यास के लिए संयुक्त रूप से प्रशिक्षण की व्यवस्था एवं योजना बनाने के साथ-साथ उनका समुचित कार्यान्वयन भी करेंगे। दोनों ही पक्षों के विशेषज्ञ परिचालन से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर अपनी विशेषज्ञता को साझा करने के लिए विस्तृत परिचर्चाएं भी करेंगे।
यह संयुक्त सैन्य अभ्यास भारतीय सेना और जापानी ग्राउंड सेल्फ डिफेंस फोर्सेज (जेजीएसडीएफ) के बीच रक्षा सहयोग के स्तर को बढ़ाएगा, जो आगे चलकर दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूती प्रदान करेगा।

‘चेन्नई कनेक्ट’ से भारत-चीन संबंधों में सहयोग का एक नया दौर शुरू:मोदी
Posted Date : 12-Oct-2019 3:20:47 pm

‘चेन्नई कनेक्ट’ से भारत-चीन संबंधों में सहयोग का एक नया दौर शुरू:मोदी

0-वुहान शिखर वार्ता से भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों में स्थिरता बढ़ी
चेन्नई,12 अक्टूबर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तमिलनाडु के चेन्नई के मामल्लपुरम में दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता को भारत और चीन के बीच ‘सहयोग के एक नए दौर’ की शुरूआत कहा।
मोदी आज मामल्लपुरम में अनौपचारिक वार्ता के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अध्यक्षता में प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता की शुरूआत में अपना उद्घाटन वक्तव्य दे रहे थे।
पिछले साल वुहान में दोनों देशों के बीच पहले अनौपचारिक शिखर सम्मेलन का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इससे हमारे संबंधों में स्थिरता बढ़ी है और उसे एक नई रफ्तार मिली है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच सामरिक संचार में बढ़ोत्तरी हुई है।
उन्होंने आगे कहा, ‘हमने तय किया है कि हम अपने मतभेदों को विवादों में बदलने से पहले ही उसका समाधान करेंगे, हम एक-दूसरे की चिंताओं के प्रति संवेदनशील होंगे और हमारे संबंध विश्व शांति एवं स्थिरता के लिए प्रयासरत होंगे।’
मामल्लपुरम में दूसरे अनौपचारिक शिखर वार्ता का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘चेन्नई शिखर वार्ता में अब तक हमने द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर काफी बातचीत की है। वुहान शिखर वार्ता ने हमारे द्विपक्षीय संबंधों को एक नई गति प्रदान की है। आज हमारे चेन्नई कनेक्ट के साथ दोनों देशों के संबंधों में सहयोग के एक नए युग की शुरुआत हुई है।’
उन्होंने कहा, ‘मैं राष्ट्रपति शी जिनपिंग को हमारे दूसरे अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए भारत आने के लिए धन्यवाद देता हूं। चेन्नई कनेक्ट से भारत-चीन संबंधों को काफी गति मिलेगी। इससे दोनों देशों और दुनिया के लोगों को फायदा होगा।’ 

चिन्यमानंद केस में पांच नए चेहरे आ सकते हैं सामने
Posted Date : 12-Oct-2019 3:20:26 pm

चिन्यमानंद केस में पांच नए चेहरे आ सकते हैं सामने

लखनऊ ,12 अक्टूबर । स्वामी चिन्मयानंद केस में अभी कई उतार-चढ़ाव आने बाकी रह गए हैं। अभी तक तो यही लग रहा था कि दो केसों में केवल पांच आरोपी ही हैं। पर इन पांच लोगों के पीछे भी कई लोग ऐसे हैं, जो एसआईटी के रडार पर हैं। उनका भी जेल जाना तय माना जा रहा है। ऐसा सूत्र बताते हैं। छात्रा से दुराचार के आरोप में चिन्मयानंद जेल में हैं। चिन्मयानंद से पांच करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने में छात्रा, संजय सिंह, विक्रम सिंह और सचिन सेंगर भी जेल में हैं। पर इसके बाद भी कई ऐसे आरोपी हैं, जो दोनों ही केसों में अब सहआरोपी की भूमिका में सामने आ सकते हें। चिन्मयानंद पर दुराचार का आरोप है, इस मामले में छात्रा ने एसएस लॉ कालेज के प्रिंसिपल पर गंभीर आरोप लगाए थे।
उसने कहा था कि वह जानबूझ का देर तक आफिस में काम के लिए रोकते थे। उन पर तो ऐसा भी आरोप है कि वह जबरिया चिन्मयानंद के पास उसे भेजते थे। इसी तरह से एसएस कालेज के प्रिंसिपल डा. अवनीश मिश्रा पर भी कड़ा शिकंजा कस सकता है, क्योंकि वह एसएस लॉ कालेज प्रबंध कमेटी में महत्वपूर्ण पद पर हैं। कालेज का हास्टल भी इनकी ही केयरटेकिंग में था। बाद में इस हास्टल का वार्डन पद झरना को दे दिया गया। इसी तरह से रंगदारी मामले में अब तक केवल छात्रा, संजय, विक्रम और सचिन का नाम ही सामने आया और उन्हें जेल भी हो गई।
संजय की जमानत पर बहस के बाद आएगी तेजी
रंगदारी मांगने के आरोपी संजय सिंह की जमानत पर बहस पंद्रह अक्टूबर को होनी है। इस बहस के बाद एसआईटी सेकेंड राउंड में कार्रवाई की तगड़ी तैयारी कर रही है। इस सेकेंड राउंड में दोनों केसों में शामिल सह आरोपियों की धरपकड़ की तैयारी मानी जा रही है। एसआईटी दोनों ही केसों में उन सभी को कानून के दायरे में लाने की तैयारी में है जो लोग अब तक किसी की नजर में नहीं हैं।
जब जानते थे तो रोका क्यों नहीं
चिन्मयानंद पर दुराचार का केस दर्ज हुआ। पर्याप्त सबूत के बाद ही एसआईटी ने चिन्मयानंद पर दुराचार की धारा 376 सी लगाई। इस केस में सबसे महत्वपूर्ण यह है कि वह क्या कर रहे हैं, यह बात कालेज के कई महत्वपूर्ण पदों पर बैठे लोगों को पता थी। वह जानते थे कि चिन्मयानंद जो कुछ कर रहे हैं, वह गैरकानूनी है, पढ़े लिखे होने और कानून का ज्ञान होने के बाद भी उन्हें रोका नहीं गया, इसलिए महत्वपूर्ण पदों पर बैठे लोग कानून के दायरे में आ रहे हैं। इन लोगों ने चिन्मयानंद को रोकने के बजाए उनका सहयोग ही किया, ऐसा सूत्र बताते हैं।
लालच में ही चिन्मयानंद को रोका नहीं
चिन्मयानंद खुद भी पीएचडी हैं और वह मुमुक्षु के सर्वेसर्वा हैं। उन्हें उनके ही कुछ लोगों ने ऐसा घेरा कि वह उसी में फंस कर रह गए। उन्हें उलझा कर उनके ही लोग अपना काम करते रहे। वह भी नहीं चाहते थे कि चिन्मयानंद का ध्यान कहीं और जाए, इसलिए वह चिन्मयानंद को रोकने के बजाए, उन्हें उलझाते ही चले गए। अब चिन्मयानंद जेल में हैं। अब लोगों को डर भी लग रहा है कि अगर चिन्मयानंद जेल से बाहर आए तो कई लोगों का बोरिया बिस्तर सिमट सकता है।
अधिवक्ता ओम सिंह को धमकी
चिन्मयानंद की ओर से रंगदारी का मुकदमा दर्ज कराने वाले अधिवक्ता ओम सिंह को भी कई धमकी मिल चुकी हैं। ओम सिंह ही वह व्यक्ति हैं, जिन्होंने पहले मुकदमा दर्ज कराया। इसके बाद एसआईटी ने जांच कर रंगदारी मांगने के आरोपियों को पकड़ा। ओम सिंह ने यह तो नहीं बताया कि उन्हें धमकी किसने दी है, लेकिन उन्होंने खुद की जान को खतरा बताया है। ओम सिंह ही वह व्यक्ति हैं, जो चिन्मयानंद का साथ दे रहे हैं, वरना चिन्मयानंद से तमाम लोग किनारा कर चुके हैं।
जेल में मिलने वालों की संख्या हुई कम
चिन्मयानंद की सेशन कोर्ट से जमानत खारिज होने के बाद उनसे मिलने वालों की संख्या बेहद कम हो गई है। कुछ खास गिने चुने लोग ही उनसे मुलाकात करने के लिए जेल में जाते हैं। जमानत खारिज होने से पहले तक चिन्मयानंद से मिलने वालों का जेल में तांता लगा रहता था। पर जब इस केस की बहस हुई और तमाम बिंदु खुलकर सबके सामने आ गए, तब लोगों को लगने लगा कि चिन्मयानंद से ज्यादा मिलना ठीक नहीं है, इसलिए उन्होंने जेल में चिन्मयानंद से मुलाकात ही कम कर दी।
चिन्मयानंद हो गए एकदम से शांत
चिन्मयानंद अब अवसाद से ग्रस्त बताए जाते हैं। पहले तो वह जेल में मिलने आने वालों से पहले की तरह ही बड़े ही उत्साहपूर्वक मिलते थे। पर सेशन कोर्ट से जमानत खारिज होने के बाद वह बेहद कमजोर से लगने लगे हैं। उन्हें देख कर ही सेहत काफी गिरी हुई लगती है, ऐसा लोगों का कहना है। बीमारियां भी तेजी से प्रभाव दिखा रही हैं। शरीर की कमजोरी साफ झलकती है। वह अब बात भी कम ही करते हैं। ज्यादातर शांत रहते हैं, ऐसा बताया जाता है।
फेसबुक से फोटो तक हटा दिए लोगों ने
चिन्मयानंद के साथ पहले लोग सेल्फी लेते थे। वह किसी सेलीब्रेटी से कम नहीं थे। उनके साथ फोटो खिंचवाना लोग अपना सौभाग्य समझते थे। पर जैसे ही चिन्मयानंद की गिरफ्तारी हुई और उन्हें जेल भेज दिया गया, तब से लोगों ने फेसबुक से चिन्मयानंद के साथ खिंचवा कर पोस्ट किए गए फोटो ही हटा दिए हैं। ऐसा लोगों ने अपनी सामाजिक छवि धूमिल न हो, इसलिए किया, ऐसा माना जा रहा है। कई अन्य जगह लगे चिन्मयानंद के फोटो दीवारों से हटा दिए गए हैं।