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भारत में बिकने वाले मसालों की जांची जाएगी गुणवत्ता, हांगकांग-सिंगापुर की आपत्ति के बाद सरकार ने उठाया बड़ा कदम
Posted Date : 24-Apr-2024 8:00:40 am

भारत में बिकने वाले मसालों की जांची जाएगी गुणवत्ता, हांगकांग-सिंगापुर की आपत्ति के बाद सरकार ने उठाया बड़ा कदम

नई दिल्ली । भारत में बिकने वाले मसालों की गुणवत्ता जांची जाएगी। यह फैसला हांगकांग, सिंगापुर द्वारा दो लोकप्रिय भारतीय ब्रांडों – एमडीएच  और एवरेस्ट  के मसालों की गुणवत्ता पर चिंता जताने के बाद लिया गया है। हांगकांग के खाद्य नियामक सेंटर फार फूड सेफ्टी (सीएफएस) ने कहा था कि इन मसालों में कीटनाशक, एथिलीन ऑक्साइड  ) है जिससे कैंसर होने का खतरा होता है। नियामक ने विक्रेताओं को इनकी बिक्री रोकने का निर्देश दिया था।
सरकारी सूत्र ने कहा कि खाद्य सुरक्षा नियामक भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) ने देशभर से एमडीएच और एवरेस्ट सहित सभी ब्रांडों के मसालों के पाउडर के नमूने लेने शुरू कर दिए हैं। एफएसएसएआइ निर्यात किए जाने वाले मसालों की गुणवत्ता को नियंत्रित नहीं करता है।
सरकारी सूत्रों ने कहा, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत काम करने वाले एफएसएसएआइ घरेलू बाजार में बेचे जाने वाले मसालों की गुणवत्ता की जांच करेगा। देश के सभी खाद्य आयुक्तों को अलर्ट कर दिया गया है। मसालों के नमूने एकत्र करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। तीन से चार दिनों में देश की सभी मसाला निर्माता इकाइयों से नमूने एकत्र किए जाएंगे। सिर्फ एमडीएच और एवरेस्ट ही नहीं सभी मसाला कंपनियों से नमूने लिए जाएंगे। लैब से लगभग 20 दिनों में रिपोर्ट आ जाएगी।
इस बीच भारतीय मसाला बोर्ड भारतीय ब्रांडों एमडीएच और एवरेस्ट के चार मसालों की बिक्री पर लगाए गए प्रतिबंध की जांच कर रहा है। भारतीय मसाला बोर्ड की निदेशक एबी रेमा श्री ने कहा, इन मामलों पर हमारी नजर है। जब इन आरोपों को लेकर इन कंपनियों से सपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनसे संपर्क नहीं हो सका।
हांगकांग में प्रतिबंधित मसाले खरीदने पर रोक
हांगकांग के खाद्य नियामक सेंटर फार फूड सेफ्टी (सीएफएस) ने उपभोक्ताओं से इन उत्पादों को न खरीदने को कहा है, जबकि सिंगापुर की खाद्य एजेंसी ने ऐसे मसालों को वापस लेने का निर्देश दिया है। जिन चार उत्पादों पर प्रतिबंध लगाया गया है उनमें एमडीएच का मद्रास करी पाउडर, एवरेस्ट फिश करी मसाला, एमडीएच सांभर मसाला मिक्स और एमडीएच करी पाउडर मिक्स मसाला शामिल है।
भारत में खाद्य पदार्थों में एथिलीन ऑक्साइड के इस्तेमाल पर प्रतिबंध
भारत में खाद्य पदार्थों में एथिलीन ऑक्साइड के इस्तेमाल पर प्रतिबंध है। सरकार ने वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत मसाला बोर्ड से कहा है कि वह जागरूकता फैलाए कि उत्पादों में कोई हानिकारक तत्व नहीं मिलाया जाए। भारतीय मसालों में हानिकारक तत्व पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मसाला बोर्ड के अनुसार एथिलीन ऑक्साइड को 10.7 सेल्सियस से ऊपर के तापमान पर ज्वलनशील, रंगहीन गैस होता है। कीटनाशक के तौर पर भी इसका इस्तेमाल होता है। इसका उपयोग मुख्य रूप से चिकित्सा उपकरणों को स्टरलाइज करने के लिए भी किया जाता है। प्राकृतिक स्त्रोतों के अलावा, इसे जल-जमाव वाली मिट्टी, खाद और कीचड़ से भी पैदा किया जा सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर ने एथिलीन ऑक्साइड को ‘समूह 1 कार्सिनोजेन’ (कैंसर पैदा करने वाला) के रूप में वर्गीकृत किया है। इस बात के पर्याप्त साक्ष्य हैं कि यह मनुष्यों में कैंसर का कारण बन सकता है। अमेरिकी पर्यावरण संरक्षण एजेंसी (ईपीए) के अनुसार इसके संपर्क से अवसाद और आंखों में जलन हो सकती है। लंबे समय तक संपर्क में रहने से आंखों, त्वचा, नाक, गले और फेफड़ों में जलन हो सकती है और मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को नुकसान हो सकता है।

 

सेना पर खर्च करने के मामले में दुनिया का चौथा देश बना भारत, सिपरी की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
Posted Date : 24-Apr-2024 8:00:02 am

सेना पर खर्च करने के मामले में दुनिया का चौथा देश बना भारत, सिपरी की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

नई दिल्ली । भारत सेना पर सबसे ज्यादा खर्च वालों की लिस्ट में दुनिया का चौथा बड़ा देश है। इसकी जानकारी स्टॉकहोम इंटरनैशनल पीस रिसर्च इंस्टिट्यूट की रिपोर्ट में सामने आई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पड़ोसी देश चीन के बढ़ते सैन्य खर्च और क्षेत्र में बढ़ते तनाव ने पड़ोसी मुल्कों के भी खर्च को बढ़ा दिया है। इसी बीच जापान और ताइवान ने भी अपने सैन्य वजट में 11 प्रतिशत का इजाफा किया है। रिपोर्ट के अनुसार, 2022 के मुकाबले भारत ने अपनी सेना पर 4.2 प्रतिशत अधिक खर्च किया।
रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में अपनी सेना पर सबसे ज्यादा अमेरिका ने खर्च किया है। दूसरे नंबर नंबर पर चीन और तीसरे स्थान पर रूस है। भारत का नाम चौथे पायदान पर है। भारत साल 2022 में भी सेना पर खर्च करने वाले देशों की लिस्ट में चौथे स्थान पर था। भारत ने पिछले साल 2023 में 83.6 बिलियन अमेरिका डॉलर खर्च किया।
रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन का सैन्य खर्च 51 प्रतिशत बढक़र 64.80 बिलियन डॉलर हो गया। रूस का सैन्य वजट 24 फीसदी बढक़र 109 अरब डॉलर हो गया। अमेरिका ने 2.3 प्रतिशत सैन्य बजट बढ़ाकर 916 बिलियन डॉलर कर दिया। जबकि चीन 6 प्रतिशत बढ़ाकर 296 बिलियन डॉलर कर दिया। दुनिया में हथियार खरीदने की ऐसी होड़ मची कि वैश्विक सैन्य खर्च 7त्न बढक़र 2,443 बिलियन डॉलर हो गया। 2023 में वैश्विक सैन्य खर्च में एक दशक की सबसे तेज वृद्धि हुई है। यह इजाफा दुनिया के कई हिस्सों में चल रही जंगों और अन्य वजहों से हुआ है।

 

सुप्रीमकोर्ट ने रामदेव को फिर लगाई फटकार, पूछा- क्या माफीनामे का साइज विज्ञापन जितना बड़ा था?
Posted Date : 24-Apr-2024 7:58:52 am

सुप्रीमकोर्ट ने रामदेव को फिर लगाई फटकार, पूछा- क्या माफीनामे का साइज विज्ञापन जितना बड़ा था?

नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को योग गुरु रामदेव और उनके सहयोगी बालकृष्ण और पतंजलि आयुर्वेद को भ्रामक विज्ञापन मामले में एक बार फिर से फटकार लगाई है। कोर्ट में पतंजलि की तरफ से कहा गया कि उन्होंने 67 अखबारों में विज्ञापन देकर माफीनामा छपवाया था। इसमें 10 लाख रुपये का खर्चा आया। इस पर कोर्ट ने उनसे पूछा कि क्या ये माफीनामा उतने ही साइज के थे, जितने साइज के आपके पहले वाले विज्ञापन थे।
कोर्ट ने ये भी पूछा कि क्या आप हमेशा इतने ही साइज का विज्ञापन छपवाते हैं। इस मामले में अब 30 अप्रैल को फिर से सुनवाई होनी है। इस सुनवाई में रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को कोर्ट में हाजिर रहने को कहा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रामदेव के वकील ने जवाब में कहा कि माफीनामे का साइज विज्ञापनों जितना बड़ा नहीं था, क्योंकि इसकी कीमत बहुत ज्यादा है, लाखों में। जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की बेंच ने रामदेव और बालकृष्ण से कई सवाल पूछे।
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने रामदेव से पूछा कि अपने क्या किया? तो उनके वकील मुकुल रोहतगी ने अदालत को बताया कि उन्हें 67 अखबारों में एड दिया, जिसमें दस लाख रुपये का खर्चा आया है। इस पर बेंच रामदेव और बालकृष्ण पर नाराजगी जाहिर करते हुए पूछा कि आपने अपना विज्ञापन कहां प्रकाशित कराया और इसमें इतना वक्त क्यों लगा। क्या ये विज्ञापन उतने ही साइज के थे, क्या आप हमेशा इतने ही साइज का एड देते हैं। इस पर अधिवक्ता ने कहा, नहीं, महोदय.. इसकी कीमत बहुत ज्यादा है.. लाखों रुपये है।
बेंच के सवालों का जवाब देते हुए अधिवक्ता ने कहा कि हमने विज्ञापन नहीं माफीनामा प्रकाशित कराया है। इस पर जस्टिस हिमा कोहली ने कहा कि इसे कल क्यों दायर किया गया? हम अब बंडलों को नहीं देख सकते! इसे हमें पहले ही दिया जाना चाहिए था।
इससे पहले 16 अप्रैल को, सुप्रीम कोर्ट रामदेव, उनके सहयोगी बालकृष्ण और पतंजलि आयुर्वेद को भ्रामक विज्ञापन मामले में सार्वजनिक माफी मांगने के लिए एक सप्ताह का समय दिया, लेकिन यह भी कहा कि वह अभी उन्हें इस चरण में राहत नहीं देने जा रहा है। शीर्ष अदालत 2022 में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (ढ्ढरू्र) द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई कर रही है, जिसमें कोविड टीकाकरण अभियान और चिकित्सा की आधुनिक प्रणालियों को नीचा दिखाने का आरोप लगाया गया है।

 

रामलला का दर्शन कर निहाल हुए 30 देशों के रामभक्त
Posted Date : 22-Apr-2024 1:17:18 pm

रामलला का दर्शन कर निहाल हुए 30 देशों के रामभक्त

  • -राम दरबार में 90 विदेशी रामभक्तों ने हनुमान चालीसा पढऩे के साथ किया रामलला का दर्शन
  • -प्रवासी भारतीयों की 400 श्रद्धालुओं की टोली ने अयोध्या में रामलला के दर्शन किये

अयोध्या। श्रीरामलला का दर्शन करने सोमवार को 30 देशों से 90 विदेशी श्रद्धालु पहुंचे। श्रद्धालुओं का नेतृत्व वैश्विक भारत के ब्रांड अंबेस्डर व दिल्ली स्टडी ग्रुप के अध्यक्ष व पूर्व विधायक डॉ. विजय जौली ने किया। सभी श्रद्धालुओं का स्वागत रामनामी अंगवस्त्र देकर व माथे पर चंदन का तिलक लगाकर किया गया। इससे पहले बीती शाम सभी श्रद्धालु सरयू घाट पर आरती में भी शामिल हुए। इस टोली ने हनुमान गढ़ी मंदिर पहुंचकर राम भक्त बजरंगबली का आशीर्वाद भी लिया। वहीं सोमवार को सभी ने श्रीराम मंदिर में बैठकर सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। इस दौरान प्रवासी भारतीयों की 400 श्रद्धालुओं की टोली ने भी रामलला के दर्शन किये।
अयोध्या पहुंचने वालों में प्रमुख रूप से भूटान के राजदूत मेजर जनरल वेत्सोप नामग्याल, काउंसलर दोरजिक किंजांग, चीन गणराज्य (ताइवान) प्रतिनिधि कुमारी त्साई जेन चुन, भारत में रोमानिया महावाणिज्य दूत विजय मेहता व टुवालू महावाणिज्य दूत डॉ. दीपक जैन और निर्वासित तिब्बत संसद के स्पीकर खेंपो सोनम तेनफेल उपस्थित रहे। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अतिथियों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए चाक-चौबंद इंतजाम किए गए थे।
दर्शन करने वाले प्रवासी भारतीयों में ऑस्ट्रेलिया, ब्रुनेई, भूटान, कनाडा, कोलंबिया, कंबोडिया, जॉर्जिया, गुयाना, केन्या, कजाकिस्तान, मलेशिया, मोजाम्बिक, मकाऊ, नाइजीरिया, नेपाल, नॉर्वे, रोमानिया, रवांडा, स्पेन, सिंगापुर, सिंट मार्टेन, चीन गणराज्य (ताइवान), ताजिकिस्तान, त्रिनिदाद एण्ड टोबैगो, तुवालु, तिब्बत, युगांडा, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त अरब अमीरात, उज्बेकिस्तान, संयुक्त राज्य अमेरिका इत्यादि देशों के प्रतिनिधि शामिल रहे। सभी के भोजन की व्यवस्था दिल्ली के समाजसेवी गोपाल गर्ग ने की।  बता दें कि बीते वर्ष 23 अप्रैल 2023 को डॉ. जौली की पहल पर 156 देशों व 7 महाद्वीपों के नदियों व समुद्रों के जल से राम मंदिर में अभिषेक किया गया था।
इस अवसर पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चंपत राय, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख राम लाल,विश्व हिन्दू परिषद के संरक्षक दिनेश,उज्बेकिस्तान के व्यवसायी अशोक के. तिवारी (प्रवासी भारतीय सम्मान से सम्मानित), भूपेंद्र कंसल (महामंत्री हिमालय परिवार) विशेष रूप से उपस्थित रहे।

 

सियाचिन कोई साधारण भूमि नहीं, भारत के शौर्य और पराक्रम की राजधानी है : राजनाथ सिंह
Posted Date : 22-Apr-2024 1:16:51 pm

सियाचिन कोई साधारण भूमि नहीं, भारत के शौर्य और पराक्रम की राजधानी है : राजनाथ सिंह

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन कोई साधारण भूमि नहीं है। यह उन भारतीय सैनिकों के बलिदान, वीरता और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है, जो बेहद खराब हालात और खराब मौसम में भी मातृभूमि की रक्षा करते हैं।
राजनाथ सिंह ने सियाचिन के कुमार पोस्ट पर तैनात सशस्त्र बल के जवानों से भी बातचीत की और देश की संप्रभुता और दृढ़ता की रक्षा करते समय कर्तव्य को हर चीज से ऊपर रखने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।
राजनाथ ने कहा, सियाचिन की भूमि कोई साधारण भूमि नहीं हैज् जैसे नई दिल्ली हमारी राजनीतिक राजधानी है, मुंबई हमारी वाणिज्यिक राजधानी है और बेंगलुरु तकनीकी राजधानी है, उसी तरह जब शौर्य, बलिदान और पराक्रम की बात आती है तो सियाचिन देश की राजधानी है।
13 अप्रैल 1984 को लॉन्च किए गए ‘ऑपरेशन मेघदूत’ के 40 साल पूरे होने के मौके पर भारतीय सेना ने जश्न मनाया। उनके साथ थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे भी साथ थे। राजनाथ सिंह ने कहा कि उनका मानना है कि त्योहार सबसे पहले देश के रक्षकों के साथ मनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, मैं तीनों सेनाओं के प्रमुखों से एक दिन पहले सैनिकों के साथ त्योहार मनाने की नई परंपरा स्थापित करने का आग्रह करता हूं।

 

ट्रक ने दो मोटरसाइकिलों को मारी टक्कर, शादी समारोह से लौट रहे 4 लोगों की मौत; एक की हालत गंभीर
Posted Date : 22-Apr-2024 1:16:18 pm

ट्रक ने दो मोटरसाइकिलों को मारी टक्कर, शादी समारोह से लौट रहे 4 लोगों की मौत; एक की हालत गंभीर

लखीसराय। बिहार के लखीसराय जिले के मेदनी चौक थाना क्षेत्र में सोमवार तडक़े एक ट्रक ने दो मोटरसाइकिलों को टक्कर मार दी। इस घटना में मोटरसाइकिल सवार चार लोगों की मौत हो गई, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया।
पुलिस के मुताबिक, दो बाइक पर सवार होकर पांच लोग पास से ही एक शादी समारोह में भाग लेकर लौट रहे थे। इसी दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग 80 पर हैबतगंज के पास अज्ञात वाहन ने दोनों बाइकों को टक्कर मार दी। हादसे में मौके पर ही चार लोगों की मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई। मेदनी चौक थाना के प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि मृतकों में पुग्गी यादव, लक्ष्मी महतो, मनीष कुमार, कुणाल कुमार शामिल हैं, वहीं सूरज कुमार जख्मी है। हादसे के शिकार सभी लोग लखीसराय और मुंगेर के निवासी थे और पास के ही एक गांव में बारात में शामिल होकर लौट रहे थे। ठोकर मारने वाला वाहन भागने में सफल रहा। पुलिस मामले की जांच कर रही है।