पटना । पटना के मनेर इलाके में गंगा नदी के बीच में एक मोटरबोट में एलपीजी सिलेंडर फटने से पांच मजदूरों की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए। विस्फोट सिलेंडर से एलपीजी के रिसाव के कारण हुआ, जब उसका एक नाविक मोटरबोट पर खाना बना रहा था। इस हादसे में नाव पर मौजूद मजदूर जिंदा जल गए। नाव पर जले शवों की बहुत ही भयावह तस्वीरें सामने आई हैं। अब तक चार मृतकों की पहचान का दावा किया जा रहा है। इनमें से तीन स्थानीय हैं, जबकि एक झारखंड का रहने वाला है।
लेकिन मोटरबोट नदी में डूबने से बच गई। अन्य नाविकों ने उसे मनेर में गंगा नदी के तट पर लाने में कामयाबी हासिल की। घायलों को मनेर के स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मोटरबोटों का उपयोग आमतौर पर रेत के परिवहन के लिए किया जाता है। इस क्षेत्र में अधिकांश नाव रेत माफिया द्वारा चलाई जाती हैं।
नई दिल्ली । देशभर में कोरोना की तरह एक और संक्रामक रोग तेजी से फैल रहा है। लंपी स्किन डिसीज नामक इस बीमारी से गाय और भैंसे बड़ी संख्या में बीमार हो रही हैं। इसका सबसे ज्यादा असर दुधारू पशुओं पर दिख रहा है। कई पशुओं की इस वायरस से मौत हो गई है। लेकिन अब जानवरों में लंपी पॉक्स बीमारी से लडऩे के लिए पहली स्वदेशी वैक्सीन तैयार हो गई है। इस वैक्सीन को अब इमरजेंसी यूज की मंजूरी भी मिल गई है, जोकि अगले हफ्ते तक उपलब्ध हो जाएगी।
हरियाणा के वैज्ञानिकों ने तैयार की वैक्सीन
हरियाणा के केन्द्रीय अश्व अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने लंपी वायरस के खिलाफ स्वदेशी वैक्सीन तैयार कर ली है। उत्तराखंड, राजस्थान समेत कई राज्यों में ट्रायल भी हो चुका है। जिसे अब कृषि मंत्रालय ने इमरजेंसी यूज की मंजूरी दे दी है। अगले सप्ताह तक वैक्सीन बाजार में आ जाएगी। वैक्सीन बीकानेर वेटरनरी यूनिवर्सिटी से पीजी करने वाले अलवर निवासी डॉ. नवीन की अगुवाई में हरियाणा में 51 सेंटरों पर तैयार हुई है।
जानकारी के मुताबिक एक साल पहले ही वैक्सीन पर 90प्रतिशत काम पूरा हो गया था लेकिन एप्रूवल प्रोसेस पूरा नहीं हुआ था। दावा है कि यह एक साल के लिए पशु को पूरी तरह सुरक्षित रखेगी। फिलहाल वैक्सीन का नाम अभी तय नहीं हुआ है। गौरतलब है कि 2019 में पहली बार लंपी पॉक्स वायरस मिला था। जिसके बाद इसके वैज्ञानिकों ने सैंपल लेकर जांच शुरू की थी।
तिरुवनंतपुरम । दक्षिणी राज्य केरल के कई इलाके भारी बारिश के चलते बाढ़ का सामना कर रहे हैं। बरसात के बीच जंगल में फंसी तीन गर्भवती महिलाओं को रेस्क्यू टीम से सुरक्षित बाहर निकाला है। ये महिलाएं जंगल के बीचोबीच भारी बारिश के चलते फंस गई थीं। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट और पुलिस की मदद से उन्हें कॉलोनी तक पहुंचाया गया।
तीन में एक महिला ने अस्पताल जाने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद उसने जंगल में ही बच्ची को जन्म दिया। मां और बेटी दोनों ही सुरक्षित हैं। अन्य दो महिलाएं 6 और 7 महीने की गर्भवती हैं। जिला चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में एक टीम ने तीनों को आश्वस्त किया और बाद में उन्हें चालकुडी तालुक अस्पताल में शिफ्ट किया गया।
स्वास्थ्य मंत्री ने रेस्क्यू टीम को दी बधाई
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने गर्भवती महिलाओं को बचाने वाली टीम को बधाई दी है। बता दें कि राज्य के दक्षिण जिलों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से शुक्रवार को लोगों को थोड़ी राहत मिली। हालांकि, मौसम विज्ञान विभाग ने राज्य के उत्तरी हिस्से के आठ जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
इन जिलों में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने केरल के इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कसारगोड जिलों के लिए भारी वर्षा का पूर्वानुमान व्यक्त करते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, जल संसाधन मंत्री रोशी ऑगस्टाइन ने बताया है कि मुल्लापेरियार जलाशय के तीन द्वार आज खोले जाएंगे ताकि अतिरिक्त पानी छोड़ा जा सके।
नई दिल्ली । भारत ने मलेशिया को 18 हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस बेचने की पेशकश की है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, मिस्र, संयुक्त राज्य अमेरिका, इंडोनेशिया और फिलीपींस भी इसमें रुचि रखते हैं। भारत सरकार ने पिछले साल राज्य के स्वामित्व वाली हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को स्थानीय रूप से उत्पादित तेजस जेट्स के लिए 2023 के आसपास डिलीवरी के लिए 6 बिलियन डॉलर का अनुबंध दिया था।
हाल में मलेशिया की पहली पसंद बनने के बाद स्वदेशी तेजस युद्धक जेट विमान सुर्खियों में था। एक बार फिर यह चर्चा में है। इस भारतीय विमान का मुकाबला चीन, रूस और दक्षिण कोरिया के विकसित विमानों से था, लेकिन अपनी बेहतरीन खूबियों के कारण यह सभी देशों के विमानों पर भारी पड़ा। इन देशों के विमानों से भारत का तेजस सर्वश्रेष्ठ साबित हुआ।
रक्षा विशेषज्ञ कमर अघा का कहना है कि अगर तेजस विमान की तुलना सुखोई से की जाए तो यह उससे ज्यादा हल्के हैं। ये विमान आठ से नौ टन तक बोझ लेकर उडऩे में पूरी तरह से सक्षम हैं। ये विमान उतने ही हथियार और मिसाइल लेकर उड़ सकता है, जितना इससे ज्यादा वजन वाला सुखोई विमान।
उन्होंने कहा कि इनकी सबसे बड़ी खूबी इसकी स्पीड है। हल्के होने के कारण इनकी गति बेमिसाल है। ये विमान 52 हजार फीट की ऊंचाई तक ध्वनि की गति यानी मैक 1.6 से लेकर 1.8 तक की तेजी से उड़ सकते हैं।
खास बात यह है कि सुखोई विमानों का उत्पादन भी एचएएल ही करती है। उनका कहना है कि तेजस मार्क-1ए, सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान से इसलिए भी महंगा है, क्योंकि इसमें कई आधुनिक उपक्रम जोड़े गए हैं। मसलन इसमें इसरायल में विकसित रडार हैं। इसके अलावा इस विमान में स्वदेश में विकसित किया हुआ रडार भी है। यह विमान काफी हल्का है और इसकी मारक क्षमता भी बेहतर है। यह बहुआयामी लड़ाकू विमान है।
तेजस में नई तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इसमें क्रिटिकल आपरेशन क्षमता के लिए एक्टिव इलेक्ट्रानिकली-स्कैन्ड रडार लगा है। यह हवा में ईंधन भर सकता है और जंग के लिए दोबारा तैयार हो सकता है। तेजस दूर से ही दुश्मन के विमानों पर निशाना साध सकता है। इतना ही नहीं यह दुश्मन के रडार को भी चकमा देने की क्षमता रखता है।
उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब भारतीय वायु सेना के बेड़े में लड़ाकू विमानों की कमी हो रही है, इस तेजस का स्वागत होना चाहिए। तेजस विमानों की इस परियोजना की नींव वर्ष 1983 में ही रखी गई थी। तेजस ने अपनी पहली उड़ान वर्ष 2001 के जनवरी में भरी थी। इस विमान को भारतीय वायु सेना के स्क्वाड्रन में 2016 में ही शामिल किया जा सका।
भारत के स्वदेशी तेजस युद्धक जेट विमान मलेशिया की पहली पसंद बन गए हैं। इस दक्षिणपूर्वी एशियाई देश ने अपने पुराने युद्धक विमानों की जगह अत्याधुनिक तेजस विमानों की खरीद पर भारत से बातचीत शुरू कर दी है।
नई दिल्ली । अपनी माशूका का बदला लेने के लिए वो सीरियल किलर बन गया और आठ महिलाओं को मारने की साजिश रच डाली। तीन महिलाओं का कत्ल कर चुका था। उन महिलाओं को मारकर उनके शवों को काटकर अलग-अलग जगह ठिकाने लगाते थे। पुलिस के अनुसार, चौथी महिला को मारने की तैयारी ही कर रहे थे तभी वे पकड़े गए। किलर ने अपने कूबलनामे में बताया कि ये महिलाएं उसकी प्रेमिका को देह व्यापार में धकेलने के लिए जिम्मेदार थे।
कर्नाटक में महिलाओं की हत्या करने सीरियल किलर की पहचान रामनगर जिले के कुदुर निवासी टी सिद्दलिंगप्पा के रूप में हुई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि चंद्रकला नाम की एक महिला, जिसके बारे में आरोपी ने अपनी प्रेमिका होने का दावा किया था, को भी हत्याओं में उसकी मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
तीन का कल्त, और पांच की प्लानिंग
इस साल की शुरुआत में बेंगलुरु और मैसूर में तीन महिलाओं की हत्या करने के बाद, आरोपी ने पांच और महिलाओं को मारने का लक्ष्य रखा था, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, जब पुलिस ने गुरुवार को उसे गिरफ्तार किया, तो वह एक और महिला की हत्या की तैयारी कर रहा था।
नहर में सिर कटी लाश मिली, तब पता लगा
मामले की जांच तब शुरू हुई जब पुलिस को 8 जून को मांड्या में एक पानी की नहर के पास दो महिलाओं के शरीर के कटे हुए अंग मिले। एक शव के बेट्टनहल्ली के पास बेबी लेक नहर में और दूसरा अरकेरे गांव के पास सीडीएस नहर में मिला था। हालांकि शव एक-दूसरे से 25 किमी दूर पाए गए थे, लेकिन उनके बीच एक समान संबंध था - दोनों शवों के केवल निचले हिस्से ही बरामद किए गए।
किलर का कबूलनामा
पूछताछ के दौरान आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसके कुछ साल पहले सेक्स वर्कर के तौर पर काम करने वाली चंद्रकला से उसके संबंध हो गए थे। मैसूरु के दक्षिणी रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) प्रवीण मधुकर पवार ने कहा कि जैसे-जैसे वे करीब आते गए, उसने वेश्यावृत्ति में उतरने के बारे में अपनी आपबीती सुनाई। इसके बाद आरोपी ने उन सभी महिलाओं की हत्या करने का फैसला किया, जिन पर चंद्रकला ने दावा किया था कि वे उसे देह व्यापार में धकेलने में शामिल थीं।
ऐसे लिया इंतकाम
पुलिस के अनुसार, मैसुरु में, उन्होंने एक घर किराए पर लिया था। चंद्रकला की मदद से, उन्होंने अलग-अलग दिनों में अपनी परिचित दोनों महिलाओं को घर पर आमंत्रित किया। शवों को काटने से पहले उसने उनका गला घोंटा गया। इसके बाद दोनों आरोपी मोटरसाइकिल पर सवार होकर मांड्या गए और शरीर के अंगों को दो अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया।
नयी दिल्ली। देश के नये उपराष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए कल शनिवार को मतदान होगा। इसमें मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ और विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा के बीच है। आंकड़ों के लिहाज से देखा जाए तो पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल धनखड़ की जीत सुनिश्चित लग रही है। विपक्षी दलों में उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर मतभेद भी सामने आए हैं, क्योंकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस ने अल्वा के नाम की घोषणा से पहले सहमति न बनाने की कोशिशों का हवाला देते हुए मतदान प्रक्रिया से दूर रहने की घोषणा की है। अस्सी वर्षीय अल्वा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता हैं और वह राजस्थान के राज्यपाल के रूप में भी काम कर चुकी हैं।
धनखड़ 71 वर्ष के हैं और वह राजस्थान के प्रभावशाली जाट समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। उनकी पृष्ठभूमि समाजवादी रही है। संसद भवन में मतदान सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक होगा। इसके तुरंत बाद मतों की गिनती की जाएगी और देर शाम तक निर्वाचन अधिकारी द्वारा देश के नये उपराष्ट्रपति के नाम की घोषणा कर दी जाएगी।
उपराष्ट्रपति के रूप में एम वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है और नए उपराष्ट्रपति 11 अगस्त को शपथ लेंगे। लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्य उपराष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचक मंडल में शामिल होते हैं। इसमें मनोनीत सदस्य भी मतदान करने के पात्र होते हैं। संसद में सदस्यों की मौजूदा संख्या 788 है, जिनमें से केवल भाजपा के 394 सांसद हैं। जीत के लिए 390 से अधिक मतों की आवश्यकता होती है। धनखड़ यदि उपराष्ट्रपति निर्वाचित होते हैं, तो यह एक इत्तेफाक ही होगा कि लोकसभा के अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति एक ही राज्य के होंगे। वर्तमान में ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष हैं और वह राजस्थान के कोटा संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति भी होते हैं।