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अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल टूर्नामेंट सुब्रतो कप की दो साल के बाद वापसी, 6 सितंबर से शुरू होंगी प्रतियोगिताएं
Posted Date : 25-Aug-2022 4:31:12 am

अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल टूर्नामेंट सुब्रतो कप की दो साल के बाद वापसी, 6 सितंबर से शुरू होंगी प्रतियोगिताएं

नई दिल्ली  ।  सुब्रतो कप के 61वें संस्करण का आयोजन 2 साल के बाद होने जा रहा है। कोरोना के चलते इस प्रतियोगिता का आयोजन नहीं हो पाया था। सुब्रतो मुखर्जी स्पोर्टस एजुकेशन सोसाइटी एवं एयर फोर्स द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किये जाने वाले इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की आज घोषणा की गयी जो कि 6 सितंबर से 13 अक्टूबर के बीच हर बार की तरह नई दिल्ली में खेला जाएगा। सुब्रतो मुखर्जी स्पोर्टस एजुकेशन सोसायटी के जनरल सेक्रेटरी एवं विंग कमांडर यशवंत सिंह पंघल ने कहा कि ‘मुझे ये बताते हुए काफी खुशी हो रही है कि सुब्रतो कप का आयोजन हम फिर से कर पा रहे हैं। जिसका उद्देशय भारत में ज़मीनी स्तर पर फ़ुटबाल को प्रमोट करना है। सितंबर में इस प्रतियोगिता का आयोजन होने करने जा रहे हैं।’
सुब्रतो कप का आयोजन 3 कैटेगरी में किया जाएगा। सब जूनियर बॉयज़ (अंडर-14) जिसकी शुरूआत 6 सिंतबर को होगी और 15 सितंबर को इसका फाइनल खेला जाएगा। जूनियर गर्ल्स (अंडर-17) जो 19 सितंबर से शुरू हो कर 28 सितम्बर तक खेला जाएगा। वहीँ जूनियर बॉयज़ (अंडर -17) केटेगरी की शुरुआत 3 अक्टूबर को होगी जिसका फाइनल 22 अक्टूबर को होगा और इसी दिन सुब्रतो कप का समापन समारोह भी निर्धारित है। सुब्रतो कप के उद्घाटन समारोह और फाइनल का सीधा प्रसारण डीडी स्पोर्टस पर होगा। वहीं इस प्रतियोगिता के विजेता,उपविजेताओं को विभीन्न आयु वर्ग में कुल 23 लाख की धन राशि दी जाएगी। अन्य धन राशि वाले पुरस्कार जैसे फेयर प्ले, बेस्ट प्लेयर, बेस्ट गोलकीपर, बेस्ट कोच एवं बेस्ट स्कूल हैं।
75 खिलाडिय़ों को मिलेगी छात्रवृत्ति
सुब्रतो कप में कई महानतम फुटबाल खिलाडिय़ों का एक पैनल तीनों श्रेणियों से 25 सर्वश्रेष्ठ खिलाडिय़ों को स्कालरशिप के लिए चुनेगा। जूनियर बॉयज़ केटेगरी एवं जूनियर गर्ल्स केटेगरी से चुने गए 25-25 बच्चों को 25 हज़ार की छत्रवृत्ति जबकि सब-जूनियर्स बॉयज़ श्रेणी से टॉप 25 बच्चों को 15 हज़ार की स्कॉलर्शिप प्रदान की जाएगी।
भविष्य के कई भारतीय फुटबॉलरों के लिए पहला कदम
अतीत और वर्तमान के कई प्रमुख भारतीय फ़ुटबॉल खिलाड़ी जिन्होंने देश को सम्मानित किया है वह सुब्रतो कप रैंक के माध्यम से राष्ट्रीय टीम में गए थे। श्याम थापा और बाईचुंग भूटिया जैसे दिग्गजों के साथ-साथ रॉबिन सिंह, ब्रूनो कॉटिन्हो, परिमल डे, विक्टर अमल राज, हरजिंदर सिंह, वीपी सत्यन, श्यामल बनर्जी, उत्तम राय और जैकी चंद सिंह जैसे खिलाड़ी कुछ ऐसे नाम हैं जिन्होंने अपने स्कूल के समय में सुब्रतो कप खेला है। अंतर्राष्ट्रीय दिग्गज, रिवाल्डो, रॉबर्टो कार्लोस (दोनों 2016 में) और उनमें से सबसे महान, पेले (2015) जैसे अंतर्राष्ट्रीय दिग्गजों ने भी इस टूर्नामेंट के पिछले संस्करणों में गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में टूर्नामेंट की शोभा बढ़ाई है। सुब्रतो कप 2022 इस साल चार अलग-अलग स्थानों में आयोजित किया जाएगा। डॉ बीआर अंबेडकर स्टेडियम (दिल्ली गेट), तेजस फुटबॉल ग्राउंड (रेस कोर्स), सुब्रतो पार्क और जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में सभी मैच खेले जाएंगे। अपने-अपने राज्यों का प्रतिनिधित्व करने वाली लगभग 85 विभिन्न स्कूल टीमें, एशिया के इस सबसे महत्वपूर्ण इंटर स्कूल प्रतियोगिता में भाग लेंगी। बांग्लादेश के एक स्कूल ने भी प्रतियोगिता में भाग लेने की पुष्टि की है।
समारोह
प्रेस कांफ्रेंस और कर्टेन रेजऱ  1 सितंबर 2022
उद्घाटन समारोह  6 सितंबर 2022
फाइनल सब-जूनियर बॉयज (अंडर-14)  15 सितंबर 2022
फाइनल जूनियर गर्ल्स (अंडर-17)  28 सितंबर 2022
समापन समारोह और फाइनल जूनियर बॉयज (अंडर-17)  13 अक्टूबर 2022
डायमंड जुबली (60वां) संस्करण के विजेता और उपविजेता
सब जूनियर बॉयज (अंडर-14)
विजेता  सैदान सेकेंडरी स्कूल, मिजोरम
उपविजेता  यूनिक मॉडल अकादमी, मणिपुर
जूनियर गर्ल्स (अंडर-17)
विजेता  बांग्लादेश क्रीडा शिक्षा प्रतिष्ठान, बांग्लादेश (बीकेएसपी)
उपविजेता- नीलमणि इंग्लिश स्कूल, मणिपुर
 जूनियर बॉयज (अंडर-17)
विजेता- होपवेल एलियास हायर सेकेंडरी स्कूल, मेघालय
उपविजेता- बांग्लादेश क्रीड़ा शिक्षा प्रोटीशटन, बांग्लादेश (बीकेएसपी)

नशा तस्करी के खिलाफ असम राइफल्स की बड़ी कार्रवाई, 17 करोड़ की ब्राउन शुगर जब्त
Posted Date : 25-Aug-2022 4:30:16 am

नशा तस्करी के खिलाफ असम राइफल्स की बड़ी कार्रवाई, 17 करोड़ की ब्राउन शुगर जब्त

नई दिल्ली। नशीले पदार्थों की तस्करी पर असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 17.20 करोड़ रुपए की ब्राउन शुगर जब्त की है। असम राइफल्स की तरफ से ये जानकारी दी गई है।
जानकारी के मुताबिक, असम राइफल्स के जवानों को एक खुफिया इनपुट के आधार पर पता चला कि म्यांमार से मणिपुर के टेंग्नौपाल जिले में नशीले पदार्थों की बड़ी खेप भेजी जा रही है। इसी इनपुट के आधार पर असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस ने सीमा के पास एक संयुक्त अभियान में म्यांमार की तरफ से भारत आ रहे 2 व्यक्तियों की संदिग्ध गतिविधियां देखी। जवानों के चुनौती देने पर दोनों व्यक्तियों ने अपने पास रखे बोरे फेंक दिए और म्यांमार की तरह भाग गए। बोरियों की जब तलाशी ली गई, तो उसमें से 8.6 किलो ब्राउन शुगर बरामद हुई। जब्त की गई ब्राउन शुगर की कीमत 17.20 करोड़ बताई जा रही है।
इस पूरे अभियान को असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस ने टेंग्नौपाल जिले के सीमावर्ती शहर मोरेह में अंजाम दिया। बरामद किए गए ब्राउन शुगर को आगे की जांच के लिए मोरेह पुलिस को सौंप दिया गया है। इसके पीछे सीमा पार से तस्करों का कौन सा नेटवर्क काम कर रहा है, उसकी भी जांच की जा रही है। गौरतलब है कि राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में जो ड्रग्स सप्लाई की जाती है, उसमें से ज्यादातर म्यांमार के रास्ते मणिपुर से ही आती है। ऐसे में पूर्वोत्तर राज्यों में सक्रिय असम राइफल्स के जवान ड्रग तस्करी को रोकने के लिए हमेशा मुस्तैद रहते हैं।

 

फ्लोर टेस्ट से पहले खेला : आरजेडी के सांसद, एमएलसी समेत कई नेताओं के घर सीबीआई की रेड
Posted Date : 25-Aug-2022 4:29:57 am

फ्लोर टेस्ट से पहले खेला : आरजेडी के सांसद, एमएलसी समेत कई नेताओं के घर सीबीआई की रेड

पटना। बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार के फ्लोर टेस्ट से पहले केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई और ईडी ने छापेमारी की है। बताया जा रहा है कि सीबीआई ने जॉब के बदले जमीन मामले में पटना में आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह, आरजेडी सांसद अशफाक करीम, फैयाज अहमद और पूर्व एमएलसी सुबोध राय के यहां भी छापेमारी की है। वहीं झारखंड में छापेमारी की खबर है।
बुधवार सुबह सीबीआई की टीम पटना स्थित अशफाक करीम और सुनील सिंह के घरों पर छापेमारी करने पहुंची। इसके अलावा फैयाद अहमद और सुबोध राय के आवास पर भी छापेमारी की खबर है। बताया जा रहा है कि कथित लैंड फॉर जॉब स्कैम में यह छापेमारी की जा रही है। सुनील सिंह और सुबोध राय आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबी हैं। बता दें कि आज ही विधानसभा में नीतीश सरकार को बहुमत साबित करना है।
जानकारी के मुताबिक बुधवार सुबह करीब 8 बजे सीबीआई की टीम सुनील सिंह के पटना स्थित आवास पर पहुंची। सीबीआई अधिकारियों के साथ सुरक्षाबल भी मौजूद है। आरजेडी सांसद अशफाक करीम के घर भी सीबीआई की टीम पहुंची है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। साथ ही आरजेडी सांसद फैयाज अहमद और पूर्व एमएलसी सुबोध राय के आवास पर भी रेड की सूचना है।
सीबीआई की ये कार्रवाई बिहार विधानसभा में महागठबंधन सरकार के फ्लोर टेस्ट से ठीक पहले हुई है। राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद बुधवार को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है, जिसमें नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नई सरकार का बहुमत परीक्षण होगा। इसके साथ ही स्पीकर विजय सिन्हा के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर भी वोटिंग होगी।
सीबीआई ने रेल मंत्री रहे लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, दो बेटियां, नौकरशाह और कुछ निजी व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज किया था। आरोप हैं कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे में ग्रुप डी पोस्ट पर लोगों को नौकरियां दिलाई गईं, इसके बदले में जमीन लालू परिवार के लोगों के नाम पर करवा दी गईं। जांच में सामने आया कि रेलवे की ओर से उन पदों पर भर्ती के लिए किसी तरह का नोटिफिकेशन नहीं निकाला गया था। लालू परिवार के लोगों ने इस कथित घोटाले में एक लाख वर्ग फीट से ज्यादा की जमीन अपने नाम करवा ली थी। इससे पहले सीबीआई ने लालू परिवार के ठिकानों पर भी छापेमारी की थी। पिछले महीने लालू यादव के पूर्व ओएसडी भोला यादव को इस मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था।

 

सीएम हेमंत सोरेन के करीबी के घर से मिली 2 एके -47 राइफलें, अन्य हथियारों की बरामदगी की भी सूचना
Posted Date : 25-Aug-2022 4:29:28 am

सीएम हेमंत सोरेन के करीबी के घर से मिली 2 एके -47 राइफलें, अन्य हथियारों की बरामदगी की भी सूचना

रांची। झारखंड में सीएम हेमंत सोरेन के करीबी कारोबारी प्रेम प्रकाश के रांची स्थित ठिकाने पर चल रही ईडी की छापामारी के दौरान दो एके-47 राइफलें बरामद की गई हैं। बताया जा रहा है कि ये रायफलें हरमू स्थित उसके ठिकाने पर एक आलमारी की तलाशी के दौरान मिलीं। इसके अलावा कुछ अन्य हथियारों की बरामदगी की भी सूचना है। इसकी जांच के लिए सुरक्षा एजेंसियों को भी सूचित किया गया है। इसी मामले से जुड़ी अहम सूचना यह भी है कि ईडी ने चार्टर्ड अकाउंटेंट जे. जयपुरियार के रांची स्थित दो ठिकानों पर भी छापामारी की है। बताया जा रहा है कि वह झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अकाउंट से जुड़ी कुछ फाइलें देखते हैं।
प्रेम प्रकाश को झारखंड के सत्ता के गलियारे में पावर ब्रोकर के रूप में जाना जाता है। ईडी की टीमों ने उसके और उसके करीबियों के 18 ठिकानों पर बुधवार सुबह से छापामारी शुरू की है। इसके पहले 25 मई को भी उसके आधा दर्जन ठिकानों पर छापामारी में कई कीमती सामान बरामद किये गये थे। एक कंबोडियन कछुआ भी उसके घर से मिला था, जिसे बाद में एक चिडिय़ाघर को सौंप दिया गया।
दो एके-47 की बरामदगी की खबर फैलते ही प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा के नेता राज्य की हेमंत सोरेन सरकार पर हमलावर हो गये हैं। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने ट्विट कर कहा है कि झारखंड के मुख्यमंत्री और उनके पारिवारिक मित्र अमित अग्रवाल जी के सहयोगी प्रेम प्रकाश जी के यहां सूत्रों के अनुसार ईडी ने एके-47 बरामद किया है। यानी वह आतंकवादी व नक्सलियों का सरगना है। एनआईए को इस मामले की जांच अपने हाथ में लेनी चाहिए।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने कहा है कि प्रेम प्रकाश की राज्य की सरकार में कितनी ऊंची पहुंच रही है, यह हर कोई जानता है। अब उसके आवास से एके 47 की बरामदगी इस बात का सबूत है कि राज्य में सत्ता किस तरह के लोग चला रहे हैं।

 

लोन के जाल में पूरा परिवार खत्म : पहले पत्नी साथ में दो मासूमों को मारा, फिर किया सुसाइड
Posted Date : 25-Aug-2022 4:29:08 am

लोन के जाल में पूरा परिवार खत्म : पहले पत्नी साथ में दो मासूमों को मारा, फिर किया सुसाइड

इंदौर। बड़ी खबर मध्य प्रदेश के इंदौर से है। यहां ऑनलाइन लोन लेना परिवार के लिए काल बन गया। बता दें कि इंदौर में एक युवक ने पहले परिवार के लोगों को जहर देकर मारा और फिर खुद फांसी लगा ली। मृतक का नाम अमित यादव है। पहले उसने पत्नी टीना यादव और तीन साल की बेटी व डेढ़ साल के बेटे को जहर देकर मारा और फिर खुद फांसी लगा ली। चार लोगों की मौत से हडक़ंप मच गया। सुसाइट नोट में कर्ज से परेशान होने की बात कही है।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची ओर जांच पड़ताल जारी है। बताया जा रहा है कि इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाली भागीरथपुरा पुलिस चौकी क्षेत्र में रहने वाले अमित यादव ने कर्ज से परेशान होकर अपनी पत्नी और बच्चों को जहर देकर मार डाला, फिर खुद फांसी के फंदे पर झूल गया।
दरअसल, मध्य प्रदेश के सागर के रहने वाले अमित यादव ने जब मंगलवार सुबह अपने परिवार वालों का फोन नहीं उठाया तो भागीरथपुरा में ही रहने वाले उनके ससुराल पक्ष को सूचित किया गया। इसके बाद उनकी सास और परिवार वाले किराए पर लिए रूम पर पहुंचे तो कोई भी दरवाजा नहीं खोल रहा था। ऐसे में बाणगंगा पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़ा गया तो अमित यादव का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला। पास में ही दोनों बच्चे और पत्नी बिस्तर पर मूर्छित अवस्था में पड़े थे। जब उनकी नब्ज टटोली गई तो वह मृत पाए गए। डीसीपी धर्मेंद्र भदौरिया के मुताबिक, अमित टावर कंपनी में तकनीकी और सेटअप का काम करते थे।
पुलिस के मुताबिक, ‘पास में ही अमित का ससुराल है। रोजाना खाना उन्हीं के साथ होता था। उसके बाद रूम पर सिर्फ सोने के लिए आते हैं। एक दिन पहले ही वह उज्जैन महाकाल मंदिर के दर्शन और शाही सवारी में शामिल होने के लिए गए थे। वहां से लौटने के बाद उन्होंने दरवाजा नहीं खोला। मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें कर्ज का जिक्र है।’
सुसाइड नोट में अमित यादव ने कई कंपनियों से लोन लेने का जिक्र किया है, जिसको वह दे नहीं पा रहा था। फिलहाल पुलिस इस मामले में तहकीकात कर रही है। पड़ोसियों के मुताबिक, अमित का व्यवहार सभी से काफी अच्छा था और आसपास में भी किसी से कोई विवाद नहीं था। एक साथ चार लोगों की मौत से पूरे इलाके में हडक़ंप है।

 

यौन उत्पीडऩ के लिए महिला के कपड़े पर दोष मढऩे वाले कोझीकोड के जज का तबादला
Posted Date : 25-Aug-2022 4:28:54 am

यौन उत्पीडऩ के लिए महिला के कपड़े पर दोष मढऩे वाले कोझीकोड के जज का तबादला

तिरुवनंतपुरम।  यौन उत्पीडऩ के एक केस में महिला के कपड़े पर दोष मढऩे लाले कोझीकोड जिला सत्र न्यायाधीश एस कृष्णकुमार का तबादला हो गया है। उन्होंने दो यौन उत्पीडऩ मामलों में लेखक सिविक चंद्रन को अग्रिम जमानत देते हुए विवादास्पद टिप्पणी की थी। उनका कोल्लम (दक्षिण केरल) में श्रम अदालत में स्थानांतरित कर दिया गया है।
केरल हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल के कार्यालय की ओर से बीती देर रात कृष्णकुमार और तीन अन्य न्यायाधीशों के तबादले का फैसला जारी किया गया। मंजेरी जिला और सत्र न्यायाधीश एस मुरलीकृष्ण को कोझीकोड (उत्तरी केरल) में नए न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया है। एस कृष्णकुमार ने दो महीने पहले ही कोझीकोड की जिला सत्र अदालत में कार्यभार संभाला था।
दो जमानत याचिकाओं में विवादास्पद टिप्पणियों के बाद न्यायपालिका के उच्च स्तर के कई लोगों ने गंभीर आपत्ति व्यक्त की है। चंद्रन को अग्रिम जमानत देते हुए न्यायाधीश ने कहा था कि यौन उत्पीडऩ से संबंधित धारा 354 (ए) आरोपी के खिलाफ नहीं होगी क्योंकि महिला शिकायतकर्ता ने अपराध के समय यौन उत्तेजक पोशाक पहन रखी थी। एक दलित लेखक से जुड़े दूसरे मामले में उनकी टिप्पणी पर भी काफी विवाद हुआ।
इस साल 74 वर्षीय चंद्रन के खिलाफ यौन उत्पीडऩ के दो मामले दर्ज किए गए थे और उन्हें कोझीकोड (उत्तरी केरल) की सत्र अदालत ने दोनों मामलों में जमानत दे दी थी। पहले मामले में 17 जुलाई को एक दलित लेखिका ने शिकायत की कि चंद्रन ने उसे जबरन चूमने की कोशिश की और इस साल 17 अप्रैल को उसका शील भंग कर दिया। जिला अदालत ने इस मामले में दो अगस्त को उन्हें जमानत दे दी थी।
दोनों ही मामलों में जज की टिप्पणियों ने काफी विवाद खड़ा कर दिया। पहले मामले में जमानत देते हुए अदालत ने कहा था, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत अपराध आरोपी के खिलाफ नहीं होंगे क्योंकि यह बेहद अविश्वसनीय है कि वह पीडि़ता के शरीर को पूरी तरह से यह जानते हुए छूएगा कि वह अनुसूचित जाति की सदस्य है। इसके लिए न्यायाधीश ने एक कारण का हवाला दिया: आरोपी के शैक्षिक प्रमाण पत्र में उन्होंने उल्लेख किया कि उनकी कोई जाति या धर्म नहीं है।
अदालत ने यह कहते हुए खिंचाई की कि यह आरोपी की छवि को धूमिल करने का प्रयास है। अदालत ने कहा था, वह जाति व्यवस्था के खिलाफ लड़ रहे हैं और कई आंदोलनों में शामिल हैं। एसएसएलसी पुस्तक की प्रति से पता चलता है कि उन्होंने अपनी जाति का उल्लेख करने से इनकार कर दिया। आरोपी सुधारवादी है और जाति व्यवस्था के खिलाफ लडऩे में लगा हुआ है।
दूसरे मामले में तो उनकी टिप्पणियां अधिक भयावह थीं। जज ने फैसला सुनाते हुए कहा था, आरोपी द्वारा आवेदन के साथ पेश की गई तस्वीरों से पता चलता है कि वास्तव में शिकायतकर्ता यौन उत्तेजक कपड़े में थी। यहां तक कि यह विश्वास करना असंभव है कि 74 वर्ष की आयु और शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्ति जबरन शिकायतकर्ता को अपनी गोद में बिठा सकता है और उसके निजी अंग को यौन रूप से दबा सकता है। इसलिए यह एक उपयुक्त मामला है जिसमें आरोपी को जमानत दी जा सकती है।
पिछले हफ्ते राज्य सरकार ने दोनों मामलों में आरोपियों को दी गई जमानत पर सवाल उठाते हुए उच्च न्यायालय का रुख किया था। राष्ट्रीय महिला आयोग और कई कार्यकर्ताओं और लेखकों ने न्यायाधीश की विवादास्पद टिप्पणियों की निंदा की है।
कृष्णकुमार के साथ तीन अन्य न्यायाधीशों का भी तबादला कर दिया गया। कोल्लम श्रम न्यायालय के न्यायाधीश सी एस मोहित को एर्नाकुलम श्रम न्यायालय, एरनकुलम के अतिरिक्त न्यायाधीश को मंजेरी जिला अदालत और मंजेरी जिला और सत्र न्यायाधीश एस मुरलीकृष्ण को कोझीकोड में स्थानांतरित कर दिया गया है। एचसी रजिस्टर जनरल के कार्यालय ने इसकी जानकारी दी है।