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जम्मू-कश्मीर में बड़ी घुसपैठ की कोशिश में आतंकी... सेना के अधिकारी ने खोली दहशतगर्दों की पोल
Posted Date : 26-Jun-2022 3:50:05 am

जम्मू-कश्मीर में बड़ी घुसपैठ की कोशिश में आतंकी... सेना के अधिकारी ने खोली दहशतगर्दों की पोल

श्रीनगर। नियंत्रण रेखा के उसपार पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में बने अलग-अलग लांचिंग पैड पर करीब 150 आतंकवादी जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करने के लिए तैयार बैठे हैं जबकि 500 से 700 के करीब अन्य आतंकवादी 11 प्रशिक्षण शिविरों में प्रशिक्षण ले रहे हैं। यह दावा सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को किया। उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों की एलओसी पार घाटी में घुसपैठ करने की कोशिश को सफलतापूर्वक नाकाम किया है। 
एलओसी के उस पास मनसेरा, कोटली और मुजफ्फराबाद स्थित 11 प्रशिक्षिण शिविरों में 500 से 700 लोग आतंकवाद का प्रशिक्षण ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि खुफिया जानकारी के मुताबिक पीओके में बने लांचिंग पैड पर करीब 150 आतंकवादी जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करने के लिए तैयार बैठे हैं। अधिकारी ने कहा कि इस साल अबतक एलओसी पार कर घुसपैठ की कोई कोशिश सफल नहीं हुई है। 
आतंकी दूसरे रास्तों पर ध्यान केंद्रित कर रहे
सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में विदेशी आतंकवादियों के मारे जाने का संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा, मई तक सब कुछ ठीक रहा है। एक विशेष समूह था जिसके बारे में आप जानते हैं और उसे बांदीपोरा और सोपोर में मार गिराया गया। सैन्य अधिकारी ने बताया कि आतंकवादी अब घुसपैठ के लिए पूर्व में पहचान किए गए रास्तों के अलावा दूसरे रास्तों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने कहा, मैं यह नहीं कह रहा हूं कि हमने शून्य घुसपैठ सुनिश्चित करने के लिए प्रणाली बना ली है। हां, यहां घुसपैठ की संभावना बनी हुई है, लेकिन हाल के वर्षों में जिस तरह से हमने मजबूत सुरक्षा दीवार बनाई है, निगरानी उपकरणों सहित जिस तरह से तैनाती की गई है, उससे घुसपैठ में सफल होने की दर नीचे चली गई है।
राजौरी-पुंछ के रास्ते से घुसपैठ की कोशिश
उन्होंने कहा, इसका नतीजा है, कि जब एक ओर दबाव बढ़ता है तो वे वैकल्पिक रास्तों की तलाश करते हैं। वे (आतंकवादी) अब दक्षिण पीर पंजाल के राजौरी-पुंछ के रास्ते से घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं। अन्य मार्गों के मुकाबले यहां (कश्मीर घाटी में) घुसपैठ कम हुआ है। अधिकारी ने कहा कि अब घुसपैठ का केंद्र मोटे तौर पर दक्षिण पीर पंजाल स्थानांतरित हो गया है। तथ्य यह है कि ऐसी जानकारी है कि कुछ लोग नेपाल के रास्ते भी आने की कोशिश कर रहे हैं।  उन्होंने कहा कि आतंकवादियों की संख्या गत सालों के मुकाबले न्यूनतम स्तर पर है, लेकिन यह संख्या बदलती रहती है।

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह 27 जून से 1 जुलाई 2022 तक लिस्बन में हो रहे 2022 संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आज पुर्तगाल के लिए रवाना हुए
Posted Date : 26-Jun-2022 3:49:35 am

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह 27 जून से 1 जुलाई 2022 तक लिस्बन में हो रहे 2022 संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आज पुर्तगाल के लिए रवाना हुए

नई दिल्ली। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री एवं पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार),प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री, डॉ. जितेंद्र सिंह 27 जून से 1 जुलाई 2022 तक लिस्बन में 2022 संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आज पुर्तगाल के लिए रवाना हुए। इस संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन 130 से अधिक देश भाग ले रहे हैं ।
डॉ. जितेंद्र सिंह संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में भारत की ओर से लक्ष्य 14 के कार्यान्वयन के लिए विज्ञान और नवाचार पर आधारित महासागर गतिविधि को बढ़ाना : अब तक हुए कार्य का लेखाजोखा लेना (स्टॉकटेकिंग), साझेदारी और समाधान विषय पर मुख्य भाषण देंगे।
अपने प्रस्थान के समय जारी एक वक्तव्य में डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, भारत साझेदारी और पर्यावरण के अनुकूल समाधानों के माध्यम से लक्ष्य 14 के कार्यान्वयन के लिए विज्ञान और नवाचार आधारित समाधान प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि  भारत ने दीर्घकालिक विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के संकेतकों पर कार्यप्रणाली और डेटा अंतराल को पाटने के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और अनुसंधान संस्थानों के साथ अच्छी तरह से स्थापित सहयोग और साझेदारी की है और वह स्वच्छ, स्वस्थ, उत्पादक एवं  भविष्य में होने वाले  सुरक्षित और सुलभ महासागर के सतत विकास के दशक  2021-2030 के लिए संयुक्त राष्ट्र महासागर विज्ञान की दिशा में काम कर रहा है।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, नागरिक समाज और अन्य संबंधित हितधारकों की भागीदारी के साथ, प्रतिभागी राष्ट्र महासागरों, समुद्रों और समुद्री संसाधनों के संरक्षण और सतत उपयोग के लिए हमारी मजबूत प्रतिबद्धता की पुष्टि करेंगे। उन्होंने कहा कि समुद्र की विकट स्थिति से निपटने के लिए सभी स्तरों पर अधिक महत्वाकांक्षा की आवश्यकता है। हमारी सरकारों के नेताओं और प्रतिनिधियों के रूप में, हम समुद्र और उसके पारिस्थितिक तंत्र के स्वास्थ्य, उत्पादकता, सतत उपयोग और लचीलापन में सुधार के लिए निर्णायक और तत्काल कार्य करने के लिए दृढ़ संकल्प हैंढ्ढ
डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि भारत ने समुद्री और तटीय पारिस्थितिकी तंत्र, मैंग्रोव और प्रवाल भित्तियों (कोरल रीफ्स) की रक्षा के लिए विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के माध्यम से कई पहलें, कार्यक्रम और नीतिगत हस्तक्षेप किए हैं। लक्ष्य 14 में सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरण संरक्षण पर जोर देने के साथ जल  से संबंधित पारिस्थितिक तंत्र के स्वास्थ्य और सेवाओं को मापने के लिए 10 लक्ष्य हैं। इन लक्ष्यों की प्रगति को मापने और उनकी निगरानी करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कुल 11 संकेतकों की पहचान की गई है और तटीय जल और समुद्री पारिस्थितिक तंत्र के स्वास्थ्य/स्थिति की निगरानी के द्वारा 9 संकेतकों के लिए नियमित आधार पर डेटा एकत्र किया जाता है।
सम्मेलन में विचार-विमर्श के अंत में  सर्वसम्मति से  लक्ष्य 14 के कार्यान्वयन का समर्थन करने के लिए विज्ञान-आधारित और कार्रवाई के अभिनव क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, एक संक्षिप्त, संक्षिप्त, कार्रवाई-उन्मुख और अंतर-सरकारी रूप से सहमत घोषणा और परस्पर विचार विमर्श (इंटरैक्टिव) के बाद सह-अध्यक्षों के सारांश वाली एक रिपोर्ट को अपनाया जाएगा।
सभी नेता सतत विकास लक्ष्य 14 के कार्यान्वयन का समर्थन करने के लिए 5 से 9 जून 2017 तक आयोजित उच्च स्तरीय संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन द्वारा सतत विकास हेतु  अपनाए गए  हमारा महासागर, हमारा भविष्य: कार्रवाई के लिए आह्वान (कॉल) : महासागरों, समुद्रों और समुद्री संसाधनों का संरक्षण और स्थायी रूप से उपयोग करें,  नामक घोषणा की भी पुष्टि करेंगे।

अग्निपथ योजना की नियमित समीक्षा कर खामियों को दूर किया जाएगा : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
Posted Date : 26-Jun-2022 3:49:00 am

अग्निपथ योजना की नियमित समीक्षा कर खामियों को दूर किया जाएगा : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेनाओं में जवानों की भर्ती की नई योजना अग्निपथ पथ को लेकर उठ रही आशंकाओं को बेवजह करार देते हुए शनिवार को कहा कि इस योजना की नियमित रूप से समीक्षा की जाएगी और खामियों को समय-समय पर दूर किया जाएगा।  श्री सिंह ने आज एक टेलीविजन चैनल के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा की सरकार ने इस योजना को बहुत सोच समझ कर तैयार किया है और इसे लागू करने में जो भी चुनौतियां आने की संभावना थी उनका निराकरण किया गया है। उन्होंने कहा, जब कभी भी कोई नई योजना आती है तो उसे लेकर कुछ आशंकाएं लोगों के मन में रहती है। अग्निपथ योजना में जो भी चैलेंज आने की संभावनाएं थी उनका भी निराकरण किया गया है। उन्होंने कहा कि वह इन आशंकाओं को खारिज नहीं करना चाहते, लेकिन उनका मानना है कि यह आशंका होनी ही नहीं चाहिए। 
रक्षा मंत्री ने कहा कि वह इस योजना को रक्षा क्षेत्र में बड़े बदलाव वाला सुधार मानते हैं और इससे भर्ती प्रक्रिया में भी क्रांतिकारी बदलाव होगा। उन्होंने कहा कि अग्नि वीरों की सेवा के चार वर्ष पूरे होने के बाद उनमें से 25 प्रतिशत को नियमित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बाकी बचे 75 प्रतिशत के भवष्यि को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं लेकिन वह युवाओं को आश्वस्त करना चाहते हैं कि बाकी बचे 75 के 75 प्रतिशत भी यदि बाद में नौकरी करना चाहते हैं तो उनके लिए भी सरकार ने योजना बनाई है। 
उन्होंने युवाओं को आश्वस्त किया कि एक बार अग्निपथ योजना को लागू होने दें सरकार इसकी प्रतिवर्ष समीक्षा करेगी और कहीं भी कोई भी कमी होगी तो उस चुनौती का मुकाबला कर कमी को दूर किया जाएगा यह उनकी सरकार का संकल्प है। उन्होंने कहा कि किसी को भी देश के नौजवानों को गुमराह नहीं करना चाहिए।  

कोयला मंत्रालय ने कोकिंग कोयला उत्पादन में पर्याप्त वृद्धि के लिए कार्य योजना तैयार की
Posted Date : 26-Jun-2022 3:47:25 am

कोयला मंत्रालय ने कोकिंग कोयला उत्पादन में पर्याप्त वृद्धि के लिए कार्य योजना तैयार की

नई दिल्ली। भारत ने वित्त 2021-22 के दौरान 51.7 मिलियन टन (एमटी) कच्चे कोकिंग कोल का उत्पादन किया है, जो वित्त वर्ष 2015 के दौरान 44.8 मीट्रिक टन के उत्पादन की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक है। मई 2022 तक के आंकड़ों के अनुसार, घरेलू कच्चे कोकिंग कोल का उत्पादन चालू वित्त वर्ष में 8.3 एमटी के उत्पादन के साथ लगातार बढ़ रहा है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 6.9 एमटी के उत्पादन की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक है।
वर्तमान में, घरेलू कच्चे कोकिंग कोल की धुलाई की क्षमता लगभग 23 मीट्रिक टन प्रति वर्ष है, जिसमें निजी क्षेत्र की 9.26 मीट्रिक टन शामिल है। कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) 30 एमटीपीए की क्षमता वाली नौ और नई वाशरीज स्थापित करने और संचालित करने की योजना बना रही है। नई वाशरीज की स्थापना के साथ, यह अनुमान है कि सीआईएल इस्पात क्षेत्र को लगभग 15 मीट्रिक टन वॉश किए हुए कोकिंग कोयले की आपूर्ति करने में सक्षम होगी, जिससे कोकिंग कोयले का आयात कम होगा। देश में कोकिंग कोयले की तेजी से बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए क्षमता बढ़ाने के लिए और अधिक वाशरी स्थापित करने की आवश्यकता है। वित्त वर्ष 22 के दौरान, सीआईएल ने इस्पात क्षेत्र को 1.7 मीट्रिक टन वॉश किए हुए कोकिंग कोयले की आपूर्ति की और वित्त वर्ष 2023 के दौरान 3.45 मीट्रिक टन का लक्ष्य रखा है।
कोयला मंत्रालय ने कच्चे कोकिंग कोल उत्पादन को और बढ़ाने के लिए, पिछले दो वर्षों के दौरान 22.5 मीट्रिक टन के पीआरसी के साथ निजी क्षेत्र को 10 कोकिंग कोल ब्लॉकों की नीलामी की है। इनमें से अधिकांश ब्लॉकों में 2025 तक उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है। मंत्रालय ने चार कोकिंग कोल ब्लॉकों की भी पहचान की है और सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट (सीएमपीडीआई) भी अगले दो महीनों में 4 से 6 नए कोकिंग कोल ब्लॉक के लिए जीआर को अंतिम रूप देगा। देश में घरेलू कच्चे कोकिंग कोल की आपूर्ति को और अधिक बढ़ाने के लिए निजी क्षेत्र के लिए नीलामी के बाद के दौर में इन ब्लॉकों की पेशकश की जा सकती है।
सीआईएल ने मौजूदा खानों से कच्चे कोकिंग कोल उत्पादन को 26 एमटी तक बढ़ाने की योजना बनाई है और वित्त वर्ष 2025 तक लगभग 20 एमटी पीआरसी के साथ नौ नई खानों की पहचान की है। इसके अलावा, सीआईएल ने लगभग 2 एमटी की अपेक्षित पीआरसी के साथ निजी क्षेत्र को राजस्व बंटवारे के एक अभिनव मॉडल पर कुल 20 बंद खानों में से छह बंद कोकिंग कोल खानों की पेशकश की है।
कोयला मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री की आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत किए गए इन परिवर्तनकारी उपायों के साथ, घरेलू कच्चे कोकिंग कोल का उत्पादन 2030 तक 140 मीट्रिक टन तक पहुंचने की संभावना है।

मोबाइल गेम में ‘हथियार’ खरीदने के चक्कर में 39 लाख की चपत! बच्चे ने खाली कर दिया पिता का बैंक खाता
Posted Date : 26-Jun-2022 3:46:38 am

मोबाइल गेम में ‘हथियार’ खरीदने के चक्कर में 39 लाख की चपत! बच्चे ने खाली कर दिया पिता का बैंक खाता

नई दिल्ली। मोबाइल गेम खेलने के चक्कर में एक और परिवार बर्बादी की कगार पर पहुंच गया। बीजीएमआई गेम खेलने वाले एक बच्चे ने अपने पिता के खाते से 39 लाख रुपये खर्च कर डाले। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मामला आगरा का है, जहां एक बच्चा अपने पिता के फोन में गेम खेलता था। बैंक खाते से इतनी बड़ी रकम गायब होने पर पिता ने पुलिस में शिकायत की। आगरा पुलिस ने जांच की तो बीजीएमआई की डिवेलपर कंपनी क्रॉफ्टन का नाम सामने आया है।
पीडि़त पिता रिटायर्ड सैनिक हैं। उन्होंने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया कि उनके खाते में 39 लाख रुपये की धोखाधड़ी हुई है। उन्हें नहीं पता कि बैंक खाते से इतनी बड़ी रकम कैसे गायब हुई। जब बैंक से इस बारे में पूछा गया तो पता लगा कि सबसे पहला अमाउंट पेटीएम के जरिए ट्रांसफर किया गया, जो सिंगापुर के एक खाते में पहुंचा है। यह खाता कथित तौर पर क्राफ्टॉन कंपनी से संबंधित है।
बीजीएमआई और इसी तरह के कई एक्शन गेम बाजार में मौजूद हैं। इन मोबाइल गेम्स में बेहतर हथियार, ड्रेस और इसी तरह के सामान खरीदने के लिए पैसे चुकाने पड़ते हैं। सेवानिवृत्त फौजी की तहरीर पर क्रॉफ्टन कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी और आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है।

एक शौहर, 12 बेगम! हर बार खुद को कुंवारा बताकर की शादी, नाबालिग को उठाया तो पकड़ा गया
Posted Date : 26-Jun-2022 3:45:55 am

एक शौहर, 12 बेगम! हर बार खुद को कुंवारा बताकर की शादी, नाबालिग को उठाया तो पकड़ा गया

पटना। एक शौहर और 12 बेगम! किसी भी बीवी को पता नहीं कि पति पहले से शादीशुदा है! बिहार के पूर्णिया से ऐसा ही कुछ चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पुलिस ने शादी के मकसद से नाबालिग लडक़ी का अपहरण करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया है।
इस धोखेबाज को गिरफ्तार करने में पूर्णिया पुलिस को कामयाबी मिली। आरोपी की पहचान शमशाद उर्फ मनोवर के रूप में हुई। वह छह साल से पुलिस को चकमा दे रहा था। उससे पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। शमशाद कोचाधामन थाना क्षेत्र के अनारकली गांव का निवासी है। पूर्णिया पुलिस ने उसके खिलाफ अनगढ़ थाना क्षेत्र के बिजवार गांव में एक नाबालिग के अपहरण का केस दिसंबर 2015 में दायर किया था। अपहरण के एक सप्ताह बाद पुलिस ने अपहृत नाबलिग लडक़ी को किशनगंज से बरामद किया था, लेकिन आरोपी शमशाद फरार हो गया था।
बीते छह सालों से शमशाद को पकडऩे के लगातार प्रयास चल रहे थे। नाबालिग लडक़ी के पिता ने उसके खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने उसे बहादुरगंज थाना क्षेत्र के कोइडांगी गांव से दबोच लिया है। उससे पूछताछ व जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी एक दर्जन शादियां कर चुका है।
आरोपी शमशाद की सात बीवियों ने पुलिस के समक्ष कहा है कि उसने उन्हें झांसा देकर प्रेम जाल में फंसाया और फिर उनसे शादी की। इनमें से किसी भी लडक़ी को यह नहीं पता था कि वह पहले से शादीशुदा है। इनके बयानों के बाद शमशाद के खिलाफ अपहरण, धोखाधड़ी व अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है। उसे पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया।