व्यापार

राकेश श्रीवास्तव बने निसान के भारतीय परिचालन के प्रबंध निदेशक
Posted Date : 05-Sep-2019 12:14:22 pm

राकेश श्रीवास्तव बने निसान के भारतीय परिचालन के प्रबंध निदेशक

नईदिल्ली,05 सितंबर । जापान की वाहन निर्माता कंपनी निसान ने राकेश श्रीवास्तव को अपने भारतीय परिचालन का प्रबंध निदेशक नियुक्त किया है। कंपनी के भारतीय परिचालन के अध्यक्ष सिनान ओजकोक ने इस बारे में कहा, ‘‘मुझे भरोसा है कि अपने शानदार अनुभव और भारतीय बाजार की उम्दा समझ के कारण वह  हमारी बिक्री को मजबूत करेंगे।’’ श्रीवास्तव इससे पहले जेएसडब्ल्यू समूह में निदेशक थे तथा इलेक्ट्रिक वाहन इकाई के प्रभारी थे। वह हुंडई मोटर इंडिया और मारुति सुजुकी में भी काम कर चुके हैं।

आईआरसीटीसी से ऑनलाइन टिकट बुक करना 1 नवंबर से होगा 50 प्रतिशत सस्ता
Posted Date : 05-Sep-2019 12:13:52 pm

आईआरसीटीसी से ऑनलाइन टिकट बुक करना 1 नवंबर से होगा 50 प्रतिशत सस्ता

नईदिल्ली,05 सितंबर । आईआरसीटीसी के जरिए ट्रेन टिकट बुकिंग करना अब महंगा सौदा हो गया है. इस महीने से आईआरसीटीसी ने  सभी रेल टिकट्स पर सर्विस चार्ज लेना शुरू कर दिया है. रेलवे की नॉन एसी ट्रेन की टिकट बुक कराने पर 15 रुपए और एसी क्लास पर 30 रुपए चार्ज लिया जा रहा है. ये सर्विस चार्ज जीएसटी से अलग लगाए जाएंगे. इसके साथ ही अगर आप भीम ऐप से टिकट का पेमेंट करेंगे तो 1 नवंबर से ये चार्ज कम लगेगा.
सरकार ने 3 साल पहले आईआरसीटीसी के जरिए ट्रेन टिकट बुकिंग पर सर्विस चार्ज खत्म कर दिए थे. डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के मकसद से ऐसा किया गया. उस वक्त नॉन-एसी के टिकट पर 20 रुपए और एसी पर 40 रुपए चार्ज लगता था.
अगर आप भीम यूपीआई की मदद से पेमेंट करते हैं तो नॉन एसी के लिए यह 10 रुपए और एसी क्लास के लिए 20 रुपए होगा. यह नियम 1 नवंबर 2019 से लागू हो रहा है.
नवंबर 2016 में नोटबंदी के बाद आईआरसीटीसी ने जून 2017 तक के लिए सर्विस चार्ज में छूट दी थी. बाद में इसे आगे बढ़ाती रही. रेलवे बोर्ड अब सर्विस चार्ज फिर से शुरू करने की मंजूरी दे चुका है. अधिकारियों का कहना है कि सर्विस चार्ज हटाने की वजह से वित्त वर्ष 2016-17 में इंटरनेट टिकट रेवेन्यू 26त्न घट गया था.

4 दिन बाद सस्ती हुई पेट्रोल-डीजल की कीमत
Posted Date : 05-Sep-2019 12:13:25 pm

4 दिन बाद सस्ती हुई पेट्रोल-डीजल की कीमत

नईदिल्ली,05 सितंबर । चार दिन बाद आज बदली पेट्रोल और डीजल की कीमतें. आज राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 6 पैसे और डीजल 5 पैसे प्रति लीटर सस्ता हुआ है. पेट्रोल-डीजल के दाम में ये गिरावट चलते अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम लगातार गिर रहे है. पिछले दो महीने में ब्रेंट क्रूड की कीमतें 13 फीसदी से ज्यादा लुढक़ गई है.
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार गुरुवार को मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में पेट्रोल की कीमतों में 5 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई है, जबकि राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का भाव 6 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया है. वहीं दूसरी ओर दिल्ली, मुंबई और चेन्नई में डीजल का भाव 5 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया है. कोलकाता में डीजल की कीमतों में 4 पैसे की कटौती की गई है.
दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में पेट्रोल की कीमत क्रमश: 71.95 रुपये, 77.62 रुपये, 74.66 रुपये और 74.75 रुपये प्रति लीटर के भाव पर मिल रहा है. वहीं दूसरी ओर ग्राहकों को चारों महानगरों में डीजल के लिए क्रमश: 65.20 रुपये, 68.36 रुपये, 67.59 रुपये और 68.89 रुपये प्रति लीटर का भुगतान करना पड़ रहा है.
पेट्रोल-डीजल के दाम हर दिन घटते-बढ़ते रहते हैं. पेट्रोल-डीजल का नया दाम सुबह 6 बजे से लागू हो जाता है. इनकी कीमत में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन सब कुछ जोडऩे के बादल इसकी कीमत लगभग दोगुनी हो जाती है. पेट्रोल डीजल की कीमत को अमेरिकी डॉलर का एक्सचेंज रेट, क्रूड ऑयल की कीमत, ईंधन की मांग और अन्य चीजें प्रभावित करती रहती हैं. 

रिजर्व बैंक के आदेश से घटेगी ईएमआई
Posted Date : 05-Sep-2019 12:12:45 pm

रिजर्व बैंक के आदेश से घटेगी ईएमआई

मुंबई ,05 सितंबर । भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों से कहा है कि वह एक अक्टूबर से आवास, वाहन और सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) को फ्लोटिंग दर पर दिये जाने वाले सभी नये कर्जों को रेपो दर जैसे बाहरी मानकों से जोडऩे का निर्देश दिया है। बैंकों को इन ऋणों की ब्याज दर को रेपो दर जैसे बाहरी मानकों से एक अक्टूबर से जोडऩे को कहा गया है। इससे नीतिगत ब्याज दरों में कटौती का लाभ कर्ज लेने वाले उपभोक्ताओं तक अपेक्षाकृत तेजी से पहुंचने की उम्मीद है।
उद्योग और खुदरा कर्ज लेने वाले लगातार यह शिकायत करते रहे हैं कि रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दर में कटौती के बावजूद उसका पूरा लाभ बैंक उपभोक्ताओं को नहीं दे रहे हैं। रिजर्व बैंक ने बुधवार को बयान में कहा कि ऐसा देखने को मिला है कि बैंकों की मौजूदा सीमान्त लागत आधारित ऋण दर (एमसीएलआर) व्यवस्था में रिजर्व बैंक की नीतिगत दरों में बदलाव का लाभ बैंकों की ऋण दर तक पहुंचाने का काम संतोषजनक नहीं रहा है।
इसी के मद्देनजर रिजर्व बैंक ने बुधवार को सर्कुलर जारी कर बैंकों के लिए सभी नए फ्लोटिंग दर वाले व्यक्तिगत या खुदरा ऋण और एमएसएमई को फ्लोटिंग दर वाले कर्ज को एक अक्टूबर, 2019 से बाहरी मानक से जोडऩे को अनिवार्य कर दिया है। इस साल रिजर्व बैंक रेपो दर में 1.10 प्रतिशत की कटौती कर चुका है। लेकिन बैंकों द्वारा इसमें से सिर्फ 0.40 प्रतिशत का ही लाभ उपभोक्ताओं को दिया गया है।
बैंकों को जिन बाहरी मानकों से अपने ऋण की ब्याज दरों को जोडऩा होगा उनमें रेपो, तीन या छह महीने के ट्रेजरी बिल पर प्रतिफल या फाइनेंशियल बेंचमार्क्स इंडिया प्राइवेट लि. (एफबीआईएल) द्वारा प्रकाशित कोई अन्य मानक हो सकता है। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि बाहरी मानक आधारित ब्याज दर को तीन महीने में कम से कम एक बार नए सिरे से तय किया जाना जरूरी होगा। 
भारतीय स्टेट बैंक अपने कुछ ऋणों को रेपो से जोडऩे वाला पहला बैंक है। बाद में कई और बैंकों ने भी अपने ऋण को रेपो या किसी अन्य बाहरी मानक से जोड़ा है। 
अगस्त, 2017 में रिजर्व बैंक ने एमसीएलआर प्रणाली की समीक्षा को आंतरिक अध्ययन समूह (आईएसजी) का गठन किया था। आईएसजी ने ऋणों को बाहरी मानक से जोडऩे की सिफारिश की थी।

ईएसआईसी और एसबीआई ने मिलकर शुरू की नई सर्विस
Posted Date : 04-Sep-2019 12:19:08 pm

ईएसआईसी और एसबीआई ने मिलकर शुरू की नई सर्विस

0-3.6 करोड़ कर्मचारियों के खाते में सीधे आएंगे पैसे
नईदिल्ली,04 सितंबर । कर्मचारी राज्य बीमा निगम ने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर सुविधा के लिए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के साथ समझौता किया है, ताकि वह अपने सभी भागीदारों को सीधे उनके बैंक खाते में भुगतान कर सके.  ईएसआईसी ने एक बयान में कहा कि दोनों पक्षों के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं. इसके अनुसार ईएसआईसी के सभी लाभार्थियों को एसबीआई सीधे उनके बैंक खाते में ई-भुगतान की सेवा देगी. यह एकीकृत और स्वचालित प्रक्रिया होगी जिसमें कोई मानवीय हस्तक्षेप नहीं होगा.
बयान के अनुसार बैंक ई-भुगतान से ईएसआईसी के लाभार्थियों के साथ-साथ अन्य भुगतान पाने वालों को भी वास्तविक समय में फायदा पहुंचाएगा. यह समय की बचत और भुगतान में देरी को कम करेगा. इस सुविधा से ईएसआईसी के सभी हिस्सेदारों को लाभ होगा.
ईएसआईसी योजना का लाभ उन कर्मचारियों को मिलता है, जिनकी मासिक आय 21 हजार रुपये से कम हो और जो कम से कम 10 कर्मचारियों वाली कंपनी में काम करते हों. आपको बता दें कि 2016 तक मासिक आय की सीमा 15 हजार रुपये थी, जिसे 1 जनवरी, 2017 से बढ़ाकर 21 हजार रुपये किया गया था.

अगस्त में गोल्ड इम्पोर्ट 73 प्रतिशत घटकर 3 साल के निचले स्तर पर आया
Posted Date : 04-Sep-2019 12:18:48 pm

अगस्त में गोल्ड इम्पोर्ट 73 प्रतिशत घटकर 3 साल के निचले स्तर पर आया

नईदिल्ली,04 सितंबर । अगस्त महीने में भारत में गोल्ड इम्पोर्ट 73 फीसदी घटकर 3 साल के निचले स्तर पर आ गया. घरेलू स्तर पर सोने (त्रशद्यस्र) की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी और सोने पर इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ाने जाने से पीली धातु का इम्पोर्ट घटा है. बुधवार को सरकारी सूत्रों ने इसकी जानकारी दी. बता दें कि आम बजट 2019-20 में सोने एवं अन्य बहूमूल्य धातुओं पर इंपोर्ट ड्यूटी को 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी किया गया था.
सूत्रों ने कहा कि अगस्त महीने में भारत में 30 टन सोने का आयात हुआ जबकि पिछले साल समान अवधि में 111.47 टन सोना इम्पोर्ट हुआ था. उन्होंने कहा कि वैल्यू टर्म में देश में सोने का इम्पोर्ट 62 फीसदी गिरकर 1.37 अरब डॉलर रहा.
दुनिया के दूसरे सबसे बड़े कंज्मयूर द्वारा कम आयात से वैश्विक कीमतों में बढ़त हो सकती है जो 6 वर्षों के उच्चतम स्तर के पास कारोबार कर रहा है, लेकिन व्यापार घाटे को कम करने और रुपये का समर्थन करने में दक्षिण एशियाई देश की मदद करते हैं.