राजनीति

कर्नाटक में सीएम को लेकर माथापच्ची, कांग्रेस ने सुशील कुमार शिंदे समेत 3 ऑब्जर्वर किए नियुक्त
Posted Date : 14-May-2023 8:00:09 pm

कर्नाटक में सीएम को लेकर माथापच्ची, कांग्रेस ने सुशील कुमार शिंदे समेत 3 ऑब्जर्वर किए नियुक्त

नई दिल्ली ।  कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद अब इस बात पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं कि प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? इसे लेकर राज्य में गहमागहमी भी शुरू हो गई है। इसी कड़ी में बेंगलुरु में कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया के आवास के बाहर पोस्टर लगाए गए हैं, जिनमें उन्हें कर्नाटक का अगला सीएम बताया गया है। वहीं डीके शिवकुमार के आवास के बाहर भी पोस्टर लगाए गए हैं, जिनमें उन्हें राज्य का सीएम बताया गया है। जहां एक तरफ डी के शिवकुमार कर्नाटक के प्रदेश अध्यक्ष हैं तो वहीं पूर्व सीएम सिद्धारमैया कर्नाटक के बड़े नेता माने जाते हैं। ऐसे में दोनों में से किसी एक को को चुनना कांग्रेस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो सकता है।
वहीं कर्नाटक को अगले 2 या 3 दिन में सीएम मिल सकता है। सुशील कुमार शिंदे, दीपक बावरिया और भांवर जितेंद्र सिंह को कर्नाटक में ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने पर्यवेक्षक बनाया है। ये तीनों नेता आज शाम होने वाली विधायक दल की बैठक में शामिल रहेंगे और फिर अपनी रिपोर्ट आलाकमान को देंगे।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने बताया कि आज शाम 6.30 बजे बेंगलुरु के होटल शंग्री-ला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक का जो भी नतीजा निकलेगा, उस पर हाई कमान के साथ चर्चा की जाएगी। इन प्रक्रियाओं के बाद ही सीएम के नाम पर अंतिम फैसला होगा।

 

बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री के हिंदू राष्ट्र वाले बयान से भारी विवाद, नेताओं ने दी तीखी प्रतिक्रिया
Posted Date : 14-May-2023 7:59:22 pm

बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री के हिंदू राष्ट्र वाले बयान से भारी विवाद, नेताओं ने दी तीखी प्रतिक्रिया

पटना । धार्मिक उपदेशक और बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री के ‘हिंदू राष्ट्र’ वाले बयान से बिहार में भारी विवाद पैदा हो गया है। राज्य में अपनी चर्चा के पहले दिन शास्त्री ने भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की पैरवी की। उन्होंने कहा, एक दिन एक संत ने मुझसे कहा कि मैं हिंदू राष्ट्र की बात करता हूं, लेकिन यह कैसे संभव है? मैंने उनसे कहा कि भारत पहले से ही हिंदू राष्ट्र है और जल्द ही इसकी घोषणा भी हो जाएगी। इस बयान से बड़ा विवाद पैदा हो गया है। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने रविवार को इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, हमें धीरेंद्र शास्त्री के पटना दौरे को लेकर अंदेशा है कि वे समाज में धर्म के नाम पर फूट डालने की बात करेंगे। हमारा अंदेशा सही साबित हो रहा है। वह भाजपा और आरएसएस के राजनीतिक एजेंडा को चलाने के लिए पटना आए हैं।
तिवारी ने कहा, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि यह बिहार की धरती है, महात्मा बुद्ध की जन्म स्थली और महात्मा गांधी की कर्म स्थली। बिहार के लोग स्वयंभू देवदूत को अपना एजेंडा नहीं चलाने देंगे। राजनीतिक बयान देने से पहले उन्हें कर्नाटक चुनाव के नतीजों को देखना चाहिए जिसमें बजरंग बली राजनीति में उनका नाम घसीटने के लिए भाजपा पर क्रोधित हो गए। भारत देश कानून और संविधान से चलता है। क्या वे भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए संविधान को बदल देंगे?
जदयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा, यह देश बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के बनाए संविधान से चलता है जिसमें हर धर्म के व्यक्ति को समान अधिकार है। धर्म विश्वास का विषय है। यह न तो हिंदू राष्ट्र है न इस्लामिक राष्ट्र। हम गंगा-जमुनी तहजीब और सर्व धर्म संभाव में यकीन रखते हैं। शास्त्री नौबतपुर इलाके में हनुमंत कथा के लिए पटना आए हैं। वह मध्य प्रदेश के छतरपुर जिला स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश हैं।

 

कर्नाटक में ‘किंग’ बनी कांग्रेस, बीजेपी ने कबूल की ‘हार’
Posted Date : 14-May-2023 4:57:24 am

कर्नाटक में ‘किंग’ बनी कांग्रेस, बीजेपी ने कबूल की ‘हार’

बेंगलुरू। कर्नाटक विधानसभा चुनावों के तहत वोटों की गिनती जारी है. कर्नाटक में कांग्रेस किंग बनकर उभरी है. रुझानों और नतीजों को लेकर दिल्ली और कर्नाटक समेत देशभर के कांग्रेस (138 सीटें) दफ्तरों में जश्न मनाया जा रहा है. उधर, बीजेपी (63 सीटें) ने हार स्वीकार कर ली है. सीएम बोम्मई ने कहा कि हम मंजिल तक नहीं पहुंच पाए.बीएस येदियुरप्पा ने हार स्वीकार करते हुए कहा कि हार-जीत भाजपा के लिए बड़ी बात नहीं है. 2 सीट से शुरुआत कर भाजपा आज सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. कार्यकर्ताओं को दुखी होने की जरूरत नहीं है. 
वहीं कांग्रेस के सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि हम चुनाव जीते हैं तो बजरंग दल बैन होगा. उन्होंने कहा कि ये असर कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का है. कर्नाटक की जनता ने नफरत की राजनीति को नकार दिया है. बजरंग बली का आशीर्वाद हमें मिला है. सारे सूफी संतों का आशीर्वाद हमें मिला है. बता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव की 224 सीटों पर 10 मई को मतदान हुआ था. हालांकि इस बार के चुनाव में 73.19 फीसदी मतदान हुआ था, जो 2018 के चुनाव के मुक़ाबले 1% ज्यादा है. कर्नाटक में इतनी बड़ी संख्या में मतदान का यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है.

 

भाजपा के काम नहीं आया बजरंगबली का मुद्दा, जेडीएस से कांग्रेस शिफ्ट हुआ मुस्लिम वोट बैंक
Posted Date : 14-May-2023 4:56:59 am

भाजपा के काम नहीं आया बजरंगबली का मुद्दा, जेडीएस से कांग्रेस शिफ्ट हुआ मुस्लिम वोट बैंक

नई दिल्ली । कर्नाटक विधान सभा चुनाव के नतीजों को स्वीकार करते हुए भाजपा अब हार की समीक्षा और इसके मुताबिक पार्टी में बदलाव लाने की बात कह रही है। हालांकि पार्टी के कई नेता यह मान रहे हैं कि कांग्रेस द्वारा बजरंग दल पर बैन लगाने के वादे की वजह से मुस्लिम समुदाय का एकतरफा ध्रुवीकरण कांग्रेस के पक्ष में हुआ, जिसकी वजह से जेडीएस के वोट बैंक में बहुत ज्यादा गिरावट आई और इस तरह का चुनावी नतीजा सामने आया। शनिवार को मतगणना शुरू होने के एक घंटे के अंदर ही भाजपा ने यह स्वीकार कर लिया था कि जेडीएस के वोट कांग्रेस की तरफ ट्रांसफर हो गए हैं और हर गुजरते पल के साथ भाजपा की यह आशंका सही साबित होती नजर आई।
कर्नाटक के ओल्ड मैसूर इलाके को जेडीएस का गढ़ माना जाता है। इस इलाके में विधान सभा की 55 सीटें हैं और इन सीटों पर जीत-हार का फैसला वोक्कालिगा और मुस्लिम मतदाता ही करते आए हैं और ये दोनों ही समुदाय जेडीएस के ठोस वोट बैंक माने जाते रहे हैं।
लेकिन कांग्रेस द्वारा बजरंग दल पर बैन लगाने के वादे और भाजपा द्वारा इसे बजरंगबली के अपमान से जोडऩे की मुहिम ने मुस्लिम वोट बैंक का ध्रुवीकरण कांग्रेस के पक्ष में कर दिया।
आंकड़े भी यही कहानी बयां करते नजर आ रहे हैं। 2018 के पिछले विधान सभा चुनाव में 18.3 प्रतिशत मत के साथ जेडीएस ने 37 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं 38.1 प्रतिशत मत के साथ कांग्रेस को 80 सीटों पर जीत हासिल हुई थी लेकिन इस बार के विधान सभा चुनाव में अब तक आये नतीजों की बात करें तो जेडीएस के वोट बैंक में लगभग 5 प्रतिशत की गिरावट आई है और यही 5 प्रतिशत कांग्रेस को ज्यादा मिला है।
जेडीएस के सबसे मजबूत गढ़ कर्नाटक के ओल्ड मैसूर इलाके की बात करें (जहां मुस्लिम मतदाताओं की तादाद अच्छी-खासी है) तो वहां जेडीएस की लगभग 15 सीटें घटती दिखाई दे रही हैं और इस इलाके में कांग्रेस को पिछली बार की तुलना में लगभग 17 सीटों का फायदा होता नजर आ रहा है।

 

कर्नाटक में कांग्रेस की प्रचंड जीत के बाद अब सीएम पद पर निगाहें, सिद्धारमैया या शिवकुमार? आलाकमान लेगा निर्णय
Posted Date : 14-May-2023 4:56:27 am

कर्नाटक में कांग्रेस की प्रचंड जीत के बाद अब सीएम पद पर निगाहें, सिद्धारमैया या शिवकुमार? आलाकमान लेगा निर्णय

बेंगलुरू ।  कर्नाटक में प्रचंड जीत के बाद कांग्रेस पार्टी की निगाहें अब इस बात पर टिक गई हैं कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा। विपक्ष के नेता सिद्धारमैया और कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार इस पद के लिए सबसे आगे हैं। दोनों फैसले के लिए आलाकमान की ओर देख रहे हैं। मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इस सवाल का जवाब देते हुए सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि आलाकमान नवनिर्वाचित विधायकों की राय लेगा और उसी के अनुसार फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आलाकमान द्वारा पर्यवेक्षकों को यहां भेजा जाएगा और बाद में परामर्श और उचित प्रक्रिया के बाद निर्णय लिया जाएगा। शिवकुमार ने यह भी कहा कि आलाकमान फोन करेगा।
सूत्रों ने बताया कि शिवकुमार और सिद्धारमैया के लिए आलाकमान 50:50 के फॉर्मूले के साथ आ रहा है, क्योंकि लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए दांव बहुत बड़ा है।
सिद्धारमैया को अल्पसंख्यकों, पिछड़ों और दलितों वाले अहिंदा (अल्पसांख्य, हिंदुलिदा और दलित) समूह के जननेता के रूप में जाना जाता है। उन्होंने नीति निर्माण और घोषणापत्र के वादों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्हें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और आरएसएस की तीखी आलोचना के लिए भी जाना जाता है।
शिवकुमार ने राज्य में पार्टी को शून्य से ऊपर उठाया, जब बीजेपी ने 2019 में उसके नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया। उन्होंने पार्टी को संगठित किया और संसाधनों को जमा किया। वह वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं और कांग्रेस पार्टी के लिए उनसे अधिकांश वोट हासिल करने में कामयाब रहे।

 

राहुल व केजरीवाल के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई 7अगस्त को
Posted Date : 11-May-2023 5:34:18 am

राहुल व केजरीवाल के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई 7अगस्त को

नई दिल्ली । दिल्ली उच्च न्यायालय ने एक जनहित याचिका (पीआईएल) पर सुनवाई के लिए 7 अगस्त की तारीख तय की है। इसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ जांच और मुकदमा चलाने के लिए सीबीआई को निर्देश देने की मांग की गई है। दोनों नेताओं पर केंद्र सरकार के खिलाफ भ्रामक बयान देने का आरोप लगाया गया है। मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा और न्यायमूर्ति सुब्रमणियम प्रसाद की खंडपीठ ने याचिकाकर्ता को कुछ दस्तावेज दाखिल करने के लिए समय दिया।
अदालत ने मामले मामले की अगली सुनवाई सात अगस्त तय की है।
याचिकाकर्ता, सामाजिक कार्यकर्ता और किसान सुरजीत सिंह यादव ने अधिवक्ता बरुण कुमार सिन्हा के माध्यम से दायर जनहित याचिका में अदालत से समाचार चैनलों को दोनों नेताओं के गलत और भ्रामक बयानों को हटाने का निर्देश देने की भी मांग की है।
याचिका में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने केंद्र सरकार पर पूंजीपतियों को लाखों करोड़ रुपये माफ करने का झूठा व भ्रामक दावा किया है। इससे सरकार की प्रतिष्ठा प्रभावित हुई है।