राजनीति

अब होगा आप से आप का सामना
Posted Date : 31-Jan-2019 10:44:07 am

अब होगा आप से आप का सामना

नई दिल्ली ,31 जनवरी । लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को एक नई चुनौती का सामना करना पड़ेगा। यह चुनौती बीजेपी और कांग्रेस के अलावा एक नई पार्टी है, जिसका नाम है आपकी अपनी पार्टी (पीपल्स)। इस पार्टी ने दिल्ली की सभी 7 सीटों पर अपने कैंडिडेट उतारने की बात कही है। इस पार्टी के मैदान में उतरने से आम आदमी पार्टी को अपने वोट छिटकने का डर है क्योंकि इसका अब्रीविएशन भी आप (पीपल्स) है और उसका चिन्ह बैटरी टॉर्च भी झाड़ू जैसा ही दिखता है। पार्टी को डर है कि इससे वोटर कन्फ्यूज होगा और वोट इस नई पार्टी के खाते में जा सकते हैं।
बुधवार को जब रामबीर सिंह से पूछा गया कि कहीं उनकी पार्टी बीजेपी की गुप्त विंग तो नहीं, जिसे आम आदमी पार्टी को नुक्सान पहुंचाने के लिए मैदान में उतारा गया है, तो उन्होंने कहा कि नई पार्टी आप को अपना मुख्य दुश्मन मानती है और 2020 के विधानसभा चुनावों में सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारकर आप सरकार को उखाड़ फेंकेगी। हालांकि नई पार्टी की ये महत्वाकांक्षाएं निराधार नजर आईं, जब पार्टी दफ्तर के 100 मीटर के दायरे का दौरा किया गया। पार्टी का दफ्तर बुराड़ी के अमृत विहार में है और यहां के लोगों को इस पार्टी के बारे में कुछ नहीं मालूम।
पार्टी के ट्विटर हैंडल का स्टेटस देखा गया तो वहां सिर्फ 22 फॉलोअर्स मिले। हालांकि पार्टी नेताओं का कहना है कि यह ट्विटर अकाउंट उनके एक समर्थक ने बनाया है, जबकि उसका स्टेटस ऑफिशल है। पार्टी का छोटा-सा ऑफिस बुधवार को लगभग खाली ही मिला, हां कुछ प्रचार सामग्री से वह थोड़ा रंग-बिरंगा नजर आ रहा था। 
रामबीर चौहान का दावा है कि पूरी दिल्ली में उनकी पार्टी के समर्थक फैले हुए हैं, जो देश को जातिगत राजनीति, ठेके पर रोजग़ार से छुटकारा पाना चाहते हैं और गरीबों की मदद करना चाहते हैं। चौहान का कहना है कि गरीब लोगों ने मिलकर नई पार्टी बनाई क्योंकि केजरीवाल सरकार ने उनके लिए कुछ नहीं किया। जब रामबीर से पूछा गया कि क्या आप की पॉप्युलैरिटी को टक्कर देने के लिए पार्टी का गठन किया गया है, तो इसके जवाब में वह बोले, आप अब पॉप्युलर नहीं रही। 
आपकी अपनी पार्टी(पीपल्स) का रजिस्ट्रेशन बीते साल 11 जुलाई को हुआ था। चौहान ने बताया, आप ने नाम समान होने को लेकर आपत्ति जताई थी, लेकिन इलेक्शन कमिशन में पार्टी का अब्रीविएशन रजिस्टर नहीं है। आम आदमी पार्टी का रजिस्ट्रेशन आप नाम से है। चौहान पूर्व बीएसपी लीडर हैं, जिन्होंने 2015 में बुराड़ी से विधानसभा चुनाव लड़ा था। 
सीएम अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने नई पार्टी के डीरजिस्ट्रेशन की मांग की है। पार्टी का कहना है कि दोनों के नाम और चुमनाव चिन्ह एक जैसै हैं। पार्टी ने नई पार्टी के चिन्ह पर यह कहते हुए आपत्ति जताई है कि फ्लैशलाइट से लाइट की रेज निकलती दिख रही हैं, जो कुछ हद तक झाड़ू से मिलता-जुलता है। हालांकि चौहान का कहना है, चुनाव आयोग ने बगैर किसी इमेज के उन्हें फ्लैशलाइट चिन्ह अलॉट किया था, हमने जलती हुई टॉर्च को अपना चिन्ह बना लिया। बाद में आयोग ने चिवन्ह बदलने के लिए कहा तो हमने उसमें बदलाव कर लिए। वह आप की झाड़ू से मेल नहीं खाता। 
मंगलवार को आप ने आपकी अपनी पार्टी द्वारा फ्लैशलाइट चुनाव चिन्ह के इस्तेमाल पर रोक की मांग को लेकर हाई कोर्ट का रुख किया।

टीएमसी ने अमित शाह को भेजा मानहानि का नोटिस
Posted Date : 30-Jan-2019 11:47:28 am

टीएमसी ने अमित शाह को भेजा मानहानि का नोटिस

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कोलकाता,30 जनवरी । बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला किया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि चिटफंड कंपनियों के मालिकों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पेंटिंग करोड़ों रुपये में खरीदी। पंश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के खिलाफ दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने उनके खिलाफ मानहानि नोटिस भेजा।
तृणमूल कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पश्चिम बंगाल सरकार में स्वास्थ्य मंत्री चंद्रीमा भट्टाचार्य ने मंगलवार को अमित शाह के खिलाफ मानहानि नोटिस जारी किया। भट्टाचार्य ने शाह पर तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो की छवि ‘झूठ बोलकर’ खराब करने की कोशिश का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘मैंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को ममता बनर्जी के खिलाफ अपमानजनक और दुर्भावनापूर्ण बयान देने के लिए मानहानि नोटिस जारी किया है। 
चंद्रीमा भट्टाचार्य ने कहा, ‘मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि किस आधार पर उन्होंने हमारी पार्टी की नेता के खिलाफ टिप्पणी की। उन्हें या तो अपने बयान के समर्थन में साक्ष्य पेश करने चाहिए या फिर सार्वजनिक तौर पर अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए। अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो हम कानूनी रास्ता अपनाएंगे।’ 
ज्ञात हो कि पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले के कांथी में एक रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने चिटफंड कंपनियों के मालिकों द्वारा ममता बनर्जी की पेंटिंग करोड़ों रुपये में खरीदे जाने का आरोप लगाया था। शाह ने कहा , ‘क्या आप सभी ममता बनर्जी के गुणों से परिचित हैं? वह काफी अच्छी पेंटर हैं। अगर कोई महान पेंटर भी है तो उसकी पेंटिंग की कितनी कीमत होती है? दस हजार, बीस हजार, एक लाख या दस लाख। लेकिन चिट फंड मालिकों ने उनकी पेंटिंग करोड़ों रुपये में खरीदी।’

ओडिशा में राहुल गांधी का मोदी सरकार पर हमला
Posted Date : 26-Jan-2019 7:58:02 am

ओडिशा में राहुल गांधी का मोदी सरकार पर हमला

भुवनेश्वर ,25 जनवरी । कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भुवनेश्वर में ओडिशा डॉयलॉग कार्यक्रम के दौरान एक बार फिर बीजेपी अध्यक्ष और आरएसएस पर तीखा हमला बोला। राहुल ने चीन के मंत्रियों से अपनी मुलाकात का जिक्र किया, जिस पर बीजेपी तीखा पलटवार कर सकती है। बता दें कि राहुल की कैलाश यात्रा और चीन के राजदूत से मिलने पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। उनकी मानसरोवर की यात्रा और तस्वीरों पर भी काफी विवाद हुआ था।
कैलाश में चीन के मंत्री से मुलाकात का जिक्र किया 
राहुल ने कैलाश यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि मैं इस दौरान एक चीन के मंत्रियों से मिला। उन्होंने कहा, चीन के कुछ मंत्रियों से मेरी मुलाकात हुई और उनसे मेरी जॉब क्रिएशन पर चर्चा हुई। उन्होंने मुझसे कहा कि चीन में हमारे लिए रोजगार का सृजन समस्या नहीं है। भारत में रोजगार की समस्या बहुत बड़ी है। बता दें कि बीजेपी कई बार राहुल पर चीन के राजदूतों और मंत्रियों से मिलने का आरोप लगा चुकी है। राहुल की कैलाश यात्रा पर भी बीजेपी कई बार सवाल उठा चुकी है। अब मंत्रियों से मुलाकात के मुद्दे पर भी बवाल हो सकता है।
अमित शाह पर बरसे राहुल गांधी 
राहुल ने जज लोया केस और जजों की प्रेस कॉन्फ्रेंस का हवाला देते हुए कहा कि बीजेपी के अध्यक्ष हत्या के आरोपी हैं। सुप्रीम कोर्ट के 4 जजों ने जज लोया केस की ओर इशारा किया था। आज बीजेपी के मंत्री भी कहते हैं कि वह ओएसडी की तरह नागपुर मुख्यालय के लिए काम कर रहे हैं। देश की अर्थव्यवस्था की गति खराब होने और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी राहुल ने निशाना साधा। 
राहुल गांधी ने दावा किया कि यूपीए 1 की नीतियों की वजह से देश में बड़ी संख्या में मिडिल क्लास का प्रभाव बढ़ा। उन्होंने कहा, आरटीआई और यूपीए की आर्थिक नीतियों के कारण देश में एक बड़ा मिडिल क्लास तैयार हुआ। नोटबंदी और जीएसटी जैसी आर्थिक नीतियों ने मिडिल क्लास को बर्बाद कर दिया। आरटीआई मिडिल क्लास का हथियार था, लेकिन मोदी सरकार ने इसे कमजोर किया।
देश में रोजगार की कमी का मुद्दा उठाया 
राहुल गांधी ने रोजगार के मुद्दे पर भी बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश में अनिल अंबानी को मोदी सरकार फायदा पहुंचाती है, विजय माल्या और नीरव माल्या देश का पैसा लेकर भाग जाते हैं। भारत में रोजगार नहीं होने के कारण पर राहुल ने कहा कि भारत को यह स्वीकार करना होगा कि चीन का आज प्रॉडक्शन में दबदबा है। उन्होंने कहा, 50 हजार जॉब रोज चीन में क्रिएट हो रही हैं, लेकिन भारत में रोज 400 जॉब हैं। 
कांग्रेस अध्यक्ष ने खेती को महत्वपूर्ण मानते हुए कहा कि आपको विकास करने के लिए खेती को नहीं छोडऩा होगा। उन्होंने कहा, अगर भारत में कृषि को लेकर नजरिया बदला जाए तो बड़ी संख्या में इनसे जॉब निकलेगी। मैं कर्ज माफी की बात नहीं कर रहा हूं। आपको ध्यान देना होगा कि छोटे और मध्यम उद्योग से जॉब आएंगी, लेकिन पिछले 5 साल में मिस्टर मोदी ने बर्बाद कर दिया।

ममता के गढ़ में चुनावी बिगुल फूंकने पहुंचेंगे भाजपा अध्यक्ष शाह
Posted Date : 22-Jan-2019 9:22:22 am

ममता के गढ़ में चुनावी बिगुल फूंकने पहुंचेंगे भाजपा अध्यक्ष शाह

कोलकाता ,22 जनवरी । भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह मंगलवार को पश्चिम बंगाल के मालदा में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। मंगलवार को पश्चिम बंगाल के दौरे पर पहुंचने वाले शाह यहां भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे। मालदा की इस सभा के बाद बुधवार को शाह बीरभूम और गुरुवार को नादिया जिले में भी जनसभा करेंगे।
मालदा में होने वाली इस रैली को ममता बनर्जी और महागठबंधन की मोर्चाबंदी के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है। चूंकि अमित शाह की इस रैली से पहले इसकी अनुमति को लेकर बीजेपी और ममता सरकार में काफी वाद-विवाद हो चुका है, ऐसे में यह माना जा रहा है कि शाह की सभा में भी इसका असर जरूर दिखेगा। वहीं पश्चिम बंगाल में बीजेपी के इन बड़े कार्यक्रमों के लिए राज्य इकाई भी पूरी ताकत से तैयारियों में जुटी हुई है।
होटेल के पास लैंड होगा शाह का चॉपर 
बता दें कि मंगलवार को होने वाली इस रैली से पहले पश्चिम बंगाल की सरकार ने अमित शाह को मालदा एयरपोर्ट पर हेलिकॉप्टर लैंडिंग की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। एयरपोर्ट पर निर्माण कार्य जारी होने की बात कहते हुए मालदा के जिला प्रशासन ने यहां पर हेलिकॉप्टर लैंडिंग की इजाजत नहीं दी थी। इस बीच जब बीजेपी ने इस फैसले को राजनीतिक साजिश बताया तो ममता सरकार ने मालदा में एक निजी होटेल के पास शाह के हेलिकॉप्टर उतारने की अनुमति दे दी। 
ममता ने दिया था सुरक्षा का हवाला 
सरकार के इस फैसले के बाद सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि हमनें किसी भी अनुमति को देने से मना नहीं किया था, लेकिन बीजेपी अध्यक्ष की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने उन्हें स्थान बदलने के लिए कहा होगा। ममता ने कहा कि उन्हें खुद भी कभी-कभी पुलिस से ऐसे निर्देश मिलते हैं, लेकिन वह लोकतंत्र पर भरोसा करती हैं और इसी कारण रैली की अनुमति भी दी गई है।
20 जनवरी से शुरू होना था अभियान 
बता दें कि पश्चिम बंगाल में शाह का प्रचार अभियान पहले 20 जनवरी से शुरू होना था, लेकिन उन्हें स्वाइन फ्लू हो जाने के बाद यह कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। बाद में अमित शाह को एम्स से छुट्टी मिलने के बाद 22 जनवरी को मालदा में सभा के लिए पश्चिम बंगाल सरकार को आवेदन भेजा गया।

देश की जनता भाजपा को घर बैठाने के लिए आतुर - कांग्रेस
Posted Date : 20-Jan-2019 11:37:18 am

देश की जनता भाजपा को घर बैठाने के लिए आतुर - कांग्रेस

रायपुर, 20 जनवरी । प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मोहम्मद असलम में कहा है कि छत्तीसगढ़ से भाजपा का शासन जाते ही अनुशासित एवं केडर बेस कहलाने वाली पार्टी ताश के पत्तों की तरह बिखरने के कगार पर है। भाजपा का अनुशासन हार के प्रहार से धराशाई हो गया है और उनका आंतरिक लोकतंत्र सतह पर आ गया है। हालांकि कांग्रेस पार्टी को भाजपा में मचे अंदरूनी घमासान से कोई लेना देना नहीं और ना ही बीजेपी के षड्यंत्र से कोई सरोकार है। राज्य में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं द्वारा एक दूसरे पर आरोप मढ़ कर भारतीय जनता पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को हार का दोषी ठहराने की साजिशों में लगे है। कांग्रेस पर झूठे आरोप को पुन: लोकसभा चुनाव के लिए सक्रिय करना चाहती है। भाजपा यह न भूले कि झूठे आरोपों पर राजनीति अब नहीं चलेगी। पूरे देश और छत्तीसगढ़ की जनता कांग्रेस के साथ है। इतना अवश्य है, कि भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल ना सिर्फ राज्य में अपितु समूचे देश में अमित शाह और मोदी के तानाशाही रवैया के चलते गिर चुका है। भाजपा इस भय से नहीं उबर पा रही है कि देश की जनता उन्हें घर बैठाने के लिए आतुर है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी राज्य और केंद्र स्तर पर जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए कृत संकल्पित है। छत्तीसगढ़ में सभी लोकसभा सीटों को जीतने का लक्ष्य रखकर अभियान चलाया जा चुका है, जिसमें और गति लाने का प्रयत्न किया जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा छत्तीसगढ़ के प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद पी.एल. पुनिया ने सुनिश्चित कार्ययोजना के तहत विभिन्न संगठनात्मक बैठकों के द्वारा यह साबित कर दिया है कि आगामी लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ की सभी लोकसभा की सीटों को जीतने के लिए कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता तो गंभीर और संकल्पित है।

रूठों को मनाने और पार्टी में वापस लाने में जुटीं शीला!
Posted Date : 20-Jan-2019 11:31:57 am

रूठों को मनाने और पार्टी में वापस लाने में जुटीं शीला!

नईदिल्ली,20 जनवरी । प्रदेश कांग्रेस में रूठों को मनाने की तैयारी चल रही है। इसको लेकर कवायद शुरू हो गई है। बीते चार-पांच साल में जो लोग कांग्रेस छोडक़र चले गए थे, पार्टी उन्हें वापस बुलाने का मन बना रही है। शीला दीक्षित के अध्यक्ष बनने के बाद छोडक़र जाने वाले नेताओं के लिए कांग्रेस में फिर से एंट्री का दरवाजा खुलने वाला है। यही नहीं, कांग्रेस अपने वरिष्ठ नेताओं को भी मनाने और उन्हें एक्टिव करने की कोशिश में जुट गई है।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पिछले कुछ साल में कई नेता पार्टी छोडक़र दूसरे दलों में चले गए। खासकर निगम के चुनाव के दौरान भारी संख्या में नेता बीजेपी और आप में शामिल हुए। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में बुरी हार के बाद कई सीनियर नेता भी कांग्रेस छोडक़र दूसरी पार्टियों में शामिल हो गए। अब शीला दीक्षित की अगुवाई में बनी नई टीम ने पुराने नेताओं के साथ-साथ रूठों को मनाने और पार्टी में शामिल करने की कवायद शुरू कर दी है।
सूत्रों का कहना है कि एक लंबी लिस्ट है। कई नेता कांग्रेस में शामिल होने के लिए तैयार हैं। बहुत जल्द इनके लौटने का सिलसिला शुरू होने वाला है। यह भी कहा जा रहा है कि अक्सर प्रदेश कांग्रेस में बुजुर्ग नेताओं को दरकिनार कर दिया जाता है, लेकिन अब जबकि प्रदेश की जिम्मेदारी ही शीला के हाथ में है, तो बाकी सीनियर नेताओं को भी तवज्जो मिलने लगी है। इसकी एक बानगी यह है कि पूर्व मंत्री मंगतराम सिंघल और रामाकांत गोस्वामी प्रदेश कांग्रेस में एक्टिव हो गए हैं।
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एके वालिया, पूर्व मंत्री योगानंद शास्त्री जैसे नेताओं को भी एक्टिव रोल में लाने की तैयारी चल रही है। हालांकि, सूत्रों का यह भी कहना है कि पार्टी रूठों को मनाने की बात तो कह रही है, लेकिन जो लोग पार्टी छोड़ गए हैं, उन्हें फिर से पार्टी में जगह मिलने की संभावना कम है। बता दें कि कभी दिल्ली कांग्रेस में बरखा सिंह और कृष्णा तीरथ बड़ा नाम हुआ करते थे। इन्होंने भी कांग्रेस को अलविदा कह दिया था। देखने वाली बात यह होगी कि आने वाले समय में इन दोनों नेताओं की घर वापसी होती है या नहीं। सूत्रों का कहना है कि पहले इन नेताओं को पार्टी में शामिल होने का मन बनाना होगा। वापसी का फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को लेना है?