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रिलायंस जियो ने लॉन्च किया नया कुंभ जियोफोन
Posted Date : 08-Jan-2019 1:30:39 pm

रिलायंस जियो ने लॉन्च किया नया कुंभ जियोफोन

प्रयागराज ,08 जनवारी । दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम कुम्भ मेले में करोड़ो की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जियो ने नए ‘कुम्भ जियोफोन’ की पेशकश की है। जिओ द्वारा मंगलवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार ‘कुम्भ जियोफोन’ कुम्भ मेले से जुड़ी हर छोटी बड़ी जानकारी से लैस है। ट्रेन और बस स्टेशन की सूचनाओं के साथ साथ किस दिन कौन सा स्नान है इस की जानकारी भी ‘कुम्भ जियोफोन’ से प्राप्त की जा सकती है।
कुम्भ में नाते रिश्तेदारों के लापता होने पर ‘कुम्भ जियोफोन’ आपकी मदद करेगा। फैमिली लोकेटर नाम से ‘कुम्भ जियोफोन’ में एक विशेष फीचर दिया गया है। जिससे आपके लापता रिश्तेदार की लोकेशन झट से पता चल जाएगी। 
उन्होंने बताया कि कुम्भ जियोफोन’ केवल सूचनाओं का ही जरिया नही है। इसमें उपलब्ध जियोटीवी पर श्रद्धालु कुम्भ मेले के खास पर्वों और कार्यक्रमों का वीडियो प्रसारण देख सकेंगे। भक्ति संगीत के लिए ‘कुम्भ जियोफोन’ में कुम्भ रेडियो भी उपलब्ध है। जियोफोन में यू-ट्यूब, फेसबुक और वाट्सएप जैसे प्रमुख सोशल मीडिया ऐप्स पहले से ही मौजूद हैं। कुम्भ के दौरान श्रद्धालु इन ऐप्स के जरिए देश एंव विदेश में अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से सीधे जुड़ सकेंगे।
उन्होंने बताया कि कुम्भ जियोफोन’ एक खास एक्सचेंज ऑफर के तहत 501 रु की प्रभावी कीमत पर उपलब्ध है। किसी भी कंपनी का कोई भी 2जी/3जी या 4जी फोन को ‘कुम्भ जियोफोन’ से बदला जा सकता है। सयुक्त ऑफर के तहत एक्टिवेशन के समय कुंभ जियोफोन के लिए रिफंडेबल सिक्योरिटी के रुप में 501 रु देने होंगेऔर साथ ही 594 रु का रिचार्ज कराना होगा। जिसमें उसे छह महीनों के लिए अनलिमिटेड कॉलिंग और डेटा हासिल होगा। साथ ही ग्राहकों को हर दिन हजारों रु के ईनामी वाउचर और 4जी डेटा जीतने का मौका भी मिलेगा।

पेट्रोल, डीजल के दाम में वृद्धि पर फिर लगा विराम
Posted Date : 08-Jan-2019 1:30:10 pm

पेट्रोल, डीजल के दाम में वृद्धि पर फिर लगा विराम

नई दिल्ली ,08 जनवारी । पेट्रोल और डीजल के दाम में वृद्धि पर फिर विराम लगने से उपभोक्ताओं को राहत मिली है। तेल विपणन कंपनियों ने मंगलवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया। इससे पहले सोमवार को नए साल में पहली बार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि दर्ज की गई थी। हालांकि, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पिछले सप्ताह कच्चे तेल में आई तेजी के बाद भावों में बहरहाल मजबूती बनी हुई है। विशेषज्ञ बताते हैं कि कच्चे तेल की हालिया तेजी से आने वाले दिनों में पेट्रोल, डीजल के दाम में वृद्धि हो सकती है।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, मंगलवार को दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल की कीमतें यथावत 68.50 रुपये, 70.64 रुपये, 74.16 रुपये और 71.07 रुपये प्रति लीटर दर्ज गईं। चारों महानगरों में डीजल के दाम भी बिना बदलाव के क्रमश: 62.24 रुपये, 64.01 रुपये, 65.12 रुपये और 65.70 रुपये प्रति लीटर दर्ज किए गए। दिल्ली, कोलकाता और मुंबई में पेट्रोल के दाम में सोमवार को 21 पैसे, जबकि चेन्नई में 22 पैसे प्रति लीटर का इजाफा किया था। चारों महानगरों में डीजल के दाम में भी आठ पैसे की वृद्धि की गई थी।
दिल्ली-एनसीआर स्थित नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम में पेट्रोल की कीमतें क्रमश: 68.79 रुपये, 68.66 रुपये, 70.03 रुपये और 69.82 रुपये प्रति लीटर रहीं। इन चारों शहरों में डीजल के दाम क्रमश: 61.93 रुपये, 61.80 रुपये, 62.75 रुपये और 62.54 रुपये प्रति लीटर रहे।
पेट्रोल के दाम चंडीगढ़, लखनऊ, पटना, भोपाल और जयपुर में क्रमश: 64.79 रुपये, 68.66 रुपये, 72.67 रुपये, 71.52 रुपये और 69.28 रुपये प्रति लीटर दर्ज किए गए। इन पांचों शहरों में डीजल के भाव क्रमश: 59.28 रुपये, 61.82 रुपये, 65.52 रुपये, 63.46 रुपये और 64.61 रुपये प्रति लीटर रहे।

ब्याज दर कटौती की संभावना से डॉलर में कमजोरी
Posted Date : 07-Jan-2019 10:53:33 am

ब्याज दर कटौती की संभावना से डॉलर में कमजोरी

नई दिल्ली ,07 जनवारी । अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा इस साल ब्याज दरों में कटौती की संभावना से सोमवार को डॉलर में दुनिया की प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले कमजोरी आई। पिछले सप्ताह जारी हुए आर्थिक आंकड़ों के बाद अमेरिकी अर्थव्यवस्था के विकास की रफ्तार मंद पडऩे की आशंका जताई जा रही हैं। 
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले यूरो, पौंड, येन समेत छह प्रमुख मुद्राओं में मजबूती दर्ज की गई। डॉलर में एक यूरो का दाम पिछले सत्र के मुकाबले 0.24 फीसदी की बढ़त के साथ 1.1421 डॉलर दर्ज किया गया। वहीं, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की ताकत के सूचक डॉलर इंडेक्स में दो जनवरी के बाद लगातार कमजोरी का सिलसिला जारी है। डॉलर इंडेक्स सोमवार को पिछले सत्र के मुकाबले 0.22 फीसदी की कमजोरी के साथ 95.53 पर बना हुआ था। डॉलर इंडेक्स यूरो, जापान की मुद्रा येन, ब्रिटेन की मुद्रा पौंड, कनेडियन डॉलर, स्वीडिश क्रोना और स्वीस फ्रैंक के मुकाबले डॉलर के मूल्य का सूचकांक है। इसमें सबसे ज्यादा भारांक यूरो का है। कमोडिटी विश्लेषक बताते हैं कि अर्थव्यवस्था की मंदी के मद्देनजर फेड ब्याज दर में वृद्धि करने के बजाए कटौती कर सकता है। इसी संभावना से डॉलर में कमजोरी बढ़ गई है।

कच्चे तेल में आई तेजी से बढ़े पेट्रोल, डीजल के दाम
Posted Date : 07-Jan-2019 10:52:51 am

कच्चे तेल में आई तेजी से बढ़े पेट्रोल, डीजल के दाम

नई दिल्ली ,07 जनवारी । अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में आई तेजी से भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम में फिर बढ़ोतरी हुई है। नए साल में पेट्रोल और डीजल के दाम में पहली बार वृद्धि हुई है। तेल विपणन कंपनियों ने दिल्ली, कोलकाता और मुंबई में पेट्रोल के दाम में 21 पैसे, जबकि चेन्नई में 22 पैसे प्रति लीटर का इजाफा किया है। चारों महानगरों में डीजल के दाम में आठ पैसे की वृद्धि की गई है।
उधर, वैश्विक पटल पर ताजा घटनाक्रम के बाद नए साल में कच्चे तेल में लगातार तेजी देखी जा रही है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में आई तेजी ये घरेलू वायदा बाजार में कच्चे तेल के भाव में मजबूती बनी हुई है। भारतीय समयानुसार पूर्वाह्न् 10.15 बजे मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर कच्चे तेल का जनवरी एक्सपायरी अनुबंध पिछले सत्र के मुकाबले 35 रुपये यानी 1.05 फीसदी की तेजी के साथ 3,383 रुपये प्रति बैरल पर बना हुआ था, जबकि कारोबार के दौरान भाव 3,394 रुपये प्रति बैरल तक उछला। अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकॉन्टिनेंटल एक्सचेंज पर ब्रेंट क्रूड के मार्च डिलीवरी अनुबंध में सोमवार को पिछले सत्र के मुकाबले 1.19 फीसदी की तेजी के साथ 57.74 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले 57.87 डॉलर प्रति बैरल का ऊपरी स्तर दर्ज किया गया। 
वहीं, न्यूयार्क मर्के टाइल एक्सचेंज पर अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट के फरवरी डिलीवरी अनुबंध में 1150 फीसदी की तेजी के साथ 48.68 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा थाए जबकि कारोबार के दौरान भाव 48.88 डॉलर प्रति बैरल रहा। एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट एनर्जी व करेंसी रिसर्च अनुज गुप्ता ने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव दूर करने की दिशा में जारी बातचीत से कच्चे तेल के दाम को सपोर्ट मिला है क्योंकि ट्रेड वार के हालात समाप्त होने पर दुनिया की अर्थव्यवस्था में जो मंदी की आशंका जताई जा रही है वह छट जाएगी। उन्होंने कहा कि इससे 2019 में तेल की मांग में वृद्धि हो सकती है। गुप्ता ने कहा कि ओपेक देशों का समूह और रूस द्वारा तेल के उत्पादन में कटौती करने से भी कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है। उन्होंने कहा कि बेंट क्रूड का भाव 62 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकता है। वहीं, डब्ल्यूटीआई के भाव में 52 डॉलर प्रति बैरल तक तेजी देखी जा सकती है। 
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता ,मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल की कीमतें सोमवार को क्रमश: 68.150 रुपये, 70.64 रुपये, 74.16 रुपये और 71.07 रुपये प्रति लीटर दर्ज गईं। चारों महानगरों में डीजल के दाम में क्रमश: 62.24 रुपयेए 64.01 रुपये, 65.12 रुपये और 65.70 रुपये प्रति लीटर दर्ज किए गए। दिल्ली-एनसीआर स्थित नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम में पेट्रोल की कीमतें क्रमश: 68.79 रुपये, 68.66 रुपये, 70.03 रुपये और 69.82 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं। इन चारों शहरों में डीजल के दाम क्रमश: 61.93 रुपये, 61.80 रुपयेए 62.75 रुपये और 62.54 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। पेट्रोल के दाम चंडीगढ़, लखनऊ, पटना, भोपाल और जयपुर में क्रमश: 64.79 रुपये, 68.66 रुपये, 72.67 रुपये, 71.52 रुपये और 69.28 रुपये प्रति लीटर दर्ज किए गए हैं। इन पांचों शहरों में डीजल के भाव क्रमश: 59.28 रुपयेए 61.82 रुपये, 65.52 रुपये, 63.46 रुपये और 64.61 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं।

देश में 5जी का सपना अभी नहीं होगा साकार, लग सकते हैं 3-4 साल
Posted Date : 06-Jan-2019 10:41:28 am

देश में 5जी का सपना अभी नहीं होगा साकार, लग सकते हैं 3-4 साल

नई दिल्ली ,06 जनवारी । क्या 3 घंटे की फिल्म को 3 सेकेंड में डाउनलोड करने का सपना हकीकत बनने में अभी लंबा वक्त लेगा/ क्या टेलिकॉम इंडस्ट्री पांचवीं जेनरेशन की तकनीक जिसे आम भाषा में 5जी कहा जाता है, आम लोगों तक पहुंचाने से परहेज कर रही है/ ये सवाल तब उठ रहे हैं, जब देश में 5जी तकनीक को लाने की तमाम कोशिशें अपेक्षित सफलता पाती नहीं दिख रही हैं। टेलिकॉम इंडस्ट्री ने इस तकनीक को लेकर खासा उत्साह नहीं दिखाया है। इंडस्ट्री का मानना है कि टेलिकॉम कंपनियों की आर्थिक सेहत ऐसी नहीं कि वे 5जी तकनीक में आक्रामक रूप से निवेश कर सकें। न ही सरकार ने अभी तक संसाधन उपलब्ध कराए हैं।
मंदी बताई जा रही बड़ी वजह 
हाल के दिनों में टेलिकॉम इंडस्ट्री में मंदी का दौर रहा है। महंगे स्पेक्ट्रम की कीमत और डेटा वॉर के बीच इंडस्ट्री का मुनाफा लगातार कम हो रहा है। मोबाइल ऑपरेटर असोसिएशन के डीजी राजन मैथ्यूज ने कहा कि ऐसे समय जब इंडस्ट्री खुद नाजुक दौर से गुजर रही है, उसके सामने मौजूदा तकनीक और सर्विस को बेहतर तरीके से देते रहना ही एक चुनौती है। इस सूरत में 5जी में निवेश करना इंडस्ट्री के लिए आसान बात नहीं। वह इस मामले में सरकार से नरम नीति की अपेक्षा रखती है। वहीं सरकार 5जी तकनीक को बेचकर अपनी माली हालत दुरुस्त करने की मंशा रखती है। अभी के टारगेट के हिसाब से सरकार को इस साल 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी करनी है, मगर अभी जो हालात हैं, उस हिसाब से इसमें देरी होनी तय है।
दक्षिण कोरिया, चीन, जापान भर रहे फर्राटा 
भारत से बाहर देखें तो दक्षिण कोरिया, चीन, जापान जैसे देश अगले साल 5जी तकनीक को लोगों तक पहुंचाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और इसके लिए उनका होमवर्क भी पूरा हो चुका है। दरअसल, जिस तरह बुलेट ट्रेन के लिए पूरी तरह अलग ट्रैक बनाने की जरूरत होती है, उसी तरह 5जी तकनीक के लिए भी खास इंतजाम करने होते हैं। इसके लिए 80 फीसदी मोबाइल टावर को ऑप्टिकल फाइबर से लैस करने की जरूरत होती है, जबकि देश में मात्र 15त्न टावर इस तकनीक से जुड़े हैं। इंडस्ट्री के मुताबिक, अभी जो स्थिति है, उसमें 5जी तकनीक आने में तीन-चार साल लग सकते हैं। जानकारों का यह भी कहना है कि जब 4जी तकनीक ही पूरे देश में अपने पैमानों पर खरी नहीं उतर रही, ऐसे में 5जी की बात करना जल्दबाजी ही है। एक सर्वे में आया भी है कि 4जी सर्विस पूरे विश्व में सबसे धीमी भारत में ही है। 
सरकार कर रही यह दावा 
सरकार का कहना है कि 5जी जैसी तकनीक देश में आए, इसे देखते हुए ही नई टेलिकॉम नीति बनाई गई है और इसे केंद्र सरकार ने पिछले महीने ही मंजूरी दी है। प्रस्तावित नीति में टेलिकॉम सेक्टर में लाइसेंसिंग और फ्रेमवर्क, सभी के लिए कनेक्टिविटी, सेवाओं की गुणवत्ता, व्यापार करने में आसानी और नई तकनीक पर जोर जैसे 5जी और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) जैसी चीजें शामिल हैं। इस नीति में टेलिकॉम सेक्टर में 100 अरब डॉलर के निवेश को किस तरह आकर्षित किया जाए, इस बारे में भी रोडमैप दिया गया है। सरकार का दावा है कि इसमें 5जी के लिए भी रोडमैप है, जिसमें बताया गया है कि किस तरह इसकी राह में मौजूद बाधाओं को दूर किया जा सकता है। 
5जी तकनीक से आएगी सूचना क्रांति 
जानकारों का मानना है कि 5जी से तकनीक में नई क्रांति आ जाएगी। इसे 4जी तकनीक से 1000 गुना तेज माना जाता है। इस तकनीक के उपयोग में आने के बाद दैनिक जरूरतों से जुड़ी तकनीकी सुविधाएं भी हाइटेक हो जाएंगी।

शीर्ष 6 कंपनियों का एमसीएपी 38,153 करोड़ रुपये घटा
Posted Date : 06-Jan-2019 10:40:04 am

शीर्ष 6 कंपनियों का एमसीएपी 38,153 करोड़ रुपये घटा

नई दिल्ली ,06 जनवारी । सेंसेक्स की शीर्ष 10 कंपनियों में से छह का बाजार पूंजीकरण बीते सप्ताह 38,152.86 करोड़ रुपये घट गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज को इस दौरान सर्वाधिक नुकसान उठाना पड़ा। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी और एचडीएफसी को बाजार पूंजीकरण में नुकसान हुआ। वहीं इन्फोसिस, भारतीय स्टेट बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और आईसीआईसीआईबैंक का बाजार पूंजीकरण बढ़ गया।
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 16,955.65 करोड़ रुपये घटकर 6,96,639.64 करोड़ रुपये पर आ गया। हिंदुस्तान यूनिलीवर का बाजार पूंजीकरण 8,626.12 करोड़ रुपये कम होकर 3,85,361.63 करोड़ रुपये, टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 8,198.96 करोड़ रुपये घटकर 7,03,178.13 करोड़ रुपये पर आ गया। 
इसी तरह एचडीएफसी का बाजार मूल्यांकन 1,501.96 करोड़ रुपये कम होकर 3,38,933.58 करोड़ रुपये, आईटीसी का बाजार पूंजीकरण 1,469.63 करोड़ रुपये घटकर 3,43,832.17 करोड़ रुपये और एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण 1,400.54 करोड़ रुपये कम होकर 5,75,922.41 करोड़ रुपये पर आ गया। इस रुख के उलट आईसीआईसीआई बैंक का बाजार पूंजीकरण 2,906.87 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी के साथ 2,35,444.07 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। 
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का बाजार मूल्यांकन 2,722 करोड़ रुपये बढक़र 2,65,506.48 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इन्फोसिस का बाजार पूंजीकरण 1,376.12 करोड़ रुपये बढक़र 2,88,658.41 करोड़ रुपये और कोटक महिंद्रा बैंक का बाजार पूंजीकरण 391 करोड़ रुपये बढक़र 2,37,787.86 करोड़ रुपये रहा। बाजार पूंजीकरण के लिहाज से टीसीएस शीर्ष पर रही। 
इसके बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी, एचडीएफसी, इन्फोसिस, भारतीय स्टेट बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और आईसीआईसीआई बैंक का स्थान रहा। बीते सप्ताह बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 381.62 अंक या 1.05 प्रतिशत नीचे आया।