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नौकरियों में उछाल, अप्रैल में ईपीएफओ के रिकॉर्ड 18.92 लाख नए सदस्य
Posted Date : 21-Jun-2024 8:57:43 pm

नौकरियों में उछाल, अप्रैल में ईपीएफओ के रिकॉर्ड 18.92 लाख नए सदस्य

नई दिल्ली  । देश में नौकरियों में उछाल का संकेत मिल रहा है। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने इस साल अप्रैल में 18.92 लाख नए सदस्य जोड़े।
ईपीएफओ के अस्थायी पेरोल डेटा से पता चलता है कि इस साल मार्च के आंकड़े की तुलना में अप्रैैल में 31.29 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पिछले साल के अप्रैल के मुकाबले इस साल अप्रैल में ईपीएफओ के सदस्यों की संख्या में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
मंत्रालय ने कहा, सदस्यता में यह उछाल रोजगार के बढ़ते अवसरों, कर्मचारी लाभों के बारे में बढ़ती जागरूकता और ईपीएफओ के आउटरीच कार्यक्रमों की प्रभावशीलता के कारण है।
डेटा से पता चलता है कि अप्रैल के दौरान लगभग 8.87 लाख नए सदस्यों ने संगठन में नामांकन कराया है।
डेटा का एक उल्लेखनीय पहलू है कि इसमें 18-25 आयु वर्ग का प्रभुत्व है। ये कुल सदस्यों का 55.5 प्रतिशत है।
यह संगठित कार्यबल में शामिल होने के लिए युवाओं के रुझान को दर्शाता है।
पेरोल डेटा के अनुसार, लगभग 14.53 लाख सदस्य ईपीएफओ से बाहर निकल गए और बाद में फिर इसमें शामिल हो गए।
यह आंकड़ा इस साल मार्च की तुलना में 23.15 प्रतिशत अधिक है।
इन सदस्यों ने अपनी नौकरी बदली और ईपीएफओ के दायरे में आने वाले प्रतिष्ठानों में फिर से शामिल हो गए और अंतिम निपटान के लिए आवेदन करने के बजाय अपने संचय को स्थानांतरित करने का विकल्प चुना।
पेरोल डेटा के लिंग-वार विश्लेषण से पता चलता है कि 8.87 लाख नए सदस्यों में से लगभग 2.49 लाख नई महिला सदस्य हैं।
अप्रैल में लगभग 3.91 लाख महिलाएं ईपीएफओ से जुड़ीं। यह मार्च की तुलना में लगभग 35.06 प्रतिशत अधिक है।
पेरोल डेटा का राज्य-वार विश्लेषण दर्शाता है कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात और हरियाणा में नए सदस्य अधिक जुड़े।
नए जुडऩे वाले सदस्यों में से इन राज्यों का लगभग 58.3 प्रतिशत हिस्सा है। इन राज्यों से 11.03 नए सदस्य जुड़े।
देश में महाराष्ट्र 20.42 प्रतिशत नए सदस्य जोडक़र सबसे आगे है।

 

ईएसआईसी से अप्रैल में जुड़े 16.47 लाख नए कर्मचारी, 7.84 लाख युवाओं को मिला अवसर
Posted Date : 20-Jun-2024 8:26:52 am

ईएसआईसी से अप्रैल में जुड़े 16.47 लाख नए कर्मचारी, 7.84 लाख युवाओं को मिला अवसर

नई दिल्ली । देश में हाल ही में 16 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। रोजगार पाने वालों में बड़ी संख्या में युवा शामिल हैं। इसमें महिलाओं की भागीदारी भी अच्छी खासी है। केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय के मुताबिक इसी साल अप्रैल में 16 लाख से ज्यादा नए कर्मचारी जुड़े हैं। यह जानकारी कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) के अनंतिम पे-रोल डेटा से पता चला है।
मंत्रालय के मुताबिक ईएसआईसी का पे-रोल का डेटा बताता है कि अप्रैल 2024 में कुल 16.47 लाख नए कर्मचारी जोड़े गए हैं। केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि अप्रैल 2024 में कर्मचारी राज्य बीमा योजना के सामाजिक सुरक्षा दायरे में लगभग 18,490 नए प्रतिष्ठान लाए गए हैं। मंत्रालय के मुताबिक इससे अधिक श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित हुई है।
उल्लेखनीय है कि आंकड़ों के माध्यम से पता चलता है कि राष्ट्र के युवाओं के लिए अधिक नौकरियां पैदा हुई हैं। उपलब्ध आंकड़े बताते हैं कि अप्रैल में जोड़े गए कुल 16.47 लाख कर्मचारियों में से 7.84 लाख कर्मचारी 25 वर्ष तक की आयु वर्ग के हैं। ये कुल पंजीकरण का लगभग 47.60 प्रतिशत हैं। केंद्र सरकार द्वारा जारी इन आंकड़ों और पेरोल डेटा का लैंगिकवार विश्लेषण बताता है कि अप्रैल 2024 में महिला कर्मचारियों की संख्या भी अच्छी खासी रही है। महिला कर्मचारियों का शुद्ध नामांकन 3.38 लाख रहा है।
केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय का कहना है कि महिला कर्मचारियों के अलावा, अप्रैल 2024 में ईएसआई योजना के तहत कुल 53 ट्रांसजेंडर कर्मचारियों ने भी पंजीकरण कराया है। यह हमारे समाज के हर वर्ग तक बीमा लाभ पहुंचाने के लिए ईएसआईसी की प्रतिबद्धता का परिचायक है। हालांकि, मंत्रालय ने यह भी बताया कि पे-रोल डेटा अनंतिम है, क्योंकि आंकड़ों के संकलन की प्रक्रिया लगातार चलती रहती है।

 

अप्रैल-जून तिमाही में विकास दर 7.2 प्रतिशत से ज्यादा रहने का अनुमान : आरबीआई
Posted Date : 20-Jun-2024 8:25:59 am

अप्रैल-जून तिमाही में विकास दर 7.2 प्रतिशत से ज्यादा रहने का अनुमान : आरबीआई

मुंबई । रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने उम्मीद जताई है कि पिछले वित्त वर्ष की मजबूत विकास दर चालू वित्त वर्ष में भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2025 की अप्रैल-जून तिमाही में भी मजबूत विकास दर जारी रहेगी। इसे अर्थव्यवस्था की मजबूत बुनियाद से बल मिलेगा। दास ने मंगलवार को एक मीडिया कार्यक्रम में कहा, हमें इस बात को लेकर काफी उम्मीद है कि हमने इस साल की पहली तिमाही के लिए जो अनुमान लगाया है — 7.2 प्रतिशत का, हम उससे आगे 7.3 प्रतिशत पर चले जाएंगे।
दास ने यह भी कहा कि निजी खपत में सुधार हो रहा है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कृषि क्षेत्र में मजबूत वृद्धि के कारण ग्रामीण मांग में सुधार हो रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने इस बार सामान्य से अधिक मानसून का अनुमान लगाया है, जिसके चलते खरीफ उत्पादन में वृद्धि होने की उम्मीद है। आरबीआई ने 7 जून को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए वास्तविक जीडीपी का अनुमान पहले के अनुमान 7 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया था।
गवर्नर ने कहा कि वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में जीडीपी विकास दर 7.3 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 7.2 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 7.3 प्रतिशत और अंतिम तिमाही में 7.2 प्रतिशत रहने की संभावना है।

 

रिकॉर्ड हाई पर खुले शेयर बाजार, सेंसेक्स 106 अंक उछला
Posted Date : 20-Jun-2024 8:25:43 am

रिकॉर्ड हाई पर खुले शेयर बाजार, सेंसेक्स 106 अंक उछला

मुंबई । घरेलू शेयर बाजारों में तेजी का दौर जारी है। बुधवार को मुख्य सूचकांक रिकॉर्ड हाई पर खुले। शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने क्रमश: 77,581 अंक और 23,630 अंक का नया कीर्तिमान बनाया। सुबह 9:20 बजे तक, सेंसेक्स 106 अंक या 0.14 प्रतिशत उछलकर 77,448 अंक पर और निफ्टी 26 अंक या 0.11 प्रतिशत बढक़र 23,595 अंक पर था।
बाजार में बैंकिंग शेयरों में तेजी देखी जा रही है। बैंक निफ्टी 343 अंक या 0.68 प्रतिशत बढक़र 50,776 अंक पर था। लार्जकैप और स्मॉलकैप की अपेक्षा मिडकैप शेयरों में सीमित दायरे में कारोबार हो रहा है। निफ्टी मिडकैप 100 सूचकांक 31 अंक या 0.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 55,458 अंक और निफ्टी स्मॉलकैप 21 अंक या 0.12 प्रतिशत गिरकर 18,260 अंक पर है।
सेंसेक्स में इंडसइंड बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, जेएसडब्ल्यू स्टील, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, एसबीआई और कोटक महिंद्रा बैंक में सबसे ज्यादा तेजी रही। टाइटन, एलएंडटी, टेक महिंद्रा, पावर ग्रिड और एनटीपीसी में सबसे ज्यादा गिरावट रही।
चॉइस ब्रोकिंग में रिसर्च एनालिस्ट देवेन मेहता का कहना है कि वैश्विक बाजारों के समर्थन के कारण भारतीय शेयर बाजार सकारात्मक खुले हैं। निफ्टी में 23,500 अंक और फिर 23,450 अंक तथा 23,400 अंक अहम सपोर्ट लेवल हैं। वहीं, 23,650 एक रुकावट का स्तर है। अगर यह इसे तोड़ता है तो 23,800 अंक तक भी जा सकता है।
बाजार में तेजी की एक वजह घरेलू और विदेशी निवेशकों की लिवाली भी है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के डेटा के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 2,569 करोड़ रुपये और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 1,555 करोड़ रुपये का निवेश किया था।
एशिया के बड़े बाजारों में तेजी है। टोक्यो, हांगकांग, सोल और जकार्ता के बाजारों में हरे निशान में कारोबार हो रहा है। हालांकि, बैंकॉक और शंघाई के बाजार लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं। अमेरिका के बाजार मंगलवार को तेजी के साथ बंद हुए थे। कच्चे तेल का बेंचमार्क लंदन का ब्रेंट क्रूड वायदा 85 डॉलर प्रति बैरल और अमेरिकी डब्ल्यूटीआई 80 डॉलर प्रति बैरल पर है।

 

अमेरिका में अमेजन को झटका, श्रम कानूनों का उल्लंघन करने पर 60 लाख डॉलर का जुर्माना लगा
Posted Date : 19-Jun-2024 9:09:54 pm

अमेरिका में अमेजन को झटका, श्रम कानूनों का उल्लंघन करने पर 60 लाख डॉलर का जुर्माना लगा

न्यूयॉर्क  । ई-कॉमर्स क्षेत्र की दिग्गज कंपनी अमेजन पर अमेरिका के कैलिफोर्निया प्रांत में श्रम कानूनों का उल्लंघन करने के लिए लगभग 60 लाख डॉलर का जुर्माना लगाया गया है। कैलिफोर्निया के इंडस्ट्रियल रिलेशंस डिपार्टमेंट ने एक बयान में कहा कि अमेजन ने कर्मचारियों को काम के कोटा के बारे में लिखित सूचना नहीं दी। वेयर हाउस कोटा कानून के तहत ऐसा करना अनिवार्य है।
बयान के अनुसार, नियोक्ता ने तर्क दिया कि उन्हें कोटा प्रणाली की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि वे सहकर्मी से सहकर्मी मूल्यांकन प्रणाली का उपयोग करते हैं। कानून के अनुसार वेयरहाउस नियोक्ताओं को कर्मचारियों को प्रति घंटे किए जाने वाले कार्यों की संख्या और कोटा पूरा न करने पर होने वाली किसी भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जानकारी देनी होती है।
श्रम आयुक्त लिलिया गार्सिया-ब्रोवर ने कहा, अमेज़ॅन इन दो गोदामों में जिस सहकर्मी से सहकर्मी प्रणाली का उपयोग कर रहा था, वह ठीक उसी तरह की प्रणाली है, जिसे रोकने के लिए वेयर हाउस कोटा कानून बनाया गया था। गार्सिया-ब्रोवर ने कहा, अघोषित कोटा कर्मचारियों पर तेजी से काम करने का दबाव बढ़ाता है और कर्मचारियों को ब्रेक छोडऩे के लिए मजबूर करके चोट लगने की दर और अन्य उल्लंघनों को बढ़ा सकता है।
श्रम आयुक्त कार्यालय ने 22 सितंबर 2022 को अपना प्रारंभिक निरीक्षण शुरू किया। जांच में पाया गया कि 20 अक्टूबर 2023 से 9 मार्च 2024 तक मोरेनो वैली और रेडलैंड्स गोदामों में नियमों के 59,017 उल्लंघन हुए।

 

आरबीआई गवर्नर ने कहा, अप्रैल-जून तिमाही में विकास दर 7.2 प्रतिशत से ज्यादा रहने का अनुमान
Posted Date : 19-Jun-2024 9:09:37 pm

आरबीआई गवर्नर ने कहा, अप्रैल-जून तिमाही में विकास दर 7.2 प्रतिशत से ज्यादा रहने का अनुमान

मुंबई  । रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने उम्मीद जताई है कि पिछले वित्त वर्ष की मजबूत विकास दर चालू वित्त वर्ष में भी जारी रहेगी।
उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2025 की अप्रैल-जून तिमाही में भी मजबूत विकास दर जारी रहेगी। इसे अर्थव्यवस्था की मजबूत बुनियाद से बल मिलेगा।
दास ने मंगलवार को एक मीडिया कार्यक्रम में कहा, हमें इस बात को लेकर काफी उम्मीद है कि हमने इस साल की पहली तिमाही के लिए जो अनुमान लगाया है -- 7.2 प्रतिशत का, हम उससे आगे 7.3 प्रतिशत पर चले जाएंगे।
दास ने यह भी कहा कि निजी खपत में सुधार हो रहा है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कृषि क्षेत्र में मजबूत वृद्धि के कारण ग्रामीण मांग में सुधार हो रहा है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने इस बार सामान्य से अधिक मानसून का अनुमान लगाया है, जिसके चलते खरीफ उत्पादन में वृद्धि होने की उम्मीद है।
आरबीआई ने 7 जून को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए वास्तविक जीडीपी का अनुमान पहले के अनुमान 7 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया था।
गवर्नर ने कहा कि वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में जीडीपी विकास दर 7.3 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 7.2 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 7.3 प्रतिशत और अंतिम तिमाही में 7.2 प्रतिशत रहने की संभावना है।