छत्तीसगढ़

स्टेशन में गंदगी का ढेर, नहीं हो रही सफाई
Posted Date : 10-Nov-2019 12:24:55 pm

स्टेशन में गंदगी का ढेर, नहीं हो रही सफाई

० ऑटो व ठेले खोमचे वाले स्टेशन के प्रवेश द्वार को कर रहे हैं जाम 
भिलाई, 10 नवम्बर । देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किये गए आव्हान के तहत देश में सफाई अभियान जोरशोर से चल रहा है। लेकिन ऐसा लगता है कि इसका असर पॉवर हाउस स्टेशन में नहीं देखा जा रहा है। ठेके पर दी गई सफाई व्यवस्था बदहाल स्थिति को प्राप्त है। अनेकों बार यात्रियों द्वारा इस संबंध में स्टेशन के जिम्मेदारों को अवगत कराया गया है बावजूद हालात जस के तस है। ज्ञातव्य है कि पॉवर हाउस स्टेशन का भिलाई स्टील प्लांट होने के कारण देश के महत्वपूर्ण स्थानों में महत्व है। वहीं स्टेशन के दोनों ओर प्रवेश द्वार के बाहर ऑटो चालकों द्वारा सवारी बैठाने के नाम पर रास्ता जाम किया जा रहा है। आसपास के ठेले गुमटी और खोमचे वाले जहां तहां चाय नास्ता बेचकर रास्ता जाम किये हैं व गंदगी फैला रहे हैं जिसके चलते स्टेशन में आने जाने के दौरान यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है वहीं गंदगी पार कर स्टेशन पहुंचने पर विशेषकर चबुतरे व बेंच की सफाई नहीं होने पर यात्रियों को घंटों खड़े होकर ट्रेन का इंतजार करना पड़ रहा है। यात्रियों ने रेलवे स्टेशन के मास्टर से स्टेशन में सफाई व्यवस्था के संबंध में स्वच्छता कर्मियों को तत्काल निर्देश देने की मांग की है। 

बेमेतरा : प्रधानमंत्री आवास मिलने से अब खुश है विनोद : कलेक्टर ने किया आवास का मुआयना
Posted Date : 10-Nov-2019 11:43:48 am

बेमेतरा : प्रधानमंत्री आवास मिलने से अब खुश है विनोद : कलेक्टर ने किया आवास का मुआयना

बेमेतरा 10 नवम्बर 2019/   प्रधानमंत्री आवास मिलने से विनोद ठाकुर की दिनचर्या ही बदल गई है। रोजी-मजूरी कर अपना जीवनयापन करने वाले विनोद अब पक्का आवास मिलने से खुशहाल जिंदगी व्यतीत कर रहा है। उन्हें प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के अंतर्गत गैस कनेक्शन भी मिल गया है। अब उन्हें बारिश के दिनों में चुल्हा फंूकने के झंझट से मुक्ति भी मिल गई है। नगर पंचायत मुख्यालय बेरला के वार्ड क्रमांक 04 बस्ती गोड़पारा अम्बेडकर वार्ड निवासी आदिवासी समुदाय के विनोद के प्रधानमंत्री आवास (शहरी) का कलेक्टर श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी ने आज रविवार को बेरला प्रवास के दौरान मुआयना किया। विनोद कुमार ने कलेक्टर को बताया कि सरकार की यह कल्याणकारी योजना हम जैसे बेसहारा एवं निर्धन वर्ग के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। विनोद ने कुछ अपने निजी पैसे खर्च कर मकान में सीढ़ी भी बनवा ली है। जिलाधीश ने हितग्राही विनोद ठाकुर को अपनी बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर जिला पंचायत के सीईओ प्रकाश कुमा सर्वे भी उपस्थित थे।

हर व्यक्ति का एक सपना होता है कि छांव के लिए उसका एक खुद का घर हो। इसी सपने को सरकार द्वारा साकार किया जा रहा है। विनोद अब खुद के पक्के मकान में रहकर सुकुन की नींद ले रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) गरीब परिवारों के लिए लाभकारी सिद्ध हो रही है। शासन की इस महती योजना से लाभान्वित जिले के नगर पंचायत बेरला के वार्ड 04 के निवासी विनोद गोंड़ का पक्के मकान का सपना प्रधानमंत्री आवास योजना से साकार हुआ है। उल्लेखनीय है कि मेहनत मजदूरी से जीवन यापन करने वाला यह परिवार पहले खपरैल के कच्चे घर में रहता था। इस परिवार के सदस्यों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनका खुद का एक पक्का मकान होगा। अब उनका सपना प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना की वजह से हकीकत बन गया है। मिट्टी और खपरैल की छत वाले मकान में रहने वाला विनोद  अब सीमेंट कांक्रीट की छत वाले मकान की मालिक बन गई है। आवास बनाने के लिए उन्हें दो लाख 35 हजार रुपए की राशि स्वीकृत की गई थी। उन्होंने केन्द्र एवं राज्य शासन के इस महती योजना के बारे में बताते हुए कहा कि हम जैसे गरीब परिवारों के लोगों के लिए यह योजना काफी सहारा बन कर आई है, जिसके कारण हमें पक्का मकान दिया गया है। विनोद ने प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को पी.एम. आवास योजना अंतर्गत पक्का मकान दिये जाने पर आभार व्यक्त किया है।

शहरों का नियोजित विकास और खुशनुमा वातावरण का निर्माण हमारी प्राथमिकता: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
Posted Date : 10-Nov-2019 11:42:57 am

शहरों का नियोजित विकास और खुशनुमा वातावरण का निर्माण हमारी प्राथमिकता: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

 लोकवाणी: मुख्यमंत्री ने ’नगरीय विकास का नया दौर’ विषय पर प्रदेश की जनता के सवालों का दिया जवाब
नगरीय क्षेत्रों में वर्षा जल संचय और नागरिकों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने अनेक योजनाएं संचालित
युवाओं का सम्मान करने, उन्हें  जिम्मेदारी देने तथा उन पर भरोसा करने का दिया संदेश

 रायपुर, 10 नवम्बर 2019/

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘लोकवाणी’ के चौथे प्रसारण में  ’नगरीय विकास का नया दौर’ विषय पर प्रदेश की जनता के सवालों का जवाब दिया तथा नगरीय क्षेत्रों में शासन द्वारा किए जा रहे विकास कार्यो एवं कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि शहरों का नियोजित विकास, उत्साह से भरपूर और खुशनुमा वातावरण का निर्माण हमारी प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने नगरीय विकास के संबंध में लोगों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि नगरीय क्षेत्रों में वर्षा जल संचय और नागरिकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने अनेक योजनाओं संचालित है। उन्होंने कहा कि पेयजल और नगर की बसाहट बुनियादी जरूरतें हैं। सच में भू-जल स्तर का गिरना चिंता का विषय है और इसका सबसे बड़ा कारण हमारे शहरों का विकास, सीमेंट कांक्रीट के जंगल की तरह किया जाना है। शहरों के बहुत से हिस्से, घरों, व्यवसायिक भवनों, सड़कों आदि के कारण इतने ठोस हो गए हैं कि बरसात का पानी भी जमीन के भीतर नहीं जा पाता। भूमिगत जल स्तर को बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी है कि सतह का पानी रिस-रिसकर जमीन के भीतर जाए। छत्तीसगढ़ को तरिया का, तालाबों का, जलाशयों का, नदियों-नालों का, जलप्रपातों का प्रदेश कहा जाता रहा है। विडम्बना है कि एक लम्बे अरसे तक सही सोच और सही योजना के बिना ही निर्माण कार्य किए जाते रहे हैं। ऐसे निर्माण कार्यों की वजह से हमारी जमीन की रिचार्जिंग क्षमता कम होती गई और भू-जल स्तर गिरते-गिरते अब खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है। हमारी सरकार ने नियमों में संशोधन करके अब प्रत्येक आवासीय, वाणिज्यिक और औद्योगिक परिसर में रेन वाटर हार्वेस्टिंग को अनिवार्य कर दिया है। पूर्व में निर्मित भवनों में भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था की गई है। छह प्रकार की रेन वाटर हार्वेस्टिंग यूनिट की दर राज्य सरकार द्वारा निर्धारित की गई है और सैकड़ों एजेन्सियों तथा स्व-सहायता समूहों को आगे किया गया है कि वे एक माह के भीतर सभी जगह रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था करें। हम चाहते हैं नए भवनों में बिजली कनेक्शन भी तभी दिया जाए, जब रेन वाटर हार्वेस्टिंग की यूनिट वहां लगा दी जाए।
    ‘नरवा, गरवा, घुरवा, बारी’ योजना से शहरों को जोड़ने का कार्य शुरू हो गया है। ‘वी-वायर इंजेक्शन वेल’ के माध्यम से भू-जल की रिचार्जिंग की परियोजना बनाई गई है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता से, स्थानीय प्रशासन से, जिला प्रशासन से, स्वयंसेवी संगठनों से अपील की कि पुराने कुओं की साफ-सफाई कराएं। पुराने कुओं को जाली आदि लगाकर सुरक्षित करें ताकि इससे कोई दुर्घटना न हो। उन्होंने कहा कि आजकल छोटे भू-खण्डों पर घर बनाए जाते हैं, जिसमें कुओं का निर्माण कठिन होता है, इसीलिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग की प्रणाली अपनाई जाती है, लेकिन जहां पुराने कुएं हैं, उनका पूरा सम्मान और व्यवस्था हो। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनते ही 212 करोड़ रू. लागत से रायपुर शहर वृहद पेयजल आवर्धन योजना की शुरूआत कर दी गई है। घरेलू पेयजल कनेक्शन से वंचित बीपीएल परिवारों के लिए ‘मिनीमाता अमृतधारा नल योजना’ शुरू की गई है। फिल्टर प्लांट के माध्यम से पैकेज्ड वाटर अर्थात सीलबंद पानी उपलब्ध कराने के लिए ‘राजीव गांधी सर्वजल योजना’ शुरू की गई है। आपदाग्रस्त स्थानों अर्थात जहां भू-जल प्रदूषित है, वहां सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने के लिए ‘मुख्यमंत्री चलित संयंत्र पेयजल योजना’ शुरू कर दी गई है। चंदखुरी, जिला दुर्ग में ‘समूह पेयजल योजना’ के माध्यम से समस्या का समाधान किया जा रहा है। सुपेबेड़ा में तेलनदी का जल शुद्ध करने के लिए ‘सुपेबेड़ा जल योजना’ शुरू की गई है। सरकार बनते ही रायगढ़ तथा जगदलपुर शहर सिवरेज मास्टर प्लांट को मंजूरी दी गई है, जिससे नदियों में मिल रहे नाले-नालियों के दूषित जल का शुद्धिकरण किया जा सके।
    बरसों से लंबित खारून सफाई योजना को मंजूरी दी गई है। बस्तर की जीवनदायनी इंद्रावती नदी के संरक्षण के लिए प्राधिकरण का गठन किया गया है। बिलासपुर में अरपा नदी की सफाई का बड़ा अभियान जनभागीदारी के साथ चलाया गया है। मैं चाहता हूं कि प्रदेश की जनता अपने आस-पड़ोस की नदियों को साफ रखने में मदद करें। इससे हमारी सरकार का उत्साह बढ़ेगा और हम सब मिलकर अपने शहरों को, शुद्ध पानी भी दे सकेंगे और स्वच्छ परिवेश भी।
नालियों में कचरा नहीं डालने लोगों से अपील

    मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह हमारे शरीर में रक्त वाहिकाएं होती हैं उसी तरह शहर की सफाई व्यवस्था नालियों पर निर्भर करती है। जब हम नाली में कचरा डालते हैं तो वहां से पानी बहना बंद हो जाता है। जब पानी नहीं बहता तो गंदे पानी से बदबू, मच्छर, कीड़े-मकोड़े और तरह-तरह की बीमारियां जन्म लेती हैं। उन्होंने घर या दुकान का कचरा नालियों में नहीं डालने की अपील की है।  

युवाओं का सम्मान करने, उन्हें  जिम्मेदारी देने तथा उन पर भरोसा करने का दिया संदेश
    मुख्यमंत्री ने इस बार नगरीय निकायों के चुनावों की प्रक्रिया में  किए गए संशोधन के संबंध में बताया कि महापौर या अध्यक्ष के दोनों पद प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री की तरह एक्जीक्यूटिव पद हैं। यदि पार्षदों का समर्थन नहीं मिलता तो नगर का विकास ठप्प पड़ जाता है। पार्षद जब अपना मुखिया चुनेंगे तो नगरीय विकास का काम निर्बाध रुप से पूरा होगा। जब 21 साल में कोई पार्षद बन सकता है तो मेयर क्यों नहीं बन सकता। हमें युवाओं को सम्मान देना, युवाओं को जिम्मेदारी देना, युवाओं पर भरोसा करना सीखना होगा। हमने प्रदेश को कुचक्रों से बाहर निकालने में सफलता पाई है और अब युवा जोश और ऊर्जा से राजनीति को स्वस्थ बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। शहरों का नियोजित विकास, उत्साह से भरपूर और खुशनुमा वातावरण का निर्माण हमारी प्राथमिकता है।

मछुआ सहकारी समितियों की बढ़ेगी आय
और नगरीय निकायों को मिलेगा राजस्व

    मुख्यमंत्री ने लोकवाणी के माध्यम से बताया कि नगरीय निकायांे के तालाबों से मछुवारों को दूर किया गया था। हम चाहते हैं कि मछुवा सहकारी समितियों को ये तालाब दिये जाएं, जिससे तालाबों की देखरेख भी होगी। नियमित सफाई होगी। मछलियां पाली जायेंगी। मछुवारों की आय बढ़ेगी और नगरीय निकायों को राजस्व भी मिलेगा।

जमीन की गाईड लाइन दर में 30 प्रतिशत कमी और छोटे भू-खण्डों के
क्रय-विक्रय से रोक हटाने से हुए लगभग एक लाख सौदे

     मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की नीतियों, योजनाओं और कार्यक्रमों की वजह से हर क्षेत्र में नये रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं। पूरे प्रदेश में नगरीय-निकायों द्वारा निर्मित दुकानों के किराये में कमी की गई है ताकि स्वरोजगारी युवाओं को मदद मिले और वे अन्य लोगों को रोजगार दे सके। हमने जमीन की गाइड लाइन दर में 30 प्रतिशत की कमी की और छोटे भू-खंडांे के क्रय-विक्रय से रोक हटाई जिसके कारण लगभग एक लाख सौदे हुये। एक जमीन बिकने पर दसियों लोगों को लाभ मिलता है। मकान बनता हैं तो बढ़ई, लोहार, राजमिस्त्री, इलेक्ट्रिशियन, प्लम्बर, रेजा, कुली से लेकर दुकानदार तक सबको रोजगार मिलता है। हमने गुमाश्ता लायसेंस के वार्षिक नवीनीकरण में छूट देने जैसे कई कदम उठाए हैं, जिससे कारोबारियों का उत्साह बढ़ा है।
    शिक्षाकर्मियों, सहायक शिक्षक (एल.बी.) को नियमित वेतन, तबादले की सुविधा, स्वच्छता दीदियों के मानदेय में वृद्वि जैसे अनेक कदम उठाए गए हैं। ‘पौनी-पसारी’ छत्तीसगढ़ में एक ऐसी बाजार व्यवस्था है, जिसमें आपसी सद्भाव, सहयोग और समरसता के सामाजिक माहौल में सारी आवश्यकताएं पूरी हो जाती हैं। समन्वय की अर्थव्यवस्था हमारी बसाहटों में खुशहाली का आधार थी। आधुनिक बाजार व्यवस्था में यह परम्परा टूट रही थी। इसलिए हमने नगरीय-निकायों में ‘पौनी-पसारी’ बाजार व्यवस्था का संरक्षण तथा संवर्धन करने का निर्णय लिया है। मुझे खुशी है कि इस दीवाली में हमारी माटी के दीयों से छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि दिल्ली भी रोशन हुई है। हमारे गांवों, बस्तियों में बने पकवानों की खुशबू और मिठास हर घर में पहुंची है। गांव का पैसा गांव में ही, आपस में एक-दूसरे के काम आता है। हमारा प्रयास है कि हर हाथ को उसकी क्षमता के अनुसार रोजगार मिले, नई उद्योग नीति में इसके लिए समुचित प्रावधान किये गए हैं।

मोर जमीन-मोर मकान योजना से 11 माह में बने 40 हजार मकान

        मुख्यमंत्री ने लोकवाणी के जरिए बताया कि जब हमने सरकार की बागडोर सम्हाली तब प्रदेश में ‘मोर जमीन-मोर मकान योजना’ के तहत सिर्फ 8 हजार मकान बने थे, जबकि 11 महीने में 40 हजार मकान बन गए। हमने ‘राजीव गांधी आश्रय योजना’ का आगाज किया और कानून में संशोधन किया ताकि शहरी क्षेत्रों में रहने वाले भूमिहीन परिवारों को उनके नाम से पट्टा मिले, नियमितीकरण हो। इस योजना का लाभ एक लाख लोगों को मिलेगा। आबादी पट्टों का वितरण होने लगा है। किफायती आवास योजना के तहत 1250 करोड़ रू. की लागत से लगभग 29 हजार नवीन आवासों की मंजूरी दी गई है। वर्ष 2022 तक सभी आवासहीनों को आवास उपलब्ध करा देंगे।

बीमार लोगों तथा कुपोषित माताओं, बहनों एवं बच्चों तक पहुंची सरकार

    मुख्यमंत्री ने कहा कि पीड़ितों तक पहुंचना, हताश और निराश लोगों तक पहुंचना, परेशान लोगों तक पहुंचना, बीमार लोगों तक पहुंचना, कुपोषित माताओं, बहनों, बच्चों तक पहुंचना सरकार का काम है। शहरी बस्तियों के लोग अपनी रोजी-रोटी के लिए इतने व्यस्त रहते हैं कि अपनी बीमारियों की अनदेखी करते हैं। इसलिए हमने मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य केन्द्रों तथा अन्य शासकीय योजनाओं के माध्यम से यह तय किया कि शहरी बस्तियों के लोग अस्पताल नहीं पहुंच पाते तो अस्पताल उनके घर के पास पहुंच जाए। मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालयों और मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य केन्द्रों में अब उत्साह का वातावरण है।

राज्योत्सव में छत्तीसगढ़िया कलाकारों ने बढ़ाया छत्तीसगढ़ का मान

    मुख्यमंत्री ने कहा कि साइंस कॉलेज के मैदान में जिस तरह विशाल जनसमुद्र उमड़ा, उसने हमारे हर फैसले पर मुहर लगा दी है। जहां तक उपलब्धि का सवाल है, तो तीन प्रमुख उपलब्धियां हैं। पहली उपलब्धि कि हमने अपने लक्ष्य के अनुरूप नई उद्योग नीति 2019-2024 जारी कर दी है। दूसरी उपलब्धि छत्तीसगढ़िया कलाकारों की प्रतिभा ने यह साबित कर दिया है कि उनके कार्यक्रम किसी सेलीब्रिटी के मोहताज नहीं और तीसरी उपलब्धि कि छत्तीसगढ़ को अपना राज्यगान मिल गया। छत्तीसगढ़ के महान जनकवि डॉ. नरेन्द्र देव वर्मा ने जब ‘अरपा-पैरी के धार-महानदी हे अपार....’ गीत की रचना की थी, तब उन्हें पता नहीं था कि यह गीत कैसे-कैसे जन-जन की जुबान में चढ़ेगा और एक दिन ऐसा आएगा कि स्वयं यह गीत राज्य गीत का गौरव पाएगा।
    लोकवाणी का ’आदिवासी विकास: हमारी आस’ विषय पर आगामी प्रसारण 8 दिसम्बर 2019 को होगा।

 
 दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग प्रदान करना, नया जीवन देने जैसा: सुश्री उइके
Posted Date : 10-Nov-2019 11:40:49 am

दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग प्रदान करना, नया जीवन देने जैसा: सुश्री उइके

राज्यपाल निःशुल्क कृत्रिम हाथ वितरण शिविर के समापन समारोह में हुई शामिल  

रायपुर, 10 नवंबर 2019/ राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने कहा कि दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग प्रदान करना, उन्हें नया जीवन देने जैसा है। यह ईश्वरीय कार्य है और यह कार्य उनके सपने पूरे करने जैसा है। यह कार्य मानवता की सेवा के लिए एक बड़ा कार्य है। उन्होंने कहा कि जब हम किसी जरूरतमंद की मदद करते हैं तो सबसे अधिक आत्मसंतुष्टि मिलती है। राज्यपाल आज सुधर्म जैन समाज, रायपुर एवं श्री वर्धमान मित्र मंडल के संयुक्त रूप से आयोजित निःशुल्क कृत्रिम हाथ वितरण शिविर के समापन समारोह को संबोधित कर रही थी। कार्यक्रम में राज्यपाल सहित अन्य अतिथियों ने दिव्यांगजनों को कृत्रिम हाथ का वितरण भी किया।

राज्यपाल ने कहा कि मन में दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो कितनी भी बाधा आए फिर भी लक्ष्य को प्राप्त करने से कोई रोक नहीं सकता। हमारे समक्ष अनेकों उदाहरण हैं, जिसमें शारीरिक रूप बाधित व्यक्ति भी अपनी इच्छाशक्ति एवं हिम्मत से बेहतर तरीके से जीवन जी रहे हैं। राज्यपाल ने पर्वतारोही अरूणिमा सिन्हा और छत्तीसगढ़ के दिव्यांग पर्वतारोही श्री चित्रसेन साहू का उदाहरण देते हुए कहा कि इन्होंने अपने दृढ़ इच्छा शक्ति से माउंट एवरेस्ट तथा माउंट किलमिंजारो चोटी को फतह किया। ऐसे लोग पूरे समाज के लिए प्रेरणास्रोत होते हैं, जिन्होंने हिम्मत हारने के बजाय दृढ़ संकल्प से दुनिया जीती है तथा अपने कार्यों एवं उपलब्धियों से दूसरों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनते हैं।

 

सुश्री उइके ने कहा कि हमारे समाज में मानवीय सेवा को सबसे बड़ी सेवा के रूप में महत्व दिया जाता है। ऐसे हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए जिससे शारीरिक रूप से बाधित व्यक्ति आत्मनिर्भरता और सम्मान के साथ बेहतर जीवन-यापन कर सकें। उन्होंने निःशक्तजनों की भावनाओं को समझने का आग्रह करते हुए कहा कि उन्हें यह बताने का प्रयत्न करें कि शारीरिक रूप से निःशक्त होते हुए भी वे स्वयं को किसी से कम नहीं समझें। उन्होंने कहा कि कृत्रिम हाथ एवं पैर निर्माण तथा उससे लाभान्वित होने वाले लोगों की गाथाओं का भी प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए, जिससे अन्य लोग भी इससे प्रेरणा ले सकें। ऐसे व्यक्तियों को कृत्रिम अंगों के माध्यम से उनकी निःशक्तता से काफी हद तक छुटकारा दिलाया जाना संभव है। कार्यक्रम में कृत्रिम हाथ बनाने वाले संस्था के सदस्यों को भी सम्मानित किया गया। राज्यपाल को आयोजकों को स्मृति चिन्ह भी प्रदान किया। इस अवसर पर विधायक श्री कुलदीप जुनेजा और संस्था के प्रतिनिधिगण उपस्थित थे।

 
मोबाइल शॉप व मोटर वर्कशॉप से चोरी के मामले में तीन अपचारी बालक सहित दो युवक हिरासत में
Posted Date : 09-Nov-2019 2:09:28 pm

मोबाइल शॉप व मोटर वर्कशॉप से चोरी के मामले में तीन अपचारी बालक सहित दो युवक हिरासत में

आरोपियों से चोरी की हुई 09 मोबाईल व मोबाईल एसेसरीज बरामद
आरोपियों की मोटरसाइकिल व 02 मोबाइल की भी जप्ती

न्याय साक्षी/रायगढ़। छाल पारा स्थित योगिता मोटर्स एवं पास के  मोबाइल शॉप में दिनांक 23.09.2019 की दरमियानी रात सेंधमारी कर कैश, मोबाइल व ऐसेसीरीज चोरी के छाल पुलिस द्वारा 03 अपचारी बालक सहित ग्राम कीदा के दो युवकों को हिरासत में लिया गया है।
जानकारी के अनुसार दिनांक 23.09.2019 की रात्रि थाना पारा छाल डोकरी दाई मंदिर के पास स्थित राजेश कुमार देवांगन  के योगिता मोटर वर्कशॉप के  कैश काउंटर से रू. 45000 नगद एवं पास के मोबाइल शॉप में सेंधमारी कर मोबाइल एवं एसेसिरीज चोरी कर ले जाने की रिपोर्ट सुबह रिपोर्टकर्ता राजेश कुमार देवांगन पिता केदारनाथ देवांगन उम्र 39 साल द्वारा थाना छाल में दर्ज कराया गया था। रिपोर्टकर्ता ने बताया कि दुकान में लगे सीसीटीवी फुटेज के अनुसार दो अज्ञात युवकों द्वारा चोरी की घटना कारित किया है, रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 161/19 धारा 457,380 ,34 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
विवेचना दरमियान छाल पुलिस द्वारा लगातार विवेचना कर मुखबिर लगाकर सूचना तंत्र मजबूत किया गया था। साथ ही साइबर सेल की भी मदद ली जा रही थी कि इसी बीच संदेह के आधार पर ग्राम कीदा में रहने वाले दो युवक अरुण कुमार राठिया व सहिस राठिया को छाल पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया दोनों से पूछताछ करने पर अपने 3 नाबालिक साथियों के साथ घटना को अंजाम देना बताये जिस पर अपचारी बालकों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर अपना गुनाह कबूल किए हैं। आरोपियों से तरुण जयसवाल के दुकान से चोरी की हुई 9 चाइना मोबाइल व मोबाइल एसेसरीज कीमती रू. 18,000 के बरामद किया गया है तथा आरोपियों द्वारा घटना में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल बजाज एक्ससीबी 125 सीसी क्रमांक सीजी 10 ईई- 3198 एवं एक सब्बल जुमला कीमती रू. 30,000 जप्त किया गया है। मामले में आरोपियों के विरुद्ध दर्ज अपराध क्रमांक 161/19 धारा 457, 380,34 ताहि में धारा 120बी ताहि जोडी गई जिसमें आरोपीगण 1- अरुण कुमार राठिया पिता नारायण राठिया उम्र 21 साल 2- सहिस राठिया पिता भारत राठिया उम्र 20 साल दोनों निवासी ग्राम कीदा को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है एवं चोरी की वारदात में शामिल तीन अपचारी बालकों को बाल किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया है।

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घरेलू काम के लिए आई युवती ने घर से की जेवरातों की चोरी
Posted Date : 09-Nov-2019 2:09:08 pm

घरेलू काम के लिए आई युवती ने घर से की जेवरातों की चोरी

घरघोड़ा पुलिस की सक्रियता से आरोपिया चंद घंटे में हुई गिरफ्तार
चोरी के सारे जेवरात हुए बरामद

न्याय साक्षी/रायगढ़। थाना घरघोड़ा में दिनांक 08.11.19 को श्रीमती  सावित्री सिदार पति लक्ष्मी नारायण सिदार उम्र 59 वर्ष सा. वार्ड क्र. 11 शर्मा चौक घरघोडा द्वारा अपने घर में चोरी के संबंध में आवेदन देकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि करीब 03 माह पूर्व ग्राम पतराटोली की रहने वाली उत्तरा सिदार इसके घर में काम ढूढने आई थी जिसे बाद में काम करने के लिए आना बोली थी। दिनांक 06/11/2019 को फिर उत्तरा सिदार, सावित्री सिदार के घर आयी और काम पर रखने के लिए बोली जिसे सावित्री सिदार 200 रू. रोजी के हिसाब से अपने घर में काम पर रखी।  दुसरे दिन गुरूवार शाम करीबन 05/30 बजे उत्तरा सिदार बोली की मैं अपने घर वालो को बताकर पुन: काम पर आउंगी कहकर चली गयी। उसके जाने के  दिनांक 08/11/2019 को सुबह जब सावित्री अपने घर के आलमारी के जेवर पहनने के लिए खोली तो देखी की उसमे रखे इस्तेमाली सोने चांदी के जेवरात जुमला करीबन 1,40,000 रू. का नही था तथा उत्तरा सिदार का आधार कार्ड एवं अंक सूची जिसे सावित्री सिदार आलमारी में रखी थी वह भी नही था। उपरोक्त जेवर को उत्तरा सिदार के द्वारा चोरी कर ले जाने का संदेह जताते हुए श्रीमती सावित्री सिदार द्वारा आवेदन पत्र थाना घरघोड़ा में दिया गया जिस पर संदेही उत्तरा सिदार के विरूद्ध अप.क्र. 220/19 धारा 381 ताहि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।
अपराध पंजीबद्ध बाद तत्काल थाना प्रभारी घरघोड़ा निरीक्षक कृष्णकांत सिंह संदेही को तलब करने अपने स्टाफ के साथ उसके निवास स्थान पहुंचे जहां उसे हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया आरोपिया ने सावित्री सिदार के घर से जेवरातों की चोरी करना कबूल किया है जिसके मेमोरेंडम पर चोरी की हुई एक जोड़ी झुमका, एक जोड़ी कर्णफूल, दो नाग मंगलसूत्र, एक पदक जुमला कीमती रू.1,46,000 रुपए का बरामद किया गया है। घटना के संबंध में उपरोक्त दर्ज अपराध में आरोपिया उत्तरा सिदार पिता जगसाय सिदार उम्र 22 वर्ष निवासी पतराटोली कोतबा को गिरफ्तार किया गया है जिसे शीघ्र रिमांड पर भेजा जावेगा।

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