खेल-खिलाड़ी

अब महिला आईपीएल का भी होगा आयोजन
Posted Date : 04-Feb-2022 4:18:38 am

अब महिला आईपीएल का भी होगा आयोजन

0-बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने दिए संकेत
नईदिल्ली । जबसे महिला वुमेन टी20 चैंलेंज ट्रॉफी शुरू हुई है कई दिग्गज महिला आईपीएल की मांग कर चुके हैं। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने अब इस पर बड़ी अपडेट देते हुए कहा है कि इस बार भी मई में एक बार फिर वुमेन चैंलेजर्स ट्रॉफी का आयोजन होगा। गांगुली ने साथ ही यह साफ किया कि आने वाले समय में महिला आईपीएल का भी आयोजन होगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि टीम इंडिया आने वाले समय में आर टेस्ट मैच खेलेगी। 
भारत में पुरुष क्रिकेटर्स को तो किसी लीग में हिस्सा लेने की अनुमति नहीं है लेकिन महिलाएं जरूर दूसरे देशों की टी20 लीग में अपना जौहर दिखाती हुई नजर आती हैं। ऑस्ट्रेलिया की बीबीएल से लेकर किया न्यूजीलैंड के सुपर लीग तक में भारतीय महिला खिलाडिय़ों का जलवा देखने को मिला है। 
भारत में भी लंबे समय से महिला आईपीएल की मांग हो रही है लेकिन अब तक इसे लेकर कुछ ठोस प्लान सामने नहीं आया था। अब बीसीसीआई अध्यक्ष ने इसे लेकर बड़ा अपडेट दिया और लिखा, ‘टीम इंडिया आने वाले समय में टेस्ट मैच खेलेगी। हम आईपीएल की मेजबानी करेंगे और आने वाले समय में हम महिला आईपीएल को बड़े स्तर पर आयोजित करेंगे। यह तब होगा जब महिला खिलाडिय़ों की संख्या बढ़ेगी। इस साल भी आईपीएल के प्लेऑफ के दौरान वुमेन चैलेंजर्स ट्रॉफी का आयोजन होगा। 
बता दें कि पिछले साल के अंत में भी सौरव गांगुली ने उम्मीद जताई थी कि महिला आईपीएल का आयोजन जल्द होगा।
उन्होंने कहा, ‘हमारे दिमाग में महिला आईपीएल है। हम इसके ड्राफ्ट पर काम कर रहे हैं जल्द ही बताएंगे कि अगले तीन-चार महीनों में हम इसे लेकर क्या करने जा रहे हैं और यह टूर्नामेंट किस तरह आकार लेगा. मुझे लगता है कि जल्द ही यह महिला आईपीएल शुरू होगा और हम विदेशी खिलाडिय़ों को भी उसमें आमंत्रित करेंगे, ताकि वे भी हमारे घरेलू खिलाडिय़ों के साथ अपना अनुभव साझा कर सकें।

नीरज चोपड़ा लॉरेस विश्व खेल पुरस्कार के लिये नामित
Posted Date : 03-Feb-2022 5:31:05 am

नीरज चोपड़ा लॉरेस विश्व खेल पुरस्कार के लिये नामित

नईदिल्ली,02 फरवरी । तोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले भारतीय भालाफेंक स्टार नीरज चोपड़ा को प्रतिष्ठित लॉरेस विश्व खेल पुरस्कार में ‘ब्रेकथ्रू पुरस्कार’ के लिये नामांकित किया गया है जिसमें एम्मा राडूकानू और सिमोन बिलेस समेत छह खिलाड़ी दौड़ में है ।
ये पुरस्कार अप्रैल में एक वर्चुअल समारोह में दिये जायेंगे । इस साल पुरस्कारों के सात वर्गों के लिये नामांकन दुनिया भर के 1300 से अधिक प्रमुख खेल पत्रकारों और प्रसारकों ने चुने हैं । विजेता का चयन लॉरेस विश्व खेल अकादमी मतदान के द्वारा करेगी जिसमें 71 महान खिलाड़ी शामिल हैं ।
ओलंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा का स्वर्ण जीतने वाले चोपड़ा निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के बाद दूसरे भारतीय हैं ।बिंद्रा ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में पीला तमगा जीता था । तोक्यो में ओलंपिक खेलों में पदार्पण करने वाले 23 वर्ष के चोपड़ा ने 87 . 58 मीटर के थ्रो के साथ पहला स्थान हासिल किया ।
लॉरेस पुरस्कार के लिये नामांकन पाने वाले वह विनेश फोगाट (2019) और सचिन तेंदुलकर (2000 . 2020 खेल का सर्वश्रेष्ठ पल पुरस्कार) के बाद तीसरे भारतीय हैं । तेंदुलकर को 2011 विश्व कप जीतने के बाद भारतीय खिलाडिय़ों द्वारा कंधे पर बिठाकर मैदान का चक्कर लगाये जाने के लिये यह पुरस्कार मिला था ।

न्यूजीलैंड के डेरिल मिशेल को मिला आईसीसी ‘स्पिरिट ऑफ क्रिकेट’ पुरस्कार
Posted Date : 03-Feb-2022 5:30:50 am

न्यूजीलैंड के डेरिल मिशेल को मिला आईसीसी ‘स्पिरिट ऑफ क्रिकेट’ पुरस्कार

दुबई,02 फरवरी । न्यूजीलैंड के डेरिल मिशेल को अबुधाबी में इंग्लैंड के खिलाफ टी20 विश्व कप सेमीफाइनल में दिखायी खेल भावना के लिये आईसीसी ‘स्पिरिट ऑफ क्रिकेट’ पुरस्कार दिया गया।
मिशेल ने पिछले साल 10 नवंबर को अबुधाबी में इंग्लैंड के खिलाफ दबाव भरे विश्व कप सेमीफाइनल में गेंदबाज आदिल राशिद के रास्ते में रूकावट डालने के बाद एक रन लेने से इनकार कर दिया था। 
मिशेल यह पुरस्कार जीतने वाले न्यूजीलैंड के चौथे खिलाड़ी हैं। उनसे पहले डेनियल विटोरी, ब्रैंडन मैकुलम और केन विलियमसन यह पुरस्कार जीत चुके हैं। 
मिशेल ने कहा, ‘‘आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) स्पिरिट ऑफ क्रिकेट पुरस्कार जीतना एक सम्मान की बात है।
उन्होंने कहा, ‘‘संयुक्त अरब अमीरात में टी20 विश्व कप का हिस्सा बनना शानदार अनुभव था और पुरस्कार जीतना काफी अच्छा है।
उन्होंने कहा, ‘‘न्यूजीलैंड के खिलाड़ी होने के नाते हम खुद पर गर्व महसूस करते हैं कि हम अपना क्रिकेट किस तरह से खेलते हैं और हां, ‘स्पिरिट ऑफ क्रिकेट’ टीम।
मिशेल ने कहा, ‘‘व्यक्तिगत तौर पर मुझे महसूस हुआ कि मैं गेंदबाज के रास्ते में आ गया था और हम अपनी शर्तों पर जीत हासिल करना चाहते थे। हम इतने बड़े मैच में विवाद नहीं बनाना चाहते थे। इसका फायदा हुआ और हम मैच जीत गये। पीछे मुडक़र देखता हूं तो यह घटना काफी अचानक से हो गयी थी।
यह घटना मैच के 18वें ओवर में आदिल राशिद की पहली गेंद पर हुई थी तब टीम का स्कोर चार विकेट पर 133 रन था और जेम्स नीशाम स्ट्राइक पर थे। 
नीशाम ने मैदान पर गेंद स्मैश की और यहां आराम से एक रन लिया जा सकता था लेकिन नॉन स्ट्राइकर छोर पर खड़े मिशेल ने इस दबाव वाले मुकाबले में यह रन लेने से इनकार कर दिया क्योंकि उन्होंने राशिद के रास्ते में बाधा डाल दी थी। 
इस मुकाबले के दौरान कमेंटरी कर रहे नासिर हुसैन ने मिशेल की काफी तारीफ की और कहा था, ‘‘यह बहुत अच्छा है। यही न्यूजीलैंड है, वास्तव में ऐसा है। यहां एक रन लेना इतना आसान था। लेकिन नॉन स्ट्राइर छोर के खिलाड़ी ने कहा, ‘‘नहीं मैं आदिल के रास्ते में आ गया था। ’ यही चीज न्यूजीलैंड क्रिकेट का आइना है - यह इसे दर्शाता है। 

वियतनाम ने थाईलैंड को हराकर फीफा महिला विश्व कप की उम्मीदें बढ़ायी
Posted Date : 03-Feb-2022 5:30:35 am

वियतनाम ने थाईलैंड को हराकर फीफा महिला विश्व कप की उम्मीदें बढ़ायी

नवी मुंबई,02 फरवरी । वियतनाम ने बुधवार को यहां एएफसी एशियाई कप प्लेऑफ फुटबॉल मैच में थाईलैंड पर 2-0 की जीत से पहली बार फीफा महिला विश्व कप के लिये क्वालीफाई करने की ओर बड़ा कदम बढ़ाया।
रविवार को राउंड रोबिन प्लेऑफ में चीनी ताइपे के खिलाफ जीत वियतनाम के लिये 2023 विश्व कप के लिये बचा हुआ दक्षिण पूर्वी एशियाई टीम का स्वत: स्थान सुनिश्चित कर देगी जिसमें चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, फिलीपींस और सह मेजबान आस्ट्रेलिया पहले ही क्वालीफाई कर चुके हैं।
थाईलैंड की उम्मीदें शुक्रवार को होने वाले मुकाबले पर टिकी हैं। अगर थाईलैंड को क्वालीफाई करना है तो उसे चीनी ताइपे पर जीत हासिल करनी होगी, वर्ना वह दक्षिण पूर्वी एशियाई टीम अंतर-परिसंघ प्लेऑफ में खेलेगी।
दोनों टीमों को रविवार को एएफसी महिला एशियाई कप क्वार्टरफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था जिससे दोनों टीमों को प्लेऑफ में खेलने का मौका मिला। 
थाईलैंड की टीम अब भी कोविड-19 संक्रमण के मामलों से प्रभावित है जिससे वियतनाम को दबदबा बनाने में ज्यादा समय नहीं लगा जिसमें कप्तान हुयुन्ह नू ने 19वें मिनट में ही गोल कर दिया। 
वियतनाम ने पांच मिनट बाद इस बढ़त को दोगुना कर दिया जब थाई थि थाओ ने एनगुयेन थि टुएट डुंग के क्रास पर गोल किया। 
इसके बाद भी वियतनाम को गोल करने का मौका मिला लेकिन टीम फायदा नहीं उठा सकी। अब टीम रविवार को चीनी ताइपे के खिलाफ मुकाबले पर निगाह लगाये होगी। 

कप्तानी छोडऩे के बाद बल्लेबाज के रूप में योगदान देना चाहते हैं कोहली
Posted Date : 01-Feb-2022 5:27:51 am

कप्तानी छोडऩे के बाद बल्लेबाज के रूप में योगदान देना चाहते हैं कोहली

नईदिल्ली,31 जनवरी । महेंद्र सिंह धोनी का उदाहरण देते हुए विराट कोहली ने कहा कि नेतृत्वकर्ता होने के लिए किसी को टीम का कप्तान होना जरूरी नहीं है और अब भारतीय टीम का कप्तान नहीं होने के कारण वह टीम के मुख्य बल्लेबाज के रूप में और अधिक योगदान दे सकते हैं।
कोहली ने इस महीने की शुरुआत में क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया जब दक्षिण अफ्रीका में 1-2 से श्रृंखला गंवाने के बाद उन्होंने टेस्ट कप्तानी छोड़ दी। वह भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं।
इससे पहले टी20 विश्व कप के बाद कोहली ने इस प्रारूप में भारतीय टीम की कप्तानी छोड़ दी थी और बाद में उन्हें एकदिवसीय टीम के कप्तान के रूप में हटा दिया गया था।
कोहली ने कहा, ‘‘सभी चीजों का एक कार्यकाल और समय होता है। बेशक आपको इसकी जानकारी होनी चाहिए। लोग कह सकते हैं कि ‘इस आदमी ने यह क्या कर दिया’ लेकिन आपको पता है कि जब आप आगे बढऩे तथा और अधिक उपलब्धियां हासिल करने के बारे में सोचते हो, आपको महसूस होता है कि आपने अपना काम कर दिया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब बल्लेबाज के रूप में शायद आप टीम के लिए अधिक योगदान दे सकते हो। आप टीम को अधिक जीत दिला सकते हो। इसलिए इस पर गर्व कीजिए। नेतृत्वकर्ता होने के लिए आपको कप्तान होने की जरूरत नहीं है। यह सामान्य सी बात है।’’ 
कोहली पहले धोनी की जगह टेस्ट में और फिर सीमित ओवरों के क्रिकेट में भारतीय टीम के कप्तान बने। 
उन्होंने कहा, ‘‘जब महेंद्र सिंह धोनी टीम में था तो ऐसा नहीं था कि वह नेतृत्वकर्ता नहीं था। वह फिर भी वह व्यक्ति था जिसके पास हम सलाह के लिए लगातार जाया करते थे। ’’ इस पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘लेकिन उसे समझना था कि हां यह नैसर्गिक प्रगति है और मेरे जिम्मेदारी संभालने का स्वाभाविक समय और भारतीय क्रिकेट को उस स्तर पर आगे ले जाना जहां मैं चाहता हूं। जब तक मुझे लगता है कि मैंने यह काम अच्छी तरह किया है और मेरा कोई भौतिकवादी लक्ष्य नहीं है तो फिर इसका प्रभाव लंबा होता है।’’ 
कोहली ने आगे बढऩे के समय पर भी बात की। रोहित शर्मा को उनकी जगह सीमित ओवरों के प्रारूप में भारतीय टीम की कप्तानी सौंपी गई है लेकिन बोर्ड ने पांच दिवसीय प्रारूप में उनके उत्तराधिकारी की घोषणा अभी नहीं की है। 
उन्होंने कहा, ‘‘आगे बढऩे का फैसला करना भी नेतृत्वक्षमता का हिस्सा है, समझना होगा कि इसका सही समय होता है। यह समझना होगा कि शायद माहौल को अलग दिशा की जरूरत है। बेशक समान संस्कृति लेकिन अगले विचार जिससे लोग अलग तरह से प्रेरित हो और अलग तरीके से योगदान दें।’’ 
कोहली ने कहा, ‘‘व्यक्ति को सभी तरह की भूमिका और जिम्मेदारियों को अपनाना होता है। मैं महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में खिलाड़ी के रूप में खेला और लंबे समय तक टीम का कप्तान भी रहा, मेरी मानसिकता नहीं बदली।’’ 

महिला हॉकी एशिया कप में भारत ने जीता कांस्य पदक
Posted Date : 30-Jan-2022 4:28:57 am

महिला हॉकी एशिया कप में भारत ने जीता कांस्य पदक

मस्कट,29 जनवरी । भारतीय महिला हॉकी टीम ने शुक्रवार को यहां तीसरे और चौथे स्थान के मैच में चीन पर 2-0 से शानदार जीत के साथ महिला हॉकी एशिया कप 2022 में कांस्य पदक अपने नाम किया। युवा फॉरवर्ड शर्मिला देवी (13) और अनुभवी ड्रैग फ्लिकर गुरजीत कौर (19) के गोलों ने सविता पुनिया की अगुवाई वाली भारतीय टीम को तीसरे स्थान पर एशिया कप अभियान समाप्त करने में मदद की।
मैच की शुरुआत चुनौतीपूर्ण रही। दोनों ही टीमों ने आक्रामक तरीके से हॉकी खेली और एक-दूसरे के स्ट्राइकिंग सर्कल में सेंध लगाने की कोशिश की। दोनों ही टीमों ने अच्छा अटैक और बचाव किया। भारत और चीन दोनों ने गोल करने के संभावित अवसर बनाए, यहां तक कि पेनल्टी कार्नर भी अर्जित किए, लेकिन दोनों ही इसे गोल में तब्दील करने से चूक गए। एक समय पर पहला क्वार्टर गोल रहित जाता दिख, लेकिन 13वें मिनट में भारतीय टीम की मेहनत रंग लाई। युवा फॉरवर्ड शर्मिला ने गुरजीत के शक्तिशाली ड्रैग फ्लिक पर गेंद को गोल की ओर धकेला, लेकिन चीनी डिफेंस ने इसे रोक लिया, हालांकि वह गलती कर बैठा और भारत को पेनल्टी कार्नर मिल गया, जिसे शर्मिला ने गोल में तब्दील कर टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई। पहला क्वार्टर इसी स्कोर पर समाप्त हुआ।
पहले गोल से जोश में आई भारतीय टीम ने दूसरे क्वार्टर की शुरुआत भी आक्रामक तरीके से की। परिणामस्वरूप चार मिनट बाद 19वें मिनट में भारत ने पेनल्टी कार्नर अर्जित किया, जिसे गुरजीत ने शानदार तरीके से गोल में तब्दील कर बढ़त को 2-0 कर दिया। इसके बाद भारतीय टीम ने आक्रामक तरीके से खेलना जारी रखा और कप्तान सविता पुनिया ने डिफेंस को मजबूत रखा और यह सुनिश्चित किया कि मैच खत्म होने तक कोई गोल न हो और वह ऐसा करने में कामयाब भी रहीं।