रायगढ़। राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत संचालित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गांधीनगर जूटमिल, रायगढ़ का एनक्यूएएस टीम ने दो दिवसीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विशेषज्ञों की टीम ने अस्पताल की सेवाओं और संतुष्टि स्तर का विभिन्न मानकों पर परीक्षण किया। जिसमें उपलब्ध सेवाएं, मरीजों के अधिकार, इनपुट, सपोर्ट सर्विसेस, क्लिनिकल सर्विसेस, इन्फेक्शन कंट्रोल, गुणवत्ता प्रबंधन और आउटकम जैसे पैरामीटर शामिल है। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों को सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधा के साथ-साथ वैश्विक सर्वोत्तम अभ्यास के लिए विशिष्ट आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है। इन मानकों पर खरा उतरने वाले अस्पतालों को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुणवत्ता प्रमाण-पत्र जारी किए जाते है। विशेषज्ञों की टीम में आंध्रप्रदेश विजयवाड़ा के डॉ.सुरेन्द्र नाथ ऐन्डी एवं उड़ीसा भुवनेश्वर लक्ष्मीप्रिया मिश्रा शामिल थी। उन्होंने अस्पताल के 12 विभागों का मूल्यांकन किया और सेवाओं की गुणवत्ता का आंकलन किया।
इस अवसर पर सीएमएचओ डॉ.अनिल कुमार जगत, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ.जी.एस.पैंकरा, डॉ.अन्नू पटेल, डीपीएम रंजना पैंकरा, डॉ.सोनाली मेश्राम, डॉ.राजेश मिश्रा सहित अस्पताल के अधिकारी एवं कर्मचारी, क्षेत्रीय एमटी मितानिन उपस्थित रहे।
रायगढ़। जतन केन्द्र की कुशल टीम ने नि:स्वार्थ भाव से अपनी सेवाएं देते हुए जिले में अपनी एक अलग पहचान बनायी है। केन्द्र के प्रभारी डॉ.विवेक उपाध्याय के कुशल नेतृत्व से कार्य संचालन किया जा रहा है। वर्ष 2024-25 में अब तक कुल 3051 बच्चे जतन से लाभान्वित हुए है। जतन केन्द्र में संसाधनों के साथ ही कार्यकुशलता को बढ़ाया जा रहा है। जिसके लिए जतन दल द्वारा मातृ एवं शिशु अस्पताल का भ्रमण कर दिव्यांग बच्चों की शीघ्र पहचान कर उसे ठीक करने में मदद करेगा। साथ ही आशा वर्कर के माध्यम से विशेष बच्चों की पहचान की जाएगी ताकि जतन केन्द्र से नि:शुल्क सुविधाएं ले सकेंगे। इसके साथ ही समय-समय पर विशेष चिकित्सकों की जतन में शिविर आयोजित की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि जिला शीघ्र हस्तक्षेप केन्द्र (जतन)की स्थापना 13 फरवरी 2016 को किया गया था। जिसका संचालन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के द्वारा किया जाता है। जतन केन्द्र का मुख्य कार्य दिव्यांग बच्चों को शीघ्र पहचान करना तथा उसे ठीक करने के लिए शीघ्र हस्तक्षेप करना है। विगत 9 वर्षो में जतन केन्द्र ने हजारों दिव्यांग बच्चों के जीवन सुधार के साथ ही उनकी मुस्कान लौटाने का महत्वपूर्ण कार्य किया है।
जतन केन्द्र में विशेष बच्चों के लिए चिकित्सा अधिकारी, मुख एवं दंत चिकित्सक, फिजियोथेरेपी, ऑक्यूपेशनल थेरेपी, ऑडियोलॉजी और स्पीच थेरेपी, विशेष शिक्षा, नेत्र स्वास्थ्य सुविधा, पोषण तथा आहार विश्लेषण, मनोचिकित्सक परामर्श, सामाजिक विश्लेषण जैसे सेवाएं नि:शुल्क उपलब्ध है। केन्द्र में मुख्य रूप से चिरायु दल द्वारा चिन्हांकित केटेगरी डी के बच्चों का नि:शुल्क उपचार एवं रेफरल किया जाता है।
सौम्य एवं आर्यन की लौटी आवाज
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जतन के दंंत चिकित्सा केन्द्र के विवेक उपाध्याय ने जीभ के तालू से जुड़े होने की बीमारी से बच्चों को निजात दिलाई है। जिसमें बच्चों का जीभ फ्रिनम के कड़े होने पर, मोटे होने को लीगुंल फ्रैनेक्टमी के माध्यम से ठीक किया जा सकता है। जिसके तहत 9 वर्षीय सौम्य बारा एवं 5 वर्षीय आर्यन टोप्पो को इस सुविधा का लाभ मिला। इसके अलावा जतन केन्द्र के माध्यम से लगभग 250 बच्चों का सफलता पूर्वक बिना भर्ती हुए आसानी से इलाज किया गया। ये पद्धति आसान और दर्द के बिना, सुन्न करके की जाती है, जिसके पश्चात उसकी भाषा में सुधार आता है।
सारंगढ़ बिलाईगढ़। उप पंजीयक सारंगढ़ के तत्वाधान में, रजिस्ट्री कानून के सुविधाजनक 10 नए बदलाव को आम जनता तक पहुंचाने के लिए कार्यशाला सह प्रशिक्षण का आयोजन सारंगढ़ के जिला पंचायत सभाकक्ष में 15 मई को सुबह 10 बजे किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि पंजीयन अधिनियम 1908 की 35 धाराओं में संशोधन किया है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने हाल ही में 3 मई को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ वासियों के लिए रजिस्ट्री में 10 नई सुविधा का शुभारंभ किया है, जिसमें आधार आधारित प्रमाणीकरण, ऑनलाईन सर्च व डाउनलोड सुविधा, भारमुक्त प्रमाण पत्र, एकीकृत कैशलेस भुगतान, वाट्सअप नोटिफिकेशन सेवा, डिजीलॉकर सुविधा, ऑटोडीडजनरेशन, डिजीडॉक सेवा, घर बैठे रजिस्ट्री, स्वतः नामांतरण शामिल है।
सारंगढ़ बिलाईगढ़। पीएमश्री स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल बरमकेला में प्रातः 10 बजे सम्रग शिक्षा नोडल अधिकारी नरेश कुमार चौहान की अध्यक्षता में सत्र 2025 -26 के लिए पहली से 12वीं कक्षा तक रिक्त 126 रिक्त सीटों के विरुद्ध प्रवेश हेतु लाटरी प्रक्रिया द्वारा चयन किया गया। लॉटरी प्रक्रिया के दौरान मुख्य अतिथि हेमसागर नायक अध्यक्ष जनभागीदारी समिति, विधायक प्रतिनिधि मनोहर नायक, नगर उपाध्यक्ष राजू नायक, विमल नायक, प्रभारी प्राचार्य पवन कुमार नायक, एम एल प्रधान व पालकगढ़, विद्यालय स्टाफ एवं बच्चे उपस्थित थे। समग्र शिक्षा नोडल अधिकारी की उपस्थिति में प्रत्येक सीट के लिए पालकों के द्वारा पर्चियाँ निकाली गई और चयनित नाम को सबके सामने बताया गया और चयनित नाम के अलावा प्रतीक्षा सूची के लिए भी विद्यार्थियों का चयन किया गया। लॉटरी प्रक्रिया के दौरान पालकों की भी सहभागिता रही। तय समयावधि में पूरी चयन प्रक्रिया सम्पन्न कर ली गई है चयनित विद्यार्थियों द्वारा एक सप्ताह में अपना संपूर्ण दस्तावेज जमा करने की निर्देश दिए गए हैं। सप्ताह भर में जमा नहीं करने पर चयनित नाम निरस्त कर दिया जाएगा एवं प्रतीक्षा सूची से नाम चयन किया जाएगा।
नरेश कुमार चौहान समग्र शिक्षा नोडल अधिकारी ने उपस्थित अभिभावकों को संबोधित करते हुए लॉटरी प्रक्रिया की समस्त जानकारी और नियमों को विस्तार से बताया। लोक शिक्षण संचालनालय छत्तीसगढ़ द्वारा निर्धारित सभी नियमों का पालन करते हुए लॉटरी प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न किया गया।
प्रवेश के लिए कक्षा पहली के लिए आवश्यक दस्तावेजों में जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता का आधार कार्ड, जाति और निवास प्रमाण पत्र तथा दो रंगीन फोटो अनिवार्य हैं।
अन्य कक्षाओं के लिए पिछली कक्षा की अंकसूची, स्थानांतरण प्रमाण पत्र, आपार आईडी, पेन नंबर, आधार कार्ड और दो रंगीन फोटो आवश्यक हैं। विद्यालय में जमा करना अनिवार्य होगा।
सारंगढ़ बिलाईगढ़। जिले के दो महत्वपूर्ण निर्माणाधीन भवन जिला चिकित्सालय और कलेक्टोरेट कंपोजिट भवन का कलेक्टर डॉ संजय कन्नौजे के द्वारा आकस्मिक निरीक्षण किया।कलेक्टर ने दोनों निर्माणधीन भवनों के ठेकेदारों को गुणवत्ता के साथ समय सीमा में कार्य पूर्ण करने निर्देशित किया। कलेक्टर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि निर्माण कार्य में लापरवाही और गुणवत्ताविहीन मटेरियल का उपयोग बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जिला अस्पताल भवन में ओपीडी, ऑपरेशन थियेटर, आईपीडी , ऑक्सीजन प्लांट, पार्किंग, लैब, डॉक्टर कक्ष, दवा भंडार केंद्र, स्वास्थ्य मिशनरी, एक्सरे कक्ष आदि भारी भरकम निर्माणाधीन भवन के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर को ठेकेदार ने पानी की समस्या की जानकारी दी कि अब तक जितने बोर कराए हैं, उसमें पानी नहीं मिल पाया है। आसपास के निजी बोर वालों से पानी की व्यवस्था की जा रही है। कलेक्टर ने मौके पर उपस्थित सरपंच को निर्देशित किया कि, गौठान सहित अन्य सभी बोर से पानी सप्लाई की व्यवस्था करें। ठेकेदार ने कहा कि तेज गति से कार्य किया जा रहा है। वहीं ठेकेदार के द्वारा मजदूर की समस्या बताने पर कलेक्टर डॉ कन्नौजे ने स्थानीय और बाहरी दोनों प्रकार के मजदूरों को शामिल कर कार्य में तेजी लाने की बात कही।
कलेक्टर डॉ संजय कन्नौजे ने जिला कंपोजिट बिल्डिंग का निरीक्षण किया, जहां ठेकेदार ने एक साल में बिल्डिंग पूर्ण करने की जानकारी दी। जिला कलेक्टर ने कार्य की प्रगति की बेहतर स्थिति को गुणवत्ता के साथ द्रुत गति प्रदान करने की बात कही। निरीक्षण के दौरान आईएएस प्रखर चंद्राकर एसडीएम, इंद्रजीत बर्मन जिला पंचायत सीईओ, अनिकेत साहू डिप्टी कलेक्टर, डॉ एफ आर निराला सीएमएचओ, दीपक जायसवाल सिविल सर्जन, नंदलाल इज़रदार डीपीएम, विग्नेश कुमार एसडीओ लोक निर्माण विभाग, पटवारी, सरपंच, पंच एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि जिला कंपोजिट भवन का निर्माण मार्च 2025 से शुरू हुआ, जिसे पूरा करने के लिए 18 माह का समय दिया गया है।
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित डीएमएफ (जिला खनिज न्यास) घोटाले मामले में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने पूर्व आईएएस अधिकारी रानू साहू, पूर्व मुख्यमंत्री के उप सचिव सौम्या चौरसिया, एनजीओ संचालक मनोज कुमार, और सूर्यकांत तिवारी की स्थायी जमानत याचिकाओं को खारिज कर दिया है।
कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि एफआईआर और केस डायरी में उपलब्ध साक्ष्यों का अवलोकन करने के बाद प्रथम दृष्टया यह स्पष्ट होता है कि आरोपियों ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (धारा 7 और 12) के अंतर्गत आर्थिक अपराध को अंजाम दिया है। रिकॉर्ड की सामग्री से यह भी प्रतीत होता है कि आरोपी घोटाले में प्रत्यक्ष रूप से संलिप्त रहे हैं। अदालत ने यह मानते हुए कि ऐसे मामलों में नियमित जमानत देना न्यायोचित नहीं है, सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया।