व्यापार

सोना, चांदी हुआ सस्ता
Posted Date : 06-Jan-2019 10:38:44 am

सोना, चांदी हुआ सस्ता

नयी दिल्ली ,06 जनवारी । अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दोनों कीमती धातुओं में रही तेजी के बीच ऊंचे भाव पर जेवराती मांग कमजोर पडऩे से बीते सप्ताह दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 140 रुपये सस्ता होकर 32,500 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया। इस दौरान सिक्का निर्माताओं के उठाव में आयी तेजी और औद्योगिक मांग निकलने से चाँदी 375 रुपये की छलांग लगाती हुई 39,600 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गयी।
लंदन और न्यूयॉर्क से मिली जानकारी के अनुसार, गत सप्ताह लंदन का सोना हाजिर 4.00 डॉलर की साप्ताहिक बढ़त के साथ शुक्रवार को सप्ताहांत पर 1,284.90 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। फरवरी का अमेरिकी सोना वायदा भी 2.80 डॉलर की तेजी के साथ सप्ताहांत पर 1,286.20 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। बाजार विश्लेषकों ने बताया कि दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर के कमजोर पडऩे से लगभग पूरे सप्ताह के दौरान निवेशकों का आकर्षण अधिकतर सुरक्षित निवेश में रहा। हालांकि, अमेरिका-चीन संबंधों में तनाव घटने की संभावना के प्रबल होने से सोने की चमक सीमित रही। इस बीच विदेशों में चाँदी हाजिर भी 0.32 डॉलर चमककर सप्ताहांत पर 15.67 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गयी।

अपने पसंदीदा टीवी चैनलों के लिए ही देने होंगे पैसे
Posted Date : 06-Jan-2019 10:38:10 am

अपने पसंदीदा टीवी चैनलों के लिए ही देने होंगे पैसे

नई दिल्ली ,06 जनवारी । डिश और केबल टीवी के उपभोक्ताओं को कई बार उन चैनलों के लिए भी भुगतान करना पड़ता है, जिन्हें वह कभी नहीं देखते। इसकी वजह यह होती है कि वे एक पैक का हिस्सा होते हैं। लेकिन, अब एक फरवरी से इसमें बदलाव होने वाला है। इस चेंज की डेडलाइन पहले 29 दिसंबर थी, लेकिन कंपनियां इसमें सफल नहीं रहीं और ट्राई ने अब 1 फरवरी की तारीख तय की है।
टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने अब नई प्राइसिंग और चैनल सेलेक्शन सिस्टम के लिए सैटलाइट और केबल टीवी ऑपरेटर्स को 31 जनवरी तक का वक्त दिया है। नए सिस्टम के तहत दर्शकों को कोई पैक के लिए रकम चुकाने की बजाय चुनिंदा चैनलों के लिए भुगतान करना होगा। इससे उनके पास अपने मनपसंद चैनल चुनने का विकल्प होगा। 
अब भी पैक पर ऑफर तो जारी रहेंगे, लेकिन ग्राहकों को सिर्फ पैक में दिए गए चैनलों के भुगतान के लिए बाध्य नहीं किया जा सकेगा। कागजों पर तो अब भी ग्राहकों के पास कोई एक चैनल चुनने का भी विकल्प है, लेकिन सर्विस प्रवाइडर्स चैनल्स को बंडल कर देते हैं।
एक चैनल के लिए अधिकतम 19 रुपये कीमत 
यही नहीं ट्राई ने चैनलों की कीमतें भी तय कर दी हैं। किसी भी एक चैनल के लिए दर्शकों को अधिकतम 19 रुपये तक ही चुकाने होंगे। दिसंबर में ब्रॉडकास्टर्स की ओर से ट्राई को सौंपी गई प्रस्तावित कीमतों में चैनलों के दाम मौजूदा रेट से 4 से 5 गुना तक कम हैं। फिलहाल प्रति चैनल की कीमत 60 रुपये प्रति महीना तक है, ऐसे में ग्राहकों को पैक लेना ही मुफीद लगता है।

जल्द प्लेन में मिलेगा मोबाइल सेवाओं का मजा! सरकार ने बनाई समिति
Posted Date : 05-Jan-2019 11:54:29 am

जल्द प्लेन में मिलेगा मोबाइल सेवाओं का मजा! सरकार ने बनाई समिति

नई दिल्ली ,05 जनवारी । सरकार ने तीन माह के भीतर उड़ान और समुद्र में यात्रा के दौरान मोबाइल सेवाओं को शुरू करने के लिए शुक्रवार को एक अंतर-मंत्रालयी समिति बनाने का फैसला किया। सूत्र ने बताया कि अंतर-मंत्रालयी समूह उड़ान और समुद्री संपर्क (आईएफएमसी) सेवाओं को पूरी तरह से लागू किये जाने तक मुद्दों को सुलझाने के लिए हर 15 दिन पर बैठक करेगा और मंजूरी प्रक्रिया को तेजी देगा।
सूत्र ने बताया, विमानन, जहाजरानी कंपनियों, दूरसंचार सेवा प्रदाताओं और सरकारी विभागों के साथ आज बैठक हुई। इसमें आईएफएमसी सेवाओं को जल्द से जल्द लागू करने के लिए अंतर-मंत्रालयी समूह के गठन का निर्णय किया गया। इस व्यवस्था के ठीक ढंग से लागू होने तक मुद्दों के समाधान के लिए यह समूह हर 15 दिन पर बैठक करेगा।
सरकार ने भारतीय सीमा क्षेत्र में उड़ान और जहाज यात्रा के दौरान मोबाइल सेवाओं के इस्तेमाल को लेकर नियम अधिसूचित किया है। दूरसंचार विभाग के अतिरिक्त सचिव अंशु प्रकाश की अध्यक्षता में आयोजित आईएफएमसी की बैठक करीब दो घंटे तक चली। इस बैठक में दूरसंचार विभाग के अलावा नागर विमानन महानिदेशालय, नौवहन महानिदेशालय, अंतरिक्ष विभाग के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। एयर इंडिया, विस्तारा, इंडिगो, स्पाइसजेट, गो एयर, जेट एयरवेज, एयर एशिया, बीएसएनएल, रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, टाटा टेलीनेट, इनमारसैट, पैनासोनिक और नोकिया जैसी कंपनियों के अधिकारियों ने बैठक में हिस्सा लिया। 
सूत्र ने बताया, चर्चा के दौरान इस बात पर सहमति बनी कि इन सेवाओं को तीन माह के भीतर लागू किया जाएगा। स्पाइसजेट के मुताबिक उसने 10 विमानों में सेवा प्रदान करने के लिए व्यवस्था की है। डीजीसीए ने कहा वह विमानों में होने वाले बदलावों को तेजी से मंजूरी देगा।

पेट्रोल, डीजल के दाम में लगातार दूसरे दिन गिरावट
Posted Date : 05-Jan-2019 11:53:44 am

पेट्रोल, डीजल के दाम में लगातार दूसरे दिन गिरावट

नई दिल्ली ,05 जनवारी । पेट्रोल और डीजल के दाम में शनिवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट आई। इससे पहले दो दिनों तक पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर रही थीं। तेल विपणन कंपनियों ने दिल्ली, कोलकाता और मुंबई में पेट्रोल के दाम में 15 पैसे, जबकि चेन्नई में 16 पैसे प्रति लीटर की कटौती की है। डीजल के दाम दिल्ली और कोलकाता में 18 पैसे, जबकि मुंबई में 20 पैसे और चेन्नई में 19 पैसे प्रति लीटर कम हो गए हैं।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल की कीमतें शनिवार को क्रमश: 68.29 रुपये, 70.43 रुपये, 73.95 रुपये और 70.85 रुपये प्रति लीटर थीं। चारों महानगरों में डीजल के दाम क्रमश: 62.26 रुपये, 64.03 रुपये, 65.14 रुपये और 65.72 रुपये प्रति लीटर दर्ज किए गए।
दिल्ली-एनसीआर स्थित नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम में पेट्रोल की कीमतें घटकर क्रमश: 68.62 रुपये, 68.49 रुपये, 69.87 रुपये और 69.65 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं। इन चारों शहरों में डीजल क्रमश: 61.94 रुपये, 61.81 रुपये, 62.77 रुपये और 62.56 रुपये लीटर के भाव बिकने लगा है।
पेट्रोल के दाम चंडीगढ़, लखनऊ, पटना, भोपाल और जयपुर में नई कटौती के बाद क्रमश: 64.59 रुपये, 68.50 रुपये, 72.49 रुपये, 71.31 रुपये और 69.08 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। इन पांचों नगरों में डीजल के दाम कटौती के बाद क्रमश: 59.30 रुपये, 61.84 रुपये, 65.54 रुपये, 63.48 रुपये और 64.63 रुपये प्रति लीटर दर्ज किए गए।

ऑनलाइन फ्रॉड हुआ तो मिलेगा पूरा पैसा, आरबीआई ने जारी की नई गाइडलाइन
Posted Date : 05-Jan-2019 11:53:19 am

ऑनलाइन फ्रॉड हुआ तो मिलेगा पूरा पैसा, आरबीआई ने जारी की नई गाइडलाइन

नई दिल्ली ,05 जनवारी । नोटबंदी के बाद भारत तेजी से डिजिटलाइजेशन की तरफ आगे बढ़ा है। आज देश में अधिकतर पैसों का लेनदेन ऑनलाइन माध्यम से हो रहा है। लेकिन इसी के साथ ही ऑनलाइन माध्यम द्वारा पैसों की ठंगी भी खूब हो रही है। ठगी के कई मामले दर्ज है। अगर आप भी ई-वॉलेट का इस्तेमाल करते हैं और आपको भी फ्रॉड से डर लगता है, तो मत घबराएं। भारतीय रिजर्व बैंक की नई गाइड लाइन के मुताबिक अगर किसी ग्राहक के साथ कंपनी की लापरवाही से फ्रॉड होता है तो उसके नुकसान के भुगतान की पूरी राशि वपास दी जाएगी।
नई गाइड लाइन के अनुसार अगर ई-वॉलेट या प्री-पेड इंस्ट्रमेंट जारी करने वाली कंपनी की लापरवाही से कोई फ्रॉड होता है तो ग्राहक इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। इसी तरह अगर थर्ड पार्टी एजेंसी की गलती से ग्राहक को किसी भी तरह का नुकसान होता है तो भी ग्राहक को नुकसान की पूरी राशि दी जाएगी। इसी के साथ अगर ग्राहक की गलती से गलत सौदा किया जाता है तो इसके लिए थर्ड पार्टी की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी और इसकी पूरी जिम्मेदारी ग्राहक की होगी। हालांकि ग्राहक की लापरवाही के कारण फ्रॉड हुआ है इसके बारे में ई-वॉलेट कंपनी को साबित करना होगा।
फ्रॉड की जानकारी मिलने के ग्राहक को तीन दिनों के अंदर इसकी शिकायत ई-वॉलेट कंपनी से करनी होगी। तीन दिन के अंदर शिकायत करने पर ग्राहक को पूरी भरपाई की जाएगी। अगर शिकायत 4 से सात दिन के अंदर की जाती है तो नुकसान की असली रकम या फिर अधिकतम दस हजार रुपये में से जो भी कम होगा वही दिया जाएगा। अगर 7 दिन के बाद ग्राहक शिकायत दजऱ् कराता है तो ई-वॉलेट कंपनी की इस मामले पर जो पॉलिसी होगी उसी के हिसाब से भरपाई की जाएगी।

टेलिकॉम कंपनियों पर लगाया 58 लाख का जुर्माना
Posted Date : 05-Jan-2019 11:52:28 am

टेलिकॉम कंपनियों पर लगाया 58 लाख का जुर्माना

0-कॉल ड्रॉप पर ट्राई सख्त
नई दिल्ली ,05 जनवारी । संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को कहा कि कॉल ड्रॉप पर काबू के लिए कदम उठाए गए हैं। बीएसएनएल तथा आइडिया सहित विभिन्न सर्विस प्रोवाइडर्स पर 58 लाख रूपये की पेनल्टी लगाई गई है। उन्होंने प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों के जवाब में यह जानकारी दी।  
सिन्हा ने कहा कि कॉल ड्राप दर संबंधी मानकों का पालन नहीं करने पर जून, 2018 में समाप्त तिमाही के दौरान बीएसएनएल पर चार लाख रूपये की पेनल्टी लगाई गई जबकि इसी दौरान आइडिया पर 12 लाख रूपये का जुर्माना किया गया। उन्होंने कहा कि मार्च, 2018 में समाप्त तिमाही के दौरान बीएसएनएल, आइडिया, टाटा और टेलीनॉर पर जुर्माना लगाया गया। 
सर्विस प्रोवाइडर्स पर ये जुर्माने भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने लगाए हैं। उन्होंने कहा कि आधारभूत ढांचे में सुधार के साथ स्थिति में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में लगातार निगरानी की जाती है। सिन्हा ने कहा कि कुछ जगहों पर लोग रेडिएशन की आशंका जताते हुए मोबाइल टॉवर लगाए जाने का विरोध करते हैं। इससे भी आधारभूत ढांचा विकसित करने में बाधा आती है।