व्यापार

मई में घरेलू यात्री वाहनों की बिक्री 4 फीसदी बढ़ी, टू-व्हीलर्स की मांग में 10 प्रतिशत का इजाफा: सियाम
Posted Date : 11-Jun-2024 10:01:29 pm

मई में घरेलू यात्री वाहनों की बिक्री 4 फीसदी बढ़ी, टू-व्हीलर्स की मांग में 10 प्रतिशत का इजाफा: सियाम

नईदिल्ली। देश में यात्री वाहनों की थोक बिक्री मई में सालाना आधार पर चार प्रतिशत बढक़र 3,47,492 इकाई हो गयी। उद्योग संगठन सियाम ने मंगलवार को यह जानकारी दी। मई 2023 में थोक बिक्री कुल 3,34,537 इकाई रही थी।
सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने एक बयान में कहा, ‘‘ यात्री वाहनों में केवल मध्यम वृद्धि देखी गई है, जिसका मुख्य कारण पिछले वर्ष का उच्च आधार प्रभाव है।’’ मई में दोपहिया वाहनों की बिक्री 10 प्रतिशत बढक़र 16,20,084 इकाई हो गई, जबकि मई 2023 में यह 14,71,550 इकाई थी।
पिछले महीने तिपहिया वाहनों की बिक्री 15 प्रतिशत बढक़र 55,763 इकाई हो गई, जबकि मई 2023 में यह 48,610 इकाई थी।

 

मोदी मंत्रिमंडल के शपथ लेते ही शेयर मार्केट ने तोड़े रिकॉर्ड, सेंसेक्स पहली बार 77000 के पार
Posted Date : 10-Jun-2024 8:46:08 am

मोदी मंत्रिमंडल के शपथ लेते ही शेयर मार्केट ने तोड़े रिकॉर्ड, सेंसेक्स पहली बार 77000 के पार

मुंबई। लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल को लेकर आए उछाल के बाद अचानक शेयर मार्केट रिजल्ट वाले दिन क्रैश हो गया था. इसमें कई लोगों को भारी नुकसान हुआ. मगर अब शेयर मार्केट ने दोबारा रिकवर कर लिया है. देश में एनडीए की सरकार तीसरी बार बन चुकी है. पीएम नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार पीएम पद की शपथ ले ली है.  सोमवार को शेयर बाजार ने मोदी 3.0 को अच्छा रिस्पांस दिया.  बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 323.64 अंक की जोरदार तेजी के साथ पहली बार 77,000 के स्तर को पार कर गया है. ये 77,017 के स्तर पर खुला है. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी इंडेक्स ने भी बाजार में धूम मचाई. इसने 105 अंकों तक की छलांग लगा दी है. बीते सप्ताह शुक्रवार को बीएसई के सेंसेक्स और निफ्टी में बढ़त देखी गई थी. बीएसई सेंसेक्स 1618.85 अंक या 2.16 फीसदी की तेजी के संग 76,693.41 के स्तर पर बंद हुआ था. 
शेयर बाजार में बीते शुक्रवार को काफी तेजी देखने को मिली. सेंसेक्स 77,017 के स्तर पर खुलने के बाद और तेजी लेते हुए 77,079.04 के स्तर पर पहुंचा. वहीं बीएसई इंडेक्स का नया ऑल टाइम हाई लेवल रहा. मार्केट में कारोबार की शुरुआत के साथ करीब 2196 शेयरों में तेजी आई. ये हरे निशान पर ओपन हुए. वहीं 452 कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई. 148 शेयरों के हालात में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं देखा गया. 
आइए जानते हैं कि किन शेयर में तेजी देखी गई. निफ्टी इंडेक्स पर पावर ग्रिड, अडानी पोर्ट्स, कोल इंडिया, बजाज ऑटो और श्रीराम फाइनेंस के शेयरों में अधिक तेजी दिखाई दी. वहीं इससे अलग टेक महिंद्रा, इंफोसिस, डॉ रेड्डीज लैब, एलटीआई माइंडट्री और हिंडाल्को के शेयर में गिरावट देखी गई.  

 

स्टॉक मार्केट का नया किंग रिटेल निवेशक, सही समय पर खरीदारी कर बन रहे ट्रेंडसेटर
Posted Date : 10-Jun-2024 8:45:46 am

स्टॉक मार्केट का नया किंग रिटेल निवेशक, सही समय पर खरीदारी कर बन रहे ट्रेंडसेटर

नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में पिछले कुछ वर्षों में बड़ी तेजी देखने को मिली है। इसके पीछे की वजह बाजार में रिटेल निवेशकों की संख्या में बढ़ोतरी होना है।
रिटेल निवेशक बाजार में एक स्मार्ट निवेशक की तरह काम कर रहे हैं और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) और अन्य बड़े निवेशकों से कहीं आगे दिखाई देते हैं।
उदाहरण के लिए एग्जिट पोल के नतीजों के कारण 3 जून को शेयर बाजार में बड़ी तेजी हुई। एनएसई के डेटा के अनुसार, इस दिन रिटेल निवेशकों ने 8,588 करोड़ रुपये की बिकवाली की।
वहीं, एफआईआई और म्यूचुअल फंड्स ने इस दौरान 10,000 करोड़ रुपये से ज्यादा निवेश किया था।
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के दिन 4 जून को जब निफ्टी 5.9 प्रतिशत गिर गया। उस दौरान रिटेल निवेशकों ने 21,178 करोड़ रुपये की बंपर खरीदारी की थी।
वहीं, इस दिन एफआईआई ने 12,511 करोड़ रुपये और म्यूचुअल फंड्स ने 6,249 करोड़ रुपये की बिकवाली की थी।
5 जून को रिटेल निवेशकों ने 3,006 करोड़ रुपये की खरीदारी की। वहीं, विदेशी निवेशकों की ओर से 6,481 करोड़ रुपये की बिकवाली की गई। हालांकि, इस दिन म्यूचुअल फंड्स ने 2,672 करोड़ रुपये का निवेश किया था।
बाजार के जानकारों का कहना है कि पिछले हफ्ते बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला, लेकिन अब ये समझना होगा कि इस बुल मार्केट को रिटेल निवेशक और एचएनआई (हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल) लीड कर रहे हैं। एफआईआई की ओर से की जा रही बिकवाली को आसानी से रिटेल निवेशक खरीद रहे हैं। 4 जून को 21,179 करोड़ रुपये की खरीदारी रिटेल निवेशकों की ओर से की गई थी। इस ट्रेंड से ऐसा लगता है कि ये सिलसिला लंबे समय तक जारी रहेगा। भारत में एसआईपी का ट्रेंड भी तेजी से बढ़ रहा है। औसत मासिक एसआईपी का आंकड़ा करीब 20,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।

 

पेटीएम ने नौकरियों में की कटौती, प्रभावित कर्मचारियों को देगी बोनस
Posted Date : 10-Jun-2024 8:45:07 am

पेटीएम ने नौकरियों में की कटौती, प्रभावित कर्मचारियों को देगी बोनस

नई दिल्ली। पेटीएम के स्वामित्व वाली कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (ओसीएल) की ओर से पुनर्गठन के चलते कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है, जो कर्मचारी इस छंटनी से प्रभावित हुए हैं, कंपनी उन्हें दूसरी जॉब खोजने में मदद कर रही है।
पेटीएम की ओर से कितने कर्मचारियों को निकाला गया है। फिलहाल इसे लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है। कंपनी ने अपने बयान में कहा कि कर्मचारियों के बकाया बोनस का भी भुगतान किया जा रहा है, जिससे इस प्रोसेस में पारदर्शिता बनी रहे।
कंपनी ने बयान में कहा, वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (ओसीएल) उन कर्मचारियों को आउटप्लेसमेंट सपोर्ट प्रदान कर रहा है, जिन्होंने कंपनी के पुनर्गठन प्रयासों के तहत इस्तीफा दे दिया है।
आउटप्लेसमेंट सपोर्ट उस स्थिति को कहा जाता है, जब कोई कंपनी छंटनी में निकाले गए कर्मचारियों की दूसरी नौकरी खोजने में मदद करती है।
पेटीएम ने कहा, हमारी एचआर टीम 30 से ज्यादा ऐसी कंपनियों के साथ बातचीत कर रही है, जो भर्तियां कर रहे हैं और कर्मचारियों के साथ इन भर्तियों की जानकारी शेयर की जा रही है, जिससे कर्मचारियों को तुरंत आउटप्लेसमेंट में मदद मिले।
पेटीएम का शेयर सोमवार दोपहर 3:00 बजे 2.23 प्रतिशत की तेजी के साथ 389.50 रुपये पर कारोबार कर रहा था। वित्तीय क्षेत्र में कारोबार करने वाली कंपनी पेटीएम में पिछले कुछ दिनों से रिकवरी के संकेत मिले हैं। कंपनी का फोकस अब यूपीआई पर शिफ्ट हो गया है।
मई में पेटीएम प्लेटफॉर्म पर करीब 1.24 अरब यूपीआई लेनदेन हुए हैं। इसके अलावा कंपनी कई अन्य इनिशिएटिव जैसे क्रेडिट कार्ड, यूपीआई और यूपीआई लाइट पर फोकस कर रही है।

 

बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने 7,000 करोड़ जुटाने के लिए आईपीओ लाने की तैयारी शुरू की
Posted Date : 09-Jun-2024 10:32:33 pm

बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने 7,000 करोड़ जुटाने के लिए आईपीओ लाने की तैयारी शुरू की

नईदिल्ली। बजाज फाइनेंस की सब्सिडियरी कंपनी बजाज हाउसिंग फाइनेंस जल्द ही शेयर मार्केट में आने की तैयारी में है। कंपनी ने इसके लिए जरूरी दस्तावेज भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास दाखिल कर दिए हैं। इस पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) के जरिए कंपनी करीब 7,000 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है।
इस राशि को जुटाने के लिए कंपनी दो तरीके अपनाएगी। पहला, वो 4,000 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगी। दूसरा, बजाज फाइनेंस लिमिटेड अपनी मौजूदा हिस्सेदारी बेचेगी, जिससे अनुमान है कि उन्हें करीब 3,000 करोड़ रुपये मिल जाएंगे। शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये रखी गई है।
ये घोषणा बजाज हाउसिंग फाइनेंस के बोर्ड द्वारा कंपनी को लिस्ट कराने की योजना को हरी झंडी मिलने के एक दिन की गई है। जरूरी नियमों को पूरा करने के लिए ये फैसला लिया गया है, लेकिन इसे शेयर बाजार के हालातों पर भी निर्भर रखा गया है। साथ ही, बजाज फाइनेंस (बजाज हाउसिंग फाइनेंस की मूल कंपनी) ने ये भी बताया है कि वो अपनी इस सब्सिडियरी कंपनी में 3,000 करोड़ रुपये के शेयर बेचेगी।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस 100 प्रतिशत सब्सिडियरी कंपनी है। कंपनी को इस आईपीओ से मिलने वाले पैसों का इस्तेमाल अपने पूंजी को मजबूत करने और भविष्य में लोन देने की जरूरतों को पूरा करने में किया जाएगा।
भारतीय रिजर्व बैंक ने सितंबर 2022 में 15 ऐसे गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) की लिस्ट जारी की थी जिनका लोन बुक 50,000 करोड़ रुपये से जयादा था। इन्हें अपर लेयर का एनबीएफसी माना जाता है। आरबीआई के नियमों के अनुसार, ऐसी कंपनियों को सितंबर 2025 तक शेयर बाजार में लिस्ट होना जरूरी है। बजाज हाउसिंग फाइनेंस को इसी वजह से आईपीओ लाना पड़ रहा है.
इस आईपीओ को कई बड़े इन्वेस्टमेंट बैंकों जैसे कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, बोफा सिक्योरिटीज इंडिया लिमिटेड, एक्सिस कैपिटल लिमिटेड, गोल्डमैन सैक्स (इंडिया) सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड, एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड, जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड और आईआईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड का साथ मिल रहा है।
कंपनी का प्रदर्शन भी अच्छा रहा है। वित्त वर्ष 24 में कंपनी का नेट प्रॉफिट पिछले साल के मुकाबले 38 प्रतिशत बढक़र 1,731 करोड़ रुपये हो गया है। मार्च 31, 2024 तक कंपनी का पूंजी पर्याप्तता अनुपात (टियर-2 पूंजी सहित) 21.28 प्रतिशत था।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस वेतनभोगी और स्व-नियोजित ग्राहकों को होम लोन, संपत्ति के एवज में लोन और लीज रेंटल डिस्काउंट जैसे कई तरह के लोन प्रोडक्ट्स ऑफर करती है। साथ ही, कंपनी डेवलपर्स को कंस्ट्रक्शन फाइनेंस और इन्वेंट्री फाइनेंस भी मुहैया कराती है। मार्च 31, 2024 तक कंपनी के कुल संपत्ति प्रबंधन में से 57.8 प्रतिशत होम लोन का था, जबकि एक साल पहले ये आंकड़ा 61.7 प्रतिशत था।

 

ब्रिटेन में निवेश करने में भारत से महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली टॉप पर
Posted Date : 09-Jun-2024 10:32:12 pm

ब्रिटेन में निवेश करने में भारत से महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली टॉप पर

नईदिल्ली। ब्रिटेन में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) करने वाले भारत के शीर्ष तीन राज्य- महाराष्ट्र, उसके बाद कर्नाटक और दिल्ली हैं। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) और ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग द्वारा तैयार की गई एक नई संयुक्त रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
इस सप्ताह लंदन में पेश की गई रिपोर्ट से पता चला कि महाराष्ट्र में मुख्यालय वाली कंपनियों ने 2023 में ब्रिटेन में सबसे अधिक 20 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश किया।
इसके बाद कर्नाटक (12 प्रतिशत) और दिल्ली (8.6 प्रतिशत) का स्थान है। शीर्ष 10 राज्यों में गुजरात (7.1 प्रतिशत), तमिलनाडु (6.7 प्रतिशत), तेलंगाना (6.5 प्रतिशत), उत्तर प्रदेश (5.9 प्रतिशत), हरियाणा (4.5 प्रतिशत), पश्चिम बंगाल (3.14 प्रतिशत) और केरल (3.05 प्रतिशत) शामिल हैं। यह भारत से ब्रिटेन में कुल एफडीआई का 78 प्रतिशत है।
ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी ने लंदन में रिपोर्ट जारी करते हुए कहा, भारत-ब्रिटेन गलियारे की पुनर्कल्पना करने वाले हमारे कारोबार सुरक्षित और टिकाऊ भविष्य के लिए हमारे साझा दृष्टिकोण और आकांक्षाओं को साकार करेंगे।
विश्लेषण में पाया गया कि कंपनियों और कर्मचारियों की संख्या के लिहाज से भारत से एफडीआई लाने वाला अग्रणी क्षेत्र आईटी और सॉफ्टवेयर है। रिपोर्ट के अन्य निष्कर्षों में एक यह भी है कि पिछले वर्ष ब्रिटेन के छात्र वीजा में पांच प्रतिशत की वृद्धि के साथ नए भारतीय छात्रों ने कुल मिलाकर ब्रिटेन के विश्वविद्यालयों में अनुमानित 4.3 अरब पाउंड का योगदान दिया है।