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एनएचपीसी लिमिटेड ने सीईएसएल के साथ ई-मोबिलिटी समझौतों पर किए हस्ताक्षर
Posted Date : 05-Jun-2021 4:31:34 pm

एनएचपीसी लिमिटेड ने सीईएसएल के साथ ई-मोबिलिटी समझौतों पर किए हस्ताक्षर

नई दिल्ली ,05 जून । पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम के रूप में विद्युत मंत्रालय की भारत की प्रमुख जल विद्युत कंपनी एनएचपीसी लिमिटेड ने एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी कन्वर्जेंस एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (सीईएसएल) केसाथ 25 इलेक्ट्रिक वाहनों को लीज पर देने और स्थापना और कमीशनिंग सहित  3 इलेक्ट्रिक वाहन फास्ट चार्जरों की एनएचपीसी को आपूर्ति के लिए ई-मोबिलिटी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। भारत में एनएचपीसी के पास सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों में इलेक्ट्रिक वाहनों का सबसे बड़ा बेड़ा होगा। एनएचपीसी ने इससे पहले 2019 में ईईएसएल के माध्यम से 2 इलेक्ट्रिक वाहन लीज पर दिए थे।
कल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ई-मोबिलिटी समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर  एनएचपीसी के सीवीओ ए. के. श्रीवास्तव, और एमडी और सीईओ सुमहुआ आचार्य तथा एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) के कार्यकारी उपाध्यक्ष सौरभ कुमार उपस्थित थे। एनएचपीसी ने पर्यावरण के प्रति अपने संकल्प की दिशा में एक कदम के रूप में और विश्व पर्यावरण दिवस 2021 मनाने की पूर्व संध्या पर ई-मोबिलिटी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
एनएचपीसी में ऊर्जा दक्षता और संरक्षण उपायों के अवसरों का पता लगाने के लिए एनएचपीसी और ईईएसएल के बीच एक व्यापक समझौता ज्ञापन भी प्रक्रिया के अधीन है।

कोरोना मामलों में राहत के बावजूद मौतों का कहर जारी
Posted Date : 05-Jun-2021 4:30:49 pm

कोरोना मामलों में राहत के बावजूद मौतों का कहर जारी

0- 24 घंटे में आए 1.20 लाख नए केस, 3380 की मौत
नई दिल्ली ,05 जून । देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार कम हो रहे हैं, लेकिन मौतों का दैनिक आंकड़ा कम न होने के कारण चिंता बरकरार है। कोरोना के दैनिक मामलों में करीब दो महीने बाद सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली, जबब बीते 24 घंटे 1.20 लाख नए मामले आये हैं। वहीं कोरोना संक्रमितों की हर दिन बढ़ती मौतौ के कहर से अभी निजात नहीं मिल पा रही है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार पिछले मुताबिक देश में बीते 24 घंटे में 3380 लोगों ने कोरोना से जान गंवाई है। इसके साथ ही से देश में कोरोना से मरने वालों की संख्या अब तक बढक़र 3,44,082 हो गई है। कोरोना के दैनिक मामलों में गिरावट के साथ पिछले 24 घंटे में देश में कोरोन वायरस के सक्रीय मरीजों भी में 80,740 की गिरावट दर्ज की गई है, जिसके बाद सक्रीय मरीजों की संख्या घटकर 15,55,248 रह गई है। वहीं इस दौरान 1,97,894 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं। इस तरह से बीते 23 दिनों से लगातार नए मरीजों की संख्या में ठीक हुए मरीजों की संख्या अधिक है। देश में कुल 2.67 करोड़ लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। गौरतलब है कि देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख के पार हो गए। देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार और चार मई को दो करोड़ के पार चले गए।

देश में बच्चों को इसी माह से मिल सकती है वैक्सीन
Posted Date : 05-Jun-2021 4:29:46 pm

देश में बच्चों को इसी माह से मिल सकती है वैक्सीन

नई दिल्ली ,05 जून । कोरोना के तीसरी लहर के बच्चों के लिए ज्यादा घातक होने की खबरों के बीच एक अच्छी खबर यह है कि बच्चों के लिए भी देश में जल्द वैक्सीन उपलब्ध हो सकती है। केंद्र सरकार ने संकेत दिए हैं कि बच्चों के लिए कोरोना टीका इसी महीने आ सकता है। सरकार के मुताबिक,जायडस कैडिला के टीके को जल्द मंजूरी दी जा सकती है, जिसके परीक्षण 12-18 साल की आयु के बच्चों पर भी हुए हैं।
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि अभी कोवैक्सीन के बच्चों पर परीक्षण शुरू हुए हैं, लेकिन उसके पूरे होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा, क्योंकि परीक्षण प्रतिरोधक क्षमता के होते हैं। जबकि जायडस कैडिला के टीके के परीक्षण बच्चों पर हो चुके हैं। उम्मीद है कि अगले दो सप्ताह में वह लाइसेंस के लिए आ सकती है। टीके को मंजूरी देते समय इसे बच्चों को देने पर भी निर्णय लिया जा सकता है।
परीक्षण में 800-100 बच्चे भी शामिल
जायडस कैडिला की वैक्सीन के तीसरे चरण के परीक्षण पूरे चुके हैं। इसके परीक्षण में 800-100 बच्चे भी शामिल हैं, जिनकी उम्र 12-18 साल के बीच है। इसलिए इस टीके को 12-18 साल के आयु वर्ग के बच्चों के लिए भी मंजूरी मिलने के प्रबल आसार हैं और पॉल ने भी ऐसे संकेत दिए हैं। हालांकि, अंतिम फैसला एक विशेषज्ञ समूह परीक्षण के आंकड़ों के आधार पर करता है। यदि दो सप्ताह के भीतर वह लाइसेंस के लिए आवेदन करता है तो मुश्किल से एक सप्ताह और मंजूरी की प्रक्रिया में लगेगा। यानी इसी महीने टीका उपलब्ध हो सकता है।        

पर्यावरण दिवस : 21वीं सदी एथेनॉल सबसे बड़ी प्राथमिकता : पीएम मोदी
Posted Date : 05-Jun-2021 4:29:35 pm

पर्यावरण दिवस : 21वीं सदी एथेनॉल सबसे बड़ी प्राथमिकता : पीएम मोदी

नई दिल्ली ,05 जून । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लिया। इस दौरान पीएम ने एथेनॉल को 21वीं सदी की प्रथमिकता बताया। उन्होंने कहा कि भारत क्लाइमेट जस्टिस के नेता के रूप में उभर रहा है।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में भारत में एथेनॉल मिश्रण 2020-2025 के लिए रोड मैप पर विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट जारी की।
अपने संबोधन से पहले प्रधानमंत्री ने देश के अलग-अलग राज्यों के किसानों से इथेनॉल पर भी बात की। इस दौरान केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, केंद्रीय पेट्रोलियम परिवहन मंत्री धर्मेंद्र प्रधान  कार्यक्रम में मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज से 7-8 साल पहले भारत में एथेनॉल पर चर्चा दुर्लभ थी, लेकिन अब एथेनॉल भारत की 21वीं सदी की प्राथमिकताओं से जुड़ गया है। यह पर्यावरण के साथ-साथ किसानों के जीवन की भी मदद कर रहा है। पीएम ने कहा कि हमने 2025 तक पेट्रोल में 20 फीसद एथेनॉल ब्लेंडिंग को पूरा करने का संकल्प लिया है। 2014 तक औसतन सिर्फ 1-1.5 फीसदी एथेनॉल ब्लेंड किया जा रहा था और आज यह करीब 8.5 फीसदी पर पहुंच गया है।
गौतरतलब है कि इस वर्ष के कार्यक्रम का विषय बेहतर पर्यावरण के लिए जैव ईंधन को बढ़ावा देना था। पीएम मोदी ने कहा कि क्लाइमेट चेंज की वजह से जो चुनौतियां सामने आ रही हैं, भारत उनके प्रति जागरूक भी है और सक्रियता से काम भी कर रहा है। उन्होंने कहा 6-7 साल में रिन्यूएबल एनर्जी की हमारी क्षमता में 250 फीसद से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। इस मौके पर पीएम ने पुणे में तीन स्थानों पर ई 100 के वितरण स्टेशनों की एक पायलट परियोजना का भी शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था। विश्व पर्यावरण दिवस मनाने के क्रम में भारत सरकार, तेल कंपनियों को एक अप्रैल, 2023 से इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल को इथेनॉल की 20 प्रतिशत तक की प्रतिशतता के साथ बेचने और उच्च इथेनॉल मिश्रणों ई-12 और ई-15 से संबंधित बीआईएस विनिर्देश के बारे में निर्देश देते हुए ई-20 अधिसूचना जारी कर रही है।

ट्विटर पर बड़े एक्शन करने को तैयार केंद्र सरकार!
Posted Date : 05-Jun-2021 4:28:58 pm

ट्विटर पर बड़े एक्शन करने को तैयार केंद्र सरकार!

0- नए नियमों का तुरंत पालन करने के लिए भेजा फाइनल नोटिस
नई दिल्ली ,05 जून । भारत के उपराष्ट्रपति वेकैंया नायडू के अकाउंट को अनवेरिफाइड करने के बाद पुन: वेरिफाइड करना और फिर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के दिग्गजों के अकाउंट से ब्लू टिक हटाने के बाद केंद्र और ट्विटर के बीच विवाद और बढऩे वाला है। इन सब के बीच सरकार अब ट्विटर के साथ सख्ती से निपटने की तैयारी में है।
ब्लू टिक विवाद के बीच ही भारत सरकार ने नए आईटी नियमों के अनुपालन के लिए ट्विटर को फाइनल नोटिस दिया है। इस नोटिस में सरकार ने ट्विटर को दो टूक कहा कि वह 26 मई से सोशल मीडिया के लिये लागू की गई शर्तों का तुरंत पालन करे और अगर ट्विटर ने ऐसा नहीं किया तो सरकार भी  ट्विटर पर क़ानूनी कार्रवाई कर सकती है। सरकार की ओर से कहा गया है कि ट्विटर इंडिया को नए नियमों का तुरंत पालन करने के लिए एक अंतिम नोटिस दिया गया है। नोटिस के अनुसार अगर ट्विटर इसका पालन करने में विफल होता है तो फिर उसके खिलाफ आईटी अधिनियम 2000 की धारा 79 के तहत उपलब्ध देयता से छूट वापस ले ली जाएगी और ट्विटर आईटी अधिनियम और भारत के अन्य दंड कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
उपराष्ट्रपति का अकाउंट किया फिर किया वेरिफाइड
ट्विटर ने भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के निजी ट्विटर हैंडल से ब्लू टिक हटा दिया था। जिसके कुछ समय बाद ट्विटर ने भारत के उपराष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू के निजी ट्विटर हैंडल पर ब्लू टिक रिस्टोर किया। भारत के उपराष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू के निजी ट्विटर हैंडल से ब्लू टिक हटाने पर ट्विटर के प्रवक्ता ने कहा था कि जुलाई 2020 से अकाउंट इनएक्टिवेट है। हमारी सत्यापन नीति के अनुसार अगर अकाउंट इनएक्टिवेट हो जाता है तो ट्विटर ब्लू टिक और वेरिफाइड स्टेटस हटा सकता है। 

श्रीलंका में भारी बारिश और तेज हवा के चलते 4 की मौत, 1 लाख 70 हजार लोग हुए प्रभावित
Posted Date : 05-Jun-2021 4:27:18 pm

श्रीलंका में भारी बारिश और तेज हवा के चलते 4 की मौत, 1 लाख 70 हजार लोग हुए प्रभावित

कोलंबो ,05 जून ।  श्रीलंका में हाल के दिनों में आई तेज आंधी और भारी बारिश ने बुरी तरह तबाही मचा दी है। भारी बारिश और हवा के कारण चार लोगों की मौत हो गई और 1,70,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। शनिवार सुबह तक खराब मौसम के कारण सात लोग लापता हो गए थे, जबकि दो अन्य घायल हो गए थे।
5,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए थे और सुरक्षित स्थानों पर चले गए थे, जबकि सबसे अधिक प्रभावित जिलों में 65 घर क्षतिग्रस्त हो गए थे।
केंद्र ने कहा कि खोज और बचाव अभियान चलाने के लिए टीमों को तैनात किया गया है, जबकि सेना भी भारी बाढ़ की स्थिति में बचाव प्रयासों में मदद के लिए तैयार है।
मौसम विभाग ने अपनी ताजा मौसम रिपोर्ट में कहा कि सप्ताहांत में 150 मिमी की भारी बारिश की उम्मीद की जा सकती है और जनता से भारी बिजली के बारे में सतर्क रहने का आग्रह किया गया था।
विभाग ने आगे कहा कि उत्तरी, उत्तर मध्य और उत्तर-पश्चिमी प्रांतों में हवा की गति 50 से 55 किमी प्रति घंटे तक बढऩे की उम्मीद है।
केंद्र के मुताबिक, शनिवार को भारी बारिश के बाद देश के कई इलाके जलमग्न हो गए और निचले इलाकों में रहने वाले परिवारों को चेतावनी जारी की गई है। कुछ जिलों में भूस्खलन की चेतावनी भी जारी की गई है।