पंचकूला । हरियाणा के पंचकूला जिले के मौली नामक एक छोटे से गांव में हाल ही में एक घटना ने समाज में व्याप्त जातिगत भेदभाव को उजागर किया। दलित युवक की शादी की खबर तब चर्चा में आई जब गांव वालों ने सिर्फ इसलिए बग्घी रोक दी क्योंकि दूल्हा घोड़ी पर सवार होकर आ रहा था।
घोड़ी बग्गी को लेकर हुआ विवाद
मामला पंचकूला जि़ले की तहसील रायपुर रानी के गांव मौली की है। गांव में दलित युवक शादी के लिए आया और वह शादी बघ्घी में सवार हुआ। लेकिन जैसे ही गांव वालों को इस बारे में पता चला, कुछ लोग नाराज हो गए। उन्हें लगा कि दलित युवक घोड़ी पर चढऩे के योग्य नहीं है। शादी से एक दिन पहले से ही इस मामले को लेकर बहस चल रही थी। पुलिस को सूचना दी गई, जिसने दोनों पक्षों में समझौता कराकर मामले को सुलझा लिया। हालांकि, शादी के दिन एक बार फिर मामला बिगड़ गया।
बढ़ता विवाद देख बुलानी पड़ी पुलिस
जब बारात और दूल्हा गांव की ओर बढ़े तो रास्ते में कुछ ग्रामीणों ने जबरन उनकी गाड़ी रोक ली। स्थिति बिगड़ गई और पुलिस को दोबारा सूचना दी गई। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए प्रशासन ने 300 से अधिक पुलिस अधिकारियों को मौके पर भेजा।
पुलिस ने किया ढाल का काम
पुलिस ने दूल्हे की गाड़ी को अपने कब्जे में लेकर बारात को बिना किसी नुकसान के गांव में पहुंचाया। दोपहर करीब एक बजे बारात गांव में पहुंची। रास्ते में कई ग्रामीण खड़े थे, लेकिन पुलिस हर मोड़ पर सतर्क थी।
कुछ युवकों ने हंगामा करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने सख्ती से स्थिति को संभाला। किसी भी तरह की हिंसा को रोकने के लिए हर मौके पर वीडियो रिकॉर्डिंग की गई।
भारी सुरक्षा के बीच विदाई
आखिरकार पुलिस की मौजूदगी में शादी की सभी रस्में शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुईं। शाम करीब छह बजे भारी सुरक्षा के बीच दूल्हा-दुल्हन की विदाई भी हुई। रायपुर रानी थाने के एसएचओ सोमवीर ढाका ने कहा, कुछ ग्रामीण दूल्हे के घोड़ी पर सवार होकर गांव में घूमने का विरोध कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया और शांतिपूर्ण तरीके से शादी संपन्न कराई। कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
घटना से खड़े हुए सवाल
यह घटना हमें एक बार फिर यह सवाल करने पर मजबूर करती है कि क्या हमारा समाज वाकई बदल रहा है। एक साधारण शादी, जिसमें घोड़ी पर सवार होना महज एक प्रथा है, दलित युवक के लिए विवाद का कारण बन जाना सामाजिक सोच पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
एक तरफ भारत दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक महाशक्ति बन रहा है, वहीं दूसरी तरफ जाति के आधार पर भेदभाव जैसी समस्याएं समाज की नींव को खोखला कर रही हैं। पंचकूला में यह घटना अकेले एक युवक की व्यक्तिगत जीत नहीं है, बल्कि समाज का प्रतिबिंब भी है - यह दर्शाता है कि सच्चा बदलाव सिर्फ कानून से नहीं, बल्कि नजरिए में बदलाव से आता है।
जम्मू । पाकिस्तानी सेना ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम तोड़ा। भारतीय सेना ने इसका जोरदार जवाब दिया। संघर्ष विराम का उल्लंघन ऐसे समय में हुआ जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के तीन दिन के दौरे पर हैं।
अधिकारियों ने बताया, पाकिस्तानी सेना ने आज पुंछ जिले के दिगवार सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम तोड़ा। भारतीय सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया।
यह सुनिश्चित करने के लिए कि पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी के दौरान कोई घुसपैठ न हो, इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया गया है।
इससे पहले 1 अप्रैल को पाकिस्तानी सेना ने पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर एक बारूदी सुरंग के धमाके के बाद बिना किसी कारण के गोलीबारी की और संघर्ष विराम तोड़ा। सेना ने एक बयान में कहा कि भारतीय सैनिकों ने ‘संतुलित और नियंत्रण तरीके से’ प्रभावी जवाब दिया।
ऐसी खबरें मिली हैं कि आतंकवादी, [जिनमें मुख्य रूप से विदेशी भाड़े के आतंकवादी शामिल हैं], पुंछ, राजौरी, कठुआ और किश्तवाड़ जिले के पहाड़ी इलाकों में सक्रिय हैं।
23 मार्च को कठुआ जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के करीब भारतीय हिस्से में घुसपैठ करने वाले पांच आतंकवादियों का सामना स्थानीय पुलिस की टीम से हुआ। यह मुठभेड़ अंतर्राष्ट्रीय सीमा से 4 किलोमीटर अंदर सान्याल गांव में हुई। मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए, जबकि चार पुलिसकर्मी शहीद हो गए। संयुक्त बलों ने बाकी तीन आतंकवादियों को ढूंढने के लिए कठुआ और राजौरी जिलों के ऊंचे इलाकों में अपना ‘खोजो और खत्म करो’ अभियान बढ़ा दिया।
कठुआ जिले के बिलावर इलाके में शुक्रवार को आतंकवादियों और संयुक्त बलों के बीच मुठभेड़ हुई। जानकारी के मुताबिक कठुआ जिले के ऊंचे इलाकों का इस्तेमाल आतंकवादी राजौरी और पुंछ जिलों में घुसपैठ करने के लिए कर रहे हैं।
आतंकवादियों के ‘हिट-एंड-रन’ हमलों को नाकाम करने के लिए सेना के लगभग 4,000 विशेष प्रशिक्षित पैरा कमांडो को इन जिलों के घने जंगलों में तैनात किया गया। संयुक्त बलों की गतिविधियों के बाद आतंकवादी पुंछ, राजौरी और कठुआ जिलों में ‘हिट-एंड-रन’ हमले नहीं कर पा रहे हैं, जैसा कि 2024 की आखिरी तिमाही में हुआ था।
इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रविवार शाम जम्मू पहुंचे। जम्मू में भाजपा विधायकों को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने उन्हें भरोसा दिलाया कि क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति जल्दी सामान्य हो जाएगी।
नई दिल्ली । दिल्ली कैंट के किवरी पैलेस मैन रोड पर रविवार रात एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई। एक सिरफिरे युवक ने चाकू से एक युवती पर जानलेवा हमला कर दिया। इसके बाद उसने खुद को भी चाकू मारकर गंभीर रूप से घायल कर लिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार, उन्हें रात करीब 11 बजे एक पीसीआर कॉल मिली, जिसमें राहगीरों ने एक युवती और एक युवक को खून से लथपथ हालत में पड़े होने की सूचना दी। मौके पर पहुंचने पर पुलिस ने देखा कि फुटपाथ पर खून फैला हुआ था। युवती के गले और शरीर के अन्य हिस्सों से खून बह रहा था, जिसे राहगीरों ने कपड़े से बांधने की कोशिश की थी। पास ही में एक युवक भी गंभीर रूप से घायल पड़ा था, जिसने कथित तौर पर युवती पर हमला करने के बाद खुद को भी चाकू मार लिया था। घटनास्थल पर खून से सना चाकू बरामद हुआ है। पुलिस ने फोरेंसिक टीम की मदद से मौके से अन्य सबूत भी जुटाए हैं।
पुलिस सूत्रों ने प्रारंभिक जांच के आधार पर बताया कि यह घटना प्रेम प्रसंग से जुड़ी हुई प्रतीत होती है। जांच में सामने आया है कि आरोपी और पीडि़ता के बीच कुछ समय से विवाद चल रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, युवक चीखता-चिल्लाता हुआ युवती के पास पहुंचा और बिना किसी चेतावनी के उस पर चाकू से हमला कर दिया। युवती के गले पर वार होते ही वह जमीन पर गिर पड़ी। इसके बाद युवक ने खुद के सीने और शरीर के अन्य हिस्सों पर भी कई बार चाकू से वार कर खुद को गंभीर रूप से घायल कर लिया।
पुलिस ने दोनों के पास से मिले मोबाइल फोन के जरिए उनके परिवारों को सूचित कर दिया है और उनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है। इस घटना से इलाके में दहशत का माहौल है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयानों के आधार पर मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है।
मुंबई । मुंबई के बांद्रा इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक बेटे ने अपने पिता की चाकू घोंपकर हत्या कर दी। यह घटना रविवार देर रात वाल्मीकि नगर की बताई जा रही है। आरोपी की पहचान नरसिंमा मुगोंडा के रूप में हुई है।
बीकेसी पुलिस स्टेशन ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि इस घटना के बाद आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के मुताबिक, यह घटना उस समय हुई जब पिता और बेटा दोनों एक साथ शराब पी रहे थे। इसी दौरान किसी बात को लेकर दोनों के बीच बहस शुरू हुई। यह बहस इतनी बढ़ गई कि गुस्से में आकर नरसिंमा ने अपने पिता पर तेज धार वाले चाकू से हमला कर दिया। हमले में पिता की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस का कहना है कि दोनों के बीच पहले भी कई बार पारिवारिक मुद्दों को लेकर झगड़े होते रहते थे। यह कोई पहला मौका नहीं था जब दोनों में तनाव देखा गया हो। लेकिन इस बार विवाद ने इतना भयानक रूप ले लिया कि बेटे ने अपने ही पिता की जान ले ली।
स्थानीय लोगों के लिए यह घटना चौंकाने वाली रही। वाल्मीकि नगर के आसपास के लोगों ने बताया कि परिवार में अक्सर छोटी-मोटी बहस की बातें सुनने को मिलती थीं, लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि यह इतना गंभीर रूप ले लेगा। घटना की सूचना मिलते ही बीकेसी पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और तुरंत कार्रवाई शुरू की।
पुलिस ने घटनास्थल से हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू भी बरामद कर लिया है। इसके साथ ही, पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उस रात दोनों के बीच विवाद का असली कारण क्या था।
आरोपी नरसिंमा को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उसे पुलिस कस्टडी में भेज दिया। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि क्या यह हत्या पहले से सोची-समझी थी या फिर गुस्से में अचानक लिया गया कदम।
साथ ही, पुलिस आसपास के लोगों और परिवार के अन्य सदस्यों से भी पूछताछ कर रही है, ताकि पूरे मामले की सच्चाई सामने आ सके।
शिमला । पर्यावरण संरक्षण की दिशा में हिमाचल सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब राज्य में सिंगल यूज प्लास्टिक पानी की बोतलें नहीं मिलेगी।
1 जून, 2025 से प्रदेश में 500 मिलीलीटर से कम की सिंगल यूज प्लास्टिक पानी की बोतलों के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाएगा। पर्यावरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी की है। उपयोगकर्ताओं को कांच की बोतल या अन्य विकल्प अपनाने की सलाह दी है। पहली जून की समयसीमा इसलिए तय की गई है, ताकि बाजार में पहले से मौजूद स्टॉक को खत्म किया जा सके और व्यवसायियों को नुकसान न हो। सभी सरकारी संगठन मुख्य रूप से पर्यावरण, विज्ञान प्रौद्योगिकी और जलवायु परिवर्तन विभाग, पर्यटन विभाग, शिक्षा विभाग, शहरी विकास विभाग और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सार्वजनिक स्थान में प्लास्टिक की छोटी पानी की बोतलों के उपयोग को रोकने के लिए जागरूकता गतिविधियां चलाएंगे।
पर्यावरण, विज्ञान प्रौद्योगिकी और जलवायु परिवर्तन विभाग तथा हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड प्लास्टिक की पानी बोतलों की रिसाइकिल को और बेहतर बनाने के लिए प्रभावी उपाय करेंगे। सार्वजनिक स्थलों पर इस प्रकार की बोतलों के उपयोग पर निगरानी और नियंत्रण के उपाय भी किए जाएंगे। सभी सरकारी समारोहों में, पर्यटन विकास निगम के होटलों में, निजी होटल, विवाह, और अन्य सामाजिक आयोजनों में। इन स्थानों पर ऐसी बोतलों का उपयोग नहीं किया जा सकेगा। उल्लंघन की स्थिति में जुर्माना एवं कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 500 मिलीलीटर से कम की बोतलों का उपयोग अत्यधिक मात्रा में होता है लेकिन उनमें पानी कम होता है जिससे प्लास्टिक की खपत बढ़ती है। उपयोग के बाद इन्हें इधर-उधर फेंकने से पर्यावरण को भारी नुकसान होता है। इन बोतलों की रिसाइक्लिंग कठिन होती है, जिससे प्रदूषण और बढ़ता है।
नर्मदापुरम । मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले के इटारसी स्थित पथरौटा में आज सवारी बस अनियंत्रित होकर पलट गई। इस घटना में बस कंडक्टर एवं एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं बस में सवार 11 लोग घायल हो गए हैं। घायलों को उपचार के लिए इटारसी के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के मुताबिक आज सोमवार दोपहर को इटारसी से आयुध निर्माणी के लिऐ छत्रपाल कंपनी की बस, सवारी भरकर पथरौटा के लिये इटारसी से निकली। इस दौरान अचानक पथरौटा के पास बस का ब्रेक फेल हो गया और बस अनियंत्रित होकर सडक़ पर पलट गई। बस में सवार कंडेक्टर नरेन्द्र चौहान निवासी ग्राम न्यूयार्ड एवं ग्राम बाद्ररी निवासी नजमा खातून की बस में दबने से मौके पर ही मौत हो गई। वहीं घटना में 11 लोग घायल हो गये।
हादसे में इन्हें आईं ज्यादा चोटें
गोकल पुरी (78) निवासी, नर्मदापुरम, शाजरा खातून निवासी, ऑर्डनेंस फैक्ट्री, रीना धुर्वे (35) निवासी, इटारसी, इठल आदिवासी (40) निवासी, ऑर्डनेंस फैक्ट्री, ज्योति इरपाचे पिता कृष्ण चन्र्द इरपाचे (22) निवासी, ऑर्डनेंस फैक्ट्री, दिव्या पिता रमेश (29) निवासी, ऑर्डनेंस फैक्ट्री, बि_ल पंवार (35) निवासी, जमाईकला ऑर्डनेंस फैक्ट्री, स्वनिल वर्मा (47) निवासी, ऑर्डनेंस फैक्ट्री, मनीषा कलाम (21) निवासी, ऑर्डनेंस फैक्ट्री।जिनका इलाज इटारसी के सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा किया जा रहा है। पथरौटा पुलिस ने बस चालक को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं मर्ग कायम कर दो शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
एसडीओपी वीरेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि हादसे में 8 से 10 यात्री घायल हुए हैं। इनमें इटारसी कॉलेज में परीक्षा देने जा रही मनीषा की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायल यात्रियों को इटारसी के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।