व्यापार

अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट के बीच बढ़ी अडानी पोर्ट्स  स्टॉक की चमक, 2 दिन में 14 फीसदी उछला
Posted Date : 21-Jun-2021 2:35:17 pm

अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट के बीच बढ़ी अडानी पोर्ट्स स्टॉक की चमक, 2 दिन में 14 फीसदी उछला

नई दिल्ली ,21 जून । अडानी ग्रुप के अधिकांश शेयरों में पिछले 6 कारोबारी दिनों से गिरावट आ रही है। लेकिन पिछले दो दिनों में ग्रुप की एक कंपनी के शेयरों में करीब 14 फीसदी उछाल आई है। अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकॉनमिक जोन के शेयर में सोमवार को कारोबार के दौरान 6.77 फीसदी उछाल आई। दोपहर बाद 12.30 बजे यह 6.72 फीसदी की तेजी के साथ 741.25 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। इससे पहले शुक्रवार को भी इसमें 7.39 फीसदी तेजी आई थी।
17 जून को कंपनी के प्रमोटर ग्रुप ने खुले बाजार से करीब 19.3 लाख शेयरों की खुले बाजार से खरीद की थी। यह 0.09 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है। 19 जून को इस बात का खुलासा किया कि उसने 126.81 करोड़ रुपये में इन शेयरों की खरीदारी की। आंकड़ों में मुताबिक यह खरीदारी 656.88 रुपये प्रति शेयर के भाव पर की गई। 

टेस्ला ने ब्रिटेन में बनाई पुलिस कार, मॉडल-3 पर है बेस्ड
Posted Date : 20-Jun-2021 6:38:37 pm

टेस्ला ने ब्रिटेन में बनाई पुलिस कार, मॉडल-3 पर है बेस्ड

लंदन ,20 जून । इलेक्ट्रॉनिक कार बनाने वाली एलन मस्क की कंपनी टेस्ला ने कथित तौर पर ब्रिटेन में एक पुलिस कार बनाई है, जो कंपनी के मॉडल 3 इलेक्ट्रिक सेडान पर बेस्ड है। इसकी योजना ब्रिटेन के इमरजेंसी व्हीकल मार्केट का परीक्षण करने के लिए इसे इस्तेमाल में लाना है। टेस्ला यूके ने पुलिस लीवरेड मॉडल 3 सलून का खुलासा किया है। इसके बारे में कंपनी ने कहा कि यह परीक्षण और मूल्यांकन के लिए पूरे यूके में आपातकालीन सेवाओं के लिए उपलब्ध होगी।
इलेक्ट्रेक की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने अपने वाहन की विशेषताओं का कोई जिक्र नहीं किया है, लेकिन लगता है कि इसका परफॉर्मेंस मॉडल-3 के समान ही होगी।
300 मील की रेंज के साथ इसकी अधिकतम गति 162 मील प्रति घंटा है। यह कार सिर्फ 3.1 सेकेंड में शून्य से लेकर 60 मील प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है। इसकी क्षमता एक पैट्रोल कार से कहीं अधिक है।
हाल के वर्षों में मॉडल 3 ब्रिटेन में सबसे अधिक बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार बन गई है। हालांकि मॉडल 3 को पुलिस की गाड़ी के रूप में इस्तेमाल में लाया जाएगा, इसके बारे में फिलहाल कोई सूचना नहीं है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कई पुलिस विभाग ने यह पाया है कि अपनी पुरानी गाडिय़ों को टेस्ला की कारों, खासकर मॉडल 3 में अपग्रेड करके काफी सारा पैसा बचा सकते हैं।
टेस्ला की कई कारों को खरीदने वाले इंडियाना में बार्बर्सविले पुलिस विभाग ने पाया कि टेस्ला मॉडल 3 का उपयोग करने के अपने पहले साल के आखिर तक वे 6,000 डॉलर से अधिक रकम बचाने में कामयाब रहे।
फ्रेमोंट पुलिस और स्पोकेन पुलिस विभाग दोनों ने ही हाल ही में पुलिस गश्ती वाहनों के रूप में उपयोग करने के लिए टेस्ला मॉडल वाई वाहनों की खरीददारी की है। 

महामारी के दौरान मरीजों के लिए मूल्यवान उपकरण हैं स्मार्टफोन ऐप
Posted Date : 20-Jun-2021 6:38:21 pm

महामारी के दौरान मरीजों के लिए मूल्यवान उपकरण हैं स्मार्टफोन ऐप

लंदन ,20 जून । स्मार्टफोन ऐप और टेलीहेल्थ पहल में दर्द प्रबंधन (पेन मैनेजमेंट) के संबंध में स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों (हेल्थकेयर सिस्टम) की प्रभावशीलता एवं दक्षता और रोगियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने की क्षमता है। अध्ययन करने वाले विशेषज्ञ इस बात पर भी जोर देते हैं कि स्वीकार्यता और उपयोगिता को बढ़ाने के लिए स्मार्टफोन ऐप और टेलीहेल्थ पहल के विकास और निर्माण में उपयोगकर्ता की भागीदारी महत्वपूर्ण है।
हालांकि, अध्ययन में यह भी सलाह दी गई है कि स्वास्थ्य प्रणाली में स्वास्थ्य डेटा के अनैतिक उपयोग को रोकने के लिए उन्नत प्रणालियों, नीतियों और प्रक्रियाओं की आवश्यकता है।
एंग्लिया रस्किन यूनिवर्सिटी (एआरयू) के एंटोनियो बोनोकारो ने कहा, हमारे शोध में पाया गया है कि ऐप के लिए वृद्ध लोगों को उनके दर्द प्रबंधन के साथ सक्रिय रूप से समर्थन देने और स्वास्थ्य पेशेवरों के साथ संचार में सुधार करने की काफी संभावनाएं हैं।
बोनोकारो ने कहा, हालांकि, टेलीहेल्थ ऐप ज्यादातर यूजर्स को विकास प्रक्रिया में शामिल किए बिना उत्पादित किए जाते हैं। सूचना साझा करने, शिक्षा और दर्द से राहत के स्व-प्रशासन की आवश्यकता लगभग पूरी तरह से उपेक्षित है।
जर्नल जेरियाट्रिक्स में प्रकाशित अध्ययन के लिए पबमेड, मेडलाइन, सीआईएनएएचएल, एम्बेस, साइकिनफो, कोचरन डेटाबेस, साइंस डायरेक्ट और शोध दल द्वारा पुनप्र्राप्त लेखों के संदर्भों का उपयोग करके एक साहित्य खोज की गई है।
डेटा को दो समीक्षकों द्वारा मूल रिपोर्ट से स्वतंत्र रूप से निकाला गया है।
इस एकीकृत व्यवस्थित समीक्षा ने अधेड़ उम्र के लोगों में पुराने दर्द के स्व-प्रबंधन से संबंधित स्मार्टफोन एप्लिकेशन पर विचार करते हुए 10 लेखों की पहचान की।
हालांकि, शोधकतार्ओं ने यह भी कहा कि भविष्य के शोध के लिए न केवल स्मार्टफोन पहल के प्रभावों की जांच करना महत्वपूर्ण है, बल्कि मौजूदा उपचार विधियों के संबंध में उनकी सुरक्षा, स्वीकार्यता, प्रभावकारिता और लागत-लाभ अनुपात की तुलना करना भी महत्वपूर्ण है।

रेलवे ने शुरू की 20 जोड़ी से अधिक ट्रेन
Posted Date : 19-Jun-2021 4:35:37 pm

रेलवे ने शुरू की 20 जोड़ी से अधिक ट्रेन

नई दिल्ली ,19 जून । कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच कई जगहों पर लॉकडाउन लगाया गया था। अब लॉकडाउन खुलने के बाद बहुत सारे प्रवासी मजदूर अपने काम पर लौट रहे हैं। ऐसे में स्टेशनों पर यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रेलवे ने कुछ और ट्रेनें चलाई हैं, ताकि लोगों को यात्रा में आसानी हो सके। 

गौतम अडानी अब एशिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति नहीं
Posted Date : 19-Jun-2021 4:34:52 pm

गौतम अडानी अब एशिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति नहीं

नई दिल्ली ,19 जून । इस हफ्ते शेयर बाजारों में गिरावट का सामना कर रहे अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अदानी एशिया के दूसरे सबसे अमीर अरबपति होने का प्रतिष्ठित टैग खो चुके हैं।
एफपीआई के स्वामित्व को लेकर चिंता के चलते अडानी को महज चार दिनों में 12 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ है।
फोर्ब्स रियल टाइम बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, इस सप्ताह की शुरूआत में अडानी की कुल संपत्ति 74.9 बिलियन डॉलर से घटकर 62.7 बिलियन डॉलर हो गई है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के बाद चीन के फार्मास्युटिकल मैग्नेट झोंग शानशान ने एशिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति का अपना स्थान फिर से हासिल कर लिया है।
अमीरों की सूची में झोंग शानशान की संपत्ति 68.9 अरब डॉलर है जबकि अंबानी की 85.6 अरब डॉलर है।
अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पावर, अडानी टोटल गैस, अडानी ट्रांसमिशन, अडानी पोर्ट्स और अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर एफपीआई के स्वामित्व की रिपोर्ट के बाद सोमवार को गिरने लगे।
फोर्ब्स रियल टाइम बिलियनेयर्स लिस्ट के अनुसार, अडानी को चार दिनों में लगभग 12 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ, जो दुनिया के सबसे अमीर लोगों की संपत्ति पर नजर रखता है। सप्ताह की शुरूआत में अदानी की कुल संपत्ति 77 अरब डॉलर से कुछ ही ऊपर थी।

अरहर, मूंग और उड़द दाल हो रही है सस्ती
Posted Date : 19-Jun-2021 4:33:54 pm

अरहर, मूंग और उड़द दाल हो रही है सस्ती

नई दिल्ली ,19 जून । केंद्र सरकार का कहना है कि देश भर में इस समय कुछ प्रमुख दालों की कीमतों में गिरावट का रूख है। सरकार के मुताबिक हाल ही में जमाखोरी रोकने के लिए राज्य सरकारों के साथ मिल कर कुछ कदम उठाए गए हैं। उसी के बाद अरहर, मूंग और उड़द की दालों की कीमतें या तो स्थितर हो गई हैं या घट रही हैं।
गिरावट का रूख
केंद्रीय खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने कहा कि जमाखोरी रोकने के लिए राज्य सरकारों के साथ किये गये समन्वित प्रयासों के बाद अरहर, मूंग दाल और उड़द - जैसी दालों की खुदरा कीमतों में गिरावट का रुख बना है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘अरहर, मूंग दाल और उड़द की खुदरा कीमतें इस साल अब या तो स्थिर हो गई हैं या फिर इनमें गिरावट का रुख देखा जा रहा है।’’
तीन दालों की कीमतें 0.95 फीसदी बढ़ी
मंत्रालय के अनुसार, इस साल अप्रैल से 16 जून 2021 के दौरान इन तीन दालों की कीमतों में औसत वृद्धि पिछले तीन महीनों (जनवरी-मार्च, 2021) की तुलना में 0.95 फीसदी थी। मंत्रालय ने कहा कि वर्ष 2020 की इसी अवधि में 8.93 फीसदी की वृद्धि और वर्ष 2019 की समान अवधि में 4.13 फीसदी की वृद्धि की तुलना में मौजूदा वृद्धि कहीं कम है। मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक इस साल एक जनवरी से 18 जून के बीच अरहर और उड़द के दाम में 10 रुपये किलो की बढ़ोतरी हुई है। मौजूदा समय में, अरहर और उड़द, दोनों की खुदरा कीमतें एक जनवरी के 100 रुपये प्रति किलोग्राम के मुकाबले 110 रुपये प्रति किलोग्राम पर चल रही हैं। वहीं वर्ष की शुरुआत से मूंग दाल की खुदरा कीमत 100 रुपये प्रति किलोग्राम पर अपरिवर्तित बनी हुई है।
राज्य सरकार से मिल कर उठे कदम
केंद्र सरकार ने कहा है कि उसने राज्य सरकारों के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं कि दालों की कीमतें उचित स्तर पर बनी रहें। केंद्र ने राज्यों से दलहन व्यापारियों और विभिन्न अंशधारकों को एक पोर्टल पर अपने स्टॉक का विवरण घोषित करने का निर्देश देने के लिए कहा था और इससे सकारात्मक परिणाम मिले। इसके अलावा, सरकार ने चालू 2021-22 के वित्तीय स्थिरीकरण कोष में दलहन बफर के लक्षित आकार को बढ़ाकर 23 लाख टन कर दिया।
चना, मसूर और मूंग की खरीद जारी
सरकार ने कहा है कि इस समय चना, मसूर और मूंग की खरीद जारी है। उपभोक्ता मामलों के विभाग की ओर से दालों की खरीद के लिए, सहकारी संस्था नेफेड राज्य सरकार की एजेंसियों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ी है। केंद्र सरकार अपने बफर स्टॉक से राज्यों को कल्याणकारी कार्यक्रमों के लिए भी दलहन उपलब्ध करा रही है। साथ ही दालों की कीमतों को नरम रखने के लिए खुदरा बाजार में भी हस्तक्षेप किया है।