व्यापार

दलहनों के साथ दालों के भाव में घटबढ़
Posted Date : 27-Jun-2021 2:57:13 pm

दलहनों के साथ दालों के भाव में घटबढ़

इंदौर ,27 जून ।  स्थानीय संयोगितागंज अनाज मंडी में मांग के साथ सप्ताहांत दलहन जिन्सों में घटबढ़ हुई। चनाए मसूर महंगा तथा मूंगए उड़द सस्ता होकर बिका। दलहनों के साथ दालों के भाव भी ऊपर.नीचे हुए। रवा. मैदा महंगा बिका। सप्ताहांत चना कांटा 5125 से 5150 रुपये खुलने के बाद सप्ताहांत 5200 से 5225 रुपये प्रति च्ंिटल होकर बंद हुआ। मूंग 6400 से 6450 रुपये पर खुलने के बाद नीचे में 5800 रुपये बिकी। हालांकि सप्ताहांत इसके भाव 6200 से 6300 रुपये बोले गए।
कारोबार के प्रथम दिन जो तुअर 6000 से 7000 रुपये बिकी वह शनिवार को ऊपर.नीचे होने के बाद 6000 से 7000 रुपये प्रति च्ंिटल बिकी। उड़द 7000 से 7300 के स्तर पर खुलकर 7000 से 7200 रुपये प्रति च्ंिटल बोली गई। मसूर 6300 से 6350 रुपये के स्तर पर खुलने के बाद 6375 से 6400 रुपये प्रति च्ंिटल बिकी।
दालों में मांग होने से मिश्रित रंगत दर्ज की गई। सप्ताहांत चना दाल महंगी बिकी वहीं तुअर दालए मूंग दाल तथा उड़द दाल के भाव 100 से 150 रुपये ऊपर.नीचे हुए। चावल तथा पोहा में ग्राहकी सामान्य बनी रही। रवाए मैदा के साथ गेहूं आटा के भाव ऊंचे बोले गए।

भारत के ड्रेगन फ्रूट का दुबई को निर्यात
Posted Date : 27-Jun-2021 2:56:29 pm

भारत के ड्रेगन फ्रूट का दुबई को निर्यात

नयी दिल्ली ,27 जून । महाराष्ट्र में सांगली जिले के एक छोटे से गांव से रेशे और खनिज से भरपूर फल - ड्रेगन फ्रूट का दुबई को निर्यात किया गया है। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि सांगली जिले के तादासर गांव के किसानों से यह फल खरीदे गये हैं। यह फल विशेष रुप से भारत में लगाया गया है। यह फल मूल रूप से मलेशिया, थाईलैंड, फिलिपीन्स, अमेरिका और वियतनाम में होता है।
मंत्रालय ने बताया कि इस फल को भारतीय नाम ‘कमलम’ दिया गया है। भारत में यह फल कर्नाटक, केरल बंगाल, आंध्र प्रदेश और अंडमान - निकोबार द्वीप समूह उगाया जा रहा है।
जानकारों का कहना है कि पश्चिम एशिया के देशों में इस फल की भारी मांग है। भारत इस मांग को पूरा करने में सक्षम है। इससे किसानों को लाभ मिलेगा और उनकी आय में इजाफा होगा।

2022 में बेचे जाने वाले सभी स्मार्टफोन में से 45 प्रतिशत में ओएलईडी डिस्प्ले होगा
Posted Date : 26-Jun-2021 1:49:02 pm

2022 में बेचे जाने वाले सभी स्मार्टफोन में से 45 प्रतिशत में ओएलईडी डिस्प्ले होगा

नई दिल्ली ,26 जून ।  2022 में बेचे जाने वाले सभी स्मार्टफोन में से लगभग आधे स्मार्टफोन में ओएलईडी पैनल होगा। एक नई रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है। ट्रेंडफोर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह स्मार्टफोन बाजार में ऑर्गेनिक लाइट-एमिटिंग डायोड डिस्प्ले तकनीक की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021 में बेचे गए सभी स्मार्टफोन में से 39.8 प्रतिशत में ओएलईडी पैनल हैं। दूसरी ओर, 2022 में बेचे जाने वाले कुल हैंडसेट का 45 प्रतिशत इस प्रकार के डिस्प्ले को स्पोर्ट करने की उम्मीद है।
रिसर्च एनालिटिक्स-आधारित फर्म ने कहा कि एप्पल और सैमसंग जैसे प्रमुख स्मार्टफोन निर्माताओं द्वारा एमओएलईडी और ओएलईडी डिस्प्ले तकनीक को व्यापक रूप से अपनाना ओएलईडी से लैस उपकरणों की बाजार हिस्सेदारी में उछाल के प्राथमिक कारणों में से एक है।
हालांकि, ओएलईडी पैनल के लिए डिस्प्ले ड्राइवर आईसी आपूर्ति वर्तमान में उच्च मांग को पूरा करने में असमर्थ है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ये चिपसेट अन्य चिप्स की तुलना में अपेक्षाकृत बड़े हैं, इसलिए प्रति वेफर कम संख्या में बनाए जा सकते हैं।
अधिकांश डिस्प्ले ड्राइवर आईसी के लिए 40 नैनोमीटर से 28-नैनोमीटर प्रक्रियाओं का उपयोग करते हैं।
अभी टीएसएमसी (ताइवान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्च रिंग कंपनी लिमिटेड), सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स, यूएमसी और ग्लोबलफाउंड्रीज जैसी कुछ फाउंड्री ओएलईडी के लिए डिस्प्ले ड्राइवर आईसी का निर्माण कर सकती हैं।

सरकार ने अनुपालनों की समय-सीमा को बढ़ाया
Posted Date : 26-Jun-2021 1:48:03 pm

सरकार ने अनुपालनों की समय-सीमा को बढ़ाया

नई दिल्ली ,26 जून । सरकार ने आयकर अधिनियम के अंतर्गत अनुपालनों की समय-सीमा को एक बार फिर बढ़ा दिया है। इसके साथ ही कोविड-19 के उपचार पर हुए खर्च और कोविड-19 के चलते हुई मौत पर मिली अनुग्रह राशि पर कर छूट का भी ऐलान किया गया है। वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज यह जानकारी देते हुए कहा कि कई करदाताओं को कोविड-19 के उपचार पर हुए खर्च की पूर्ति के लिए अपने नियोक्ताओं और शुभचिंतकों से सहायता के रूप में धनराशि मिली है। इस धनराशि पर आयकर की कोई देनदारी न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए करदाता को वित्त वर्ष 2019-20 और उसके बाद के वर्षों में कोविड-19 के उपचार के लिए नियोक्ता या किसी भी व्यक्ति से इलाज के लिए मिली धनराशि पर आयकर से छूट उपलब्ध कराने का फैसला किया गया है। 
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से, कोविड-19 के चलते कुछ करदाताओं की जान चली गई। नियोक्ताओं और शुभचिंतकों ने उनके परिजनों को वित्तीय सहायता दी थी, जिससे वे अपने परिवार के कमाने वाले सदस्य की अचानक मृत्यु से पैदा हुईं मुश्किलों से पार पा सकें। ऐसे करदाता के परिजनों को राहत उपलब्ध कराने के क्रम में, वित्त वर्ष 2019-20 और उसके बाद के वर्षों के दौरान कोविड-19 के चलते किसी व्यक्ति की मृत्यु पर उसके परिजनों को उस व्यक्ति के नियोक्ता या किसी अन्य व्यक्ति से मिली अनुग्रह धनराशि पर आयकर से छूट उपलब्ध कराने का फैसला किया गया है। नियोक्ता से मिली रकम पर बिना किसी सीमा के और किसी अन्य व्यक्ति से मिली धनराशि के लिए कुल 10 लाख रुपये तक की धनराशि पर छूट की अनुमति होगी।
उन्होंने कहा कि उक्त फैसलों के लिए जरूरी विधायी संशोधनों का जल्द ही प्रस्ताव पेश किया जाएगा। राज्य मंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी के प्रभाव को देखते हुए, करदाताओं को कुछ कर अनुपालनों को पूरा करने और विभिन्न नोटिसों पर जवाब देने में भी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। इस मुश्किल दौर में करदाताओं द्वारा किए जाने वाले अनुपालनों को आसान बनाने के क्रम में विभिन्न प्रकार के अनुपालनो की अवधि बढ़ा दी गई है।

खाद्य तेल, दलहन, चीनी, गुड़ , गेहूं स्थिर, चावल नरम
Posted Date : 26-Jun-2021 1:47:42 pm

खाद्य तेल, दलहन, चीनी, गुड़ , गेहूं स्थिर, चावल नरम

नयी दिल्ली ,26 जून ।  विदेशों में खाद्य तेलों में उतार-चढ़ाव के बीच दिल्ली थोक जिंस बाजार में वनस्पति 146 रुपए टूट गया और अन्य खाद्य तेलों में टिकाव रहा। इस दौरान दालों के साथ ही गेहूं और चीनी में स्थिरता रही जबकि चावल नरम रहा।
तेल-तिलहन : वैश्विक स्तर पर मलेशिया के बुरसा मलेशिया डेरिवेटिव एक्सचेंज में पाम ऑयल का सितंबर वायदा दो रिंगिट फिसलकर 3,375 रिंगिट प्रति टन पर आ गया। वहीं, दिसंबर का अमेरिकी सोया तेल वायदा 1.78 सेंट चढक़र 54.11 सेंट प्रति पाउंड बोला गया।
स्थानीय बाजार में मांग कमजोर रहने से वनस्पति 146 रुपए प्रति च्ंिटल उतर गया जबकि सूरजमुखी तेल, मूंगफली तेल, पॉम ऑयल, सरसों तेल और सोया तेल के भावों में कोई बदलाव नहीं हुआ।

स्टेट बैंक ने लॉन्च किया आरोग्यम हेल्थकेयर बिजनेस लोन
Posted Date : 25-Jun-2021 2:35:23 pm

स्टेट बैंक ने लॉन्च किया आरोग्यम हेल्थकेयर बिजनेस लोन

नई दिल्ली ,25 जून । महामारी के बीच देश में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को अधिक सहायता प्रदान करने के लिए, भारतीय स्टेट बैंक ने आरोग्यम हेल्थकेयर बिजनेस लोन लॉन्च किया है।
इस नए प्रोडक्ट के तहत स्वास्थ्य देखभाल में जुटे संपूर्ण सिस्टम जैसे अस्पताल, नर्सिंग होम, डायग्नोस्टिक सेंटर, पैथोलॉजी लैब, निर्माता, आपूर्तिकर्ता, आयातक, लॉजिस्टिक फर्म इत्यादि को 100 करोड़ रुपए (भौगोलिक स्थिति के अनुसार) तक का लोन उपलब्ध कराया जाएगा। इस ऋण को 10 वर्षों में चुकाया जा सकेगा।
आरोग्यम ऋण या तो विस्तार अथवा आधुनिकीकरण के लिए सावधि ऋण के रूप में या नकद ऋण, बैंक गारंटी/साख पत्र जैसी कार्यशील पूंजी सुविधाओं के रूप में हासिल किया जा सकता है। मेट्रो केंद्रों में आरोग्यम के तहत 100 करोड़ रुपए तक, टियर टू और शहरी केंद्रों में 20 करोड़ रुपए तक और टियर 2 से टियर 6 केंद्रों में 10 करोड़ रुपए तक का ऋण लिया जा सकता है।
2 करोड़ रुपए तक का लोन लेने वाली लाभार्थी इकाइयों/उधार लेने वाली कंपनियों को लोन के बदले कोलेटरल या किसी किस्म की सुरक्षा की पेशकश करने की आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि यह लोन क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट फॉर माइक्रो एंड स्मॉल एंटरप्राइजेज (सीजीटीएमएसई) गारंटी योजना के तहत कवर किया जाएगा।
इस नए प्रोडक्ट को लॉन्च करते हुए एसबीआई के चेयरमैन श्री दिनेश खारा ने कहा, ‘‘हमारा हेल्थकेयर सिस्टम पिछले एक साल से देश को महामारी के बीच निर्बाध और अभूतपूर्व सहायता प्रदान कर रहा है। कोविड -19 के मद्देनजर उनके योगदान को स्वीकार करते हुए और पहचानते हुए, हमें उनके लिए आरोग्यम हेल्थकेयर बिजनेस लोन लॉन्च करते हुए खुशी हो रही है। हमें विश्वास है कि यह विशेष ऋण उत्पाद मौजूदा सुविधाओं के विस्तार/आधुनिकीकरण और नई सुविधाओं के निर्माण को सक्षम बनाने के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान करेगा। आरोग्यम हेल्थकेयर बिजनेस लोन के साथ हमारा यह प्रयास पूरे देश में स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में उठाया गया एक कदम है।’’
आरोग्यम हेल्थकेयर बिजनेस लोन, कोविड राहत उपायों के हिस्से के रूप में आरबीआई द्वारा घोषित बैंकों द्वारा बनाई जा रही कोविड लोन बुक के तहत पात्र होगा।