नई दिल्ली ,25 जून । रिलायंस रिटेल तीन वर्षों में 10 लाख नए रोजगार पैदा करेगा। साथ ही लाखों लोगों के लिए अप्रत्यक्ष रोजी रोटी के अवसर भी पैदा होंगे। इसकी घोषणा रिलायंस के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की 44वीं वार्षिक आम बैठक में की। कोविड महामारी के दौरान रिलायंस रिटेल का दमदार प्रदर्शन जारी है। कंपनी ने न केवल अपने स्टोरों की संख्या में 1500 स्टोरों का इजाफा किया है बल्कि महामारी के बीच कंपनी ने 65 हजार नई नौकरियां दी है। 2 लाख कर्मचारियों की मैन पॉवर के साथ रिलायंस रिटेल देश के सबसे बड़े नियोक्ताओं में से एक है।
7 हजार से ज्यादा छोटे बड़े शहरों में कंपनी के 12,711 स्टोर हो गए हैं। आज हर आठ में से एक भारतीय रिलायंस रिटेल में खरीददारी कर रहा है। अपनी निकटम प्रतिद्वंदी से रिलायंस रिटेल 6 गुना अधिक बड़ा है। श्री अंबानी ने कहा कि हमारे परिधान व्यवसाय ने प्रति दिन लगभग पांच लाख यूनिट और वर्ष के दौरान 18 करोड़ से अधिक वस्त्र इकाइयां बेची हैं। यह ब्रिटेन, जर्मनी और स्पेन की पूरी आबादी को एक बार कपड़े पहनाने के बराबर है। विश्व स्तर के शीर्ष 10 खुदरा विक्रेताओं में शामिल होने को हम प्रतिबद्ध हैं। मुझे विश्वास है कि रिलायंस रिटेल अगले 3 से 5 वर्षों में कम से कम 3 गुना बढऩे के रास्ते पर है
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जियोमार्ट ने भी 200 शहरों में अपना कारोबार फैला दिया है। एक दिन में कंपनी को 6.5 लाख तक ऑर्डर मिल रहे हैं। 80 फीसदी लोग जियोमार्ट पर एक बार खरीददारी करने के बाद दोबारा खरीददारी करते हैं यह ई-कॉमर्स कंपनी के लिए शुभ संकेत है। रिलायंस रिटेल जियो मार्ट के माध्यम से छोटे व्यापिरयों, किराना मालिकों का एक इकोसिस्टम बनाने में लगी है। बीते एक साल में 150 शहरों के 3 लाख के करीब शॉप कीपर जियोमार्ट से जुड़े हैं। कंपनी की अगले तीन वर्षों में 1 करोड़ छोटे व्यापारियों और किराना स्टोर्स को नेटवर्क से जोडऩे की योजना है।
श्री अंबानी ने शेयरधारकों को संबोधित करते हुए बताया कि रिलायंस रिटेल- अनुसंधान, डिजाइन और उत्पाद क्षमताओं के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है। मैटिरियल सोर्सिंग के लिए भी इकोसिस्टम तैयार किया जा रहा है। सप्लाई चेन इंफ्रास्ट्रक्चर और स्टोर्स की संख्या को भी इस साल बढाया जाएगा।
नई दिल्ली ,25 जून । भारतीय रेलवे का एक संयुक्त रेल सुरक्षा मोबाइल ऐप तैयार हो चुका है जिससे गाडिय़ों में होने वाले अपराधों की चलती गाड़ी में रिपोर्ट दर्ज कराना और उस पर शीघ्रता से नियंत्रण पाना संभव हो पाएगा। आरपीएफ के महानिदेशक अरुण कुमार ने यहां एक वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में बताया कि राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) और रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) का यह संयुक्त ऐप बन कर तैयार हो गया है। कोविड महामारी के कारण उसे लॉन्च नहीं किया जा सका था। जल्द ही उसे लोकार्पित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कॉमन रेलवे सिक्योरिटी ऐप में मौका ए वारदात पर पीडि़त पक्ष के बयान एवं रिपोर्ट को ऑनलाइन दर्ज करने, सहयात्रियों के बयान दर्ज करने की सुविधा होगी जिसके आधार पर सुरक्षा बल अपनी आवश्यक कार्रवाई शुरू कर सकते हैं। यात्री भी रिपोर्ट दर्ज होने के बाद आराम से घर जा सकेगा और वह ऐप पर अपनी रिपोर्ट पर कार्रवाई की निगरानी भी कर सकता है।कुमार ने कहा कि इस ऐप को कोई भी यात्री अपने मोबाइल पर लोड कर सकता है। गाडिय़ों में चलने वाले रेलवे स्टाफ और आरपीएफ एवं जीआरपी के कर्मियों के पास भी यह मोबाइल ऐप होगा। ट्रेनों में महिला यात्रियों की सुरक्षा के उपायों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि कोविड काल में आरपीएफ ने करीब 6000 महिला कॉन्स्टेबुलों की भर्ती की जिससे आरपीएफ में महिला कर्मियों का अनुपात नौ प्रतिशत हो गया है। किसी केन्द्रीय पुलिस बल में महिलाओं की सर्वाधिक संख्या है। उन्होंने कहा कि इससे आरपीएफ के मेरी सहेली प्रोजेक्ट को बल मिला है जिसमें अकेले यात्रा करने वाली महिला यात्रियों की आरक्षण चार्ट से पहचान करके ट्रेन में तैनात महिला कॉन्स्टेबुल उनसे सीट पर जा कर संपर्क करती है और उन्हें अपना नंबर दे कर सुरक्षा का आश्वासन देती है।
कुमार ने कहा कि आरपीएफ ने रेलवे परिसरों में सुरक्षा को चाक चौबंद करने के लिए व्यापक योजनाएं बनाईं हैं। इस समय तक 6094 स्टेशनों पर सीसीटीवी लगाये जा चुके हैं और वे पूरी तरह से डिजीटल निगरानी के दायरे में आ गये हैं। सीसीटीवी कैमरों की सतत निगरानी के लिए मंडल स्तर पर कंट्रोल रूम बनाये जाने की योजना है। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि निजी ट्रेनों में भी सुरक्षा की जिम्मेदारी आरपीएफ एवं जीआरपी संभालेगी। निजी ट्रेनों में निजी सुरक्षा कर्मी की एक तीसरी पर्त भी होगी जो यात्रियों को नजदीकी सुरक्षा मुहैया करायेगी लेकिन अपराध होने पर जीआरपी और आरपीएफ की भूमिका होगी।
उन्होंने कहा कि बड़े स्टेशनों पर एयरपोर्ट जैसी योजना बना कर सुरक्षा सुनिश्चित करने की रूपरेखा तैयार की गयी है। आरपीएफ ने टिकटिंग में साइबर अपराधों पर रोक लगाने के लिए साइबर सेल स्थापित कीं हैं। रेलवे स्टेशनों पर कुंभ जैसे आयोजनों के दौरान भीड़ प्रबंधन के मामले में विश्व भर में अनूठे आयाम स्थापित किये हैं। आरपीएफ कर्मियों के कोविड प्रभावित होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि दूसरी लहर में 3298 जवान इस रोग से संक्रमित हुए जिनमें से 22 लोगों की मृत्यु हुई। इस समय करीब 150 जवान अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने टीका लगवाने वाले जवानों में केवल 0.045 प्रतिशत लोग ही बीमार पड़े।
गुरुग्राम ,25 जून । भारत में इस मानसून सीजन में हवाई यात्रियों के लिए छूट की बारिश हो रही है। विस्तारा के बाद, अब स्पाइसजेट ने अपनी मेगा मानसून बिक्री के तहत रॉक बॉटम किराए की पेशकश की है।
लो कॉस्ट कैरियर हैदराबाद-बेलगाम, बेलगाम-हैदराबाद, चेन्नई-हैदराबाद, चेन्नई-बेंगलुरु जैसे चुनिंदा गंतव्यों की यात्रा के लिए 999 रुपये से शुरू होने वाले सभी समावेशी घरेलू बिक्री किराए की पेशकश कर रहा है।
पूर्ण सेवा वाहक विस्तारा ने अपने घरेलू नेटवर्क पर 48 घंटे की मानसून बिक्री की घोषणा की थी, जो 1,099 रुपये से शुरू होने वाले एकतरफा किराए की पेशकश करती है।
स्पाइसजेट ने कहा कि उसके ग्राहक मानसून बिक्री के मुफ्त उड़ान वाउचर के साथ सप्ताहांत की छुट्टी और रोमांचक छुट्टियों का आनंद ले सकते हैं। मुफ्त उड़ान वाउचर 1,000 रुपये प्रति पीएनआर तक के मूल किराए के बराबर है और 1 अगस्त, 2021 से 31 मार्च, 2022 तक की यात्रा अवधि वाली बुकिंग के लिए लागू है।
अत्यधिक उत्साह के साथ मानसून का स्वागत करते हुए, एयरलाइन ने ग्रोफर्स, एमफाइन, मेडीबडी, मोबीक्विक और द पार्क होटल जैसे ब्रांडों से विशेष ऑफर भी शुरू किए हैं। स्पाइसजेट की वेबसाइट से सीधे टिकट बुक करने वाले ग्राहकों के लिए ये विशेष ब्रांड ऑफर उपलब्ध हैं।
एयरलाइन ने यह भी कहा कि ग्राहक केवल 149 रुपये में आवश्यक ऐड-ऑन जैसे पसंदीदा सीटों और आप पहली प्राथमिकता सेवाओं के लिए विशेष कीमतों का फायदा उठा सकते हैं। वे स्पाइसमैक्स को भी चुन सकते हैं और इस ऑफर के तहत सिर्फ 799 रुपये में अतिरिक्त लेगरूम, प्राथमिकता सेवाएं, भोजन और पेय प्राप्त कर सकते हैं।
बिक्री 25 जून, 2021 से 30 जून, 2021 तक की गई बुकिंग के लिए मान्य होगी, जबकि इन बुकिंग के लिए यात्रा अवधि की वैधता 1 अगस्त, 2021 से 31 मार्च, 2022 तक है।
स्पाइसजेट की चीफ कमर्शियल ऑफिसर, शिल्पा भाटिया ने कहा, हमारे विशेष मेगा मानसून सेल ऑफर के साथ, आपको उन बहुप्रतीक्षित शॉर्ट ब्रेक्स को ना कहने का कोई कारण नहीं मिलेगा। हमारे नए अविश्वसनीय किराए और ऑफर्स को बेहतरीन देने के लिए सावधानीपूर्वक तैयार किया गया है हमारे यात्रियों के लिए मूल्य और एक महान यात्रा अनुभव सुनिश्चित करते हैं।
हमने अपने यात्रियों के लिए विशेष सौदे लाने के लिए कई ब्रांडों के साथ भागीदारी की है जो उन्हें अपने दैनिक खचरें और स्वास्थ्य सेवाओं पर समय और पैसा बचाने में मदद करेंगे।
स्पाइसजेट का विशेष रियायती किराया ऑफर सीधे घरेलू बुकिंग पर सभी एकतरफा खुदरा किराए के लिए मान्य है। मेगा मानसून सेल के टिकट सभी चैनलों पर बुक किए जा सकते हैं।
सैन फ्रांसिस्को ,25 जून । कई हफ्तों के लीक और प्रचार के बाद, टेक दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट ने आधिकारिक तौर पर अपने डेस्कटॉप ऑपरेटिंग सिस्टम (ओएस) के अगले संस्करण - विंडोज 11 की घोषणा कर दी है।
नया ओएस विंडोज 10 यूजर्स के लिए फ्री अपग्रेड होगा और इस हॉलिडे को रोल आउट करना शुरू कर देगा।
विंडोजप्लस डिवाइसेस के मुख्य उत्पाद अधिकारी पैनोस पनाय ने एक बयान में कहा, हमने आपकी उत्पादकता को सशक्त बनाने और आपकी रचनात्मकता को प्रेरित करने के लिए डिजाइन और उपयोगकर्ता अनुभव को सरल बनाया है। यह आधुनिक, ताजा, स्वच्छ और सुंदर है।
पनाय ने कहा, नए स्टार्ट बटन और टास्कबार से लेकर हर ध्वनि, फॉन्ट और आइकन तक, सब कुछ जानबूझकर आपको नियंत्रण में रखने और शांत और सहजता की भावना लाने के लिए किया गया था।
विंडोज 11 में नया, कंपनी मल्टीटास्क और शीर्ष पर बने रहने के लिए और भी ज्यादा शक्तिशाली तरीका देने के लिए स्नैप लेआउट, स्नैप ग्रुप और डेस्कटॉप पेश कर रही है।
ये नई सुविधाएं हैं जिन्हें उपयोगकतार्ओं को अपनी विंडो व्यवस्थित करने और अपनी स्क्रीन रीयल एस्टेट को अनुकूलित करने में सहायता के लिए डिजाइन किया गया है।
उपयोगकर्ता जीवन के हर भाग के लिए अलग-अलग डेस्कटॉप भी बना सकते हैं और उन्हें अपनी पसंद के अनुसार जैसे काम, गेमिंग या स्कूल के लिए बना सकते हैं।
कंपनी के अनुसार, विंडोज 11 गेमर्स के लिए बनाया गया है क्योंकि यह सिस्टम के हार्डवेयर की पूरी क्षमता को अनलॉक करता है और कुछ नवीनतम गेमिंग तकनीक को काम में लाता है।
कंपनी ने कहा एक उच्च प्रदर्शन एनवीएमई एसएसडी और उचित ड्राइवरों के साथ, विंडोज 11 जल्द ही नए गेम को पहले से कहीं ज्यादा तेजी से लोड कर सकता है। डायरेक्टस्टोरेज नामक एक सफल तकनीक ने एक्सबॉक्स सीरीज एक्स और एक्सबॉक्स सीरीज ए में प्रदर्शित एक्सबॉक्स वेलोसिटी आरटेक्चर के हिस्से के रूप में भी अग्रणी बनाया है।
कंपनी ने माइक्रोसॉफ्ट टीम से चैट को टास्कबार में एकीकृत किया।
इसके साथ, उपयोगकर्ता अपने सभी व्यक्तिगत संपर्कों के साथ टेक्स्ट, चैट, आवाज या वीडियो के माध्यम से तुरंत कनेक्ट कर सकते हैं, चाहे वे किसी भी प्लेटफॉर्म या डिवाइस पर हों, विंडोज, एंड्रॉइड या आईओएस पर।
विंडोज 11 आपको टीम के माध्यम से दोस्तों और परिवार से जुडऩे का एक अधिक स्वाभाविक तरीका भी देता है, जिससे उपयोगकर्ता तुरंत म्यूट और अनम्यूट कर सकते हैं, या सीधे टास्कबार से प्रस्तुत करना शुरू कर सकते हैं।
बयान में कहा गया है कि नया माइक्रोसॉफ्ट स्टोर गति के लिए और एक बिल्कुल नए डिजाइन के साथ बनाया गया है जो सुंदर और उपयोग में आसान है।
कंपनी ने कहा, न केवल हम आपके लिए पहले से कहीं ज्यादा ऐप लाएंगे, बल्कि हम सभी कंटेंट - ऐप, गेम, शो, मूवी को खोजने में आसान बना रहे हैं।
नई दिल्ली ,24 जून । कोविड-19 महामारी के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था की संभावनाओं के बारे में निवेशकों के आश्वस्त रहने के संकेत के साथ भारत में अप्रैल 2021 में कुल 6.24 अरब डॉलर एफडीआई आया है। यह अप्रैल 2020 में 4.53 अरब डॉलर की तुलना में 38 प्रतिशत ज्यादा है।
हालांकि पिछले साल के निचले आधार ने इस साल एफडीआई वृद्धि को बढ़ाने में मदद की है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2021 में 4.44 अरब डॉलर इक्विटी के जरिए एफडीआई आया है। जो कि अप्रैल 2020 (2.77 अरब डॉलर) की तुलना में 60 फीसदी ज्यादा है।
अप्रैल 2021 के दौरान मॉरिशस से सबसे ज्यादा एफडीआई है, जिसकी कुल एफडीआई इक्विटी प्रवाह में 24 प्रतिशत उसके बाद सिंगापुर की 21 फीसदी और जापान की 11 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
अप्रैल 2021 में कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हॉर्डवेयर सेक्टर में सबसे ज्यादा एफडीआई आया है। जिसकी कुल एफडीआई इक्विटी प्रवाह में 24 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि उसके बाद सेवा क्षेत्र की 23 प्रतिशत और शिक्षा क्षेत्र की 8 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
वहीं अप्रैल 2021 में कर्नाटक में सबसे ज्यादा एफडीआई आया है, जिसकी कुल एफडीआई इक्विटी प्रवाह में 31 प्रतिशत हिस्सेदारी है। उसके बाद महाराष्ट्र की 19 प्रतिशत, दिल्ली की 15 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की दिशा में सरकार द्वारा किए गए नीतिगत सुधारों, निवेश की सुविधा और व्यापार करने में आसानी के उपायों के परिणामस्वरूप देश में एफडीआई प्रवाह में बढ़ोतरी हुई है। भारत में आए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के निम्नलिखित रुझान साबित करते हैं कि भारत निवेश के लिए वैश्विक निवेशकों का पसंदीदा क्षेत्र है।
नई दिल्ली ,24 जून । सरकार ने ‘अन्य सेवा प्रदाताओं’ (ओएसपी) के लिए दिशानिर्देशों को उदार बनाने की घोषणा करते हुए कहा कि यह कदम भारत को वॉयस बीपीओ के लिए एक मजबूत वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करेगा। इसके जरिए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय ओएसपी के बीच का अंतर खत्म कर दिया गया है। प्रधाममंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार के इस निर्णय की सराहना करते हुए कहा कि साझा दूरसंचार संसाधनों वाले बीपीओ केंद्र अब भारत सहित दुनिया भर में स्थित ग्राहकों की सेवा करने में सक्षम होंगे। दिशानिर्देशों को सरल बनाए जाने से बीपीओ कंपनियों के लिए लागत में कमी आएगी और साधनों का बेहतर उपयोग होगा।
संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज यहां यह घोषणा करते हुए इसे क्रांतिकारी क्रांतिकारी कदम बताया और कहा कि नई व्यवस्था के तहत घरेलू और अंतरराष्ट्रीय ओएसपी केंद्रों के बीच अंतर को खत्म करने के साथ ही अब सभी प्रकार के ओएसपी केंद्रों के बीच इंटरकनेक्टिविटी की अनुमति दी गई है।
उन्होंने संचार कहा, ‘‘हमने आज ओएसपी दिशानिर्देशों को अत्यधिक उदार बनाया है। यह क्रांतिकारी कदम भारत को बीपीओ के लिए एक वैश्विक गंतव्य बना देगा।’’ उन्होंने कहा कि दूरसंचार विभाग ने अन्य सेवा प्रदाताओं (ओएसपी) के लिए दिशानिर्देशों को और अधिक उदार बनाया है। ये संस्थाएं भारत और विदेशों में वॉयस आधारित सेवाएं देने वाले बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग (बीपीओ) संगठन हैं। आज जारी दिशानिर्देशों ने नवंबर, 2020 में पहले ही घोषित और लागू किए गए प्रमुख उपायों के अतिरिक्त ओएसपी को दी गई विशेष व्यवस्था को और अधिक उदार बना दिया है।
श्री प्रसाद ने बताया कि भारत का बीपीओ उद्योग विश्व में सबसे बड़ा उद्योग है। आज भारत का आईटी-बीपीएम उद्योग 37.6 अरब डॉलर (2019-20) यानी लगभग 2.8 लाख करोड़ रुपये का है। ये देश के लाखों युवाओं को रोजगार के अवसर दे रहे हैं। इसके अलावा, इसमें 2025 तक 55.5 अरब डॉलर यानी 3.9 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने के लिए दोहरे अंकों की वृद्धि की संभावना है।
आत्मनिर्भर भारत प्रधानमंत्री की नेतृत्व वाली सरकार की प्रमुख पहल है। इसके तहत इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के लिए उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन योजना, इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्लस्टर की समर्पित योजना को शुरू करना और दूरसंचार उपकरण के लिए समर्पित पीएलआई योजना इस दिशा में उठाए गए कुछ कदम हैं।