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कोरोना काल में अनिल अंबानी को मिली राहत, 4,206 करोड़ के घाटे से मुनाफे में आई कंपनी
Posted Date : 08-May-2021 5:43:45 pm

कोरोना काल में अनिल अंबानी को मिली राहत, 4,206 करोड़ के घाटे से मुनाफे में आई कंपनी

नईदिल्ली,08 मई । कोरोना काल में देश के दिग्गज बिजनेसमैन और रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप के मुखिया अनिल अंबानी को राहत मिली है. दरअसल उनकी कंपनी रिलायंस पावर को 72 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है. रिलायंस पावर जिसे पहले रिलायंस एनर्जी के नाम से जाना जाता था. इस कंपनी ने कोरोना काल में मुनाफा कमा कर दिखाया है.
रिलायंस पावर ने मार्च 2021 को समाप्त तिमाही में 72.56 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध मुनाफा कमाया. कंपनी ने मार्च 2020 में समाप्त तिमाही में 4,206.38 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध घाटा अर्जित किया था. ये अनिल अंबानी और रिलायंस इंफ्रा के सीईओ के राजा के लिए बड़ी राहत है कि कंपनी 4,206 करोड़ के घाटे से बाहर आकर 72 करोड़ का मुनाफा दिखा रही है.
रिलायंस पावर को इस दौरान मुनाफे के साथ साथ आय में भी बढ़त हुई है. कंपनी की कुल आय इस साल मार्च तिमाही में 1,691.19 करोड़ रुपये थी. एक साल पहले इसी अवधि में इसने 1,902.03 करोड़ रुपये की आय दिखायी थी. वित्तवर्ष 2020-21 में, कंपनी का एकीकृत शुद्ध मुनाफा 228.63 करोड़ रुपये था, जबकि 2019-20 में यह 4,076.59 करोड़ रुपये था. वर्ष 2020-21 में कंपनी की कुल आय 8,388.60 करोड़ रुपये थी, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह 8,202.41 करोड़ रुपये थी.
इससे पहले पिछले महीने अनिल अंबानी के बेटे अनमोल अंबानी जो रिलायंस इंफ्रा और रिलायंस कैपिटल के डायरेक्टर भी है. उन्होंने महाराष्ट्र में लगे लॉकडाउन पर सवाल उठाया था. अनमोल ने ट्वीट के जरिए कहा था कि प्रोफेशनल एक्टर अपनी फिल्मों की शूटिंग कर सकते हैं. प्रोफेशनल क्रिकेटर्स देर रात तक अपने खेल खेल सकते हैं. प्रोफेशनल नेता भीड़ के साथ अपनी रैलियों को जारी रख सकते हैं, लेकिन आपका बिजनेस या फिर काम आवश्यक सेवाएं नहीं है.
इससे पहले बढ़ते कर्ज के चलते अनिल अंबानी को रिलायंस इफ्रा का मुंबई हेड ऑफिस यस बैंक को बेचना पड़ा था. यह सौदा 1200 करोड़ रुपए में हुआ है. कंपनी के बयान के मुताबिक कंपनी इन पैसों से यस बैंक का कर्ज चुकाएगी. अनिल अंबानी की ओर से संचालित रिलायंस इंफ्रा पर करीब 2,892 करोड़ रुपए का बकाया वसूलने के लिए वित्तीय कार्रवाई की गई थी. बढ़ते दबाव के चलते रिलायंस इफ्रा को मजबूरन यह फैसला लेना पड़ा है. नियम के तहत अगर बैंक कंपनी की बिल्डिंग पर कब्जा लेती है तो बैंक को दो महीने पहले नोटिस देना होता है जो यस बैंक ने पहले ही दे दिया था.

अगले सप्ताह से एलआईसी में होने जा रहा है ऐतिहासिक बदलाव
Posted Date : 08-May-2021 5:43:26 pm

अगले सप्ताह से एलआईसी में होने जा रहा है ऐतिहासिक बदलाव

0-सोमवार से लागू हो जाएगा यह नियम 
नईदिल्ली,08 मई । अगले सप्ताह से लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन (एलआईसी) के वर्किंग स्टाइल में ऐतिहासिक बदलाव होने जा रहा है. 10 मई से एलआईसी के कर्मचारी सप्ताह में केवल 5 दिन काम करेंगे. अब हर शनिवार को एलआईसी ऑफिस में छुट्टी रहेगी. इसको लेकर 15 अप्रैल को केंद्र सरकार की तरफ से नोटिफिकेशन जारी किया गया था, जिसके तहत शनिवार को पब्लिक हॉलिडे घोषित किया गया है.
नए वर्क कल्चर की बात करें तो 10 मई से एलआईसी ऑफिस सप्ताह में पांच दिन, सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 10 बजे से शाम के 5.30 बजे तक ही खुलेंगे. एलआईसी अपने कस्टमर्स को ऑनलाइन सुविधा भी उपलब्ध करवाता है. उसकी आधिकारिक वेबसाइट पर आप सारा काम ऑनलाइन कर सकते हैं. इसके अलावा कोरोना संकट के बीच अपने ग्राहकों की असुविधा को ध्यान में रखते हुए एलआईसी ने दावे के निपटान से जुड़ी शर्तों में कुछ ढील देने का घोषणा की है.
कंपनी ने शुक्रवार को एक प्रेस नोट में कहा कि वर्तमान स्थिति में, जहां मौत किसी अस्पताल में हुई है, मौत के दावे का तेजी से निपटान करने के लिए उसने नगर निगम से मिलने वाले मृत्यु प्रमाणपत्र के बदले मृत्यु के वैकल्पिक प्रमाणों को मान्यता दी है.
एलआईसी के नए नियम के तहत अगर नगर निगम की ओर से जारी किया गया मृत्यु प्रमाण पत्र मिलने में देरी हो रही है तो क्लेम के लिए सरकार/ईएसआई/सशस्त्र बलों/कॉर्पोरेट अस्पतालों द्वारा जारी मृत्यु प्रमाण पत्र स्वीकार किए जाएंगे. इनमें डिस्चार्ज का ब्यौरा, बीमाधारक की मृत्यु का विवरण, तारीख और समय की डिटेल लिखी होनी चाहिए. इसके अलावा इन दस्तावेजों को सबमिट करने से पहले एलआईसी के क्लास 1 अधिकारी या 10 वर्षों से काम कर रहे डेवलपमेंट ऑफिसर्स का साइन जरूरी होगा. जबकि दूसरे मामलों में महानगर पालिका के मृत्यु प्रमाण पत्र की आवश्यकता रहेगी.
कोरोना महामारी में ग्राहकों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए एलआईसी ने क्लेम सेटलमेंट के लिए मृत्यु प्रमाणपत्र समेत अन्य दस्तावेजों को जमा करने के लिए भी राहत दी है. अब आवेदक अपने किसी भी नजदीकी एलआईसी शाखा में जाकर डॉक्यूमेंट्स सबमिट कर सकते हैं. इसी तरह एन्युटी के लिए जीवन प्रमाण पत्र की तारीख के लिए 31 अक्टूबर 2021 तक छूट दी गई है. ईमेल के माध्यम से भेजे गए जीवन प्रमाण पत्र भी स्वीकार किए जाएंगे.

कोरोना सुरक्षा कवच: कोरोना के क्लेम से होने लगा घाटा तो कर दिया पॉलिसी को बंद
Posted Date : 07-May-2021 4:43:20 pm

कोरोना सुरक्षा कवच: कोरोना के क्लेम से होने लगा घाटा तो कर दिया पॉलिसी को बंद

नईदिल्ली,07 मई । पिछले साल जब कोरोना आया तो इंश्योरेंस कंपनियों ने इसे आपदा में अवसर मानते हुए कई तरह की कोविड मेडिक्लेम पॉलिसियां लांच की। अब परेशानी ये हुई की उनका अनुमान निकला गलत,और अब उन्हें प्राप्त राशि की कुल रकम से 150त्न से ज्यादा का भुगतान करना पड़ रहा है। ये हाल तो तब है जब इलाज करा रहे मात्र 25 प्रतिशत लोगो ने ही इंश्योरेंस का क्लेम किया। कंपनियां के हाथ पनवाब इसी से फुलने लगे है। और अब इसी के चलते इंश्योरेंस कंपनियों कोरोना की इस पालिसी से अपनेकदम पीछे हटा लिए है।
दांव उल्टा पड़ता देख अब अधिकांश कंपनियों ने अपनी इस नयी पॉलिसी को बंद कर दिया है। यही नहीं कंपनियों ने अब जनरल मेडिक्लेम पॉलिसी में भी प्रीमियम को बढ़ा दिया है। बता देखी बीते साल मार्च में जब कोरोना पैर फ़ैलाने लगा था, तब इंश्योरेंस कंपनियों ने कोरोना इलाज पर होने वाले खर्च पर कोरोना कवच यानी की मेडिक्लेम देना शुरू किया था।
इस योजनाके तहत हर महीने एक व्यक्त को 500 से लेकर 5500 रुपए तक का भुगतान करना होता था। इस योजना की अवधि साढ़े 3 से साढ़े 9 महीने की थीं। जबकि इसमें मिलने वाला क्लेम 50 हजार से लेकर 5 लाख रुपए तक है।
यदि अब कम्पनी आपको क्लेम देने से मना करे तो ऐसे में आपकोक्या करना चाहिए,इस पर मुंबई के बीमा लोकपाल यानी इंश्योरेंस ओम्बड्समैन मिलिंद खरात कहते हैं कि यदि कोई कंपनी आपको बीमा पॉलिसी नहीं डटी है या आपकी पुरानी पॉलिसी को फिर से रिन्यू करने को लेकर आनाकानी कर रही है तो ऐसे में ग्राहक को बीमा रेगुलेटरी इरडा में शिकायत करनी चाहिए। इरडा की वेबसाइट पर इससे संबंधित फोन नंबर और ई-मेल आईडी भी मौजूद है। अपनी समस्या इस बार बता कर ग्राहक को उसकी समाधान मिल जाएगा।

परिवारों के लिए बेहतर असिस्टेंट फीचर्स शुरू कर रहा गूगल
Posted Date : 07-May-2021 4:42:52 pm

परिवारों के लिए बेहतर असिस्टेंट फीचर्स शुरू कर रहा गूगल

नईदिल्ली,07 मई । गूगल ने परिवारो के लिए नए असिस्टेंट फीचर्स की घोषणा की है, जिनमें बेहतर प्रसारण, घंटी अनुस्मारक (बेल रिमाइंडर) और बच्चों के लिए नई कहानियां और खेल शामिल हैं।
गूगल ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि मदर्स डे (9 मई) पर वैश्विक स्तर पर नए असिस्टेंट फीचर को रोल आउट किया जाएगा।
फैमिली ब्रॉडकास्ट फीचर अब असिस्टेंट को स्मार्टफोन पर मैसेज भी भेजेगा, जिसका परिवार के सदस्य जवाब दे सकते हैं।
लोकप्रिय फैमिली बेल रिमाइंडर का अब हिंदी सहित आठ नई भाषाओं में विस्तार किया जाएगा।
गूगल अब यूजर्स को स्वचालित रूप से परिवार के सदस्यों को विभिन्न कार्यों के लिए याद दिलाएगा। उदाहरण के तौर पर यह याद दिलाने में मदद करेगा कि किसी को पौधों को पानी देना है या फिर बच्चों या किसी सदस्या को घर की सफाई करनी है।
पिछली गर्मियों से, परिवारों को संगठित रहने में मदद करने के लिए 2 करोड़ से अधिक फैमिली बेल्स का उपयोग हुआ है।
गूगल ने एक बयान में इसकी जानकारी दी है। कंपनी ने कहा कि वह एक और अत्यधिक अनुरोधित सुविधा को शुरू करने जा रहे हैं, जो कि एक ही समय में कई घरेलू उपकरणों पर फैमिली बेल्स रिंग की सुविधा प्रदान करेगी।
असिस्टेंट के साथ नई कहानियां और गेम भी जुडऩे जा रहे हैं, जिन्हें यूजर्स स्मार्ट डिस्पले या एंड्रॉएड डिवाइस से एक्सेस कर सकते हैं।

सैमसंग ने बिक्सबी अपडेट के साथ भारतीय अंग्रेजी सपोर्ट शुरू किया
Posted Date : 07-May-2021 4:42:37 pm

सैमसंग ने बिक्सबी अपडेट के साथ भारतीय अंग्रेजी सपोर्ट शुरू किया

नईदिल्ली,07 मई । भारतीय यूजर्स के लिए इसे और अधिक अनुकूल बनाने के लिए, दक्षिण कोरियाई तकनीकी दिग्गज सैमसंग ने शुक्रवार को बिक्सबी 3.0 अपडेट के हिस्से के रूप में भारतीय अंग्रेजी (इंडियन इंग्लिश) को जोडऩे की घोषणा की।
बिक्सबी अन्य लोगों के बीच भारतीय नामों, स्थानों, संबंधों, सामग्री और व्यंजनों को समझ सकता है। यह यूजर्स को दिन भर में कई चीजों की सहायता भी कर सकता है।
सैमसंग आर एंड डी बेंगलुरू में वॉयस इंटेलिजेंस टीम के सीनियर डायरेक्टर और प्रमुख गिरिधर जक्की ने एक बयान में कहा, नवीनतम अपडेट, जो बिक्सबी 3.0 में भारतीय अंग्रेजी के लिए सपोर्ट लेकर आया है, वह हमें इस दिशा में एक कदम और करीब ले जाता है।
उन्होंने कहा, हमारी विभिन्न टीमों ने बेंगलुरू, दिल्ली और नोएडा में आर एंड डी (अनुसंधान एवं विकास) केंद्रों में यह सुनिश्चित किया कि हम भारत में बोली जाने वाली अंग्रेजी के कई फ्लेवर्स को कवर कर सकें।
बिक्सबी के नए संस्करण का उद्देश्य नए और बेहतर भारतीय अंग्रेजी अवतार के माध्यम से दैनिक परि²श्यों को नियंत्रित करना है।
कंपनी ने कहा कि 2017 में अपनी शुरूआत के बाद से, बिक्सबी एक खुले, स्केलेबल एआई प्लेटफॉर्म के लिए यूजर्स के लिए एक एंटेलिजेंट वॉयस असिस्टेंट से विकसित हुआ है, जो कभी भी मोबाइल डिवाइस, वियरेबल्स और डिजिटल डिवाइस में कहीं भी उपलब्ध है।
उपयोगकर्ता के अनुभव को बेहतर बनाने और भारतीय उपभोक्ताओं के लिए बिक्सबी सुविधाओं को और अधिक सार्थक और प्रासंगिक बनाने के लिए, सैमसंग ने बिक्सबी 3.0 के हिस्से के रूप में भारतीय अंग्रेजी के लिए सपोर्ट पेश किया है।
भारतीय अंग्रेजी सपोर्ट के साथ बिक्सबी वर्तमान में फ्लैगशिप गैलेक्सी एस 21 सीरीज और हाल ही में लॉन्च हुए गैलेक्सी ए 52 और गैलेक्सी ए 72 स्मार्टफोन पर उपलब्ध है।
भारतीय अंग्रेजी संस्करण जल्द ही गैलेक्सी फोल्ड, गैलेक्सी एस 20 सीरीज और गैलेक्सी नोट 20 सीरीज सहित अन्य डिवाइस पर भी उपलब्ध कराया जाएगा।

भारत समेत दुनियाभर में महंगा हो रहा कॉपर
Posted Date : 07-May-2021 4:42:00 pm

भारत समेत दुनियाभर में महंगा हो रहा कॉपर

नईदिल्ली,07 मई । वैश्विक स्तर पर कमोडिटी मार्केट में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिल रही है. स्टील, एलुमिनियम के अलावा कॉपर भी रिकॉर्ड स्तर पर कारोबार कर रहा है. गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉपर का भाव रिकॉर्ड 10,000 डॉलर प्रति टन के पार जा चुका है. शंघाई कॉपर की कीमत भी बीते 10 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुकी है. सप्लाई को लेकर चिंता और कमजोर डॉलर के बीच लंदन में भी कॉपर का वायदा भाव बीते एक दशक के रिकॉर्ड उच्चतम स्तर पर है.
कमोडिटी मार्केट से जुड़े जानकार और एजेंसियों का कहना है कि आने वाले समय में कॉपर के भाव में तेजी देखने को मिलेगी. कॉपर में इस रिकॉर्ड तेजी के कई कारण है. मसलन दुनियाभर में आर्थिक रिकवरी देखने को मिल रही है, चीन में औद्योगिक कॉपर की खपत बढ़ी है और वैश्विक कॉपर का करीब एक चौथाई उत्पादन करने वाला चिली इसकी माइनिंग पर 75 फीसदी तक टैक्स लगाने का ऐलान कर चुका है. इसके अलावा भी इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते चलन की वजह से कॉपर की मांग बढ़ रही है.
अगर भारतीय बाजार की बात करें तो पिछले सप्ताह ही कॉपर का भाव अब तक के उच्च्तम स्तर पर था. गुरुवार को कॉपर का वायदा भाव 0.53 फीसदी की बढ़त के साथ 765.10 रुपये प्रति किलोग्राम पर था. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर मई डिलीवरी वाले कॉपर का वायदा भाव 4 रुपये यानी 0.53 फीसदी चढ़ा. भारत में भी कॉपर की मांग में इजाफा हुआ है.