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केरल ने केंद्र से 2600 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज मांगा
Posted Date : 21-Aug-2018 12:59:00 pm

केरल ने केंद्र से 2600 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज मांगा

भयंकर बारिश और विनाशकारी बाढ़ के बाद अब जिंदगी पटरी पर लाने की जद्दोजेहद में जुटे केरल ने मंगलवार को केंद्र से 2600 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज मांगा. पिछले एक पखवाड़े में राज्य में बाढ़ की वजह से 223 लोगों की जान चली गयी और 10 लाख से अधिक लोग बेघर हो गये.

मुख्मयंत्री पिनारयी विजयन की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल ने अपनी एक बैठक में मनरेगा समेत केंद्र की विभिन्न योजनाओं के तहत उससे एक विशेष पैकेज मांगने का निर्णय लिया. विजयन ने कहा कि इस आपदाकारी बाढ़ से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा करने के लिए 30 अगस्त को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है. पिछले सौ साल में पहली बार ऐसी विनाशकारी बाढ़ आयी है. मुख्यमंत्री ने पहले कहा था कि राज्य को करीब 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. प्रधानमंत्री और दो अन्य केंद्रीय मंत्रियों ने राज्य के लिए अब तक 680 करोड़ रुपये की अंतरिम सहायता की घोषणा कर चुके हैं. विजयन ने कहा कि केरल केंद्र से उस ऋण की सीमा बढ़ाने का भी आह्वान करेगा जिसे वह बड़े पैमाने पर पुनर्निर्माण कार्य के लिए खुले बाजार से हासिल कर सके. राज्य के कुल 14 जिलो में 13 बाढ़ से तबाह हो गये हैं और लोगों की आंखों में विनाश की लीला का डर समाया हुआ है.

नयनाभिराम केरल की मानवीय त्रासदी की कहानी सामने आने के साथ राहत के लिए हाथ बढ़ने लगे हैं. अन्य राज्यों की सरकारें, कॉरपोरेट निकायों, व्यक्तियों ने दिल खोलकर दान करना शुरू कर दिया है. विजयन ने बताया है कि संयुक्त अरब अमीरात ने राज्य के पुनर्निर्माण कार्य के लिए करीब 700 करोड़ रुपये की सहायता का वादा किया है. अबू धाबी के शहजादे शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाहयान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया और इस सहायता की पेशकश की. राज्य स्तरीय बैंकर समिति ने भी कृषि ऋण की अदायगी पर साल भर के लिए छूट देने का निर्णय लिया है. करीब 2.12 लाख महिलाओं, 12 वर्ष से कम उम्र के एक लाख बच्चों समेत 10.78 लाख से लोगों ने 3,200 राहत शिविरों में शरण ले रखी है.

 
 
सिद्धू के पक्ष में बोले इमरान खान, सिद्धू को बताया शांति का दूत
Posted Date : 21-Aug-2018 12:46:30 pm

सिद्धू के पक्ष में बोले इमरान खान, सिद्धू को बताया शांति का दूत

पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान ने पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का खुलकर बचाव किया है. उन्होंने सिद्धू को शांति का दूत बताते हुए उनकी आलोचना करने वालों पर निशाना साधा है. बता दें कि इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करने और पाकिस्तानी सेना प्रमुख से गले मिलने को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू तीखी आलोचना का सामना कर रहे हैं.

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी अपने मंत्री सिद्धू पर निशाना साध चुके हैं. सिद्धू ने पाकिस्तान जाने को लेकर सफाई भी दी है, लेकिन फिर भी बीजेपी समेत अन्य पार्टियां उन पर निशाना साध रही हैं. इस दौरे को लेकर पार्टी के अंदर भी उनकी आलोचना हो रही है. इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सिद्धू को शांतिदूत करार दिया है. उन्होंने कहा कि सिद्धू के पाकिस्तान आने पर उनकी आलोचना करने वाले शांति के पक्ष में नही हैं. उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान को कश्मीर के मुद्दे पर बातचीत करनी चाहिए. इमरान खान ने पाकिस्तान आने पर सिद्धू का शुक्रिया भी अदा किया.

नए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री खान ने कहा कि सिद्धू शांति के दूत हैं. उनको पाकिस्तान की जनता से अद्भुद प्यार और स्नेह मिला. सिद्धू की आलोचना करने वाले शांति के पक्ष मे नहीं हैं. शांति के बिना हमारे अपने लोग आगे नहीं बढ़ सकते हैं. इमरान खान ने कहा कि भारत और पाकिस्तान को वार्ता के लिए आना चाहिए और कश्मीर समेत सभी विवादित मुद्दों को सुलझाना चाहिए. इस क्षेत्र में गरीबी उन्मूलन और उन्नति का सबसे अच्छा रास्ता बातचीत के जरिए मतभेदों को हल करना और व्यापार शुरू करना है.

वहीं, सिद्धू ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से गले मिलने पर कहा, ‘बाजवा ने मुझे कहा था कि हम शांति चाहते हैं, जिसके बाद मैं भावुक हो गया इसलिए गले लगा, लेकिन जिस तरह मेरी यात्रा की आलोचना की गई उससे मैं दुखी हूं.’

केरल कई इलाकों में बाढ़ का पानी घटने से बाढ़-प्रभावित इलाकों में किसी महामारी को रोकने की चुनौती
Posted Date : 20-Aug-2018 6:19:06 pm

केरल कई इलाकों में बाढ़ का पानी घटने से बाढ़-प्रभावित इलाकों में किसी महामारी को रोकने की चुनौती

नई दिल्‍ली: केरल के कई इलाकों में बाढ़ का पानी घटने से हालात में सुधार है. लेकिन राहत-बचाव में जुटी सरकारी एजेंसियों को अब एक नई चुनौती से जूझना है. बाढ़-प्रभावित इलाकों में किसी महामारी को रोकने की चुनौती. केरल में बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को बचाने में जुटी एनडीआरएफ ने अब बाढ़ पीड़ितों तक खाने-पीने के सामान के अलावा दवाएं पहुंचाना शुरू कर दिया है. राहत शिविरों में अब हेल्थ कैंप भी लगाए जा रहे हैं. बाढ़ पीड़ितों के लिए 3757 मेडिकल कैंप लगाए जा चुके हैं. 90 तरह की दवाएं पहुंचायी जा चुकी हैं. ख़ास ध्यान तेज़ी से फैलने वाली बीमारियों पर है. तबाह हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को फिर से बहाल किया जा रहा है. केंद्र सरकार भी स्वास्थ्य के लिए क्विक रिस्पॉन्स टीमें भेजेगी. तैयारी किसी भी महामारी को फैलने से रोकने की है.

एनडीआरएफ के डीजी संजय कुमार ने एनडीटीवी से कहा, “महामारी की किसी भी संभावना से निपटने के लिए अब NDRF मेडिकल कैंप्स सेटअप कर रही है जहां डॉक्टरों और पैरा-मेडिक स्टाफ को भी तैनात किया जा रहा है. बाढ़ का पानी निकलने के बाद बाढ़-प्रभावित इलाकों में ज़्यादा डॉक्टरों और पैरा-मेडिक स्टाफ की ज़रूरत होगी. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने आम लोगों को भी महामारी के खतरे से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है.राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य कमल किशोर ने एनडीटीवी से कहा, “हम बाढ़ प्रभावित लोगों को सोशल मीडिया और ब्रॉडकास्ट मीडिया के ज़रिये आगाह कर रहे हैं कि किसी बीमारी से वो कैसे बच सकते हैं.” तैयारी बाढ़ के पानी का स्तर घटने के बाद फोकस बुनियादी ढ़ांचा को फिर से बहाल करने पर भी है. फिलहाल वहां कई इलाक़ों में बिजली-पानी-फोन कुछ नहीं चल रहा.भारत सरकार के पर्यटन मंत्री के जे अल्फोन्स ने कहा कि कैरल को सैकड़ों इलेक्ट्रीशियन, प्लंबरों और दूसरे मैकेनिक्स की ज़रूरत है ज़िदगी फिर से बहाल करने के लिए. साफ है कि बाढ़ को लेकर बड़ी चुनौतियां अब भी बनी हुई हैं.

मालदीव ने केरल सरकार को बाढ़ पीड़ितों की सहायता में इतने रूपये देने की घोषणा
Posted Date : 20-Aug-2018 6:17:49 pm

मालदीव ने केरल सरकार को बाढ़ पीड़ितों की सहायता में इतने रूपये देने की घोषणा

नई दिल्ली: हिंद महासागर स्थित भारत के पड़ोसी देश मालदीव ने केरल सरकार को बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए 50,000 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है. मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय ने घोषणा की है कि ये दान ‘भारत के लोगों के साथ एकजुटता जताने के लिए एक प्रतीकात्मक योगदान है.’

मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी बयान में कहा गया, ‘मालदीव ने भारत सरकार और लोगों के साथ सहानुभूति जताई है, खासकर उन लोगों के साथ जो इस आपदा से सीधे प्रभावित हुए हैं. साथ ही शोकग्रस्त परिवार के साथ संवेदना जताई है.’

बयान में कहा गया है कि भारत हमारा सबसे करीबी पड़ोसी है. हमारे पड़ोस में होने वाली किसी भी प्राकृतिक आपदा या दुर्घटना का मालदीव पर भावनात्मक असर होता है. भारत में मालदीव के उच्चायुक्त अहमद मोहम्मद ने कहा कि भारत जरूरत के वक्त हमेशा मालदीव की मदद के लिए तैयार रहता है और ये दान अपने पड़ोसी देश और मित्र के प्रति एक छोटा सा सहयोग है.

केरल में तबाही के कारण पीड़ितों की मदद के लिए सेंट्रल जेल के कैदी भी जुटे हुए हैं
Posted Date : 20-Aug-2018 6:16:47 pm

केरल में तबाही के कारण पीड़ितों की मदद के लिए सेंट्रल जेल के कैदी भी जुटे हुए हैं

तिरूवनंतपुरम: केरल में बाढ़ से मची तबाही के कारण राहत शिविरों में रह रहे पीड़ितों की मदद के लिए यहां सेंट्रल जेल के कैदी भी जुटे हुए हैं और वे उनके लिए रोटियां बना रहे हैं. आठ अगस्त से बाढ़ में अब तक 210 लोगों की जान गई है और सात लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं. यहां पूजाप्पुरा की सेंट्रल जेल में कुछ वर्षों से कारोबारी उद्देश्यों से चपाती, सब्जी और चिकन करी जैसी कई खाद्य सामग्रियां ‘फ्रीडम’ नाम के ब्रांड से बेची जा रही हैं. कम कीमत वाले पकवान शहर में कई काउंटरों पर बेचे जाते हैं.

जेल अधिकारियों के अनुसार, बीते सप्ताह बाढ़ पीड़ितों के लिए औसतन 40 से 50 हजार चपाती बनाई गईं. करीब 50 कैदियों की जमात अलग अलग पालियों में दिन रात चपाती बनाने के काम में लगे हैं. चपाती और सब्जी के पैकेट जिले के अधिकारियों को सौंपे गए हैं. इन्हें राहत शिविरों में वितरित किया जाना है.जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमारे खाने के पैकेट मुख्य रूप से छतों और एकांत में बनी इमारतों में फंसे लोगों को हवाई मार्ग से पहुंचाने के लिए हैं.’’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान को पत्र लिख कर कहा है कि सार्थक बातचीत के लिए भारत तैयार
Posted Date : 20-Aug-2018 6:14:53 pm

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान को पत्र लिख कर कहा है कि सार्थक बातचीत के लिए भारत तैयार

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने नवनिर्वाचित पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान को पत्र लिख कर कहा है कि भारत उनके देश के साथ रचनात्मक और सार्थक बातचीत के लिए प्रतिबद्ध है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मोदी ने आतंकवाद से मुक्त दक्षिण एशिया के लिए काम करने की आवश्यकता पर भी बल दिया. सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने यह पत्र 18 अगस्त को लिखा, जिस दिन खान ने पाकिस्तान के 22 वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी. मोदी ने उन्हें बधाई देते हुए दोनों देशों के बीच अच्छे पड़ोसी संबंधों के लिए भारत की प्रतिबद्धता व्यक्त की.

मोदी ने जीत पर इमरान को बधाई दी थी 
इस्लामाबाद में, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सभी लंबित मुद्दों के हल के लिए भारत के साथ ‘‘अबाधित’’ वार्ता की पेशकश की और कहा कि यह “एकमात्र बुद्धिमत्तापूर्ण तरीका’’ है क्योंकि दोनों देश जोखिम नहीं उठा सकते हैं. मोदी ने 30 जुलाई को आम चुनावों में खान की पार्टी की जीत पर उन्हें बधाई देने के लिए फोन किया था और उम्मीद जतायी थी कि दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों में एक नया अध्याय शुरू करने के लिए काम करेंगे. मोदी के फोन कॉल से कुछ दिन पहले, खान ने कहा था कि वह भारत के साथ संबंध सुधारना चाहते हैं और बातचीत के जरिए सभी मुद्दों को हल करना चाहते हैं. ”

सार्थक तथा रचनात्मक बातचीत की भारत की प्रतिबद्धता

अगर भारत हमा री ओर एक कदम उठाता है, तो हम दो कदम उठाएंगे.’’ सूत्रों ने पत्र के हवाले से कहा कि मोदी ने खान के साथ टेलीफ़ोन पर हुयी बातचीत का जिक्र किया जिसमें उन्होंने भारतीय उपमहाद्वीप में शांति, सुरक्षा और खुशहाली लाने के लिए अपनी साझा दृष्टि की बात की थी. प्रधानमंत्री ने अपने पत्र में यह विश्वास जताया कि पाकिस्तान में सुगमता से सत्ता हस्तांतरण होने से लोकतंत्र के प्रति लोगों की धारणा और मजबूत होगी. एक सूत्र ने कहा कि प्रधानमंत्री ने क्षेत्र के लोगों के लाभ के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच अच्छे पड़ोसी संबंध बनाने और सार्थक तथा रचनात्मक बातचीत की भारत की प्रतिबद्धता व्यक्त की.हमलों तथा भारत के लक्षित हमलों से द्विपक्षीय संबंधों में और तनाव आ गया था.