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जम्मू कश्मीर में CRPF की वर्दी पहन आतंकियों ने किया था BSF टीम पर हमला
Posted Date : 30-Oct-2018 5:22:37 pm

जम्मू कश्मीर में CRPF की वर्दी पहन आतंकियों ने किया था BSF टीम पर हमला

जम्मू कश्मीर में बीएसएफ की पेट्रोलिंग पार्टी पर सोमवार को हुए आतंकी हमले में सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट से बड़ा खुलासा हुआ है. गृह मंत्रालय को दी गई रिपोर्ट में सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि सीआरपीएफ की वर्दी में आए आतंकवादियों ने पंथा चौक के समीप बीएसएफ की पेट्रोलिंग पार्टी पर हमला किया था.  सूत्रों ने बताया कि आतंकी लगातार सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए अलग-अलग तरीके की रणनीति का इस्तेमाल करने में जुटे हुए हैं. दरअसल कश्मीर घाटी में आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑल आउट चल रहा है जिससे उनके हौसले पस्त हैं.

अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए आतंकी सुरक्षाबलों पर इस तरीके से हमला कर रहे हैं. हाल ही में अलग-अलग संगठनों से जुड़े हुए आतंकी सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों पर कई बार हमला कर चुके हैं. खुफिया एजेंसियों ने आतंकियों द्वारा प्रयोग की जा रही स्नाइपर बंदूक को लेकर भी बड़े स्तर पर अलर्ट रहने के लिए कहा है.  सूत्रों के मुताबिक आतंकियों के पास स्नाइपर गन आ चुकी है जिसका इस्तेमाल बड़े स्तर पर कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक़ नाइट विजन डिवाइस वाली आधुनिक एम-4 स्नाइपर गन से लैस जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े आतंकियों की मौजूदगी सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का कारण बनी हुई है.

कश्मीर में सितंबर से सक्रिय हुए आतंकी स्नाइपर से अब तक कई जवानों को शहीद कर चुके हैं, जबकि कई घायल हैं. ऐसे में सुरक्षाबल इस समय इन आतंकी स्नाइपरों की चुनौती से निपटने के लिए रणनीति बना रहे हैं. ये स्नाइपर स्थानीय लोगों की मदद से पुलवामा और आसपास के जिलों में सक्रिय हैं. खुफिया एजेंसियों के अनुसार, कश्मीर में घुसे चार स्नाइपर जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ी दो तंजीमों से हो सकते हैं. उन्हें पाक ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई ने लक्ष्य दिया है कि वे सुरक्षाबलों पर हमले कर आतंकियों का मनोबल बढ़ाएं.

बता दें कि कश्मीर में स्नाइपर अटैक की पहली घटना 18 सितंबर को पुलवामा में हुई थी. इसमें एक सीआरपीएफ जवान गंभीर रूप से घायल हुआ था. इसके बाद त्राल में सशस्त्र सीमा बल का एक जवान शहीद हो गया था. स्नाइपर गन से आतंकियों ने एक सैनिक व नौगाम के सीआईएसएफ के जवान को भी शहीद कर दिया था.  छह सौ मीटर की दूरी से सटीक निशाना लगाने में सक्षम आतंकियों के पास मौजूद एम-4 स्नाइपर गन 500 से 600 मीटर की दूरी से सटीक निशाना लगाने में सक्षम है. इस हथियार का इस्तेमाल अमेरिका ने अफगानिस्तान में आतंकियों के खिलाफ़ किया था. पाकिस्तान में इस हथियार का इस्तेमाल उनकी स्पेशल फोर्स भारतीय जवानों को निशाना बनाने के लिए करती है. सूत्रों के मुताबिक यह भी कहा जा रहा है कि ये हथियार तालिबान से मंगाए गए हैं.

शाहजहांपुर : तिलहर कस्बे में गैस रिसाव से मिठाई की दुकान में भीषण आग,5 लोग गंभीर घायल
Posted Date : 30-Oct-2018 5:20:49 pm

शाहजहांपुर : तिलहर कस्बे में गैस रिसाव से मिठाई की दुकान में भीषण आग,5 लोग गंभीर घायल

शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश में शाहजहांपुर के तिलहर कस्बे में मंगलवार को गैस रिसाव से मिठाई की दुकान में भीषण आग लग गई। इस हादसे में 5 लोग गंभीर रुप से झुलस गए। पुलिस सूत्रों ने बताया कि तिलहर क्षेत्र के मोहल्ले घेरचोवा निवासी भाई लाल की मिठाई की दुकान में अचानक गैस रिसाव से आग लग गई। हादसे से वहां काम कर रहे 4 कारीगरों समेत 5 लोग झुलस गए। झुलसे सभी लोगों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।मामले की जांच की जा रही है जो तथ्य सामने आते है उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

ऊंची विशाल ‘स्टैचू ऑफ यूनिटी’ तैयार, PM मोदी बुधवार को करेंगे अनावरण
Posted Date : 30-Oct-2018 5:07:29 pm

ऊंची विशाल ‘स्टैचू ऑफ यूनिटी’ तैयार, PM मोदी बुधवार को करेंगे अनावरण

अहमदाबाद : देश के प्रथम गृहमंत्री रहे सरदार वल्लभभाई पटेल के सम्मान में बनाई गई उनकी 182 मीटर ऊंची विशाल ‘स्टैचू ऑफ यूनिटी’ का अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को करेंगे। दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा बताई जा रही यह प्रतिमा ‘स्टैचू ऑफ लिबर्टी’ से दोगुनी ऊंची है और नर्मदा जिले में सरदार सरोवर बांध के पास साधु बेट टापू पर खड़ी होगी। एक सरकारी विज्ञप्ति में मंगलवार को कहा गया कि मोदी द्वारा प्रतिमा के अनावरण के बाद वायु सेना के तीन विमान वहां उड़ान भरेंगे और केसरिया, सफेद और हरे रंग से आसमान में तिरंगा उकेरेंगे। पटेल की प्रतिमा के पास मोदी ‘वॉल ऑफ यूनिटी’ का भी उद्घाटन करेंगे। विज्ञप्ति के अनुसार उस समय तीन जगुआर लड़ाकू विमान काफी नीचे से उड़ान भरते हुए जाएंगे। अनावरण की पूर्व संध्या पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा, ‘कल ऐतिहासिक दिन है क्योंकि भारत को एक करने वाले सरदार पटेल की सबसे ऊंची मूर्ति देश को समर्पित की जाएगी। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तब से ही सपना था, जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे। उनका सपना पूरा हो रहा है।’ ‘वॉल ऑफ यूनिटी’ का उद्घाटन करने के बाद मोदी पटेल को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे, जिनकी 31 अक्टूबर को जयंती भी है। इसी दौरान दो एमआई-17 हेलीकॉप्टर प्रतिमा पर पुष्पवर्षा करेंगे। इस अवसर पर गुजरात पुलिस, सशस्त्र और अर्द्धसैनिक बलों के बैंड सांस्कृतिक और संगीत कार्यक्रमों की प्रस्तुति देंगे। इस मौके पर 29 राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों के कलाकार नृत्य और संगीत की प्रस्तुति देंगे। इस दौरान कई आकर्षण होंगे, जिनमें 17 किलोमीटर लंबी फूलों की घाटी का उद्घाटन, प्रतिमा के पास पर्यटकों के लिए तंबुओं के शहर और पटेल के जीवन पर आधारित संग्रहालय का लोकार्पण भी शामिल है। प्रतिमा के अंदर 135 मीटर की ऊंचाई पर एक दर्शक दीर्घा बनाई गई है, जिससे पर्यटक बांध और पास की पर्वत श्रृंखला का दीदार कर सकेंगे। नर्मदा जिले के कुछ आदिवासी समूहों ने प्रतिमा निर्माण का विरोध किया था। इस बीच स्थानीय आदिवासी नेताओं ने बुधवार के आयोजन का बहिष्कार करने की घोषणा की है और दावा किया कि इस परियोजना से प्राकृतिक संसाधनों को बड़े स्तर पर नुकसान पहुंचेगा। मोदी को संबोधित पत्र में नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध के पास स्थित 22 गांवों के सरपंचों ने कहा कि जब प्रधानमंत्री समारोह के लिए पहुंचेंगे तो ग्रामीण उनका स्वागत नहीं करेंगे। पत्र में अहमदाबाद से करीब 200 किलोमीटर दूर स्थित नर्मदा जिले के गांवों के सरपंचों के दस्तखत हैं। इसमें लिखा है, ‘हम गांववासी आपको अत्यंत दुख के साथ बताना चाहते हैं कि हम 31 अक्टूबर को आपका स्वागत नहीं करेंगे। आप यहां बिन बुलाए मेहमान की तरह आएं तो भी आपका यहां स्वागत नहीं है।’ उन्होंने आरोप लगाया कि इलाके में अब भी स्कूलों, अस्पतालों और पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी है।

वाराणसी : ‘गंगा हाइवे’ के पहले जहाज टैगोर को PM मोदी दिखाएंगे हरी झंडी
Posted Date : 30-Oct-2018 5:05:41 pm

वाराणसी : ‘गंगा हाइवे’ के पहले जहाज टैगोर को PM मोदी दिखाएंगे हरी झंडी

वाराणसी : वाराणसी सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले आम बजट से काशी को मिली सौगात अब गंगा की लहरों पर दिखेगी। चार साल बाद अब देश के पहले इनलैंड वॉटर हाइवे-वन (वाराणसी-हल्दिया) में 365 दिन बड़े मालवाहक जहाज सफर तय करेंगे। वाराणसी में 175 करोड़ रुपये की लागत से बने मल्टि-मॉडल टर्मिनल का शुभारंभ नवंबर के दूसरे सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होगा। इस मौके पर फूलपुर (प्रयागराज) के IFFCO (इफको) कारखाने में बने उर्वरक से लदे पहले जहाज एमवी आरएन टैगोर को प्रधानमंत्री हरी झंडी दिखाकर हल्दिया रवाना करेंगे। गंगा वॉटर ट्रांसर्पोटेशन के सबसे खास वाराणसी टर्मिनल के शुभारंभ के लिए मंत्रालय के निर्देश पर युद्धस्‍तर पर तैयारी शुरू हो गई है। इस क्रम में मंगलवार को कोलकाता से पेप्सिको के उत्‍पादों से संबंधित 16 कंटेनरों को लेकर मालवाहक जहाज टैगोर वाराणसी के लिए निकल पड़ा। करीब दस दिन में यह वाराणसी पहुंच रामनगर में नवनिर्मित टर्मिनल पर लंगर डालेगा। यहां इस जहाज पर इफको खाद की लोडिंग होगी और फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। हालांकि, इसकी तारीख अभी तय नहीं हुई है।

‘कारोबार और पर्यटन की होगी नई शुरुआत’
इनलैंड वॉटरवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (आईडब्‍ल्‍यूएआई) के अधिकारियों के मुताबिक वॉटर हाइवे-वन के प्रधानमंत्री के हाथों शुभारंभ के साथ गंगा परिवहन के जरिए कारोबार और पर्यटन के नए युग की शुरुआत होगी। आने वाले दिनों में यह जलमार्ग बंगाल की खाड़ी से सटे दूसरे देशों के साथ कारोबारी दोस्‍ती की नई डोर बनेगा।
वाराणसी-हल्दिया जलमार्ग और उसके प्रमुख केंद्र वाराणसी टर्मिनल को इस तरह तैयार किया गया है, जिससे यूपी समेत अन्‍य कई राज्‍यों की इंडस्‍ट्री की सभी जरूरतें पूरी होंगी।‘यूपी विकास यात्रा’ में जहां कहीं भी कारखाने लगाने या दूसरे इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर डिवेलप करने को हैवी मशीनरी से लेकर कच्चे माल तक नए विकल्‍प के तौर पर उभरे वाराणसी-हल्दिया जलमार्ग के जरिए कम समय, कम भाड़े और एक साथ बड़े पैमाने पर पहुंच सकेगा। इससे आयात और निर्यात के नए रास्‍ते भी खुलेंगे। वाराणसी से चलने वाले मालवाहक पोत से एसी कंटेनरों के जरिए बाकी सामान के साथ बंग भाषियों के मनपसंद बैगुन भाजा के लिए खास पूर्वांचल का गोल बैगन, तीखी हरी मिर्च, वाराणसी का फेमस पान, मलाई गिलौरी और तमाम चीजें एकदम फ्रेश पश्चिम बंगाल के बाजारों तक पहुंचेगी। वहां की खास मिठाई संदेश, छेना पायस, लाल दही संग देसी-विदेशी तमाम किस्म की मछलियों का वाराणसी वालों को घर बैठ स्‍वाद चखने का मौका मिलेगा।

माल भाड़े में आएगी कमी
वॉटर ट्रांसपोर्टेशन से 2000 मीट्रिक टन क्षमता वाले जहाजों से ढुलाई होने पर माल भाड़े में तीन गुना की कमी आएगी। इनलैंड वॉटर वेज अथॉरिटी (आईडब्‍ल्‍यूएआई) के डायरेक्‍टर एके मिश्रा की मानें तो सड़क मार्ग से ढ़ुलाई पर जहां 2.85 रुपये व ट्रेन से 2.15 पैसे खर्च आता है, वहीं जलमार्ग से करीब 1.20 पैसे ही खर्च करना होगा।

1986 में हुई थी घोषणा, नहीं शुरू हुआ था काम
देश का पहला 1620 किलोमीटर लंबा वाराणसी- हल्दिया इनलैंड वॉटर हाइवे अक्‍टूबर 1986 में घोषित जरूर हुआ पर चालू नहीं हो सका था। वर्ष 1914 में केंद्र में मोदी की सरकार बनने के बाद पहले आम बजट में वाराणसी से हल्दिया तक जल परिवहन शुरू करने की घोषणा हुई थी। विश्‍व बैंक की मदद से करीब 5,200 करोड़ रुपये खर्च वॉटर हाइवे को चालू करने पर काम शुरू होने के बाद अगस्‍त 2,106 में ट्रायल रन में दो मालवाहक जहाजों से मारूति कारों की खेप भेजी गई थी। टर्मिनल बन जाने से अब 365 दिन और चौबीसों घंटे मालवाहक जहाज दौड़ेंगे। अकेले वाराणसी टर्मिनल से करीब 20 हजार लोगों को रोजी मिलेगी।

ये होंगे लाभ
-2000 टन तक माल की एक बार में हो सकेगी ढ़ुलाई।
-देश के शहरों के अलावा नेपाल-बांग्‍लादेश तथा बंगाल की खाड़ी से दूसरे देशों तक पहुंच सकेगा सामान।
-बड़े-प्‍लांट-मशीनरी, जो सड़क व रेल मार्ग से ले जा पाना संभव नहीं, गंतव्‍य तक पहुंचेंगे।
-कम समय और कम खर्च में तेजी से होगी माल की ढुलाई।
-वॉटर हाइवे चालू होने से नई इंडस्‍ट्री और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।

दंतेवाड़ा में नक्सलियों के हमले में DD के कैमरामैन की मौत पर केंद्रीय राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने जताया दुख, उन मीडियाकर्मियों को भी सलाम किया जो ऐसी विकट परिस्थिति में भी रिपोर्टिंग करने जाते हैं
Posted Date : 30-Oct-2018 9:01:05 am

दंतेवाड़ा में नक्सलियों के हमले में DD के कैमरामैन की मौत पर केंद्रीय राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने जताया दुख, उन मीडियाकर्मियों को भी सलाम किया जो ऐसी विकट परिस्थिति में भी रिपोर्टिंग करने जाते हैं

छत्तीसगढ़: दंतेवाड़ा में नक्सलियों के हमले में DD के कैमरामैन की मौत पर राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने जताया दुख। बोले- हम कैमरामैन के परिवार के साथ खड़े हैं, हम उनके परिवार की देखभाल करेंगे। उन मीडियाकर्मियों को सलाम जो ऐसी विकट परिस्थिति में भी रिपोर्टिंग करने जाते हैं।

इटली के PM गिउसेपे कोंटे मंगलवार को पहुंचेंगे भारत, पी एम नरेंद्र मोदी से करेंगे मुलाकात
Posted Date : 30-Oct-2018 9:00:05 am

इटली के PM गिउसेपे कोंटे मंगलवार को पहुंचेंगे भारत, पी एम नरेंद्र मोदी से करेंगे मुलाकात

इटली के प्रधानमंत्री गिउसेपे कोंटे मंगलवार को एक दिवसीय भारत दौरे पर पहुंचेंगे. इस दौरान वह भारत-इटली प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन में भाग लेने के अलावा अपने समकक्ष नरेंद्र मोदी के साथ व्यापार और निवेश जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देना पर चर्चा करेंगे. ‘भारत-इटली प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन’ के 24 वें संस्करण का मुख्य आकर्षण इतालवी प्रधान मंत्री की भागीदारी होगी. इसका आयोजन भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के साथ मिलकर ‘विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग’ (डीएसटी) कर रहा है.शिखर सम्मेलन स्वास्थ्य, एयरोस्पेस, शिक्षा, स्वच्छ प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा और सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी सहित कई क्षेत्रों पर केंद्रित होगा. पिछले वित्त वर्ष में देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2017-18 में 10.5 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया जो पिछले वित्त वर्ष में 8.8 अरब अमेरिकी डॉलर था.

भारत के साथ कई क्षेत्रों में सहयोग की व्यापक संभावनाएं: इटली
भारत और इटली के बीच कारोबार और निवेश बढ़ाने के लिए सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी), वैमानिकी, स्वास्थ्य सेवा, कृषि, बुनियादी ढांचा, परिवहन जैसे क्षेत्रों में काफी अधिक संभावनाएं मौजूद हैं.  इटली के एक शीर्ष अधिकारी ने सोमवार को यह कहा. इटली के आर्थिक मामलों के उप-मंत्री माइकल गेरासी ने कहा कि उनकी सरकार लाल फीताशाही को खत्म करने, वित्तीय लाभ में वृद्धि और कानूनी विवादों के निपटारे की प्रक्रिया को तेज करके अधिक विदेशी निवेश आकर्षित करने के लिए एक कार्यक्रम को अंतिम रूप दे रही है.

गेरासी ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ एक ईमेल साक्षात्कार में कहा, “इटली और भारत के बीच आईसीटी से लेकर एयरोस्पेस, स्वास्थ्य सेवा से लेकर कृषि उत्पाद और खाद्य प्रसंस्करण एवं परिवहन से ऊर्जा और हरित अर्थव्यवस्था जैसे क्षेत्रों में सहयोग की बहुत अधिक संभावनाएं हैं. ”उन्होंने कहा कि ये सभी क्षेत्र दोनों देशों के बीच भविष्य के द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों के मुख्य स्तंभ बनेंगे. इटली के मंत्री ने कहा कि भारत के सूचना-प्रौद्योगिकी क्षेत्र से जुड़े इंजीनियर दुनिया के सबसे कुशल इंजीनियरों में शामिल हैं और वे इटली में डिजिटल क्रांति में सहायक सिद्ध हो सकते हैं.