छत्तीसगढ़

सकारात्मक समाचारों से लोगों को मिलती है प्रेरणा : राज्यपाल
Posted Date : 05-Mar-2019 10:12:39 am

सकारात्मक समाचारों से लोगों को मिलती है प्रेरणा : राज्यपाल

० कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के चौथे दीक्षांत समारोह में स्वर्ण पदक एवं उपाधि वितरित
रायपुर 05 मार्च । छत्तीसगढ़ की राज्यपाल एवं कुंलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि सकारात्मक कार्यो और उसके समाचारों के प्रकाशन व प्रसारण से अन्य लोगों को सामाजिक सरोकार की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि प्रिंट मिडिया और इलेक्ट्रानिक मिडिया को बेहतर कन्टेन्ट के साथ सामाजिक सरोकार की खबरों पर भी मजबूत पकड़ बनाएं रखने की जरूरत है। राज्यपाल ने यह विचार आज यहां पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के चैथे दीक्षांत समारोह में व्यक्त किये।
 राज्यपाल श्रीमती पटेल ने विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक एवं उपाधि प्रदान करते हुए कहा कि ज्ञान अर्जित करना एक सतत् प्रक्रिया है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि सभी को सरकारी नौकरी नही मिल सकती है। इसलिए राज्य एवं केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ लेकर सकारात्मक सोच के साथ अपनी रूचि का स्वरोजगार स्थापित करें।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ पत्रकारिता की संस्कार भूमि है। यहां से सन 1900 में पेंड्रारोड से पं. माधवराव सप्रे ने मासिक पत्रिका छत्तीसगढ़ मित्र को प्रारंभ करके पत्रकारिता का बीजारोपण किया। पं. रविशंकर शुक्ल ने ‘कान्यकुंज’ पत्रिका और साप्ताहिक समाचार पत्र ‘महाकौशल’ का प्रकाशन किया। बिलासपुर जिला काउंसिल ने पं. सुंदरलाल त्रिपाठी के संपादकीय में मासिक पत्रिका ‘विकास’ और स्वराज्य प्रसाद त्रिवेदी एवं केशव प्रसाद ने ‘आलोक’ नामक पत्रिका निकाली। इन सभी ने छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन सहित यहां के साहित्य और समाज के समृद्धि के लिए अभूतपूर्व योगदान दिया। छत्तीसगढ़ में श्री चन्दूलाल चन्द्राकर, श्री मायाराम सुरजन, श्री स्वराज प्रसाद त्रिवेदी, श्री बब्बन मिश्रा, श्री गोविंद लाल वोरा, केयूर भूषण जैसे कई मूर्धन्य पत्रकार हुए, जिनके कारण पत्रकारिता के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ की पहचान बनी। उन्होंने उपाधि प्राप्त विद्यार्थियों से कहा कि मुझे विश्वास है कि आप छत्तीसगढ़ की पत्रकारिता की परम्परा को अक्षुण्ण बनाए रखते हुए इसे और आगे ले जाएंगे।
राज्यपाल ने कहा कि स्वतंत्रता के पहले पत्रकारिता एक मिशन थी। स्वतंत्रता के पश्चात् मीडिया के स्वरूप में परिवर्तन आया समाचारों का विषय भी बदला, पर उनके समक्ष चुनौतियां आती रही। पर उसके बावजूद भारतीय मीडिया मजबूत होकर उभरी। वर्तमान समय में भी नई चुनौतियों का मीडिया जगत को सामना करना पड़ रहा है। नई तकनीकें सामने आ रही है। पत्रकारों सहित संस्थानों को भी इन तकनीकों से अपडेट होना पड़ रहा है। प्रिन्ट और इलेक्ट्रानिक मीडिया आज परम्परागत मीडिया हो गया है। सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, ट्विटर, वाट्सएप आदि से संवाद आसानी से होने लगे है। कई बार कुछ विषय गलत ढंग या भ्रामक तरीके से प्रस्तुत होने के कारण समाज में अशांति एवं तनाव का वातावरण भी निर्मित हो जाती है। हमें इनसे बचना चाहिए और प्रयास करना चाहिए कि सबसे पहले की दौड़ से बचते हुए हमें प्रतिपरीक्षण कर सहीं और विश्वसनीय खबरें ही जनता के समक्ष ले जाएं।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल ने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि यहां बेहतर शिक्षा और रोजगार के अवसर के दिशा में बढ़ावा देने के लिए सरकार कार्य कर रही है। उन्होंने उच्च शिक्षा विभाग द्वारा विद्यार्थी हेल्पडेस्क बनाने, पदोन्नति के बाद विशेष प्रशिक्षण देने, उच्च शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए सलाह देने हेतु छत्तीसगढ़़ उच्च शिक्षा राज्य परिषद गठन और सभी कॉलेजों के पाठ्यक्रम में आवश्यकता के आधार पर अपडेट करने के साथ संबंध में की जा रही कार्रवाई की भी जानकारी दी।
समारोह में सुप्रसिद्ध पत्रकार श्री ओम थानवी ने वर्तमान में मीडिया की भूमिका, मीडिया का स्वरूप में परिवर्तन और फेक न्यूज पर चिंता जाहिर की। उन्होंने मीडिया को बाजारवाद के कुचक्र से बचने और सामाजिक सरोकार से जुड़े रहने पर बल दिया।
 दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय के विभिन्न संकाय में 4 पीएचडी, 74 स्नाकोत्तर तथा 121 स्नातक के दीक्षार्थियों को प्रमाण पत्र दिया गया। साथ ही विभिन्न संकायों में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक और प्रवीण प्रमाण पत्र भी प्रदाय किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित स्मारिका केटीयू न्यूज का भी विमोचन किया गया।
कुलपति प्रो. (डॉ.) एम.एस. परमार ने स्वागत उद्बोधन देते हुए विश्वविद्यालय की संपूर्ण शिक्षा गतिविधियों के बारे में बताया। इस अवसर पर कुलपति ने राज्यपाल सहित अन्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। समारोह में रायपुर महापौर श्री प्रमोद दूबे, कुलसचिव अतुल कुमार तिवारी सहित विश्वविद्यालय के प्राध्यापक, गणमान्य नागरिक, बड़ी संख्या में विद्यार्थी और अविभावक उपस्थित थे। 

 महाशिवरात्रि पर ले संकल्प, नशा मुक्ति की दिशा में करेंगे काम : भूपेश बघेल
Posted Date : 05-Mar-2019 10:11:19 am

महाशिवरात्रि पर ले संकल्प, नशा मुक्ति की दिशा में करेंगे काम : भूपेश बघेल

० ग्राम ठकुराइन टोला में निषाद समाज के कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री
रायपुर, 05 मार्च । महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने आज दुर्ग जिले के ग्राम ठकुराइन टोला घाट स्थित मंदिर में शिव जी के दर्शन किये।  उन्होंने मेले में आये श्रद्धालुओं को संबोधित  किया। कार्यक्रम का आयोजन निषाद समाज ने किया था।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पावन अवसर पर भगवान शिव के दर्शन करने और पूण्य लाभ प्राप्त करने का मौका मिला है साथ ही आप सभी से भी मिलने का अवसर भी प्राप्त हुआ। निषाद समाज ने इतने सुंदर कार्यक्रम का आयोजन किया है और नशा मुक्ति के लिए कार्य कर रहे इतने सारे कार्यकर्ता यहां उपस्थित हैं। आज का दिन बहुत ही शुभ है। आज सभी को नशा मुक्ति के लिए कार्य करने का संकल्प दिलाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब कोई सशक्त सामाजिक पहल होती है तो शुभ परिणाम निकलने में देर नहीं लगता। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान शिव हमें योग, ध्यान और उद्यम का संदेश देते हैं। इस दिशा में बढऩे का संकल्प लेने शिवरात्रि बहुत अच्छा अवसर है। मुख्यमंत्री ने  कहा कि राज्य शासन ने बीते 75 दिनों में सभी वर्गों के हित में बड़े फैसले लिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लगातार किसानों की बेहतरी की दिशा में काम करते रहेंगे।

चिटफं ड कम्पनिया रमन राज में फ ली फू ली निवेशकों का पैसा ले उड़ी -कांग्रेस
Posted Date : 05-Mar-2019 10:10:30 am

चिटफं ड कम्पनिया रमन राज में फ ली फू ली निवेशकों का पैसा ले उड़ी -कांग्रेस

० निवेशकों का पैसा वापस हो रहा तब भी रमन को पीड़ा हो रही 
रायपुर, 05 मार्च । पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह द्वारा  दिये गए बयान चिटफंड निवेशकों की रकम वापसी का गलत श्रेय ले रही भूपेश सरकार का कांग्रेस ने कड़ा प्रतिवाद किया है प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि अपने राज में फर्जी चिट फंड कम्पनियो को प्रश्रय देने वाले रमन सिंह को जब निवेशकों का पैसा वापस होने की प्रक्रिया शुरू हो  रही है तब भी पीड़ा हो रही है। मुख्यमंत्री रहते हुए रमन सिंह ,उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी ,उनकी पत्नी वीणा सिंह खुद चिट फंड कम्पनियो के दफ्तरों का उद्घटान करते थे ।सरकारी रोजगार मेलो में स्टाल लगा कर चिटफंड कम्पनिया प्रदेश के भोले भाले युवाओ को एजेंट की नौकरियों पर रखते थे ।जिस कम्पनी का उद्घाटन स्वयम मुख्यमंत्री और मंत्री करते थे  युवा उस पर स्वाभाविक तौर पर भरोसा करके नौकरियां कर रहे थे ।चिट फंड कम्पनी के एजेंट के रूप में इन लोगो ने अपने परिचितों मित्रो रिस्तेदारो का पैसा लगवाया ।जब कम्पनिया भाग गई तब इन कम्पनियो का उद्घाटन करने वाले लोगो ने इन्ही गरीब एजेंटो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवा दिया कम्पनियो के मालिकों को व्यवसाय समेट कर भागने दिया।मुख्य मंत्री भूपेश बघेल ने विपक्ष में रहते एजेंटो और निवेशकों की लड़ाई लड़ी और आश्वासन दिया था कि कांग्रेस की सरकार बनते ही एजेंटो के मुकदमे वापस होंगे तथा चिटफंड कम्पनियो की सम्पत्तियां जप्त कर निवेशकों के पैसे वापस किये जायेंगे ।राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुकदमे वापसी और निवेशकों की रकम वापसी की प्रक्रिया शुरू कर दी है विभिन्न कम्पनियो के निवेशको से आवेदन मंगाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गयी है शीघ्र ही मान न्यायाधीश की देख रेख में इसका परीक्षण कर कार्यवाही की जाएगी ।अपनी सरकार के समय प्रदेश के लाखों लोगों के साथ हुए इस धोखेधड़ी रोक पाने में असफल रमन सिंह आज जब कांग्रेस सरकार एजेंटो और निवेशकों के हित में सकारात्मक और प्रभावी कदम उठा रही है तो घडिय़ाली आंसू बहा रहे है।

महाशिवरात्री के अवसर पर भूतेश्वरधाम मे लगा विशाल मेला
Posted Date : 04-Mar-2019 1:13:36 pm

महाशिवरात्री के अवसर पर भूतेश्वरधाम मे लगा विशाल मेला

० हजारो की संख्या मे जलाभिषेक करने पहुचेगे श्रध्दालु
गरियाबंद , 04 मार्च । सोमवार को महाशिवरात्री के अवसर पर ग्राम मरौदा स्थित विश्व प्रसिध्द शिवलिंग भूतेश्वरनाथ धाम में जलाभिषेक कर शिव भक्तो ने सुख समृध्दि की कामना की। प्रतिवर्ष की भॉति इस वर्ष भी महाशिवरात्री के अवसर पर भूतेश्वरनाथ धाम में शिवभक्तो का जनसैलाब देखने को मिल रहा है। हजारो की संख्या में दूर दराज से भक्तजन यहां पहुचे और भगवान शिव की पूजा अर्चना कर मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना कर रहे है। भक्तो द्वारा भगवान शिव को प्रसन्न करने दूध के साथ बेल पत्तो का भी अर्पण किया जा रहा है। 
ज्ञात हो विश्व के विशालतम शिवलिंग की ख्याति प्राप्त कर भूतेश्वरनाथ धाम में हर वर्ष महाशिवरात्री में भक्तो का ताता लगता है। हजारो की संख्या मे पहुचे भक्तो के चलते यहां मेले का स्वरूप भी देखने को मिलता है। सोमवार को भी यही दृश्य देखने को मिल रहा है। सुरज के पहली किरण के साथ ही यहां पहुचने का सिलसिला शुरू हो गया है। आसपास के ग्रामीण अचंल सहित छुरा, मैनपुर, देवभोग, फिंगेश्वर, राजिम के अलावा जिले से लगे महासमुंद, धमतरी, रायपुर तथा दुर्ग भिलाई, राजनांदगांव इत्यादि जिलो से हजारो की संख्या में यहां शिव भक्त पहुच रहे है। सुबह 12 बजे तक यहां पांच हजार से अधिक भक्तो ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया। जबकि मुख्यालय से मरोदा के बीच तीन किमी के रास्तें भी बड़ी संख्या में शिव भक्तो की भीड़ देखने को मिल रही है। संभावना है कि रात्री तक 20 हजार से अधिक भक्त यहां पूजा अर्चना के लिए पहुचेंगे। इस अवसर पर दूर दूराज से आए शिव भक्तो के लिए भूतेश्वरनाथ समिति तथा नगर के प्रतिष्ठित व्यापारी रोहरा परिवार द्वारा निशुल्क भंडारे की व्यवस्था भी की गई है। वही जगह जगह शिव भक्तो द्वारा निशुल्क पेयजल और शरबत जलपान कराया जा रहा है। 
इस आयोजन को सफल बनाने के लिए भूतेश्वरनाथ समिति के वीरभान रोहरा, मनोहर देवांगन, शत्रुधन साहू, अजय रोहरा, बीरू यादव, रमेश मेश्राम, प्रकाश रोहरा, पम्मन रोहरा, जमीयतमल रोहरा, अजय सिन्हा, ग्राम मरोदा के ग्रामीण तैयारियो में जुट गए हैं। वही शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए थाना प्रभारी सहित पुलिस विभाग की टीम भी भुतेश्वरनाथ धाम में मौजुद है। 

खरौद नगर मे विश्व का एकमात्र शिव मंदिर जहां रूद्राक्ष रूप मे होती है शिव की पूजा
Posted Date : 04-Mar-2019 1:13:07 pm

खरौद नगर मे विश्व का एकमात्र शिव मंदिर जहां रूद्राक्ष रूप मे होती है शिव की पूजा

० लखनेश्वर मंदिर मे उमडती है महाशिवरात्रि मे भीड़
० वनवास के समय लक्ष्मण द्वारा पूजा करने पर हुए थे प्रगट 

जांजगीर चांपा, 04 मार्च । जिला मुख्यालय जांजगीर से 35 किमी की दूर मे स्थित खरौद नगर स्थित हैं जिसे छत्तीसगढ़ राज्य के काशी नगरी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यहां प्रदेश मे सबसे ज्यादा मंदिर यही है।  यहां स्थित विश्व विख्यात लक्ष्मणेश्वर (शिव) मंदिर यहां के लक्ष्मणेश्वर मंदिर के शिव जी पर लोगों की वैसी ही श्रद्वा हैै जैसी काशी मे विश्वनाथ या फिर उज्जैन मे महाकालेश्वर की। 
 खरौद नगर के लक्ष्मणेश्वर शिव का मंदिर इसलिए भी अनुठा है क्योकि यहां भोले शंकर शिव लिंग के रूप मे या मूूर्ति रूप नही बल्कि  रूद्राक्ष के रूप मे नजर आते है। ऐसी मान्यता है कि पूरे विश्व मे एक मात्र मंदिर है। जहां रूद्राक्ष रूप मे शंकर की पूजा होती है। संरक्षण क अभाव मे यह संरक्षित ऐतिहासिक धरोहर नष्ट होने के कगार पर है। सावन माह मे महीने मे यहां देशभर के श्रद्वालु आते है। लक्ष्मणेश्वर मंदिर के बारे में यह मान्यता है कि वनवास के समय लक्ष्मण जी ने यहां भगवान शंकर की आराधना की तो वे रूद्राक्ष रूप मे  यहां प्रगट हुए।   इसलिए मंदिर का नाम लक्ष्मणेश्वर मंदिर है।  शिव के लक्ष्मणेश्वर होंने की दुसरी मान्यता है यह है कि  वे यहां एक लाख मुख के साथ विराजे है। शिव की मूर्ति की आकृति रूद्राक्ष की तरह है मुर्ति के नीचे अथाह जल कुंड है। इससे बारहों महीने जलाभिषेक होता है लेकिन यहां का पानी का जल स्तर न तो बढ़ता है और न ही कम होता है।  प्रति वर्ष सावन व महाशिवरात्रि मे श्रद्वालुओ ंद्वारा यहां एक लाख चावल चढाया जाता है ऐसी मान्यता है कि यहां एक लाख चावल चढ़ाने से मनोकामना पूर्ण होती है। सावन माह एंव महाशिवरात्रि में यहां मेला सा महौल रहता है जिससे श्रद्वालु दुर -दुर से यहां पैदल चलकर आते हैं।

कम संसाधन में भी माता मावली मड़ई-मेले ने बनाये रखी अपनी गरिमा - विधायक
Posted Date : 04-Mar-2019 1:11:25 pm

कम संसाधन में भी माता मावली मड़ई-मेले ने बनाये रखी अपनी गरिमा - विधायक

0-दो महिला किसान समेत 10 किसानों को मिला उन्नत कृषक पुरस्कार
0-ऐसे आयोजनों से युवाओं को अपनी संस्कृति को जानने और उनसे जुडऩे का मिलता है मौका-विधायक  कश्यप

रायपुर, 04 मार्च । लगभग 8 सौ वर्ष पुराने 5 दिवसीय माता मावली मड़ई-मेला का आज शाम नारायणपुर में क्षेत्रीय विधायक  चंदन कश्यप ने समापन किया। इस अवसर पर उन्होंने 10 किसानों को विकासखंड स्तरीय उन्नत कृषक पुरस्कार 2018-19 से सम्मानित किया। विधायक  चंदन कश्यप ने समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कम संसाधन और पर्याप्त राशि मुहैय्या न होने के बावजूद भी यह मड़ई-मेला आधुनिकता के दौर में अपनी प्राचीन संस्कृति और भव्यता को बनाये हुए है। उन्होंने कहा कि ऐसे मेले के आयोजनों से बस्तर और क्षेत्रीय लोककला और संस्कृति जनता को देखने मिलती है और आज के युवाओं को संस्कृति के बारे में जानने और उनसे जुडऩे का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि मेले आयोजकों ने बच्चों के मनोरंजन का भी ध्यान रखा है। मेले में विभिन्न प्रकार के खेल के अलावा झूले भी लगे हैं, जिसका वे आनंद ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार मेले में उनके द्वारा नगर पालिका को निर्देशित किया गया कि किसी भी दुकानदार से कोई शुल्क न लिया जाये। निर्देश मिलने के बाद मेले में आये दुकानदारों से कोई शुल्क नहीं लिया गया है। इस अवसर पर कलेक्टर  पी.एस. एल्मा ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया। कार्यक्रम का शुभारंभ उद्योग एवं जिले के प्रभारी मंत्री  कवासी लखमा ने बुधवार 27 फरवरी को किया था। समापन कार्यक्रम में सम्मानित 10 किसानों जिसमें 2 महिला किसान भी शामिल हैं। जिन्होंने धान, दलहन, उद्यानिकी, पशुपालन और मत्स्यपालन में उनके द्वारा परम्परागत तकनीक के साथ आधुनिक तकनीक का इस्तामल कर अपनी पैदावार को बढ़ाया है। इनमें ग्राम बिंजली के  धरमू दुग्गा, कुरूषनार के  लच्छूराम, खरगांव के  रामप्रसाद सलाम, किहकाड़ के  मंगतूराम, कुकड़ाझोर के  गीता बाई, किहकाड़ के  सोमनाथ, कोचवाही के  सोनउराम, कोहकामेटा के  लखमूराम, ब्रेहबेड़ा के  चैनसिंह और कुरूषनार की  इतवारीन बाई शामिल हैं, जिन्हें सम्मानित किया गया है। यह सम्मान सर्पोट टू स्टेट एक्सटेंशन प्रोग्राम फॉर एक्सटेंशन रिफाम्र्स (आत्मा) योजना के अंतर्गत वर्ष 2018-19 विकासखंड उन्नत कृषक पुरस्कार के तहत् दिया जाता है। इसमें कृषि एवं जैव प्रौद्योगिक विभाग द्वारा किसान को 10 हजार रूपये की नकद राशि और प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है। विधायक  कश्यप ने कहा कि अब मड़ई मेलों में धीरे-धीरे नये-नये आधुनिकता की चीजें भी मिलनी शुरू हो गई हैं। जो कभी बड़े शहरों की दुकानों पर ही मिला करती थी। लेकिन आधुनिकता के दौर में अपनी पुरानी संस्कृति को बनाये रखना हम सब की जिम्मेदारी है। कार्यक्रम के बाद विधायक ने मेले का भ्रमण किया और मेले में चल रहे मौत के कुंए और झूलों को आनंद लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर पालिका अध्यक्ष  वेदवती पात्र ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में जनप्रतिनिधी  रजनू नेताम, अधिवक्ता  जीपी देवांगन के अलावा नगर पालिका के उपाध्यक्ष एवं पार्षदगण सहित क्षेत्र जनप्रतिनिधी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम को नगर पालिका अध्यक्ष और  रजनू नेताम ने भी संबोधित किया। स्वागत भाषण सहायक आयुक्त आदिवासी विकास  के.एस.मसराम ने दिया। उन्होंने मेला आयोजन और चल रहे सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला। अतिथियों का आभार व्यक्त अनुविभागीय दण्डाधिकारी  भूपेन्द्र साहू ने जताया। कार्यक्रम का संचालन  एनपी साहू ने किया।