रायगढ़। लंबे समय से धोबी पारा से जोगीडीपा इंदिरानगर को जोडऩे वाली अधूरे अधूरे पुल से उक्त इलाके के रहवासियों को कई तरह के परेशानी से से गुजरना पड़ता था। यह पुल विगत 5 वर्षो से भी अधिक समय से अधूरे हुआ था।
जो पड़े पड़े अपने जर्जरता पर स्वयं आंसू बहा रहा त था परंतु शहर सरकार अपने कार्यकाल के अंतिम पड़ाव में होने के साथ उक्त अधूरे पुल को पूरा करने के लिए लंबे समय से प्रयासरत थी जिसमें बीते दिन टेंडर निकाला गया था वही मंगलवार को विधिवत अधूरे पुल को पुन: बनाये जाने के लिए भूमिपूजन किया गया। जिसमें दोनों वार्ड के पार्षद सभापति सलीम नियारिया नगर निगम महापौर मधुबाई, आयुक्त रमेश जयसवाल सहित आधा दर्जन पार्षद व स्थानीय लोग मौजूद थे। जिनकी दिन की मौजूदगी में वैदिक मंत्रोचार के साथ भूमिपूजन पूजन किया गया। गौरतलब है कि पुल के लिए कई बार आंदोलन व विरोध हो चुका है।
रायगढ़। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर के द्वारा आज हाईस्कूल सर्टिफि केट परीक्षा 2019 (कक्षा 10 वीं) के गणित विषय में विद्यार्थियों की कुल दर्ज संख्या 21174 थी जिनमें 20613 परीक्षार्थी उपस्थित रहे एवं 561 अनुपस्थित रहे।
रायगढ़। रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत कार्यरत महिला श्रमिकों से अभद्र व्यवहार करने और 8 दिनों तक कार्य करवाकर सरपंच एतवार सिंह, सचिव एवं नेत्रा पटेल ठेकेदार एवं एक महिला तकनीकि सहायक के द्वारा काम से निकाल देने का मामला सामने आया है। मामले की शिकायत महिला श्रमिकों ने कलेक्टर एवं श्रम विभाग में की है। मामला शहर से लगे ग्राम पंचायत ननसियां और छुहीपाली की है। गांव की महिला श्रमिकों ने कलेक्टर से मामले की शिकायत करते हुए कहा है कि महिला श्रमिकों को रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत गांव में काम करते हैं जहां ग्राम के सरपंच एतवार सिंह, सचिव ठेकेदार नेत्रा पटेल एवं एक महिला जिसे ठेकेदार के द्वारा भेजा गया था। जहां महिला श्रमिकगण को 8 दिनों तक कार्य करवा गया और ठेकेदार के द्वारा कहा गया है कि 174 रूपए की दर से मजदूरी का भुगतान किया जायेगा रोजगार गारंटी के अंतर्गत 174 रूपये प्रतिदिन सरकारी हिसाब से दिया जाता है। 4 मार्च को भी महिला श्रमिक गण कार्य करने के लिये गये थे तो ठेकेदार सरपंच सचिव और उक्त महिला के द्वारा कहा गया कि दो महिला श्रमिक को 7 फीट लंबा, 3 फीट चौड़ा एवं 4 फीट गहरा गड्ढा खोदकर मिट्ट फेंकना है और उन्हे इस कार्य के लिए केवल एक ही दिन का रोजी दिया जाएगा। महिला श्रमिकों के द्वारा इसपर आपत्ति किये जाने पर दो महिला श्रमिक एक दिन से ज्यादा लगेगा तो भी उन्हे एक ही दिन का रोजी दिया जायेगा यह कहकर महिला श्रमिकगणों को ठेकेदार की सहायक महिला, सरपंच, सचिव के द्वारा भगा दिया गया है और कहा गया कि तुम लोगों से काम नहीं करवाना है, तुम्हारे स्थान पर दूसरे को कार्य में लिया जा रहा है कहकर काम से भगा दिया गया। महिलाओं का कहना है कि मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं।
रायगढ़। जिले में बुधवार से होने वाली 9 वीं व 11 वीं की परीक्षा के लिए डीपीआई से परमिशन नहीं ली गई थी। टाइम टेबल को लेकर आपत्ति हुई तो शिक्षा विभाग ने भी परीक्षा से 16 घंटे पहले आनन फानन में दोनों कक्षाओं का टाईम टेबल बदल डाला है। जिससे छात्रों के अलावा शिक्षक एवं स्कूल प्रबंधन भी असमंजस में आ गए हैं। छात्रों को समय नियोजन एवं टाईम टेबल के अनुसार पढ़ाई की सीख देने वाला शिक्षा विभाग ही अपने सिद्धांतों पर काम नहीं कर रहा है। जिले में पूर्व में विभाग ने 9 वी व 11 वी की कक्षाओं के लिए जो टाइम टेबल बनाया था। उसके अनुसार बुधवार 6 मार्च से परीक्षाएं शुरू होनी थी और 22 मार्च तक संचालित होनी थी लेकिन इसके लिए संचालनालय को सही समय पर जानकारी नहीं भेजी गई। इधर कुछ हफ्ते पहले संचालनालय ने रायगढ़ जिले के इस टाइमटेबल पर आपत्ति जताकर सभी जिलों में एकरूपता लाने के लिए एक साथ टाईम टेबल जारी करने के निर्देश दिए थे लेकिन निर्वाचन एवं बोर्ड परीक्षा की व्यसतता बताकर शिक्षा विभाग इसे संशोधित नहीं कर सका और ना ही इसकी कोई सूचना मंगलवार शाम तक स्कूलों एवं छात्रों को दी जा सकी। बुधवार से परीक्षाएं शुरू होगी या नहीं होगी, इसके लिए इतना संदेह था कि बीइओ ने प्रश्नपत्र भी वितरित नहीं किए थे। ऐसे में जब छात्रों के साथ पालकों एवं शिक्षकों ने एक साथ जानकारी लेनी चाही तो आनन फानन में विभाग ने नया टाइम टेबल बनाया है। और शाम करीब 7 बजे इसे सभी बीइओ के मार्फत हाई व हायर सेकेंडरी स्कूलों के प्राचार्यों को मोबाइल पर फारवर्ड किया गया है। नए टाइम टेबल के अनुसार 9 वी 11 वी की परीक्षाएं अब 9 मार्च से 26 मार्च तक संचालित होंगी।
रायगढ़ । जिले में 6 साल पहले इस्तीफा देने वाले पटवारी को फिर से नौकरी दे दी गई है। नटवरपुर में आदिवासी जमीन के एक मामले में निलंबित हुए पटवारी पवन चौहान ने जांच के दौरान ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था लेकिन कोर्ट के आदेश के बाद इस्तीफा स्वीकार नहीं करने की बात कहकर विभाग ने भी पटवारी को मनचाही जगह में पोस्टिंग दे दी है। राजस्व एवं भू-अभिलेख विभाग रायगढ़ में एक अनोखा मामला सामने आया है। नौकरी छोडऩे के 6 साल बाद अब पूर्व में निलंबित हुए पटवारी को फिर से सरकारी कुर्सी दे दी गई है। दरअसल जिले में पूर्व में पटवारी के पद में पदस्थ रहे पवन चौहान का नाम आदिवासी जमीन खरीदी बिक्री के मामले में सामने आया था। शहर से लगे आदिवासी गांव नटवरपुर में हुए इस जमीन घोटाले में तत्कालीन कलेक्टर ने पटवारी पवन चौहान को सस्पेंड कर दिया था । इस मामले में कलेक्टर कोर्ट में सुनवाई चल रही थी। इसी बीच पटवारी पवन चौहान ने 20 फरवरी 2013 को इस्तीफा दे दिया था। लेकिन हाईकोर्ट से राहत मिलने के बाद पूर्व पटवारी पवन चौहान ने दोबारा से सरकारी कुर्सी पाने के लिए अपने राजनैतिक संबंधों का फायदा उठाया और राजधानी रायपुर में जाकर अर्जी लगाकर सारंगढ़ में पटवारियों के रिक्त पदों का हवाला देकर उसे फिर से सेवा में लेने के लिए आवेदन दे दिया। पटवारी के इस आवेदन पर राज्य सरकार ने भी जिला प्रशासन से उक्त मामले में अभ्यावेदन मांगा था लेकिन प्रशासन ने हाईकोर्ट के आदेश से डरकर पटवारी के लिए नौकरी का रास्ता तैयार कर दिया और उसे सारंगढ़ में ही पोस्टिंग दे दी गई है।
धमतरी, 06 मार्च । पड़ोसी जिलों में स्वाईन फ्लू से मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा अलर्ट जारी करते हुए एच 1 एन 1 ’स्वाईन फ्लू’ से संबंधित बीमारियों की रोकथाम के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.डी.के.तुर्रे ने गंभीरता से लेते हुए अलर्ट जारी किया है। उन्होंने बताया कि स्वाईन फ्लू वायरस ’एच1एन1 इन्फ्लुएंजा ए’ के कारण होता है। यह वायरस वायु कण एवं संक्रमित वस्तुओं को छूने से फैलता है। उन्होंने बताया कि संक्रमण की अवधि सात दिन होती है, इस समय बुजुर्ग, गर्भवती माताओं व बच्चों में संक्रमण का खतरा अधिक होता है। विशेषकर वे जो हृदय रोग, श्वसन संबंधी रोग, लीवर, किडनी, डायबिटीज, एचआईव्ही एवं कैंसर पीडि़त हो अथवा ऐसे मरीज जो स्टेराईड की दवा सेवन लंबे समय से कर रहे हों।
इसके लक्षणों के बारे में बताया गया है कि संक्रमित व्यक्तियों को तेज बुखार के साथ खांसी, नाक का बहना, गले में खरास, सिरदर्द, बदन दर्द, थकावट, दस्त एवं उल्टी, छाती में दर्द, रक्तचाप में गिरावट, खून के साथ बलगम आने व नाखूनों का नीला पडऩे की शिकायत होती है। ऐसी स्थिति में मरीजों को तत्काल अपने निकटतम स्वास्थ्य केन्द्रों में आवश्यक सलाह एवं उपचार के लिए आने के लिए अपील की गई है। इसके बचाव के लिए भीड़-भाड़ वाले स्थानों में जाने से बचें, संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में ना आएं व हाथ ना मिलाएं, हाथों को नियमित रूप से साबून से धोएं। साथ ही स्वाईन फ्लू के मरीजों के उपचार के लिए जिला चिकित्सालय व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में पृथक आईसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं और सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में इसके उपचार के लिए आवश्यक दवाईयों का भण्डारण भी सुनिश्चित् किया गया है। जिले के सभी खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश जारी कर रैपिड रिस्पॉंस दलों को सतत् निगरानी करने के लिए कहा गया है और संभावित प्रकरण मिलने पर त्वरित रूप से सम्पर्क सर्वेलेंस कर जिला कार्यालय को सूचित करने कहा गया है।