नई दिल्ली ,14 दिसंबर । फलों, सब्जियों और दालों की कीमतों में गिरावट के कारण नवंबर में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति की दर घटकर 4.64 प्रतिशत पर आ गयी। यह इस साल अगस्त के बाद थोक महँगाई का निचला स्तर है। इससे पहले अक्टूबर में थोक महँगाई दर 5.28 फीसदी और पिछले साल नवंबर में 4.02 प्रतिशत रही है। महँगाई के मोर्चे पर सरकार के लिए यह दोहरी राहत है। इससे पहले बुधवार को जारी आँकड़ों के अनुसार, नवंबर में खुदरा महंगाई भी घटकर 17 महीने के निचले स्तर पर रही थी।
महँगाई घटने का प्रमुख कारण खाद्य वर्ग के उत्पादों का एक साल पहले की तुलना में सस्ता होना रहा। नवंबर में खाद्य थोक महँगाई 3.31 प्रतिशत ऋणात्मक रही। पिछले साल नवंबर के मुकाबले गत नवंबर में प्याज के दाम 47.06 प्रतिशत, सब्जियों के 26.98 प्रतिशत, दालों के 5.42 प्रतिशत और फलों के 2.49 प्रतिशत घट गये। इसके अलावा अंडे तथा मांस-मछलियों की महँगाई दर शून्य रही। खाद्य पदार्थों में ही आलू के दाम 86.45 प्रतिशत बढ़े हैं। गेहूँ की कीमत में 9.18 फीसदी, मोटे अनाजों में 7.23 फीसदी और धान में 4.29 फीसदी की तेजी रही।
ईंधन तथा बिजली वर्ग के उत्पादों की कीमतों में तेज व़ृद्धि का क्रम जारी रहा। इसकी महँगाई दर 16.28 प्रतिशत रही। इस वर्ग में पिछले साल नवंबर की तुलना में रसोई गैस 23.22 प्रतिशत, डीजल 20.16 प्रतिशत और पेट्रोल 12.06 प्रतिशत महँगा हुआ।
विनिर्मित उत्पादों के वर्ग में महँगाई दर 4.21 प्रतिशत रही। हालाँकि, चीनी 11.।40 प्रतिशत सस्ती हुई। माइल्ड इस्पात और सेमी फर्निश्ड इस्पात की महँगाई दर 7.97 प्रतिशत रही। रसायन तथा रसायनिक उत्पादों की महँगाई दर 7.47 प्रतिशत, कागज तथा उनसे बने उत्पादों की 6.19 प्रतिशत तथा कपड़ों की 5.49 प्रतिशत दर्ज की गयी। चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीने में अप्रैल से नवंबर तक औसत थोक महँगाई दर 4.73 प्रतिशत रही। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह दर 2.83 प्रतिशत रही थी।
नई दिल्ली ,14 दिसंबर । माइक्रोसाफ्ट ने कहा कि सोशल नेटवर्क एप कैजाला 1000 संगठनों को उत्पादकता बढ़ाने में मदद की है। इनमें सरकारी और निजी संगठन शामिल हैं। कंपनी ने कहा कि पिछले साल भारत में लांच की गई कैजाला की पहुंच बढ़ाई जाएगी। अभी यह 28 देशों एवं 18 भाषाओं में उपलब्ध है।
माइक्रोसाफ्ट के प्रेसिडेंट अनंत महेश्वरी ने कहा कि कैजाला संगठनों को अपने कर्मचारियों को और सशक्त एवं उत्पादक बनाने में सहयोग कर रहा है। माइक्रोसाफ्ट के वाइस प्रेसिडेंट राजीव कुमार ने कहा कि कैजाला चैट आधारित कम्यूनिकेशन है और डाटा प्रबंधन टूल है। उल्लेखनीय है कि कैजाला का उपयोग बैंक, अस्पताल एवं अन्य संगठन अपनी उत्पादकता बढ़ाने के लिए कर रहे हैं।
मुंबई ,14 दिसंबर । देश के शेयर बाजारों के शुरुआती कारोबार में शुक्रवार को मजबूती का रुख है। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स सुबह 9.43 बजे 20.74 अंकों की मजबूती के साथ 35,950.38 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 6.70 अंकों की बढ़त के साथ 10,798.25 पर कारोबार करते देखे गए।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 30.55 अंकों की मजबूती के साथ 35960.19 पर जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 7.05 अंकों की कमजोरी के साथ 10,784.50 पर खुला।
0-पीएनबी घोटाला
नई दिल्ली ,13 दिसंबर । पंजाब नेशनल बैंक को करोड़ों रुपये का चूना लगाने वाले हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया है। सीबीआई के अनुरोध पर इंटरपोल ने यह नोटिस जारी किया है। 13,500 करोड़ रुपए के पीएनबी घोटाले का आरोपी मेहुल चौकसी एंटीगुआ में रह रहा है। अधिकारियों के अनुसार, चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के साथ ही उसके प्रत्यर्पण या निर्वासन की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। चोकसी को इंटरपोल के 192 सदस्य देशों में से किसी के द्वारा भी गिरफ्तार किया जा सकता है।
बता दें कि हाल ही में मेहुल चोकसी के साथी दीपक कुलकर्णी को कोलकाता एयरपोर्ट से पीएमएल एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया। सूत्रों की मानें, दीपक ही हांगकांग में मेहुल चोकसी का पूरा बिजनेस संभालता था। यहां तक कि वह चोकसी की किसी फर्जी कंपनी का डायरेक्टर भी था।
क्या है रेड कॉर्नर नोटिस?
रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के पीछे इंटरपोल का मुख्य उद्येश्य सदस्य देशों की पुलिस को सतर्क करना होता है ताकि संदिग्ध अपराधियों को पकड़ा जा सके या खोये हुए व्यक्तियों के बारे में जानकारी जुटाई जा सके। ध्यान रहे कि रेड कॉर्नर नोटिस किसी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय गिरफ़्तारी वारंट नही होता है।
क्यों जारी किया जाता है ये नोटिस
अपने देश से किसी आरोपी के भागने पर उसकी गिरफ्तारी के लिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जाता है। नोटिस जारी होने पर आरोपी इंटरपोल के सभी सदस्य देशों की पुलिस की नजर में रहता है और व्यक्ति को पकडऩे पर उसे गिरफ्तार कर लिया जाता है। अक्सर ऐसा होता है कि अपराधी किसी देश में अपराध करने के बाद उस देश को छोडक़र किसी अन्य देश में चला जाता है तो ऐसे हालत में उस व्यक्ति के लोकेशन को जानने और वांछित देश की पुलिस के द्वारा गिरफ्तार करने के लिए सभी देशों के सहयोग की कोशिश होती है। दूसरे देशों की मदद लेने के लिए ये नोटिस जारी किया जाता है।
लॉस एंजेलिस ,13 दिसंबर । स्ट्रीमिंग सर्विस एकॉर्न टीवी ने ऐलान किया है कि वह भारत सहित 30 देशों में अपनी सेवाओं का विस्तार करेगा। एकॉर्न टीवी को सबसे पहले 2011 में अमेरिका और कनाडा में लॉन्च किया गया था। इसके शुरुआती अंतर्राष्ट्रीय विस्तार में 12 लैटिन अमेरिकी देश शामिल हैं।
इसके नए यूरोपीय देशों में स्पेन, स्वीडन, डेनमार्क, नॉर्वे, फिनलैंड, आइसलैंड, द नीदरलैंड्स, बेल्जियम, लग्जमबर्ग हैं जबकि नए दक्षिण अमरिकी देशों में वेनेजुएला, उरुग्वे, पराग्वे, बोलीविया, डॉमिनिशयन रिपब्लिक और गुआया है।
एकॉर्न के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और महाप्रबंधक मैथ्यू ग्राहम ने कहा, उत्तरी अमेरिका में एकॉर्न टीवी काफी अच्छा काम कर रहा है, इसलिए हम विश्व स्तर पर एकॉर्न टीवी को ले जाने को लेकर रोमांचित हैं।
0-सिर्फ 100 रुपए में खोलें खाता
नई दिल्ली ,13 दिसंबर । नौकरीपेशा लोग टैक्स में छूट के लिए नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट अच्छा ऑप्शन का चयन कर सकते हैं। पोस्ट आफिस की इस स्कीम से टौक्स में छूट के साथ ही अधिक ब्याज भी मिलेगा। 5 साल की एनएससी पर ब्याज दर 8 प्रतिशत हो गई है जबकि यह पहले 7.6 फीसदी थी। फिलहाल इतना ब्याज देश का कोई भी बड़ा बैंक नहीं दे रहा है। हालांकि इसमें निवेश की अवधि कम से कम 5 साल है।
पोस्ट ऑफिस की एनएससी स्कीम के तहत खाता खोलने के लिए आपको कम से कम 100 रुपए की जरुरत है। एक निश्चित तौर पर 5 साल तक निवेश करना होगा जबकि अधिकतम सीमा तय नहीं है। कोई भी व्यक्ति इस स्कीम में निवेश कर सकता है और अगर उक्त व्यक्ति चाहे तो अपने बच्चों के नाम पर भी इसे खरीद सकते हैं। इन सर्टिफिकेट की मैच्योरिटी अवधि 5 साल होती है। ब्याज हर साल जुड़ता है और कपांउड इंटरेटस्ट भी लगता है।
टैक्स में छूट
अगर आप टैक्स में छूट पाना चाहते हैं तो इस स्कीम के तहत 1.5 लाख तक के निवेश पर ही टैक्स में छूट मिलती है। लेकिन अगर राशि इससे अधिक है तो आपको टैक्स में छूट नहीं मिलेगी। आयकर अधिनियम 80 सी के तहत आपको टैक्स में छूट का लाभ मिलता और नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में निवेश करने पर आपका टीडीएस नहीं कटता है। हालांकि इसमें आप समय से पहले धनराशि निकाल सकते हैं पर उसके लिए आपको पेनाल्टी देनी होगी।