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कमजोर वैश्विक संकेतों से शेयर बाजार में गिरावट, सेंसेक्स 200 अंक फिसला
Posted Date : 14-Jun-2024 8:58:30 am

कमजोर वैश्विक संकेतों से शेयर बाजार में गिरावट, सेंसेक्स 200 अंक फिसला

मुंबई। भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार को हरे निशान में खुले, लेकिन बिकवाली के दबाव में कुछ ही देर में गिरावट में चले गये। सुबह 9:35 पर बीएसई का सेंसेक्स 201 अंक या 0.26 प्रतिशत टूटकर 76,608 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 43 अंक या 0.19 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,359 अंक पर था।
बाजार में रुझान सकारात्मक बना हुआ है। एनएसई पर 1,247 शेयर हरे निशान में और 853 शेयर लाल निशान में हैं। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में खरीददारी हावी है। निफ्टी मिडकैप 100 सूचकांक 146 अंक या 0.27 प्रतिशत की तेजी के साथ 54,798 अंक और निफ्टी स्मॉलकैप सूचकांक 78 अंक या 0.44 प्रतिशत बढक़र 17,986 अंक पर है।
सेक्टर के हिसाब से देखें तो शुरुआती कारोबार में एफएमसीजी, रियल्टी और ऑटो में तेजी है। वहीं, आईटी, धातु और ऊर्जा समूहों पर दबाव है।
सेंसेक्स में टाइटन, महिंद्रा एंड महिंद्रा, हिंदुस्तान यूनिलिवर, एशियन पेंट्स, बजाज फाइनेंस और सनफार्मा में सबसे ज्यादा तेजी देखी गई। वहीं, टेक महिंद्रा, एनटीपीसी, जेएसडब्ल्यू स्टील, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और आईसीआईसीआई बैंक में सबसे ज्यादा गिरावट रही।
प्रभुदास लीलाधर में टेक्निकल रिसर्च की उपाध्यक्ष वैशाली पारेख का कहना है कि पिछले चार सत्रों से निफ्टी 23,400 अंक से लेकर 23,450 अंक के स्तर को तोड़ नहीं पा रहा है और यहां से मुनाफावसूली देखने को मिल रही है। वहीं, 23,200 अंक एक मजबूत सपोर्ट बना हुआ है। अगर यह 23,400 अंक की बाधा को पार कर टिकने में कामयाब रहता है तो यह 23,800 अंक तक भी जा सकता है।
एशियाई बाजारों में मिलाजुला कारोबार हो रहा है। टोक्यो, बैंकॉक और सोल के बाजार हरे निशान में हैं, जबकि जकार्ता, हांगकांग और शंघाई के बाजारों में गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है। अमेरिकी बाजार गुरुवार को मिले-जुले बंद हुए थे। कच्चे तेल का बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 82 डॉलर प्रति बैरल और अमेरिकी डब्ल्यूटीआई 78 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ है।

 

अमूल और मदर डेयरी के बाद अब पराग दूध ने बढ़ाए दाम
Posted Date : 14-Jun-2024 8:58:15 am

अमूल और मदर डेयरी के बाद अब पराग दूध ने बढ़ाए दाम

नईदिल्ली । गर्मियों में जब दूध की मांग बढऩे लगती है तो इसके रेट भी अपडेट हो जाते हैं. हर साल इस तरह का चलन देखने को मिल रहा है. मदर डेयरी हो या अमूल हर वर्ष दूध के दामों में इजाफा हो रहा है. इस साल भी दोनों कंपनियों ने दूध के दामों में इजाफा किया है. इस बीच पराग के एक लीट दूध के लिए उपभोक्ताओं को ज्यादा कीमत चुकानी हो होगी. ये दो रुपये प्रति लीटर तक महंगा हो चुका है. यह बदलाव दो वैरायटी के पैक में देखा गया है. अब पराग का टोंड मिल्क बाजारों में 54 रुपये के बजाए 56 रुपये मिलेगा. वहीं पराग गोल्ड के एक लीटर दूध की कीमत 66 रुपये से बढक़र 68 रुपये तक हो गई है. 
बजारों में मिलने वाले पराग डेयरी के 1 लीटर वाले दोनों दूध पैक के दामों को बढ़ाया गया है. इसके साथ आधा लीटर वाले पैक में एक-एक रुपये की बढ़ोतरी की है. पराग गोल्ड के आधे लीटर की कीमत 33 रुपए से बढक़र 34 रुपए तक हो चुकी है. इसके साथ आधा लीटर पराग स्टैंडर्ड अब 30 रुपए की जगह 31 रुपये तक पहुंच गया है. अब आधा लीटर टोंड दूध 27 रुपए की बजाए 28 रुपए तक पहुंच गया है. 
पराग डेयरी के जनरल मैनेजर कहना है कि गर्मी आते ही दूध की अपूर्ति बढ़ जाती है. बीते दिनों मदर डेयरी और अमूल ने अपने दामों में इजाफा किया. उनका कहना है कि पराग हर रोज करीब 33 हजार लीटर दूध की आपूर्ति करता है. वहीं किसानों की ओर से भी दूध के दामों में इजाफा हुआ है. इस वजह से कंपनी ने कीमतें बढ़ाई है. 
अमूल के हाल ही में अपने रेट बढ़ाए हैं. नए रेट में अमूल गोल्ड का आधा लीटर अब 32 रुपए से बढक़र 33 रुपए हो चुका है. वहीं अमूल ताजा 500 एमएल के रेट 26 रुपए से बढक़र 27 रुपये तक पहुंच चुके हैं. अमूल शक्ति 500 एमएल अब 29 रुपए से बढक़र 30 रुपए तक पहुंच चुका है. अमूल ताजा के छोटे पाउच छोडक़र सभी वर्गों के दाम में 2 रुपए प्रति लीटर इजाफा हुआ है. 

 

महंगाई कम होने का दिखा असर, रिकॉर्ड तेजी के साथ खुले शेयर बाजार
Posted Date : 13-Jun-2024 11:06:12 pm

महंगाई कम होने का दिखा असर, रिकॉर्ड तेजी के साथ खुले शेयर बाजार

मुंबई। भारतीय शेयर बाजार गुरुवार के कारोबारी सत्र में हरे निशान में खुले। इसकी वजह मई में महंगाई कम होना है। बुधवार को सरकार की ओर से जारी आंकड़ों में बताया गया था कि मई में खुदरा महंगाई दर गिरकर 4.75 प्रतिशत रह गई है, जो अप्रैल में 4.83 प्रतिशत थी।
गुरुवार को शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स ने 77,145 और निफ्टी ने 23,481 का नया ऑल टाइम हाई रिकॉर्ड बनाया। सुबह 9:25 तक सेंसेक्स 340 अंक या 0.44 प्रतिशत बढक़र 79,946 अंक और निफ्टी 106 अंक या 0.46 प्रतिशत की तेजी के साथ 23,429 अंक पर था।
बाजार में चौतरफा खरीदारी देखी जा रही है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 1724 शेयर हरे निशान में और 340 शेयर लाल निशान में हैं। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 387 अंक या 0.72 प्रतिशत बढक़र 54,612 अंक और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 86 अंक या 0.49 प्रतिशत बढक़र 17,879 अंक पर है। इंडिया विक्स 2.22 प्रतिशत गिरकर 14.07 अंक पर है, जो दिखाता है कि बाजार में स्थिरता लौट रही है।
सेक्टर के हिसाब से देखें तो आईटी, ऑटो, पीएसयू बैंक, रियल्टी, मेटल और इन्फ्रा में तेजी है। वहीं, एफएमसीजी और मीडिया इंडेक्स लाल निशान में है। सेंसेक्स पैक में विप्रो, टेक महिंद्रा, नेस्ले, टाइटन, बजाज फाइनेंस, एचसीएल टेक, कोटक महिंद्रा बैंक, इन्फोसिस, टीसीएस और एमएंडएम टॉप गेनर्स हैं। रिलायंस, पावर ग्रिड और एचयूएल टॉप लूजर्स हैं।
जानकारों का कहना है कि महंगाई के मोर्चे पर अच्छी खबर है। अमेरिका और भारत दोनों में महंगाई कम हुई है। अमेरिका में महंगाई घटकर 3.3 प्रतिशत पर आ गई है। वहीं, भारत में यह घटकर 4.75 प्रतिशत पर रह गई है। ऐसे में ब्याज दर कटौती की उम्मीद को दोनों ही देशों में बल मिला है और यह बाजार के लिए सकारात्मक है।

 

टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी ने प्रमुख शहरों में 850 से अधिक चार्जिंग पॉइंट्स स्थापित किए
Posted Date : 13-Jun-2024 11:05:45 pm

टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी ने प्रमुख शहरों में 850 से अधिक चार्जिंग पॉइंट्स स्थापित किए

नईदिल्ली। टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड , टाटा समूह की सहायक कंपनी, ने घोषणा की कि उसने प्रमुख महानगरीय क्षेत्रों में 850 से अधिक चार्जिंग पॉइंट्स स्थापित किए हैं। यह पहल इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई है।
कंपनी की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलुरु, जम्मू, श्रीनगर, धारवाड़, लखनऊ और गोवा जैसे शहरों के 30 से अधिक बस डिपो में ये चार्जिंग पॉइंट्स स्थापित किए गए हैं।
इस नेटवर्क के माध्यम से 1 लाख टन से अधिक टेलपाइप सीओ2 उत्सर्जन को रोका गया है।
कंपनी के चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में 180-240 किलोवाट (किलोवाट) की रेंज वाले हाई कैपेसिटी वाले फास्ट चार्जर्स हैं, जिनका औसत चार्जिंग समय 1 से 1.5 घंटे है।
दिल्ली टाटा पावर के ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन) चार्जिंग पॉइंट्स का उपयोग करते हुए ई-बस उपस्थिति में सबसे आगे है, इसके बाद मुंबई, बेंगलुरु, अहमदाबाद, जम्मू और श्रीनगर का स्थान है।
कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, टाटा पावर ई-मोबिलिटी को अपनाने को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है और विभिन्न ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर ऑपरेटरों के साथ तालमेल बढ़ा रहा है और विभिन्न राज्य सरकारों के परिवहन निगमों को सक्षम बना रहा है,
इसके अलावा, टाटा पावर चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास, संचालन और रखरखाव सेवाओं के निष्पादन के लिए एक संपूर्ण समाधान प्रदान करता है।

जेपी इंफ्राटेक ने देवांग प्रवीण पटेल को सीएफओ किया नियुक्त
Posted Date : 13-Jun-2024 11:05:24 pm

जेपी इंफ्राटेक ने देवांग प्रवीण पटेल को सीएफओ किया नियुक्त

0-बाजारों से हटाए जाएंगे कंपनी के शेयर
नईदिल्ली। जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड ने देवांग प्रवीण पटेल को अपना मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) नियुक्त किया है । सुरक्षा समूह ने जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड को दिवाला प्रक्रिया के जरिए अधिग्रहित किया है।
शेयर बाजार को दी जानकारी के अनुसार, पटेल ने आठ जून 2024 से पदभार संभाल लिया। सुरक्षा समूह ने पिछले महीने अपीलीय न्यायाधिकरण एनसीएलएटी से मंजूरी के बाद जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड (जेआईएल) का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है। वह अब जेआईएल को स्टॉक एक्सचेंज से हटाएगी।
निदेशक मंडल ने उन शेयरधारकों के नाम निर्धारित करने के लिए रिकॉर्ड तिथि के रूप में 21 जून 2024 तय की है, जिन्हें कंपनी के जारी इक्विटी शेयरों का हटाने और बाद में समाप्ति के उद्देश्य से निकास मूल्य का भुगतान किया जाएगा। हालांकि, अनुमोदित समाधान योजना के अनुसार सुरक्षा समूह (सफल समाधान आवेदक) को जारी किए गए शेयर निष्क्रिय नहीं होंगे।
सुरक्षा समूह ने जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड में 125 करोड़ रुपये की इक्विटी पूंजी भी डाली है। राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय अधिकरण (एनसीएलएटी) ने 24 मई को जेपी इन्फ्राटेक लिमिटेड (जेआईएल) का अधिग्रहण करने के लिए सुरक्षा रियल्टी की तरफ से लगाई बोली को बरकरार रखा था। इसके साथ ही इसे किसानों को मुआवजे के रूप में यमुना यीडा को 1,334 करोड़ रुपये का भुगतान करने का निर्देश भी दिया था। इसके पहले मार्च 2023 में राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने दिवाला प्रक्रिया पर मुहर लगाई थी।
एनसीएलटी ने जेआईएल को खरीदने के लिए सुरक्षा समूह की तरफ से लगाई बोली को मंजूरी दे दी थी। यीडा सहित कई पक्षों ने एनसीएलटी के आदेश को चुनौती देते हुए एनसीएलएटी में याचिका दायर की थी। यीडा ने किसानों के मुआवजे के रूप में लगभग 1,700 करोड़ रुपये का दावा किया था।

 

सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा भारत, 3 साल में जीडीपी में 6.7 प्रतिशत की होगी वृद्धि: वर्ल्ड बैंक
Posted Date : 12-Jun-2024 10:52:38 pm

सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा भारत, 3 साल में जीडीपी में 6.7 प्रतिशत की होगी वृद्धि: वर्ल्ड बैंक

नई दिल्ली। वर्ल्ड बैंक की ओर से कहा गया है कि भारत अगले तीन साल में 6.7 प्रतिशत की विकास दर से आगे बढ़ेगा। मजबूत घरेलू मांग, निवेश में उछाल और सर्विसेज सेक्टर में अच्छी गतिविधि के चलते भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढऩे वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा।
ग्लोबल इकोनोमिक प्रोस्पेक्ट्स रिपोर्ट में वर्ल्ड बैंक ने वित्त वर्ष 2025 में भारत के लिए अपने विकास पूर्वानुमान को 6.6 प्रतिशत पर बरकरार रखा है।
इसने कहा कि भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढऩे वाला देश बना रहेगा, हालांकि इसके विस्तार की गति थोड़ी धीमी हो सकती है।
वर्ल्ड बैंक ने कहा, वित्त वर्ष 2023-24 में अच्छी विकास दर के बाद, वित्त वर्ष 2024-25 से अगले तीन वित्तीय वर्षों के लिए औसतन 6.7 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है। वित्त वर्ष 2026 और वित्त वर्ष 2027 के लिए वर्ल्ड बैंक ने भारत की अर्थव्यवस्था के क्रमश: 6.7 प्रतिशत और 6.8 प्रतिशत की दर से बढऩे का अनुमान लगाया है।
वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट में कहा गया है, कृषि उत्पादन में सुधार और मुद्रास्फीति में गिरावट से निजी खपत वृद्धि को लाभ मिल सकता है। चालू व्यय को कम करने के सरकार के लक्ष्य के अनुरूप सरकारी खपत में थोड़ी धीमी हो सकती है।
इससे पहले अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने 2024-25 के लिए भारत के विकास पूर्वानुमान को 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.8 प्रतिशत कर दिया था।
आरबीआई ने पिछले हफ्ते चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के जीडीपी विकास पूर्वानुमान को 7 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि 2024-25 की पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि 7.3 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 7.2 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 7.3 प्रतिशत और अंतिम तिमाही में 7.2 प्रतिशत रहने की संभावना है।
भारतीय अर्थव्यवस्था ने जनवरी-मार्च तिमाही में 7.8 प्रतिशत की मजबूत जीडीपी वृद्धि दर्ज की है, जबकि पूरे साल 2023-24 के लिए विकास दर 8.2 प्रतिशत है। यह वित्त वर्ष 2022-23 में 7 प्रतिशत थी।