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दिल्ली में आप को झटका, 13 पार्षदों ने इस्तीफा देकर बनाई नई पार्टी; मुकेश गोयल होंगे नए नेता
Posted Date : 17-May-2025 9:46:42 pm

दिल्ली में आप को झटका, 13 पार्षदों ने इस्तीफा देकर बनाई नई पार्टी; मुकेश गोयल होंगे नए नेता

नई दिल्ली ।  दिल्ली में आम आदमी पार्टी के 13 पार्षदों ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। पार्षद हेमचंद्र गोयल के नेतृत्व में पार्षदों की शनिवार को बैठक हुई और इसमें कई फैसले लिए गए। सभी पार्षदों ने थर्ड फ्रंट बनाने का निर्णय लिया है, जिसका नेतृत्व मुकेश गोयल को देने का फैसला लिया गया है।
जिन 13 पार्षदों ने इस्तीफा दिया है, उनके नाम हैं-
हेमनचंद गोयल
दिनेश भारद्वाज
हिमानी जैन
उषा शर्मा
साहिब कुमार
राखी कुमार
अशोक पांडेय
राजेश कुमार
अनिल राणा
आम आदमी पार्टी ने
देवेंद्र कुमार
हिमानी जैन
इस नए थर्ड फ्रंट का नाम इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी नाम दिया गया है। पूर्व नेता सदन मुकेश गोयल ने कहा कि हमेशा ऊपर से आदेश आते थे। नीचे की कोई बात नहीं सुनी जाती थी। मुझे नेता सदन बनाया गया लेकिन हमें कोई जानकारी नहीं होती थी। मैं 2022 में आप के टिकट पर चुनाव लड़ा था। वहीं हेमचंद गोयल ने कहा कि निगम का अर्थ है सत्ता का विकेंद्रीकरण लेकिन आप ने केंद्रीय स्तर पर एक ही व्यक्ति को शक्ति दे दी।

 

रामभद्राचार्य बोले, ‘हमें पीओके चाहिए और बहुत जल्द लेकर रहेंगे’
Posted Date : 17-May-2025 9:45:47 pm

रामभद्राचार्य बोले, ‘हमें पीओके चाहिए और बहुत जल्द लेकर रहेंगे’

नई दिल्ली ।  ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और भारतीय सेना के पराक्रम की जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने जमकर तारीफ की। दावा किया कि पाकिस्तान की ऐसी पिटाई हुई है कि उबरने में उसे सैकड़ों साल लगेंगे। इसके साथ ही संस्कृत विद्वान ने विश्वास के साथ कहा, हमें पीओके चाहिए और हमें यह बहुत जल्द मिलेगा।
जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि मुझे लगता है कि पाकिस्तान अपनी आदत से बाज नहीं आएगा। पाकिस्तान को यह समझना होगा कि इस बार ऑपरेशन सिंदूर के तहत उसकी जमकर धुलाई हुई है और आगे फिर से नापाक हरकत की तो अंजाम घातक होंगे।
उन्होंने आगे कहा,  हमारी भारतीय सेना ने पाकिस्तान की जमकर पिटाई की है लेकिन, भारत के हाथों पिटाई खाने के बाद भी पाकिस्तान सुधरने वाला नहीं है। हम कह रहे हैं कि हमें पीओके चाहिए और हमें यह बहुत जल्द मिलेगा।
जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान को जो चोट पहुंचाई है उससे उबरने में पाकिस्तान को एक शताब्दी का समय लगेगा।
ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मान को रामभद्राचार्य ने लंबे संघर्ष का नतीजा बताया। उन्होंने कहा, जितना बड़ा संघर्ष होता है, उतनी ही बड़ी सफलता भी मिलती है। मैंने लंबे समय तक संघर्ष किया है, इसलिए सफलता भी बड़ी है। पहली बार किसी संत को ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह मैंने किसी से उधार में नहीं लिया है। मैंने काम किया, इसीलिए मुझे यह मिला है। मैंने 250 पुस्तकें लिखी हैं, जिनमें से 150 संस्कृत में हैं। संस्कृत में मेरी चार महाकाव्य हैं।
बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शुक्रवार(16मई) को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में संस्कृत के विद्वान जगद्गुरु रामभद्राचार्य को 58वां ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने (रामभद्राचार्य) उत्कृष्टता का प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया है। दिव्यांग होने के बावजूद, जगद्गुरु ने अपने दिव्य दृष्टिकोण से साहित्य और समाज की सेवा में असाधारण योगदान दिया है। रामभद्राचार्य ने साहित्य और सामाजिक सेवा दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय कार्य किया है। उनके गौरवशाली जीवन से प्रेरणा लेकर आने वाली पीढिय़ां साहित्य सृजन, समाज और राष्ट्र निर्माण की दिशा में आगे बढ़ती रहेंगी।

 

मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट और ताज पैलेस होटल को बम से उड़ाने की धमकी, मचा हडक़ंप
Posted Date : 17-May-2025 9:45:10 pm

मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट और ताज पैलेस होटल को बम से उड़ाने की धमकी, मचा हडक़ंप

मुंबई । मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट और ऐतिहासिक ताज महल पैलेस होटल को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद हडक़ंप मच गया है। यह धमकी मुंबई एयरपोर्ट पुलिस के ईमेल पर भेजे गए एक मेल के जरिए मिली है।धमकी भरे इस ईमेल में आतंकी अफजल गुरू और सैवक्कू शंकर को अन्यायपूर्ण तरीके से दी गई फांसी का हवाला देते हुए हमला करने की बात कही गई है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में अभी तक कोई संदिग्ध वस्तु बरामद नहीं हुई है, लेकिन अलर्ट मोड पर सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दिया गया है।
मुंबई पुलिस साइबर सेल और खुफिया एजेंसियां ईमेल भेजने वाले की पहचान करने में जुट गई हैं। सुरक्षा एजेंसियां ईमेल की लोकेशन और सर्वर ट्रेस करने की कोशिश कर रही हैं। अधिकारियों ने बताया कि मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है और हर कोण से जांच की जा रही है। गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी। इस हमले के बाद से देशभर में सुरक्षा को लेकर सतर्कता बढ़ाई गई है। केंद्र सरकार ने इस हमले के बाद पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर करारा प्रहार किया था और घाटी में भी आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन तेज कर दिया गया है।
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया कि आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों ने सीमापार से हो रहे हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया, जिसके चलते पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय दबाव में आ गया। इसके बाद सीमावर्ती इलाकों में सीजफायर की घोषणा की गई थी।
मुंबई जैसे संवेदनशील शहर को मिली यह धमकी सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर परीक्षा है। ताज होटल पहले भी 26/11 जैसे भीषण आतंकी हमले का शिकार रह चुका है, ऐसे में किसी भी धमकी को हल्के में नहीं लिया जा सकता। मुंबई पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां पूरी सतर्कता के साथ मामले की जांच कर रही हैं। नागरिकों से भी सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की गई है।

 

शांति वार्ता के बाद यूक्रेन में रूस का ताबड़तोड़ हमला, सैन्य छावनी और बस को बनाया निशाना; 9 की मौत
Posted Date : 17-May-2025 9:44:33 pm

शांति वार्ता के बाद यूक्रेन में रूस का ताबड़तोड़ हमला, सैन्य छावनी और बस को बनाया निशाना; 9 की मौत

कीव  । तुर्किए में रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता होने के एक दिन बाद ही रूस ने यूक्रेन के कई इलाकों में जोरदार हमले किए हैं। इन हमलों में एक यात्री बस को भी निशाना बनाया गया, जिसमें कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई। रूस की इस कार्रवाई को शांति प्रक्रिया को झटका माना जा रहा है।
समाचार एजेंसी ञ्ज्रस्स् की रिपोर्ट के अनुसार, रूसी सेना ने यूक्रेन की एक सैन्य छावनी पर हमला किया। बताया जा रहा है कि इस छावनी में यूक्रेन की सेना हथियार जमा करती थी। हालांकि, इस हमले में हुए नुकसान के बारे में तत्काल कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
वहीं, रूस ने एक यात्री बस पर ड्रोन से हमला कर दिया। इस हमले में बस में धमाका हो गया और कम से कम 9 यात्रियों के मारे जाने की खबर है। यूक्रेन की पुलिस ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे युद्ध अपराध बताया है। पुलिस ने क्षतिग्रस्त बस की तस्वीरें भी जारी की हैं, जिनमें देखा जा सकता है कि बस का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह से तबाह हो गया है।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब शुक्रवार को ही तुर्किए में रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडलों के बीच बातचीत हुई थी। हालांकि, इस वार्ता में युद्धविराम को लेकर कोई सहमति नहीं बन पाई। दोनों देशों के बीच लगभग 1000 बंदियों की रिहाई पर सहमति बनने की बात ज़रूर सामने आई है।
इससे पहले, ऐसी खबरें थी कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की खुद तुर्किए में मुलाकात कर सकते हैं, लेकिन ऐन मौके पर पुतिन ने अपना कार्यक्रम बदल दिया था।
यूक्रेन में सूमी सैन्य छावनी के प्रमुख ने बताया कि रूसी हमले के बाद राहत और बचाव कार्य जारी है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, रूस और यूक्रेन दोनों ही एक-दूसरे के आम नागरिकों को निशाना बनाने के आरोपों से घिरे रहे हैं।
शांति वार्ता के दौरान, यूक्रेन लगातार युद्धविराम पर ज़ोर दे रहा था। दूसरी ओर, रूस ने युद्धविराम के लिए शर्त रखी थी कि यूक्रेन विवादित इलाकों से अपनी सेना हटाए, तभी इस दिशा में आगे बढ़ा जा सकता है।
इस वार्ता में अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता की भी अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन अंतत: ट्रंप और पुतिन दोनों ही इसमें शामिल नहीं हुए, जिसके परिणामस्वरूप वार्ता दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच ही हुई और बेनतीजा समाप्त हो गई।

 

मुझे डील को लेकर कोई जल्दबाजी नहींज्, भारत-अमेरिका के बीच जीरो टैरिफ की बात को लेकर बोले राष्ट्रपति ट्रंप
Posted Date : 17-May-2025 9:23:25 pm

मुझे डील को लेकर कोई जल्दबाजी नहींज्, भारत-अमेरिका के बीच जीरो टैरिफ की बात को लेकर बोले राष्ट्रपति ट्रंप

न्यूयॉर्क  ।  अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ दिन पहले भारत से डील को लेकर दावा किया था कि भारत ने अमेरिका को Zero Tariff का ऑफर दिया है, लेकिन अब उनके सुर बदले हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा है कि अभी उन्हें इस डील को लेकर कोई जल्दबाजी नहीं है। ट्रंप ने फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में दावा किया है कि भारत ने अमेरिकी वस्तुओं पर सभी टैरिफ खत्म करने की पेशकश की है। ट्रंप ने कहा लेकिन मुझे इस डील की कोई जल्दी नहीं है। हालांकि भारत ने अभी तक अपने बयान में जिरो टैरिफ की बात नहीं कही है। ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप का ये दावा थोड़ा अस्पष्ट लगता है।
डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान के कुछ समय बाद भारत की ओर से भी प्रतिक्रिया आई। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने साफ किया कि अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता अभी जारी है और यह एक जटिल प्रक्रिया है। उन्होंने कहा, जब तक सब कुछ तय नहीं हो जाता, तब तक कुछ भी तय नहीं होता। कोई भी व्यापार सौदा परस्पर लाभकारी होना चाहिए और दोनों देशों के लिए कारगर होना चाहिए।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका अपनी आंतरिक वित्तीय स्थिति को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहा है। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी Moody ने अमेरिका की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को टॉप स्तर Aaa से घटाकर Aav कर दिया है। इसके पीछे बढ़ता कर्ज, ब्याज दरों की लागत, राजकोषीय घाटा और राजनीतिक अस्थिरता को कारण बताया गया है।
विश्लेषकों का मानना है कि इससे अमेरिका की उधारी लागत बढ़ सकती है, बाजार अस्थिर हो सकते हैं और वैश्विक स्तर पर अमेरिका की वित्तीय विश्वसनीयता को नुकसान पहुंच सकता है। ट्रंप के दावे और भारत की प्रतिक्रिया के बीच साफ है कि डील को लेकर अभी बहुत कुछ स्पष्ट नहीं है। जहां एक ओर ट्रंप इसे ऐतिहासिक बता रहे हैं, वहीं भारत फिलहाल इसे ‘प्रक्रिया में’ मान रहा है। आगे क्या होता है, यह आने वाले समय में तय होगा।

 

जयपुर में मिला 2,075 किलो विस्फोटक, अत्यंत संवेदनशील श्रेणी का निकला, दो आरोपी गिरफ्तार, पुलिस को अब तक नहीं मिला मकसद
Posted Date : 16-May-2025 8:11:08 pm

जयपुर में मिला 2,075 किलो विस्फोटक, अत्यंत संवेदनशील श्रेणी का निकला, दो आरोपी गिरफ्तार, पुलिस को अब तक नहीं मिला मकसद

जयपुर ।  राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक बड़े सुरक्षा संकट की आशंका ने जन्म ले लिया है। बीते 10 मई को जयपुर-भरतपुर नेशनल हाईवे (हृ॥-21) पर बस्सी टोल के पास एक पिकअप वाहन से 2,075 किलो विस्फोटक बरामद किया गया। पुलिस जांच में अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि इस विस्फोटक का उद्देश्य क्या था, इसे जयपुर में क्यों लाया गया, और इसका कहां उपयोग किया जाना था। अब तक की कार्रवाई : दो गिरफ्तारियां
पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। बस्सी थाना क्षेत्र के एसआई मनोज के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों में रामजीलाल बलाई निवासी हाथीपुरा, तूंगा (जयपुर), कृष्ण कुमार मीणा, निवासी खानवास, दौसा शामिल हैं। रामजीलाल पिकअप वाहन को एस्कॉर्ट कर रहा था, जबकि कृष्ण कुमार उस पिकअप में खलासी के रूप में मौजूद था।
दोनों को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने विस्फोटकों के अवैध परिवहन की बात स्वीकार की है, और खुलासा किया है कि वे पिछले कई वर्षों से इस धंधे में सक्रिय हैं।
विस्फोटक की प्रकृति : अत्यंत संवेदनशील और प्रतिबंधित
इस पूरे मामले की गंभीरता तब और बढ़ गई जब क्कश्वस्ह्र द्वारा जब्त विस्फोटक की जांच में उसे अत्यंत संवेदनशील और प्रतिबंधित श्रेणी का पाया गया। विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह का विस्फोटक किसी भी रूप में उपयोग करना पूर्णत: अवैध है।
पुलिस द्वारा सीज की गई पिकअप में कुल 63 कार्टन और 10 सफेद प्लास्टिक के कट्टे थे। कार्टनों पर OPTISTAR EXPLOSIVE और कट्टों पर Ammonium Nitrate लिखा हुआ था — ये दोनों ही औद्योगिक और आतंकी उपयोग दोनों में इस्तेमाल होने वाले खतरनाक रसायन माने जाते हैं।
वाहन मालिक का अब तक नहीं मिला कोई सुराग
पिकअप वाहन के नंबर के आधार पर उसकी पहचान ईश्वर सिंह पुत्र अर्जुन सिंह रावत, निवासी शिवपुर नरेली मांडल, भीलवाड़ा के रूप में हुई है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि वाहन मालिक से अब तक कोई संपर्क नहीं हो पाया है और वह गायब है।
पुलिस के लिए अब तक अनुत्तरित सवाल
मामले की गंभीरता को देखते हुए कई सवाल अभी भी अनुत्तरित हैं:
विस्फोटक जयपुर में क्यों लाया गया था?
कहां से लाया गया और किसे सप्लाई किया जाना था?
क्या इसके पीछे कोई बड़ा आतंकी नेटवर्क है?
क्या यह किसी बड़े आतंकी हमले की तैयारी थी?
क्या इसमें अंतरराष्ट्रीय तत्त्व शामिल हैं?
पुलिस का दावा: बड़े नेटवर्क की कडिय़ां मिलनी शुरू
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपियों ने ऐसे दर्जनों नामों का खुलासा किया है जो इस अवैध विस्फोटक नेटवर्क से जुड़े हैं। ये लोग नियमित रूप से विस्फोटकों की सप्लाई लेते रहे हैं। इन जानकारियों के आधार पर पुलिस ने इस नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए विशेष टीमें गठित की हैं और राज्य व केंद्र की खुफिया एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया गया है।
राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर खतरा
2075 किलो विस्फोटक की मात्रा मामूली नहीं है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस मात्रा का विस्फोटक किसी औद्योगिक ब्लास्टिंग या खनन कार्य से कई गुना अधिक है। यदि इसका उपयोग आतंकी गतिविधियों में किया जाता, तो यह सैकड़ों जानें ले सकता था और भारी तबाही मचा सकता था।
PESO की रिपोर्ट का इंतजार
PESO की प्रारंभिक जांच के बाद विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। इस रिपोर्ट से यह स्पष्ट हो सकेगा कि बरामद सामग्री की रासायनिक संरचना क्या है और उसका विस्फोटक क्षमता स्तर क्या था। इस आधार पर कानूनी कार्रवाई और साजिश के संभावित स्वरूप की दिशा तय की जाएगी।