आज के मुख्य समाचार

नहीं रहे पूर्व भारतीय फुटबॉलर भूपिंदर सिंह रावत, 85 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
Posted Date : 30-Jun-2024 10:42:50 pm

नहीं रहे पूर्व भारतीय फुटबॉलर भूपिंदर सिंह रावत, 85 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

सूरत ।  अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ ने भारत के पूर्व विंगर भूपिंदर सिंह रावत के निधन की पुष्टि की है, जिनका संक्षिप्त बीमारी के बाद शनिवार को निधन हो गया। वह 85 वर्ष के थे। रावत के परिवार में पत्नी, एक बेटा और एक बेटी है।
1960 और 1970 के दशक के तेज तर्रार खिलाड़ी, रावत 1969 में मलेशिया में मर्डेका टूर्नामेंट में भारतीय टीम के सदस्य थे। घरेलू फुटबॉल में, उन्होंने दिल्ली गैरीसन, गोरखा ब्रिगेड और मफतलाल जैसी शीर्ष टीमों के लिए खेला। उन्होंने संतोष ट्रॉफी के लिए राष्ट्रीय फुटबॉल चैम्पियनशिप में सर्विसेज और महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व किया। अपनी छोटी कद-काठी के बावजूद प्रतिद्वंद्वी डिफेंस को भेदने की अपनी गति और क्षमता के कारण भीड़ के चहेते रावत को स्टैंड में उनके प्रशंसकों द्वारा स्कूटर उपनाम दिया गया था।
एआईएफएफ अध्यक्ष कल्याण चौबे ने एआईएफएफ मीडिया टीम से कहा, भूपिंदर सिंह रावत एक उत्कृष्ट विंगर और एक शानदार स्कोरर थे, जिन्होंने खेल को उत्कृष्टता के साथ सेवा प्रदान की। दुख की इस घड़ी में मैं उनके परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।
एआईएफएफ के कार्यवाहक महासचिव एम सत्यनारायण ने कहा, भूपिंदर सिंह रावत अपने समय के एक कुशल फुटबॉलर थे और दर्शक उन्हें खेलते देखना पसंद करते थे। भारतीय फुटबॉल बिरादरी की ओर से, मैं उनके निधन पर शोक व्यक्त करता हूं।

 

दर्दनाक हादसा : विपरीत दिशा से आ रही कार ने दूसरी गाड़ी को मारी टक्कर, 6 की मौत, कई घायल
Posted Date : 29-Jun-2024 10:28:33 pm

दर्दनाक हादसा : विपरीत दिशा से आ रही कार ने दूसरी गाड़ी को मारी टक्कर, 6 की मौत, कई घायल

जालना । मुंबई से लगभग 400 किलोमीटर दूर जालना जिले में शुक्रवार देर रात एक बड़ा सडक़ हादसा हुआ। जहां मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे पर हुई दो कारों की भीषण टक्कर में 6 लोगों की मौत हो गई और पांच घायल हो गए। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। हादसा देर रात करीब 12 बजे हुआ जब एक स्विफ्ट डिजायर कार ईंधन भरवाने के बाद गलत साइड से हाईवे पर घुस गई और नागपुर से मुंबई जा रही अर्टिगा से टकरा गई। दोनों कारों की टक्कर इतनी भीषण थी कि अर्टिगा हवा में उछल गई और राजमार्ग पर लगे बैरिकेड पर जा गिरी। जबकि यात्री कार से बाहर सडक़ पर गिर गए। दूसरी कार भी क्षतिग्रस्त हो गई। कार में सवार छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।खून से लथपथ शव हाइवे पर पड़े देखे गए।
दुर्घटना की सूचना मिलते ही समृद्धि राजमार्ग पुलिस और जालना पुलिस मौके पर पहुंची। कारों को हटाने के लिए एक क्रेन को काम पर लगाया गया। घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर किया गया है। पुलिस ने बताया कि रात के करीब 12 बजे स्विफ्ट डिजायर कार विपरीत दिशा में डीजल भरवाने के बाद जा रही थी, तभी नागपुर से मुंबई जा रही अर्टिगा कार ने जोरदार टक्कर मार दी। यह हादसा जालना इलाके में समृद्धि हाईवे पर कडवंची गांव के पास हुआ। घटना की जानकारी मिलते ही समृद्धि हाईवे पुलिस और तालुका जालना पुलिस मौके पर पहुंची और क्रेन की मदद से समृद्धि हाईवे के नीचे से दोनों कारों को बाहर निकाला और सडक़ को यातायात के लिए खोल दिया।

 

निर्माणाधीन मकान की दीवार गिरने से आठ बच्चे दबे, मची चीख-पुकार; तीन की मौत
Posted Date : 29-Jun-2024 10:28:18 pm

निर्माणाधीन मकान की दीवार गिरने से आठ बच्चे दबे, मची चीख-पुकार; तीन की मौत

ग्रेटर नोएडा । ग्रेटर नोएडा में एक बड़ी दुर्घटना हुई है। भीषण बारिश के चलते निर्माणाधीन एक मकान की दीवार गिर गई। इसके नीचे आठ बच्चे दब गए। इनमें से तीन बच्चों की मौत हो गई। बाकी बच्चों का अस्पताल में उपचार चल रहा है। मौके पर राहत व बचाव टीमें मौजूद हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक थाना सूरजपुर क्षेत्रान्तर्गत खोदना गांव में निर्माणाधीन मकान की दीवार गिर गई है। इस घटना में आयशा (16), आहद (4) , हुसैन (5), आदिल (8), अलफिज़ा (2), सोहना (12), वासील (11) और समीर (15 ) दब गए।
मकान मालिक सगीर के मकान की दीवार गिरने से उनके ही परिवार और रिश्तेदारों के आठ बच्चे उसके नीचे दब गए। इसमें आहद, आदिल व अलफिजा की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई।
पुलिस मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रही है और यह भी पता कर रही है कि कहीं और लोग तो दीवार के नीचे दबे नहीं हैं।
गौरतलब है कि गुरुवार देर रात से ही एनसीआर में हो रही तेज बारिश ने लोगों की दिक्कतें बढ़ा दी हैं। कई जगह जल भराव के कारण लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है।

 

लद्दाख में युद्ध अभ्यास के दौरान बड़ा हादसा, नदी पार करते समय अचानक बढ़ा जलस्तर; सेना के पांच जवान शहीद
Posted Date : 29-Jun-2024 10:28:03 pm

लद्दाख में युद्ध अभ्यास के दौरान बड़ा हादसा, नदी पार करते समय अचानक बढ़ा जलस्तर; सेना के पांच जवान शहीद

लेह । लद्दाख में न्योमा-चुशुल क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास शनिवार तडक़े एक बड़ा हादसा हुआ है। यहां युद्ध अभ्यास के दौरान एक टी-72 टैंक नदी पार कर रहा था, तभी नदी का जलस्तर बढ़ गया। इस हादसे में सेना के पांच जवान पानी के तेज बहाव में बह गए और पांचों ने शहादत का जाम पी लिया। अधिकारियों ने कहा कि यह घटना मंदिर मोड़ के पास सुबह करीब 3 बजे हुई।
अधिकारियों ने बताया कि टी-72 टैंक, जिसमें पांच सैनिक सवार थे। जब वे नदी पार कर रहे थे तो अचानक आई बाढ़ के कारण डूब गए। डिफेंस ऑफिशियल ने बताया कि पांचों जवानों के शव बरामद कर लिए गए हैं।
बता दें कि जिस ञ्ज-72 टैंक के साथ जवान प्रैक्टिस कर रहे थे। वह भारत में अजेय नाम से जाना जाता है। इसे 1960 में रूस में बनाया गया और 1973 में सोवियत सेना में शामिल किया गया था। यूरोप के बाद भारत ऐसा पहला देश था, जिसने रूस से यह टैंक खरीदा था। भारत के पास अजेय टैंक के तीन वैरियंट है, इन तीनों में करीब 2 हजार से ज्यादा यूनिट शामिल हैं।

 

आईआरसीटीसी की वेबसाइट हैक कर बेचे 4.25 करोड़ के तत्काल टिकट, मुंबई विजिलेंस और सूरत पुलिस ने किया भंडाफोड़
Posted Date : 29-Jun-2024 10:27:45 pm

आईआरसीटीसी की वेबसाइट हैक कर बेचे 4.25 करोड़ के तत्काल टिकट, मुंबई विजिलेंस और सूरत पुलिस ने किया भंडाफोड़

सूरत । गुजरात के सूरत शहर में एक व्यक्ति को आईआरसीटीसी वेबसाइट की सिक्योरिटी बाइपास करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बताया गया कि आरोपी शख्स रेलवे की वेबसाइट के सिस्टम को बाइपास करके तत्काल टिकट बुक करता था। आरोप है कि कुछ सॉफ्टवेयर की मदद से वो कई टिकट का स्लॉट ब्लॉक कर देता था, जिससे आम लोगों को टिकटें अवेलेबल नहीं हो पाती थीं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक रेलवे की मुंबई विजिलेंस टीम और सूरत की उमरा पुलिस स्टेशन की टीम ने सिटी लाइट इलाके के एक अपार्टमेंट में छापा मारा था। यहां से राजेश नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। राजेश रेलवे की टिकट बुकिंग का काम करता है। सूरत सिटी पुलिस के डीसीपी विजय सिंह गुर्जर ने बताया, विजिलेंस टीम को इन्फॉर्मेशन मिली थी कि राजेश रेलवे की वेबसाइट के सिस्टम को बाइपास करके तत्काल बुक करता है। वो कुछ टिकट का स्लॉट ब्लॉक कर देता, जिससे आम लोगों को टिकट अवेलेबल नहीं हो पाती थीं।
डीसीपी ने बताया कि आम तौर पर टिकट बुक करने में 1 से डेढ़ मिनट का टाइम लगता है, लेकिन आरोपी जिन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रहा था, उनसे ये सारे प्रोसेस बाइपास हो जाते और 20 से 30 सेकेंड के अंदर एक टिकट बुक हो जाती थी। पुलिस के मुताबिक इस तरह आरोपी एक ही लैपटॉप से एक साथ 5 टिकट बुक करता था। पांच लैपटॉप के जरिए एक साथ 20-25 टिकट बुक कर लेता था। छापे में आरोपी के पास से 6 लैपटॉप, कैश मशीन, पांच मोबाइल, पेपर कटिंग मशीन, प्रिंटर, हाई इंटरनेट स्पीड राउटर मिले हैं।
आईआरसीटीसी  ने कहा कि आरोपी का मकसद ज्यादा तत्काल टिकट पर ज्यादा पैसे लेना होता था। वो एक टिकट पर 200 से 600 रुपये ज्यादा लेता था। आरोपी ने हाल में सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से जितनी टिकटें बुक की हैं, उसका टोटल अमाउंट 4.25 करोड़ रुपये है।

 

हरियाणा के सरकारी स्कूलों में 4 लाख फर्जी एडमिशन, सरकारी फंड का किया मिसयूज; सीबीआई ने दर्ज की एफआईआर
Posted Date : 29-Jun-2024 10:25:59 pm

हरियाणा के सरकारी स्कूलों में 4 लाख फर्जी एडमिशन, सरकारी फंड का किया मिसयूज; सीबीआई ने दर्ज की एफआईआर

नई दिल्ली । हरियाणा के सरकारी स्कूलों में एडमिशन को लेकर फर्जीवाड़े के मामले में सीबीआई अब एक्शन मोड में आ गई है। 2016 में पकड़े गए चार लाख फर्जी छात्रों के मामले में एजेंसी ने एफआईआर दर्ज कर ली है। अधिकारियों ने बताया कि पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के 2 नवंबर 2019 के आदेश पर मामला सीबीआई को सौंप दिया गया था। सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और दावा किया था कि जांच के लिए भारी जनशक्ति की आवश्यकता हो सकती है और जांच राज्य पुलिस को दी जानी चाहिए। शीर्ष अदालत ने हाल ही में याचिका खारिज कर दी जिसके बाद सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की।
हाईकोर्ट को 2016 में सूचित किया गया था कि आंकड़ों के सत्यापन से पता चला है कि सरकारी स्कूलों में विभिन्न कक्षाओं में 22 लाख छात्र थे, लेकिन वास्तव में केवल 18 लाख छात्र ही पाए गए और चार लाख फर्जी दाखिले थे। अदालत को यह भी बताया गया कि समाज के पिछड़े या गरीब तबके के छात्रों को स्कूलों और मिड डे मील योजना में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कुछ लाभ दिए जा रहे हैं। उच्च न्यायालय ने राज्य सतर्कता विभाग को 4 लाख फर्जी छात्रों के नाम पर धन की संदिग्ध हेराफेरी की जांच के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी नियुक्त करने का आदेश दिया था। पीठ ने जिम्मेदारी तय करने और दोष सिद्ध होने पर कार्रवाई करने का आदेश दिया। सतर्कता ब्यूरो की सिफारिशों पर राज्य में सात एफआईआर दर्ज की गईं।
हाईकोर्ट ने अपने 2019 के आदेश में कहा था कि एफआईआर दर्ज होने के बाद जांच बहुत धीमी है। इसके बाद इसने उचित और त्वरित जांच के लिए मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंप दिया। इसने राज्य सतर्कता विभाग को 2 नवंबर 2019 को अपने आदेश के एक सप्ताह के भीतर सभी दस्तावेज सौंपने को कहा था और सीबीआई को तीन महीने के भीतर स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने को कहा था।