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भारत और अमेरिका ने आपसी रक्षा सहयोग को मजबूत करने आगरा में 19वीं सैन्य सहयोग बैठक की
Posted Date : 03-Mar-2022 4:17:17 am

भारत और अमेरिका ने आपसी रक्षा सहयोग को मजबूत करने आगरा में 19वीं सैन्य सहयोग बैठक की

नई दिल्ली । भारत-अमेरिका सैन्य सहयोग समूह (एमसीजी) की 19वीं बैठक 01-02 मार्च, 2022 को उत्तर प्रदेश के आगरा में आयोजित की गई। भारत की ओर से चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (सीआईएससी) के अध्यक्ष के लिए एकीकृत रक्षा स्टाफ के प्रमुख एयर मार्शल बीआर कृष्णा और अमेरिका की ओर से यूएस इंडो-पैसिफिक कमान के डिप्टी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल स्टीफन डी स्क्लेंका ने इस बैठक की सह-अध्यक्षता की। इस बैठक में दोनों पक्षों के बीच हुई चर्चा रक्षा संबंधों को मजबूत करने पर केंद्रित थी। इसके अलावा मौजूदा सहयोग प्रणाली के दायरे में नई पहलों को शामिल करने पर भी विचार किया गया।
भारत-अमेरिका एमसीजी मुख्यालयों, एकीकृत रक्षा कर्मचारी और यूएस इंडो-पैसिफिक कमान के बीच रणनीतिक व परिचालन स्तरों पर नियमित बातचीत के जरिए दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग की प्रगति के लिए स्थापित एक मंच है।

रूसी अटैक के बाद लगभग 17,000 भारतीयों ने यूक्रेन बॉर्डर छोड़ा, अब तक 15 उड़ानों में 3,352 लोग भारत लौटे
Posted Date : 03-Mar-2022 4:16:49 am

रूसी अटैक के बाद लगभग 17,000 भारतीयों ने यूक्रेन बॉर्डर छोड़ा, अब तक 15 उड़ानों में 3,352 लोग भारत लौटे

नई दिल्ली । यूक्रेन पर रूसी हमला होने के बाद से अब तक लगभग 17,000 भारतीयों ने यूक्रेन छोड़ दिया है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक इनमें से अब तक 15 उड़ानों में 3,352 लोग भारत भी लौट आए हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, कि यूक्रेन छोडऩे वाले भारतीयों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। अब हम अनुमान लगाते हैं कि हमारी सलाह जारी होने के बाद से लगभग 17,000 भारतीय नागरिक यूक्रेन की सीमाओं को छोड़ चुके हैं।
अरिंदम बागची ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान, 6 उड़ानें भारत में उतरी हैं, जिससे भारत में लैंड हुईं कुल उड़ानों की संख्या 15 हो गई है। इन उड़ानों से लौटने वाले भारतीयों की कुल संख्या 3,352 हो गई है। उन्होंने कहा कि अगले 24 घंटों में 15 उड़ानें निर्धारित हैं। इनमें से कुछ तो रास्ते में हैं।
बागची ने कहा कि भारतीय वायु सेना के विमान बुखारेस्ट (रोमानिया) से पहली सी-17 उड़ान के साथ ऑपरेशन गंगा में शामिल हो गए हैं, जिसके आज रात बाद में दिल्ली लौटने की उम्मीद है। बुडापेस्ट (हंगरी), बुखारेस्ट (रोमानिया) और रेजजो (पोलैंड) से आज 3 और आईएएफ उड़ानें शुरू की जाएंगी।
 


विमान से केरल पहुंचेंगे यूक्रेन से दिल्ली लौटे 180 छात्र
तिरुवनंतपुरम। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बुधवार को कहा कि यूक्रेन से दिल्ली आये केरल के 180 विद्यार्थियों को चार्टर्ड विमान से केरल लाया जाएगा।
विजयन ने ट्विटर पर कहा, केरल सरकार 180 विद्यार्थियों को एयर एशिया इंडिया की चार्टर्ड उड़ान में शाम चार बजे दिल्ली से कोच्चि लाएगी। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यूक्रेन से स्वदेश लौटे सभी केरलवासी सुरक्षित घर पहुंचें। जिन्होंने अभी तक पंजीकरण नहीं कराया है वह नोरका से पंजीकरण कराएं।
उन्होंने कहा, कीव में मौजूद सभी केरलवासी इस परामर्श पर अमल करें और निर्देशों के अनुसार शहर छोड़ें।
 

कीव से निकले छात्रों को आधे रास्ते से हंगरी बॉर्डर किया गया रवाना , दो छात्रों की हुई कानपुर वापसी

 रोमानिया बॉर्डर पर भारी बर्फबारी, कैंप में रहने तक की जगह नहीं मिली 
कानपुर । यूक्रेन में फंसे छात्रों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। कीव से ट्रेन के रास्ते मुश्किलों को पार करते हुए रोमानिया बॉर्डर पहुंचे छात्रों को अब हंगरी बॉर्डर भेजा जा रहा है। बॉर्डर पर दो हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ है। रोमानिया बॉर्डर पर भारी बर्फबारी के चलते छात्रों को हंगरी बॉर्डर भेजा जा रहा है। वहां लोगों के कैंप में रहने तक की जगह नहीं मिल पा रही है।
बस से भेजा जा रहा है हंगरी बॉर्डर
कानपुर के लाल बंगला की रहने वाली छात्रा आकांक्षा शुक्ला ने बताया कि रोमानिया बॉर्डर से अब उन्हें बस के जरिए हंगरी बॉर्डर भेजा जा रहा है। रोमानिया से हंगरी बॉर्डर की दूरी करीब 200 किमी है। इंडियन एबेंसी ने हंगरी बॉर्डर पहुंचने के लिए कहा है। बस से करीब 50 छात्र हंगरी बॉर्डर के लिए रवाना हुए हैं। इसे सुनने के बाद आकांक्षा के परिजनों की चिंताएं कम हुई हैं। वहीं छात्रों ने भी कीव से निकलकर थोड़ी राहत की सांस ली है।
2 छात्रों की सकुशल घर वापसी
यूक्रेन से कानपुर के 2 छात्र सकुशल घर वापस लौट आए हैं। कानपुर के विकास यादव ने यूक्रेन में फंसे थे। मंगलवार शाम को दिल्ली से लखनऊ एयरपोर्ट उतरे। उनके साथ लखनऊ के दो छात्र नदीम अख्तर, आकांक्षा चौरसिया, शाहजहांपुर की जया और गोंडा जिले के जियाद्दीन अंसारी भी लौटे हैं। वहीं,मंगला विहार निवासी निर्दोष यादव दिल्ली से देर रात कानपुर पहुंचे। दोनों छात्र यूक्रेन से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे थे।
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एनडीआरएफ़ ने यूक्रेन के लिए राहत सामग्री भेजी
नई दिल्ली । राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ़) ने यूक्रेन के लिए राहत सामग्री भेजी है। एनडीआरएफ़ ने आज यूक्रेन के लोगों के लिए कंबल, स्लीपिंग मैट और सौर लैंप सहित अन्य राहत सामग्री भेजी। ये राहत सामग्री आज सुबह पोलैंड के लिए रवाना हुई उड़ान और दोपहर में रोमानिया के लिए रवाना हुई भारतीय वायु सेना की एक उड़ान के ज़रिए भेजी गई है।


युक्रेन में फंसे छात्रों के परिजनों से मिला भाजपा का प्रतिनिधि मण्डल
- परिजनों को भाजपा नेताओं ने बंधाया ढांढस

बांदा । यूक्रेन में जारी संकट के बीच भाजपा द्वारा गठित प्रतिनिधि मंडलों ने बुधवार को यूक्रेन में फंसे बांदा जिले के 5 छात्रों के घर जाकर उनके परिजनों से मिल, उनका हालचाल जाना तथा उन्हें ढांढस बंधाते हुए छात्रों के सकुशल वापसी का भरोसा दिलाया।
    भाजपा जिला मीडिया प्रभारी आनंद स्वरूप द्विवेदी ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि यूक्रेन में बुरी तरह फंसे भारतीय छात्रों को निकालने का काम ऑपरेशन गंगा के तहत किया जा रहा है। यूक्रेन में फंसे जनपद के 5 छात्रों के परिवारों से मिलने के लिए भाजपा जिला कार्यकारी अध्यक्ष संजय सिंह के नेतृत्व में पांच टीमें गठित की गई है जिन्होंने बुधवार को छात्रों के घर पहुंच कर उनके परिजनों से मिलते हुए उन्हें ढांढस बंधाया। क्षेत्रीय उपाध्यक्ष इंद्रपाल सिंह पटेल के नेतृत्व में भाजपा प्रतिनिधिमंडल बबेरू क्षेत्र के कोटेदार का डेरा, ग्राम समगरा पहुंचा जहां यूक्रेन में फंसे छात्र आलोक चंद्र के घर पहुंच परिवारी जनों से भेंट की और भारत सरकार की योजना से अवगत कराया। प्रतिनिधिमंडल में बबेरू विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी अजय पटेल, जिला महामंत्री विवेकानंद गुप्ता, महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष सुशीला नामदेव तथा सुनीता वाल्मीकि ने छात्र के पिता जगरूप कश्यप से बातचीत की। भाजपा किसान मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष बालमुकुंद शुक्ला के नेतृत्व में मंडल अध्यक्ष रंजीत सिंह, महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष प्रीति गुप्ता, राजाराम साहू, कुलदीप त्रिपाठी ने यूक्रेन में फंसे बिसंडा के छात्र नीरज गुप्ता के घर पहुंच कर, उनके पिता नरेश चंद्र गुप्ता और परिवार से मिलकर शीघ्र सकुशल घर वापसी का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर किसान मोर्चा क्षेत्रीय अध्यक्ष बालमुकुंद शुक्ला ने कहा कि यूक्रेन से कई हजार नागरिकों को सुरक्षित भारत लाया जा चुका है। भारत ने केन्द्र सरकार के चार मंत्रियों को वहां भेज दिया है। भारत अपने नागरिकों की सकुशल सुरक्षित वापसी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा। कमासिन ब्लाक प्रमुख राजेंद्र गर्ग के नेतृत्व में मंडल अध्यक्ष ओरन रामबाबू त्रिपाठी, उमा सिंह तथा गायत्री राजपूत ने भाजपा प्रतिनिधिमंडल के रूप में कमासिन क्षेत्र के ग्राम रानीपुर पहुंचे जहां यूक्रेन में फंसे छात्र मनीष शुक्ला के घर पहुंचे उनके पिता फूल चंद्र शुक्ला एवं छात्र की मां सहित घर परिवार से मिलकर उन्हें ढाढस बधाया और छात्र के शीघ्र घर वापसी का भरोसा दिया। भाजपा जिला उपाध्यक्ष ममता मिश्रा के नेतृत्व में जिला उपाध्यक्ष भाजपा जागृति वर्मा, जिला महामंत्री भाजपा कल्लू सिंह राजपूत, पूर्व चेयरमैन राज कुमार राज, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य आरिफ खान ने भाजपा के प्रतिनिधि मंडल के रूप में बांदा सब्जी मंडी रोड, छावनी पहुंच कर यूक्रेन में फंसी छात्रा अलीशा मंसूरी के परिवार से मुलाकात की और शीघ्र सकुशल घर वापसी का भरोसा दिलाया। भाजपा जिला उपाध्यक्ष भाजपा नेता ममता मिश्रा ने इस अवसर पर कहा कि भारत सरकार द्वारा यूक्रेन के पड़ोसी देशों के रास्ते यूक्रेन में फंसे छात्रों को लगातार निकाला जा रहा है। उत्तर प्रदेश के जितने भी छात्र वहां फंसे हैं उन्हें घर तक पहुंचाने के लिए निशुल्क व्यवस्था की गई है। इसी तरह नरैनी विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी ओम मणि वर्मा के नेतृत्व में प्रबुद्ध प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष कालीचरण बाजपेई, महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष सरिता गुप्ता तथा सुधा सिंह बदौसा क्षेत्र के ग्राम बरछा पहुंच कर यूक्रेन में फंसे छात्र आशीष गुप्ता के परिवार से मिले और आशीष के माता पिता से मिलकर छात्र की सकुशल, सुरक्षित घर वापसी का भरोसा दिलाते हुए उन्हें भारत सरकार की योजना से अवगत कराया।

तीन वर्षों में 95 हजार 643 सिंचाई पम्पों को दिए गए बिजली कनेक्शन
Posted Date : 03-Mar-2022 4:15:20 am

तीन वर्षों में 95 हजार 643 सिंचाई पम्पों को दिए गए बिजली कनेक्शन

60 हजार 197 सिंचाई पंपों को स्थाई तथा 35 हजार 446 पंपों को दिए गए अस्थाई बिजली कनेक्शन
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार प्रदेश में किसानों के सिंचाई पम्पों को बिजली कनेक्शन देने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। पिछले तीन वर्षो में 95 हजार 643 सिंचाई पम्पों को बिजली कनेक्शन दिए गए हैं। इनमें से 60 हजार 197 स्थाई कनेक्शन तथा 35 हजार 446 अस्थाई बिजली कनेक्शन दिए गए हैं। 
राज्य सरकार द्वारा कृषि पंप ऊर्जीकरण योजना के अंतर्गत विद्युत लाईन के विस्तार के लिए प्रति पंप एक लाख रूपए का अनुदान दिया जा रहा है। पूर्व में दिए गए बिजली कनेक्शनों को मिलाकर वर्तमान में लगभग 5 लाख 81 हजार से अधिक कृषि पंपों को स्थाई एवं अस्थाई बिजली कनेक्शन दिए गए हैं। 
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पिछले वर्ष 1 जनवरी की स्थिति में बिजली कनेक्शन के लिए लंबित 35 हजार 161 कृषि पंपों को बिजली कनेक्शन देने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे। विद्युत वितरण कंपनी द्वारा 30 नवम्बर 2021 तक इनमें से 23 हजार 985 पंपों को कनेक्शन दे दिए गए हैं। शेष पंपों को चालू वित्तीय वर्ष के अंत तक बिजली कनेक्शन देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। 
राज्य शासन द्वारा किसानों को उनके बिजली बिलों में राहत देने के लिए कृषक जीवन ज्योति योजना संचालित की जा रही है। इस योजना के तहत 3 हार्स पावर तक के सिंचाई पंपों को बिजली बिल में 6000 यूनिट प्रति वर्ष तथा 3 से 5 हार्स पावर तक के कृषि पंपों के बिजली बिल में 7500 यूनिट प्रतिवर्ष छूट दी जा रही है। इसके अलावा किसानों को फ्लेट रेट पर बिजली प्राप्त करने का विकल्प भी दिया गया है। 
राज्य शासन द्वारा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के किसान के लिए विद्युत खपत की कोई सीमा नहीं रखी गई है। इन वर्गों के किसानों द्वारा खेती में उपयोग की जा रही पूरी बिजली नि:शुल्क रखी गई है। वर्तमान में कृषक जीवन ज्योति योजना से प्रदेश के 5 लाख 81 हजार किसान लाभान्वित हो रहे हैं।

ऑपरेशन गंगा : यूक्रेन में फंसे 182 भारतीयों को लेकर मुंबई पहुंची 7वीं फ्लाइट, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने किया रिसीव
Posted Date : 02-Mar-2022 2:44:31 am

ऑपरेशन गंगा : यूक्रेन में फंसे 182 भारतीयों को लेकर मुंबई पहुंची 7वीं फ्लाइट, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने किया रिसीव

मुंबई । यू्क्रेन पर रूस लगातार मिसाइल हमलें कर रहा है। दोनों के युद्ध के बीच हजारों की संख्या में फंसे भारतीय को निकालने के लिए केंद्र सरकार ऑपरेशन गंगा चलाया जा रहा है। इसी के तहत यूक्रेन में फंसे 182 भारतीय नागरिकों को लेकर सातवीं फ्लाइट मंगलवार सुबह बुखारेस्ट (रोमानिया) से मुंबई पहुंची। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने मुंबई हवाई अड्डे पर भारतीय छात्रों की अगवानी की।
ऑपरेशन गंगा की आठवीं उड़ान भी बुडापेस्ट से दिल्ली के लिए रवाना हो गई है। 
विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट करते हुए कहा कि हम तब तक आराम नहीं करेंगे जब तक हमारे भारतीय नागरीक सुरक्षित नहीं हैं। इस बीच, यूक्रेन संकट पर सोमवार शाम को उच्च स्तरीय बैठक में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूरी सरकारी मशीनरी चौबीसों घंटे काम कर रही है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वहां सभी भारतीय सुरक्षित हैं।  
यूक्रेन में मौजूदा स्थिति पर दिन के दौरान प्रधान मंत्री की अध्यक्षता में यह दूसरी उच्च स्तरीय बैठक थी। इस बैठक में यह फैसला लिया गया कि केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह सहित विशेष दूत क्रेन में चल रहे रूसी सैन्य अभियानों के बीच फंसे भारतीयों की निकासी के समन्वय के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों की यात्रा करेंगे।
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यूक्रेन में फंसे भारतीयों को लेकर आज दिल्ली आएंगे 7 विमान, भारत ने कई एयरलाइन्स की 20 फ्लाइट को तैनात किया
नई दिल्ली । ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन से फंसे भारतीयों को लेकर कल सात उड़ानें दिल्ली में उतरेंगी। कुल नौ उड़ानें पहले ही यूक्रेन से फंसे भारतीय नागरिकों को वापस ला चुकी हैं। इंडिगो एयरलाइंस की पहली उड़ान मंगलवार शाम हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से उड़ान भर रही है और कल सुबह 7:20 बजे दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरेगी। इंडिगो की उड़ान में 216 यात्रियों को ले जाने की क्षमता है। सूत्रों के अनुसार, बुडापेस्ट, रेजजो और बुखारेस्ट से दिन भर उड़ानें चलेंगी और कल देर शाम तक दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरेंगी। केंद्र सरकार ने एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, इंडिगो और स्पाइस जेट से लगभग 20 फ्लाइट को तैनात किया है। इन एयरलाइनों के अलावा, एयरफोर्स को यूक्रेन के पड़ोसी देशों से भारतीयों को निकालने के लिए भी कहा गया है
एयर इंडिया के विमान 250 यात्रियों को ले जाने की क्षमता रखती हैं, इसके अलावा एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमान में 180, जबकि इंडिगो के विमानों में 216 यात्री सवार हो सकते हैं। 
केंद्र सरकार ने युद्धग्रस्त यूक्रेन से फंसे छात्रों और भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा शुरू किया है। एयर इंडिया द्वारा ऑपरेशन गंगा के तहत विशेष उड़ानें संचालित की जा रही हैं। विदेश मंत्रालय ने सोमवार को जानकारी दी कि देश द्वारा शुरुआती सलाह जारी किए जाने के बाद से 8,000 से अधिक भारतीय नागरिक यूक्रेन छोड़ चुके हैं। मंत्रालय ने यह भी कहा कि छह निकासी उड़ान भारत में लगभग 1,400 नागरिकों को वापस ला रही हैं।  
इस बीच, यूक्रेन संकट पर सोमवार शाम एक उच्च स्तरीय बैठक में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूरी सरकारी मशीनरी चौबीसों घंटे काम कर रही है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वहां सभी भारतीय सुरक्षित हों।
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यूक्रेन संकट : खाने को रोटी न जेब में पैसा, हिमाचल के विद्यार्थियों ने छह किमी पैदल चलकर पकड़ी ट्रेन
शिमला । यूक्रेन में जंग के बीच फंसे हिमाचली छात्र-छात्राओं के परिजनों की चिंता बढ़ गई है। जैसे-जैसे यूक्रेन-रूस के बीच युद्ध तेज हो रहा है, वैसे-वैसे परिजनों का दिल बैठ रहा है।  शिमला की छात्रा अनुष्का कुठियाला, अदिति और मंडी जिला के करसोग के छात्र शिवांश सहित कई छात्र-छात्राएं वहां फंसे हुए हैं। व्हाट्सएप के जरिये इन विद्यार्थियों की बीच-बीच में परिजनों से बात होती है। छात्र-छात्राओं के अनुसार वहां न खाने को रोटी है और न ही जेब में पैसा बचा है। पानी-बिस्कुट से गुजारा हो रहा है। मदद के इंतजार में 24 फरवरी से ये अंडर ग्राउंड मेट्रो स्टेशन में छिपे हुए थे। इंतजार से थक-हारकर इन्होंने खुद ही हिम्मत जुटाकर बाहर निकलने की योजना बनाई। मंगलवार सुबह ये सभी अंडर ग्राउंड मेट्रो स्टेशन से निकले और छह किलोमीटर पैदल चलकर पोलैंड बॉर्डर के समीप लबीब शहर के लिए ट्रेन पकड़ी।
व्हाट्सएप मैसेज में इन छात्र-छात्राओं ने बताया है कि 13 घंटे बाद लबीब पहुंचेंगे। अनुष्का के पिता राजीव कुठियाला और माता गीता कुठियाला ने बताया कि अभी तो संपर्क हो पा रहा है, मगर बच्चों का वतन लौटने का रास्ता इतना आसान नहीं है। लबीब में सुबह छह बजे ट्रेन पहुंचेगी। उसके बाद बच्चों को यह भी मालूम नहीं कि आगे उन्हें कैसे जहाज मिलेगा। अनुष्का और उसके साथ चल रहे बच्चों के पास पैसे भी नहीं हैं। 24 फरवरी को उन्होंने अंतिम बार एटीएम से पैसे निकाले थे। अभिभावकों का कहना है कि अब तक इन बच्चों को भारतीय दूतावास यूक्रेन की ओर से कोई मदद नहीं मिली है।

रूस-यूक्रेन युद्ध : बस में तिरंगे की छाँव देख भारतीय छात्रों को नहीं किया परेशान
Posted Date : 02-Mar-2022 2:43:47 am

रूस-यूक्रेन युद्ध : बस में तिरंगे की छाँव देख भारतीय छात्रों को नहीं किया परेशान

रोमानिया,हंगरी और पोलैंड की सीमा पर हजारों छात्र पहुंचे  
कानपुर । खारकीव में कानपुर के सात विद्यार्थी समेत तीन हजार से ज्यादा भारतीय फंसे हुए हैं। इन्हें अभी तक मदद नहीं मिल पाई है। खारकीव के भूमिगत मेट्रो स्टेशन में फंसी दर्शनपुरवा फजलगंज निवासी एमबीबीएस छात्रा जेनसी ने अपने भाई भरत को बताया कि रविवार रात यूक्रेनी सेना ने काफी देर तक तालियां बजाई थीं। संभवत:वह रूसी सेना के जवानों को खदेडऩे का जश्न मना रहे थे।
इसके बाद सोमवार सुबह खारकीव मेडिकल विवि की ओर से मैसेज आया कि छात्राएं जहां कहीं हैं,विवि के हास्टल पहुंचें। तब वह अपनी सहेलियों के साथ निकलीं। निकलते ही गोलीबारी होने लगी तो वापस लौट आईं और दोपहर बाद सन्नाटा होने पर दोबारा मेट्रो स्टेशन से निकलकर विवि के हास्टल पहुंचीं, जहां उनके लिए खाने-पीने का इंतजाम किया गया है। उन्होंने बताया कि हालात तनावपूर्ण हैं और अब परमाणु हमले का खतरा बताया जा रहा है।
कल्याणपुर आवास विकास में रहने वाली सृष्टि यादव डेनिप्रो मेडिकल विवि से एमबीबीएस कर रही है। सृष्टि ने बताया कि यूक्रेन के समय के मुताबिक सुबह 11:30 बजे उन्हें 100 भारतीय छात्रों के साथ बस से रोमानिया के लिए रवाना किया गया है। बस में आगे और पीछे भारतीय झंडा लगाया गया है। रास्ते में जगह-जगह मिसाइल हमले और बमबारी के निशान नजर आते हैं। सैकड़ों इमारतें धराशायी हो चुकी हैं। किसी को भी बस से बाहर देखने या शोर मचाने की मनाही है।
रूस-यूक्रेन युद्ध में मिसाइलों और रॉकेटों से लगातार किये जा रहे हमलों के बीच हास्टल,फ्लैट और बंकर में फंसे भारतीय छात्र-छात्राएं भारतीय दूतावास का निर्देश मिलते ही पड़ोसी देशों की ओर रवाना हो गए। रोमानिया,हंगरी और पोलैंड की सीमा पर हजारों छात्र पहुंच चुके हैं। यहां लंबी कतार लग गई है। 
बस पर आगे लगाया तिरंगा झंडा 
यूक्रेन से भारत लौटे कानपुर के नौबस्ता योगेंद्र विहार के रहने वाले अमन कुमार शर्मा ने बताया कि,हम लोग भारत का झंडा फहराते हुए निकले और अपनी बस पर आगे की ओर झंडा लगा लिया। ऐसा करने से हमको किसी ने परेशान नहीं किया। अमन उजाहोर्ड नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस प्रथम वर्ष का छात्र है। अमन के अनुसार वहां माहौल तनावपूर्ण था,लेकिन कोई भी धमाका या हिंसा नहीं हुई। शाम सात से सुबह 10 बजे तक कर्फ्यू लग जाता था, बाहर निकलना मना था।
26 फरवरी को हंगरी बार्डर के लिए निकले तो बस वाले ने लगभग पांच किलोमीटर दूरी का 3500 रुपये किराया लिया। हंगरी बार्डर पर सिक्योरिटी चेक और ट्रांजिट वीजा समेत कई औपचारिकताओं को पूरा करने में लगभग पांच घंटे का समय लगा। उसके बाद हंगरी के बुडापेस्ट एयरपोर्ट गए, वहां से फ्री में फ्लाइट से 27 फरवरी को नई दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचे। वहां लेने के लिए पिता डॉ.सुनील कुमार शर्मा और मां लक्ष्मीकांती शर्मा मौजूद थे। 
कीव और डेनिप्रो से भी छात्रों ने बार्डर की ओर जाना शुरू किया 
नौबस्ता बसंत विहार की गरिमा तिवारी भी डेनिप्रो मेडिकल विवि से एमबीबीएस कर रही हैं। कीव के साथ ही डेनिप्रो से भी छात्रों ने बार्डर की ओर जाना शुरू कर दिया है। ट्रेन,बस ही नहीं ट्रकों और कंटेनरों से भी लोग सवार हैं। इसी तरह,ओडेसा शहर से भी छात्र रोमानिया व हंगरी बार्डर की ओर निकले हैं। बार्डर पर कुछ और गेट भी खोले गए हैं, लेकिन भीड़ इतनी ज्यादा है कि वहां 40 से 50 घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है।

6 मई प्रात: 6 बजकर 25 मिनट पर खुलेंगे भगवान केदारनाथ के कपाट
Posted Date : 02-Mar-2022 2:43:24 am

6 मई प्रात: 6 बजकर 25 मिनट पर खुलेंगे भगवान केदारनाथ के कपाट

रुद्रप्रयाग। आज महाशिवरात्रि पर भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने की तिथि वैदिक पूजा अर्चना व  पारंपरिक रीति रिवाज के के साथ तय की गई। केदारनाथ के कपाट खोलने की तिथि आज शीतकालीन गद्दीस्थल ओम्कारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में घोषित की गयी। हक हकूकधारी, वेदपाठी, मंदिर समिति के पदाधिकारी, तीर्थ पुरोहित की मौजूदगी में पंचांग गणना के अनुसार तिथि की घोषणा की गई।
केदारनाथ की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओम्कारेश्वर मंदिर से 2 मई को रवाना होगी। 3मई को बाबा की डोली फाटा, 4मई को गौरीकुंड और 5 मई को केदारनाथ में रात्री प्रवास करेगी। 6 मई को सुबह 6 बजकर 25 पर कपाट आम भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे।
इस वर्ष धाम में पूजाओं के लिए नियुक्त किए गए पुजारी-
एम टी गंगाधर लिंग-केदारनाथ धाम।
शिवशंकर लिंग-मद्महेश्वर मंदिर
शिव लिंग- ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ
शशिधर लिंग-विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी
बागेश लिंग अतिरिक्त पुजारी।
आज से केदारनाथ की यात्रा तैयारियां भी हुई शुरू।
इस अवसर पर श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, उपाध्यक्ष किशोर पंवार, सदस्य आशुतोष डिमरी, श्रीनिवास पोस्ती, भास्कर डिमरी, मंदिर समिति के अधिकारी गण गिरीश चंद्र देवली राजकुमार नौटियाल, आरसी तिवारी, राकेश सेमवाल, डा हरीश गौड़, केदारनाथ के विधायक मनोज रावत आदि मौजूद थे।