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आयकर विभाग का एक प्रमुख दूरसंचार समूह में तलाशी और जब्ती अभियान
Posted Date : 04-Mar-2022 4:31:49 am

आयकर विभाग का एक प्रमुख दूरसंचार समूह में तलाशी और जब्ती अभियान

नईदिल्ली । आयकर विभाग ने 15 फरवरी को दूरसंचार उत्पादों के वितरण और कैप्टिव सॉफ्टवेयर विकास सेवाएं उपलब्ध कराने वाले एक बहुराष्ट्रीय समूह पर तलाशी और जब्ती अभियान चलाया। इस समूह की बुनियादी शेयरधारिता पड़ोसी देश की विदेशी इकाई के पास है। यह तलाशी अभियान इस समूह के दिल्ली, गुरुग्राम और बेंगलुरु में फैले व्यावसायिक परिसरों के साथ-साथ समूह के प्रमुख पदाधिकारियों के आवासीय परिसरों में चलाया गया।
तलाशी कार्रवाई से पता चला है कि इस समूह ने भारत से बाहर अपनी संबंधित पार्टियों से तकनीकी सेवाओं की प्राप्ति के सापेक्ष बढ़े हुए भुगतान किए हैं। कर निर्धारिती कंपनी ऐसी कथित तकनीकी सेवाओं को प्राप्त करने की वास्तविकता को सही नहीं ठहरा सकी जिसके बदले में उसने भुगतान किया है और इसके अलावा इसके विचार निर्धारण का आधार भी नहीं है। कर निर्धारिती कंपनी द्वारा ऐसी सेवाओं की प्राप्ति के लिए ऐसी सेवाओं की प्राप्ति पर पांच वर्षों की अवधि में 129 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। 
तलाशी के दौरान, यह पाया गया कि, निर्धारिती समूह ने हाल के वित्तीय वर्षों में अपनी संबंधित पार्टी को रॉयल्टी के लिए अपनी खाता बहियों में 350 करोड़ रुपये से अधिक की राशि डेबिट की है। इस तरह के खर्च ब्रांड के उपयोग और तकनीकी जानकारी से संबंधित अप्रत्यक्ष संपत्तियों के उपयोग के लिए किए गए हैं। तलाशी के दौरान, यह समूह ऐसी सेवाएं/तकनीकी जानकारी की प्राप्ति या ऐसे दावे के लिए रॉयल्टी दर के मात्रा निर्धारण के आधार को प्रमाणित करने में विफल रहा है। इसके परिणाम स्वरूप सेवाओं का प्रतिपादन और ऐसा रॉयल्टी भुगतान बहुत अधिक संदिग्ध और प्रथम दृष्टया, मौजूदा आयकर कानून के अनुसार व्यावसायिक व्यय के रूप में अस्वीकार्य हो जाता है।
तलाशी के दौरान एकत्र किए गए सबूत और दर्ज किए गए बयानों से यह भी पता चलता है कि सॉफ्टवेयर विकास सेवाएं प्रदान करने में लगी समूह की संस्थाओं में से एक संबंधित पक्षों से कम नेट मार्जिन ले रही है और इसका संचालन ‘लो एंड नेचर’ होने का दावा कर रही है। हालांकि, जांच के दौरान एकत्र किए गए सबूतों से यह संकेत मिलता है कि यह संस्था उच्च स्तरीय प्रकृति की महत्वपूर्ण सेवाएं/संचालन प्रदान कर रही है। इस पहलू में आय में 400 करोड़ रुपये का छिपाव होने का पता चला है। 
तलाशी कार्रवाई में आगे यह भी पता चला है कि समूह ने भारत में अपनी कर योग्य आय को कम करने के लिए अपनी लेखा बहियों में हेरा-फेरी की है और इसके लिए खर्च के लिए अनेक प्रावधानों का सृजन, अप्रचलन के लिए प्रावधान, वारंटी के प्रावधान, संदिग्ध ऋण/कर्ज और अग्रिम राशि आदि का सहारा लिया गया है, जिनका बहुत कम या कोई वैज्ञानिक/वित्तीय तर्क नहीं है। जांच के दौरान, समूह ऐसे दावों के लिए कोई पर्याप्त और उचित औचित्य प्रदान करने में विफल रहा है। आगे की जांच जारी है।

चारधाम यात्रा : ग्रीन कार्ड के साथ ट्रिप कार्ड भी अनिवार्य
Posted Date : 04-Mar-2022 4:30:49 am

चारधाम यात्रा : ग्रीन कार्ड के साथ ट्रिप कार्ड भी अनिवार्य

ऋषिकेश। चारधाम यात्रा 2022 में इस बार धामों में रवाना होने से पहले व्यावसायिक और प्राइवेट वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड के साथ ही ट्रिप कार्ड लेना अनिवार्य किया गया है। इसके लिए उत्तराखंड परिवहन विभाग की वेबसाइट पर 15 अप्रैल से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
बीते दो साल वैश्विक महामारी कोरोना के चलते चारधाम यात्रा प्रभावित रही। इस बार संक्रमण में कमी के कारण चारधाम यात्रा की तैयारियां जोर पकडऩे लगी हैं। मई से चारधाम यात्रा शुरू होगी। यात्रा को निर्विघ्न संपन्न कराने के लिए उत्तराखंड परिवहन विभाग ने भी व्यवस्थाओं को अमलीजामा पहनाना आरंभ कर दिया है। चारधाम यात्रा में संचालित व्यवसायिक और निजी वाहनों के लिए इस बार ग्रीन कार्ड के साथ ट्रिप कार्ड अनिवार्य कर दिया है। ताकि चारधाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों और तीर्थयात्रियों की संख्या का रिकार्ड रखा जा सके। कौन सा वाहन कितने फेरे लगा रहा है, इसका भी रिकॉर्ड रहेगा। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन अरविंद कुमार पांडेय ने बताया कि ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड के लिए परिवहन विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। वेबसाइट संभवतया 15 अप्रैल से खोल दी जाएगी। बताया कि एआरटीओ में भी ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड ऑनलाइन जारी करने के लिए चार काउंटर खोले जाएंगे, ताकि बाहर से आने वाले तीर्थयात्रियों को दिक्कत नहीं हो।
1 मई से खुलेंगे चेकपोस्ट
चारधाम यात्रा में वाहनों का संचालन व्यस्थित बनाने के लिए परिवहन विभाग ऋषिकेश में भद्रकाली तिराहा और ब्रह्मपुरी में एक मई से चेकपोस्ट खोलेगा। जहां प्रवर्तन दल की तैनाती रहेगी, जो यात्रा पर जाने वाले वाहनों के कागजात आदि की जांच करेंगे। साथ ही डग्गामार वाहनों के संचालन पर रोक लगाएंगे।
फिटनेस के लिए आना होगा एआरटीओ
यात्रा पर संचालित वाहनों के मालिक ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन कर कहीं से भी प्राप्त कर सकेंगे। लेकिन वाहनों की फिटनेस के लिए वाहन को लेकर एआरटीओ आना होगा। फिटनेस के बाद ही ग्रीन कार्ड मान्य होगा।

चेन्नई की पहली दलित और सबसे कम उम्र की महिला आर प्रिया बनेंगी मेयर
Posted Date : 04-Mar-2022 4:30:21 am

चेन्नई की पहली दलित और सबसे कम उम्र की महिला आर प्रिया बनेंगी मेयर

चेन्नई। सत्तारूढ़ दल द्रविड़ मुनेत्र कडग़म ने गुरुवार को आर प्रिया को चेन्नई निगम के लिए महापौर उम्मीदवार के तौर पर नामित किया है। हालांकि डीएमके का चेन्नई निगम में बहुमत है, ऐसे में प्रिया को औपचारिक रूप से जल्द ही महापौर के रूप में चुना जाएगा। महापौर पद के लिए नामित आर प्रिया महज 28 साल की हैं। ऐसे में प्रिया चेन्नई में मेयर का पद संभालने वाली पहली दलित और सबसे कम उम्र की महिला भी होंगी।
ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन (जीसीसी) के मेयर और अध्यक्ष पद के लिए अप्रत्यक्ष चुनाव शुक्रवार यानी 4 मार्च को होंगे। हालाँकि, डीएमके के कुल 200 वार्डों में से 153 पार्षद हैं, ऐसे में उनका मेयर चुने जाना लाजिमी है। तारा चेरियन और कामाक्षी जयरामन के बाद प्रिया चेन्नई के इतिहास में इस पद को संभालने वाली तीसरी महिला भी हैं।
153 पार्षदों के अलावा, डीएमके के सहयोगियों के पास जीसीसी में 25 अन्य पार्षद हैं। वह द्रमुक के पूर्व विधायक चेंगई शिवम की पोती हैं, ऐसे में वो एक मजबूत राजनीतिक बैकग्राउंड वाले परिवार से हैं। उनके पिता आर राजन डीएमके के क्षेत्र सह सचिव हैं। पढ़ाई की बात करें, तो चेन्नई की होने वाली मेयर प्रिया के पास एमकॉम की डिग्री है।
हाल ही में संपन्न तमिलनाडु शहरी स्थानीय निकाय चुनावों में उनकी पार्टी की शानदार जीत के बाद प्रिया को वार्ड संख्या 74 से पार्षद चुना गया था।
डीएमके ने सभी 21 नगर निगमों में जीत हासिल की, जिसमें निगमों में 946 वार्ड, नगर पालिकाओं में 2,360 और नगर पंचायतों में 4,388 वार्ड हैं।

18000 भारतीयों ने यूक्रेन छोड़ा, 6400 वापस घर आए,  खारकीव में अभी भी फंसे है भारतीय
Posted Date : 04-Mar-2022 4:29:41 am

18000 भारतीयों ने यूक्रेन छोड़ा, 6400 वापस घर आए, खारकीव में अभी भी फंसे है भारतीय

नई दिल्ली। यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद से करीब 18 हजार भारतीय युद्धग्रस्त देश को छोड़ चुके हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा, हमारी पहली एडवाइजरी जारी होने के बाद से कुल 18,000 भारतीय नागरिक यूक्रेन की सीमा छोड़ चुके हैं। ऑपरेशन गंगा के तहत 30 उड़ानें अब तक यूक्रेन से 6,400 भारतीयों को वापस ला चुकी हैं। अगले 24 घंटों में, 18 उड़ानें निर्धारित की गई हैं।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, हमें यूक्रेनी अधिकारियों के सहयोग से पता चला है कि, कई छात्रों ने कल खारकीव छोड़ दिया। कुछ अभी भी फंसे हुए हैं। उनको निकालने के लिए हम यूक्रेन और रूस के संपर्क में हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि शुरुआत में यूक्रेन में 20,000 भारतीय नागरिकों का पंजीकरण किया गया था, लेकिन कई ऐसे भी थे जिन्होंने पंजीकरण नहीं कराया था। हमारा अनुमान है कि कुछ सौ नागरिक अभी भी खारकीव में रह रहे हैं। हमारी प्राथमिकता छात्रों को सुरक्षित रूप से बाहर ले जाना है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के अभियान की गति लगातार तेज हो रही है। इसने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान भारत में 15 उड़ानें उतरीं, 3,000 से अधिक भारतीयों को वापस लाया गया है। यूक्रेन से निकासी प्रक्रिया पर बयान देते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीयों को वापस लाने के वास्ते अगले 24 घंटों के लिए 18 उड़ान निर्धारित की गई हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि उड़ानों की यह संख्या उन बड़ी संख्या में भारतीयों को दर्शाती है जो यूक्रेन से पार कर गए हैं और अब पड़ोसी देशों में हैं। हम इन सभी भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द भारत वापस लाने के प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, यूक्रेन से भारतीयों को लाने के लिए लगाई गईं फ्लाइट्स में 3 फ्लाइट भारतीय वायुसेना सी-17 हैं बाकी के कमर्शिलय फ्लाइट हैं, जिनमें एयर इंडिया, ईंडिको,स्पाइस जेट, गो एयर और गो फर्स्ट के फ्लाइट है।
विदेश मंत्रालय ने कहा, हम और उड़ानें शेड्यूल कर रहे हैं और अगले 2-3 दिनों में बड़ी संख्या में भारतीय वापस लौट आएंगे। मैं अपने लोगों की मेजबानी करने और उन्हें निकालने में सहायता प्रदान करने के लिए यूक्रेन की सरकार और पड़ोसी देशों की सराहना करना चाहता हूं।
00 (नई दिल्ली)यूक्रेन संकट : भारतीयों को निकालने लिए आईएएफ ने भेजे तीन और सी-17 विमान
नई दिल्ली ,03 मार्च (आरएनएस)। रूस और यूक्रेन का जंग जारी है। इसी बीच फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए गुरुवार को भारतीय वायु सेना ने अपने तीन और सी-17 विमानों को रोमानिया, हंगरी और पोलैंड के लिए भेजा है। अधिकारियों ने कहा कि सी-17 में से एक विमान की आज रात लौटने की उम्मीद है, जबकि अन्य दो के शुक्रवार सुबह उतरने की उम्मीद है। वायुसेना के भारी क्षमता वाले सी-17 विमान में करीब 200 लोग बैठ सकते हैं। यूक्रेन और रूस के जंग के बीच फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारत सरकार ऑपरेशन गंगा चला रही है। भारतीय वायुसेना ने गुरुवार को तीन देशों के 798 यात्रियों को भी वापस लाया।
वहीं, भारत ने बुधवार को रोमानिया, पोलैंड और हंगरी में फंसे हजारों भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए चल रहे राष्ट्रीय प्रयास में शामिल होने के लिए चार सी -17 विमान लॉन्च किए थे। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायुसेना को ऑपरेशन गंगा में शामिल होने को कहा था। 
सी-17 विमान ने मुश्किल समय में अहम रोल अदा किया है। पिछले साल जब पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा विवाद अपने चरम पर था, तो सी-17 ने सैनिकों और सैन्य उपकरणों को पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इतना ही नहीं, पिछले साल इन हवाई जहाजों का उपयोग कोविड के दौरान बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन कंटेनरों के परिवहन के लिए भी किया गया था।
विमान का इस्तेमाल पिछले साल अफगानिस्तान से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए भी किया गया था। यह हाल के वर्षों में नेपाल, मालदीव और यमन में मानवीय मिशनों में भी शामिल रहा है।
वायुसेना का यह विमान भारी भरकम बेड़े को संचालित करता है, जिसे करीब 4.5 बिलियन डॉलर के सौदे में अमेरिका से खरीदा गया है। इस विमान की खासियत यह है कि यह 72,574 किलोग्राम के भार के साथ उड़ान भर सकता है और 3,000 फीट से कम माप वाले एक छोटे, बिना तैयार रनवे पर भी उतर सकता है।

किसी भारतीय छात्र को बंधक बनाने को लेकर कोई खबर नहीं मिली: विदेश मंत्रालय
Posted Date : 04-Mar-2022 4:29:10 am

किसी भारतीय छात्र को बंधक बनाने को लेकर कोई खबर नहीं मिली: विदेश मंत्रालय

नईदिल्ली । भारत ने गुरुवार को रूस और यूक्रेन दोनों देशों के उस दावे को खारिज कर दिया जिसमें खारकीव में भारतीय छात्रों को बंधक बनाये जाने बात कही गई है। भारत ने कहा कि उसे किसी छात्र के बंधक बनाए जाने की स्थिति का सामना करने जैसी कोई रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन प्रशासन से आग्रह किया गया है कि खारकीव एवं आसपास के क्षेत्रों से छात्रों को बाहर निकालकर देश के पश्चिमी हिस्से में ले जाने के लिये विशेष ट्रेन की व्यवस्था करें ।
भारत की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जब रूस ने दावा किया था कि यूक्रेन में भारतीय छात्रों के एक समूह को उनकी बेलगोरोद जाने की इच्छा के विपरीत खारकीव में जबरदस्ती रोक कर रखा जा रहा है और यूक्रेन के सैनिक उन्हें मानव ढाल की तरह इस्तेमाल करना चाहते हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यूक्रेन में भारतीय छात्रों को बंधक बनाये जाने की खबरों को लेकर मीडिया के सवालों पर अपने बयान में कहा,  यूक्रेन में भारतीय दूतावास अपने नागरिकों से सतत सम्पर्क बनाये हुए है । हम इस बात का संज्ञान लेते हैं कि यूक्रेन प्रशासन के सहयोग से कल कई छात्र खारकीव से बाहर निकल सके।
उन्होंने कहा,  हमें किसी भारतीय छात्र के बंधक बनाने जैसी स्थिति का सामना करने की कोई रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। 
बागची ने कहा कि हमने यूक्रेन प्रशासन से आग्रह किया है कि खारकीव एवं आसपास के क्षेत्रों से छात्रों को बाहर निकालकर देश के पश्चिमी हिस्से में ले जाने के लिये विशेष ट्रेन की व्यवस्था करें । 
गौरतलब है कि रूस ने बुधवार को कहा था कि उसके सशस्त्र बल यूक्रेन के खारकीव शहर से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिहाज से सभी जरूरी कदम उठाने को तैयार हैं। भारत में रूसी दूतावास के एक अधिकारी ने रूस के रक्षा मंत्रालय की ब्रीफिंग का ब्योरा साझा किया था।
मॉस्को में रक्षा मंत्रालय ने एक मीडिया ब्रीफिंग में यह आरोप भी लगाया था यूक्रेन में भारतीय छात्रों के एक समूह को उनकी बेलगोरोद जाने की इच्छा के विपरीत खारकीव में जबरदस्ती रोक कर रख रहे हैं।
हालांकि भारत में यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि यूक्रेन जो अपना खून बहा रहा है, वह वहां फंसे हुए विदेशी छात्रों की मदद कर रहा है। 
वहीं, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हम इस क्षेत्र में रूस, रोमानिया, हंगरी, स्लोवाकिया, माल्डोवा सहित अन्य देशों से प्रभावी ढंग से समन्वय कर रहे हैं । 
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में बड़ी संख्या में भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से बाहर निकाल लिया गया है। 
बागची ने कहा,  इसे संभव बनाने के लिये यूक्रेन प्रशासन की मदद की हम सराहना करते हैं। 

पतंजलि क्रेडिट कार्ड एक करोड़ लोगों की पहुंच में होगा : रामदेव
Posted Date : 03-Mar-2022 4:17:58 am

पतंजलि क्रेडिट कार्ड एक करोड़ लोगों की पहुंच में होगा : रामदेव

हरिद्वार । पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड (पीएएल) ने नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के साथ को-ब्रांडेड कॉन्टैक्टलेस क्रेडिट कार्ड के दो वैरिएंट लॉन्च किए हैं। बुधवार को पतंजलि अनुसंधान संस्थान में एक कार्यक्रम के तहत बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को क्रेडिट कार्ड भेंटकर इस योजना की शुरुआत की गई।
बाबा रामदेव ने कहा कि पतंजलि क्रेडिट कार्ड के रूप में आत्मनिर्भर भारत की नई प्रेरणा के साथ आज एक नया इतिहास व कीर्तिमान रचा जा रहा है। पतंजलि आत्मनिर्भर भारत की सबसे बड़ी प्रेरणा है। उन्होंने दावा किया कि पतंजलि क्रेडिट कार्ड बहुत जल्द 1 करोड़ लोगों की पहुंच में होगा। उन्होंने कहा कि उन्हें फॉलो करने वालों की संख्या लगभग 5 करोड़ हैं।
बाबा रामदेव ने बताया कि इस योजना के तहत कार्डधारक को 50 हजार से 10 लाख रुपये तक की क्रेडिट लिमिट, 10 लाख रुपये तक का दुर्घटना बीमा लाभ, पतंजलि के उत्पादों पर 5 प्रतिशत की विशेष छूट तथा अन्य कंपनियों उत्पादों पर छूट और रिवार्ड प्वाइंट का भी प्रावधान है। आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि देशवासियों को पहली बार ऐसा क्रेडिट कार्ड मिलने वाला है जो विविध स्वरूपों और आयामों के साथ जुड़ा होगा। आचार्य ने कहा कि पीएनबी के साथ पतंजलि प्रारंभ से जुड़ा रहा है। पतंजलि के सभी कर्मचारियों को को-ब्रांडेड कॉन्टैक्टलेस क्रेडिट कार्ड की सेवाओं से जोड़ा जाएगा।
कार्यक्रम में रूपे के चीफ रिलेशनशिप मैनेजर नलिन बंसल ने कहा कि देश में 70 से 80 करोड़ डेबिट कार्ड रूपे के माध्यम से संचालित हैं। किन्तु यदि हम क्रेडिट कार्ड की बात करते हैं तो यह आंकड़ा मात्र 7 करोड़ के आसपास है। पीएनबी के एमडी व सीईओ आदित्य नाथ दास ने कहा कि यहां पंजाब नेशनल बैंक, पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड तथा नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया का सामूहिक प्रयास एक सुखद समागम है। जो स्वदेशी की परिकल्पना को चरितार्थ करता है। हम इस क्रेडिट कार्ड की योजना को एक अभियान की तरह लेकर चलेंगे।
इस अवसर पर पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड की ओर के ईडी पतंजलि आयुर्वेद रामभरत, राकेश शर्मा, सुरेंद्र शर्मा, वायडी आर्य, अनीता नैयर, केएन सिंह, पतंजलि योगपीठ की ओर से क्रय अधिकारी अंशुल, संप्रेषण विभाग प्रमुख पारूल, ऋषि आर्य, भारत स्वाभिमान से मुख्य केंद्रीय प्रभारी राकेश कुमार, भरूआ सोल्युशन्स की ओर से मीनाक्षी, अंशुमन, पीएनबी क्रेडिट कार्ड की ओर से जीएम महेंद्र दोहेरे, सखुजा, सुनील मीणा, सौरभ मारवा, अजय मायरा, एवीपी क्रेडिट कार्ड सलिल सेठ, विकास आनंद आदि शामिल रहे।
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