नई दिल्ली । आईपीएल 2021 के दूसरे चरण के मुकाबले 19 सितंबर से शुरू होने हैं। यानी लगभग एक हफ्ते का समय बचा है, लेकिन अंतिम समय में खिलाडिय़ों के हटने से फ्रेंचाइजी नाराज हैं और उन्होंने इसे लेकर बीसीसीआई को पत्र भी लिखा है। मालूम हो कि इंग्लैंड के जॉनी बेयरस्टो, डेविड मलान और क्रिस वोक्स ने निजी कारणों से हटने का फैसला किया। इसे मैनचेस्टर टेस्ट के विवाद से जोडक़र भी देखा जा रहा है। हालांकि कई बड़े इंग्लिश खिलाड़ी टी20 लीग में खेलते दिखेंगे।जॉनी बेयरस्टो सनराइजर्स हैदराबाद से, मलान पंजाब किंग्स से जबकि क्रिस वोक्स दिल्ली कैपिटल्स में शामिल थे। हैदराबाद ने शरफेन रदरफोर्ड को जबकि पंजाब ने एडम मारक्रम को टीम में शामिल किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार फ्रेंचाइजी ने बोर्ड को पत्र लिखा है। एक फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने कहा कि मैंने खिलाडिय़ों से बात की ओर सभी ने बताया कि वे 15 सितंबर को टीम से जुड़ेंगे, लेकिन शनिवार को हमें पता चलता है कि वे नहीं आ रहे हैं। अधिकारी ने बताया कि कोच और मैनेजमेंट इसे लेकर परेशान हैं। यह पूरी तरह अनप्रोफेशनल और अनुबंध के खिलाफ है, हमने इसे लेकर बीसीसीआई को पत्र भी लिखा है।
हालांकि अधिकारी ने कहा कि हम समझते हैं कि इस समय खिलाड़ी परेशानी से गुजर रहे हैं। वे लगातार बायो बबल में रह रहे हैं। वे मानसिक रूप से थके हुए हैं, लेकिन उन्हें हमें भी समझना होगा। अंतिम समय में उनके हटने से स्थिति को हमारे लिए संभालना मुश्किल हो जाता है। मालूम हो कि आईपीएल 2021 को कोरोना के कारण 4 मई को स्थगित कर दिया गया था। शेष 31 मुकाबले 19 सितंबर से यूएई में होने हैं।
आईपीएल 2021 की बात करें तो अब तक 6 इंग्लिश खिलाड़ी अलग-कारणों से टूर्नामेंट से हट चुके हैं। तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर चोट के कारण, बेन स्टोक्स मानसिक स्वास्थ्य के कारण जबकि जोस बटलर ने पिता बनने के कारण हटने का फैसला किया। अब जॉनी बेयरस्टो, क्रिस वोक्स और डेविड मलान ने निजी कारणों का हवाला देते हुए हटने का फैसला किया है। चोट के कारण लियाम लिविंग्स्टोन के खेलने पर संशय है। हालांकि इंग्लैंड के वनडे और टी20 के कप्तान ऑयन मॉर्गन सहित कई खिलाड़ी टी20 लीग में खेलते दिखाई देंगे।
नई दिल्ली । सरकार ने आर्थिक तौर पर बदहाल हो चुकी सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया के विनिवेश को गति देने के उद्देश्य से उसकी पूंजीगत संपदाओं को एक विशेष कंपनी एयर इंडिया होल्डिंग्स कंपनी लिमिटेड में हस्तातंरित करने को अधिसूचित कर दिया है। इस विशेष कंपनी को एयर इंडिया की चार सहायक इकाइयों, गैर कोर संपदाओं, पेंटिंग और विमाननों के साथ ही अन्य गैर परिचालित संपदा शामिल है।
एयर इंडिया से मिली जानकारी के अनुसार सरकार ने अब इस एयरलाइन की पूरी संपदा एक कंपनी को सौंप दी है और यदि इसका विनिवेश नहीं होगा तो इसके पास कुछ भी नहीं बचेगा। केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने इस संबंध में जारी अधिसूचना में कहा है कि यह अधिसूचना एक अप्रैल 2022 से प्रभावी होगी। एयर इंडिया के विनिवेश के लिए वित्तीय बोली आमंत्रित की गयी है जिसकी अंतिम तिथि 15 सितंबर 2021 है। टाटा समूह इसके संभावित ग्राहकों सबसे प्रमुख है।
नई दिल्ली । त्योहारों से पहले सरकार ने जनता को तोहफा दिया है। कोरोना काल में महंगाई से लोग पहले ही परेशान हैं। इसको ध्यान में रखते हुए केंद्र ने खानों के तेल, जैसे- पाम ऑयल, सोया ऑयल और सनफ्लावर ऑयल के आयात पर लगने वाली बेस इंपोर्ट ड्यूटी घटा दी है। इसके जरिए त्योहारों से पहले रसोई में इस्तेमाल होने वाले तेलों की कीमत नीचे आएगी। सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक अब क्रूड पाम ऑयल, क्रूड सोया ऑयल और क्रूड सनफ्लावर ऑयल पर लगने वाले बेस आयात शुल्क 2.5 फीसदी हो गया है। जबकि पहले क्रूड पाम ऑयल पर 10 फीसदी और क्रूड सोया ऑयल व सनफ्लावर ऑयल पर 7.5 फीसदी का बेस इंपोर्ट टैक्स लगता था। वहीं रिफाइंड ग्रेड के पाम ऑयल, सोया ऑयल और सनफ्लावर ऑयल पर लगने वाला बेस आयात शुल्क 37.5 फीसदी से कम होकर 32.5 फीसदी हो गया है। बेस आयात शुल्क में कटौती के बाद अब क्रूड पाम ऑयल, सोयाऑयल और सनफ्लावर ऑयल के आयात पर कुल 24.75 फीसदी टैक्स लगेगा। इसमें 2.5 फीसदी का बेस आयात शुल्क और अन्य टैक्स शामिल हैं। इसी तरह रिफाइंड पाम ऑयल, सोयाऑयल और सनफ्लावर ऑयल के आयात पर अब कुल 35.75 फीसदी का कर लगेगा। इसमें बेस इंपोर्ट टैक्स भी शामिल है। इस साल रसोई में इस्तेमाल होने वाले तेलों का आयात पिछले छह सालों के निचले स्तर पर रह सकता है। इंडस्ट्री बॉडी सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (स्श्व्र) के वरिष्ठ एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर डॉ बी वी मेहता के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी संकट और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में रिकॉर्ड वृद्धि की वजह से लगातार दूसरे साल इसमें कमी आ सकती है।
सरकार के इस कदम से तेल की कीमतों में कमी आ सकती है और साथ ही खपत को भी बढ़ावा मिल सकता है। मालूम हो कि भारत वनस्पति तेलों का सबसे बड़ा आयातक है। गौरतलब है कि देश में खाद्य तेलों की दो तिहाई मांग की पूर्ति आयात से होती है। भारत अपनी घरेलू खपत के लिए इंडोनेशिया और मलयेशिया से पाम ऑयल आयात करता है।
नईदिल्ली,10 सितंबर । देश से चालू सीजन में चीनी का निर्यात पिछले सीजन के 55.78 लाख टन के मुकाबले करीब 11 लाख टन बढक़र 66.70 लाख टन हो गया है। भारतीय चीनी मिलों के संघ इस्मा गुरुवार को जारी रिपोर्ट में बताया कि बाजार और बंदरगाहों से प्राप्त सूचना के आधार पर चालू चीनी सीजन (01 अक्टूबर 2020 से 31 अगस्त 2021) यानी इन ग्यारह महीनों में देश से 66.70 लाख टन चीनी का निर्यात किया गया है, जो इसके पिछले सीजन के 55.78 लाख टन से लगभग 11 लाख टन अधिक है। इस आंकड़े में चीनी सीजन 2019-20 में निर्यात के लिए स्वीकार्य अधिकतम कोटा (एमएईक्यू) के तहत 4.49 लाख टन चीनी भी शामिल है, जिसकी अवधि का विस्तार 31 दिसंबर 2020 तक कर दिया गया था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2021 की जनवरी से लेकर अगस्त तक 62.21 लाख टन चीनी का निर्यात किया गया है, जिनमें से अधिकांश चीनी सीजन 2020-21 में एमएईक्यू के तहत शामिल है। इस वर्ष 06 सितंबर तक निर्यात के लिए 2.29 लाख टन चीनी बंदरगाहों तक पहुंच चुके हैं, जिनको या तो जहाजो पर लाद दिया गया अथवा अगली जहाज आने के इंतजार में गोदामों में रख दिया गया है। यानी चालू चीनी सीजन में मात्र 20 दिन बचे हैं और चीनी का कुल निर्यात 70 लाख टन के पार पहुंचने की उम्मीद है।
रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक के अनुमानित चीनी निर्यात में 34.28 लाख टन कच्ची चीनी, 25.66 लाख टन सफेद चीनी और 1.88 लाख टन रिफाइन चीनी शामिल हैं। मिलों से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने 7.17 लाख टन चीनी रिफाइन कर निर्यात करने के लिए बंदरगाह आधारित रिफाइनरी को भेज दिया है।
नईदिल्ली। स्मार्टफोन निर्माता कंपनी रियलमी ने आज अपनी पहली टैबलेट रियलमी पैड लॉन्च की, जिसकी शुरुआती कीमत 13999 रुपये है। रियलमी के उपाध्यक्ष माधव सेठ ने रियलमी पैड की लॉन्चिंग पर कहा कि 440 ग्राम वजन और 6.9 मिलीमीटर पतली टैबलेट में ओक्टाकोर मीडियाटेक हेलियो जी80 गेमिंग प्रोसेसर लगा है। उन्होंने बताया कि इसकी स्क्रीन 10.4 इंच की है और स्क्रीन का रिजॉल्यूशन 2000 गुना 1200 पिक्सल है।
श्री सेठ ने बताया कि इसमें 7100 एमएएच की बैट्री है, जो स्टैंडबाय में 65 दिन का बैकअप दे सकती है। साथ ही एक बार चार्ज करने पर 12 घंटे तक लगातार वीडियो देखी जा सकती है। इसका 18 वाट का च्कि चार्जर बैट्री को जल्दी चार्ज कर देता है। एंड्रॉयड 11 ऑपरेटिंग सिस्टम (ओएस) आधारित इस टैब में आठ मेगापिक्सल का वाइड ऐंगल फंट कैमरा दिया गया है।
रियलमी पैड रियल ग्रे और रियल गोल्ड रंग के साथ उपलब्ध है। स्टोरेज के लिहाज से इसे तीन वेरियेंट में पेश किया गया है। इनकी कीमत 13999 रुपये से लेकर 17999 रुपये तक है। इनकी बिक्री 16 सितंबर के दोपहर से कंपनी की वेबसाइट, फ्लिपकार्ट एवं मेनलाइन चैनल के माध्यम से शुरू हो जाएगा।
नईदिल्ली । यात्री वाहन बनाने वाली कंपनी फोर्ड ने भारतीय बाजार में हो रहे घाटे से परेशान होकर अपने परिचालन को पुनगर्ठित करने की योजना के तहत घरेलू बाजार में बिक्री के लिए देश में वाहन निर्माण तत्काल बंद करने की आज घोषणा की। कंपनी ने यहां जारी बयान में कहा कि पिछले 10 वर्षों में दो अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हो चुका है और वर्ष 2019 में 80 करोड़ डॉलर के गैर परिचालन वाले संपत्ति हटाई गई थी। इस पुनर्गठन योजना से भारत में एक टिकाउ लाभकारी बिजनेस तैयार करने में मदद मिलने की उम्मीद है। उसने कहा कि उसकी भारतीय इकाई फोर्ड इंडिया घरेलू बाजार में बिक्री के लिए वाहन निर्माण तत्काल बंद कर रही है। चालू वर्ष की चौथी तिमाही में गुजरात के सांणद स्थित वाहन असेंबली संयंत्र में निर्यात वाले वाहनों का विनिर्माण भी बंद हो जायेगा।
इसी तरह से चेन्नई स्थित इंजन और असेंबली संयंत्र में भी अगले वर्ष की दूसरी तिमाही में उत्पादन बंद हो जायेगा। उसने कहा कि उसकी इस पहल से सीधे प्रभावित होने वाले कर्मचारियों, कर्मचारी संघो, डीलरों और आपूर्तिकर्ताओं के साथ वह इस दिशा में काम रही है।
इस अमेरिकी वाहन कंपनी ने कहा कि उसने भारतीय ग्राहकों की सेवा करने की योजना बनायी है जिसके तहत वह भारत में मुस्ताग कूपे सहित आइकॉनिक वाहनों को लॉन्च करेगी। उसने कहा कि वैश्विक बाजार में उसकी 30 अरब डॉलर निवेश करने की योजना का लाभ दीर्घकाल में भारतीय ग्राहकों को भी होगा क्योंकि इसके तहत नयी हाइब्रिड और मुस्ताग मैक ई जैसे इलेक्ट्रिक वाहन उतारे जायेंगे।
उसने कहा कि भारत फोर्ड के लिए कर्मचारियों के लिहाज से वैश्विक स्तर पर दूसरा सबसे बड़ा कार्यबल वाला देश बना रहेगा। उसने कहा कि फोर्ड बिजनेस सोल्यूशंस के साथ ही फोर्ड इंडिया निर्यात के लिए इंजन का निर्माण जारी रखेगी। इसके साथ ही भारत में ग्राहक सपोर्ट परिचालन को भी जारी रखा जायेगा जिसमें सर्विस, आफ्टरमार्केट पार्ट्स और वारंटी सपोर्ट शामिल है।
कंपनी ने कहा कि भारत में उसकी योजना फोर्ड बिजनेस सोल्यूशंस को बढ़ाना और वैश्विक वाहनों को भारतीय बाजार में बेचने की है। वैश्विक स्तर पर फोर्ड के सहयोग के लिए भारत में कंपनी की योजना 11 हजार कर्मचारियों का बिजनेस सोल्यूशंस टीम बनाने की है। यह टीम इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी और बिजनेस परिचालन उत्कृष्टता केन्द्र पर ध्यान केन्द्रित करेगी।