नयी दिल्ली ,09 सितंबर । आयकर विभाग के नये पोर्टल पर प्रतिदिन औसतन 15.55 लाख करदाताओं के लॉगइन करने का हवाला देते हुये वित्त मंत्रालय ने आज कहा कि इस पोर्टल पर आ रही समस्याओं को दूर करने के लिए वह लगातार इसका प्रबंधन करने वाली कंपनी इंफोसिस के साथ संपर्क में है और इसका निगरानी कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि गत 7 जून को इस पोर्टल को लाँच किया गया था और उसी दिन से इसको लेकर समस्यायें आ रही और करदाताओं को रिटर्न भरने में दिक्कत हो रही है। मंत्रालय ने आज जारी बयान में कहा कि कई तकनीकी समस्यायें दूर की जा चुकी है और इसका असर भी दिख रहा है। सात सितंबर 2021 तक 8.83 करोड़ करदाताओं ने इस पोर्टल पर लॉगइन किया है। सितंबर में प्रतिदिन औसतन 3.2 लाख आयकर रिटर्न दाखिल किये जा रहे है और अब तक मूल्याकंन वर्ष 2021-22 के लिए 1.19 करोड़ रिटर्न भरे जा चुके हैं। 76.2 लाख करदाताओं ने इस पोर्टल की ऑनलाइन यूटिलिटी का रिटर्न दाखिल करने के लिए उपयोग किया है।
उसने कहा कि 94.88 लाख से अधिक रिटर्न का ई वेरिफिकेशन हो चुका है और उसमें से 7.07 लाख रिटर्न का प्रोसेस भी हो चुका है। इसके अतिरिक्त विभाग के फेसलेस अस्सेमेंट के तहत 8.74 लाख नोटिस जारी किये जा चुके है और उनमें से 2.61 लाख को जबाव भी मिला है। विभाग ने कहा कि 66.44 लाख करदाताओं ने आधार और पैन को जोड़ा है और 14.59 लाख ई पैन जारी किये गये हैं।
नयी दिल्ली ,09 सितंबर । फेसबुक ने बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन (बीएमजीएफ़), पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया और लव मैटर्स इंडिया के साथ साझेदारी में माय स्टोरी अभियान लॉन्च किया है, जो कोविड-19 संक्रमण रोकने के लिए निरंतर सावधानी बरतने के महत्व पर प्रकाश डालता है। वेबर शैंडविक इंडिया द्वारा परिकल्पित और निर्मित अभियान में 10 लघु फिल्में शामिल हैं, जिनमें से प्रत्येक हमारे जीवन पर कोविड-19 के प्रभाव के बारे में व्यक्तिगत और आम कहानियों को बताने पर केंद्रित है। अभियान इसके अलावा उपयोगकर्ताओं को उनके अनुभवों को बाँट कर समुदाय की भावना बनाने के लिए महामारी से जुड़ी अपनी कहानियों को साझा करने के लिए कहता है। फिल्मों की अवधारणा एक व्यवहार परिवर्तन अभियान के हिस्से के रूप की गई थी, क्योंकि व्यक्तिगत कहानियां ‘सामान्यीकरण’ की ओर ले जाती हैं और परिणामस्वरूप, कोविड-उपयुक्त व्यवहार और टीकाकरण की अधिक स्वीकृति होती है।
इस अभियान पर टिप्पणी करते हुए, फेसबुक के निदेशक और पार्टनरशिप के प्रमुख मनीष चोपड़ा ने कहा, जब से महामारी की शुरुआत हुई है, हम उपयोगकर्ताओं को स्वास्थ्य पर प्रामाणिक संसाधनों के लिए निर्देशित करने और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए दुनिया भर में स्वास्थ्य विशेषज्ञों और सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उचित व्यवहारों का पालन करें जो महामारी को रोकने में मदद कर सकते हैं। अन्य प्रमुख स्वास्थ्य संगठनों के सहयोग से संकल्पित, यह अभियान इस बात पर आधारित है कि कैसे सामग्री का लाभ उठाया जा सकता है ताकि कोविड-19 मानदंडों का पालन करने की आवश्यकता को संप्रेषित किया जा सके और लोगों को टीकों का चयन करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। इनमें से प्रत्येक वीडियो में मानवीय सत्य का एक तत्व है, जो दिन-प्रतिदिन के उदाहरणों को एक संबंधित तरीके से दर्शाता है।
नयी दिल्ली । डाक विभाग के इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) और देश की प्रमुख हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (एलआईसीएचएफएल) ने आज आईपीपीबी के 4.5 करोड़ से अधिक ग्राहकों के लिए आवासीय ऋण सुविधा उपलब्ध कराने हेतु एक रणनीतिक साझेदारी की।
650 शाखाओं के अपने सुदृढ़ एवं विशाल नेटवर्क तथा 136,000 से अधिक बैंकिंग एक्सेस पॉइंट्स के माध्यम से आईपीपीबी, एलआईसीएचएफएल के होम लोन उत्पादों को पूरे भारत में अपने ग्राहकों तक पहुंचाएगा। समझौता ज्ञापन के हिस्से के रूप में, सभी आवासीय ऋणों के लिए क्रेडिट अन्डर्राइटिंग, प्रोसेसिंग और डिस्बर्स्मन्ट एलआईसीएचएफएल द्वारा आईपीपीबी के साथ सोर्सिंग के लिए जिम्मेदार होंगे।
एलआईसीएचएफएल के साथ आईपीपीबी की साझेदारी इसके उत्पादों और सेवाओं की रेंज का विस्तार करने की रणनीति का हिस्सा है, साथ ही यह भागीदारी देशभर में विविध ग्राहकों, विशेष रूप से बिना बैंक खाता वाले और कम सेवा वाले ग्राहकों की बैंकिंग एवं वित्तीय जरूरतों को पूरा करने में मददगार साबित होगी। वर्तमान में, आईपीपीबी प्रमुख बीमा कंपनियों के साथ साझेदारी के माध्यम से विभिन्न सामान्य और जीवन बीमा उत्पादों का वितरण कर रहा है तथा क्रेडिट उत्पाद अंतिम छोर वाले ग्राहकों के लिए एक स्वाभाविक विस्तार है। आईपीपीबी का जमीनी स्तर पर कार्यरत श्रमबल लगभग 200,000 डाक कर्मचारियों (डाकियों और ग्रामीण डाक सेवकों) का है, जो अपनी अभिनव डोरस्टेप बैंकिंग सेवा के माध्यम से माइक्रो-एटीएम और बायोमेट्रिक उपकरणों से लैस हैं तथा ये सभी एलआईसीएचएफएल के आवास ऋण की पेशकश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
लखनऊ । यूनाइटेड किंग्डम (यूके) की 15 से 20 कंपनियां सितम्बर के अंत में होमलैंड सिक्योरिटी क्षेत्र में निवेश करने आ रही हैं। सूबे के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश की होमलैंड सिक्योरिटी (एचएलएस) और डिफेंस अपॉर्च्युनिटी में आवश्यकताओ को लेकर राज्य में निवेश और व्यापार को बढ़ाने के संबंध में एक बैठक हुयी जिसमें उत्तर प्रदेश और युनाइटेड किंगडम के बीच निवेश एवं व्यापार को बढ़ाने के लिए चर्चा की गयी। इस दौरान प्रदेश सरकार की नीति एवं निवेशकों को प्रोत्साहित करने के संबंध में अपर मुख्य सचिव लघु उद्योग एवं निवेश प्रोत्साहन नवनीत सहगल ने प्रस्तुतीकरण दिया।
श्री अवस्थी ने कहा कि प्रदेश की स्टेट सिक्योरिटी प्लान के तहत अनेकों प्रोजेक्ट बनाए जा रहे हैं, जिसमें प्रदेश की सिक्योरिटी फोर्स और पुलिस बल को और अधिक आधुनिक और उन्नतशील बनाया जा सकेगा इससे प्रदेश की विशाल आबादी को पूर्ण सुरक्षा मिलेगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश देश में सबसे कम क्राइम दर वाला राज्य है। महिलाओं, बेटियों और लोगों को अब अपराधियों का डर नहीं रहा। प्रदेश की पुलिस किसी भी कॉल पर 10 से 12 मिनट में घटनास्थल पर पहुंचती है।
उन्होंने कहा कि उन्नत तकनीक का प्रयोग कर प्रदेश का क्राइम और क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम को मजबूत करना है, जिसमें सर्विलेंस कैमरा, ड्रोन और एंटी ड्रोन सिस्टम, प्रिडिक्टिव पोलिसिंग, फॉरेंसिक साइंस /किट, डीएनए टेस्टिंग, बॉडी वार्निंग कैमरा, सीसीटीवी युक्त मानीट्रिंग सिस्टम, साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में कार्य किया जाना है। इस क्षेत्र में विदेशी निवेश बढ़ाने के लिए भी कार्य किया जा रहा है।
श्री अवस्थी ने बताया कि यूनाइटेड किंग्डम की 15 से 20 कंपनियां इस महीने के अंत में होमलैंड सिक्योरिटी क्षेत्र में निवेश करने आ रही हैं। इससे प्रदेश की सुरक्षा संबंधी जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा। प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए यहां की पुलिस फोर्स को आधुनिक बनाना है। इसके लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जाएगा। पूरे लखनऊ को सुरक्षित जोन बनाने के लिए भी कार्य किया जा रहा है, जिसके लिए जरूरी सॉफ्टवेयर एवं हार्डवेयर को भी विकसित किया जाएगा। केन्द्र सरकार की मदद से लखनऊ शहर को सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत विकसित किया जा रहा है।
इस अवसर पर श्री नवनीत सहगल ने कहा कि निवेश और व्यापार को बढ़ाकर उत्तर प्रदेश देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के साथ देश का चौथा सबसे बड़ा निर्यातक राज्य बन गया है। इसके लिए प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाया जा रहा है तथा निवेशकों को जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 05 इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन रहे हैं। रेल और सडक़ नेटवर्क को बेहतर किया जा रहा है। पांच एक्सप्रेस वे का निर्माण किया जा रहा है। प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर बन रहा है। रक्षा विनिर्माण क्षेत्र की जानी मानी कंपनियां प्रदेश में निवेश को इच्छुक हैं। उत्तर प्रदेश में निवेशकों को निवेश के लिए पर्याप्त संभावनाएं हैं तथा प्रदेश में कारखाने को चलाने के लिए पर्याप्त दक्ष कार्य बल मौजूद है।
पुलिस महानिदेशक मुकेश गोयल ने कहा की होमलैंड सिक्योरिटी को मजबूत बनाने के लिए प्रदेश की पुलिस फोर्स को आधुनिक तकनीक से लैस करना होगा, जिसके लिए बॉडी वार्न कैमरा, ड्रोन, फुल बॉडी प्रोटेक्टर, सोशल मीडिया एनालिसिस सॉफ्टवेयर, फॉरेंसिक डाटा सेंटर, सीसीटीवी बेस्ड मॉनिटरिंग सिस्टम, आधुनिक पुलिसिंग प्रशिक्षण आदि की आवश्यकता होगी।
बैठक में डिप्टी हेड, यूके डिफेंस व सिक्योरिटी एक्सपोर्ट मिस्टर डोमिनिक गिलेन, सीनियर ट्रेड एडवाइजर, सिक्योरिटी व साइबर सिक्योरिटी (यूके डीएसई) विभोर सिंह, डायरेक्टर एयरोस्पेस व डिफेंस (यूकेआईबीसी) बंटी सेठी ने कहा कि मैनुफैक्चरिंग सुविधाएं मिलने पर यूनाइटेड किंगडम की कंपनियां भी सिक्योरिटी सेक्टर व डिफेंस के क्षेत्र में निवेश करने को इच्छुक हैं। इससे प्रदेश को सिक्योरिटी के क्षेत्र में उन्नत तकनीक मिलेगी। बैठक में सचिव होम के साथ गृह विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
नयी दिल्ली । सरकार की उज्जवला योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन कर रहे परिवारों को मुफ्त में रसोई गैस (एलपीजी) कनेक्शन देने से देश में 85 प्रतिशत परिवारों को यह सुविधा प्राप्त होने के बावजूद अभी भी देश के 54 प्रतिशत परिवार खाना पकाने के लिए पारंपरिक ठोस ईंधन (जलावन आदि) का उपयोग कर रहे हैं।
काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वॉटर (सीईईडब्ल्यू) की ओर से आज जारी एक अध्ययन के अनुसार, 70 प्रतिशत से ज्यादा भारतीय परिवार खाना पकाने के लिए प्राथमिक ईंधन के रूप में एलपीजी का इस्तेमाल करते हैं जबकि 85 प्रतिशत परिवारों के पास एलपीजी कनेक्शन हैं। हालांकि, 54 प्रतिशत भारतीय परिवारों ने पारंपरिक ठोस ईंधनों का नियमित रूप से उपयोग जारी रखा है, फिर चाहे वह केवल ठोस ईंधनों का उपयोग हो या फिर एलपीजी के साथ अतिरिक्त ईंधन के रूप में। खाना पकाने के लिए लकड़ी, उपले, कृषि अवशेष, लकड़ी का कोयला (चारकोल) और केरोसिन जैसी पारंपरिक ठोस ईंधनों का उपयोग ऐसे परिवारों के लिए घरेलू वायु प्रदूषण का जोखिम बढ़ा देता है।
अध्ययन ने यह भी रेखांकित किया कि बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के ग्रामीण क्षेत्रों में एलपीजी कवरेज और खाना पकाने के लिए प्राथमिक ईंधन के रूप में इसके उपयोग में विशेष रूप से सुधार किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले महीने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (उज्ज्वला) 2.0 का शुभारंभ किया था, जिसका उद्देश्य देश में एक करोड़ गरीब और प्रवासी परिवारों को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराना है।
सीईईडब्ल्यू के अध्ययन में पाया गया है कि केवल आधे ग्रामीण परिवारों को ही एलपीजी की होम डिलीवरी मिलती है इसलिए अध्ययन में ग्रामीण वितरकों को होम डिलीवरी बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करने का सुझाव दिया गया है। सरकार उन्हें प्रति रिफिल ज्यादा कमीशन दे सकती है और कमीशन को कनेक्शन की सघनता से भी जोड़ सकती है। इसके अलावा, एलपीजी कार्यक्रम को व्यापक सामाजिक मूल्यांकन या ग्रामीण विकास कार्यक्रमों से जोड़ा जाना चाहिए। अंत में, सरकार को व्यावसायिक या औद्योगिक उपयोग के लिए बायोमास पैलेट्स और ब्रिकेट्स के उत्पादन को बढ़ावा देना चाहिए। यह बायोमास के लिए नया बाजार बना सकता है और उपभोक्ताओं को खाना पकाने की उनकी जरूरतें पूरी करने के लिए एलपीजी को अपनाने के लिए प्रेरित कर सकता है।
नयी दिल्ली । कार निर्माता कंपनी रेनो अपनी दमदार इलेक्ट्रिक कार मेगाने ई. टेक लॉन्च करने की तैयारी कर रही है।
कंपनी ने बताया कि इस कार को सीएमएफ-ईवी प्लेटफॉर्म पर तैयार किया जाएग। इस प्लेटफॉर्म पर ही रेनो-निसान-मित्सुबिशी समूह आने वाली इलेक्ट्रिक कार का निर्माण किया जाएगा। इस कार में 217 हॉर्स पावर की दमदार इलेक्ट्रिक मोटर लगाया जाएगा, जो अधिकतम 300 न्यूनटन मिनट की टॉर्क उत्पन्न करेगा। यह कार मात्र आठ सेकेंड में शून्य से 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पकडऩे में सक्षम होगी।
इस कार में 60 किलोवाट का बैटरी पैक होगा, जो एक बार चार्ज करने पर 450 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। 130 किलोवाट डीजी रैपिड चार्जिंग पर मात्र 30 मिनट चार्ज करने पर यह कार 198 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।