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बुल मार्केट अभी खत्म नहीं हुआ है, आगे जारी रहेगी तेजी
Posted Date : 05-Jun-2024 9:50:42 pm

बुल मार्केट अभी खत्म नहीं हुआ है, आगे जारी रहेगी तेजी

नई दिल्ली। एग्जिट पोल के अनुमान के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी को लोकसभा चुनाव 2024 में बहुमत न मिलने के कारण भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार को 6 प्रतिशत तक की बड़ी गिरावट देखने को मिली थी। ऐसे में निवेशकों के मन में ये सवाल बना हुआ है कि आखिर आने वाले समय में बाजार कैसा रहेगा और कहां उन्हें फोकस करना चाहिए?
बाजार के जानकारों का कहना है कि एग्जिट पोल में बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिलने के कारण सोमवार को एक बड़ी रैली हुई और नतीजे अनुमान से कमजोर आने के कारण बाजार में बड़ी गिरावट हुई। इस वजह से आने वाले कुछ दिनों में बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है, लेकिन लंबी अवधि में बाजार सकारात्मक रिटर्न देगा।
निवेशकों को लार्जकैप और सही वैल्यूशन वाले शेयर पर फोकस करना चाहिए। जैसे ही नई सरकार बनेगी, बाजार में स्थिरता लौट आएगी।
यस सिक्योरिटीज के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अमर अंबानी ने कहा, भारतीय शेयर बाजार में वैल्यूएशन उच्च स्तर पर थे। अनुमान से कमजोर नतीजे आने पर गिरावट हुई है। अगर नई एनडीए सरकार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनते हैं तो हमें नहीं लगता कि बाजार में और 10 प्रतिशत की गिरावट होगी।
उन्होंने आगे कहा कि निवेशकों को स्टॉक के चयन को लेकर सावधानी बरतनी होगी और ऐसे स्टॉक का चुनाव करना चाहिए, जिसकी वैल्यूएशन ठीक हो और भविष्य में अच्छी आय अर्जित करने की क्षमता हो।
साथ ही कहा कि बुल मार्केट अभी खत्म नहीं हुआ है। बैंकिंग के साथ कॉरपोरेट सेक्टर और हाउसिंग मार्केट में कोई बबल जैसी स्थिति नहीं है। अर्थव्यवस्था की स्थिति मजबूत बनी हुई है।
आनंद राठी ग्रुप के सह-संस्थापक और वाइस चेयरमैन प्रदीप गुप्ता ने कहा कि ऐतिहासिक डेटा के अनुसार, उतार-चढ़ाव के बावजूद भी बाजार निवेशकों को सकारात्मक रिटर्न देने में सफल रहा है। निवेशकों को लंबी अवधि के लिए फोकस करना चाहिए। अपने पोर्टफोलियो में विविधता लानी चाहिए। अगर सरकार की नीतियों में निरंतरता जारी रहती है तो इन्फ्रास्ट्रक्चर, डिफेंस और कैपिटल गुड्स सेक्टर को फायदा होगा। स्थिरता और लचीलेपन को देखते हुए लार्ज कैप शेयर हमारी पसंद हैं।

 

कच्चे तेल की कीमतों में 4 डॉलर प्रति बैरल की गिरावट से भारत को होगा फायदा
Posted Date : 05-Jun-2024 9:50:24 pm

कच्चे तेल की कीमतों में 4 डॉलर प्रति बैरल की गिरावट से भारत को होगा फायदा

नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में 4 डॉलर प्रति बैरल से अधिक की गिरावट आई है। अब यह चार महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई है। ऐसा ओपेक प्लस द्वारा इस वर्ष उत्पादन में वृद्धि की अनुमति देने के बाद हुआ है। अमेरिका में पहले से ही कच्चे तेल का भंडार काफी ज्यादा है।
अगस्त के लिए बेंचमार्क ब्रेंट ऑयल वायदा बुधवार को 77.50 डॉलर पर आ गया। डब्ल्यूटीआई (वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट) पर जुलाई के कच्चे तेल का वायदा 73.22 डॉलर पर था।
7 फरवरी के बाद पहली बार तेल की कीमतें 80 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आई हैं। यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा संकेत है। देश अपनी जरूरतों का लगभग 85 प्रतिशत आयात करता है और तेल की कीमतों में गिरावट से देश के आयात बिल में कमी आएगी। इससे चालू खाता घाटा (सीएडी) कम होगा और रुपया मजबूत होगा।
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से घरेलू बाजार में पेट्रोल, डीजल और एलपीजी के दाम भी कम होते हैं, जिससे देश में मुद्रास्फीति में कमी आती है।
सरकार ने यूक्रेन युद्ध के मद्देनजर पश्चिमी दबावों के बावजूद तेल कंपनियों को रियायती कीमतों पर रूस से कच्चा तेल खरीदने की अनुमति देकर देश के तेल आयात बिल को कम करने की कोशिश की है।
रूस अब भारत को कच्चे तेल का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बन गया है। इसने इराक और सऊदी अरब की जगह ली, जो पहले शीर्ष स्थान पर थे।
आईसीआरए की एक रिपोर्ट के अनुसार, रूस से तेल आयात की कीमत वित्त वर्ष 2023 और वित्त वर्ष 2024 के 11 महीनों में खाड़ी देशों की तुलना में 6.4 प्रतिशत और 15.6 प्रतिशत कम थी।
रूस से सस्ता तेल खरीदना जारी रखने की भारत की रणनीति के चलते वित्त वर्ष 2022-23 के पहले 11 महीनों के दौरान देश के तेल आयात बिल में लगभग 7.9 बिलियन डॉलर की बचत हुई थी और देश को अपने चालू खाता घाटे को कम करने में भी मदद मिली।

 

माइक्रोसॉफ्ट ने की छंटनी की घोषणा, 1,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला
Posted Date : 04-Jun-2024 12:27:41 pm

माइक्रोसॉफ्ट ने की छंटनी की घोषणा, 1,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला

नईदिल्ली। टेक दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट एक बार फिर बड़ी संख्या में अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही है।रिपोर्ट के अनुसार, माइक्रोसॉफ्ट ने 1,000 कर्मचारियों की छंटनी करने की घोषणा की है। इस छंटनी से होलो लेंस 2 पर काम करने वाले कंपनी के मिक्स्ड रियलिटी  विभाग के कर्मचारी सबसे अधिक प्रभावित होंगे।इसके अतिरिक्त, कंपनी ने कुछ अन्य विभागों से भी सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है।
रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने अज्योर के ऑपरेटर और इंजीनियरिंग विभाग से भी सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है।छंटनी का यह दौर माइक्रोसॉफ्ट द्वारा 10,000 से अधिक लोगों को नौकरी से निकाले जाने के एक साल से अधिक समय बाद आया है।माइक्रोसॉफ्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सत्य नडेला ने कहा कि कंपनी अपने हार्डवेयर पोर्टफोलियो में बड़े स्तर पर बदलाव कर रही है।
माइक्रोसॉफ्ट के प्रवक्ता क्रेग सिनकोटा ने छंटनी के फैसले पर कहा,  हमने माइक्रोसॉफ्ट के मिक्स्ड रियलिटी विभाग के पुनर्गठन की घोषणा की। हम रक्षा विभाग के आईवीएएस कार्यक्रम के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं और अपने सैनिकों का समर्थन करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक प्रदान करना जारी रखेंगे। उन्होंने आगे कहा,  हम व्यापक मिक्स्ड रियलिटी हार्डवेयर के इको सिस्टम तक पहुंचने के लिए डब्लू365 में निवेश करना जारी रखेंगे। 

 

लोकसभा चुनाव की मतगणना के बीच शेयर बाजार में भारी गिरावट, सेंसेक्स 2,713 अंक फिसला
Posted Date : 04-Jun-2024 12:27:17 pm

लोकसभा चुनाव की मतगणना के बीच शेयर बाजार में भारी गिरावट, सेंसेक्स 2,713 अंक फिसला

मुंबई। लोकसभा चुनाव की मतगणना के बीच भारतीय शेयर बाजार मंगलवार को गिरावट के साथ खुला। बाजार में चौतरफा गिरावट देखने को मिल रही है।
बीएसई बेंचमार्क सेंसेक्स 1,544 अंक या 2.02 प्रतिशत और एनएसई निफ्टी 491 अंक या 2.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ खुला।
सुबह 9:30 बजे तक सेंसेक्स 2,713 अंक या 3.55 प्रतिशत गिरकर 73,755 अंक और निफ्टी 838 अंक या 3.65 प्रतिशत फिसलकर 22,414 अंक पर था।
निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 1,466 अंक या 2.75 प्रतिशत गिरावट के साथ 51,816 अंक और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 542 अंक या 3.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,555 अंक पर था।
इंडिया विक्स में काफी तेजी देखने को मिल रही है और यह 14 प्रतिशत ऊपर बढक़र 23.91 अंक पर है।
बाजार के सभी इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं। ऑटो, आईटी, पीएसयू इंडेक्स, फिन सर्विस, फार्मा, रिल्यटी, मेटल, एनर्जी, इन्फ्रा, पीएसई और कमोडिटी इंडेक्स 7 प्रतिशत तक फिसल गए हैं।
सेंसेक्स के 30 में से 29 शेयर लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं।
एनटीपीसी, एसबीआई, पावर ग्रिड, एलएंडटी, एक्सिस बैंक और एचसीएल टेक टॉप लूजर्स हैं। केवल सन फार्मा का शेयर ही हरे निशान में है।
वैश्विक बाजारों में मिलाजुला कारोबार हो रहा है। टोक्यो, शंघाई और सियोल बाजार गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। वहीं, हांगकांग और बैंकॉक के बाजार लाल निशान में हैं। अमेरिका के बाजार सोमवार को मिले जुले बंद हुए थे।

 

भारतीय शेयर बाजार में 4 साल की सबसे बड़ी गिरावट, निवेशकों के 44 लाख करोड़ रुपये डूबे
Posted Date : 04-Jun-2024 12:26:36 pm

भारतीय शेयर बाजार में 4 साल की सबसे बड़ी गिरावट, निवेशकों के 44 लाख करोड़ रुपये डूबे

मुंबई। लोकसभा चुनाव की मतगणना के रूझान एग्जिट पोल के अनुमान से कम आने के कारण भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार को बड़ी गिरावट देखी जा रही है।
दोपहर 12:30 बजे तक सेंसेक्स 5,908 अंक या 7.73 प्रतिशत गिरकर 70,668 अंक और निफ्टी 1,707 अंक या 7.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 21,556 अंक पर था। इससे पहले बाजार में इतनी बड़ी बिकवाली कोरोना के दौरान ही देखने को मिली थी। बैंकिंग शेयरों में गिरावट का सबसे ज्यादा असर देखा जा रहा है।
निफ्टी बैंक 4,272 अंक या 8.38 प्रतिशत की गिरावट के साथ 46,707 अंक पर है। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भारी बिकवाली देखी जा रही है। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 5,627 अंक या 10.59 प्रतिशत की गिरावट के साथ 47,726 अंक और निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स 1,902 अंक या 8.73 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15,173 अंक पर था।
बाजार में भारी बिकवाली के कारण बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का मार्केट कैप गिरकर 382 लाख करोड़ रुपये रह गया है, जो कि सोमवार के कारोबार बंद होने पर 426 लाख करोड़ था। इसमें 44 लाख करोड़ की कमी देखने को मिली है।
सेक्टर के हिसाब से देखें तो पीएसयू बैंक, मेटल, रियल्टी, एनर्जी और पीएसई इंडेक्स 20 प्रतिशत तक गिर गए हैं। सभी इंडेक्स लाल निशान में हैं। सेंसेक्स पैक में एनटीपीसी, एसबीआई, टाटा स्टील, पावर ग्रिड, एलएंडटी और भारती एयरटेल टॉप लूजर्स हैं।

 

एग्जिट पोल बाद सेंसेक्स 2,700 अंक से ज्यादा उछला, फिर 76 हजार के पार
Posted Date : 03-Jun-2024 12:02:28 pm

एग्जिट पोल बाद सेंसेक्स 2,700 अंक से ज्यादा उछला, फिर 76 हजार के पार

मुंबई। एग्जिट पोल में मोदी सरकार की वापसी के संकेत मिलने के बाद भारतीय शेयर बाजार सोमवार को ऑल टाइम हाई पर खुले और 2,700 अंक के ज्यादा की छलांग लगाकर बीच कारोबार का नया रिकॉर्ड कायम किया। सेंसेक्स करीब 2600 अंक बढक़र 76,582 अंक पर और निफ्टी करीब 800 अंक बढक़र 23,338 अंक पर खुला।
खुलने के तुरंत बाद यह 2,777.58 अंक की तेज के साथ 76,738.89 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। बीच कारोबार का इसका पिछला रिकॉर्ड 27 मई को बना था जब इसने पहली बार 76 हजार को पार करते हुए 76,009.68 अंक को छुआ था। हालांकि, हल्की मुनाफावसूली के कारण सुबह 9:30 बजे तक सेंसेक्स 1,843 अंक या 2.49 प्रतिशत बढक़र के साथ 75,804 अंक पर और निफ्टी 566 अंक या 2.51 प्रतिशत की तेजी लेकर 23,097 अंक पर कारोबार कर रहा था।
बाजार में सकारात्मक रुझान बना हुआ है और एनएसई पर 1,983 शेयर तेजी के साथ और 177 गिरावट में कारोबार कर रहे हैं।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी बंपर तेजी बनी हुई है। निफ्टी मिडकैप 100 सूचकांक 1,306 अंक या 2.53 प्रतिशत की बढ़त के साथ 53,012 अंक पर और निफ्टी स्मॉलकैप 100 सूचकांक 366 अंक या 2.20 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,050 अंक पर बना हुआ है।
इंडिया वीआईएक्स में रिकॉर्ड गिरावट देखने को मिली है। यह 18.09 प्रतिशत गिरकर 20.15 अंक पर आ गया है।
बाजार के करीब सभी सूचकांक हरे निशान में हैं। ऑटो, पीएसयू बैंक, वित्तीय सेवा, धातु, रियल्टी, एनर्जी, पीएसई और इन्फ्रा सूचकांक बड़ी बढ़त के साथ खुले हैं।
सेंसेक्स के सभी 30 शेयर हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं।
पावर ग्रिड, एनटीपीसी, एमएंडएम, एलएंडटी, एसबीआई, इंडसइंड बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, एक्सिस बैंक सबसे ज्यादा बढ़त में रहने वालों में हैं।
एशिया के ज्यादातर बाजारों में तेजी के साथ कारोबार हो रहा है। टोक्यो, हांगकांग, सोल और इंडोनेशिया के बाजारों में तेजी है। वहीं, शंघाई और बैंकॉक के बाजार लाल निशान में हैं। अमेरिकी बाजार शुक्रवार के कारोबारी सत्र में बड़ी बढ़त के साथ बंद हुए थे।
कच्चा तेल सपाट बना हुआ है। ब्रेंट क्रूड 81 डॉलर प्रति बैरल और डब्ल्यूटीआई क्रूड 77 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ है।
प्रभुदास लीलाधर में वरिष्ठ टेक्निकल रिसर्च की उपाध्यक्ष, वैशाली पारेख ने कहा कि निफ्टी में 23,100 एक महत्वपूर्ण स्तर होगा। सेंसेक्स के लिए 75,600 एक मजबूत स्तर होने वाला है। जैसे ही बाजार इस स्तर के ऊपर कारोबार करने लगेगा, आगे और मजबूती देखने को मिल सकती है।