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तेलंगाना के 11 से 16 वर्ष के चार युवा एडवेंचरर्स ने हासिल की नई ऊंचाईयां
Posted Date : 19-Jun-2024 9:07:00 pm

तेलंगाना के 11 से 16 वर्ष के चार युवा एडवेंचरर्स ने हासिल की नई ऊंचाईयां

  • विनर्स एंड अचीवर्स ने आयोजित किया इन युवाओं के लिए एडवेंचरर्स कैंप

नई दिल्ली। प्रसिद्ध पर्वतारोही सत्यरूप सिद्धांत की एडवेंचर कंपनी विनर्स एंड अचीवर्स और रांची के आई 3 फाउंडेशन के नेतृत्व में 5 से 19 मई 2024 को एडवेंचर के एक सफल कैंप का समापन किया गया। इस एडवेंचर अभियान में  तेलंगाना के चार  युवा एडवेंचरर्स ने पहाड़ों की रोमांचक यात्रा के दौरान नए मानक स्थापित किए। इस अभियान में 11 से 16 वर्ष के तेलंगाना से लट्टूपल्ली ललित्या रेड्डी, शमीन रमेश क्याथम, लट्टूपल्ली श्रीहन रेड्डी, गोली प्रीथम  शामिल हुए। इन युवाओं ने अभियान के दौरान विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुए अदभ्य साहस का परिचय दिया। जिन्हें विनर्स एंड अचीवर्स द्वारा व्यापक सुरक्षा उपाय प्रदान किए गए और चुनौतियों से निपटने के लिए विशेषज्ञ मार्गदर्शन दिया गया। सुरक्षा के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करने के लिए, विनर्स एंड अचीवर्स ने हेलीकॉप्टर निकासी सेवाओं सहित व्यापक बीमा कवरेज की व्यवस्था की। युवा एडवेंचरर्स ने अपनी ऑक्सीजन आपूर्ति खुद की और यात्रा के दौरान किसी भी चिकित्सा आवश्यकता को पूरा करने के लिए एक डॉक्टर का भी प्रबंध किया गया। ये उपाय कंपनी की अपने प्रतिभागियों की सुरक्षा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।विनर्स एंड अचीवर्स के संस्थापक सत्यरूप सिद्धांत ने युवा एडवेंचरर्स पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा,  विनर्स एंड अचीवर्स में, हम युवाओं में  साहस की भावना को पोषित करने में विश्वास करते हैं। यह अभियान हमारे युवाओं की क्षमता और दृढ़ संकल्प का एक आदर्श उदाहरण है। लट्टूपल्ली ललित्या रेड्डी, शमीन रमेश क्याथम, लट्टूपल्ली श्रीहन रेड्डी और गोली प्रीथम ने असाधारण धैर्य और जुनून दिखाया है और वे हम सभी के लिए प्रेरणा हैं।लट्टुपल्ली ललिथ्या रेड्डी ने इस एडवेंचर अभियान पर अपने विचार सांझा करते हुए कहा,  यह अभियान जीवन बदलने वाला अनुभव था। मैंने टीमवर्क के बारे में बहुत कुछ सीखा। इस अविश्वसनीय अवसर के लिए विनर्स एंड अचीवर्स का धन्यवाद करता हूं। शमीन रमेश क्याथम ने कहा, ऊंचाइयों पर चढऩे से मुझे इस बारे में एक नया दृष्टिकोण मिला है कि मैं क्या हासिल कर सकता हूं। मैं सत्यरूप सिद्धांत, उनके टीम के समर्थन और मार्गदर्शन के लिए आभारी हूं। लट्टुपल्ली श्रीहन रेड्डी ने कहा,  यात्रा कठिन थी, लेकिन बेहद फायदेमंद थी। विनर्स एंड अचीवर्स का समर्थन हमें अपने लक्ष्यों तक सुरक्षित रूप से पहुंचने में मदद करने में महत्वपूर्ण था। गोली प्रीथम ने कहा कि इस अभियान ने मुझमें एक नया जुनून जगा दिया है। मैं अधिक आत्मविश्वास महसूस कर रहा हूं और आगे भी नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हूं। इसे संभव बनाने के लिए विनर्स एंड अचीवर्स को धन्यवाद देता हूं। विनर्स एंड अचीवर्स सुरक्षा और विशेषज्ञ पर्यवेक्षण के साथ युवा अभियानों के लिए मानक निर्धारित कर रहा है। इस अभियान का सफलतापूर्वक समापन अगली पीढ़ी के साहसी लोगों को प्रेरित और सशक्त बनाने के कंपनी के मिशन में एक और मील का पत्थर है।

 

भीषण गर्मी बनी जानलेवा, मक्का में 550 से अधिक हज यात्रियों की मौत, 50 डिग्री के भी पार पहुंचा पारा
Posted Date : 19-Jun-2024 9:06:19 pm

भीषण गर्मी बनी जानलेवा, मक्का में 550 से अधिक हज यात्रियों की मौत, 50 डिग्री के भी पार पहुंचा पारा

नई दिल्ली । दुनिया में बढ़ता तापमान कई परेशानियों की वजह बन रहा है। भारत में ही गर्मी से मरने वालों की संख्या 65 के पार पहुंच गई है। वहीं खाड़ी देश सऊदी अरब का और बुरा हाल है, पहले से ही सऊदी में जानलेवा गर्मी पड़ती है। लेकिन इस बार सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए तापमान 50 डिग्री के भी पार पहुंच गया है। मंगलवार को सऊदी सरकार ने जानकारी दी कि करीब 577 हज यात्रियों की भीषण गर्मी के चलते मौत हो गई है।
मरने वाले यात्रियों में सबसे ज्यादा मिस्र के करीब 323 यात्री शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि मरने वाले मिस्री नागरिकों में एक नागरिक की मौत भीड़ में टकराने के बाद घायल होने से हुई है, बाकी मौतों की वजह गर्मी को बताया गया है। मरने वाले हज यात्रियों में कई देशों के नागरिक शामिल हैं। जॉर्डन के करीब 60 हज यात्रियों की मौत हो गई है।
हज इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है और सभी बहैसियत मुसलमानों को कम से कम एक बार इसको करना जरूरी है। पिछले महीने जारी एक सऊदी रिपोर्ट के मुताबिक जलवायु परिवर्तन से हज यात्रा खासा प्रभावित हो रही है, रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन जगहों में हज किया जाता है, वहां का तापमान हर दशक में 0.4 डिग्री सेल्सियस (0.72 डिग्री फ़ारेनहाइट) से बढ़ रहा है। सऊदी अरब के मौसम विभाग के मुताबिक इस साल मक्का की ग्रांड मस्जिद में तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
बता दें पिछले साल भी हज दौरान गर्मी से करीब 240 हाजियों की मौत हुई थी। सऊदी अधिकारियों के मुताबिक गर्मी से बीमार हुए करीब दो हजार हज यात्रियों का इलाज किया जा रहा है। वहीं मिस्र विदेश मंत्रालय मंगलवार को कहा कि कहिरा हज के दौरान लापता हुए मिस्र के लोगों की तलाश के लिए वे सऊदी अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।

 

जाली दस्तावेज पेश करने वाले नीट अभ्यर्थी पर होगी कानूनी कार्रवाई, हाईकोर्ट ने दिए ये निर्देश
Posted Date : 19-Jun-2024 9:05:22 pm

जाली दस्तावेज पेश करने वाले नीट अभ्यर्थी पर होगी कानूनी कार्रवाई, हाईकोर्ट ने दिए ये निर्देश

इलाहाबाद ।  इलाहाबाद हाईकोर्ट ने नीट मामले से जुड़े एक केस पर सुनवाई की। सुनवाई के दौरान एनटीए से कहा कि नीट अभ्यर्थी ने जाली दस्तावेज पेश किए हैं और अब एनटीए इस मामले में कानूनी कार्रवाई कर सकता है। नीट छात्र ने अपनी याचिका में आरोप लगाया था कि एनटीए उसका रिजल्ट घोषित करने में विफल रहा और उसे मेल आया है कि उसकी ओएमआर उत्तर पुस्तिका फटी हुई पाई गई। हाई कोर्ट ने एजेंसी से यह तब कहा जब लखनऊ पीठ के निर्देश पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने छात्रा की मूल ओएमआर आंसर शीट पेश की, जो सही पाई गई।
छात्र ने वीडियो भी किया था पोस्ट
बता दें कि छात्रा आयुषी पटेल ने अपनी याचिका में दावा किया कि एनटीए ने उसे एक मैसेज भेजा गया जिसमें कहा गया कि उसका रिजल्ट घोषित नहीं किया जाएगा क्योंकि उसकी ओएमआर शीट फटी हुई पाई गई थी। उसने सोशल मीडिया पर आरोपों को दोहराते हुए एक वीडियो भी पोस्ट किया था, जिसने हृश्वश्वञ्ज यूजी के आयोजन में अनियमितताओं के दावों को लेकर चल रहे विवाद के बीच हलचल मचा दी थी।
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर याचिका दायर
डाक्यूमेंट देखने के बाद कोर्ट ने पाया कि छात्र ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर याचिका दायर की है। कोर्ट ने इसे खेदजनक बताते हुए एजेंसी से कहा कि एनटीए इस मामले में कानूनी कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है। वहीं याचिकाकर्ता के एडवोकेट ने याचिका वापस लेने की अनुमति मांगी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। एनटीए ने कोर्ट को बताया कि याचिकाकर्ता छात्र के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का फैसला एजेंसी ने पहले ही ले लिया है। कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता ने जाली डाक्यूमेंट पेश किए हैं, ऐसे में यह कोर्ट एनटीए को छात्र के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने से नहीं रोक सकता।

 

धनबाद में जीटी रोड पर ट्रक-कार की टक्कर में चार युवकों की मौत, एक गंभीर
Posted Date : 19-Jun-2024 9:05:07 pm

धनबाद में जीटी रोड पर ट्रक-कार की टक्कर में चार युवकों की मौत, एक गंभीर

धनबाद । झारखंड में धनबाद के बरवाअड्डा थाना क्षेत्र में जीटी रोड पर एक ट्रक और कार के बीच आमने-सामने की टक्कर में चार युवकों की मौत हो गई, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल है। हादसा मंगलवार देर रात लोहार बरवा नामक जगह पर हुआ। मृतकों में धनबाद के रांगा टांड इलाके के निवासी राहुल कुमार गुप्ता और गांधी नगर कॉलोनी निवासी अंकित शामिल हैं। दो अन्य की पहचान नहीं हो पाई है।
बताया गया है कि कार रॉन्ग साइड से जा रही थी। सामने से आ रहे ट्रक के साथ हुई जोरदार टक्कर में कार के परखच्चे उड़ गए। चीख-पुकार मचने पर आस-पास के लोग दौड़े। सूचना पाकर पुलिस भी पहुंची। कार की हालत यह थी कि उसमें फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए कटर मशीन मंगाई गई। भारी मशक्कत के बाद सभी को बाहर निकाला गया। चार की मौत हो चुकी थी। एक युवक को बेहद गंभीर हालत में धनबाद स्थित मेडिकल कॉलेज एसएनएमएमसीएच भेजा गया।
कार में शराब की बोतल भी मिली है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि कार चला रहा युवक नशे में रहा होगा। हादसे के कारण हावड़ा-दिल्ली रोड पर काफी देर तक आवागमन बाधित रहा।

 

जम्मू-कश्मीर के बारामूला में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी ढेर
Posted Date : 19-Jun-2024 9:04:44 pm

जम्मू-कश्मीर के बारामूला में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी ढेर

श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में बुधवार को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में दो आतंकवादियों को मार गिराया।अधिकारियों ने बताया कि जिले के रफीयाबाद इलाके के हादीपोरा गांव में आज सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गये।
अभी मारे गए दोनों आतंकवादियों की पहचान नहीं हो पाई है।
पुलिस और सुरक्षाबलों की एक संयुक्त टीम को खुफिया जानकारी मिली थी कि इलाके में आतंकवादी छिपे हुए हैं। इसके बाद तलाशी अभियान शुरू किया गया था।
अधिकारियों ने कहा, जब सुरक्षाबलों की टीम छिपे हुए आतंकवादियों के करीब पहुंची तो उन्होंने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी। परिणाम स्वरूप वहां मुठभेड़ शुरू हो गई जिसमें दो आतंकवादी मारे गये हैं।
अधिकारियों के अनुसार, मुठभेड़ अब भी जारी है।
हाल के दिनों में पूरे जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ की घटनाएं बढ़ गई हैं। इनमें कई आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया गया है।

 

पीएम मोदी ने किया नालंदा यूनिवर्सिटी के नए कैंपस का उद्घाटन, सीएम नीतीश कुमार समेत 17 देशों के राजदूत रहे मौजूद
Posted Date : 19-Jun-2024 9:04:26 pm

पीएम मोदी ने किया नालंदा यूनिवर्सिटी के नए कैंपस का उद्घाटन, सीएम नीतीश कुमार समेत 17 देशों के राजदूत रहे मौजूद

पटना । पीएम मोदी ने आज बिहार को बड़ी सौगात दी है। उन्होंने नवनिर्मित नालंदा विश्वविद्यालय परिसर का उद्घाटन किया। पीएम मोदी जब इसका उद्घाटन किया तो उनके साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहे। इसके अलावा 17 देशों के मिशन प्रमुख इस मौके के साक्षी बने। उद्घाटन से पहले पीएम मोदी ने प्राचीन विश्वविद्यालय के खंडहरों को बारीकी से निहारा है। 5वीं सदी की नालंदा यूनिवर्सिटी को आक्रांताओं ने भले ही नष्ट कर हिंदू और बौद्ध धर्म को खाक में मिलाने की कोशिश की हो। मगर, नालंदा यूनिवर्सिटी बीतती सदियों के साथ और भी ख्याति पाती गई और भी प्रख्यात होती चली गई।
पीएम मोदी ने अपने दौरे से पहले ट्वीट कर आज का दिन बेहद खास बताया है। उन्होंने कहा, ‘हमारे शिक्षा क्षेत्र के लिए यह बहुत खास दिन है। नालंदा का हमारे गौरवशाली हिस्से से गहरा नाता है। यह विश्वविद्यालय निश्चित रूप से युवाओं की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने में बहुत मददगार साबित होगा। नालंदा यूनिवर्सिटी के नए परिसर में 2 शैक्षणिक ब्लॉक होंगे। 1900 छात्रों के बैठने की क्षमता है। 550 छात्र की क्षमता वाले हॉस्टल हैं। 2000 लोगों की क्षमता वाला एम्फीथिएटर है। 3 लाख किताब की क्षमता वाली लाइब्रेरी है। नेट जीरो ग्रीन कैंपस है। विश्वविद्यालय की कल्पना भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन देशों के बीच संयुक्त सहयोग के रूप में की गई है।
नालंदा यूनिवर्सिटी का इतिहास काफी पुराना है। लगभग 1600 साल पहले नालंदा यूनिवर्सिटी की स्थापना पांचवी सदी में हुई थी। जब देश में नालंदा यूनिवर्सिटी बनाई गई तो दुनियाभर के छात्रों के लिए यह आर्कषण का केंद्र था। विशेषज्ञों के मुताबिक 12वीं शताब्दी में आक्रमणकारियों ने इस विश्वविद्यालयों को नष्ट कर दिया था। इससे पहले करीबन 800 सालों तक इन प्राचीन विद्यालय ने ना जाने कितने छात्रों को शिक्षा दी है।
नालंदा विश्वविद्यालय की नींव गुप्त राजवंश के कुमार गुप्त प्रथम ने रखी थी। पांचवीं सदी में बने प्राचीन विश्वविद्यालय में करीब 10 हजार छात्र पढ़ते थे, जिनके लिए 1500 अध्यापक हुआ करते थे। छात्रों में अधिकांश एशियाई देशों चीन, कोरिया और जापान से आने वाले बौद्ध भिक्षु होते थे। इतिहासकारों के मुताबिक, चीनी भिक्षु ह्वेनसांग ने भी सातवीं सदी में नालंदा में शिक्षा ग्रहण की थी। उन्होंने अपनी किताबों में नालंदा विश्वविद्यालय की भव्यता का जिक्र किया है। यह बौद्धों के दो सबसे अहम केंद्रों में से एक था।