नई दिल्ली । केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से कक्षा 12वीं के नतीजे 2025 जारी हो गए हैं। परीक्षा में 88.39 फीसदी स्टूडेंट पास हुए हैं। विद्यार्थी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट cbseresults.nic.in और results.cbse.nic.in पर जाकर रिजल्ट देख सकते हैं। इस साल 12वीं कक्षा में 16,92,794 ने परीक्षा में हिस्सा लिया था और उसमें से 14,96,307 स्टूडेंट पास हो गए हैं। इस वर्ष कुल मिलाकर 44 लाख से अधिक छात्रों ने बोर्ड परीक्षा दी है। कक्षा 10वीं की परीक्षाएं 18 मार्च को समाप्त हुई थीं, जबकि कक्षा 12वीं की अंतिम परीक्षा 4 अप्रैल को आयोजित की गई थी।
CBSE ने छात्रों को सूचित किया है कि स्टूडेंट्स अपना स्कोरकार्ड आधिकारिक वेबसाइट्स — cbse.gov.in, cbseresults.nic.in और results.cbse.nic.in — पर जाकर चेक कर सकते हैं। इसके अलावा छात्र अपने डिजिटल मार्कशीट और प्रमाणपत्र को DigiLocker ऐप के माध्यम से भी प्राप्त कर सकते हैं। बोर्ड छात्रों के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर SMS भेजकर DigiLocker लॉगिन आईडी और एक्सेस कोड साझा करेगा, जिससे वे आसानी से लॉगिन कर सकते हैं। इसी के साथ, UMANG ऐप और स्रूस् सेवा के माध्यम से भी छात्र परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।
अमृतसर । पंजाब के अमृतसर के मजीठा में जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दुख जताया। पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि दोषियों को कानून के मुताबिक सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। पंजाब के सीएम भगवंत मान ने ‘एक्स’ पर लिखा, मजीठा के आसपास के गांवों में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत की दुखद खबर मिली है। मासूम लोगों के इन हत्यारों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। ये मौतें नहीं, कत्ल हैं। जहरीली शराब से लोगों के घरों में मातम का माहौल बनाने वाले इन दोषियों को कानून के मुताबिक सख्त से सख्त सजा दी जाएगी।
उन्होंने आगे कहा, मैं परमात्मा से दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं। पंजाब सरकार पीडि़त परिवारों के साथ खड़ी है और हर संभव मदद की जाएगी।
आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ‘एक्स’ पर लिखा, मजीठा में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हुई है। इसमें जो लोग भी शामिल हैं, वे चाहे कितने भी रसूख वाले क्यों न हों, कितने भी बड़े क्यों न हों, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उन्हें सख्त से सख्त सजा मिलेगी। जिन लोगों की दुखद मौत हुई है, उनके परिवारों को भगवान शक्ति दे। उन लोगों की आत्मा को शांति दे।
इस बीच, अमृतसर की डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने मीडिया से बात करते हुए बताया, प्रशासन ने मजीठा विधानसभा क्षेत्र के पांच गांवों में जहरीली शराब के सेवन से हुई मौतों की समीक्षा की है, जहां करीब 14 लोगों की मौत हो गई है और करीब छह अन्य का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। हम घर-घर जाकर लोगों से मेडिकल जांच कराने का आग्रह कर रहे हैं, क्योंकि इस शराब का असर 24 से 48 घंटों तक रह सकता है और अभी भी कई लोग खतरे में हो सकते हैं।
उन्होंने कहा, हमने इस शराब मामले में शामिल आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। हम जनता से अपील करते हैं कि वे ऐसे पदार्थों को ऑनलाइन न खरीदें, न ही उनका सेवन करें और सतर्क रहें।
अमृतसर के मजीठा में कम से कम 14 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई। इस मामले में पंजाब पुलिस ने मुख्य आरोपी प्रभजीत सिंह समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया है।
मजीठा में नकली शराब मामले के मास्टरमाइंड मुख्य आरोपी प्रभजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके अलावा, कुलबीर सिंह उर्फ जग्गू (मुख्य आरोपी प्रभजीत का भाई), साहिब सिंह उर्फ सराय, निवासी मारड़ी कलां, गुर्जंत सिंह और निंदर कौर पत्नी जीता, निवासी थीरेंवाल को गिरफ्तार किया गया है। अमृतसर ग्रामीण के एसएसपी ने इन गिरफ्तारियों की पुष्टि की है।
चंडीगढ़ । भारत-पाक संघर्ष विराम की घोषणा के बाद भी पाकिस्तान की सीमा से सटे पंजाब के चार जिलों में स्कूल अभी भी बंद हैं। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि गुरदासपुर को छोडक़र पाकिस्तान की सीमा से लगे पंजाब के इन जिलों में एहतियात के तौर पर मंगलवार को स्कूल बंद रहेंगे। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के तुरंत बाद अमृतसर, पठानकोट, जालंधर और होशियारपुर में अधिकारियों ने लोगों से जरूरी न होने पर बाहर निकलने से बचने की अपील की और सेना के अधिकारियों से निर्देश मिलने के बाद आंशिक ब्लैकआउट लागू कर दिया। जालंधर में सोमवार शाम को सशस्त्र बलों ने एक निगरानी ड्रोन को मार गिराया।
जालंधर के डिप्टी कमिश्नर हिमांशु अग्रवाल ने कहा, मुझे बताया गया है कि मंड गांव के पास रात करीब 9.20 बजे सशस्त्र बलों ने एक निगरानी ड्रोन को मार गिराया। विशेषज्ञों की एक टीम मलबे की तलाश कर रही है। बाद में अग्रवाल ने कहा कि रात 10 बजे के बाद जालंधर में कोई ड्रोन गतिविधि नहीं हुई। रात 10.45 बजे एक संदेश में उन्होंने लोगों को मलबे के पास न जाने और तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन को सूचित करने की सलाह दी।
होशियारपुर डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने दसूया इलाके में कुछ धमाके सुने जाने की पुष्टि की और फिर सेना के अधिकारियों से निर्देश मिलने के बाद आंशिक ब्लैकआउट की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों से मिली जानकारी के आधार पर दसूया और मुकेरिया इलाकों में ब्लैकआउट लगाया गया है। सीमावर्ती जिले अमृतसर में सामान्य गतिविधि देखी गई, लेकिन अलर्ट जारी किया गया और साथ ही सोमवार को कुछ घंटों के लिए ब्लैकआउट लगाया गया। सूत्रों ने बताया कि दिल्ली से अमृतसर जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट को राज्य के अन्य हिस्सों में ड्रोन गतिविधि देखे जाने के बाद डायवर्ट किया गया।
सुबह-सुबह अमृतसर की डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने ‘एक्स’ पर लिखा, अब आपको एक छोटा सा सायरन सुनाई दे सकता है - यह दर्शाता है कि अलर्ट खत्म हो गया है और हम अपनी सामान्य गतिविधियों को फिर से शुरू कर सकते हैं। आपके सहयोग के लिए धन्यवाद।
पठानकोट जिला भी अलर्ट पर रहा क्योंकि कथित तौर पर भारत-पाक सीमा पर स्थित बामियाल इलाके में ड्रोन देखे गए। राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीमा पार आतंकवाद के लिए इस्लामाबाद की कड़ी आलोचना की और कहा कि ‘बातचीत और आतंक’, ‘खून और पानी’ एक साथ नहीं चल सकते।
नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान को बड़ा नुकसान पहुंचा है। इस कार्रवाई के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव काफी बढ़ गया था और दोनों तरफ से सैन्य टकराव की खबरें आई थीं। अब पाकिस्तान ने स्वयं इस टकराव में अपने सैन्य नुकसान की बात कबूल की है।
जानकारी के अनुसार, पहलगाम हमले के बाद भारत ने आतंकवादियों के ठिकानों पर कार्रवाई करने का प्रण लिया था। बताया जा रहा है कि भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम से कार्रवाई की, जिसमें पाकिस्तान में पनाह ले रहे कई खूंखार आतंकवादियों का सफाया करने का दावा किया गया।
भारत की इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने भी कथित तौर पर भारत पर हमला बोला। इसके जवाब में भारतीय सेना ने भी कड़ी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें पाकिस्तान के कई सैनिक मारे गए।
अब पाकिस्तान की सेना के मीडिया विंग ने स्वयं इस नुकसान का कबूलनामा किया है। मंगलवार को जारी एक बयान में पाक सेना ने स्वीकार किया है कि हाल ही में दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनाव बढऩे के दौरान भारत की ओर से हुई कार्रवाई में पाकिस्तान के 11 सैनिक मारे गए और 78 घायल हुए।
भारत और पाकिस्तान के बीच यह सैन्य टकराव तब हुआ जब भारत ने पहलगाम हमले के बाद आतंकवाद का सफाया करने का संकल्प लिया और कथित तौर पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत कार्रवाई की।
हरदोई । उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के अरवल थाना क्षेत्र में सोमवार को रामगंगा नदी में एक बड़ा हादसा हुआ। नदी पार फसल देखने गए एक ही परिवार के सात लोग नदी की तेज धारा में अचानक बह गए। स्थानीय लोगों की मदद से चार लोगों को बचा लिया गया, लेकिन तीन बच्चे अब भी लापता हैं।
दिवारी लाल और बलराम फेरे के परिवार रामगंगा नदी के पार अपने खेत में तरबूज और खरबूज की खेती करते हैं। हर दिन की तरह वह सोमवार को भी नाव के जरिए नदी पार कर खेत से वापस लौट रहे थे। इसी दौरान कुंडा नदी की तेज धारा में नाव असंतुलित हो गई और उसमें सवार सभी लोग नदी में गिर गए।
हादसे के बाद दिवारी लाल, सुमन, निर्मल और काजल को वहां मौजूद लोगों ने बाहर निकाल लिया। लेकिन, बलराम फेरे का 14 वर्षीय बेटा शिवम, आठ वर्षीय बेटी सुनैना और उसकी 13 वर्षीय भांजी सोनिका का कोई पता नहीं चला। इन तीनों के नदी में डूबने की आशंका जताई जा रही है।
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। गोताखोरों की मदद से बच्चों की तलाश की जा रही है। मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण भी मौजूद हैं और बचाव कार्य में सहयोग कर रहे हैं। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया है। अब तक कोई शव बरामद नहीं हुआ है।
हादसे के बाद परिवार में मातम पसरा हुआ है। परिजन बच्चों की सलामती के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
फरीदाबाद । दिल्ली से सटे फरीदाबाद में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां सैनिक कॉलोनी निवासी एक महिला ने एक तांत्रिक के बहकावे में आकर रविवार रात अपने दो साल के मासूम बेटे को आगरा नहर में फेंक दिया। बताया जा रहा है कि महिला तांत्रिक के कहने पर अपने बेटे को ‘सफेद जिन्न की औलाद’ समझने लगी थी।
यह घटना रविवार रात बीपीटीपी पुल के पास हुई, जहां स्थानीय लोगों ने महिला को बच्चे को नहर में फेंकते हुए देख लिया। लोगों ने तुरंत महिला को पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर महिला को हिरासत में ले लिया। शुरुआती जानकारी के अनुसार, पकड़े जाने के दौरान महिला बच्चे को नहर में फेंकने की बात से इनकार करती रही।
पुलिस और प्रशासन ने बच्चे की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है। दमकल विभाग, राज्य आपदा प्रबंधन बल (एसडीआरएफ), पुलिस और स्थानीय गोताखोरों की टीम आगरा नहर में बच्चे की तलाश कर रही है।
महिला के पति कपिल लुकरा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि उनकी शादी मेघा लुकरा से करीब 16 साल पहले हुई थी और उनके दो बच्चे हैं – 14 साल की बेटी मान्या और करीब दो साल का बेटा तन्मय उर्फ रौनिक। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी मेघा काफी समय से मिता भाटिया नामक एक तांत्रिक के संपर्क में थी।
कपिल लुकरा के मुताबिक, तांत्रिक मिता भाटिया उनकी पत्नी को बेटे तन्मय को ‘सफेद जिन्न की औलाद’ बताकर उकसाती थी। तांत्रिक ने मेघा से कहा था कि यह बच्चा उनके पूरे परिवार का विनाश कर देगा। इन बातों से मेघा मानसिक रूप से काफी परेशान रहने लगी थी और बेटे को ‘सफेद जिन्न की औलाद’ समझकर तनाव में थी।
रविवार शाम करीब पांच बजे मेघा किसी को बिना बताए बेटे तन्मय को लेकर घर से निकल गई। पति ने उसकी तलाश शुरू की। रात करीब नौ बजे पुलिस ने कपिल को सूचित किया कि मेघा नामक एक महिला को हिरासत में लिया गया है और उस पर बेटे को नहर में फेंकने का आरोप है। यह सुनकर कपिल बदहवास होकर बीपीटीपी थाने पहुंचे।
स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने बीपीटीपी पुल पर एक महिला को गोद में लिए बच्चे को नहर में फेंकने की कोशिश करते देखा। उन्होंने शोर मचाकर महिला को रोकने का प्रयास किया, लेकिन जब तक वे पहुंचते, महिला बच्चे को नहर में फेंक चुकी थी। लोगों ने तुरंत महिला को पकड़ा और डायल-112 पर कॉल कर पुलिस को जानकारी दी।
बीपीटीपी थाना के एसएचओ के अनुसार, कपिल लुकरा की शिकायत पर पत्नी मेघा लुकरा और उसे उकसाने वाली तांत्रिक मिता भाटिया के खिलाफ हत्या और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस हिरासत में ली गई मेघा लुकरा से पूछताछ कर रही है। वहीं, फरार तांत्रिक मिता भाटिया की तलाश में पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। पुलिस इस जघन्य घटना के हर पहलू की गहराई से जांच कर रही है।