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यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट जारी, आदित्य श्रीवास्तव ने किया टॉप
Posted Date : 17-Apr-2024 4:42:33 am

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट जारी, आदित्य श्रीवास्तव ने किया टॉप

नई दिल्ली ।  यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2023 का फाइनल रिजल्ट मंगलवार को जारी हो गया है। इस रिजल्ट को यूपीएससी की वेबसाइट  पर जाकर चेक किया जा सकता है। परीक्षा में आदित्य श्रीवास्तव ने टॉप किया है जबकि अनिमेष प्रधान ने दूसरी और दोनुरु अनन्या रेड्डी ने तीसरी रैंक हासिल की है, जबकि पीके सिद्धार्थ रामकुमार चौथे और रुहानी पांचवें पायदान पर रहे हैं।
रैंक, रोल नंबर और नाम
1 2629523 आदित्य श्रीवास्तव
2 6312512 अनिमेष प्रधान
3 1013595 डोनुरु अनन्या रेड्डी
4 1903299 पी के सिद्धार्थ रामकुमार
5 6312407 रूहानी
6 0501579 सृष्टि डबास
7 3406060 अनमोल राठौड़
8 1121316 आशीष कुमार
9 6016094 नौशीन
10 2637654 ऐश्वर्यम प्रजापति
11 6500593 कुश मोटवानी
12 5818509 अनिकेत शांडिल्य
13 0813845 मेधा आनंद
14 0867419 शौर्य अरोड़ा
15 2205311 कुणाल रस्तोगी
16 0415007 अयान जैन
17 0838034 स्वाति शर्मा
18 5818283 वरदा खान
19 0331058 शिवम कुमार
20 5804350 आकाश वर्मा
21 1101464 पुरूराज सिंह सोलंकी
22 8500883 अंशुल भट्ट
23 0308283 सौरभ शर्मा
24 5301033 प्रजानन्दन गिरि
25 6207400 रितिका वर्मा
26 6406864 रूपल राणा
27 1026031 नंदाला सैकिरण
28 0500060 पवन कुमार गोयल
29 6311776 सलोनी छाबड़ा
30 3516118 गुरलीन
31 1904851 विष्णु शशिकुमार
32 3402529 अर्जुन गुप्ता
33 1418091 रितिका आइमा
34 1530610 ज़ुफि़शान हक
35 0861853 अभिनव जैन
36 0713649 आयुषी प्रधान
37 6304114 तेजस अग्निहोत्री
38 2612095 अनिमेष वर्मा
39 6305930 दीप्ति रोहिल्ला
40 1912320 अर्चना पी. पी
41 1220026 टी भुवनेश्रम
42 1310792 खोड़े समीर प्रकाश
43 8704716 ठाकुर अंजलि अजय
44 4100790 आकांक्षा सिंह
45 6316638 राम्या आर
46 3527471 भावेश
47 5803862 बसंत सिंह
48 5816635 अंशुल हिंदल
49 6308058 विरुपाक्ष विक्रम सिंह
50 0802613 के एन चंदना जाहन्वी

 

सीमा हैदर और सचिन की शादी कराने वाले पंडित को समन जारी, 27 मई को सुनवाई
Posted Date : 17-Apr-2024 4:41:47 am

सीमा हैदर और सचिन की शादी कराने वाले पंडित को समन जारी, 27 मई को सुनवाई

ग्रेटर नोएडा । पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर के पाकिस्तानी पति गुलाम हैदर की ओर से दायर याचिका पर जिला न्यायालय की फैमिली कोर्ट ने सीमा हैदर व सचिन मीणा के वकील एपी सिंह और शादी करने वाले पंडित को समन जारी किया है। मामले की अगली सुनवाई 27 मई को होगी।
सीमा हैदर के पति गुलाम हैदर के वकील मोमिन मलिक की ओर से मामले में याचिका दायर की गई है। मोमिन ने बताया कि सीमा और सचिन मीणा की हाल में ही मैरिज एनिवर्सरी मनाई गई है, इसको उन्होंने अदालत में चुनौती दी है। इस कार्यक्रम में जो लोग शामिल हुए, उनको भी पक्षकार बनाया गया है। अदालत में दोनों की शादी के अलावा बच्चों को गोद लेने की प्रक्रिया, धर्म परिवर्तन आदि को भी चुनौती दी गई है।
वकील मोमिन मलिक के मुताबिक सीमा को अदालत में यह साबित करना होगा कि उन्होंने धर्म परिवर्तन कब किया। इसके अलावा नाबालिग बच्चों का धर्म इस प्रकार बदला नहीं जा सकता। जिन लोगों को समन जारी किया है, उन्हें सुनवाई की तारीख को अदालत में हाजिर होना होगा।
तीन जुलाई 2023 को हरियाणा के बल्लभगढ़ में सीमा हैदर को गिरफ्तार कर लिया गया था। वह ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा निवासी सचिन मीणा के साथ नेपाल के रास्ते भारत आई थी।

 

रामकथा से जुड़ी दो फुट की कलाकृति में समाए 20 लाख चित्र, 51 हजार बार राम नाम अंकित; बनाने में लगा 6 साल का समय
Posted Date : 17-Apr-2024 4:40:59 am

रामकथा से जुड़ी दो फुट की कलाकृति में समाए 20 लाख चित्र, 51 हजार बार राम नाम अंकित; बनाने में लगा 6 साल का समय

अयोध्या । जयपुर के मिनिएचर आर्टिस्ट नवीन शर्मा ने एक नया इतिहास रच दिया है। कड़ी मेहनत के बाद छह साल में बनाई गई 23 इंच लंबाई और 31 इंच चौड़ाई वाली कलाकृति को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महामंत्री चंपत राय को सौंपा है। 20 लाख चित्र और 51 हजार बार लिखे गए राम नाम वाली कलाकृति श्री रामलला को समर्पित किया गया है। अधिकांश चित्रण और लेखन कार्य को एक बाल के ब्रश के उपयोग से पूरा किया गया है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चंपत राय ने बताया कि 23 इंच लंबी और 31 इंच चौड़ाई वाली इस कलाकृति में रामकथा से जुड़े चित्र उकेरे गये हैं। श्रीराम से जुड़े 500 से अधिक सुखदायी प्रसंगों को उकेरने का यह कार्य लगभग छह साल में पूरा हुआ है। इसकी विशेषता यह भी है कि इस कलाकृति में 20 लाख चित्र समाहित हैं। इसके अलावा कलाकृति में 51 हजार बार राम का नाम अंकित किया गया है और इसके चारों कोनों पर चारों धाम बनाये गये हैं।
कलाकृति के बीच में राम दरबार, सीता स्वयंवर और राम मंदिर है। नवीन शर्मा ने कलाकृति को तैयार करने में लगे छह साल में 7,600 घंटे काम किया। तब, जाकर यह मिनिएचर कलाकृति तैयार हो पाई है।
आधा इंच की परिसीमा में देश के 211 मंदिर, सवा दो इंच की परिसीमा के 28 खंडों में भक्त उकेरे गये हैं। भगवान विष्णु के 24 चित्र भी हैं। अंतिम परिसीमा के पौने इंच के खंडों में रामचरित मानस के 500 सुखदाई प्रसंगों का चित्रण है। इसके अलावा मध्य के दोगुने खंड में ऊपर श्रीगणेश जी ऋद्धि-सिद्धि के साथ विराजमान हैं।
बीच वाली परिसीमा के सबसे बड़े खंड में राम मंदिर है। अपनी कला के लिए राष्ट्रपति से पुरस्कृत नवीन शर्मा बताते हैं कि राम मंदिर पर फैसला आने के बाद उन्होंने इसके लिए प्रयास शुरू किया। पहले कार्यस्थल पर निर्विघ्न कार्य के लिए बालाजी की गद्दी स्थापित की और फिर काम में जुट गये।

 

रामनवमी पर श्रद्धालु रात 11 बजे तक कर सकेंगे रामलला के दर्शन
Posted Date : 15-Apr-2024 4:45:13 pm

रामनवमी पर श्रद्धालु रात 11 बजे तक कर सकेंगे रामलला के दर्शन

  • -भोर में 3:30 बजे से देर रात तक शृंगार एवं दर्शन साथ-साथ चलते रहेंगे
  • -19 अप्रैल तक वीआईपी दर्शन एवं आरती पास पर रोक’
  • -12 बजकर 16 मिनट पर करीब 5 मिनट तक श्रीराम का होगा सूर्य अभिषेक

अयोध्या   ।श्रीरामलला मंदिर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रामनवमी पर रात्रि 11 बजे तक दर्शन हो सकेंगे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चम्पत राय ने इस संबंध में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि श्रीराम नवमी महोत्सव के दौरान मंगला आरती के पश्चात ब्रह्म मुहूर्त में अति प्रात: 3:30 बजे से अभिषेक, शृंगार एवं दर्शन साथ-साथ चलते रहेंगे। श्रंगार आरती प्रात: 5:00 बजे होगी, श्री रामलला का दर्शन एवं सभी पूजा-विधि यथावत साथ-साथ चलती रहेंगी। भगवान को भोग लगाने के लिए समय-समय पर अल्प-काल को पर्दा रहेगा। रात्रि 11:00 बजे तक दर्शन का क्रम पूर्ववत चलता रहेगा, तत्पश्चात परिस्थिति अनुसार भोग एवं शयन आरती होगी।
तीर्थ क्षेत्र की ओर से बताया गया कि रामनवमी पर शयन आरती के पश्चात मन्दिर निकास मार्ग पर प्रसाद मिलेगा। दर्शनार्थी अपना मोबाइल, जूता, चप्पल, बड़े बैग एवं प्रतिबंधित सामग्री आदि मंदिर से दूर सुरक्षित रखकर आएं। बताया कि दिनांक 16, 17, 18 एवं 19 अप्रैल को सुगम दर्शन पास, वीआईपी दर्शन पास, मंगला आरती पास, श्रंगार आरती पास एवं शयन आरती पास नहीं बनेंगे। सुग्रीव किला के नीचे, बिड़ला धर्मशाला के सामने, श्री रामजन्मभूमि प्रवेश द्वार पर ’श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ द्वारा यात्री सेवा केन्द्र बनाया गया है जिसमें जन-सुविधाएं उपलब्ध हैं। श्री राम जन्मभूमि मन्दिर में संपन्न होने वाले सभी कार्यक्रमों का सजीव प्रसारण अयोध्या नगर निगम क्षेत्र में लगभग 80 से 100 स्थानों पर एलईडी स्क्रीन लगाकर दिखाया जाएगा। यह कार्य प्रसार भारती द्वारा श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए किया गया है। इसका सीधा प्रसारण उपलब्ध रहेगा। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि रामनवमी पर भगवान रामलला के ललाट पर सूर्य किरण 12:16 मिनट के करीब 5 मिनट तक पड़ेगी, इसके लिए महत्वपूर्ण तकनीकी व्यवस्था की जा रही है। वैज्ञानिक इस अलौकिक पलों को पूरी भव्यता से प्रदर्शित करने के लिए जुटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि मंदिर का बचा हुआ कार्य भी दिसंबर 2024 तक पूरा हो जाएगा।
दिसम्बर 2024 तक पूरे हो जाएंगे मंदिर से जुड़े सभी कार्य
-राम जन्मोत्सव की व्यवस्था की निगरानी के लिए यहां पहुंचे राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने सोमवार को दावा किया है कि श्रीराम जन्मभूमि परिसर में रामलला का मंदिर इस वर्ष दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि मंदिर का संपूर्ण परकोटा और श्रद्धालुओं के लिए सुविधा केंद्र सहित राम मंदिर से जुड़े सभी कार्य इसी वर्ष 2024 के दिसंबर तक पूर्ण हो जाए उन्होंने कहा रामनवमी मेले के  पर प्रशासन और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट समन्वय करके श्रद्धालुओं के लिए रामलला के दर्शन की सरल और सुलभ व्यवस्था देंगे, क्योंकि हमारी प्राथमिकता है कि अयोध्या पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।  बता दे कि राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र  राम जन्मोत्सव की व्यवस्था की निगरानी के लिए यहां पहुंचे हैं।बता दें कि रविवार को उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के साथ परिसर में तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण भी किया है।
अयोध्या हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन का जारी हुआ नया शेड्यूल
-सुबह 4 बजे से शुरू हो जाएगा भक्तों का प्रवेश,15 से 18 अप्रैल तक रहेगा लागू
रामनवमी को देखते हुए हनुमानगढ़ी के गद्दी नशीन महंत प्रेमदास की ओर से दर्शन-पूजन का नया शेड्यूल जारी किया गया है। यह शेड्यूल आज से लागू किया गया है। 15 अप्रैल से 18 अप्रैल तक के लिए जारी शेड्यूल के अनुसार हनुमानगढ़ी पर सुबह 3:00 बजे से 4:00 बजे तक हनुमंतलला का होगा आरती पूजन व श्रृंगार, प्रात: 4:00 बजे से दर्शनार्थियों का प्रवेश शुरू हो जाएगा।दोपहर 12:00 से 12:20 तक मंदिर का पट बंद रहेगा, भोग और आरती के लिए प्रतिबंधित रहेगा दर्शन प्रवेश, शाम 3:00 बजे से 3:20 तक आरती पूजा के लिए बंद किया जाएगा दर्शन, संध्या आरती के लिए रात्रि 10:00 बजे से 10:30 बजे तक श्रद्धालुओं का प्रवेश बाधित रहेगा। रात 11:30 पर हनुमानगढ़ी पर होगी शयन आरती, शयन आरती के बाद हनुमानगढ़ी बंद कर हो जाएगी। जबकि रामनवमी के दिन श्रद्धालुओ के लिए विशेष व्यवस्थाएं लागू रहेंगी।
रामनवमी 17 अप्रैल को रात 2:30 बजे से 3:30 बजे तक हनुमानजी का  पूजन और आरती और श्रृंगार होगा। दर्शन के लिए सुबह  3:30 पर दर्शनार्थियों का प्रवेश शुरू हो जाएगा। दोपहर 11:45 से 12:20 तक श्री राम के जन्म आरती के लिए हनुमानगढ़ी का कपाट बंद रहेगा, रामनवमी को सांयकाल काल की आरती 3:00 से 3:20 तक होगी। रात 10:00 बजे 10:30 बजे तक होने वाली संध्या आरती में श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद रहेगा।  रात 11:30 बजे हनुमान लला का पट आमजन के लिए बंद हो जाएगा।

 

पाकिस्तान में भीषण बारिश ने मचाई तबाही, गलियां बनी तालाब, 39 की मौत; बलूचिस्तान में आपातकाल घोषित
Posted Date : 15-Apr-2024 4:44:40 pm

पाकिस्तान में भीषण बारिश ने मचाई तबाही, गलियां बनी तालाब, 39 की मौत; बलूचिस्तान में आपातकाल घोषित

इस्लामाबाद । पाकिस्तान के बलूचिस्तान में बारिश ने बड़ा नुकसान पहुंचाया है। यहां पिछले तीन दिनों से बारिश जारी है जिसके चलते गलियां तालाब बन चुकी हैं और कई जगह सडक़ें बह गई हैं। यही नहीं हालात इतने भीषण हैं कि सरकार ने बलूचिस्तान में आपातकाल घोषित कर दिया है। इस बारिश के चलते देश के अलग-अलग अब तक 39 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 12 लोगों की मौत अकेले रविवार को ही खैबर पख्तूनख्वा में ही हो गई। इसके अलावा पंजाब में 4 और बलूचिस्तान में दो लोगों की मौत हो गई। बलूचिस्तान के मकरान में भीषण बारिश हुई और कई जगहों पर बिजली भी गिरी। इन घटनाओं में दो और लोगों की मौत हो गई।
इसके साथ ही बलूचिस्तान में मरने वाले लोगों की संख्या बढक़र 10 हो गई है। हालात इतने विकट हैं कि बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में इमरजेंसी घोषित की गई है। बलूचिस्तान सरकार ने अर्बन फ्लड इमरजेंसी घोषित की है और सीएम सरफराज बुगती ने ऑनलाइन मीटिंग बुलाकर हालात का जायजा लिया है। इस बारिश की वजह से पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में भी हालात बिगड़ गए हैं। पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने भी हालात से निपटने के लिए मीटिंग बुलाई है। उन्होंने बैठक के बाद कहा कि हमने बचाव दलों को आदेश दिया है कि वे तत्काल लोगों को मदद करें।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस बारिश से यह भी उम्मीद है कि जलाशयों को थोड़ा पानी मिल सकेगा। कई जगहों पर झीलें और तालाब सूखने के कगार पर थे। अब इस बारिश से थोड़ी राहत मिलेगी। अफगानिस्तान में भी भारी बारिश के चलते 33 लोगों की मौत हुई है और 27 जख्मी हो गए हैं। तालिबान के शासन वाले अफगानिस्तान में भारी बारिश की वजह से कई जगहों पर घर भी गिर गए हैं। अब तक मिली जानकारी के अनुसार अफगानिस्तान में करीब 600 मकान जमींदोज हो गए, जबकि 200 जानवर भी मारे गए हैं। इस बाढ़ से बड़े पैमाने पर खेती योग्य जमीन को भी नुकसान पहुंचा है और सडक़ें भी टूट गई हैं।

 

मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ को 21 पूर्व न्यायाधीशों ने लिखी चिट्‌ठी, कहा- न्यायपालिका पर दबाव बनाने और कमजोर करने की हो रही कोशिश
Posted Date : 15-Apr-2024 4:44:17 pm

मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ को 21 पूर्व न्यायाधीशों ने लिखी चिट्‌ठी, कहा- न्यायपालिका पर दबाव बनाने और कमजोर करने की हो रही कोशिश

नई दिल्ली ।  उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालयों के लगभग 21 पूर्व न्यायाधीशों ने ‘न्यायपालिका पर दबाव बनाने और उसे कमजोर करने’ के लिए किए जा रहे कथित प्रयासों से भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ को एक पत्र के जरिए अपनी चिंताओं से अवगत कराया है। पूर्व न्यायाधीशों ने पत्र में मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ के नेतृत्व वाली न्यायपालिका से ऐसे दबावों के खिलाफ मजबूत होने और यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि हमारी कानूनी प्रणाली की पवित्रता और स्वायत्तता संरक्षित रहे।
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ को भेजी गई चिट्‌ठी पर हस्ताक्षर करने वालों में शीर्ष अदालत के चार पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपक वर्मा,न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी, न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी और न्यायमूर्ति एम आर शाह शामिल हैं। इनके अलावा हस्ताक्षर करने वालों में बाकी 17 विभिन्न उच्च न्यायालयों के पूर्व न्यायाधीश हैं।
पूर्व न्यायाधीशों ने अपने पत्र में कहा, हम विशेष रूप से गलत सूचना की रणनीति और न्यायपालिका के खिलाफ जनता की भावनाओं को भडक़ाने के प्रयासों में चिंतित हैं। यह कोशिश न केवल अनैतिक हैं, बल्कि हमारे लोकतंत्र के मूलभूत सिद्धांतों के लिए नुकसानदायक भी हैं।
पत्र के जरिए पूर्व न्यायाधीशों ने न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ से कहा, यह हमारे संज्ञान में आया है कि ये तत्व (न्यायपालिका पर कथित दबाव बनाने और कमजोर करने का प्रयास करने वाले) संकीर्ण राजनीतिक हितों और व्यक्तिगत लाभ से प्रेरित होकर हमारी न्यायिक प्रणाली में जनता के विश्वास को कम करने का प्रयास कर रहे हैं। उनके इस मामले में काम करने के तरीके कहीं अधिक कपटपूर्ण हैं। उन्होंने उन तरीकों से स्पष्ट रूप से दोषारोपण करके न्यायिक प्रक्रियाओं को प्रभावित करने का प्रयास किया।
पत्र में कहा गया है कि इस तरह की कोशिश न केवल हमारी न्यायपालिका की पवित्रता का अपमान करती हैं, बल्कि न्याय और निष्पक्षता के सिद्धांतों के लिए सीधी चुनौती भी हैं।पत्र में यह भी कहा गया है कि किसी के विचारों से मेल खाने वाले न्यायिक निर्णयों की चुनिंदा रूप से प्रशंसा करने और जो विचारों से मेल नहीं खाते उनकी तीखी आलोचना करने की परंपरा, न्यायिक समीक्षा और कानून के शासन के सार को कमजोर करती हैं।