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प्राकृतिक खेती पद्धति से होगा किसानों को फायदा:तोमर
Posted Date : 06-Apr-2022 7:39:46 am

प्राकृतिक खेती पद्धति से होगा किसानों को फायदा:तोमर

0-मैनेज के वृहद प्रशिक्षण कार्यक्रम का केंद्रीय कृषि मंत्री ने किया शुभारंभ
नईदिल्ली। राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंधन संस्थान (मैनेज), हैदराबाद द्वारा आयोजित,  प्राकृतिक खेती पर मास्टर प्रशिक्षकों के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ मंगलवार को केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किया। इस अवसर पर तोमर ने कहा कि मैनेज को आजादी के अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में अप्रैल से अगस्त तक देश में 30 हजार ग्राम प्रधानों के लिए 750 जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का काम सौंपा गया है। तोमर ने कहा कि प्राकृतिक खेती पद्धति किसानों के लिए काफी फायदेमंद है।     
मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि देश में परंपरागत प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहल की है। प्राकृतिक खेती के महत्व को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में गत 16 दिसंबर को गुजरात में प्राकृतिक खेती पर एक वृहद राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें लाखों किसान जुड़े थे। प्राकृतिक खेती बाहरी आदानों पर किसानों की निर्भरता को कम करने, खेती की लागत घटाने तथा किसानों की आय बढ़ाने का आशाजनक साधन है। सरकार पारंपरिक स्वदेशी प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए परंपरागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई) की उपयोजना के रूप में भारतीय प्राकृतिक कृषि पद्धति (बीपीकेपी) को बढ़ावा दे रही है। आगामी दिनों में प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर देशभर में 30 हजार ग्राम प्रधानों के लिए 750 जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के साथ ही अपने-अपने राज्यों में प्राकृतिक खेती की पहल को आगे बढ़ाने में सहयोग करेंगे। 4.09 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को प्राकृतिक खेती के तहत कवर किया गया है। प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2022-23 के बजट में भी घोषणा की गई है। राज्यों में विश्वविद्यालयों में प्राकृतिक खेती संबंधी पाठ्यक्रम को शामिल करने को लेकर कमेटी बनाई गई है। 
तोमर ने कहा कि पहले देश में एक कालखंड ऐसा था, जब खाद्यान्न का अभाव था, तब उत्पादन बढ़ाने के लिए अनुसंधान व रसायनों का उपयोग किया गया लेकिन वह तब की जरूरत थी, आज कृषि उत्पादन व निर्यात की दृष्टि से भी हमारा देश बहुत अच्छी स्थिति में है। केंद्र सरकार काफी प्रयास कर विभिन्न योजनाओं के माध्यम से कृषि व किसानों को आगे बढ़ाने के लिए मदद कर रही है। सरकार चाहती है कि हम आयात पर निर्भर नहीं रहे बल्कि निर्यात में हमारी महारत बढ़ती रहे। प्राकृतिक खेती पद्धति बढऩे के साथ इसमें गाय सहित पशुओं का उपयोग बढ़ेगा, जिससे किसानों को लाभ होगा।सरकार ने कृषि को आधुनिक तकनीकों से जोडऩे की पहल की है, जिसमें राज्यों का सहयोग लिया जा रहा है, वहीं 6865 करोड़ रुपये खर्च कर हर ब्लाक में नए कृषक उत्पादक संघ (एफपीओ) बनाए जा रहे हैं, जो कुल दस हजार बनेंगे। इनके माध्यम से किसानों का ज्ञान बढ़ेगा, वे नई तकनीकों का उपयोग कर सकेंगे, महंगी फसलों की ओर आकर्षित होंगे व उपज की गुणवत्ता बढ़ेगी, जिससे उनकी आमदनी में इजाफा होगा। उन्होंने सभी मास्टर ट्रेनर्स से अनुरोध किया कि वे प्राकृतिक खेती संबंधी सरकार की महत्वपूर्ण पहल को विभिन्न तरीकों से आगे बढ़ाने के लिए प्राण-प्रण से जुटें। 
कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी व सुशोभा करंदलाजे विशेष अतिथि थे। प्रारंभ में केंद्रीय कृषि सचिव मनोज अहूजा, संयुक्त सचिव प्रियरंजन व मैनेज के महानिदेशक डा. पी. चंद्रशेखर ने भी संबोधित किया। मैनेज द्वारा सवा दो सौ मास्टर ट्रेनर्स को प्राकृतिक खेती का परिचय-सिद्धांत और व्यवहार विषय पर आनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा, जो पंद्रह अगस्त के पहले संपन्न होगा।

हाईवे पर पलटी डबल डेकर बस, तीन की मौत
Posted Date : 06-Apr-2022 7:39:10 am

हाईवे पर पलटी डबल डेकर बस, तीन की मौत

0-  चर्चा ओवरटेकिंग में हुआ हादसा, 12 यात्री कराए गए भर्ती
अयोध्या । लखनऊ-गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंगलवार की सुबह एक डबल डेकर बस हादसे का शिकार हो गई। चर्चा है कि ओवरटेक करने के चक्कर में यह बस कैंट थाना क्षेत्र के मुमताज नगर ओवर ब्रिज पर पलट गई। हादसे में 3 यात्रियों की मौत हुई है जबकि 12 गंभीर घायलों को उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद खिडक़ी और बॉडी काटकर घायलों को बाहर निकालना पड़ा,जिसमें एक घंटे से ज्यादा का समय लगा।  
बताया गया कि कैपिटल हॉलिडे की एक डबल डेकर बस आरजे 09 पीए 3975 अपनी रूटीन के मुताबिक रोज की तरह आज सुबह भी दिल्ली से यात्रियों को लेकर बस्ती और सिद्धार्थ नगर जा रही थी। सुबह लगभग 7:30 बजे जैसे ही यह डबल डेकर बस राष्ट्रीय राजमार्ग पर कैंट थाना क्षेत्र के मुमताज नगर स्थित ओवर ब्रिज के पास पहुंची तो डबल डेकर बस के चालक ने एक वाहन को ओवरटेक करने की कोशिश की और इसी कोशिश के दौरान अनियंत्रित डबल डेकर बस ओवर ब्रिज पर ही जोरदार आवाज के बाद पलट गई। ओवर ब्रिज पर पलटी डबल डेकर बस रेलिंग के सहारे लटक गई। हादसे के बाद घायलों की चीख-पुकार और ओवरब्रिज पर जोरदार गोले दगने जैसी आवाज सुन आसपास के लोग दौड़े तथा मामले की खबर पुलिस और प्रशासन को भी। हाईवे पर हादसे की खबर के बाद पूरा तंत्र सक्रिय हो गया और कई एंबुलेंस  तथा कई क्रेनों को मौके पर बुला लिया गया। हलांकि हादसे की शिकार बस से घायल यात्रियों को निकलने में पुलिस और अन्य को खासी मशक्क्त करनी पड़ी।  बस की खिड़कियों और बाड़ी को काटकर घायलों को बाहर निकाला गया और एक-एक कर घायलों को बाहर निकलवा एंबुलेंस की मदद से जिला अस्पताल भिजवाया गया। वहीं  क्रेनों की मदद से डबल डेकर बस को सीधा कराया गया।
15 कराए गए भर्ती, तीन की हुई मौत
हादसे के बाद घायलों को जिला अस्पताल लाए जाने के बाद ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों ने 2 को मृत घोषित कर दिया वहीं गंभीर घायल 13 को उपचार के लिए भर्ती कर लिया। इनमें से एक ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। वही एक दर्जन यात्रियों का प्राथमिक उपचार किया गया है। चोट मामूली होने के चलते मरहम पट्टी के बाद उनको छुट्टी दे दी गई।
जिला अस्पताल प्रशासन का कहना है कि हाईवे पर हुए बस हादसे में वही एक 25 वर्षीय और एक 30 वर्षीय शख्स को लाए जाने के बाद मृत घोषित कर दिया गया जबकि 50 वर्षीय पंचम राम पुत्र धनराज निवासी पीपरपतिया थाना बांसी जिला सिद्धार्थनगर, 26 वर्षीय प्रवीन कुमार पुत्र कारी लाल निवासी जीवा थाना बांसी जिला सिद्धार्थनगर, डेढ़ वर्षीय अंशिका पुत्री श्री कृष्णा निवासी तेलिया टोला थाना शोहरतगढ़ जिला सिद्धार्थ नगर, 20 वर्षीय ऋषि गुप्ता पुत्र रामचंद्र गुप्ता निवासी शिव नगर कॉलोनी पहाडग़ंज कोतवाली नगर अयोध्या, 36 वर्षीय रमेश पुत्र सुंदर निवासी हरैया थाना जोगिया सिद्धार्थनगर, 22 वर्षीय ऋषभ त्रिपाठी पुत्र अरविंद त्रिपाठी निवासी पाला थाना पथरा सिद्धार्थनगर, 25 वर्षीय अनीता पत्नी ओमप्रकाश निवासी गायघाट थाना उसका बाजार सिद्धार्थ नगर, 36 वर्षीय तारा देवी पत्नी रामबचन निवासी पटखौली थाना सोनहा जिला बस्ती, 11 वर्षीय ओम कुमार पुत्र रामकरन निवासी पटखौली थाना सोनहा जिला बस्ती, 29 वर्षीय अनीता पत्नी श्री कृष्णा निवासी तेलिया टोला थाना शोहरतगढ़ सिद्धार्थनगर, 29 वर्षीय अनीता पत्नी श्री कृष्णा निवासी तेलिया टोला थाना शोहरतगढ़ सिद्धार्थनगर 56 वर्षीय घीसू राम पुत्र स्वर्गीय खरगू निवासी भैंसहवा थाना शोहरतगढ़ सिद्धार्थनगर तथा 3 वर्षीय कार्तिक पुत्र वंश राज निवासी पटखौली थाना सोनहा बस्ती को भर्ती किया गया। भर्ती 35 वर्षीय रमेश पुत्र सुंदर ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।उधर एक गंभीर घायल 50 वर्षीय पंचम राम निवासी सिद्धार्थनगर को हालत गंभीर होने के चलते रेफर किया गया है।   एसएसपी शैलेश पांडेय ने बताया कि जिलाधिकारी नितीश कुमार और अन्य पुलिस-प्रशासनिक अमले के साथ बसाहव और राहत कार्य को अंजाम दिया गया।  उन्होंने बताया कि बस हादसे में मृतक दोनों अज्ञात लोगों की शिनाख्त 25 वर्षीय गिरजेश पांडेय पुत्र केदारनाथ पांडे निवासी जीवा थाना बांसी जिला सिद्धार्थनगर और 35 वर्षीय मोहन साहनी पुत्र प्रभु साहनी निवासी गोरियाडीह थाना मिश्रौलिया जनपद सिद्धार्थनगर के रूप में हुई है। तीनों मृतकों के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है।
मृतक परिवार को दो-दो लाख का मुआवजा
-हाईवे पर डबल डेकर बस हादसे में मारे गए यात्रियों के परिवार को दो-दो लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी इस आशय की घोषणा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की है। हादसे के बाद डीएम एसएसपी के साथ पूरा अमला घटनास्थल से लेकर अस्पताल तक मुस्तैद रहा। मामले की जानकारी पर सीएम ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच बचाव और राहत कार्य का निर्देश दिया था। शासन और प्रशासन की सक्रियता को लेकर प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ चिरंजी राय मौजूद रहे तथा ऑर्थो सर्जन और फार्मासिस्ट समेत अन्य को ड्यूटी पर बुला लिया गया।
यहां स्ट्रेचर हुआ हादसे का शिकार
-हाइवे पर डबल डेकर बस हादसे का शिकार हुई थी, जिसमें तीन की मौत हो गई तथा 12 यात्रियों को उपचार के लिये गंभीर हाल में भर्ती कराया गया है।  वहीं  जिला अस्पताल में स्ट्रेचर ही हादसे का शिकार हो गया। गनीमत रही कि स्ट्रेचर पर उस समय जिस घायल यात्री को जिला अस्पताल के इमरजेंसी में पहुंचाया जा रहा था, उसकी मौत हो चुकी थी।   डबल डेकर बस हादसे के डेढ़ घंटा बाद लगभग नौ बजे घायल यात्रियों का एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचना शुरू हुआ।  एंबुलेंस से एक-एक को उतारकर स्ट्रेचर से इमरजेंसी में पहुंचाया जा रहा था, इसी दौरान एक गंभीर घायल लाल शर्ट धारी युवक को कर्मचारी स्ट्रेचर से लेकर इमरजेंसी के बरामदे में पहुंचे कि स्ट्रचर टूट गया और मरीज नीचे फर्श पर जा गिरा।  अस्पताल प्रशासन का कहना है कि डाक्टरों ने उसको जाँच के बाद पहले ही मृत घोषित कर दिया था।

13 वर्षीय लडक़े ने 8 साल के बच्चे को किया किडनैप, पीट-पीटकर मार डाला
Posted Date : 06-Apr-2022 7:38:24 am

13 वर्षीय लडक़े ने 8 साल के बच्चे को किया किडनैप, पीट-पीटकर मार डाला

नई दिल्ली । देश की राजधानी में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक 13 वर्षीय लडक़े ने 8 साल के बच्चे को किडनैप करने के बाद मौत के घाट उतार दिया। मामला रोहिणी का है जहां किसी बात को लेकर एक मामूली झगड़े के बाद 13 साल के बच्चे ने पहले तो आठ साल के बच्चे का अपहरण किया और फिर उसे मौत के घाट उतार दिया। जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पहले मृतक बच्चे के परिजनों ने थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उन्होंने बताया कि उनका बच्चा शनिवार दोपहर से ही लापता है। आखिरी बार उसे पड़ोस में रहने वाले 13 साल वर्षीय दोस्त के साथ खेलते देखा गया था। खबर के अनुसार पुलिस ने इस मामले में जब 13 साल के नाबालिग से पूछताछ की तो वह थोड़ा घबराया हुआ नजर आया। जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने सारा राज खोल दिया।
रोहिणी के डिप्टी कमीश्नर प्रणव तयाल के अनुसार नाबालिग आरोपी ने बताया कि कुछ दिनों पहले उसका आठ साल के बच्चे के साथ झगड़ा हो गया था। इसके बाद से ही वह उससे बदला लेना चाहता था। ऐसे में उसने पहले बच्चे को किडनैप किया और उसे सोहती गांव के जंगर एरिया में ले गया।  पुलिस के अनुसार, नाबालिग ने पुराने झगड़े का बदला लेने के लिए उसे मारना शुरू कर दिया लेकिन चोट गंभीर होने के कारण बच्चे की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, मृतक और उसकी मां के साथ नाबालिग का झगड़ा हुआ था। मां के कुछ रुपये गायब हो गए थे और इसका इल्जाम उसने नाबालिग पर लगाया था। इसके बाद से ही नाबालिग ने बदला लेने का मन बना लिया था। फिलहाल, पुलिस ने नाबालिग पर मर्डर का केस लगाया गया है और उसे सुधार गृह में भेज दिया है। 

सीसीआई ने भारतीय रेलवे की संविदाओं में हेरा-फेरी करने फर्मों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की
Posted Date : 06-Apr-2022 7:37:24 am

सीसीआई ने भारतीय रेलवे की संविदाओं में हेरा-फेरी करने फर्मों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की

नईदिल्ली। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने ग्यारह (11) कंपनियों/फर्मों के खिलाफ अंतिम आदेश जारी कर दिया है, जिन्हें प्रतिस्पर्धा अधिनियम, 2002 (अधिनियम) की धारा 3(1) के साथ लागू होने योग्य धारायें 3(3)(ए), 3(3)(बी), 3(3)(सी), और 3(3)(डी) के प्रावधानों का उल्लंघन करने का दोषी पाया है। उल्लेखनीय है कि अधिनियम प्रतिस्पर्धा-निरोधी समझौतों पर प्रतिबंध लगाता है। उत्तर-पश्चिम रेलवे की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया था।
सीसीआई ने पाया कि इन कंपनियों/फर्मों ने भारतीय रेल को हाई पर्फारमेंस पॉलीमाइड बुशेज़ (एचपीपीए) और सेल्फ लुब्रिकेटिंग पॉलियस्टर रेजिऩ बुशेज़ (एसएलपीआर) की आपूर्ति करने के लिये गिरोहबंदी की। इन कंपनियों ने सीधे या परोक्ष रूप से कीमतों को प्रभावित किया, संविदायें प्राप्त कीं, आपूर्ति और बाजार पर नियंत्रण किया, बोली में कीमतें मिलकर लगाईं और पूरी बोली प्रक्रिया को तोड़ा-मरोड़ा।
इस मामले में जो सबूत मिले हैं, उनमें पक्षों के बीच ई-मेल और व्हॉट्स-ऐप के जरिये बातचीत, कुछ पक्षकारों द्वारा समान/एक सी कीमतें लगाना, कुछ पक्षकारों द्वारा एक ही आईपी एड्रेस से बोली लगाना आदि शामिल है। सीसीआई के समक्ष इन 11 कंपनियों में से कम जुर्माने वाली चार कंपनियां थीं। अधिनियम की धारा 46 के तहत गिरोहबंदी का कोई सदस्य आयोग के पास जाकर कम जुर्माना लगाने का प्रार्थना-पत्र दे सकता है। इसके एवज में उसे आयोग के समक्ष कथित गिरोहबंदी के बारे में पूरी, सच्ची और महत्त्वपूर्ण जानकारी देनी होती है।
इसके अलावा, इन 11 कंपनियों के 14 व्यक्तियों को सीसीआई ने उनकी कंपनियों/फर्मों के गैर-प्रतिस्पर्धी आचरण के लिये जिम्मेदार ठहराया है, जो अधिनियम की धारा 48 के प्रावधानों के अनुसार है।
सीसीआई ने कंपनियों/फर्मों और उनसे सम्बंधित दोषी व्यक्तियों पर अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन करने के लिये औसत कारोबार/आय के मद्देनजर पांच प्रतिशत की दर से जुर्माना लगाया है। अधिनियम की धारा 46 के प्रावधानों के अनुसार जुर्माने में कटौती का आधार इस प्रकार है: पहले कम जुर्माने वाले दोषी आवेदक और उससे सम्बंधित व्यक्तियों पर 80 प्रतिशत, दूसरे कम जुर्माने वाले आवेदक और उससे सम्बंधित व्यक्तियों पर 40 प्रतिशत, तीसरे कम जुर्माने वाले आवेदक और उससे सम्बंधित व्यक्तियों पर 30 प्रतिशत, और चौथे कम जुर्माने वाले आवेदक और उससे सम्बंधित व्यक्तियों पर 20 प्रतिशत। सीसीआई ने पक्षकारों को कुल 1.16 करोड़ रुपये का जुर्माना अदा करने का आदेश दिया है। साथ ही यह भी आदेश दिया है कि वे अपना कारोबार बंद रखेंगे।

ईडी का बड़ा एक्शन, मुंबई भूमि घोटाले में संजय राउत के परिवार की करोड़ों की संपत्ति कुर्क
Posted Date : 06-Apr-2022 7:36:34 am

ईडी का बड़ा एक्शन, मुंबई भूमि घोटाले में संजय राउत के परिवार की करोड़ों की संपत्ति कुर्क

मुंबई । प्रवर्तन निदेशालय ने मुंबई भूमि घोटाले में बड़ी कार्रवाई करते हुए शिवसेना नेता संजय राउत के परिवार की करीब 11 करोड़ रुपये संपत्ति कुर्क कर ली। इसमें अलीबाग और दादर में बने संजय राउत की पत्नी के फ्लैट भी शामिल हैं। जानकारी के अनुसार ईडी ने यह कार्रवाई पात्रा चॉल भूमि घोटाले से जुड़े मामले में की है। मुंबई में हुए इस भूमि घोटाले में करीब 1,034 करोड़ रुपये के घालमेल का आरोप है।  ईडी ने बीती शनिवार को एक्शन लेते हुए प्रवीण राउत की संपत्ति भी प्रोविजनली अटैच की है। प्रवीण राउत गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्रा.लि. का पूर्व डायरेक्टर रहा है और इन दिनों जेल में हैं। एजेंसी ने आज मुंबई के दादर में बना वर्षा राउत का एक फ्लैट भी अटैच किया है। इसके साथ अलीबेग एरिया में संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत और स्वप्ना पाटकर का संयुक्त फ्लैट भी अपने कब्जे में ले लिया। वहीं इस मामले में संजय राउत का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि, मैं इस कार्रवाई से डरने वाला नहीं। चाहे मेरी प्रॉपर्टी सीज कर लो, मुझे शूट करो या जेल भेज दो। संजय राउत शिवसेना नेता बाला साहेब ठाकरे का फॉलोवर और एक शिव सैनिक है। मैं फाइट करूंगा और सबको एक्सपोज करूंगा।

आंध्र प्रदेश को मिला नया नक्शा, जिलों की संख्या दोगुनी होकर 26 हुई
Posted Date : 05-Apr-2022 2:48:21 am

आंध्र प्रदेश को मिला नया नक्शा, जिलों की संख्या दोगुनी होकर 26 हुई

अमरावती। आंध्र प्रदेश को सोमवार को एक नया प्रशासनिक नक्शा मिला। इसके मुताबिक राज्य में 13 नए जिले बनाए गए हैं। 13 नए जिलों के साथ आंध्र प्रदेश में कुल जिलों संख्या दोगुनी होकर 26 हो गई है। राज्य सरकार ने कहा कि इससे बड़े पैमाने पर शासन और सेवाओं के वितरण में सुधार होगा।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने सोमवार को वर्चुअल रूप से आयोजित एक कार्यक्रम में राज्य के 13 नए जिलों का शुभारंभ किया। रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआरसीपी सरकार ने 13 जिलों को पुनर्गठित करके 13 नए जिले बनाए हैं। प्रदेश में राजस्व संभाग 72 हो गए हैं।
रेड्डी ने 2019 के विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार करते हुए वादा किया था कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो वह 25 लोकसभा क्षेत्रों में से प्रत्येक को एक जिला बनाएगी।
ये हैं आंध्र के 13 नए जिले
नव नर्मिति जिलों में पार्वतीपुरम मान्यम, अल्लूरी सीताराम राजू, अनाकापल्ली, काकीनाडा, कोनसीमा, एलुरु, एनटीआर, पलनाडु, बापटला, नंदयाला, श्री सत्य साई, तिरुपति और अन्नामय्या शामिल हैं। राज्य सरकार ने शनिवार को नए जिलों के नर्मिाण और आईएएस तथा आईपीएस अधिकारियों के फेरबदल को लेकर गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया था। नए जिलों के लिए जिला कलेक्टर कार्यालय और अधिकारियों को तैयार कर लिया गया है। सरकार ने जिला कलेक्टरों, पुलिस अधीक्षकों, संभागीय राजस्व अधिकारियों, आरडीओ और अन्य अधिकारियों को नियुक्त किया है। नवसृजित 13 जिलों के लिए आवश्यक आधारभूत संरचना प्रदान की जा रही है। 
इन लोगों के नाम पर हैं जिलों के नाम
गौरतलब है कि सरकार ने नए जिलों में से एक का नाम अल्लूरी सीताराम राजू रखा जो एक स्वतंत्रता सेनानी थे। सरकार ने एक अन्य जिले का नाम एनटीआर जिला (तेलुगू देशम पार्टी के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री एन टी रामाराव) भी रखा। अंतिम बार राज्य में 1979 में संयुक्त आंध्र प्रदेश में विजयनगरम जिले के रूप में एक नया जिला बनाया गया था। 
मुख्यमंत्री ने नए जिलों का शुभारंभ करने के बाद कहा कि प्रशासन को उदार और आसान बनाने के लिए 13 जिलों को पुनर्गठित करके 13 नए जिले बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि 13 जिलों के बनने से राज्य में अब 26 जिले हो गए हैं जो लोगों की बेहतर तरीके से सेवा करने और उन तक अधिक प्रभावी ढंग से पहुंचने में मदद करेंगे। उन्होंने कहा, हमारी नीति एक कुशल और पारदर्शी प्रशासन प्रदान करना है और शहरों और गांवों में भी प्रशासन का विकेंद्रीकरण करना है ताकि लोगों तक बेहतर तरीके से पहुंच सकें और पारदर्शी तरीके से काम कर सकें।
उन्होंने कहा, हमने यह सुनश्चिति किया है कि प्रत्येक जिले में छह से आठ विधानसभा क्षेत्र हों और प्रत्येक जिले की आबादी 18 लाख तक हो। हमने नए जिले बनाने में लोगों की भावनाओं और आशंकाओं को लिया है और उन्हें संबोधित किया है।
उन्होंने कुप्पम राजस्व मंडल के नर्मिाण पर दिलचस्प टप्पिणियां कीं। उन्होंने कहा कि कुप्पम तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू का नर्विाचन क्षेत्र है जहां से उन्होंने सात बार जीत हासिल की है। उन्होंने कहा, हालांकि चंद्रबाबू नायडू कई बार कुप्पम से विधानसभा के लिए चुने गए, लेकिन उन्होंने कुप्पम राजस्व प्रभाग नहीं बनाया। उनके (श्री नायडू के) अनुरोध पर, हमने कुप्पम राजस्व मंडल बनाया है।