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नेशनल सुपर-कंप्यूटिंग मिशन के तहत आईआईटी खडग़पुर में पेटास्केल सुपर-कंप्यूटर परम शक्ति का उद्घाटन
Posted Date : 29-Mar-2022 2:45:29 am

नेशनल सुपर-कंप्यूटिंग मिशन के तहत आईआईटी खडग़पुर में पेटास्केल सुपर-कंप्यूटर परम शक्ति का उद्घाटन

नई दिल्ली । नेशनल सुपर-कंप्यूटिंग मिशन के तहत आईआईटी खडग़पुर में पेटास्केल सुपर-कंप्यूटर परम शक्ति को राष्ट्र को समर्पित किया गया। यह इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) की संयुक्त पहल है। इस राष्ट्रीय सुपर-कंप्यूटिंग सुविधा केंद्र का लोकार्पण 27 मार्च, 2022 को पश्चिम बंगाल के माननीय राज्यपाल जगदीप धनकड़ ने किया था। इस अवसर पर आईआईटी खडग़पुर के निदेशक प्रो. वीके तिवारी, सी-डैक के महानिदेशक कर्नल (से.नि.) एके नाथ, आईआईटी खडग़पुर के उप निदेशक प्रो. अमित पात्रा, इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के एनएसएम-एचपीसी डिविजन के ग्रुप को-ऑर्डिनेटर अरविन्द कुमार,  एस ए कुमार, एडवाइसर, एनएसएम, एमईआईटीवाई तथा इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के एनएसएम-एचपीसी डिविजन, डीएसटी, आआईटी खडग़पुर और सी-डैक के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। कंप्यूटेशनल और डाटा विज्ञान के बहुविध क्षेत्रों में अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों में तेज़ी लाने के लिये परम शक्ति सुपर कंप्यूटर सुविधा उपलब्ध है। यह आईआईटी खडग़पुर तथा पड़ोसी अकादमिक अनुसंधान और विकास संस्थानों को बड़े पैमाने पर कंप्यूटिंग दक्ष बना रही है।
उल्लेखनीय है कि 44 जीपीयू सहित 17680 सीपीयू कोर वाली उत्कृष्ट सुपर-कंप्यूटिंग सुविधा केंद्र स्थापित करने के लिये समझौता-ज्ञापन पर आईआईटी खडग़पुर तथा प्रगत संगणन विकास केंद्र (सी-डैक) के बीच मार्च 2019 को हस्ताक्षर किये गये थे। इस सुविधा केंद्र में आरडीएचएक्स आधारित दक्ष शीतन प्रणाली का इस्तेमाल होता है, ताकि उच्च उपादेयता क्षमता हासिल हो सके। इस प्रणाली को आईआईटी खडग़पुर और सी-डैक में वाणिज्यिक, मुक्त-स्रोत और घरेलू सॉफ्टवेयर के लिये जांचा गया है। यह जांच विविधतापूर्ण एप्लीकेशनों से जुड़ी है।
आईआईटी खडग़पुर सपुर-कंप्यूटिंग प्लेटफार्मों के लिये कारगर सॉफ्टवेयर तथा बड़े पैमाने पर औद्योगिक तथा वैज्ञानिक समस्याओं के लिये एप्लीकेशनों के सम्बंध में एनएसएम के अधिकारों का पालन करता है। आईआईटी खडग़पुर एचपीसी तथा एआई के लिये एनएसएम एक नोडल केंद्र है, जो देशभर में सुपर-कंप्यूटिंग अनुसंधान के लिये आवश्यक श्रमशक्ति के विकास का काम कर रहा है। यह केंद्र पाठ्यक्रमों, कार्यशालाओं, बूटकैंपों, आदि का आयोजन करता रहा है, जो विभिन्न क्षेत्रों से सम्बंधित हैं। ये क्षेत्र सुपर-कंप्यूटिंग के सिद्धांतों, डाटा विज्ञान और कृषि, खगोल-विज्ञान, जीव विज्ञान, यांत्रिक इंजीनियरिंग, भौतिक विज्ञान आदि क्षेत्रों में उनकी उपादेयता से जुड़े हैं। आईआईटी खडग़पुर ने सेंटर फॉर कंप्यूटेशनल एंड डाटा साइंस को भी स्थापित किया है। इसके लिये वह अधिकृत है कि अनुसंधान एवं विकास में तेजी लाने के लिये वह सपुर-कंप्यूटर में अनुसंधानकर्ताओं को प्रशिक्षित करे। नया उच्च क्षमतावान कंप्यूटेशनल सुविधा केंद्र अनुसंधानकर्ताओं की सहायता करेगा कि वे विज्ञान तथा अभियांत्रिकी के विभिन्न क्षेत्रों की बड़ी समस्यों को हल करें।
अति मूल्य-संवर्धित सुपर-कंप्यूटिंग आधारित अनुसंधान के कुछ बड़े क्षेत्रों की पहचान की गई है, जिनमें कंप्यूटेशन फ्लूइड डायनमिक्स, कृत्रिम बौद्धिकता, बिग डाटा एनालिटिक्स, जलवायु परिवर्तन एवं डिजिटर अर्थ, कंप्यूटेशनल बायोलॉजी, क्रिप्टोग्राफी एवं सुरक्षा, स्मार्ट अवसंरचना तथा संवहनीय शहर आदि शामिल हैं। इसके अलावा, एनएसएम ने सुपर-कंप्यूटिंग सुविधा का इस्तेमाल करने वाली कई एप्लीकेशन अनुसंधान परियोजनाओं को प्रायोजित किया है। इसमे आईआईटी तथा अन्य भारतीय संस्थानों और उद्योगों के अनुसंधानकर्ताओं को संलग्न किया गया है। कुल मिलाकार इस सुपर-कंप्यूटिंग सुविधा से भारतीय अकादमिक जगत और उद्योगों में विकासात्मक पहल के लिये अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा, ताकि वे दुनिया में विशिष्ट स्थान प्राप्त कर सकें।

रक्षा मंत्रालय ने पोतों के निर्माण के लिए जीएसएल के साथ 473 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए
Posted Date : 29-Mar-2022 2:44:22 am

रक्षा मंत्रालय ने पोतों के निर्माण के लिए जीएसएल के साथ 473 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए

नई दिल्ली । रक्षा मंत्रालय ने भारतीय तटरक्षक बल के लिए गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल) के साथ 473 करोड़ रुपये की कुल परियोजना लागत पर आठ तीव्र निगरानी पोतों के निर्माण के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। इस अनुबंध पर 28 मार्च, 2022 को नई दिल्ली में संयुक्त सचिव (समुद्री और प्रणाली) दिनेश कुमार और जीएसएल के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक कोमोडोर बीबी नागपाल (सेवानिवृत्त) ने हस्ताक्षर किए।
जीएसएल, खरीदें (भारतीय-आईडीडीएम) श्रेणी के तहत इन सतह प्लेटफार्मों का स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकास और निर्माण करेगी। ये आठ उच्च गति वाले पोत उथले जल में भी काम करने और विशाल तट रेखा के साथ सुरक्षा तंत्र को बढ़ाने की क्षमता के साथ भारतीय तट पर तैनात होंगे। आत्मनिर्भर भारत के उद्देश्यों को पूरा करते हुए यह स्वदेशी पोत निर्माण क्षमता को बढ़ावा देगा। साथ ही इस क्षेत्र में रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी करेगा।
वहीं, यह अनुबंध भारत को एक रक्षा विनिर्माण केंद्र, जो न केवल घरेलू बल्कि निर्यात बाजार की जरूरतों को भी पूरा करता है, बनाने के सरकार के संकल्प को और अधिक बढ़ावा देगा।

दिल्ली से जम्मू जा रहा स्पाइसजेट का विमान बिजली के पोल से टकराया, बड़ा हादसा टला
Posted Date : 29-Mar-2022 2:44:00 am

दिल्ली से जम्मू जा रहा स्पाइसजेट का विमान बिजली के पोल से टकराया, बड़ा हादसा टला

नई दिल्ली ।  दिल्ली एयरपोर्ट पर आज एक बड़ा हादसा टल गया। स्पाइसजेट का एक विमान बिजली के खंभे से टकरा गया, इस दौरान विमान और पोल दोनों क्षतिग्रस्त हो गए। पोल पूरी तरह से नीचे की ओर झूक गया। जानकारी के अनुसार, दिल्ली एयरपोर्ट से जम्मू जा रहा स्पाइसजेट का एक विमान बिजली के खंभे से टकरा गया। जिससे विमान और पोल दोनों क्षतिग्रस्त हो गए हैं। ये टक्कर तब हुई जब विमान को यात्री टर्मिनल से रनवे पर ले जाया जा रहा था। बाद में उसमें सवार यात्रियों के लिए विमान बदल दिया गया था और जांच शुरू कर दी गई है। हालांकि राहत की बात ये है कि इससे कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन कहा जा रहा है कि फ्लाइट का एक हिस्सा टक्कर के चलते टूट गया, जबकि बिजली का खंभा भी पूरी तरह से नीचे की ओर झूक गया। राहत की बात ये रही कि जिस वक्त ये हादसा हुआ विमान में यात्री सवार नहीं थे. बाद में दूसरी फ्लाइट से यात्रियों को भेजा गया।

रेप के बाद मां बनी नाबालिग, 10 लोगों का हुआ डीएनए टेस्ट, 16 वर्षीय नाबालिग निकला पिता
Posted Date : 28-Mar-2022 4:24:16 am

रेप के बाद मां बनी नाबालिग, 10 लोगों का हुआ डीएनए टेस्ट, 16 वर्षीय नाबालिग निकला पिता

प्रतापगढ़ ।  राजस्थान के प्रतापगढ़ में 13 साल की एक नाबालिग के साथ रेप की घटना हुई, पीडि़ता प्रेगनेंट भी हो गई थी, लेकिन न तो उसे न ही घर में किसी को इसकी जानकारी लगी। मामले का खुलासा तब हुआ जब नाबालिग का पैर जल जाने के बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। 13 वर्षीय पीडि़त बालिका अपनी दादी के साथ गांव में रहती थी। उसकी दादी गांव के अन्य घरों में घरेलू काम करती है। पीडि़ता के माता-पिता मंदसौर में रहते हैं। पीडि़ता का पैर जलने के बाद बालिका को मंदसौर के राजकीय अस्पताल में दिखाने के लिए ले गए। यहां उसकी हालत देख डॉक्टर को शक हुआ तो सोनोग्राफी कराई गई। पता चला कि वो आठ महीने की गर्भवती है।
डॉक्टरों ने मंदसौर की नगर पुलिस को इस बात की जानकारी दी। पुलिस ने रेप की जीरो एफआईआर काटकर 2 जनवरी 2022 को प्रतापगढ़ कोतवाली पुलिस को भेज दी। एसपी डॉक्टर अमृता दुहान ने बताया कि हमने बालिका के परिजनों से बात की तो वो ये नहीं बता पाए कि उसके साथ यह घटना कब और कैसे हुई?
पुलिस ने इस घटना के बारे में पता लगाने के लिए महिला पुलिसकर्मियों को सिविल ड्रेस में ही सूचना एकत्र करने के लिए गांव में भेजा। पुलिस ने कुछ सूचनाएं एकत्र की। जिसके बाद कोर्ट में 164 के बयानों में बालिका ने एक परिचित नाबालिग पर संदेह जताया। पुलिस ने साक्ष्य जुटाकर 4 फरवरी को नाबालिग को दुष्कर्म के मामले में पॉक्सो एक्ट के तहत डिटेन कर लिया। परिचित होने की वजह से उसका घर आना जाना था।
डीएनए टेस्ट में हुआ खुलासा
पुलिस ने बताया कि नवजात और बालिका का डीएनए टेस्ट करवाने के बाद दस अन्य लोगों के सैंपल लेकर डीएनए टेस्ट करवाए। इसमें दोषी नाबालिग भी शामिल था। शुरुआत के किसी भी डीएनए की रिपोर्ट मैच नहीं हुई। इस दौरान नाबालिग युवक के 16 वर्षीय छोटे भाई का डीएनए सैंपल भी लिया गया। 2 मार्च को आई रिपोर्ट में उसकी डीएनए रिपोर्ट बालिका के बच्चे की डीएनए रिपोर्ट से मैच हो गई।
पुलिस इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि दोनों भाइयों ने अलग-अलग समय में बालिका के साथ दुष्कर्म किया था। इस दौरान बालिका गर्भवती हो गई। इस पर 22 मार्च को कोतवाली पुलिस ने 16 वर्षीय बाल अपचारी को भी पॉक्सो एक्ट के तहत हिरासत में लेकर बाल सुधार गृह भेज दिया।

यूपी के बाद अब छत्तीसगढ़ में भी चला बुलडोजर
Posted Date : 28-Mar-2022 4:23:55 am

यूपी के बाद अब छत्तीसगढ़ में भी चला बुलडोजर

0- शहर के व्यवस्तम मार्ग सुपेला चौक से गदा चौक तक भिलाई निगम व जिला पुलिस प्रशासन ने हटाया अवैध अतिक्रमण
भिलाई । यूपी में अवैध अतिक्रमणों पर बाबा का बुलडोजर चलता रहता है। कुछ इसी तर्ज पर आज सुपेला भिलाई में भी भिलाई निगम की टीम ने अवैध अतिक्रमणों पर बुलडोजर चला दिया। तडक़े सुबह से ही भिलाई निगम व दुर्ग पुलिस ने सडक़ों पर व्यापार लगाने वालों के खिलाफ जमकर कार्रवाई की। सुपेला चौक से गदा चौक भिलाई का सबसे व्यवस्तम चौक है। यहां संडे मार्केट लगता है मार्केट सडक़ पर लगने से यातायात पूरी तरह जाम हो जाता है आम लोगों को रविवार को इस क्षेत्र से निकलने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार इस क्षेत्र में एम्बुलेंस फंसी है यातायात बाधित होने से एम्बुलेंस निकल नहीं पाती है और मरीज की जान जाने का खतरा भी बना रहता है। अवैध अतिक्रमण हटने से यहां से छोटी से बड़ी गाडिय़ां आसानी से निकल जाएंगी। इस दौरान निगन ने बुलडोजर सहित अन्य गाडिय़ों की भी व्यवस्था रखी थी।
पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
संडे मार्केट सुपेला की दुकानें पहले एप्रोच रोड के बीच डिवाईडर पर दोनों ओर लगती थीं। आज से पांच साल पहले तत्कालीन एसपी शशिमोहन सिंह के नेतृत्व में बड़ी कार्रवाई  हुई थी लेकिन इन दुकानदारों को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद सडक़ के किनारे दुकान लगाने की नसीहत दी गई। तब से दुकान किनारें ही लग रही है। धीरे-धीरे दुकानें फिर सडक़ पर आ गईं। फिर वही स्थिति उत्पन्न हुए जिसे देखते हुए आज निगम व पुलिस प्रशासन ने यह कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान भिलाई निगम के अधिकारी व दुर्ग पुलिस के जवान, सीएसपी व अन्य अधिकारी मौके पर डटे रहे।
भिलाईनगर सीएसपी राकेश जोशी ने बताया कि नेहरु नगर जोन के अंतर्गत यह कार्रवाई की गई है। एक दिन पूर्व ही भिलाई निगम ने दुकानदारों को नोटिस देकर सचेत कर दिया था इसी तारतम्य में यह कार्रवाई भिलाई निगम के द्वारा की जा रही है।
व्यापारियों में दिखा आक्रोश
निगम की कार्रवाई के खिलाफ मार्केट के व्यापारियों का आक्रोश भी सामने आया। व्यापारियों का कहना है कि सप्ताह में एक दिन व्यापार होता है। दूर-दूर से लोग मार्केट में खरीदी करने के लिए पहुंचते हैं। भीड़ के कारण यहां अव्यवस्था होती है। वहीं निगम टीम का कहना है कि दुकानें तय दायरे में लगाई जाए तो ठीक है नहीं तो निगम की टीम कार्रवाई करेगी।
क्यों जरूरी है सुपेला संडे मार्केट पर कार्यवाही करना यह भी जानिए
रविवार को ही क्यों यहां हो जाता है ट्रैफिक में जाम :  सुपेला संडे मार्केट शहर का सबसे व्यस्ततम मार्केट है, भिलाई का मुख्य चौराहा सुपेला चौक से होकर यह गदा चौक की ओर जाता है। इस रास्ते से होकर गदा चौक होते हुए अवंती बाई चौक की ओर तथा वैशाली नगर क्षेत्र की ओर जा सकते हैं। सुपेला की बात करें तो रविवार के दिन सुबह से ही यहां पर अव्यवस्थित एवं विभिन्न तरीके के दुकान लगाने के कारण पूरा रास्ता दिन भर के लिए जाम हो जाता है, आने जाने वालों को अनावश्यक भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है वहीं दुर्घटना की संभावनाओं से भी इनकार नहीं किया जा सकता, यदि इस रास्ते पर कोई एंबुलेंस या बड़ी वाहन भी गुजरना चाहे तो बड़ी मुश्किल से इस रास्ते से निकलना होता है, रविवार के दिन सुपेला चौक से गदा चौक का क्षेत्र पूरी तरह से अव्यवस्थित नजर आता है, काफी समय से इस पर कार्यवाही करने की मांग प्रबल हो रही थी। इन सभी कारणों से निगमायुक्त ने सख्त कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे।

डीआरडीओ ने मध्यम दूरी की मिसाइल के भारतीय सेना संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया
Posted Date : 28-Mar-2022 4:23:09 am

डीआरडीओ ने मध्यम दूरी की मिसाइल के भारतीय सेना संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया

नई दिल्ली । रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने 27 मार्च, 2022 को ओडिशा के तट पर चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज में मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (एमआरएसएएम) के भारतीय सेना संस्करण के दो सफल उड़ान परीक्षण किए। उड़ान परीक्षण हाई-स्पीड हवाई लक्ष्यों के विरूद्ध लाइव फायरिंग ट्रायल के हिस्से के रूप में किए गए। मिसाइलों ने हवाई लक्ष्यों को इंटरसेप्ट किया और दोनों रेंजों पर सीधे हिट दर्ज करते हुए उन्हें पूरी तरह से नष्ट कर दिया। पहला लाँच एक मध्यम ऊंचाई लंबी दूरी के लक्ष्य को इंटरसेप्ट करना था और दूसरा लाँच कम ऊंचाई वाली छोटी दूरी के लक्ष्य की क्षमता सिद्ध करने के लिए था।
यह एमआरएसएएम संस्करण भारतीय सेना द्वारा उपयोग के लिए डीआरडीओ और इजऱाइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आईएआई), इजऱाइल द्वारा संयुक्त रूप से विकसित एक सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल है। एमआरएसएएम आर्मी वेपन सिस्टम में मल्टी-फंक्शन रडार, मोबाइल लॉन्चर सिस्टम और अन्य वाहन शामिल हैं। उड़ान परीक्षण डिलीवरेबल आकृति में हथियार प्रणाली के साथ किए गए थे। हथियार प्रणाली का निष्पादन आईटीआर, चांदीपुर द्वारा तैनात रडार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम और टेलीमेट्री जैसे रेंज उपकरणों द्वारा कैप्चर किए गए उड़ान डेटा के माध्यम से सत्यापित किया गया था। उड़ान परीक्षण डीआरडीओ और भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एमआरएसएएम-सेना के सफल उड़ान परीक्षणों के लिए डीआरडीओ, भारतीय सेना और उद्योग को बधाई दी है। उन्होंने कहा, दोनों सफल परीक्षण महत्वपूर्ण दूरी पर लक्ष्य को भेदने में हथियार प्रणाली की क्षमता को स्थापित करते हैं।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. जी सतीश रेड्डी ने एमआरएसएएम के सेना संस्करण के सफल उड़ान परीक्षण में शामिल टीमों की सराहना की और कहा कि ये परीक्षण आत्मनिर्भर भारत के लिए प्रमुख उपलब्धियां हैं।