छत्तीसगढ़

पुलिस के दबाव से घबराए माओवाद संगठन ने की गणपति की छुट्टी - डांगी
Posted Date : 01-Dec-2018 1:50:39 pm

पुलिस के दबाव से घबराए माओवाद संगठन ने की गणपति की छुट्टी - डांगी

जगदलपुर, 01 दिसंबर । बस्तर डीआईजी रतनलाल डांगी ने कहा कि माओवादियों के केंद्रीय कमेटी के महासचिव गणपति को हटाकर केंद्रीय सैन्य आयोग के प्रमुख बसवराजू को महासचिव बनाने के बाद गणपति के समर्थक विद्रोह या समर्पण न कर दें, इस डर से केंद्रीय प्रवक्ता द्वारा विज्ञप्ति जारी किया गया है। विज्ञप्ति में गणपति के स्वास्थ्गत कारणों से इस्तीफा दिए जाने की बात कही गई है इसमें कोई सच्चाई नहीं है।
माओवादियों के केन्द्रीय प्रवक्ता अभय ने प्रेस नोट में जब इस बात की पुष्टि की तो इसका जवाब देते हुए डीआईजी डांगी ने सोशल मीडिया में लिखा है कि स्वास्थ्यगत कारणों से गणपति को महासचिव के पद से हटाने की बात में कोई सच्चाई नहीं है। वर्ष 2018 में सुरक्षाबलों की आक्रामकता के चलते माओवादियों को पांच दशक के इतिहास में सबसे अधिक नुकसान हुआ है। सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में सर्वाधिक केडर वाले नक्सलियों को नुकसान पहुंचाया है, इसका खुलासा नक्सलियों की विज्ञप्ति से भी होता है। उन्होंने कहा पहली बार फोर्स ने शहरी क्षेत्रों में सक्रिय माओवादियों पर भी शिकंजा कसा है। माओवादियों की केंद्रीय समिति में लंबे समय से शीर्ष नेतृत्व को लेकर नाराजगी देखी जा रही थी, जिसके परिणामस्वरूप गणपति का तख्ता पलट हुआ है। उन्होंने बताया कि वर्ष 1992 में भी ऐसा ही कोंडापल्ली सीता रम्मैया के साथ भी हुआ था। श्री डांगी ने कहा कि कैडर में गणपति के समर्थक माओवादी विद्रोह या आत्म समर्पण न कर दें, इस डर से केंद्रीय प्रवक्ता अभय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर स्वास्थ्यगत कारणों से गणपति के महासचिव पद से इस्तीफा दिए जाने की बात कही है, लेकिन इसमें रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है, बल्कि यह नक्सलपंथ में अंदरूनी कलह का नतीजा है।

बजरंगबली का जातिकरण करने पर आस्थावादी भडक़े, बयान वापस नहीं होने पर करेंगे अदालती कार्रवाई
Posted Date : 01-Dec-2018 1:45:27 pm

बजरंगबली का जातिकरण करने पर आस्थावादी भडक़े, बयान वापस नहीं होने पर करेंगे अदालती कार्रवाई

रायपुर, 01 दिसंबर । हाल ही में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा केसरीनंदन, मारूतिनंदन श्री हनुमानजी को दलित जाति का बताए जाने पर शहर के आस्थावादी नाराज हो गए हैं। योगी के बयान के तुरंत बाद अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंदकुमार साय द्वारा हनुमान जी को अनुसूचित जनजाति का बताए जाने पर राजा तालाब हनुमान मंदिर में नियमित दर्शन करने वाले पंडित हरिशंकर मिश्रा ने भगवान का जातिकरण करने पर गहरी आपत्ति व्यक्त की है। पूर्व उप महाअधिवक्ता उच्च न्यायालय बिलासपुर डॉ. निर्मलकुमार शुक्ला, सिविल लाइंस निवासी हाईकोर्ट अधिवक्ता जेडी वाजपेयी एवं ब्राम्हणपारा निवासी अधिवक्ता केके शुक्ला ने आस्था के साथ खिलवाड़ करने पर योगी एवं साय द्वारा तत्काल माफी नहीं मांगने पर अदालती कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। ज्ञातव्य है कि रामचरित्र मानस में भी गोस्वामी तुलसीदास ने कांधे मुंज जनेउ साजे शब्द का उपयोग किया है जिससे यह प्रमाणित होता है कि हनुमान जी ब्राम्हण थे न की अन्य जाति वर्ग के यह विचार सुंदर नगर निवासी श्रीमती मीनल पाठक ने व्यक्त किया है। 

 निर्वाचन आयोग चुनाव खर्च की राशि बढ़ाने की बजाय घटाएं
Posted Date : 30-Nov-2018 10:37:19 am

निर्वाचन आयोग चुनाव खर्च की राशि बढ़ाने की बजाय घटाएं

रायपुर, 30 नवंबर । छत्तीसगढ़ राज्य में विधानसभा चुनाव निर्वाचन आयोग की कुशल संचालन में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। समाचार पत्र के माध्यम से ज्ञात हुआ कि चुनाव खर्च की राशि की सीमा? 2800000 निर्धारित है इसे बढ़ाने की मंशा कांग्रेश और भाजपा के प्रत्याशी की है । निर्वाचन आयोग से निवेदन है कि आने वाले चुनाव में उक्त राशि खर्च करने की सीमा और घटाई जाए ताकि ईमानदार राष्ट्रभक्त और राज्य और राष्ट्र की सेवा को इक्छुक सेवाभावी   लोग विधायक ,सांसद बनकर इमानदारी से राष्ट्र की राज्य की सेवा कर सके। क्योंकि जितनी ज्यादा चुनाव खर्च की सीमा बढ़ाई जाएगी उतना ही बाहुबल और धनबल वाले लोग ही उक्त चुनाव लड़ सकेंगे ,जबकि देश में बड़ी संख्या में गरीब किसान मजदूर ईमानदार राष्ट्रवादी सोच वाले लोग हैं जिनका चुनाव लडऩा हमेशा असंभव ही रहेगा जो लोग चुनाव में लाखों-करोड़ों पर खर्च करके जीतेंगे वे लोग ईमानदारी से अपने कर्तव्य का निर्वहन कैसे कर सकेंगे, सर्वप्रथम तो चाहेंगे की चुनाव जीतने के लिए जितना उन्होंने पैसा लगाया है उनका मूलधन पहले वापस आए. अत: निर्वाचन आयोग से निवेदन है कि चुनाव खर्च की सीमा 28 लाख से घटाकर और भी कम किया जाए ।

 विश्व एड्स दिवस पर विविध आयोजन होंगे 1 दिसंबर को
Posted Date : 30-Nov-2018 10:34:54 am

विश्व एड्स दिवस पर विविध आयोजन होंगे 1 दिसंबर को

रायपुर, 30 नवंबर । प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी विश्व एड्स दिवस के अवसर पर शहर में विविध आयोजन की तैयारियां चल रही हैं। जिला एड्स नियंत्रण समिति के कर्मी केशव पाण्डेय ने बताया कि जनजागरूकता अभियान के तहत पोस्टर प्रदर्शनी के जरिए एचआईवी एड्स के फैलाव को रोकने के संबंध में लोगों को जागरूक करने के लिए रैली निकाली जाएगी। साथ ही एड्स से संबंधित साावधानियां बरतने के लिए रैली के दौरान विभिन्न स्वयंसेवी समितियों के सदस्यों द्वारा हैण्ड बिल वितरित किए जाएंगे। पाण्डेय ने बताया कि एड्स के संबंध में चिकित्सकों द्वारा नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर रक्त जांच के जरिए लोगों की जांच की जाती है। विशेषकर ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से जुड़े ट्रक ड्राईवर, हैल्पर, आटो चालक एवं झोपड़पट्टी क्षेत्रों में असंयमित यौन संसर्ग, प्रदूषित डिस्पोवेन सीरिंज से फैलाव को रोकने, सैलून, ब्यूटी पार्लर सहित अनेक क्षेत्रों में स्वयं सेवी संगठन पहल, समर्थ, मुस्कान, सोशल रेनबो क्लब सहित अनेक संगठनों द्वारा विश्व एड्स दिवस के अवसर पर पीडि़तों की मदद एवं फैलाव को रोकने के संबंध में संगोष्ठी, नुक्कड़ नाटक एवं नृत्य नाटिका के जरिए लोगों को एड्स से बचने के संबंध में जागरूक किया जाएगा।

लेखा दल के समक्ष नहीं पहुंचे सात प्रत्याशियों को नोटिस जारी
Posted Date : 30-Nov-2018 10:34:02 am

लेखा दल के समक्ष नहीं पहुंचे सात प्रत्याशियों को नोटिस जारी

जांजगीर चंापा, 30 नवंबर । विधानसभा निर्वाचन 2018 के सात प्रत्याशियों द्वारा आय व्यय लेखा दल के समक्ष लेखा निरीक्षण के लिए उपस्थित नहीड्ड होने पर संबंधित रिटर्निग अफसर द्वारा नोटिस जारी किया गया हैं। निर्वाचन अधिकारी ने बताया है प्रत्याशीयोंको व्यय लेखा निरीक्षण के लिए 17 नवबंर की तिथि निर्धारित की गई थी। जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के कुल सात प्रत्याशियों के अभिकर्ता व्यय लेखा निरीक्षण के लिए उपस्थित नही हुए। उन सभी सात प्रत्याशीयों को नोटिस जारी किया गया है। इसमें जांजगीर चांपा विधानसभा क्षेत्र के इंदल बिंद,शिवभानु, पामगढ़ विधानसभा से संतकुमार तुर्के, चन्द्रपुर विधानसभा के रामकुमार यादव , पैतराम खंटें वही सक्ती विधानसभा से कलेश्वर सिंह मरावी को नोटिस जारी किया गया है। 

दालें 5-10 रुपए किलो महंगी
Posted Date : 30-Nov-2018 10:33:20 am

दालें 5-10 रुपए किलो महंगी

0-बाहरी आवक कम व फसल कमजोर होना बता रहे वजह
महासमुंद,30 नवम्बर । पिछले एक माह में सभी दालों के दाम में 5 रुपए से 10 रुपए तक की वृद्धि हुई है। व्यवसायियों की मानें तो दाल के दामों में आगामी दिनों में और वृद्धि होने की संभावना है। दाल के दामों में वृद्धि का असर जहां व्यवसाय पर पड़ा है वहीं लोगों का मासिक बजट भी प्रभावित हो गया है। 
वृद्धि की वजह व्यावसायी बाहरी आवक कम होने व फसल कमजोर होने को बता रहे हैं। जानकारी के मुताबिक प्रदेश में करीब 20 फीसदी ही दाल की पैदावार होती है जिसमें 80 प्रतिशत फसल महाराष्ट्र और आंध्रप्रदेश से होती है। इन दिनों बाहरी आवक कम होने के साथ ही उन राज्यों में दलहन की फसल की पैदावार प्रभावित होने को माना जा रहा है। व्यावसायियों के मुताबिक दाल के दामों में हर दो दिनों में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है जिसमें मूल्य में गिरावट कम और वृद्धि अधिक है। जानकारी के मुताबिक करीब एक माह पहले जो तुवर दाल 70 रुपए प्रति किलो के भाव से बिकती थी वह वर्तमान में थोक में 75 और चिल्हर में 80 रुपए प्रति किलो के भाव से बिक रही है। इसी तरह उड़द, मूंग, मसूर, चना दाल के दामों में प्रति किलो 5 रुपए की वृद्धि हुई है। 
दालों की कीमत व्यवसायी और ग्राहक के बीच विवाद की वजह
दालों की कीमत में प्रतिदिन उतार-चढ़ाव की वजह से व्यवसायी भी दाल की स्थाई कीमत नहीं बता पा रहे हैं। व्यावसायियों की मानें तो आज जो कीमत दाल की है कल वही रहे ऐसा तय नहीं है इसलिए वे भी परेशान हैं।