रायपुर विधानसभा आम चुनाव 2018 के मतदान दिवस 12 नवम्बर और 20 नवम्बर 2018 को मतदान के लिए सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। निर्वाचन कार्यक्रम अनुसार राज्य में दो चरणों में मतदान सम्पन्न कराये जाएंगे। प्रथम चरण में 18 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में सोमवार 12 नवम्बर को मतदान होगा। दूसरे चरण में 72 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मंगलवार 20 नवम्बर को मतदान सम्पन्न कराया जाएगा।
राज्य शासन ने विधानसभा निर्वाचन 2018 के दौरान मतदान दिवस सोमवार 12 नवम्बर और मंगलवार 20 नवम्बर को संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों के अंतर्गत स्थित कार्यालयों में निगोशिएबल इंस्टूमेंट्स एक्ट 1881 के प्रावधानों के तहत मतदान के लिए सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। अधिसूचना के अनुसार मतदान दिवस को संबंधित विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के अंतर्गत स्थित कार्यालयों में मतदान के लिए सामान्य अवकाश का दिन भी होगा।
धमतरी, जिले में पुलिस द्वारा वाहन चेकिंग के दौरान बुधवार को जिले में मगरलोड थाना क्षेत्र के डाभा मोड़ के पास वाहनों की चेकिंग के दौरान बाइक सवार दो लोगों के पास से पुलिस ने 20 लीटर कच्ची महुआ शराब बरामद की है. पुलिस ने शराब जब्त कर दोनों आरोपियों के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की है. फिलहाल, आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
जांजगीर-चांपा । संक्रामक रोग खसरा-रूबेला की शत-प्रतिशत नियंत्रण के लिए 6 अगस्त से अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत स्वास्थ्य संस्थाओं, शासकीय और निजी स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, मदरसा आदि में 9 माह से 15 वर्ष आयु समूह के बच्चों को खसरा-रूबेला का टीका लगाया जा रहा है। इसी क्रम में आज जिले के गुरूकुल इंटरनेशनल स्कूल में भी खसरा-रूबेला टिकाकरण कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों का टीकाकरण किया गया। इस दौरान कलेक्टर नीरज बनसोड़ और उनकी पत्नी ने खसरा-रूबेला कार्यक्रम में शामिल होकर बच्चों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने बच्चों के साथ फोटो खींचवा कर उन्हें टीकाकरण के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि खसरा रोग बहुत संक्रामक रोग है और प्रभावित व्यक्ति की ओर से खांसने और छींकने से फैलता है। यह रोग बच्चों में अपंगता और मृत्यु के बड़े कारणों में से एक है। इसके नियंत्रण के लिए मीजल्स रूबेला अभियान का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने इस अभियान के तहत 9 माह से 15 वर्ष आयु समूह के प्रत्येक बच्चों को खसरा-रूबेला का टीका लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। इस दौरान गुरूकुल इंटरनेशनल स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाएं और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
जांजगीर-चांपा । संक्रामक रोग खसरा-रूबेला की शत-प्रतिशत नियंत्रण के लिए 6 अगस्त से अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत स्वास्थ्य संस्थाओं, शासकीय और निजी स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, मदरसा आदि में 9 माह से 15 वर्ष आयु समूह के बच्चों को खसरा-रूबेला का टीका लगाया जा रहा है। इसी क्रम में आज जिले के गुरूकुल इंटरनेशनल स्कूल में भी खसरा-रूबेला टिकाकरण कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों का टीकाकरण किया गया। इस दौरान कलेक्टर नीरज बनसोड़ और उनकी पत्नी ने खसरा-रूबेला कार्यक्रम में शामिल होकर बच्चों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने बच्चों के साथ फोटो खींचवा कर उन्हें टीकाकरण के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि खसरा रोग बहुत संक्रामक रोग है और प्रभावित व्यक्ति की ओर से खांसने और छींकने से फैलता है। यह रोग बच्चों में अपंगता और मृत्यु के बड़े कारणों में से एक है। इसके नियंत्रण के लिए मीजल्स रूबेला अभियान का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने इस अभियान के तहत 9 माह से 15 वर्ष आयु समूह के प्रत्येक बच्चों को खसरा-रूबेला का टीका लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। इस दौरान गुरूकुल इंटरनेशनल स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाएं और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
जांजगीर-चांपा । संक्रामक रोग खसरा-रूबेला की शत-प्रतिशत नियंत्रण के लिए 6 अगस्त से अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत स्वास्थ्य संस्थाओं, शासकीय और निजी स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, मदरसा आदि में 9 माह से 15 वर्ष आयु समूह के बच्चों को खसरा-रूबेला का टीका लगाया जा रहा है। इसी क्रम में आज जिले के गुरूकुल इंटरनेशनल स्कूल में भी खसरा-रूबेला टिकाकरण कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों का टीकाकरण किया गया। इस दौरान कलेक्टर नीरज बनसोड़ और उनकी पत्नी ने खसरा-रूबेला कार्यक्रम में शामिल होकर बच्चों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने बच्चों के साथ फोटो खींचवा कर उन्हें टीकाकरण के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि खसरा रोग बहुत संक्रामक रोग है और प्रभावित व्यक्ति की ओर से खांसने और छींकने से फैलता है। यह रोग बच्चों में अपंगता और मृत्यु के बड़े कारणों में से एक है। इसके नियंत्रण के लिए मीजल्स रूबेला अभियान का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने इस अभियान के तहत 9 माह से 15 वर्ष आयु समूह के प्रत्येक बच्चों को खसरा-रूबेला का टीका लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। इस दौरान गुरूकुल इंटरनेशनल स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाएं और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।