छत्तीसगढ़

भूमि पुत्रों के साथ उद्योग स्थापना के नाम पर हो रहा छलावा
Posted Date : 21-Jan-2019 12:35:00 pm

भूमि पुत्रों के साथ उद्योग स्थापना के नाम पर हो रहा छलावा

० मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता से संप्क्षित चर्चा
कोरबा 21 जनवरी । राज्य में कृषकों के साथ छलावा हुआ है। क्योंकि किसानों की जमीन को उद्योग स्थापना के नाम पर अधिग्रहित कर लिया गया है। लेकिन पुर्नवास व रोजगार नहीं मिल पाया है। जबकि इसके लिए सरकार की नीति स्पष्ट है। ऐसे में उद्योग प्रबंधन को किसानों का सम्मान करना चाहिए जिससे उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो सके। 
निजी प्रवास पर कोरबा पहुुुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए उक्त बातें कहीं। उन्होंने आगे कहा कि कृषि का उचित मूल्य वर्तमान सरकार दे रही है। लेकिन अभी भी सिंचाई सहित अन्य संसाधनों का अभाव है। जिसकी वजह से किसान एक फसल चक्र पर ही आश्रित हैं। उनका मानना है कि प्रदेश के उद्योगपति किसानों के साथ छलावा कर रहे हैं। उद्योग लगाने के नाम पर महंगी जमीनों को सस्ती दरों पर हथिया लिया गया है। लेकिन कई क्षेत्रों में अभी तक उद्योग ही नहीं लग पाया है और जिन क्षेत्रों में उद्योग प्रारंभ हो गया है वहां पर रोजगार व पुर्नवास नीति का पालन नहीं किया जा रहा है। ऐसे में भूमि पुत्र शोषण का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में सिंचाई व अन्य संसाधनों को बढ़ावा देकर फसल के लिए उचित संसाधन उपलब्ध कराने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि उनका बेटा संघर्ष व विचारों से जुझकर यह मुकाम हासिल किया है। निश्चित ही राज्य में किसी के साथ स्वास्थ्य, शिक्षा सहित अन्य क्षेत्रों में बेहतर परिणाम सामने आएगा। श्री बघेल बालको के मंगल भवन में मनवा कुर्मी समाज द्वारा आयोजित स्वागत समारोह में शामिल होने कोरबा पहुंचे थे। चर्चा के दौरान मुख्य रूप से सुनील नायक, पीएल वर्मा, सुषमा नायक, भुवन वर्मा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

कच्चे नारियलों की आवक कम होने से डाब पीने वाले हो रहे  परेशान
Posted Date : 21-Jan-2019 12:33:57 pm

कच्चे नारियलों की आवक कम होने से डाब पीने वाले हो रहे परेशान

रायपुर, 21 जनवरी । केरल, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, एवं पश्चिम बंगाल से कच्चे नारियलों की आवक कम होने से इन दिनों डाब पीने के शौकिनों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नारियल पानी बेचने वाले विक्रेताओं के अनुसार शेष नारियल की बिक्री के बाद अगर दो - चार दिनों में कच्चे नारियल की आवक सामान्य नहीं होती है तो शौकिनों को नारियल पानी के रसपान से वंचित होना पड़ेगा। 
चिकित्सकों की राय में नारियल पानी का सेवन सेहत के लिए लाभकारी होता है। विशेष कर सिकलसेल एवं सिकलिंग के मरीजों के लिए नारियल पानी तबियत में सुधार के लिए बेहद जरुरी है। प्राकृतिक चिकित्सक डॉ. अंजना राय के अनुसार नारियल पानी में भरपूर विटामिन होता है। उन्होंने शहर के लोगों से अधिक से अधिक संख्या में नारियल पानी पीकर अपनी सेहत पर ध्यान देने की अपील की है। शंकर नगर एवं लोधीपारा क्षेत्र के नारियल पानी के विक्रेताओं ने प्रतिनिधि द्वारा कम नारियल दिखने पर सवाल उठाया तब उन्होंने बताया कि पिछले एक हप्ते से उपरोक्त प्रदेशों से नारियल की आवक नहीं होने से वे स्वयं भी परेशान है। 

अनियमित कर्मचारियों को किये गए वादे जल्द किये जायेंगे पूरे - टी एस बाबा
Posted Date : 21-Jan-2019 12:32:46 pm

अनियमित कर्मचारियों को किये गए वादे जल्द किये जायेंगे पूरे - टी एस बाबा

० सरगुजा में संभाग स्तरीय महापंचायत का आयोजन
रायपुर , 21 जनवरी ।  संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ छत्तीसगढ़  प्रांतीय अध्यक्ष अनिल देवांगन के अध्यक्षता में जिला सरगुजा में संभाग स्तरीय महापंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें अनियमित कर्मचारियों के द्वारा पूर्व में की गई 4 सूत्रीय मांग पर चर्चा किया गया जिसमें सभी संभाग अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष के द्वारा यह निर्णय लिया गया कि यदि शासन द्वारा 26 जनवरी 2019 तक कोई सकरात्मक कदम नहीं उठाया गया तो 26 जनवरी के बाद राज्य राजधानी रायपुर में वादा निभाओ रैली का आयोजन किया जाएगा जिसके पश्चात यह तय किया जाएगा की अपनी मांग को पूर्ण कराने के लिए क्या आवश्यक कदम उठाया जाए एवं सरकार के समक्ष रखा जावे आज इस महापंचायत की अध्यक्षता प्रांतीय अध्यक्ष अनिल कुमार देवांगन द्वारा किया गया जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य के सभी संभाग अध्यक्ष जिला अध्यक्ष एवं सरगुजा संभाग के सभी अनियमित कर्मचारी पदाधिकारी एवं कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित रहे।
इस महापंचायत के उपरांत  शाम को कैबिनेट मंत्री टी. एस.बाबा से संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ का 500 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल प्रदेश अध्यक्ष अनिल देवांगन, राखी शर्मा, हेमन्त सिन्हा, रवि गढ़पाले, सूरज सिंह, तोपान सिंह, श्रीकांत लास्कर, अभिषेक ठाकुर के नेतृत्व में मुलाकात किया गया।
इस मुलाकात के दौरान कैबिनेट मंत्री टी एस बाबा ने कांग्रेस पार्टी के जन घोषणा पत्र में किये गए वादों को पूर्ण करने की अपनी प्रतिबद्धता पुन: दोहराई है। इसी दौरान उन्होंने यह भी कहा कि, किसी भी अनियमित कर्मचारी का  आहित नही होगा, साथ ही बहुत जल्द ही अनियमित कर्मचारियों के लिए न्यायपूर्ण फैसला किया जाएगा। कैबिनेट मंत्री ने विधानसभा चुनाव में अनियमित कर्मचारियों के सहयोग को सहर्ष स्वीकार किया है और यह कांग्रेस पार्टी कभी नही भूलेगी।

मुख्यमंत्री ने किया 22 करोड़ 29 लाख 72 हजार रूपए के विकास कार्यो  का लोकार्पण और शिलान्यास
Posted Date : 21-Jan-2019 12:31:09 pm

मुख्यमंत्री ने किया 22 करोड़ 29 लाख 72 हजार रूपए के विकास कार्यो का लोकार्पण और शिलान्यास

रायपुर, 21 जनवरी । मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने जिला मुख्यालय महासमुंद में आयोजित कार्यक्रम में लगभग 22 करोड़ 39 लाख रूपए की लागत के 29 विभिन्न कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने इनमें से लगभग आठ करोड़ 79 लाख रूपए लागत से बनने वाले 11 निर्माण कार्यों का शिलान्यास और 13 करोड़ 60 लाख रूपए लागत से पूर्ण हो चुके 18 निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया।  मुख्यमंत्री ने जिन कार्यों का लोकार्पण किया, उनमें 45 लाख 68 हजार रूपए की लागत से रामलीला मैदान में शेड निर्माण, 10 लाख 31 हजार रूपए की लागत से इमली भाठा बांधा के पास मुक्तिधाम निर्माण कार्य, 12 लाख रूपए की लागत से लोहिया चैक का सौन्दर्यीकरण, एक करोड़ 15 लाख 58 हजार रूपए की लागत से महासमुंद के एनएच 53 से मुंगई माता पहुंचमार्ग, 45 लाख 29 हजार रूपए की लागत से व्हीव्हीपीएटी के भंडारण के लिए गोदाम निर्माण, 33 लाख 82 हजार रूपए की लागत से शासकीय कन्या पॉलिटेक्निक भवन एवं अधीक्षक सह चैकीदार अवास गृह का निर्माण, एक करोड़ 77 लाख 44 हजार रूपए की लागत से लाईवलीहुड कॉलेज में 50 सीटर कन्या छात्रावास एवं अधीक्षिका सह चैकीदार आवास गृह का निर्माण, एक करोड़ 40 लाख रूपए की लागत से एमव्हीपीजी शासकीय महाविद्यालय भवन में 8 अतिरिक्त कक्षों को निर्माण एवं विद्युतीकरण कार्य, एक करोड़ 62 लाख 76 हजार रूपए की लागत से सरायपाली विकासखंड के डुडुमचुंआ में 50 सीटर आदिवासी कन्या आश्रम में भवन निर्माण, 26 लाख रूपए की लागत से बसना विकासखंड के भंवरपुर में पशु चिकित्सालय में भवन निर्माण एवं एक करोड़ 10 लाख 37 हजार रूपए की लागत से महासमुंद 33/11 केव्ही उपकेन्द्र शामिल है। बघेल ने इसी प्रकार जिन कार्यों का शिलान्यास किया, उनमें तीन करोड़ 26 लाख रूपए की लागत से खुसरूपाली से घोंच तक सडक़ एवं पुल निर्माण, 75 लाख 23 हजार रूपए की लागत से पिथौरा के बेल्डीह में हाई स्कूल भवन निर्माण, पांच करोड़ 84 लाख 14 हजार रूपए की लागत से पलसापाली के आश्रित ग्राम बेल्डीह तक सडक़ एवं पुलिया निर्माण, 75 लाख 23 हजार रूपए की लागत से सरायपाली विकासखंड के सिंघोड़ा में हाई स्कूल निर्माण, 19 लाख 82 हजार रूपए की लागत से लहंगर में, 16 लाख 89 हजार रूपए की लागत से मुनगाडीह में, 13 लाख 6 हजार रूपए की लागत से भावा में, 16 लाख 41 हजार रूपए की लागत से बनपचरी में, 16 लाख 85 हजार रूपए बंदोरा में, 14 लाख 52 हजार रूपए की लागत से चितमखार में, 15 लाख 94 हजार रूपए की लागत से पुरूषोत्तमपुर में, 13 लाख 7 हजार रूपए की लागत से सेमलिया में, 10 लाख 12 हजार रूपए की लागत से खैरझिटकी में, 29 लाख 86 हजार रूपए की लागत से नूनपानी में, 37 लाख 61 हजार रूपए की लागत से दुरूगपाली में, 25 लाख 18 हजार रूपए की लागत से कोसमपाली में, 47 लाख 53 हजार रूपए की लागत से लखनपुर में एवं 25 लाख एक हजार रूपए की लागत से मोहनमुड़ा में नल-जल प्रदाय योजना शामिल है। 

बाबा गुरू घासीदास ने समाज को एक सूत्र में पिरोने की प्रेरणा दी : भूपेश बघेल
Posted Date : 21-Jan-2019 12:30:37 pm

बाबा गुरू घासीदास ने समाज को एक सूत्र में पिरोने की प्रेरणा दी : भूपेश बघेल

० सम्मान समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री 
रायपुर, 21 जनवरी । मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने कहा है कि बाबा गुरू घासीदास ने मानवता को सत्य, अहिंसा, प्रेम और भाईचारे का रास्ता दिखाया। उनका सबसे बड़ा संदेश ‘मनखे-मनखे एक समान’ सभी समाज को एक सूत्र में पिरोने की प्रेरणा देता है। मुख्यमंत्री आज भिलाई सेक्टर-6 में सतनामी समाज के शासकीय अधिकारी-कर्मचारी मंडल द्वारा आयोजित सम्मान समारोह को मुख्य अतिथि की आसंदी से सम्बोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में सतनामी समाज के अधिकारियों-कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को सामाजिक परम्परा के अनुरूप सफेद पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने सतनाम भवन में गुरू गद्दी की पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। 
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार बाबा गुरू घासीदास के बताए रास्ते पर चलकर सभी वर्गों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जो भी वादा जनता से किया है उसे अवश्य पूरा किया जाएगा। कार्यक्रम में समाज के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को मांग पत्र सौंपा। मुख्यमंत्री ने उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया।  
कार्यक्रम में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, राज्यसभा सांसद  छाया वर्मा, डोंगरगढ़ विधायक भुवनेश्वर बघेल, मनेन्द्रगढ़ विधायक  विनय जायसवाल, भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव, सतनामी अधिकारी कर्मचारी मण्डल के अध्यक्ष एस.आर. मिर्चे सहित अधिकारी-कर्मचारी संघ के अनेक पदाधिकारी और बड़ी संख्या में सदस्य उपस्थित थे। 

कृषि विश्वविद्यालय के अनुसंधान एवं विकास कार्यों को किसानों के खेतों तक ले जाने की जरूरत : कृषि मंत्री
Posted Date : 21-Jan-2019 12:30:06 pm

कृषि विश्वविद्यालय के अनुसंधान एवं विकास कार्यों को किसानों के खेतों तक ले जाने की जरूरत : कृषि मंत्री

० कृषि मंत्री चौबे ने किया इंडियन हॉर्टीकल्चर कांग्रेस का समापन 
० धान जननद्रव्य संरक्षण के लिए कृषि विश्वविद्यालय को गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में मिला स्थान 

रायपुर, 21 जनवरी ।  कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा कृषि अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्र में बहुत अच्छा कार्य किया गया है जो राज्य के परिवेश और यहां के किसानों की आवश्यकताओं के अनुरूप हैं। विश्वविद्यालय द्वारा किये गए अनुसंधान को किसानों के खेतों तक ले जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों के कल्याण की योजनाएं बनाने में कृषि विश्वविद्यालय का सहयोग लिया जाएगा। चौबे आज यहां इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय तथा हॉर्टीकल्चर सोसायटी ऑफ  इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 8वीं इंडियन हॉर्टीकल्चर कांग्रेस के समापन समारोह को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे। 
कृषि महाविद्यालय के सभागार में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री से  चौबे ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के 33वें स्थापना दिवस पर कुलपति डॉ. एस.के. पाटील तथा विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों एवं कर्मचारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में पहली बार किसान केन्द्रित सरकार का गठन हुआ है और सरकार के काम-काज में कृषि और किसान को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। किसानों की बेहतरी के लिए नयी योजनाएं बनाई जा रही हैं। कृषि मंत्री ने कृषि तथा उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों को कृषि विश्वविद्यालय के साथ मिलकर कृषि विकास की नई योजनाएं बनाने के निर्देश दिए।  चौबे ने कहा कि चार दिवसीय इंडियन हॉर्टीकल्चर कांग्रेस से प्राप्त निष्कर्षों एवं अनुशंसाओं को भी कृषि योजनाओं में शामिल किया जाएगा। 
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि रायपुर ग्रामीण विधायक  सत्यनारायण शर्मा कहा कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय ने ना केवल भारत बल्कि अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने इंडियन हॉर्टीकल्चर कांग्रेस के सफल आयोजन के लिए इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय तथा हॉर्टीकल्चर सोसायटी के पदाधिकारियों को बधाई दी। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस.के. पाटील ने कहा कि आज इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय का 33वां स्थापना दिवस है। इन 33 वर्षों की विकास यात्रा में कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत महाविद्यालयों की संख्या एक बढक़र 32 हो गई है। इसी प्रकार कृषि विज्ञान केन्द्रों की संख्या तीन से बढक़र 25 हो गई है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने शिक्षण, अनुसंधान और विस्तार तीनों ही क्षेत्रों में अच्छा कार्य किया है और आज देश के 70 कृषि विश्वविद्यालयों में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय को 12वां स्थान प्राप्त हुआ है। 
हॉर्टीकल्चर सोसायटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष पद्म डॉ. के.एल. चड्ढ़ा ने हॉटीकल्चर कांग्रेस के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में पहली बार हॉर्टीकल्चर कांग्रेस आयोजन किया गया और यह काफी सफल रहा। उन्होंने आयोजन की सफलता के लिए इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति तथा समस्त स्टाफ के प्रति आभार व्यक्त किया। डॉ. चड्ढ़ा ने कहा कि इस चार दिवसीय आयोजन के दौरान 14 सत्रों में बागवानी से संबंधित समस्त विषयों पर चर्चा तथा विचार विमर्श किया गया। उन्होंने बताया कि हॉर्टीकल्चर कांग्रेस में भारत के अलावा अन्य देशों के उद्यानिकी विशेषज्ञ शामिल हुए। देश के चार विश्वविद्यालयों के कुलपति तथा बीस राष्ट्रीय स्तर के अनुसंधान संस्थानों के निदेशक भी शामिल हुए। इस दौरान 64 प्रमुख शोध पत्र, 80 मौखिक शोध पत्र तथा 500 पोस्टर्स प्रस्तुत किये गए। आयोजन के अंतिम दिवस छत्तीसगढ़ में उद्यानिकी से संबंधित अनुसंधान एवं विकास पर विमर्श किया गया। उन्होंने बताया कि अधिवेशन में पहली बार प्रगतिशील बागवानी कृषकों को भी आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि हॉर्टीकल्चर कांग्रेस से प्राप्त निष्कर्षों तथा अनुशंसाओं को भारत सरकार तथा छत्तीसगढ़ सरकार को भेजा जाएगा। छत्तीसगढ़ के प्रगतिशील कृषक  विमल चावड़ा ने छत्तीसगढ़ में उद्यानिकी विकास की संभावनाओं पर प्रस्तुतिकरण दिया।  
भारत सरकार में कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एस.के. मल्होत्रा ने इस अवसर पर कहा कि छत्तीसगढ़ में उद्यानिकी के क्षेत्र में बहुत अच्छा कार्य हो रहा है। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में सात अखिल भारतीय समन्वित विकास परियोजनाएं संचालित हैं जिनके काफी अच्छे परिणाम प्राप्त हुए हैं। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय ने अपने कार्यों से पूरे देश में अलग पहचान बनाई है। उन्होंने उम्मीद जताई की विश्वविद्यालय भविष्य में और भी बेहतर मुकाम हासिल करेगा। 
समापन समारोह के दौरान अतिथियों द्वारा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित अनेक प्रकाशनों का विमोचन किया गया इनमें विश्वविद्यालय द्वारा जारी टेक्निकल बुलेटिन्स भी शामिल हैं। अतिथियों द्वारा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित कृषि पंचाग-2019 का विमोचन तथा लोकार्पण भी किया गया। इस अवसर पर उद्यानिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों तथा कृषि वैज्ञानिकों को भी सम्मानित किया गया। किसानों में  हेमंत चन्द्राकर, जिला दुर्ग और  युगलकिशोर पटेल, जिला बेमेतरा शामिल हैं। कृषि वैज्ञानिकों में डॉ. धनंजय शर्मा, डॉ. गणेशी लाल शर्मा, डॉ. एल.एस. वर्मा, डॉ. गौरव शर्मा, डॉ. हेमंत पाणिग्रही, डॉ. पी.सी. चैरसिया तथा इंजी. राजेश अग्रवाल को सम्मानित किया गया। कृषि महाविद्यालय, रायपुर के अधिष्ठाता एवं कार्यक्रम के आयोजन सचिव डॉ. एस.एस. राव ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में देश भर से आए उद्यान वैज्ञानिक, डॉ. नारायण भाई चावड़ा सहित अनेक प्रगतिशील कृषक तथा अन्य प्रतिभागी उपस्थित थे।  
23 हजार 250 धान किस्मों के संरक्षण के लिए कृषि विश्वविद्यालय को गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड द्वारा सम्मान
समापन समारोह के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका की संस्था गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड द्वारा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर को धान की 23 हजार 250 किस्मों के जननद्रव्य संरक्षण के विश्व कीर्तिमान के लिए सम्मानित किया गया। कृषि मंत्री  चौबे की उपस्थिति में संस्था के भारत प्रमुख  आलोक कुमार ने कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पाटील को विश्व रिकॉर्ड बनाने का प्रमाणपत्र सौंपा।