0-राज्य वीरता पुरस्कार के लिए चार बच्चे भी होंगे सम्मानित
रायपुर, 22 जनवरी । 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में इस बार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्य, विशिष्ट सेवा, सराहनीय सेवा करने वाले पुलिस अफसरों और जवानों को सम्मानित करेंगे। समारोह में राज्य वीरता पुरस्कार के लिए चयनित चार बच्चों को भी सम्मानित किया जाएगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सम्मानित होने वाले पुलिस अफसर और जवानों में आधा दर्जन निरीक्षक शामिल हैं, इसके अलावा विशिष्ट सेवा के लिए भी पुलिसकर्मियों को सीएम सम्मानित करेंगे। सम्मान प्राप्त करने वाले निरीक्षकों में रमन उसेंडी-कोंडागांव, अमोल खलखो-बीजापुर, राजेश देवदास- रायपुर, अनंत प्रधान-राजनांदगांव शामिल हैं। इसके अलावा प्रधान आरक्षक मंगल मांझी-पुलिस मुख्याल तथा निरीक्षक रोशन कौशिक-कांकेर का नाम शामिल है। इसके अलावा विशिष्ट सेवा के लिए राधेश्याम नायक उप पुलिस महानिरीक्षक पुलिस मुख्यालय को सम्मानित किया जाएगा। सराहनीय सेवा के लिए भारतीय पुलिस पदक प्राप्त करने वालों में एसपी रजनेश सिंह-नारायणपुर, सुशील डेविड एसपी सीएम सुरक्षा, शिव कुमार सोनी कंपनी कमांडर, सीटीजेडब्ल्यूसी कालेज कांकेर, द्वारिका प्रसाद यादव प्लाटून कमांडर 15 वीं बटालियन, खि़लानंद साहू प्लाटून कमांडर 20 वीं बटालियन, श्रीनिवास पचौरी प्लाटून कमांडर 11 वीं बटालियन, महेंद्र जयसिंह एसआई दुर्ग, विष्णु प्रसाद शर्मा एएसआई कबीरधाम का नाम शामिल है। विशिष्ट सेवा पदक प्राप्त करने वालों में डा. केके गुप्ता डीआईजी जेल तथा सराहनीय सुधार सेवा पदक के लिए कुलदीप राम दिवाकर यूनियन होम मिनिस्टर मेडल फॉर एक्सीलेंस इन पुलिस ट्रेनिंग, भुवनेश्वर प्रसाद सिंह सहायक सेनानी 12वीं बटालियन रामानुजगंज का नाम शामिल है। मुख्यमंत्री के हाथों राज्य वीरता प्राप्त करने वाले बच्चों को भी सम्मानित किया जाएगा। इनमें मास्टर सोमनाथ-महासमुंद, कुमारी पूनम यादव-महासमुंद, मास्टर प्रशांत बारीक-रायगढ़ तथा कुमारी कांति-उदयपुर-सरगुजा का नाम शामिल है।
दंतेवाड़ा, 22 जनवरी । जिले के पालनार छात्रावास में आदिवासी छात्राओं के साथ हुई कथित छेड़छाड़ मामले में जिला एवं सत्र न्यायालय ने आरोपी जवानों को बरी कर दिया है। इसके बाद सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोढ़ी ने कहा है कि वे इस मामले को हाईकोर्ट लेकर जायेंगी और साथ ही संयुक्त राष्ट्रसंघ में इसकी शिकायत करेंगी।
सोनी सोढ़ी ने कहा कि पालनार छात्रावास में छात्राओं के साथ छेड़छाड़ हुई है, इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता है। इस मामले में पुलिस जवानों का नाम आने के बाद शासन और पुलिस दोनों मामले को दबाने में जुट गये थे, लेकिन मामले के कोर्ट में पहुंचने के बाद आरोपियों को बचाने के लिए जांच ठीक से नहीं की गई। उन्होंने कहा कि न्यायालय के फैसले पर कोई सवाल वे खड़े नहीं कर रही है, जब मामले में जांच ही उचित तरीके से नहीं हुई तो न्यायालय क्या करेगी। वे इस मामले को लेकर हाईकोर्ट जायेंगी और साथ ही संयुक्त राष्ट्रसंघ में शिकायत की जाएगी। आगे यदि न्याय के लिए सुप्रीमकोर्ट जाने की आवश्यकता हुई तो वे सुप्रीमकोर्ट तक मामले को ले जाकर छात्राओं को न्याय दिला कर रहेंगी।