० कमिश्नर ने संभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की
० सभी अधिकारी-कर्मचारियों को अपने निर्धारित मुख्यालयों में रहने के दिए निर्देश
रायपुर, 01 फरवरी । रायपुर संभाग के कमिश्नर जी.आर.चुरेन्द्र ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की मंशा के अनुरूप नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी के संरक्षण और संवर्धन में सभी विभागों की समन्वित भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी ताकि इसका अधिक से अधिक लाभ जनसामान्य को मिल सके। चुरेन्द्र ने आज यहां संभाग आयुक्त कार्यालय में विभिन्न विभागों के संभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को अपने निर्धारित मुख्यालयों में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के निर्देश दिए है।
कमिश्नर चुरेन्द्र ने कहा कि आमजनों की समस्याओं के निराकरण के लिए बाजार चौपाल की शुरूआत की गई है। इसमें संबंधित क्षेत्र के मैदानी अमला अनिवार्य रूप से उपस्थित रहे। इसी तरह पंचायती राज व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए ग्राम विकास एवं न्याय समिति के गठन के निर्देश सभी जिलों को दिए गए है। जल, जंगल, जमीन और खनिज संपदा के संरक्षण और संवर्धन के लिए विशेष पहल की जाए। छोटे-छोटे नरवा और नदी के बंधान के लिए व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। कुंआ और डबरी निर्माण के कार्य प्राथमिकता से किए जाएं। गर्मी में किसानों को धान के स्थान पर दलहन, तिलहन, सब्जी और मक्का आदि लेने के लिए प्रेरित किया जाए। किसानों को खेती के साथ-साथ पशुपालन, मछलीपालन और उद्यानिकी फसलों के लिए प्रेरित किया जाए ताकि अधिक आमदनी प्राप्त कर सके। हैण्डपंप के पास सोख्ता गड्डा के बदले वहां एक छोटी टंकी बनायी जाए जिससे गाय-भैंस पानी पी सके। वनाधिकार पत्रों के संबंध में प्राप्त दावों जो निरस्त किए गए है उनके पुनरीक्षण के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। स्कूल और आंगनबाड़ी परिसरों सहित लोगों को बाड़ी में लगाने के लिए नि:शुल्क फलदार पौधे प्रदान किए जाएं ताकि उसका लाभ वो उठा सकें। इसके लिए मनरेगा और विभागीय योजना से नर्सरी तैयार की जाएं।
कमिश्नर ने कहा कि संभागीय अधिकारी नियमित रूप से अपने प्रभार के जिलों में संचालित योजनाओं की मॉनिटरिंग करें और उनके क्रियान्वयन में कहीं भी कोई दिक्कत है तो आपसी समन्वय और विशेष पहल कर उनका निराकरण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सभी कार्यालयों में बेहतर कार्य संस्कृति बनाए, सभी अधिकारी-कर्मचारी टीम भावना से काम करें और कर्मचारियों के कौशल उन्नयन और क्षमता विकास के लिए विशेष पहल की जानी चाहिए ताकि समय पर कार्यो को पूरी दक्षता से पूर्ण किया जा सके। कमिश्नर ने कहा कि कार्यालयों का प्रबंधन सुव्यस्थित हो, सभी नस्तियां पंजीकृत की जाएं और समय-सीमा में उन पर कार्यवाही हो। कार्यालयों में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए और सप्ताह में एक दिन इसके लिए श्रमदान किया जाए। कर्मचारियों के क्लेम दावों और पेंशन प्रकरणों का समय-सीमा में निराकरण सुनिश्चित किया जाए। बैठक में उप आयुक्त आनंद मसीही, उप आयुक्त मती सरिता तिवारी सहित वन, कृषि, स्वास्थ्य, पीएचई, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, सर्व शिक्षा अभियान के संभागीय और सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
० ट्राई के नियमों के विरोध में प्रदेश के केबल ऑपरेटर आज करेंगे ब्लेकआउट
रायपुर, 01 फरवरी । ट्राई (टेलिकॉम रेग्यूलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया) द्वारा आज से केबल टीवी की दरों में बदलाव के चलते केबल टीवी का मनोरंजन महंगा हो गया है। टीवी में चलने वाले चैनल्स को देखने के लिए अब उपभोक्ताओं को चैनलवार अलग-अलग भुगतान करना होगा। केबल फेडरेशन ऑफ इंडिया छत्तीसगढ़ इकाई के प्रांताध्यक्ष सुबोध कटियार ने जानकारी देते हुए बताया कि अब उपभोक्ताओं को न्यूनतम 130 रुपए भुगतान प्रतिमाह करना होगा। सभी भाषाओं के चैनल देखने के लिए 700 -800 रुपए का भुगतान करना होगा। अब तक चैनल ऑपरेटर उपभोक्ताओं को 100 से 300 रुपए की दर में प्रतिमाह मनोरंजन उपलब्ध करा रहे थे। आज से यह संभव नहीं होगा।
केबल ऑपरेटरों पर ट्राई के बदलाव के चलते ही आर्थिक प्रभाव निश्चित तौर पर पड़ेगा। कटियार ने बताया कि देश में डेढ़ करोड़ उपभोक्ता केबल मनोरंजन के ग्राहक है। वहीं छत्तीसगढ़ में ढाई से तीन लाख उपभोक्ता चैनल ऑपरेटरों की सेवा का लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि डीटीएच उपभोक्ताओं को एयर टू फ्री चैनल के तहत न्यूनतम 130 रुपए भुगतान ट्राई के नियमों के तहत निर्धारित किया गया है। ट्राई द्वारा केबल मनोरंजन में दर बढ़ाए जाने के कारण प्रदेश के उपभोक्ता आज ब्लेक आउट कर ट्राई द्वारा बनाए गए नियमों का विरोध करेंगे।
रायपुर, 31 जनवरी । राज्य में आ रही उत्तर की सर्द हवा से जहां पूरा प्रदेश ठिठुर रहा है तो वहीं मौसम विभाग ने आज भी कोल्ड डे घोषित कर दिया है। वहीं मौसम विभाग ने अभी चौबीस घंटों के दौरान मौसम का मिजाज इसी तरह बने रहने की संभावना जताई है।
मौसम विभाग के नियमित रिपोर्ट की अनुसार राज्य में उत्तर की ओर से आ रही सर्द-शुष्क हवा के असर से पूरा प्रदेश इस समय कड़ाके की ठंड की चपेट में आ गया है। बीते 48 घंटे से चल रही शीतलहर के चलते राज्य के लगभग सभी प्रमुख शहरों में ठंड एक बार फिर से लौट आई है। हालांकि अब ठंड में थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद जगी है। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो दक्षिणी-अंदरुनी कनार्टका से लेकर मराठवाड़ा तक एक द्रोणिका बन गई है। यह द्रोणिका उत्तरी अंदरुनी कनार्टका के ऊपर से 0.9 किमी की ऊंचाई से गुजर रही है। इस द्रोणिका के असर से एक बार फिर से नमीयुक्त हवा आनी शुरू हो गई है। वातावरण में यदि नमी की अधिकता होगी तो निश्चित रूप से तापमान में फिर से वृद्धि होगी और ठंड से राहत मिलेगी। अभी हवा में नमी की मात्रा काफी कम होने तथा हवा सर्द होने से तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही थी। मौसम विभाग की माने तो राज्य के उत्तरी इलाकों में खासकर अंबिकापुर और इसके आसपास के इलाकों में अभी भी शीतलहर के हालात बने हुए हैं, वहीं आने वाले चौबीस घंटों के दौरान भी उत्तरी इलाकों में ठंड कायम रहने की संभावना जताई गई है। इधर आज सुबह राजधानी रायपुर में 10.4 डिग्री न्यूनतम तापमान रिकार्ड किया गया है, जबकि गत सप्ताह न्यूनतम तापमान का आंकड़ा 18 डिग्री तक पहुंच गया था। अंबिकापुर में 6.3 डिग्री न्यूनतम तापमान रिकार्ड किया गया है। इसी तरह बिलासपुर में 9.0, पेण्ड्रारोड में 6.6 तथा वनांचल क्षेत्र जगदलपुर में 9.2 डिग्री न्यूनतम तापमान रिकार्ड किया गया है।