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एयरटेल बिजऩेस ने स्केलर के साथ साझेदारी में ‘एयरटेल सिक्योर डिजिटल इंटरनेट’ सेवा लॉन्च की
Posted Date : 16-Oct-2024 12:31:05 am

एयरटेल बिजऩेस ने स्केलर के साथ साझेदारी में ‘एयरटेल सिक्योर डिजिटल इंटरनेट’ सेवा लॉन्च की

गुरुग्राम  । भारत के प्रमुख दूरसंचार सेवा प्रदाता भारती एयरटेल की बी2बी शाखा, एयरटेल बिजऩेस ने एयरटेल सिक्योर डिजिटल इंटरनेट सेवा लॉन्च करने के लिए ग्लोबल साइबर सुरक्षा कंपनी स्केलर के साथ साझेदारी की है। यह सेवा भारत की पहली, पूरी तरह से प्रबंधित जीरो ट्रस्ट आर्किटेक्चर (जेड टी ए) आधारित साइबर सुरक्षा समाधान है, जिसे कंपनियों को अलग-अलग साइबर खतरों से बचाने के लिए बनाया गया है।
एयरटेल सिक्योर डिजिटल इंटरनेट कंपनियों की साइबर सुरक्षा को मजबूत बनाता है। यह एयरटेल की इंटरनेट लीज़ लाइन (आई एल एल) कनेक्टिविटी को स्केलर की क्लाउड सिक्यूरिटी और सिक्यूरिटी सर्विस एस एस ई तकनीक के साथ जोड़ता है। इसमें एस एस एल निरीक्षण, क्लाउड फ़ायरवॉल, और क्लाउड ऐप्स जैसी आधुनिक सुरक्षा सुविधाएं तक शामिल हैँ। सदैव यूजर, डिवाइस और नेटवर्क की पुष्टि करण के पश्चात् ही भरोसा करें के सिद्धांत पर आधारित यह सेवा भारतीय कंपनियों को एक आसान और किफायती समाधान देकर डिजिटल दुनिया की चुनौतियों से निपटने में मदद करेगी। 
एयरटेल बिजऩेस के सीईओ शरत सिन्हा ने कहा,  हम एयरटेल सिक्योर डिजिटल इंटरनेट लॉन्च करने के लिए स्केलर के साथ साझेदारी करके बेहद उत्साहित हैं। यह एक ऐसा समाधान है जो एंटरप्राइज़ नेटवर्क को पूरी तरह सुरक्षित बनाएगा। यह सुनिश्चित करेगा कि हर इंटरनेट इस्तेमाल को पूरी तरह से सत्यापित और प्रमाणित किया जाए, जिससे सुरक्षा की एक मजबूत दीवार बनेगी जो कंपनियों को नए साइबर खतरों से बचाएगी। स्केलर के साथ मिलकर, हम पूरे भारत में बिजऩेस के लिए एक सुरक्षित और आसान सेवा देंगे, जिससे वे डिजिटल दुनिया की जटिलताओं का आत्मविश्वास से सामना कर सकें।
ज़ेडस्केलर के भारत और सार्क क्षेत्र के वाइस प्रेसिडेंट अनंत नाग ने कहा,  हम एयरटेल बिजऩेस के साथ अपनी साझेदारी को और बढ़ाने के लिए उत्साहित हैं ताकि हम अपने ग्राहकों की साइबर सुरक्षा की बढ़ती ज़रूरतों को पूरा कर सकें। आजकल साइबर सुरक्षा हर बिजऩेस के लिए सबसे जरूरी प्राथमिकता बन गई है, और कंपनियां अपने संगठनों को सुरक्षित रखने के लिए जीरो ट्रस्ट समाधान पर ज्यादा ध्यान दे रही हैं। यह संयुक्त समाधान मार्केट की जरूरतों के आधार पर तैयार किया गया है, और हम एयरटेल के साथ मिलकर अपने ग्राहकों की क्लाउड सुरक्षा में मदद करने के लिए तैयार हैं।

 

सेंसेक्स ने 195 और निफ्टी ने 59 अंकों की बढ़त के साथ शुरू किया कारोबार, बड़ी बढ़त के साथ खुले ये शेयर
Posted Date : 14-Oct-2024 11:23:08 pm

सेंसेक्स ने 195 और निफ्टी ने 59 अंकों की बढ़त के साथ शुरू किया कारोबार, बड़ी बढ़त के साथ खुले ये शेयर

मुंबई  । सोमवार को हफ्ते के पहले दिन भारतीय शेयर बाजार हरे निशान में खुले। बीएसई सेंसेक्स 195.57 अंकों की बढ़त के साथ 81,576.93 अंकों पर खुला और निफ्टी 50 भी 59.20 अंकों की बढ़त के साथ 25,023.45 अंकों पर खुला। बताते चलें कि पिछले हफ्ते शुक्रवार को शेयर बाजार लाल निशान में बंद हुए थे। शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स 230.05 अंकों की गिरावट के साथ 81,381.36 अंकों पर और निफ्टी 34.20 अंकों की गिरावट के साथ 24,964.25 अंकों पर बंद हुआ था।
सेंसेक्स की 30 में से 20 कंपनियों ने हरे निशान में शुरू किया कारोबार 
आज कारोबार शुरू होने पर सेंसेक्स की 30 में से 20 कंपनियों के शेयर हरे निशान में और 10 कंपनियों के शेयर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। इसी तरह, निफ्टी 50 की 50 में से 39 कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ और 10 कंपनियों के शेयर नुकसान के साथ कारोबार कर रहे थे जबकि 1 कंपनी का शेयर बिना किसी बदलाव के साथ कारोबार कर रहा था।
बड़ी बढ़त के साथ खुले इन कंपनियों के शेयर
सेंसेक्स की कंपनियों में शामिल जेएसडब्लू स्टील ने आज सबसे ज्यादा 1.93 प्रतिशत की बढ़त के साथ कारोबार शुरू किया। इसके अलावा, लार्सन एंड टुब्रो ने 1.51 प्रतिशत, टाटा स्टील ने 1.43 प्रतिशत, इंफोसिस ने 0.84 प्रतिशत, टेक महिंद्रा ने 0.82 प्रतिशत, एचडीएफसी बैंक ने 0.78 प्रतिशत, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 0.61 प्रतिशत की बढ़त के साथ कारोबार शुरू किया। इनके साथ ही एचसीएल टेक, अडाणी पोर्ट्स, कोटक महिंद्रा बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, एनटीपीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी, सीटीएस, इंडसइंड बैंक, टाटा मोटर्स, मारुति सुजुकी, एशियन पेंट्स और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर भी हरे निशान में खुले।
इन शेयरों ने लाल निशान में शुरू किया कारोबार
वहीं दूसरी ओर, आज महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर सबसे ज्यादा 0.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ खुले। अल्ट्राटेक सीमेंट 0.28 प्रतिशत, भारती एयरटेल 0.23 प्रतिशत, सनफार्मा 0.16 प्रतिशत, पावरग्रिड 0.15 प्रतिशत, एक्सिस बैंक 0.14 प्रतिशत, नेस्ले इंडिया 0.14 प्रतिशत, बजाज फाइनेंस 0.10 प्रतिशत, बजाज फिनसर्व 0.09 प्रतिशत और टाइटन के शेयर 0.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ खुले।

 

केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए दिवाली बोनस का ऐलान, 30 दिनों के पारिश्रमिक के बराबर मिलेगा बोनस
Posted Date : 14-Oct-2024 11:22:47 pm

केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए दिवाली बोनस का ऐलान, 30 दिनों के पारिश्रमिक के बराबर मिलेगा बोनस

नई दिल्ली  । केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। सरकार ने अपने कर्मचारियों के लिए दिवाली बोनस का ऐलान कर दिया है। आपको बता दें कि वित्त मंत्रालय के डिपार्टमेंट ऑफ एक्सपेङ्क्षडचर ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए नॉन प्रोडक्टिविटी लिंक्ड बोनस देने का ऐलान किया है। इसके तहत केंद्रीय कर्मचारियों के 30 दिनों के पारिश्रमिक के बराबर यह बोनस  मिलेगा। आदेश में कहा गया है कि पात्र कर्मचारियों में समूह ‘सी’ और समूह ‘बी’ के गैर-राजपत्रित कर्मचारी शामिल हैं, जो किसी भी उत्पादकता से जुड़े बोनस योजना का हिस्सा नहीं हैं। बोनस की गणना के लिए उपयोग किए जाने वाले अधिकतम मासिक वेतन 7,000 रुपये निर्धारित की गई है। 
इनको भी मिलेगा बोनस का लाभ 
यह बोनस केंद्रीय अर्धसैनिक बलों और सशस्त्र बलों के कर्मियों के साथ-साथ केंद्र सरकार के वेतन ढांचे का पालन करने वाले केंद्र शासित प्रदेशों के कर्मचारियों पर भी लागू होगा। बोनस के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए, कर्मचारियों को 31 मार्च, 2024 तक सेवा में होना चाहिए और वर्ष के दौरान कम से कम छह महीने की निरंतर सेवा पूरी करनी चाहिए। जिन कर्मचारियों ने पूरे एक साल से कम समय तक सेवा की है, उन्हें काम किए गए महीनों की संख्या के आधार पर आनुपातिक बोनस मिलेगा।
कैसे होती है बोनस राशि की गणना 
बोनस राशि की गणना औसत परिलब्धियों को 30.4 से विभाजित करके, फिर उसे 30 दिनों से गुणा करके की जाएगी। उदाहरण के लिए, यदि किसी कर्मचारी का मासिक वेतन 7,000 रुपये है, तो उनका बोनस लगभग 6,908 रुपये होगा। लगातार तीन वर्षों तक एक वर्ष में कम से कम 240 दिन काम करने वाले आकस्मिक मजदूर भी इस बोनस के लिए पात्र होंगे, जिसकी गणना 1,200 रुपये प्रति माह के आधार पर की जाएगी।

 

टीवीएस मोटर ने ईकोफाई के साथ की डील, भारत में इलेक्ट्रिक 3-व्हीलर्स के लिए ऑफर करेंगे लोन
Posted Date : 14-Oct-2024 11:22:07 pm

टीवीएस मोटर ने ईकोफाई के साथ की डील, भारत में इलेक्ट्रिक 3-व्हीलर्स के लिए ऑफर करेंगे लोन

मुंबई  । गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी इकोफाई ने तिपहिया वाहनों के लिए कर्ज उपलब्ध कराने के लिए टीवीएस मोटर के साथ साझेदारी की घोषणा की है। दोनों कंपनियों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि इस रणनीतिक सहयोग का उद्देश्य देश में इलेक्ट्रिक तिपहिया वाहन को अपनाने में तेजी लाना और पर्यावरण अनुकूल परिवहन को बढ़ावा देना है। एवरसोर्स कैपिटल समर्थित इकोफाई हरित क्षेत्र के लिए वित्त पोषण उपलब्ध करने वाली गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) है।
क्लीन एनर्जी को बढ़ावा
टीवीएस मोटर कंपनी दोपहिया और तिपहिया वाहन बनाने वाली देश की प्रमुख कंपनी है। इस बारे में इकोफाई के सह-संस्थापक, प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) राजश्री नाम्बियार ने बयान में कहा, टीवीएस मोटर कंपनी के साथ यह साझेदारी स्वच्छ ऊर्जा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप है। टीवीएस मोटर के मजबूत वितरण और नेटवर्क के साथ हम यात्री और कार्गो इलेक्ट्रिक तिपहिया वाहनों दोनों के लिए व्यापक वित्त पोषण समाधान पेश कर सकेंगे।’’
मजबूत ग्रोथ की उम्मीद
उन्होंने कहा कि हमें चालू वित्त वर्ष में मजबूत वृद्धि की उम्मीद है, जो हमारी विस्तार यात्रा में एक मील का पत्थर होगा। टीवीएस मोटर कंपनी के वाणिज्यिक वाहन के कारोबार प्रमुख रजत गुप्ता ने कहा, इकोफाई के साथ सहयोग करने से हमें अपनी विनिर्माण विशेषज्ञता को उनकी अभिनव वित्तीय सेवाओं के साथ जोडऩे का मौका मिलेगा। यह पर्यावरण अनुकूल परिवहन समाधान प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप है।

 

भारतीय टेक सेक्टर में जुलाई-सितंबर में हुए 76.1 करोड़ डॉलर के 83 सौदे
Posted Date : 13-Oct-2024 9:17:08 pm

भारतीय टेक सेक्टर में जुलाई-सितंबर में हुए 76.1 करोड़ डॉलर के 83 सौदे

नई दिल्ली  । भारतीय टेक सेक्टर में इस साल की तीसरी तिमाही में 76.1 करोड़ डॉलर मूल्य के 83 सौदे हुए, जो 2023 की दूसरी तिमाही के बाद से सबसे अधिक संख्या है। आई एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
ग्रांट थॉर्नटन भारत के डीलट्रैकर के अनुसार, दूसरी तिमाही की तुलना में सौदों की संख्या पांच प्रतिशत और मूल्य 31 प्रतिशत बढ़ा। इस दौरान 79 विलय-अधिग्रहण और निजी इक्विटी (पीई) के सौदे हुए जिनकी कुल कीमत 63.5 करोड़ डॉलर रही है।डील एक्टिविटी बड़े पैमाने पर अधिग्रहण की बजाय अधिक रणनीतिक निवेश की ओर बदलाव को दर्शाती है। हालांकि, इस तिमाही में दो करोड़ डॉलर से अधिक मूल्य के 12 सौदे हुए।
सौदों में पीई का बोलबाला रहा। कुल सौदों में मूल्य के आधार पर 82 प्रतिशत योगदान पीई सौदों का रहा, जिसमें 10 करोड़ डॉलर से अधिक के तीन बड़े सौदे शामिल हैं, जिनका योगदान 35.8 करोड़ डॉलर था।
भारत में पिछले वर्ष की तीसरी तिमाही की तुलना में संख्या के लिहाज से इस वर्ष 58 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, लेकिन मूल्य के हिसाब से 53 प्रतिशत गिरावट आई।
जुलाई-सितंबर तिमाही में कुल 5.9 करोड़ डॉलर मूल्य के दो आईपीओ हुए, जो पिछली तिमाही से बेहतर रहे। 6.7 करोड़ डॉलर मूल्य के दो सौदों के साथ क्यूआईपी गतिविधि स्थिर रही।
साल 2024 की पहली तिमाही में गिरावट के बाद विलय और अधिग्रहण गतिविधियों में उछाल आया, जो 2023 की दूसरी तिमाही के बाद से सबसे अधिक सौदों की संख्या को दर्शाता है। साल 2024 की तीसरी तिमाही में सौदों की संख्या 44 प्रतिशत बढक़र 26 हो गई, जो पिछली तिमाही में 18 थी।
सौदों का मूल्य 205 प्रतिशत बढक़र 11.6 करोड़ डॉलर हो गया, जो दूसरी तिमाही में 3.8 करोड़ डॉलर था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2023 की तीसरी तिमाही की तुलना में, मात्रा में 53 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि बड़े सौदों की अनुपस्थिति के कारण मूल्यों में 89 प्रतिशत की कमी आई।
रिपोर्ट में कहा गया है, घरेलू विलय एवं अधिग्रहण गतिविधि 2022 की पहली तिमाही के बाद से अपने उच्चतम तिमाही स्तर पर पहुंच गई है, जो इस क्षेत्र में मजबूत गतिविधि को दर्शाता है। आउटबाउंड गतिविधि तीन वर्षों के उच्चतम तिमाही वॉल्यूम पर पहुंच गई है, जिसमें आउटबाउंड सौदे कुल सौदों का 62 प्रतिशत हैं।

 

सूडान से आयात घटने और घरेलू डिमांड बढऩे से मगज तरबूज में उछाल
Posted Date : 13-Oct-2024 9:16:38 pm

सूडान से आयात घटने और घरेलू डिमांड बढऩे से मगज तरबूज में उछाल

जयपुर  । हाजिर माल की कमी तथा चौतरफा डिमांड के चलते मगज तरबूज (तरबूज के बीज) की कीमतों में इन दिनों जोरदार तेजी देखने को मिल रही है। जयपुर मंडी में एक माह के अंतराल में ही मगज तरबूज 100 रुपए उछलकर वर्तमान में 525 रुपए प्रति किलो के आसपास थोक में बिकने लग गया है। 
दीनानाथ की गली स्थित फर्म मालीराम दिनेश कुमार के मुकेश अग्रवाल ने बताया कि चालू वित्त वर्ष के शुरू से ही अफ्रीकी देश सूडान से भारत में मगज तरबूज का आयात नहीं के बराबर हो रहा है, जबकि घरेलू स्तर पर इसका स्टॉक भी कम मात्रा में बचा हुआ है। 
अग्रवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश एवं राजस्थान जैसे महत्वपूर्ण उत्पादक राज्यों में मगज तरबूज का बिजाई क्षेत्र एवं उत्पादकता घटती जा रही है। हाईब्रिड किस्म की खेती अधिक होने लगी है, जिसमें बीज कम होते हैं। 
ध्यान रहे 31 मार्च 2024 तक सूडान सहित कुछ अन्य देशों से भारी मात्रा में तरबूज बीज का आयात होने से घरेलू स्तर पर इसकी आपूर्ति एवं उपलब्धता बढ़ गई थी तथा कीमतों में भी नरमी आ गई थी। इसके भाव घटकर 400 रुपए प्रति किलो के आसपास आ गए थे। मगर अब फिर से डिमांड निकलने से इसकी कीमतें उछलने लगी हैं। 
जहां तक देशी मगज तरबूज का सवाल है, पिछले साल इसका भाव 800 रुपए प्रति किलो की ऊंचाई पर पहुंच गया था। चूंकि इन दिनों सूडान से माल नहीं आ रहा है, लिहाजा स्टॉकिस्ट मगज तरबूज की भारी खरीदारी करने में व्यस्त हैं। 
जानकारों के अनुसार तेजी का एक और कारण ये भी है कि इन दिनों काजू टुकड़ी के भाव 800 रुपए प्रति किलो के पार निकल गए हैं। इसलिए ग्रेवी एवं काजू कतली बनाने वालों की डिमांड भी मगज तरबूज में निकल गई है। ग्रेवी बनाने के लिए रेस्टोरेंट वालों की लिवाली मगज तरबूज में लगातार बनी हुई है। लिहाजा उक्त सभी कारणों को देखते हुए ये कहा जा सकता है कि शीघ्र ही मगज तरबूज के भाव 650 रुपए प्रति किलो बन सकते हैं।