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एसबीआई ने अपने ग्राहकों को दिया नए साल का तोहफा, एफडी पर ब्याज दरों में की बढ़ोतरी
Posted Date : 29-Dec-2023 3:56:11 am

एसबीआई ने अपने ग्राहकों को दिया नए साल का तोहफा, एफडी पर ब्याज दरों में की बढ़ोतरी

नई दिल्ली । भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने तत्काल प्रभाव से कुछ सावधि जमा (एफडी) पर ब्याज दरें 0.5 प्रतिशत तक बढ़ा दी हैं। बैंक ने सात दिन से 45 दिन के बीच मैच्योर होने वाली जमा पर ब्याज दर तीन फीसदी से बढ़ाकर 3.50 फीसदी कर दी है जबकि 46 दिन से 179 दिन की अवधि के लिए 4.50 फीसदी से बढ़ाकर 4.75 फीसदी कर दी है।
बैंक ने 180 दिन से 210 दिन की अवधि पर ब्याज दर 5.25 फीसदी से बढ़ाकर 5.75 फीसदी कर दी है। 211 दिन से लेकर एक साल से कम अवधि की मैच्योरिटी वाली एफडी पर ब्याज दर 5.75 फीसदी से बढ़ाकर छह फीसदी कर दी गई है। तीन साल से पांच साल के बीच मैच्योर होने वाली जमा पर ब्याज दर 6.50 फीसदी से बढ़ाकर 6.75 फीसदी कर दी गई है। अन्य अवधियों के लिए दरों को अपरिवर्तित रखा गया है।
अमृत कलश विशिष्ट अवधि योजना के मामले में ‘400 दिन’ की जमा पर ब्याज दर पर 7.10 प्रतिशत होगी जो 12 अप्रैल 2023 से लागू होगी। इसमें वरिष्ठ नागरिक 7.60 प्रतिशत की ब्याज दर के लिए पात्र हैं। यह योजना 31 मार्च 2024 तक वैध रहेगी।

 

एयर इंडिया का ऐलान, यात्री बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के रि-शिड्यूल या कैंसिल कर सकेंगे टिकट
Posted Date : 29-Dec-2023 3:55:55 am

एयर इंडिया का ऐलान, यात्री बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के रि-शिड्यूल या कैंसिल कर सकेंगे टिकट

नई दिल्ली । एयर इंडिया ने ऐलान किया कि सर्दियों के मौसम के दौरान दिल्ली हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाले यात्रियों को बिना किसी अतिरिक्त लागत के अपनी बुकिंग को रि-शिड्यूल या कैंसिल करने की अनुमति दी जाएगी। यह इजाजत उस स्थिति में दी जाएगी, जब फ्लाइट के कोहरे के प्रभाव से देरी से उड़ान भरने की संभावना होगी।
अधिकारियों के मुताबिक, यह पिछली सर्दियों में शुरू की गई फॉगकेयर पहल का हिस्सा है। एयर इंडिया प्रभावित यात्रियों को सहायता प्रदान करेगी और उन्हें बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के अपने टिकट को रि-शिड्यूल या कैंसिल करने के आसान विकल्प प्रदान करेगी। एयर इंडिया के मुख्य ग्राहक अनुभव अधिकारी राजेश डोगरा ने कहा, फॉगकेयर पहल असुविधा कम करने का ईमानदार प्रयास है, जिनकी उड़ानें कोहरे से प्रभावित होने की संभावना है। यह नेटवर्क शिड्यूल अखंडता बनाए रखने में भी मदद करेगा।
दिल्ली में बुधवार को बहुत घना कोहरा छाया रहा, जिससे शहर में विजिबिलिटी घटकर 50 मीटर से भी कम हो गई। घने कोहरे के कारण 40 से अधिक उड़ानों में देरी हुई है। इसमें आठ अंतरराष्ट्रीय प्रस्थान, चार अंतरराष्ट्रीय आगमन, 22 घरेलू प्रस्थान और पांच घरेलू आगमन में व्यवधान शामिल हैं।

 

अगले वित्त वर्ष में होगा जीएसटी की दरों में बदलाव, अंतरिम बजट में मिल सकता है साफ-साफ इशारा
Posted Date : 28-Dec-2023 3:46:24 am

अगले वित्त वर्ष में होगा जीएसटी की दरों में बदलाव, अंतरिम बजट में मिल सकता है साफ-साफ इशारा

नईदिल्ली। माल एवं सेवा कर यानी जीएसटी की दरों में बदलाव का सालों से इंतजार कर रहे लोगों को जल्दी ही खुशखबरी मिल सकती है. ऐसा कहा जा रहा है कि अगले साल जीएसटी की दरों को रैशनल बनाने का काम किया जा सकता है और सरकार आगामी अंतरिम बजट में इस बारे में साफ-साफ संकेत दे सकती है.
अब हर साल फरवरी महीने की शुरुआत में बजट पेश होता है. इस बार फरवरी में अंतरिम बजट पेश होने वाला है, क्योंकि मई में लोकसभा के चुनाव हो सकते हैं. आसन्न लोकसभा चुनाव के चलते इस बार के बजट पर भी असर दिख सकता है. ऐसे में बजट में नीतिगत मोर्चे पर बहुत ज्यादा बदलाव की उम्मीद कम ही है. चुनाव के बाद केंद्र में आने वाली नई सरकार पूर्ण बजट लेकर आएगी.
जीएसटी की दरों को रैशनल बनाने की मांग लंबे समय से उठती आई है. विभिन्न स्टेकहोल्डर इस बात की वकालत करते रहे हैं कि जीएसटी के स्लैब कम किए जाने चाहिए. इस दिशा में मंत्रियों के एक समूह ने जून 2022 में अंतरिम रिपोर्ट सौंप दी थी, जिसमें जीएसटी की व्यवस्था को रैशनल बनाने के लिए कई बदलावों की सिफारिश की गई है. सुझाई गई सिफारिशों में कुछ वस्तुओं व सेवाओं पर टैक्स की दरों में बदलाव करना भी शामिल है.
सरकार ने इस साल नवंबर में जीएसटी रेट रैशनलाइजेशन पर मंत्रियों के समूह का पुनर्गठन किया है. इस जीओएम में उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्न को कंवेनर बनाया गया है, जबकि कर्नाटक के राजस्व मंत्री केबी गौड़ा जीओएम के सदस्य हैं. जीओएम के अन्य सदस्यों में गोवा के परिवहन मंत्री माउविन गोदिन्हा, बिहार के वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी, पश्चिम बंगाल की वित मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य और केरल के वित्त मंत्री केएन बालागोपाल शामिल हैं.
अभी जीएसटी के पांच स्लैब हैं, जिनकी दरें जीरो, 5 पर्सेंट, 12 पर्सेंट, 18 पर्सेंट और 28 पर्सेंट हैं. उनके ऊपर कई मामलों में सेस का प्रावधान ऐसी मांग उठती रही है कि जीएसटी के स्लैब की संख्या घटाकर 3 या 4 की जानी चाहिए. रिपोर्ट के अनुसार, जीएसटी रेट रैशनलाइजेशन पर बने जीओएम की फिलहाल कोई बैठक शेड्यूल्ड नहीं है. ऐसे में यही उम्मीद की जा रही है कि सरकार अंतरिम बजट में संकेत दे सकती है और अगले वित्त वर्ष में इस दिशा में काम हो सकता है.

 

अडाणी ग्रीन ने टोटलएनर्जीज के साथ संयुक्त उद्यम बनाया, 30 करोड़ अमेरिकी डॉलर जुटाए
Posted Date : 28-Dec-2023 3:46:08 am

अडाणी ग्रीन ने टोटलएनर्जीज के साथ संयुक्त उद्यम बनाया, 30 करोड़ अमेरिकी डॉलर जुटाए

नई दिल्ली। अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने बुधवार को टोटलएनर्जीज के साथ 1,050 मेगावाट के संयुक्त उद्यम (जेवी) के पूरा होने की घोषणा की।
संयुक्त उद्यम के हिस्से के रूप में टोटलएनर्जीज़ ने परियोजनाओं में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए एजीईएल की सहायक कंपनी में 30 करोड़ डॉलर का निवेश किया।
दोनों कंपनियों के बीच सितंबर 2023 में संयुक्त उद्यम के बारे में पक्का समझौता हुआ था।
संयुक्त उद्यम में 1,050 मेगावाट का पोर्टफोलियो है, जिसमें भारत में सौर और पवन ऊर्जा दोनों परियोजनाओं का मिश्रण है। इसमें पहले से चालू (300 मेगावाट), निर्माणाधीन (500 मेगावाट) और विकासाधीन परिसंपत्तियों (250 मेगावाट) का मिश्रण है।
इस संयुक्त उपक्रम के गठन के साथ टोटलएनर्जीज़ ने एजीईएल के साथ अपने रणनीतिक गठबंधन को मजबूत किया है और 2030 तक एजीईएल के 45 गीगावॉट क्षमता के लक्ष्य को सक्षम करने में सहायता की है।
एजीईएल भारत का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा समाधान भागीदार है, जो स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन को सक्षम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कंपनी यूटिलिटी-स्केल ग्रिड से जुड़े सौर, पवन और हाइब्रिड नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्रों का विकास, स्वामित्व और संचालन करती है।
देश के 12 राज्यों में फैले 8.4 गीगावॉट के ऑपरेटिंग नवीकरणीय पोर्टफोलियो के साथ, एजीईएल वर्तमान में भारत में सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा डेवलपर है, जो कुल 4.1 करोड़ टन से अधिक सीओ2 उत्सर्जन की भरपाई करता है। एजीईएल भारत के डीकार्बोनाइजेशन लक्ष्यों के अनुरूप 2030 तक 45 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता प्राप्त करने के अपने लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध है।
कंपनी ऊर्जा की स्तरीय लागत (एलसीओई) को कम करने और सस्ती स्वच्छ ऊर्जा को व्यापक रूप से अपनाने की सुविधा के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने पर ध्यान केंद्रित करती है। एजीईएल के ऑपरेटिंग पोर्टफोलियो को 200 मेगावाट से अधिक क्षमता वाले संयंत्रों के लिए जल सकारात्मक, एकल-उपयोग प्लास्टिक-मुक्त, और शून्य अपशिष्ट-से-लैंडफिल के रूप में प्रमाणित किया गया है, जो सतत विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

 

माइक्रोसॉफ्ट ने एंड्रॉइड के लिए नया एआई-पावर्ड कोपायलट ऐप किया लॉन्च
Posted Date : 28-Dec-2023 3:45:51 am

माइक्रोसॉफ्ट ने एंड्रॉइड के लिए नया एआई-पावर्ड कोपायलट ऐप किया लॉन्च

नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट ने चुपचाप गूगल प्ले स्टोर में एक नया डेडिकेटेड कोपायलट ऐप लॉन्च किया है, जो यूजर्स को बिंग मोबाइल ऐप के बिना ही अपने एआई-पावर्ड कोपायलट तक एक्सेस प्रदान करता है।
रिपोर्ट के अनुसार, नया एआई-पावर्ड असिस्टेंट अब एंड्रॉइड यूजर्स के लिए उपलब्ध है, लेकिन आईओएस वर्जन अभी तक नहीं आया है।
एंड्रॉइड पर कोपायलट ऐप चैटजीपीटी के समान है, जिसमें चैटबॉट क्षमताओं तक पहुंच, डीएएलएल-ई 3 के माध्यम से इमेज जनरेशन और ईमेल और डॉक्यूमेंट्स के लिए टेक्स्ट ड्राफ्ट करने की क्षमता है।
इसमें ओपनएआई के लेटेस्ट जीपीटी-4 मॉडल तक मुफ्त एक्सेस भी शामिल है।
रिपोर्ट में कहा गया है, इसके अलावा, आप एंड्रॉइड, स्विफ्टकी, स्काइप और अन्य के लिए माइक्रोसॉफ्ट एज ब्राउजर में कोपायलट का उपयोग कर सकते हैं।
ऐप विवरण के अनुसार, कोपायलट-अपने एआई-पावर्ड चैट असिस्टेंट के साथ अपनी प्रोडक्टिविटी में सुधार करें। कोपायलट लेटेस्ट ओपनएआई मॉडल, जीपीटी-4 और डीएएलएल•ई 3 द्वारा संचालित माइक्रोसॉफ्ट का एक अग्रणी चैट असिस्टेंट है।
माइक्रोसॉफ्ट ने कहा, ये एडवांस एआई टेक्नोलॉजी फास्ट, कॉम्प्लेक्स और सटीक रिस्पांस प्रदान करती हैं, साथ ही सिंपल टेस्क्ट डिस्क्रिप्शन से शानदार विजुअल्स बनाने की क्षमता भी प्रदान करती हैं। एक ही स्थान पर मुफ़्त में चैट करें और क्रिएट करें।
माइक्रोसॉफ्ट ने हाल ही में बिंग चैट को कोपायलट में रीब्रांड किया है। टेक जायंट ने अपनी क्षमताओं को अपने एआई-बेस्ड चैटबॉट कोपायलट में लाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई)-बेस्ड म्यूजिक क्रिएशन में लीडर सुनो के साथ भी साझेदारी की है।
इस महीने की शुरुआत में, कंपनी ने कई नए फीचर्स की घोषणा की, जिन्हें जल्द ही इसकी कोपायलट सर्विस में जोड़ा जाएगा, जिसमें ओपनएआई के लेटेस्ट मॉडल भी शामिल हैं।

 

दिसंबर में एफडीआई फ्लो 21 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंचा
Posted Date : 27-Dec-2023 4:09:48 am

दिसंबर में एफडीआई फ्लो 21 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंचा

मुंबई। आरबीआई द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, भारत में आने वाला एफडीआई अक्टूबर में 21 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, जो अर्थव्यवस्था की मजबूत होती बुनियाद को दर्शाता है। आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर में भारत में शुद्ध एफडीआई सितंबर के 1.55 अरब डॉलर से बढक़र 5.9 अरब डॉलर रहा। यह लगातार तीसरा महीना है जब शुद्ध एफडीआई में बढ़ोतरी देखी गई है।
इक्विटी में पूरे एफडीआई फ्लो का लगभग चार से पांचवां हिस्सा विनिर्माण, खुदरा, ऊर्जा और वित्तीय सेवा क्षेत्र में निवेश किया गया। मॉरीशस, सिंगापुर, साइप्रस और जापान प्रमुख देश थे जहां से देश में एफडीआई का फ्लो हुआ।
हालांकि, चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्टूबर अवधि के आंकड़ों से पता चलता है कि शुद्ध एफडीआई फ्लो पिछले वर्ष की समान अवधि के 20.8 बिलियन डॉलर से घटकर 10.4 बिलियन डॉलर रह गया।
इस महीने जारी संयुक्त राष्ट्र ईएससीएपी आंकड़ों के अनुसार, दुनिया भर में मंदी के बीच भारत लगातार दूसरे वर्ष 2023 में सबसे अधिक एफडीआई प्राप्त करने वाला देश बना हुआ है।
एक्सटर्नल कमर्शियल बौरोइंग (ईसीबी) और नॉन-रेसिटेंट डिपोजिट अकाउंट्स के तहत शुद्ध प्रवाह पिछले वर्ष की तुलना में काफी अधिक है और बाहरी एफडीआई प्रतिबद्धताओं में भी गिरावट आई है, जिससे विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि हुई है।
आरबीआई द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार पांचवें सप्ताह बढक़र 15 दिसंबर तक 20 महीने के उच्चतम स्तर 615.97 बिलियन डॉलर पहुंच गया।
विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि से आरबीआई को रुपए को स्थिर करने में मदद मिलती है। आरबीआई रुपए को दबाव में आने से रोकने के लिए अधिक डॉलर जारी कर हाजिर और वायदा मुद्रा बाजारों में हस्तक्षेप करता है।
देश की विदेशी मुद्रा भंडार में किसी भी तेज गिरावट से आरबीआई के पास रुपए को स्थिर करने के लिए बाजार में हस्तक्षेप करने की गुंजाइश कम हो जाती है।