नई दिल्ली । पहले अग्रिम अनुमानों के मुताबिक भारत का कुल खरीफ खाद्यान्न उत्पादन वित्त वर्ष 2024-25 में रिकॉर्ड 1,647.05 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) रह सकता है। यह पिछले वर्ष के आंकड़े से 89.37 एलएमटी और खरीफ खाद्यान्न के औसत उत्पादन से 124.59 एलएमटी अधिक है। यह जानकारी कृषि मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी किए गए आंकड़ों से मिली।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि चावल, ज्वार और मक्का के अच्छे उत्पादन के कारण खाद्यान्न उत्पादन में रिकॉर्ड वृद्धि देखी गई है।
2024-25 के दौरान खरीफ चावल का कुल उत्पादन 1,199.34 एलएमटी होने का अनुमान है जो पिछले वर्ष के खरीफ चावल उत्पादन से 66.75 एलएमटी अधिक है और औसत खरीफ चावल उत्पादन से 114.83 एलएमटी अधिक है।
खरीफ मक्के का उत्पादन 245.41 एलएमटी और खरीफ पोषक या मोटे अनाज का उत्पादन 378.18 एलएमटी होने का अनुमान है।
2024-25 के दौरान कुल खरीफ दलहन उत्पादन 69.54 एलएमटी होने का अनुमान है, जबकि 2024-25 के दौरान देश में कुल खरीफ तिलहन उत्पादन 257.45 एलएमटी होने का अनुमान है जो पिछले वर्ष की तुलना में 15.83 एलएमटी अधिक है।
2024-25 के लिए खरीफ मूंगफली का उत्पादन 103.60 एलएमटी और सोयाबीन का उत्पादन 133.60 एलएमटी होने का अनुमान है।
2024-25 के दौरान देश में गन्ने का उत्पादन 4,399.30 लाख टन और कपास का उत्पादन 299.26 लाख गांठ (प्रत्येक गांठ का वजन 170 किलोग्राम) होने का अनुमान है। जूट और मेस्टा का उत्पादन 84.56 लाख गांठ (प्रत्येक गांठ का वजन 180 किलोग्राम) होने का अनुमान है।
कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने कहा कि ये अनुमान मुख्य रूप से राज्यों से प्राप्त जानकारी के आधार पर तैयार किए गए हैं। राज्यों से प्राप्त फसल क्षेत्र को रिमोट सेंसिंग, साप्ताहिक फसल मौसम निगरानी समूह और अन्य एजेंसियों से प्राप्त जानकारी के साथ मान्य किया गया है।
सैन फ्रांसिस्को । दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बनने के मामले में ग्राफिक्स चिप निर्माता एनवीडिया ने मार्केट वैल्यू के आधार पर एप्पल को पीछे छोड़ दिया है। एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के इस दौर में एनवीडिया का बाजार मूल्य 3.43 ट्रिलियन डॉलर हो गया है, जो एप्पल के 3.38 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा है।
एनवीडिया के सीईओ जेन्सन हुआंग के नेतृत्व में कंपनी ने पहली बार जून में एप्पल को पछाड़ा था, लेकिन तब यह केवल एक दिन के लिए था। मंगलवार को कंपनी के शेयरों में 2.9 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई, जिससे इसका मार्केट कैप 3.43 ट्रिलियन डॉलर हो गया। अब एनवीडिया एसएंडपी 500 इंडेक्स का 7 प्रतिशत हिस्सा है।
माइक्रोसॉफ्ट का मार्केट कैप वर्तमान में 3.06 ट्रिलियन डॉलर है। एनवीडिया ने 28 जुलाई को समाप्त दूसरी तिमाही में 30 बिलियन डॉलर की आय दर्ज की, जो पिछली तिमाही से 15 प्रतिशत और पिछले साल से 122 प्रतिशत अधिक है।
हुआंग ने बताया कि उनकी हॉपर चिप्स की मांग बनी हुई है और आगामी ब्लैकवेल चिप्स को लेकर भी काफी उत्साह है। उन्होंने कहा कि डेटा सेंटर में एआई और तेज कंप्यूटिंग तकनीक के लिए बड़े स्तर पर अपग्रेड हो रहे हैं, जिसके चलते कंपनी की कमाई रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है।
वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही के दौरान, चिप निर्माता ने शेयरधारकों को 15.4 बिलियन डॉलर वापस किए, जो शेयरों की पुनर्खरीद और नकद लाभांश के रूप में था। दूसरी तिमाही के अंत तक, कंपनी के पास शेयर पुनर्खरीद के लिए 7.5 बिलियन डॉलर बचे हैं।
हुआंग ने एसके हाइनिक्स से कहा है कि वे अपने अगली पीढ़ी के हाई-स्पीड मेमोरी चिप्स को निर्धारित समय से छह महीने पहले तैयार कर दें। ऐसा इसलिए क्योंकि एआई कंप्यूटिंग चिप्स की मांग तेजी से बढ़ रही है।
एनवीडिया के एआई एक्सेलेरेटर्स (जो एआई तकनीक को आगे बढ़ाने के लिए बहुत सारे डेटा पर काम करते हैं) की मांग काफी बढ़ गई है। इन एक्सेलेरेटर्स को सही ढंग से काम करने के लिए हाई-स्पीड मेमोरी चिप्स की जरूरत होती है।
नई दिल्ली । भारत के छोटे शहरों और कस्बों में निजी खपत और मांग बढऩे के साथ त्योहारी सीजन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के लिए शानदार रहा। एक लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार, प्रीमियमाइजेशन के बढ़ते ट्रेंड के साथ ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने महीने भर चलने वाले त्योहारी सीजन में सकल व्यापारिक मूल्य (जीएमवी) 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक दर्ज किया है।
उद्योग के आंकड़ों के अनुसार, यह देश में प्रमुख ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर पिछले साल की त्योहारी बिक्री से 20 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि है। 26 सितंबर से शुरू हुई त्योहारी बिक्री के पहले सप्ताह में अकेले 55,000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ, जो कुल बिक्री का लगभग आधा है।
ई-कॉमर्स कंसल्टेंसी डेटम इंटेलिजेंस ने इस त्योहारी सीजन में बिक्री में 23 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि का अनुमान लगाया है।
मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और फैशन कैटेगरी में तेजी आई, जबकि अन्य कैटेगरी जैसे ब्यूटी और पर्सनल केयर, होम और क्विक कॉमर्स लेड ग्रॉसरी में सामान्य रूप से बेहतर कारोबार (बीएयू) प्रदर्शन रहा।
क्विक कॉमर्स ने 2023 से बेहतर प्रदर्शन किया है। इस बार क्विक कॉमर्स ने समग्र ई-कॉमर्स वृद्धि में लगभग 8 प्रतिशत का योगदान दिया है, जो कि पिछले साल 5 प्रतिशत था।
त्योहारी सीजन के दौरान स्मार्टफोन की बिक्री सबसे ज्यादा रही, ऑनलाइन बिक्री से स्मार्टफोन की खरीद में करीब 65 फीसदी की हिस्सेदारी रही। प्रीमियम ब्रांड की मांग में उछाल आया।
टियर 2 और उससे आगे के शहरों ने अमेजन के लिए प्रीमियम स्मार्टफोन की बिक्री में 70 प्रतिशत से अधिक का योगदान दिया।
85 प्रतिशत से अधिक ग्राहक गैर-मेट्रो शहरों से आए और 50 प्रतिशत से अधिक टीवी खरीदारी टियर 2 और 3 शहरों से हुई।
अमेजन इंडिया के अनुसार, टियर 2 शहरों से बड़े उपकरणों की मांग में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिसमें ग्राहक एयर कंडीशनर और रेफ्रिजरेटर को प्राथमिकता दे रहे हैं।
ब्रांड ने भी त्योहारी मांग को देखते हुए कई महत्वाकांक्षी ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने की कोशिश कीं। परिणामस्वरूप ब्रांड टियर 2 शहरों और उससे आगे के कम पहुंच वाले ग्राहकों तक पहुंच बनाने और लाभ कमाने में कामयाब रहे।
होम और किचन अप्लायंसेज जैसी नई कैटेगरी ने क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर पकड़ बनाई, जिससे प्लेटफॉर्म को अपने औसत ऑर्डर मूल्य और लाभ को बढ़ाने में मदद मिली।
नई दिल्ली । पब्लिक सेक्टर की महारत्न कंपनियों एनटीपीसी और ओएजीसी ने ग्रीन एनर्जी क्षेत्र में काम कर रही अपनी सहयोगी कंपनियों एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एनजीईएल) और ओएनजीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (ओजीएल) के माध्यम से ज्वाइंट वेंचर बनाने का फैसला किया है। इसका उद्देश्य रिन्यूएबल और न्यू एनर्जी सेक्टर में तेजी से प्रोजेक्ट्स को आगे बढ़ाना है।
ऊर्जा मंत्रालय की ओर से कहा गया कि इंडिया एनर्जी वीक-2024 के दौरान 7 फरवरी 2024 को ज्वांइट वेंचर एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करने और दीपम एवं नीति आयोग से आवश्यक वैधानिक अनुमोदन प्राप्त करने के बाद, एनजीईएल ने कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के पास ओजीएल के साथ 50:50 की साझेदारी में एक ज्वाइंट वेंचर बनाने के लिए आवेदन दिया है।
इस ज्वाइंट वेंचर के जरिए सोलर, विंड, एनर्जी स्टोरेज, ग्रीन हाइड्रोजन, ग्रीन अमोनिया, ई-मोबिलिटी, कार्बन क्रेडिट्स और ग्रीन क्रेडिट्स में मौजूद अवसरों का लाभ उठाया जाएगा।
मंत्रालय ने आगे कहा कि ज्वाइंट वेंचर रिन्यूएबल एनर्जी एसेट्स के अधिग्रहण के अवसरों की तलाश करेगा। वहीं, तमिलनाडु और गुजरात में आगामी ऑफशोर विंड टेंडर्स में भागीदारी पर भी विचार करेगा।
एनजीईएल और ओजीएल के बीच रणनीतिक साझेदारी स्थायी ऊर्जा पहल को आगे बढ़ाने की दिशा में एक ठोस प्रयास का प्रतीक है, जो हरित भविष्य के लिए देश के महत्वाकांक्षी लक्ष्यों के साथ निकटता से जुड़ा हुआ है।
न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाइक ने हाल ही में रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र में भारतीय मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना और अन्य प्रोत्साहनों पर उद्योग प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की।
इस दौरान नाइक ने इंडस्ट्री एसोसिएशन को मंत्रालय से पूरा समर्थन मिलने का भरोसा दिया है। साथ ही कहा कि भारत को कम कार्बन अर्थव्यवस्था बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
बैठक में रिन्यूएबल एनर्जी इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों में अखिल भारतीय सौर उद्योग संघ भी शामिल था।
नई दिल्ली । करवा चौथ, धनतेरस और दीपावली के बाद अब देश में चार दिवसीय छठ की शुरुआत हो रही है। त्योहारी सीजन में बिक्री पर नजर रखने वाले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ओर से छठ पर्व पर अपेक्षित बिक्री के आंकड़े जारी किए गए हैं।
कैट के अनुसार, इस साल छठ पर पूरे देश में 12,000 करोड़ रुपये का व्यापार होगा। इसके अलावा, करीब 15 करोड़ लोग छठ पूजा से जुड़े अनुष्ठानों में भाग लेंगे।
विशेष रूप से बिहार और झारखंड के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला यह पर्व दिल्ली में हर वर्ष बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों की अच्छी-खासी आबादी है, जो कि चांदनी चौक, सदर बाजार, मॉडल टाउन, अशोक विहार, शालीमार बाग, पीतमपुरा, रानी बाग, उत्तम नगर, तिलक नगर में बसती है।
इसके अलावा, दिल्ली के कई दूसरे इलाकों में भी छठ के दौरान खरीदारी के लिए खास कर पूजा से जुड़े सामान के लिए लोग बाजारों की तरफ रुख कर रहे हैं। बिहार, झारखंड और दिल्ली के अलावा, देश के कई दूसरे राज्यों में इस पर्व की चकाचौंध देखने को मिल रही है।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि बिहार और झारखंड के अलावा छठ पूजा पूर्वी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, विदर्भ और मध्य प्रदेश में भी बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है।
कैट के महासचिव और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने छठ पर्व की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, छठ पूजा केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, जो सामाजिक एकता और समर्पण को दर्शाता है। यह व्यापार को भी बढ़ावा देता है और स्थानीय उत्पादकों को सीधा लाभ देता है, जो पीएम नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को पुष्ट करता है।
कैट के अनुसार, छठ के इस महापर्व पर लोग मिठाइयों, फल और सब्जियों की सबसे ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं। इसके अलावा, पूजा के लिए बांस की टोकरियां, केले के पत्ते, गन्ना जैसी चीजों की भी जरूरत बनी हुई है। जिसकी वजह से इन सभी चीजों की भारी मांग देखी गई है।
इस पर्व के दौरान लोग नए वस्त्रों की भी जमकर खरीदारी कर रहे हैं। इसलिए साड़ी, लहंगा-चुन्नी, सलवार-कुर्ता, पुरुषों के लिए कुर्ता-पायजामा, धोती जैसे पारंपरिक परिधानों की खूब खरीद हो रही है।
छठ पूजा के लिए परिधानों की इस खरीदारी का स्थानीय व्यापारियों और लघु उद्योगों को फायदा मिल रहा है। छोटे पैमाने पर बनाए जाने वाले हस्तनिर्मित सामानों की भी अच्छी बिक्री हो रही है।
नई दिल्ली । अगले हफ्ते आईपीओ बाजार में रौनक देखने को मिल सकती है। स्विगी, निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस, सैजिलिटी इंडिया और एसीएमई सोलर होल्डिंग्स प्राथमिक बाजार से 18,534 करोड़ रुपये जुटाने के लिए आईपीओ लॉन्च करेगी।
इनमें से सबसे बड़ा आईपीओ फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी का होगा, जो कि शेयर बाजार से आईपीओ के जरिए 11,000 करोड़ रुपये से भी अधिक जुटाने की योजना बना रही है। यह सभी आईपीओ 5 नवंबर से लेकर 7 नवंबर के बीच रिटेल निवेशकों के लिए खुलेंगे।
हेल्थकेयर सेक्टर से जुड़ी कंपनी सैजिलिटी इंडिया का आईपीओ अगले हफ्ते सबसे पहले रिटेल निवेशकों के लिए खुलेगा। निवेशक इस आईपीओ के लिए 5 से लेकर 7 नवंबर के बीच बोलियां लगा सकेंगे।
सैजिलिटी इंडिया की योजना आईपीओ के जरिए 2,106.60 करोड़ रुपये जुटाने की है। इसका प्राइस बैंड 28 रुपये से लेकर 30 रुपये तय किया गया है। यह पूरा आईपीओ ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) होगा।
स्विगी का आईपीओ 6 नवंबर से लेकर 8 नवंबर तक आम निवेशकों के लिए खुलेगा। इसका प्राइस बैंड 371 रुपये से लेकर 390 रुपये तय किया गया है। स्विगी आईपीओ का इश्यू साइज 11,327.43 करोड़ रुपये होगा। इसमें 4,499 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और 6,828.43 करोड़ रुपये का ओएफएस शामिल है।
एसीएमई सोलर होल्डिंग का आईपीओ 6 नवंबर से लेकर 8 नवंबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। इस इश्यू का साइज 2,900 करोड़ रुपये होगा। इसमें 2,395 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और 505 करोड़ रुपये का ओएफएस शामिल है। इसका प्राइस बैंड 275 रुपये से लेकर 289 रुपये निर्धारित किया गया है।
निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस का आईपीओ 7 नवंबर से लेकर 11 नवंबर तक रिटेल निवेशकों के लिए खुला रहेगा। कंपनी की योजना पब्लिक इश्यू के जरिए 2,200 करोड़ रुपये जुटाने की है। इसमें 800 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और 1,400 करोड़ रुपये का ओएफएस होगा।