मुंबई ,02 दिसंबर । वाहन निर्माता टाटा मोटर्स की नवंबर में घरेलू बिक्री में साल-दर-साल आधार पर 4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। कंपनी ने शनिवार को यह जानकारी दी। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में नियामकीय फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि पिछले महीने कंपनी ने घरेलू बाजार में कुल 50,470 वाहनों की बिक्री की, जबकि साल 2017 के नवंबर में कुल 52,464 वाहनों की बिक्री हुई थी।
कंपनी ने कहा, टाटा मोटर्स के वाणिज्यिक वाहनों (सीवी) की बिक्री में पिछले महीन 5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी, जोकि कुल 33,488 वाहनों की रही, जबकि पिछले साल नवंबर में कपनी ने कुल 35,307 वाहनों की बिक्री की थी। बिक्री में गिरावट का मुख्य कारण बाजार में तरलता की कमी के कारण ग्राहकों की भावनाएं प्रभावित होना है। इसके साथ ही उच्च ब्याज दरों और ईंधन की बढ़ती कीमतों के कारण भी बिक्री गिरी है।
टाटा मोटर्स ने आगे कहा, साल 2018 का नवंबर महीना उद्योग के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहा, क्योंकि तरलता की कमी से ग्राहकों की गाड़ी खरीदने की योजना प्रभावित हुई, खुदरा वित्त की गैर उपलब्धता से भी बिक्री घटी। पिछले महीने कंपनी के घरेलू यात्री वाहनों की बिक्री में केवल 1 फीसदी की गिरावट आई और कुल 16,982 वाहनों की बिक्री हुई।
नई दिल्ली ,02 दिसंबर । भारतीय वाहन निर्माताओं ने नवंबर में व्यापक रूप से बिक्री में कमी की जानकारी दी है। यात्री कार खंड की सबसे प्रमुख कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया की बिक्री में नवंबर में 0.7 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है, विश्लेषकों के मुताबिक, प्रतिकूल आधार प्रभाव के साथ ईंधन और ब्याज की उच्च लागत ने कुछ निर्माताओं की मासिक बिक्री को कम कर दिया। मारिुति सुजुकी इंडिया के मुताबिक, पिछले महीने कंपनी ने कुल 1,53,539 वाहन बेचे, जबकि पिछले वित्त वर्ष के इसी महीने में कंपनी ने कुल 1,54,600 वाहनों की बिक्री की थी।
हालांकि, कंपनी की घरेलू बिक्री में नवंबर में साल-दर-साल आधार पर 0.5 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है, जोकि कुल 1,46,018 वाहनों की रही। वहीं, कंपनी के यात्री वाहनों की घरेलू बिक्री में 0.3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, जोकि कुल 1,43,890 वाहनों की रही। कंपनी के हल्के वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में समीक्षाधीन अवधि में 112.2 फीसदी की तेजी दर्ज की गई, जोकि 2,128 वाहनों की रही। कंपनी के निर्यात में 19.1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और कुल 7,521 वाहनों का निर्यात किया गया।
इसी प्रकार से, हुंडई मोटर इंडिया ने नवंबर में बिक्री में गिरावट होने की जानकारी दी है। देश की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता ने पिछले महीने घरेलू बाजार में कुल 43,709 वाहनों की बिक्री की, जो पिछले साल नवंबर में हुई 44,008 वाहनों की बिक्री की तुलना में 0.67 फीसदी कम है। एक और घरेलू वाहन दिग्गज टाटा मोटर्स की नवंबर में घरेलू बिक्री में साल-दर-साल आधार पर 4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में नियामकीय फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि पिछले महीने कंपनी ने घरेलू बाजार में कुल 50,470 वाहनों की बिक्री की, जबकि साल 2017 के नवंबर में कुल 52,464 वाहनों की बिक्री हुई थी।
कंपनी ने कहा, टाटा मोटर्स के वाणिज्यिक वाहनों (सीवी) की बिक्री में पिछले महीन 5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी, जोकि कुल 33,488 वाहनों की रही, जबकि पिछले साल नवंबर में कपनी ने कुल 35,307 वाहनों की बिक्री की थी। बिक्री में गिरावट का मुख्य कारण बाजार में तरलता की कमी के कारण ग्राहकों की भावनाएं प्रभावित होना है। इसके साथ ही उच्च ब्याज दरों और ईंधन की बढ़ती कीमतों के कारण भी बिक्री गिरी है। टाटा मोटर्स ने आगे कहा, साल 2018 का नवंबर महीना उद्योग के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहा, क्योंकि तरलता की कमी से ग्राहकों की गाड़ी खरीदने की योजना प्रभावित हुई, खुदरा वित्त की गैर उपलब्धता से भी बिक्री घटी। पिछले महीने कंपनी के घरेलू यात्री वाहनों की बिक्री में केवल 1 फीसदी की गिरावट आई और कुल 16,982 वाहनों की बिक्री हुई।
एक और घरेलू वाहन दिग्गज महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम) के वाहनों की बिक्री (निर्यात समेत) नवंबर में साल-दर-साल आधार पर 17 फीसदी बढ़ी है। कंपनी ने पिछले महीने कुल 45,101 वाहनों की बिक्री की, जबकि वित्त वर्ष 2017-18 की समान अवधि में कंपनी ने कुल 38,570 वाहनों की बिक्री की थी।एमएंडएम ने एक बयान में कहा, साल 2018 के नवंबर में कंपनी की घरेलू बिक्री 41,564 वाहनों की रही, जबकि साल 2017 के नवंबर में कंपनी ने कुल 36,039 वाहनों की बिक्री की थी, जोकि 15 फीसदी की वृद्धि दर है।
यात्री वाहनों के खंड में एमएंडएम ने साल 2018 के नवंबर में कुल 16,188 वाहनों की बिक्री की, जबकि साल 2017 के नवंबर में कुल 16,030 वाहनों की बिक्री हुई थी। वहीं, वाणिज्यिक वाहन खंड में कंपनी ने कुल 19,673 वाहनों की बिक्री की, जो कि साल-दर-साल आधार पर 26 फीसदी की वृद्धि दर है। मासिक प्रदर्शन पर एमएंडएम के अध्यक्ष (वाहन क्षेत्र) राजन वढेरा ने कहा, हमने कुल बिक्री में दोहरे अंकों की वृद्धि दर दर्ज की है। हालांकि विपरीत आर्थिक हालत के कारण वाहन उद्योग प्रभावित हुआ है।
जापान की वैश्विक कार निर्माता के संयुक्त उद्यम टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने कहा कि उसने नवंबर में कुल 11,390 वाहनों की बिक्री की, जबकि साल 2017 की इसी महीने में कंपनी ने 13,420 वाहनों की बिक्री की थी, जोकि सालाना आधार पर 15 फीसदी की गिरावट है। टीकेएम ने यहां एक बयान में कहा, नवंबर में कंपनी ने कुल 11,390 वाहनों की बिक्री की थी, जिसमें से 10,721 वाहनों की बिक्री घरेलू बाजार में हुई, जबकि इटियोस सीरीज के 660 वाहनों का निर्यात किया गया।
वहीं, साल 2017 के नवंबर में कंपनी ने कुल 13,420 वाहनों की बिक्री की थी और इटियोस सीरीज के 686 वाहनों का निर्यात किया था। टीकेएम के उप प्रबंध निदेशक एन. राजा ने कहा, विनिमय दर में उतार-चढ़ाव, ईंधन की बढ़ती लागत और उच्च ब्याज दर से ग्राहक प्रभावित हुए है, जिसका असर वाहन उद्योग पर पड़ा है। उत्सव अवधि में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में मांग में गिरावट दर्ज की गई। राजा ने कहा, नया साल आने को है। हमें उम्मीद है कि साल के अंत में बिक्री बढ़ेगी। प्रमुख वाहन निर्माता फोर्ड इंडिया ने नवंबर में कुल 19,905 वाहनों की बिक्री की, जबकि एक साल पहले इसी महीने में कंपनी ने कुल 27,019 वाहनों की बिक्री की थी। फोर्ड इंडिया ने एक बयान में कहा कि नवंबर में घरेलू थोक बिक्री कुल 6,375 वाहनों की हुई, जबकि पिछले साल नवंबर में कंपनी ने कुल 7,777 वाहनों की बिक्री की थी। वहीं, इस साल नवंबर में कंपनी ने कुल 13,530 वाहनों का निर्यात किया, जबकि 2017 के नवंबर में कंपनी ने कुल 19,242 वाहनों का निर्यात किया था।
फोर्ड इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अनुराग मेहरोत्रा ने कहा, अर्थव्यवस्था की स्थिति खराब होने के कारण लोग वाहन खरीदने का विचार नहीं कर रहे हैं। हमारा अनुमान है कि ईंधन कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रहने और महंगाई बढऩे के कारण यात्री वाहन उद्योग पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। दुनिया की सबसे बड़ी दोपहिया वाहन निर्माता हीरो मोटोकॉर्प ने पिछले महीने कुल 6,10,252 वाहनों की बिक्री की, जबकि साल 2017 के नवंबर में कंपनी ने कुल 6,05,270 वाहनों की बिक्री की थी। कंपनी ने शनिवार को यह जानकारी दी। हीरो मोटोकॉर्प ने एक बयान में कहा, पिछले कुछ महीनों से उद्योग की बिक्री दर गिरी है, जिसके मुख्य कारणों में त्योहारी सीजन से पहले बीमा लागत में बढ़ोतरी, और कुल मिलाकर वाहनों की खरीद को लेकर ग्राहकों की अनिच्छा प्रमुख है। हालांकि त्योहारी सीजन के आखिरी कुछ दिनों में बिक्री में तेजी देखी गई।
0-जगुआर लैंड रोवर इंडिया ने पुणे में स्थानीय रूप से निर्मित मॉडल ईयर 2019 एफ-पेस इनजीनियम पेट्रोल को पेश किया
0-2.0 लीटर पेट्रोल प्रेस्टिज डेरिवेटिव में उपलब्ध तथा पार्क असिस्ट, लेन कीप असिस्ट, 360 डिग्री पार्किंग सेंसर्स, ड्राइवर कंडीशन मॉनीटर, केबिन
रायपुर, 02 दिसंबर । जगुआर लैंड रोवर इंडिया ने आज जगुआर की पहली परफॉर्मेंस एसयूवी, एफ-पेस के पेट्रोल डेरिवेटिव का स्थानीय उत्पादन आरंभ करने की घोषणा की है। प्रेस्टिज डेरिवेटिव में उपलब्ध और 2.0 लीटर 4-सिलेंडर, 184 केडब्लू टर्बोचाज्र्ड इनजीनियम पेट्रोल इंजन से पावर्ड, स्थानीय रूप से निर्मित मॉडल ईयर 2019 एफ-पेस की कीमत 63.17 लाख रूपये (भारत में एक्स-शोरूम कीमत) है।
जगुआर लैंड रोवर लिमिटेड (जेएलआरआईएल) के प्रेसिडेंट और प्रबंध निदेशक श्री रोहित सूरी ने कहा:
भारत में अपने लॉन्च के बाद से दो वर्षों में, जगुआर एफ-पेस ने जगुआर फैंस और हमारे पारखी ग्राहकों की कल्पना को पूरा किया है। एफ-पेस के स्थानीय रूप से निर्मित इनजीनियम पेट्रोल डेरिवेटिव के साथ, हमारे पहले जगुआर एसयूवी की अपील और अधिक बढ़ गई है।
जगुआर एफ-पेस को दक्षता, प्रतिक्रियाशीलता और परिष्करण प्रदान करने के लिए डिजाइन एवं निर्मित किया गया है जिसके लिए सभी जगुआर कारें जानी जाती हैं। इसमें निर्विवाद डायनैमिक्स और हर दिन की उपयोगिता का संयोजन किया गया है। 2019 के लिए, जगुआर एफ-पेस में पार्क असिस्ट, लेन कीप असिस्ट, केबिन एयर आयोनाइजेशन, ड्राइवर कंडीशन मॉनीटर, 360 डिग्री पार्किंग सेंसर्स, एडैप्टिव एलईडी हेडलाइट्स, वाई-फाई हॉटस्पॉट एवं प्रो सेवायें और 29.1 सेमी (10.2) टच स्क्रीन जैसी रोमांचक खूबियां हैं। मॉडल ईयर 2019 के लिए अतिरिक्त बदलावों में इल्युमिनिटेड मेटल ट्रेडप्लेट्स, 10-वे सीटों के लिए क्रोम स्विचेज, स्यूड क्लॉथ हेडलाइनर और ब्राइट मेटल पेडल्स शामिल हैं।
जगुआर एफ-पेस के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया जगुआर इंडिया की वेबसाइट पर जायें।
भारत में जगुआर का उत्पाद पोर्टफ ोलियो
भारत में जगुआर रेंज में एक्सई (39.73 लाख से शुरू), एक्सएफ (49.58 लाख से शुरू), एफ-पेस (63.17लाख से शुरू), एक्सजे (110.38 लाख से शुरू) और एफ-टाइप (90.93 लाख से शुरु )। सभी उल्लेखित कीमतें भारत में एक्स-शोरूम की कीमतें हैं।
भारत में जगुआर लैंड रोवर रिटेलर नेटवर्क
जगुआर के वाहन 27 अधिकृत आउटलेट्स के माध्यम से अहमदाबाद, औरंगाबाद, बेंगलुरू, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नई, कोयंबटूर, दिल्ली, गुडग़ांव, हैदराबाद, इंदौर, जयपुर, कोलकाता, कोच्चि, करनाल, लखनऊ, लुधियाना, मंगलौर, मुंबई, नागपुर, नोएडा, पुणे, रायपुर, विजयवाड़ा और सूरत में उपलब्ध हैं।
नई दिल्ली ,01 दिसंबर । वैश्विक स्तर पर सप्ताहांत पर चांदी में एक प्रतिशत की गिरावट के दबाव में दिल्ली सर्राफा बाजार में चांदी आज 615 रुपये लुढक़कर करीब 17 महीने के निचले स्तर 36,560 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गयी। सोना 15 रुपये की मामूली गिरावट के साथ 31,460 रुपये प्रति 10 ग्राम पर रहा। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिवस पर शुक्रवार को चांदी हाजिर 0.13 डॉलर (करीब एक प्रतिशत) फिसलकर 14.15 डॉलर प्रति औंस पर आ गयी। इसका असर आज स्थानीय बाजार में कारोबार शुरू होने पर दिखा और चांदी 1.66 प्रतिशत लुढक़ गयी।
लंदन एवं न्यूयॉर्क से मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को वहाँ सोना हाजिर 1.80 डॉलर की गिरावट में 1,222.20 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ। फरवरी का अमेरिकी सोना वायदा भी 2.60 डॉलर टूटकर 1,227.80 डॉलर प्रति औंस बोला गया।
नई दिल्ली ,01 दिसंबर । तेल विपणन कंपनियों ने घरेलू विमान सेवा कंपनियों के लिए 01 दिसंबर से विमान ईंधन की कीमत में 10 से 11 प्रतिशत तक की कटौती की है जिससे वित्तीय संकट से जूझ रहे विमानन क्षेत्र को काफी राहत मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि विमान सेवा कंपनियों की कुल लागत का 35 से 40 प्रतिशत विमान ईंधन पर खर्च होता है। इसकी बढ़ती कीमतों के कारण चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में अंतर्राष्ट्रीय तथा घरेलू दोनों विमान सेवा कंपनियों की वित्तीय स्थिति बुरी तरह प्रभावित हुई है। दिल्ली में नवंबर में विमान ईंधन की कीमत 76,378.80 रुपये प्रति किलोलीटर पर पहुँच गयी थी जो ऐतिहासिक दूसरा उच्चतम स्तर है। अक्टूबर 2013 में इसकी कीमत 77 हजार रुपये प्रति किलोलीटर के पार रही थी।
देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आयी गिरावट और डॉलर की तुलना में रुपये की मजबूती से दिसंबर महीने के लिए विमान ईंधन की कीमत 8,327.83 रुपये यानी 10.90 प्रतिशत घटाकर 68,050.97 रुपये प्रति किलोलीटर तय की गयी है। यह मई 2018 के बाद का निचला स्तर है।
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में अप्रैल से सितम्बर के बीच शेयर बाजार में सूचीबद्ध तीन कंपनियों में से जेट एयरवेज को 262 करोड़ 62 करोड़ और स्पाइसजेट को करीब 43 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में आयी गिरावट का लाभ विमान सेवा कंपनियों को देने के लिए तेल विपणन कंपनियों से कहा था। इसके बाद विमान ईंधन की कीमत में इस बड़ी गिरावट से एयरलाइंस को काफी राहत मिलेगी। कोलकाता में विमान ईंधन 9.88 प्रतिशत सस्ता होकर 73,393.55 रुपये, मुंबई में 10.57 प्रतिशत सस्ता होकर 67,979.58 रुपये और चेन्नई में 10.71 प्रतिशत सस्ता होकर 69,216.61 रुपये प्रति किलोलीटर हो गया है।
नई दिल्ली ,01 दिसंबर । भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने बैंकों से आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (एईपीएस) बंद नहीं करने को कहा, क्योंकि यह कल्याणकारी लाभों के अंतरण में बाधा पैदा कर सकता है। यह स्पष्टीकरण उस समय आया, जब यूआईडीएआई ने भारतीय स्टेट बैंक द्वारा भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम को भेजे गए पत्र पर संज्ञान लिया।
एसबीआई ने 19 नवंबर 2018 के पत्र में एनपीसीआई को ‘आधार’ आधारित भुगतान प्रणाली बंद करने की उसकी मंशा की जानकारी दी थी, क्योंकि उसे लगता है कि इसे जारी रखना उच्चतम न्यायालय के हालिया फैसले का उल्लंघन है।
यूआईडीएआई ने स्पष्ट कहा है कि यह सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है कि लाभार्थी को कल्याणकारी लाभों का अंतरण हो। उसने सर्वोच्च न्यायालय के उस आदेश का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है कि ऑथेंटिकेशन का उद्देश्य केवल यह सुनिश्चित करना है कि लाभ सही हाथ में जाए।