व्यापार

भारत का दूध उत्पादन 2023-24 में 4 प्रतिशत बढ़ा, 239 मिलियन टन के हुआ पार
Posted Date : 27-Nov-2024 7:06:34 pm

भारत का दूध उत्पादन 2023-24 में 4 प्रतिशत बढ़ा, 239 मिलियन टन के हुआ पार

नई दिल्ली। भारत का दूध उत्पादन 2023-24 में 4 प्रतिशत बढक़र 239.3 मिलियन टन हो गया है। केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह ने हाल ही में यह जानकारी दी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दूध की प्रति व्यक्ति उपलब्धता भी 2022-23 में 459 ग्राम प्रतिदिन से बढक़र 2023-24 में 471 ग्राम प्रतिदिन हो गई है। उन्होंने कहा कि भारत के दूध उत्पादन में औसत वृद्धि दुनिया के औसत 2 प्रतिशत के मुकाबले 6 प्रतिशत रही है।
सरकार ने राष्ट्रीय दुग्ध दिवस 2024 के अवसर पर बुनियादी पशुपालन सांख्यिकी 2024 जारी की, जिसे हर साल 26 नवंबर को श्वेत क्रांति के जनक वर्गीज कुरियन के सम्मान में मनाया जाता है, जिनका जन्म इसी दिन हुआ था।
राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उत्पादकता में सुधार के कारण 2023-24 में दूध उत्पादन बढक़र लगभग 239 मिलियन टन हो गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, विदेशी/संकर नस्ल मवेशियों से दूध उत्पादन में 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और पिछले वर्ष की तुलना में 2023-24 में देशी मवेशियों से दूध उत्पादन में 44.76 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
रिपोर्ट के अनुसार, 2023-24 में कुल अंडा उत्पादन 3.17 प्रतिशत बढक़र 142.77 बिलियन हो गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रति व्यक्ति अंडे की उपलब्धता 103 अंडे प्रति वर्ष है। अंडा उत्पादन में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मांस उत्पादन में 4.95 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और 2023-24 में 10.25 मीट्रिक टन तक पहुंचने का अनुमान है। देश में कुल ऊन उत्पादन 33.69 मिलियन किलोग्राम आंका गया है।
केंद्रीय मंत्री ने डेयरी किसानों को संगठित क्षेत्र में लाने की आवश्यकता पर जोर दिया क्योंकि इससे दूध उत्पादन और उनकी आय बढ़ेगी और बिचौलियों को खत्म किया जा सकेगा।
उन्होंने डेयरी उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर भी बात की।
केंद्रीय मंत्री ने डेयरी किसानों से अपने पशुओं का टीकाकरण करने को कहा क्योंकि सरकार उन्हें बीमारी से बचाने में मदद करने के लिए मुफ्त टीकाकरण प्रदान कर रही है।
उन्होंने कहा कि खुरपका और मुंहपका रोग तथा ब्रुसेलोसिस को 2030 तक देश से खत्म कर दिया जाएगा और इससे निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी।
केंद्रीय मंत्री ने डेयरी किसानों से सेक्स-सॉर्टेड सीमन और कृत्रिम गर्भाधान को बड़े पैमाने पर अपनाने को भी कहा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार पशुधन की नस्ल सुधार पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है।

 

गौतम अदाणी, भतीजे सागर पर रिश्वत का कोई आरोप नहीं: यूएस डीओजे
Posted Date : 27-Nov-2024 7:06:05 pm

गौतम अदाणी, भतीजे सागर पर रिश्वत का कोई आरोप नहीं: यूएस डीओजे

नई दिल्ली। गौतम अदाणी, उनके भतीजे सागर अदाणी और वरिष्ठ अधिकारी विनीत जैन पर अमेरिकी डीओजे द्वारा कोई रिश्वतखोरी का आरोप नहीं है। यह जानकारी अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने स्टॉक एक्सचेंज में जमा की गई ताजा रिपोर्ट में दी है।
अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने दावा किया है कि अदाणी अधिकारियों पर रिश्वत या भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाली सभी खबरें गलत हैं।
अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने अपनी फाइलिंग में कहा है कि अदाणी अधिकारियों पर रिश्वत और भ्रष्टाचार के आरोपों की खबरें गलत हैं। एजीईएल के अनुसार, कुछ मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि हमारे डायरेक्टर्स, गौतम अदाणी, सागर अदाणी और विनीत जैन पर अमेरिकी विदेशी भ्रष्ट आचरण अधिनियम (एफसीपीए) के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। ऐसे दावे पूरी तरह गलत हैं।
एजीईएल ने आगे कहा, गौतम अदाणी, सागर अदाणी और विनीत जैन पर अमेरिकी न्याय विभाग (डीओजे) के आरोपपत्र या अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ( एसईसी) के सिविल कंप्लेंट में एफसीपीए के किसी भी उल्लंघन का आरोप नहीं लगाया गया है।
किसी कानूनी अभियोग में काउंट का मतलब अभियुक्त के खिलाफ लगाए गए व्यक्तिगत आरोपों से होता है।
डीओजे के अभियोग में पांच काउंट (आरोप) हैं, लेकिन काउंट एक: ‘‘एफसीपीए का उल्लंघन करने की साजिश’’ में गौतम अदाणी, सागर अदाणी और विनीत जैन का नाम नहीं है और इन्हें इस काउंट से बाहर रखा गया है। इसी तरह, काउंट पांच: ‘‘न्याय में रुकावट डालने की साजिश’’ (पेज 41) में भी इन तीनों का नाम नहीं है।
अभियोग का काउंट एक, जो भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के आरोपों से संबंधित है, में केवल एज्युर पावर और सीडीपीक्यू (क्यूबेक का एक कनाडाई संस्थागत निवेशक और एज्युर का सबसे बड़ा शेयरधारक) के रंजीत गुप्ता, सिरिल कैबनेस, सौरभ अग्रवाल, दीपक मल्होत्रा और रूपेश अग्रवाल का नाम है। इस काउंट में किसी भी अदाणी अधिकारी का नाम अमेरिकी न्याय विभाग (डीओजे) ने नहीं लिया है।
हालांकि, डीओजे के अभियोग को लेकर विभिन्न मीडिया (विदेशी और भारतीय) की गलत समझ, अदाणी के डायरेक्टर्स पर अमेरिकी डीओजे और एसईसी द्वारा भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के आरोपों के बारे में गलत और लापरवाह रिपोर्टिंग का कारण बना है।
अदाणी अधिकारियों पर केवल काउंट 2: कथित सिक्योरिटीज धोखाधड़ी साजिश, काउंट 3: कथित वायर धोखाधड़ी साजिश, और काउंट: कथित सिक्योरिटीज धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए हैं।
डीओजे के अभियोग में यह कोई प्रमाण नहीं है कि अदाणी अधिकारियों ने भारतीय सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी थी। अभियोग और शिकायत केवल इस बात पर आधारित हैं कि रिश्वत देने का वादा किया गया था या उस पर चर्चा की गई थी।
यह सब केवल अनुमान और एज्युर पावर और सीडीपीक्यू के पूर्व कर्मचारियों की सुनी-सुनाई बातों पर आधारित है, जिससे अमेरिकी डीओजे और यूएस एसईसी द्वारा अदाणी के खिलाफ की गई कार्रवाई कानूनी और नैतिक रूप से बहुत कमजोर बनती है।
अमेरिका की बिना आधार वाली कार्रवाई और लापरवाह गलत रिपोर्टिंग के कारण भारतीय समूह को अंतरराष्ट्रीय परियोजनाओं का रद्द होना, वित्तीय बाजार पर असर और रणनीतिक साझेदारों, निवेशकों और जनता द्वारा अचानक जांच-पड़ताल जैसे बड़े नुकसान उठाने पड़े हैं।
अदाणी ग्रुप भारत की सबसे बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी है, जिसकी ग्लोबल एनर्जी और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में बड़े ऑपरेशंस हैं। पिछले कुछ सालों में, यह भारतीय समूह अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपने काम को बढ़ा रहा है और अफ्रीका, बांग्लादेश, श्रीलंका, इजऱाइल, ऑस्ट्रेलिया आदि में कई अमेरिकी और चीनी कंपनियों से सीधी प्रतिस्पर्धा कर रहा है।अमेरिकी डीओजे के अभियोग की जानकारी मिलने के बाद से, इस समूह को अपनी 11 लिस्टेड कंपनियों में लगभग 55 बिलियन डॉलर का बाजार मूल्य नुकसान झेलना पड़ा है।

 

मुंबई उपनगर में रेल यात्रियों को बड़ी राहत, आज से 13 नई एसी लोकल ट्रेन सेवाएं शुरू
Posted Date : 27-Nov-2024 7:05:50 pm

मुंबई उपनगर में रेल यात्रियों को बड़ी राहत, आज से 13 नई एसी लोकल ट्रेन सेवाएं शुरू

मुंबई। मुंबई उपनगर क्षेत्र में सफर करने वाले यात्रियों के लिए बड़ी राहत की खबर है। पश्चिम रेलवे ने 27 नवंबर 2024 से मुंबई उपनगरीय खंड पर 13 नई एसी लोकल ट्रेन सेवाओं की शुरुआत करने का निर्णय लिया है। इन नई सेवाओं के साथ ही एसी लोकल ट्रेनों की कुल संख्या 96 से बढक़र 109 हो जाएगी। वहीं, शनिवार और रविवार को भी एसी लोकल ट्रेनों की संख्या बढक़र 52 से 65 हो जाएगी।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विनीत अभिषेक की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यात्रियों के बीच एसी लोकल ट्रेनों की बढ़ती लोकप्रियता और मांग को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। यात्रियों की बढ़ती संख्या और एसी सेवाओं की बढ़ती आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, पश्चिम रेलवे ने 12 नॉन-एसी कार सेवाओं को बदलकर 13 नई एसी लोकल ट्रेन सेवाओं की शुरुआत की है। इन नई एसी लोकल ट्रेनों से यात्रा करने वालों की सुविधा में इजाफा होगा और अधिक यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
पश्चिम रेलवे द्वारा शुरू की जा रही इन नई एसी लोकल ट्रेनों का नियमित परिचालन 27 नवंबर से शुरू होगा। पहली एसी लोकल ट्रेन चर्चगेट से सुबह 12:34 बजे रवाना होगी, और इसके बाद सभी नई एसी ट्रेनें समय सारणी के अनुसार चलेंगी।
इन 13 नई एसी लोकल ट्रेनों में से 6 अप दिशा में और 7 डाउन दिशा में चलेंगी। अप दिशा में, विरार-चर्चगेट और भायंदर-चर्चगेट के बीच 2-2 सेवाएं, जबकि विरार-बांद्रा और भायंदर-अंधेरी के बीच एक-एक सेवा शुरू की जाएगी। डाउन दिशा में, चर्चगेट-विरार के बीच दो सेवाएं, चर्चगेट-भायंदर, अंधेरी-विरार, बांद्रा-भायंदर, महालक्ष्मी-बोरीवली और बोरीवली-भायंदर के बीच एक-एक सेवा शुरू की जाएगी।
पश्चिम रेलवे पर एसी लोकल सेवाओं की कुल संख्या 109 हो जाएगी, लेकिन यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कुल लोकल सेवाओं की संख्या में कोई बदलाव नहीं होगा। पश्चिम रेलवे पर 109 एसी लोकल ट्रेन सेवाओं के साथ-साथ, अन्य लोकल ट्रेनों की कुल संख्या 1406 बनी रहेगी।
पश्चिम रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि इन नई एसी लोकल ट्रेनों से भारी भीड़ और यात्रियों की बढ़ती संख्या को बेहतर तरीके से संभाला जा सकेगा। खासकर गर्मी के दिनों में जब एयर कंडीशनिंग की सुविधा अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है।

 

एस्सार ग्रुप के सह-संस्थापक शशि रुइया का 81 वर्ष की आयु में निधन
Posted Date : 26-Nov-2024 7:16:21 pm

एस्सार ग्रुप के सह-संस्थापक शशि रुइया का 81 वर्ष की आयु में निधन

नई दिल्ली। एस्सार ग्रुप के सह-संस्थापक और अरबपति उद्योगपति शशिकांत रुइया का 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। मंगलवार को एस्सार ग्रुप ने इस दुखद खबर की पुष्टि की।
रुइया और एस्सार परिवार ने एक बयान में कहा, हमें भारी दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि श्री शशिकांत रुइया, रुइया और एस्सार परिवार के प्रमुख, अब हमारे बीच नहीं रहे। उन्होंने समाज सेवा और परोपकार के माध्यम से लाखों लोगों की जिंदगी को छुआ और गहरी छाप छोड़ी।
बयान में आगे कहा गया, उनकी विनम्रता, सादगी और हर किसी से जुडऩे की क्षमता ने उन्हें एक असाधारण लीडर बनाया। भारत के कॉरपोरेट जगत को नई दिशा देने में उनकी भूमिका बेहद अहम रही।
शशिकांत रुइया ने एस्सार ग्रुप की नींव रखकर इसे एक वैश्विक संगठन में बदल दिया।
कंपनी ने कहा, शशिकांत रुइया की विरासत हमें हमेशा प्रेरित करती रहेगी। हम उनके विचारों और मूल्यों का सम्मान करते हुए आगे बढ़ेंगे।
शशि रुइया का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रुइया हाउस में रखा जाएगा।
वह पहली पीढ़ी के उद्योगपति थे। 1965 में उन्होंने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में अपने करियर की शुरुआत की थी।
शशिकांत रुइया प्रधानमंत्री के इंडो-अमेरिका सीईओ फोरम और भारत-जापान बिजनेस काउंसिल के सदस्य भी थे। इसके अलावा, वह भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) की प्रबंधन समिति, इंडो-यूएस जॉइंट बिजनेस काउंसिल के अध्यक्ष और इंडियन नेशनल शिपओनर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं।
एस्सार ग्लोबल फंड लिमिटेड को रुइया बंधुओं ने सह-स्थापित किया था और यह वर्तमान में 14 डॉलर बिलियन का वार्षिक राजस्व उत्पन्न करती है।

 

टोटल एनर्जीज के साथ बातचीत में कोई नई वित्तीय प्रतिबद्धता शामिल नहीं: अदाणी ग्रीन एनर्जी
Posted Date : 26-Nov-2024 7:16:03 pm

टोटल एनर्जीज के साथ बातचीत में कोई नई वित्तीय प्रतिबद्धता शामिल नहीं: अदाणी ग्रीन एनर्जी

मुंबई। अदाणी ग्रीन एनर्जी द्वारा मंगलवार को कहा गया कि फ्रांस की बड़ी तेल कंपनियों में शामिल टोटल एनर्जीज के साथ बातचीत में कोई नई वित्तीय प्रतिबद्धता शामिल नहीं है।
स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में अदाणी ग्रीन एनर्जी ने कहा कि हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि टोटल एनर्जीज के साथ बातचीत में कोई नई वित्तीय प्रतिबद्धता शामिल नहीं है।
अदाणी ग्रुप में टोटल एनर्जीज के निवेश पर बयान शीर्षक वाली प्रेस रिलीज का हवाला देते हुए अदाणी ग्रुप ने कहा कि इस प्रेस रिलीज के साथ मीडिया रिपोर्ट का कंपनी के ऑपरेशनंस और ग्रोथ प्लान पर कोई असर नहीं होगा।
अदाणी ग्रीन ने स्टॉक फाइलिंग में कहा, इस मीडिया रिपोर्ट और प्रेस रिलीज का कंपनी पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
अदाणी ग्रुप ने पहले अपनी सहायक कंपनी अदानी ग्रीन के निदेशकों के खिलाफ अमेरिकी न्याय विभाग (डीओजे) और अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (एसईसी) द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन करते हुए कहा था कि हर संभव कानूनी सहारा लिया जाएगा।
अदाणी ग्रुप के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) जुगेशिंदर सिंह के अनुसार, ग्रुप की 11 सार्वजनिक कंपनियों या उनकी सहायक कंपनियों में से कोई भी यूएस डीओजे द्वारा दायर मामले में प्रतिवादी नहीं है, न ही उन पर गलत काम करने का आरोप है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में सिंह ने बताया कि ग्रुप ने फरवरी 2024 के अपने सर्कुलर में संभावित जोखिमों का खुलासा किया था और फिलहाल आरोप प्रमाणित नहीं हुए हैं।
अदाणी पोर्टफोलियो की कंपनियों ने चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल से सितंबर अवधि) के शानदार नतीजे पेश किए हैं। वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में कंपनी का एबिटा भी अपने उच्चतम स्तर 44,212 करोड़ रुपये पहुंच गया है। इसमें सालाना आधार पर 1.2 प्रतिशत की बढ़त हुई है। ट्रेलिंग-बाहर-महीने (टीटीएम) अवधि में एबिटा सालाना आधार पर 17.1 प्रतिशत बढक़र 83,440 करोड़ रुपये हो गया है।
वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में ग्रुप की पोर्टफोलियो कंपनियों ने 75,277 करोड़ रुपये की राशि निवेश की है। इसके साथ ही कुल सकल संपत्तियां 5.53 लाख करोड़ रुपये हो गई हैं।

भारतीय रेलवे ने पिछले 10 वर्षों में 5 लाख कर्मचारियों को भर्ती किया: अश्विनी वैष्णव
Posted Date : 26-Nov-2024 7:15:46 pm

भारतीय रेलवे ने पिछले 10 वर्षों में 5 लाख कर्मचारियों को भर्ती किया: अश्विनी वैष्णव

नागपुर। भारतीय रेलवे ने पिछले 10 वर्षों के दौरान पांच लाख से अधिक कर्मचारियों की भर्ती की है, जो पिछले दशक में भर्ती किए गए कर्मचारियों की संख्या से अधिक है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी कि 2004 से 2014 के बीच भारतीय रेलवे द्वारा नियुक्त लोगों की संख्या 4.4 लाख थी।
उन्होंने अखिल भारतीय एससी/एसटी रेलवे कर्मचारी संघ के राष्ट्रीय सम्मेलन में यह जानकारी दी।
केंद्रीय मंत्री ने रेलवे प्रोडक्शन प्लान के बारे में भी बताया, जिसमें नए स्पेशल और जनरल कोच को शामिल किया गया है। वर्तमान में 12,000 से अधिक जनरल कोच का प्रोडक्शन हो रहा है, जिससे आम लोगों के लिए ट्रेन का सफर आसान होने की उम्मीद की जा रही है।
केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने एक स्मृति चिह्न को भी पेश किया और इससे पहले दीक्षाभूमि में केंद्रीय स्मारक पर डॉ. भीम राव अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने पीएम मोदी द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की।
संविधान दिवस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, संविधान के प्रति सम्मान प्रतीक से परे है; यह सम्मान कार्यों में भी झलकता है।
भारत हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाता है, जिसे संविधान दिवस के रूप में भी जाना जाता है।
यह दिन संविधान सभा की ड्राफ्टिंग कमिटी के अध्यक्ष बाबासाहेब डॉ. बी.आर. अंबेडकर की 133वीं जयंती से भी जुड़ा है। डॉ. बी.आर. अंबेडकर ने भारतीय संविधान को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। शुरू में कानून दिवस के रूप में मनाया जाने वाला यह दिन 2015 में भारत सरकार द्वारा संविधान दिवस के रूप में बदल दिया गया।
भारतीय संविधान को औपचारिक रूप से 26 नवंबर, 1949 को संविधान सभा द्वारा अपनाया गया था और 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ था। इस वर्ष, देश भारतीय संविधान के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहा है।