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एटीएम के जरिए 15 लाख तक का इंस्टैंट पर्सनल लोन देगा आईसीआईसीआई बैंक
Posted Date : 21-Jul-2017 6:47:59 pm

एटीएम के जरिए 15 लाख तक का इंस्टैंट पर्सनल लोन देगा आईसीआईसीआई बैंक

नई दिल्ली,(आरएनएस)। देश के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक आईसीआईसीआई बैंक ने अपने पर्सनल लोन बिजनेस के विस्तार के लिए एक नई पेशकश की है। बैंक अपने एटीएम के जरिए 15 लाख रुपए तक का पर्सनल लोन देगा। जानकारी के लिए बता दें कि यह लोन चुनिंदा वेतनभोगी ग्राहकों को ही मिल सकता है, फिर चाहे इसके लिए उन्होंने पहले से कोई आवेदन न किया हो। आईसीआईसीआई बैंक पर्सनल लोन के लिए योग्य ग्राहकों को पहले ही सलेक्ट कर लेगा। इसके लिए वह क्रेडिट इंफोर्मेशन कंपनियों से प्राप्त डेटा का इस्तेमाल करेगा। इस प्रक्रिया के तहत चुने गए ग्राहकों को एटीएम में लेनदेन पूरा करने के बाद स्क्रीन पर एक मैसेज भेजा जाएगा। इसमें पर्सनल लोन के लिए उनकी योग्यता के बारे में बताया जाएगा। आईसीआईसीआई बैंक ने अपने एक बयान में बताया है कि अगर कोई ग्राहक पर्सनल लोन के विकल्प का चयन करता है, तो वह पांच साल की अवधि तक के लिए 15 लाख रुपए तक का पर्सनल लोन प्राप्त कर सकता है। ग्राहक के एकाउंट में लोन की राशि तुरंत जमा कर दी जाएगी और वह उसे अपने एटीएम के जरिये निकाल सकेगा। बैंक यह सेवा शुरू कर चुका है। लोन प्रक्रिया पूर्ण होने से पहले ग्राहकों को लोन की राशि चुनने के लिए कई अलग अलग विकल्प दिए जाएंगे। इसके बाद ग्राहकों से ब्याज दर, प्रोसेसिंग फीस और मंथली इंस्टॉलमेंट की जानकारी की मांग की जाएगी। आईसीआईसीआई बैंक के कार्यकारी निदेशक अनूप बागची ने बताया कि यह ग्राहकों को सहुलियत से पैसा प्राप्त करने में मदद करेगी, अगर वह पर्सनल लोन के विकल्प का चयन करते हैं। यह प्रक्रिया पूरी तरह से पेपरलेस होगी और ग्राहक एटीएम के जरिये धन राशि हासिल कर सकेंगे।

भारत दलहन और तिलहन में होगा आत्मनिर्भर : राधा मोहन सिंह
Posted Date : 21-Jul-2017 6:45:29 pm

भारत दलहन और तिलहन में होगा आत्मनिर्भर : राधा मोहन सिंह

नई दिल्ली,(आरएनएस)। केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने भरोसा जताया है कि आने वाले वर्षों में भारत दलहन और तिलहन के उत्पादन में आत्मनिर्भर हो जाएगा। सरकार इनका उत्पादन बढ़ाने के लिए बेहतर गुणवत्ता के बीज और तकनीक के उपयोग को लेकर कदम उठा रही है। घरेलू मांग को पूरा करने के लिए देश में अभी 50 लाख टन दाल और 1.45 करोड़ टन वनस्पति तेल (खाद्य और अखाद्य दोनों) हर साल आयात किया जाता है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आइसीएआर) के 89वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे सिंह ने कहा कि सरकार न केवल उत्पादन बढ़ाने के लिए कदम उठा रही है, बल्कि कृषि को आय-केंद्रित बनाने के लिए भी प्रयासरत है। यह 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य का हिस्सा है। सिंह ने आइसीएआर के वैज्ञानिकों से इस लक्ष्य को पाने की दिशा में काम करने का आह्वान किया। साथ ही फसल की उपज और कृषि आय बढ़ाने के लिए इस क्षेत्र में कौशल विकास पर जोर दिया। भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में कृषि व संबद्ध क्षेत्रों की हिस्सेदारी 18 फीसद है। कृषि मंत्री बोले कि हरित क्रांति ने भारत को गेहूं और चावल में आत्मनिर्भर बनाने में मदद की। लेकिन, देश अब भी घरेलू मां" को पूरा करने के लिए दलहन और तिलहन का आयात कर रहा है। इसमें भारी मात्र में विदेशी मुद्रा खर्च होती है। मंत्री के मुताबिक, फसल वर्ष 2016-17 में दालों का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ। इस वर्ष बुवाई क्षेत्र भी ज्यादा है। देश आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ रहा है। अगले दो से तीन सालों में हम दालों में आत्मनिर्भर हो जाएंगे। तिलहन पर वह बोले कि देशभर में 600 से अधिक कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) के जरिये इनकी उत्पादकता और उत्पादन को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं। देश में दालों का उत्पादन 2016-17 फसल वर्ष (जुलाई-जून) में बढ़कर 2.24 करोड़ टन हो गया। पिछले फसल वर्ष में यह 16.15 करोड़ टन था। इसी प्रकार बीते साल के मुकाबले तिलहन का उत्पादन 29 फीसद बढ़कर 3.25 करोड़ टन पर पहुंच गया।

 

दिल्ली-एनसीआर में पहली छमाही में घरों की बिक्री 26 प्रतिशत घटी
Posted Date : 15-Jul-2017 5:42:08 pm

दिल्ली-एनसीआर में पहली छमाही में घरों की बिक्री 26 प्रतिशत घटी

नई दिल्ली,(आरएनएस)। दिल्ली-एनसीआर में 2017 की पहली छमाही में घरों की बिक्री 26 फीसदी गिरी है। नाइट फ्रैंक इंडिया के मुताबिक, नोटबंदी के बाद भी घरों की डिमांड सुस्त बनी हुई है। पिछले 18 महीनों में कीमतों में 20 फीसदी करेक्शन हुआ है, लेकिन घरों की डिमांड इसके बावजूद नहीं बढ़ी है। दिल्ली-एनसीआर के प्रॉपर्टी मार्केट में अनसोल्ड घरों का स्टॉक 1.8 लाख यूनिट्स पर बना हुआ है। यह देश में सबसे ज्यादा है। इसे बेचने में डिवेलपर्स को साढ़े चार साल तक का वक्त लग सकता है।
नाइट फ्रैंक इंडिया ने कहा है कि 2017 की पहली छमाही में 17,188 यूनिट्स की बिक्री हुई, जबकि एक साल पहले की इसी अवधि में 23,092 यूनिट्स की बिक्री हुई थी। इस तरह से इसमें 26 फीसदी की गिरावट दिखाई देती है। इससे पहले के छह महीनों के मुकाबले घरों की बिक्री में 2 फीसदी की मामूली बढ़त दिखाई दी है। नोटबंदी के बाद सबसे कम छमाही सेल्स का सामना इंडस्ट्री को करना पड़ा। नाइट फ्रैंक इंडिया के एग्जिक्युटिव डायरेक्टर (एडवाइजरी, रिटेल एंड हॉस्पिटैलिटी) गुलाम जिया ने बताया, एनसीआर मार्केट लगातार गिरावट का शिकार हो रहा है। एनसीआर हाउसिंग मार्केट एक बुरे दौर से गुजर रहा है। नाइट फ्रैंक इंडिया ने जनवरी से जून 2017 के लिए इंडिया रियल एस्टेट- रेजिडेंशल ऐंड ऑफिस रिपोर्ट जारी की है। इसमें देश के टॉप शहरों को शुमार किया गया है। नए प्रॉजेक्ट लॉन्च के बारे में जिया ने कहा कि यह एक नए लो पर पहुंच गया है। इस साल के पहले छह महीने में नई लॉन्चिंग में 73 फीसदी की गिरावट आई है और यह 4,800 यूनिट्स पर पहुंच गई है। इसमें से 70 फीसदी 25 लाख रुपये से कम कीमत वाले घर हैं।

सितंबर तक ट्रेन टिकट पर नहीं लगेगा सर्विस चार्ज
Posted Date : 15-Jul-2017 5:41:17 pm

सितंबर तक ट्रेन टिकट पर नहीं लगेगा सर्विस चार्ज

नई दिल्ली,(आरएनएस)। सरकार ने रेल टिकट की ऑनलाइन बुकिंग पर सर्विस चार्ज की छूट सीमा को सितंबर महीने तक बढ़ा दिया है। जानकारी के लिए बता दें कि सरकार ने बीते वर्ष आठ नवंबर को नोटबंदी लागू होने के बाद ग्राहकों के बीच ऑनलाइन बुकिंग को प्रोत्साहित देने के लिए सर्विस चार्ज हटा दिया था। आईआरसीटीसी के माध्यम से रेल टिकट बुक करने पर 20 रुपये से 40 रुपये प्रति टिकट का सर्विस चार्ज लगता है। नोटबंदी के बाद सरकार ने 23 नवंबर, 2016 से 31 मार्च, 2017 के बीच टिकट बुकिंग पर सर्विस चार्ज से छूट दी थी। अब इसे बढ़ाकर 30 जून, 2017 तक कर दिया गया है। रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक अब सरकार ने इस समयसीमा को सितंबर के आखिर तक बढ़ा दिया है। यानी अब आप सितंबर तक सस्ते रेल सफर का लुत्फ उठा सकते हैं। रेलवे जल्द ही आम यात्रियों को सस्ते में एसी का सफर करवाने की योजना बना रहा है। अगर आप सोच रहे हैं कि रेलवे एसी कोच के किराए में कटौती करने की योजना बना रहा है तो आप गलत हैं। दरअसल अब रेलवे ट्रेन में नए एसी कोच को जोडऩे की तैयारी कर रहा है, जिन्हें इकोनॉमी एसी क्लास नाम दिया जाएगा। इन नए एसी कोचों का किराया अभी के थर्ड एसी कोच के किराए से भी कम होगा। यानी ट्रेन में टिकट बुकिंग के दौरान आपको इकोनॉमी एसी कोच में सफर का विकल्प दिया जाएगा। प्रस्तावित फुल एसी ट्रेन में फस्र्ट एसी, सेकंड एसी और थर्ड एसी के अलावा 'इकॉनमी एसी क्लासÓ के 3 टियर कोच होंगे। बता दें कि फिलहाल मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में स्लीपर के अलावा सिर्फ तीन कैटिगरी फस्र्ट एसी, सेकंड एसी और थर्ड एसी के एसी कोच ही होते हैं। वहीं, राजधानी, शताब्दी और हमसफर जैसी ट्रेनें फुल एसी होती हैं। 'इकॉनमी एसी क्लासÓ में पैसेंजर्स को कंबल की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि उसका टेंपरेचर 24-25 डिग्री सेल्सियस होगा।

यूरोपीय संघ के रुख से घरेलू बासमती निर्यात पर खतरा
Posted Date : 15-Jul-2017 5:40:44 pm

यूरोपीय संघ के रुख से घरेलू बासमती निर्यात पर खतरा

नई दिल्ली,(आरएनएस)। यूरोपीय संघ (ईयू) के ताजा रुख से भारत के बासमती चावल के निर्यात पर संकट के बादल छाने लगे हैं। ईयू का फैसला लागू होने के बाद भारत से निर्यात होने वाले बासमती चावल पर अघोषित प्रतिबंध लग जाएगा। इसका फायदा मुख्य प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को मिल जाएगा। इस फैसले से भारतीय बासमती निर्यातकों के साथ धान किसानों की मुश्किलें बढ़ जाएंगी। चावल निर्यातकों ने सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने की गुहार लड़ाई है। ईयू का यह फैसला एक जनवरी, 2018 को लागू हो जाएगा। घरेलू बासमती धान में एक रोग को रोकने के लिए फंगिसाइड का उपयोग किया जाता है। यूरोपीय आयोग ने चावल में इसकी न्यूनतम मात्र निर्धारित कर दी है। भारत के लिहाज से यह मात्र बेहद कम है। भारतीय बासमती इस मानक को पूरा करने में सक्षम नहीं है। पाकिस्तान में बासमती की खेती में ब्लास्ट रोग नहीं लगता ही नहीं है। इसलिए उसे फंगिसाइड का इस्तेमाल नहीं करना पड़ता है। बासमती पर इस नियम का सीधा फायदा पाकिस्तान को मिल जाएगा। राइस एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय सेतिया ने इस संकट पर चिंता जताते हुए सरकार से मदद की अपील की है। उनका कहना है कि पुराने मानकों के आधार पर भारतीय बासमती पर किसी देश को एतराज नहीं है। अमेरिका, जापान, कनाडा समेत ज्यादातर देश यही बासमती खा रहे हैं। सेतिया ने प्रस्ताव रखा कि अगर यूरोपीय संघ अपने सख्त मानक से पीछे नहीं हटना चाहता है तो भारतीय किसानों को 2020 तक का समय दे। एसोसिएशन की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर दखल देने की मांग की गई है। इस मसले पर ईयू से बातचीत के लिए 12 जुलाई को वाणिज्य मंत्रलय का प्रतिनिधिमंडल रवाना होगा। यूरोपीय देशों के लिए भारत से सालाना करीब 1,700 करोड़ रुपये का चावल निर्यात किया जाता है।

भारतीय शेयर बाजार की बढ़त के साथ शुरुआत
Posted Date : 15-Jul-2017 5:40:09 pm

भारतीय शेयर बाजार की बढ़त के साथ शुरुआत

नई दिल्ली,(आरएनएस)। बुधवार के कारोबारी सत्र में भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत बढ़त के साथ देखने को मिल रही है। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 50 अंक की बढ़त के साथ 31295 के स्तर पर और निफ्टी 10 अंक की बढ़त के साथ 9646 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज पर मिडकैप में 0.51 फीसद और स्मॉलकैप में 0.37 फीसद की बढ़त देखने को मिल रही है।
वैश्विक बाजार से मिले जुले संकेत
अंतरराष्ट्रीय बाजार से कमजोरी संकेत मिल रहे हैं। जापान का निक्केई 0.27 फीसद की कमजोरी के साथ 20027 के स्तर पर, चीन का शांघाई 0.23 फीसद और हैंगसैंग 0.13 फीसद की कमजोरी के साथ 25481 के स्तर पर और कोरिया का कोस्पी 0.13 फीसद की कमजोरी के साथ 2385 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। बुधवार को अमेरिकी सूचकांक डाओ जोंस 0.01 फीसद की कमजोरी के साथ 21478 के सतर पर, एसएंडपी500 0.15 फीसद की बढ़त के साथ 2432 के स्तर और नैस्डैक 0.67 फीसद की बढ़त के साथ 6150 के स्तर पर कारोबार कर बंद हुआ है।
रियल्टी सेक्टर में खरीदारी
सेक्टोरियल इंडेक्स की बात करें तो आईटी और मेटल को छोड़ सभी सूचकांक हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। बैंक (0.23 फीसद), ऑटो (0.40 फीसद), फाइनेंशियल सर्विस (0.15 फीसद), एफएमसीजी (0.36 फीसद), फार्मा (0.43 फीसद) और रियल्टी में 0.89 फीसद की बढ़त देखने को मिल रही है।
एमएंडएम टॉप गेनर
दिग्गज शेयर्स की बात करें तो निफ्टी में शुमार शेयर्स में से 29 हरे निशान में और 22 गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। सबसे ज्यादा तेजी ल्यूपिन, वेदांता लिमिटेड, जील, एशियन पेंट और एमएंडएम के शेयर्स में है। वहीं, गिरावट आईटीसी, इंफोसिस, विप्रो, भारती एयरटेल और गेल के शेयर्स में है।