व्यापार

एक दिन की स्थिरता के बाद फिर घटे पेट्रोल, डीजल के दाम
Posted Date : 06-Dec-2018 1:06:10 pm

एक दिन की स्थिरता के बाद फिर घटे पेट्रोल, डीजल के दाम

नई दिल्ली ,06 दिसंबर । पेट्रोल और डीजल के दाम गुरुवार को फिर घटने से वाहन चालकों व अन्य उपभोक्ताओं को राहत मिली। इससे पहले पेट्रोल और डीजल के दाम में 13 दिनों से जारी गिरावट का सिलसिला एक दिन के लिए थम गया था। उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में फिर नरमी देखी जा रही है। तेल विपणन कंपनियों ने बुधवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई परिवर्तन नहीं किया, लेकिन गुरुवार को दिल्ली और चेन्नई में 40 पैसे प्रति लीटर, जबकि कोलकाता में 39 पैसे और चेन्नई में 42 पैसे प्रति लीटर की कटौती की। वहीं, डीजल की कीमतों में दिल्ली और कोलकाता में 43 पैसे जबकि मुंबई और चेन्नई मे 46 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई है। 
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, गुरुवार को दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल की कीमतें क्रमश: 71.32 रुपये, 73.36 रुपये, 76.90 रुपये और 73.99 रुपये प्रति लीटर हो गईं। चारों महानगरों में डीजल क्रमश: 65.96 रुपये, 67.69 रुपये, 69.02 रुपये और 69.63 रुपये प्रति लीटर था। वाहन ईंधन के दाम में कटौती से न सिर्फ वाहन चालकों को राहत मिलती है बल्कि आम उपभोक्ताओं को भी महंगाई से निजात मिलती है। दरअसल, डीजल का दाम घटने से मालभाड़ा में कमी आती है और मालभाड़ा घटने से वस्तुओं के मूल्य में कमी आती है। 
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव पर निर्भर करती हैं क्योंकि भारत अपनी तेल की जरूरतों का तकरीबन 80 फीसदी आयात करता है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में पिछले कारोबारी सत्र के मुकाबले तकरीबन एक फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। 
ब्रेंट क्रूड का फरवरी डिलीवरी वायदा सौदा आईसीई पर 0.83 फीसदी की कमजोरी के साथ 61.05 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था। वहीं, नायमैक्स पर अमेरिकी लाइट क्रूड डब्ल्यूटीआई का जनवरी डिलीवरी अनुबंध 1.17 फीसदी की गिरावट के साथ 52.27 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था।

सरकारी निवेश फंड घोटाला: मलेशिया के भगोड़े फायनेंसर, अन्य के खिलाफ नए आरोप
Posted Date : 05-Dec-2018 1:50:04 pm

सरकारी निवेश फंड घोटाला: मलेशिया के भगोड़े फायनेंसर, अन्य के खिलाफ नए आरोप

कुआलालंपुर ,05 दिसंबर । मलेशिया की पुलिस ने कहा कि सरकारी निवेश फंड 1एमडीबी में कई अरब डॉलर के घोटाले के सिलसिले में भगोड़े फायनेंसर लो टीक झो और चार अन्य के खिलाफ नए आपराधिक आरोप लगाए गए हैं। काले धन को बड़े पैमाने पर सफेद करने और घूसखोरी की योजना में कथित मास्टरमाइंड की भूमिका के चलते लो वांछित है। इस धोखाधड़ी में 1एमडीबी फंड से अरबों डॉलर की चोरी हुई है। पिछले महीने अमेरिकी अभियोजकों ने लो और गोल्डमैन सैक्स के दो पूर्व अधिकारियों पर 1एमडीबी के पैसों को सफेद करने की साजिश रचने का आरोप लगाया था। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि मलेशिया से फरार हो चुके पांचों लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है।

ईश्वर पर आइंस्टीन का लेटर, 20 करोड़ में नीलामी
Posted Date : 05-Dec-2018 1:49:38 pm

ईश्वर पर आइंस्टीन का लेटर, 20 करोड़ में नीलामी

न्यू यॉर्क ,05 दिसंबर । जर्मनी के वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन का ईश्वर और धर्म को लेकर उनके विचारों पर आधारित फेमस लेटर अमेरिका में नीलामी के बाद 28.9 लाख अमेरिकी डॉलर (तकरीबन 20 करोड़ 38 लाख रुपये) में बेच दिया गया। यह पत्र उन्होंने अपनी मृत्यु से एक साल पहले लिखा था।
नीलामीघर क्रिस्टीज ने एक बयान में बताया कि नीलामी से पहले इस लेटर की कीमत 15 लाख डॉलर (तकरीबन 10 करोड़ 58 लाख रुपये) आंकी गई थी। दो पन्नों का यह लेटर 3 जनवरी 1954 को जर्मनी के दार्शनिक एरिक गटकाइंड को लिखा गया था, जिन्होंने आइंस्टीन को अपनी किताब चूज लाइफ: द बिबलिकल कॉल टू रिवोल्ट’ की एक प्रति भेजी थी।
आइंस्टीन ने अपने लेटर में लिखा था, मेरे लिए भगवान शब्द का अर्थ कुछ नहीं बल्कि अभिव्यक्ति और इंसान की कमजोरी का प्रतीक है। बाइबिल एक पूजनीय किताब है, लेकिन अभी भी प्राचीन किंवदंतियों का संग्रह है। उन्होंने लिखा, कोई व्याख्या नहीं है, न ही कोई रहस्य अहमियत रखता है, जो मेरे इस रुख में कुछ बदलाव ला सके। 
इसके बजाय आइंस्टीन ने 17वीं शताब्दी के यहूदी डच दार्शनिक बारुच स्पिनोजा का जिक्र किया है। स्पिनोजा इंसान के दैनिक जीवन में मानवरूपी देवता में विश्वास नहीं रखते थे। हालांकि, वो मानते थे कि भगवान एक ब्रह्मांड की उत्कृष्ट सुंदरता और व्यवस्था के लिए जिम्मेदार है।

रिजर्व बैंक ने प्रमुख नीतिगत ब्याज दर में नहीं किया कोई बदलाव, 7.4 प्रतिशत जीडीपी ग्रोथ का अनुमान
Posted Date : 05-Dec-2018 1:49:08 pm

रिजर्व बैंक ने प्रमुख नीतिगत ब्याज दर में नहीं किया कोई बदलाव, 7.4 प्रतिशत जीडीपी ग्रोथ का अनुमान

0-मौद्रिक नीति समीक्षा
मुंबई ,05 दिसंबर । रिजर्व बैंंक ने अपेक्षा के मुताबिक रीपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। बैंक की छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने तीन दिवसीय समीक्षा बैठक में रीपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखने का फैसला किया। रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष में जीडीपी ग्रोथ की दर 7.4 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया है। वहीं, चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही (अक्टूबर-मार्च) के दौरान मंहगाई दर 2.7 से 3.2 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है। इस वर्ष की 5वीं मौद्रिक समीक्षा के बाद एमपीसी ने रिवर्स रीपो रेट और बैंक रेट भी क्रमश: 6.25 प्रतिशत और 6.75 प्रतिशत पर कायम रखा।
7.4 प्रतिशत रहेगी जीडीपी वृद्धि की रफ्तार 
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने चालू वित्त वर्ष 2018-19 में जीडीपी ग्रोथ रेट 7.4 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया है। इसने दूसरी छमाही में जीडीपी ग्रोथ की दर 7.2 से 7.3 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। वहीं, अगले वित्त वर्ष 2019-20 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर 2019) में यह 0.1 प्रतिशत की मामूली वृद्धि के साथ 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। हालांकि, कमिटी ने इसमें गिरावट की भी आशंका जताई। 
मंहगाई काबू में, लेकिन खतरा बरकरार 
3 से 5 दिसंबर तक चली समीक्षा बैठक के बाद समिति ने कहा कि महंगाई में गिरावट का अनुमान जताया गया है और अक्टूबर की मौद्रिक समीक्षा बैठक में जिन जोखिमों का जिक्र किया गया था, उनमें कुछ का अंदेशा टल गया है, खासकर कच्चे तेल की कीमतें घट चुकी हैं। लेकिन, कुछ अनिश्चितताओं की वजह से महंगाई को लेकर खतरा बना हुआ है।
डिजिटल ट्रांजैक्शन के लिए ऑम्बड्समैन की नियुक्ती 
इसके अलावा, आरबीआई की एमपीसी ने डिजिटल ट्रांजैक्शन के रफ्तार पकडऩे के मद्देनजर डिजिटल ट्रांजैक्शन की निगहबानी के लिए एक कानूनी संस्था बनाने का फैसला किया। कमिटी ने कहा कि जनवरी के आखिर में इसका नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। 
5-7 फरवरी को अगली बैठक 
पिछली द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में भी आरबीआई ने रीपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा था। केंद्रीय बैंक ने तब चेतावनी देते हुए कहा था कि तेल के दाम में उतार-चढ़ाव तथा वैश्विक वित्तीय स्थिति कड़ी होने से वृद्धि तथा मुद्रास्फीति के सामने अधिक जोखिम है। बहरहाल, मौद्रिक नीति समीक्षा के लिए अगली और छठी बैठक 5 से 7 फरवरी तक चलेगी।

आम्रपाली ने की होम बायर्स के 3 हजार करोड़ रुपये की हेराफेरी: सीएमडी
Posted Date : 05-Dec-2018 1:48:40 pm

आम्रपाली ने की होम बायर्स के 3 हजार करोड़ रुपये की हेराफेरी: सीएमडी

नई दिल्ली ,05 दिसंबर । होम बायर्स से जुटाए पैसे का क्या किया, इसकी सही-सही जानकारी नहीं देने पर जेल में डालने की सुप्रीम कोर्ट की धमकी के बाद आम्रपाली ग्रुप के सीएमडी ने मान लिया कि 2,996 करोड़ रुपये दूसरी कंपनी का बिजनस बढ़ाने में लगा दिए गए। इसी वजह से हाउसिंग प्रॉजेक्ट्स पूरा करने के लिए जरूरी रकम का अभाव हो गया और ये प्रॉजेक्ट्स लटक गए। कंपनी ने कहा कि 2,996 करोड़ रुपये के डायवर्जन का आंकड़ा मार्च 2015 तक का ही है क्योंकि उसके बाद से बैलेंसशीट अपडेट ही नहीं की गई है।
गौरतलब है कि आम्रपाली के सैकड़ों हाउसिंग प्रॉजेक्ट्स हैं, जिनमें नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा के वे 170 टावर शामिल हैं जिनमें 46 हजार होम बायर्स ने निवेश कर रखा है। इन प्रॉजेक्ट्स के लिए कंपनी ने विभिन्न वित्तीय संस्थानों एवं प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के जरिए भी 4,040 करोड़ रुपये जुटाए। 2015 तक की बैलेंस शीट और कुछ कच्चे-पक्के आंकड़ों का हवाला देते हुए आम्रपाली ग्रुप ने दावा किया कि उसने इन हाउसिंग प्रॉजेक्ट्स में 10 हजार 300 करोड़ रुपये निवेश किए।
आम्रपाली के सीएमडी अनिल शर्मा ने एक विस्तृत शपथपत्र (ऐफिडेविट) के जरिए कोर्ट को सभी 46 ग्रुप कंपनियों के मौद्रिक लेनदेन की जानकारी दी और कहा कि 5,980 करोड़ रुपये मॉल्स और रेजॉर्ट्स बनाने, जमीन खरीदने, ऑफिस के संचालन में तथा बैंकों एवं होम बायर्स को पैसे वापस करने पर खर्च किए। शर्मा ने बताया कि आम्रपाली ग्रुप ने जुटाई गई रकम से 667 करोड़ रुपये ज्यादा खर्च किए और यह रकम ठेकेदारों को देनी है। उन्होंने आम्रपाली की उन 9 कंपनियों की लिस्ट दी जहां से होमबायर्स के पैसे दूसरी कंपनियों में लगाए गए। 
कंपनी ने यह कहते हुए डायवर्जन को सही ठहराने की कोशिश की कि पैसे ग्रुप कंपनियों से बाहर नहीं गए, बल्कि ग्रुप के बिजनस बढ़ाने में ही लगाए गए। ऐफिडेविट में कहा गया है कि कुछ कंपनियों को ग्रुप की ओर से लोन दिया गया और करीब-करीब पूरी रकम वापस आ गई। सीएमडी ने ऐफिडेविट में कहा, आम्रपाली ग्रुप की कुछ कंपनियों से कुछ दूसरी कंपनियों में पैसे की हेराफेरी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स, सीएफओ और ऑडिटर के संज्ञान में थी क्योंकि ऐसा उन सबके पेशेवर सलाह एवं सुझाव पर ही किया गया।

पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार 13वें दिन घटे, आगे कटौती की उम्मीद कम
Posted Date : 04-Dec-2018 1:03:28 pm

पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार 13वें दिन घटे, आगे कटौती की उम्मीद कम

मुंबई, 04 दिसंबर । पेट्रोल और डीजल के दाम में मंगलवार को लगातार 13वें दिन गिरावट दर्ज की गई मगर आगे अब ज्यादा गिरावट की उम्मीद कम है क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में लगातार दूसरे दिन तेजी जारी रही। ब्रेंट क्रूड का भाव पिछले सप्ताह के निचले स्तर से तकरीबन चार डॉलर प्रति बैरल बढ़ गया है।
तेल विपणन कंपनियों ने मंगलवार को दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में पेट्रोल के दाम में 21 पैसे जबकि चेन्नई में 22 पैसे प्रति लीटर की कटौती की। दिल्ली और कोलकाता में डीजल के दाम में 27 पैसे जबकि मुंबई और चेन्नई में 29 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के भाव क्रमश: 71.72 रुपये, 73.75 रुपये, 77.29 रुपये और 74.41 रुपये प्रति लीटर दर्ज किए गए। चारों महानगरों में डीजल की कीमतें क्रमश: 66.29 रुपये, 68.12 रुपये, 69.48 रुपये और 70.09 रुपये प्रति लीटर दर्ज की गईं।
घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स पर दिसंबर डिलीवरी वायदा अनुबंध पूर्वाह्न् 10.58 बजे 399 रुपये यानी 1.05 फीसदी की तेजी के साथ 3,766 रुपये प्रति बैरल पर बना हुआ था। इससे पहले कारोबार के दौरान दिसंबर अनुबंध में 3,783 रुपये प्रति बैरल का ऊपरी स्तर रहा। कच्चे तेल के जनवरी डिलीवरी वायदा अनुबंध में 37 रुपये यानी 0.99 फीसदी की तेजी के साथ 3,793 रुपये प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकॉन्टिनेंटल एक्सचेंज यानी आईसीई पर ब्रेंट क्रूड के फरवरी वायदा अनुबंध में 0.76 फीसदी की तेजी के साथ 62.16 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। वहीं, न्यूयार्क मर्के टाइल एक्सचेंज यानी नायमैक्स पर वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट यानी डब्ल्यूटीआई के जनवरी डिलीवरी अनुबंध में 0.76 फीसदी की तेजी 53.35 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।